Home
» Top-Hindi-Sex-kahani-XXX-Porn-Stories-in-Hindi
» कमरे में होने लगी धकाधक चुदाई - Kamre mein chudai ki aawaz gunjane lagi
कमरे में होने लगी धकाधक चुदाई - Kamre mein chudai ki aawaz gunjane lagi
कमरे में होने लगी धकाधक चुदाई - Kamre mein chudai ki aawaz gunjane lagi , जवान लंड से चूत की चुदाई , बंद कमरे में चोदा मस्ती से , हिंदी सेक्स वीडियो, इंडियन पोर्न क्लिप्स, देसी एमएमएस चुदासी औरतो की चुदाई.
मेरे घर का माहौल बड़ा मद मस्त रहता है। किसी को किसी बात की चिंता नहीं हैं। पैसा भर पूर हैं। मस्ती भर
पूर है। जवानी भर पूर है। यहाँ कोई नाबालिग नहीं है। इसलिए ऐय्यासी भी भर पूर होती है। किसी की जबान पर कोई ताला नहीं है। जिसको जो मन में आता है कह देता है / कह देती हैं। किसी बात को कोई पाबन्दी नहीं है। गंदी से गंदी बात करने की, अश्लील बात करने की यहाँ तक गाली देने की भी पूरी आज़ादी है। न कोई बुरा मानता है और न कोई बुरा मानती है। इसलिए घर में हमेशा खुश हाली रहती है। सबके चेहरे खिले रहतें हैं।
एक दिन अम्मी कुछ बोलती हुई आ रहीं थीं - ये बहन चोद ज़ारा की खाला भी पता नहीं क्या करने वाली है ? आज आ रही है बुर चोदी नादिरा ? वह मेरी छोटी बहन है लेकिन मेरे भोसड़ा के पीछे पड़ी रहती है। पता नहीं चलता की वह और किसका लन्ड मेरी चूत में पेल देगी। उसे अपनी बहन चुदाने का बड़ा शौक है। वैसे मुझे भी अपनी बहन चुदाने का शौक है पर उतना नहीं जितना की नादिरा को ? कहीं ऐसा न हो की वह सबके सामने कोई लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दे ? अम्मी की बातें मैं समझ तो नहीं पाई पर हां इतना जरूर जान गयी की कोई न कोई बात तो है।
मैंने पूंछा तो अम्मी बोली अरे ज़ारा तेरी खाला के दिमाग में पता नहीं क्या पक रहा है। शायद व कुछ न कुछ करने वाली है। पर कुछ मालूम नहीं हो रहा है।
मेरे मुंहे से अचानक निकला - खाला की बहन की बुर, अम्मी ? फिर मैं सोंचने लगी की अरे खाला की बहन की बुर का मतलब अम्मी की बुर ? इसके पहले की मैं कुछ सफाई दे पाती,
अम्मी बोली - खाला की बहन की बिटिया की बुर ? तब मुझको समझ में आया की अम्मी ने सही जबाब दिया है। खाला की बहन की बिटिया की बुर का मतलब मेरी बुर। मैं हंस पड़ी और अम्मी भी। तब तक उधर मेरी भाभी आ गयीं। उसने शायद हमारी बातें सुन लीं थी। आते ही बोली नन्द रानी - तेरी माँ की बहू की बुर ? मैं तो हाथ मुंह पर रख कर हँसने लगी क्योंकि यह गाली भाभी कोअपनी ही बुर पर पड़ी । तब अम्मी बोली - बहू मैं किसी दिन तेरी नन्द की माँ चोद दूँगी। अम्मी ने बड़ी खूबसूरती से अपने भोसड़ा चोदने की बात कह दी। फिर मेरे भी मुंह से निकला - भाभी मैं किसी दिन तेरी नन्द की बुर चोदूंगी। मैंने भी अपनी बुर चुदवाने की बात कह दी। भाभी भी उसी अंदाज़ में बोली सासू जी मैं किसी दिन तेरी बहू की चूत में घुसेड़ दूँगी लन्ड। उसने भी अपनी बुर चुदवाने की बात कह दी।
यह सुनकर हम तीनो खिलखिलाकर हंस पड़ीं और खूब एन्जॉय किया।
मेरी अम्मी का नाम है कश्मीरा बेगम मेरी भाभी का नाम है हिना बेगम। मैं २२ साल की हूँ मेरी अम्मी ४५ की हैं और मेरी भाभी २५ साल की। मेरी शादी होने वाली है। कुछ तैयारियां चल रहीं हैं। उसी के सिलसिले में खाला जान भी आ रही हैं। मेरी खाला बहुत ही खुश मिज़ाज़ और खूबसूरत हैं। जितनी वह खूबसूरत है उतनी ही लन्ड की दीवानी भी। जिस दिन से मैं जवान हुई हूँ उस दिन से खाला मुझसे लन्ड की बात जरूर करती हैं। उसकी बेटी भी मेरी ही उम्र की है। वह अपनी बेटी से भी उसी तरह लन्ड की बातें करती है जिस तरह मुझसे करती है। नाम है नादिर बेगम और उसकी बेटी का नाम है नाज़ ? अम्मी के मन था की आज नादिरा आ रही है तो कुछ गड़बड़ होने वाला है। वह कुछ न कुछ गुल जरूर खिलाएगी। इसीलिए अम्मी मन में बड़बड़ाती हुई चली आ रहीं थीं। अम्मी को मालूम है की उसकी बहन की जबान में लगाम नही है। वह कहीं भी कुछ भी कह सकती है। कब क्या कहेगी यह खुदा भी नहीं जानता ?
खाला जब आयी तो सबसे पहले मैं ही उससे मिली। मैंने कहा अरे खाला जान आप अभी आ गई ? सब खैरियत तो है न ? उसने कहा अरी ज़ारा हां मैं थोड़ा पहले आ गयी हूँ। सबसे पहले मैं तुझसे पूंछने आयी हूँ की तुम्हारे होने वाले शौहर का लन्ड कैसा है ? कितना बड़ा लन्ड है उसका ? कितनी देर तक ठहरता है चूत में ? लन्ड का टोपा कैसा है और कितना बड़ा है ? देखने में कैसा लगता है लन्ड ? उसे गांड मारने का तो शौक नहीं है बेटी ज़ारा ? मैंने कहा अरे खाला जान एक साथ इतने ज्यादा सावल ? मैं इन सबका जबाब कैसे दे पाऊंगी ? सच तो यह है की मैं अपने होने वाले मरद के लन्ड के बारे में कुछ नहीं जानती। मुझे किसी ने कुछ नहीं बताया ? वह बोली हाय दईया बिना लन्ड जाने ? बिना लन्ड देखे दीदी ने कैसे तेरी शादी तय कर दी ? वह कैसी माँ है ? उसे भी लन्ड के बारे में कुछ नहीं मालूम क्या ? मैं जानती हूँ अभी उससे पूंछने। अगर उसने मुझे नहीं बताया ज़ारा, तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी। मैंने मुस्कराते हुए कहा खाला जान तेरी बेटी नाज़ कहाँ है ? वह बोली नाज़ भोसड़ी की कहीं किसी का लन्ड हिला रही होगी ? जब देखो तब वह किसी का लन्ड ही हिलाया करती है, वो ? कल उसने अपने खालू का लन्ड हिलाया और आज सवेरे सवेरे अपने मामू जान का लन्ड हिला रही थी।
तब तक उसे अम्मी दिख गयी।
पूर है। जवानी भर पूर है। यहाँ कोई नाबालिग नहीं है। इसलिए ऐय्यासी भी भर पूर होती है। किसी की जबान पर कोई ताला नहीं है। जिसको जो मन में आता है कह देता है / कह देती हैं। किसी बात को कोई पाबन्दी नहीं है। गंदी से गंदी बात करने की, अश्लील बात करने की यहाँ तक गाली देने की भी पूरी आज़ादी है। न कोई बुरा मानता है और न कोई बुरा मानती है। इसलिए घर में हमेशा खुश हाली रहती है। सबके चेहरे खिले रहतें हैं।
एक दिन अम्मी कुछ बोलती हुई आ रहीं थीं - ये बहन चोद ज़ारा की खाला भी पता नहीं क्या करने वाली है ? आज आ रही है बुर चोदी नादिरा ? वह मेरी छोटी बहन है लेकिन मेरे भोसड़ा के पीछे पड़ी रहती है। पता नहीं चलता की वह और किसका लन्ड मेरी चूत में पेल देगी। उसे अपनी बहन चुदाने का बड़ा शौक है। वैसे मुझे भी अपनी बहन चुदाने का शौक है पर उतना नहीं जितना की नादिरा को ? कहीं ऐसा न हो की वह सबके सामने कोई लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दे ? अम्मी की बातें मैं समझ तो नहीं पाई पर हां इतना जरूर जान गयी की कोई न कोई बात तो है।
मैंने पूंछा तो अम्मी बोली अरे ज़ारा तेरी खाला के दिमाग में पता नहीं क्या पक रहा है। शायद व कुछ न कुछ करने वाली है। पर कुछ मालूम नहीं हो रहा है।
मेरे मुंहे से अचानक निकला - खाला की बहन की बुर, अम्मी ? फिर मैं सोंचने लगी की अरे खाला की बहन की बुर का मतलब अम्मी की बुर ? इसके पहले की मैं कुछ सफाई दे पाती,
अम्मी बोली - खाला की बहन की बिटिया की बुर ? तब मुझको समझ में आया की अम्मी ने सही जबाब दिया है। खाला की बहन की बिटिया की बुर का मतलब मेरी बुर। मैं हंस पड़ी और अम्मी भी। तब तक उधर मेरी भाभी आ गयीं। उसने शायद हमारी बातें सुन लीं थी। आते ही बोली नन्द रानी - तेरी माँ की बहू की बुर ? मैं तो हाथ मुंह पर रख कर हँसने लगी क्योंकि यह गाली भाभी कोअपनी ही बुर पर पड़ी । तब अम्मी बोली - बहू मैं किसी दिन तेरी नन्द की माँ चोद दूँगी। अम्मी ने बड़ी खूबसूरती से अपने भोसड़ा चोदने की बात कह दी। फिर मेरे भी मुंह से निकला - भाभी मैं किसी दिन तेरी नन्द की बुर चोदूंगी। मैंने भी अपनी बुर चुदवाने की बात कह दी। भाभी भी उसी अंदाज़ में बोली सासू जी मैं किसी दिन तेरी बहू की चूत में घुसेड़ दूँगी लन्ड। उसने भी अपनी बुर चुदवाने की बात कह दी।
यह सुनकर हम तीनो खिलखिलाकर हंस पड़ीं और खूब एन्जॉय किया।
मेरी अम्मी का नाम है कश्मीरा बेगम मेरी भाभी का नाम है हिना बेगम। मैं २२ साल की हूँ मेरी अम्मी ४५ की हैं और मेरी भाभी २५ साल की। मेरी शादी होने वाली है। कुछ तैयारियां चल रहीं हैं। उसी के सिलसिले में खाला जान भी आ रही हैं। मेरी खाला बहुत ही खुश मिज़ाज़ और खूबसूरत हैं। जितनी वह खूबसूरत है उतनी ही लन्ड की दीवानी भी। जिस दिन से मैं जवान हुई हूँ उस दिन से खाला मुझसे लन्ड की बात जरूर करती हैं। उसकी बेटी भी मेरी ही उम्र की है। वह अपनी बेटी से भी उसी तरह लन्ड की बातें करती है जिस तरह मुझसे करती है। नाम है नादिर बेगम और उसकी बेटी का नाम है नाज़ ? अम्मी के मन था की आज नादिरा आ रही है तो कुछ गड़बड़ होने वाला है। वह कुछ न कुछ गुल जरूर खिलाएगी। इसीलिए अम्मी मन में बड़बड़ाती हुई चली आ रहीं थीं। अम्मी को मालूम है की उसकी बहन की जबान में लगाम नही है। वह कहीं भी कुछ भी कह सकती है। कब क्या कहेगी यह खुदा भी नहीं जानता ?
खाला जब आयी तो सबसे पहले मैं ही उससे मिली। मैंने कहा अरे खाला जान आप अभी आ गई ? सब खैरियत तो है न ? उसने कहा अरी ज़ारा हां मैं थोड़ा पहले आ गयी हूँ। सबसे पहले मैं तुझसे पूंछने आयी हूँ की तुम्हारे होने वाले शौहर का लन्ड कैसा है ? कितना बड़ा लन्ड है उसका ? कितनी देर तक ठहरता है चूत में ? लन्ड का टोपा कैसा है और कितना बड़ा है ? देखने में कैसा लगता है लन्ड ? उसे गांड मारने का तो शौक नहीं है बेटी ज़ारा ? मैंने कहा अरे खाला जान एक साथ इतने ज्यादा सावल ? मैं इन सबका जबाब कैसे दे पाऊंगी ? सच तो यह है की मैं अपने होने वाले मरद के लन्ड के बारे में कुछ नहीं जानती। मुझे किसी ने कुछ नहीं बताया ? वह बोली हाय दईया बिना लन्ड जाने ? बिना लन्ड देखे दीदी ने कैसे तेरी शादी तय कर दी ? वह कैसी माँ है ? उसे भी लन्ड के बारे में कुछ नहीं मालूम क्या ? मैं जानती हूँ अभी उससे पूंछने। अगर उसने मुझे नहीं बताया ज़ारा, तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी। मैंने मुस्कराते हुए कहा खाला जान तेरी बेटी नाज़ कहाँ है ? वह बोली नाज़ भोसड़ी की कहीं किसी का लन्ड हिला रही होगी ? जब देखो तब वह किसी का लन्ड ही हिलाया करती है, वो ? कल उसने अपने खालू का लन्ड हिलाया और आज सवेरे सवेरे अपने मामू जान का लन्ड हिला रही थी।
तब तक उसे अम्मी दिख गयी।
- खाला ने कहा - अरे दीदी, ये सब क्या हो रहा है ? ऐसा नही होना चाहिए ? मैं इसे बरदास्त नहीं कर सकती।
- अम्मी बोली - देखा बेटी ज़ारा, मैं कह रही थी न की तेरी खाला आएगी तो कुछ न कुछ हंगामा जरूर करेगी। अब पता नही यह क्या कहना चाहती है ? मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा, ज़ारा ?
- खाला बोली - अरे मेरी दीदी, शादी कोई लड़का और लड़की की ही नहीं होती ? असली शादी तो लन्ड और चूत की होती है। मुझे मालूम हुआ है की ज़ारा के होने वाले शौहर का लन्ड न तो ज़ारा देखा और न किसी ज़ारा की तरफ वालों ने ? पता नहीं की उसका लन्ड कैसा होगा ? अगर लन्ड दमदार न हुआ तो फिर ज़ारा का क्या होगा ?
- अम्मी बोली - मुझे मालूम था की तू भोसड़ी की जहाँ जाएगी वहां लन्ड की बात जरूर करेगी। तेरे दिमाग में लन्ड ही रहता है और कुछ नहीं ? अरे शादी के लड़का देखा जाता है, लड़के की सीरत और सूरत देखी जाती है। लड़के का काम और उसकी काबलियत देखी जाती है। भला कोई होने वाले दूल्हे का लन्ड देखती है क्या ?
- खाला बोली - अरे दीदी अब वो ज़माना गया जब कोई लन्ड नहीं देखती थी। अब तो कोई माँ बिना लन्ड देखे अपनी बेटी की शादी ही नहीं करती ? अभी मेरी नन्द ने अपनी बेटी की शादी की तो पहले उसका लन्ड पकड़ कर देखा। लन्ड जब पसंद आ गया तब उसने उस लड़के को अपना दामाद बनाया। मेरी दोस्त परवीन ने भी यही किया। पहले होने वाले दूल्हे का लन्ड देखा उसे पकड़ा, उसे हिलाया, लन्ड जब खड़ा हुआ तो उसकी नाप ली और अपनी बेटी को बताया जब बेटी ने "हां" कहा तब उसने शादी की ? इसलिए मैं तो बिना दूल्हे का लन्ड देखे अपनी बेटी की शादी नहीं करुँगी।
- अम्मी बोली - अच्छा बाबा, तो तू जा और खुद ज़ारा के होने वाले शौहर का लन्ड देख कर आ ? हो सके तो उसे अपने भोसड़ा में भी घुसेड़ कर देख लेना ?
वह बोली - 8" लम्बा और ५१/२" मोटा है ज़ारा के होने वाले दूल्हा का लन्ड, अम्मी। अब तुम्हे उसका लन्ड पकड़ कर देखने की जरुरत नही है।
खाला ने कहा - अरे नाज़ तुझे कैसे मालूम की उसका लन्ड कितना बड़ा और कितना मोटा है। क्या तुमने उसे पकड़ कर देखा है। वैसे तू भोसड़ी की देख भी सकती है। क्योंकि तू सबका लन्ड इधर उधर हिलाती रहती है। नाज़ - नहीं अम्मी ऐसा नही है। तू मुझे बिना मतलब बदनाम करती रहती है। दरअसल जिस लड़की ने उसका लन्ड देखा है वह मेरी सहेली है।
खाला - तो तेरी सहेली ने कैसे देख लिया उसका लन्ड ?
नाज़ - मेरी सहेली का मियां ज़ारा का होने वाले शौहर का दोस्त है। वह दोस्त अपनी बीवी अपने दोस्तों से चुदवाता है। इसी सिलसिले में उसने मेरी सहेली की बुर ली है। चोदा है मेरी सहेली की बुर ज़ारा के होने वाले मियां ने। तभी उसे उसके लन्ड के बारे में मालूम है। लन्ड मोटा तगड़ा है, चूत में बड़ी देर तक ठहरता है, खूब जम कर चोदता है और चूत को पहले खलास कर देता है। हां लन्ड खड़ा होने पर थोड़ा टेढ़ा जरूर हो जाता है लेकिन उससे चुदवाने में और मज़ा आता है।
खाला - हाय दईया नाज़, तूने तो मेरी चूत में आग लगा दी है। अब मैं चाहती हूँ की ज़ारा की शादी जल्दी से जल्दी हो जाये ताकि कभी न कभी मुझे भी उसके लन्ड का मौक़ा मिले ?
नाज़ - एक बात है अम्मी ? अब पता नहीं की यह बात ज़ारा को कैसी लगेगी ? ज़ारा का होने वाला शौहर अपनी बीवी अपने दोस्तों से चुदवायेगा। इस बात का ऐलान वह पहले ही कर चुका है।
मैं नाज़ की बात सुनकर मन ही मन बहुत खुश हुई लेकिन चेहरे से ज़ाहिर नहीं होने दिया।
मैं नाज़ की बात सुनकर मन ही मन बहुत खुश हुई लेकिन चेहरे से ज़ाहिर नहीं होने दिया।
तब तक अम्मी बोली - अरे इससे क्या होता है ? ये तो सब चलता ही रहता है। ज़ारा के पहुँचने से उसका परायी बीवियां चोदना कम भी हो सकता है और ख़तम भी हो सकता है।
खाला - अरे दीदी यह तो अच्छी बात है। अगर ज़ारा का मियां अपनी दोस्तों से अपनी बीवी चुदवायेगा तो ज़ारा को अच्छे अच्छे और नये नये लन्ड मिलते रहेगें। उससे तो ज़ारा का ही फायदा है। ज़ारा किसी एक लन्ड के साथ बंध कर तो नहीं रहेगी। उसे किसी से भी चुदवाने की पूरी आज़ादी होगी।
अम्मी - हां नादिरा, तू बहन चोद कभी कभी बड़ी अच्छी बात भी कह देती है।
अब सबकी राय बन गयी। मैंने भी जब अपने शौहर को देखा तो वह मुझे हैंडसम और स्मार्ट लगा। मैं उसके लन्ड के बारे में सुन ही चुकी थी तो मैंने सर हिला कर क़ुबूल कर लिया। मेरी शादी हो गयी और मैं ससुराल चली गयी।वहां सबसे मिलकर खुश हुई।
मेरे मियां का नाम है आसिफ अली लेकिन लोग उसे सिर्फ आसिफ ही कहते हैं। वह मुझे हनीमून के लिए गोवा ले गया। मैं भी पहली बार गोवा गयी तो मज़ा आ गया। पहली रात को मैं उससे बैठी हुई बातें कर रही थी। बातें बड़ी सेक्सी और मजेदार हो रहीं थीं। तभी किसी ने बेल बजा दी। उसने दरवाजा खोला और बोला अरे वाह आओ न अंदर आओ। मैंने देखा की उसी के उम्र के दो मस्त जवान लड़के अंदर आ गये और उनके पीछे दो जवान नयी नवेली दुल्हनियां। मैं समझ नहीं पाई की क्या होने वाला है ? पर सबसे परिचय हुआ। मेरा मियां बोला ज़ारा देखो ये मेरा दोस्त है, मिस्टर बोरिक और इसकी वाइफ मिसेज जेली। ये दूसरा दोस्त है मिस्टर बल्लू और उसकी बीवी मिसेज सिमरन कौर। एक क्रिश्चियन कपल है और दूसरा पंजाबी ? उसने सबको बताया की यह मेरी बीवी है ज़ारा। पढ़ी लिखी, खूबसूरत और हंसमुख मिज़ाज़ की है। तब तक आसिफ ने ड्रिंक्स का इंतज़ाम कर दिया और हम सब ड्रिंक्स का मज़ा लेने लगे।
कहतें हैं की गोवा में दो ही चीज का बड़ा मज़ा है। एक तो शराब पीना और दूसरा लन्ड पीना ? धीरे धीरे नशा चढ़ने लगा और मस्तियाँ भी बढ़ने लगीं। उसी नशे में बोरिक बोला यार आसिफ तूने मेरी सुहागरात में कमाल कर दिया था। तुमने मेरी बीवी को इतने प्यार से अपना लन्ड पिलाया की वह आज तक नहीं भूली। मेरा मियां बोला यार बात यह है की उस रात को जेली भाभी ने इतने प्यार से मेरा लन्ड पिया जिसे मैं आजतक नहीं भुला पाया। तब तक सिमरन बोली अरे यार आसिफ जब मैंने अपनी सुहागरात में तेरा लन्ड पिया था तो मुझे सच में बहुत मज़ा आया था। एक तो मैंने पहली बार कोई मुस्लिम लन्ड देखा था और दूसरे अगर सुहागरात में ही किसी गैर मरद का लन्ड मिल जाये तो फिर कहने ही क्या ? और वह भी तेरे जैसा लम्बा चौड़ा लन्ड ? मैंने तो उस रात को खूब एन्जॉय किया था तेरा लन्ड ? मुझसे फिर बिना बोले न रहा गया। अब तो यह पक्का हो ही गया की मेरे मियां का लन्ड लम्बा चौड़ा है। मैं बोल पड़ी अरे यार सिमरन तुम आज मेरे सामने एन्जॉय करो मेरे मियां का लन्ड। मुझे भी देखने में मज़ा आएगा।
बल्लू बोला नहीं भाभी ऐसे नहीं। हम दोस्तों में एक रिवाज़ है की हमारे सामने ही पहले नया कपल अपनी सुहागरात मनाएगा उसके बाद फिर होगी बीवियों की अदल बदली। जेली बोली हां ज़ारा बल्लू ठीक कह रहा है। पहले तुम हमारे सामने अपने मियां से एक बार चुदवा लो उसके बाद होगी लन्ड की अदल बदली। बोरिक ने कहा हां यार आसिफ अब तुम लोग उतारो अपने अपने कपड़े और हमारे सामने ही मनाओ अपनी सुहागरात। हम सब तुम दोनों की चुदाई देखने के लिए बेताब हैं। मैं समझ गयी की ये लोग किस तरह अपने दोस्तों के साथ मनाते हैं सुहागरात ? लगता है की मुझे इन सबके सामने ही चुदवाना पड़ेगा। मुझे तो कोई फर्क पड़ता नहीं मैं पहले से ही ग्रुप में चुदवा रही हूँ और मेरे मियां को भी कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों की वह दोस्तों की बीवियां चोदता है। इसलिए मैं भी बेशरम और मेरा मियां भी भोसड़ी का बेशर्म ?
मैंने आसिफ के गले में अपनी बाहें डाल दीं। उसने भी मुझे अपनी तरफ खींच लिया। हम दोनों एक दूसरे के बदन पर हाथ फेरने लगे। थोड़ी देर में वह मेरी चूंचियां सहलाने लगा और मैं उसका लन्ड। फिर एक एक करके हमारे कपड़े उतरने लगे। मेरी कुर्ती उतरी तो उसकी कमीज। मेरी ब्रा खुली तो मेरी मद मस्त चूंचियां नंगी नंगी सबके सामने आ गयीं और सबने तालियां बजायीं। उधर उसकी बनियाइन उतर गयी उसकी नंगी छाती सब लोग देखने लगे। फिर मेरा पेटीकोट खुला तो उसकी पैंट। आखिर में उसने मेरी पैंटी खोली तो मेरी मस्तानी चूत सबके सामने आ गयी। मैंने भी फिर बेशर्मी से उसकी नेकर खोल डाली और उसका खड़ा लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। तब सबने खूब मस्ती से तालियां बजायी और हौसला बढ़ाया। मैं भूल गयी की कौन मेरे सामने बैठा है और कौन बैठी है। मैं तो बस लन्ड चूमने लगी. आसिफ मेरी चूत चाटने लगा। लन्ड मुझे बिलकुल वैसा ही नज़र आया जैसा की नाज़ ने बताया था।
मैं भी नंगी वह भी नंगा। वह नीचे और मैं उसके ऊपर चढ़ गयी। मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी और झुक कर उसका लन्ड चाटने लगी। हम दोनों 69 बन गए। मुझे उसका लन्ड चाटने में मज़ा आने लगा और उसे मेरी चूत चाटने में ? मुझे लन्ड का सुपाड़ा चाटने में खूब मज़ा आ रहा था। अच्छी बात यह थी की न लन्ड में झांटें थीं और न चूत में। लन्ड चिकना और चूत चिकनी इसलिए चाटने में अच्छा लग रहा था। कुछ देर के बाद वह उठा और मुझे पलंग के किनारे लिटा दिया और मेरी गांड के नीचे तकिया लगा दी। खुद बेड के नीचे खड़ा हो गया और मेरी टांगें अपने कंधे पर रख कर लन्ड मेरी चूत में टिका दिया। फिर उसने धक्का मारा तो लन्ड गप्प से अंदर घुस गया। मैं चिल्ला पड़ी उई माँ मर गयी ? इस भोसड़ी वाले ने पूरा घुसेड़ दिया लन्ड ? वैसे मैं ऐसे ही चिल्ला पड़ी मुझे दर्द वगैरह कुछ नहीं हुआ ? फिर मैं मस्ती से चुदवाने लगी और लोग मुझे बड़े मजे से देखने लगे और मेरी उछलती हुई चूंचियां देखने लगे।
इस तरह मैंने आगे से, पीछे से और लन्ड पर बैठ कर चुदवाया। आखिर में झड़ता हुआ लन्ड मस्ती से चाटा। फिर सबने डिनर किया और उसके बाद बातें करते हुए सब लोग अपने अपने कपड़े खोलने लगे। देखते ही देखते सबके सब भोसड़ी वाले नंगे हो गये। बीवियां भी अपनी चूत चूंची और गांड खोल कर खड़ी हो गयीं। कमरे में तीन नंगे लन्ड और तीन नंगी चूत झूमने लगीं। अब किसी को कोई शर्म या झिझक तो थी नहीं। मैंने हाथ बढ़ाया और बल्लू का लन्ड पकड़ लिया। उसे हिलाया उसका सुपाड़ा चाटा। आज पहली बार मैं एक नॉन - मुस्लिम लन्ड पकड़ रही थी। मुझे उसे मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे करने में मज़ा आने लगा। मुस्लिम लन्ड की खाल नहीं होती तो वह ऊपर नहीं जा पाता। मुझे अच्छा लगा तो मैं लन्ड चूसने लगी। उधर सिमरन बोरिक का लन्ड पकड़ कर सहलाने लगी और बोरिक की बीवी जेली मेरे मियां का लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उसे मुस्लिम लन्ड अच्छा लगा।
हम तीनो बीवियां एक दूसरे के मियां का लन्ड चाट चाट कर और चूस चूस कर खूब मज़ा लिया। बाद में लन्ड फिर चूत में घुसने लगे। मेरा मियां आसिफ बोरिक की बीवी चोदने लगा, बोरिक बल्लू की बीवी चोदने लगा और बल्लू आसिफ की बीवी यानी मुझे चोदने लगा। एक ही कमरे में होने लगी धकाधक चुदाई। एक दूसरे के मियां से चुदवाना यह मेरा पहला अनुभव था।
फिर दूसरी पारी में मैंने जेली के मियां बोरिक से चुदवाया , सिमरन ने मेरे मियां से चुदवाया और जेली ने बल्लू से चुदवाया। हम लोग गोवा में एक हफ्ता रहे और हर दिन रात में इसी तरह की चुदाई होती रही। इस तरह मैंने अपनी सुहागरात मनाई। वहां से सीधे अपनी ससुराल आ गयी और फिर दो दिन के बाद अपने माईके आ गयी और सबसे मिली तो सब लोग खुश हो गए।
खाला मुझे देख कर बोली - अरे वाह ! ज़ारा तू आ गयी ? अब तू सच सच बता की कितने मरदों से चुदवा कर आयी है तू और उनके लन्ड कैसे थे ?
अम्मी ने कहा - आये हाय नादिरा तुझे हमेशा लन्ड की ही पड़ी रहती है। अरे दुनियां में लन्ड के अलावा भी कुछ और है ? उससे अपने ससुराल के बारे में पूंछो, वहां के लोगों के बारे में पूंछो, सास नन्द देवरानी जेठानी के बार में पूंछो तो कोई बात भी है। तू तो बस लन्ड लिए घूमती रहती है।
खाला बोली :- अच्छा यह तो बता दे तेरे मियां का लन्ड कैसा है, ज़ारा ?
मैंने कहा :- बिलकुल वैसा ही है उसका लन्ड जैसा नाज़ बता रही थी।
खाला बोली :- हाय अल्ला, तब तो मैं उसे जल्दी ही देखना चाहती हूँ.
सब लोग उसकी बात पर हंसने लगीं।
मुझे लगा की घर का माहौल अभी शादी का ही बना हुआ है। अभी शादी का ख़ुमार उतरा नहीं है। सभी मौज़ मस्ती के मूड में हैं। तब तक नाज़ आ गयी।
अब सबकी राय बन गयी। मैंने भी जब अपने शौहर को देखा तो वह मुझे हैंडसम और स्मार्ट लगा। मैं उसके लन्ड के बारे में सुन ही चुकी थी तो मैंने सर हिला कर क़ुबूल कर लिया। मेरी शादी हो गयी और मैं ससुराल चली गयी।वहां सबसे मिलकर खुश हुई।
मेरे मियां का नाम है आसिफ अली लेकिन लोग उसे सिर्फ आसिफ ही कहते हैं। वह मुझे हनीमून के लिए गोवा ले गया। मैं भी पहली बार गोवा गयी तो मज़ा आ गया। पहली रात को मैं उससे बैठी हुई बातें कर रही थी। बातें बड़ी सेक्सी और मजेदार हो रहीं थीं। तभी किसी ने बेल बजा दी। उसने दरवाजा खोला और बोला अरे वाह आओ न अंदर आओ। मैंने देखा की उसी के उम्र के दो मस्त जवान लड़के अंदर आ गये और उनके पीछे दो जवान नयी नवेली दुल्हनियां। मैं समझ नहीं पाई की क्या होने वाला है ? पर सबसे परिचय हुआ। मेरा मियां बोला ज़ारा देखो ये मेरा दोस्त है, मिस्टर बोरिक और इसकी वाइफ मिसेज जेली। ये दूसरा दोस्त है मिस्टर बल्लू और उसकी बीवी मिसेज सिमरन कौर। एक क्रिश्चियन कपल है और दूसरा पंजाबी ? उसने सबको बताया की यह मेरी बीवी है ज़ारा। पढ़ी लिखी, खूबसूरत और हंसमुख मिज़ाज़ की है। तब तक आसिफ ने ड्रिंक्स का इंतज़ाम कर दिया और हम सब ड्रिंक्स का मज़ा लेने लगे।
कहतें हैं की गोवा में दो ही चीज का बड़ा मज़ा है। एक तो शराब पीना और दूसरा लन्ड पीना ? धीरे धीरे नशा चढ़ने लगा और मस्तियाँ भी बढ़ने लगीं। उसी नशे में बोरिक बोला यार आसिफ तूने मेरी सुहागरात में कमाल कर दिया था। तुमने मेरी बीवी को इतने प्यार से अपना लन्ड पिलाया की वह आज तक नहीं भूली। मेरा मियां बोला यार बात यह है की उस रात को जेली भाभी ने इतने प्यार से मेरा लन्ड पिया जिसे मैं आजतक नहीं भुला पाया। तब तक सिमरन बोली अरे यार आसिफ जब मैंने अपनी सुहागरात में तेरा लन्ड पिया था तो मुझे सच में बहुत मज़ा आया था। एक तो मैंने पहली बार कोई मुस्लिम लन्ड देखा था और दूसरे अगर सुहागरात में ही किसी गैर मरद का लन्ड मिल जाये तो फिर कहने ही क्या ? और वह भी तेरे जैसा लम्बा चौड़ा लन्ड ? मैंने तो उस रात को खूब एन्जॉय किया था तेरा लन्ड ? मुझसे फिर बिना बोले न रहा गया। अब तो यह पक्का हो ही गया की मेरे मियां का लन्ड लम्बा चौड़ा है। मैं बोल पड़ी अरे यार सिमरन तुम आज मेरे सामने एन्जॉय करो मेरे मियां का लन्ड। मुझे भी देखने में मज़ा आएगा।
बल्लू बोला नहीं भाभी ऐसे नहीं। हम दोस्तों में एक रिवाज़ है की हमारे सामने ही पहले नया कपल अपनी सुहागरात मनाएगा उसके बाद फिर होगी बीवियों की अदल बदली। जेली बोली हां ज़ारा बल्लू ठीक कह रहा है। पहले तुम हमारे सामने अपने मियां से एक बार चुदवा लो उसके बाद होगी लन्ड की अदल बदली। बोरिक ने कहा हां यार आसिफ अब तुम लोग उतारो अपने अपने कपड़े और हमारे सामने ही मनाओ अपनी सुहागरात। हम सब तुम दोनों की चुदाई देखने के लिए बेताब हैं। मैं समझ गयी की ये लोग किस तरह अपने दोस्तों के साथ मनाते हैं सुहागरात ? लगता है की मुझे इन सबके सामने ही चुदवाना पड़ेगा। मुझे तो कोई फर्क पड़ता नहीं मैं पहले से ही ग्रुप में चुदवा रही हूँ और मेरे मियां को भी कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों की वह दोस्तों की बीवियां चोदता है। इसलिए मैं भी बेशरम और मेरा मियां भी भोसड़ी का बेशर्म ?
मैंने आसिफ के गले में अपनी बाहें डाल दीं। उसने भी मुझे अपनी तरफ खींच लिया। हम दोनों एक दूसरे के बदन पर हाथ फेरने लगे। थोड़ी देर में वह मेरी चूंचियां सहलाने लगा और मैं उसका लन्ड। फिर एक एक करके हमारे कपड़े उतरने लगे। मेरी कुर्ती उतरी तो उसकी कमीज। मेरी ब्रा खुली तो मेरी मद मस्त चूंचियां नंगी नंगी सबके सामने आ गयीं और सबने तालियां बजायीं। उधर उसकी बनियाइन उतर गयी उसकी नंगी छाती सब लोग देखने लगे। फिर मेरा पेटीकोट खुला तो उसकी पैंट। आखिर में उसने मेरी पैंटी खोली तो मेरी मस्तानी चूत सबके सामने आ गयी। मैंने भी फिर बेशर्मी से उसकी नेकर खोल डाली और उसका खड़ा लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। तब सबने खूब मस्ती से तालियां बजायी और हौसला बढ़ाया। मैं भूल गयी की कौन मेरे सामने बैठा है और कौन बैठी है। मैं तो बस लन्ड चूमने लगी. आसिफ मेरी चूत चाटने लगा। लन्ड मुझे बिलकुल वैसा ही नज़र आया जैसा की नाज़ ने बताया था।
मैं भी नंगी वह भी नंगा। वह नीचे और मैं उसके ऊपर चढ़ गयी। मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी और झुक कर उसका लन्ड चाटने लगी। हम दोनों 69 बन गए। मुझे उसका लन्ड चाटने में मज़ा आने लगा और उसे मेरी चूत चाटने में ? मुझे लन्ड का सुपाड़ा चाटने में खूब मज़ा आ रहा था। अच्छी बात यह थी की न लन्ड में झांटें थीं और न चूत में। लन्ड चिकना और चूत चिकनी इसलिए चाटने में अच्छा लग रहा था। कुछ देर के बाद वह उठा और मुझे पलंग के किनारे लिटा दिया और मेरी गांड के नीचे तकिया लगा दी। खुद बेड के नीचे खड़ा हो गया और मेरी टांगें अपने कंधे पर रख कर लन्ड मेरी चूत में टिका दिया। फिर उसने धक्का मारा तो लन्ड गप्प से अंदर घुस गया। मैं चिल्ला पड़ी उई माँ मर गयी ? इस भोसड़ी वाले ने पूरा घुसेड़ दिया लन्ड ? वैसे मैं ऐसे ही चिल्ला पड़ी मुझे दर्द वगैरह कुछ नहीं हुआ ? फिर मैं मस्ती से चुदवाने लगी और लोग मुझे बड़े मजे से देखने लगे और मेरी उछलती हुई चूंचियां देखने लगे।
इस तरह मैंने आगे से, पीछे से और लन्ड पर बैठ कर चुदवाया। आखिर में झड़ता हुआ लन्ड मस्ती से चाटा। फिर सबने डिनर किया और उसके बाद बातें करते हुए सब लोग अपने अपने कपड़े खोलने लगे। देखते ही देखते सबके सब भोसड़ी वाले नंगे हो गये। बीवियां भी अपनी चूत चूंची और गांड खोल कर खड़ी हो गयीं। कमरे में तीन नंगे लन्ड और तीन नंगी चूत झूमने लगीं। अब किसी को कोई शर्म या झिझक तो थी नहीं। मैंने हाथ बढ़ाया और बल्लू का लन्ड पकड़ लिया। उसे हिलाया उसका सुपाड़ा चाटा। आज पहली बार मैं एक नॉन - मुस्लिम लन्ड पकड़ रही थी। मुझे उसे मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे करने में मज़ा आने लगा। मुस्लिम लन्ड की खाल नहीं होती तो वह ऊपर नहीं जा पाता। मुझे अच्छा लगा तो मैं लन्ड चूसने लगी। उधर सिमरन बोरिक का लन्ड पकड़ कर सहलाने लगी और बोरिक की बीवी जेली मेरे मियां का लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उसे मुस्लिम लन्ड अच्छा लगा।
हम तीनो बीवियां एक दूसरे के मियां का लन्ड चाट चाट कर और चूस चूस कर खूब मज़ा लिया। बाद में लन्ड फिर चूत में घुसने लगे। मेरा मियां आसिफ बोरिक की बीवी चोदने लगा, बोरिक बल्लू की बीवी चोदने लगा और बल्लू आसिफ की बीवी यानी मुझे चोदने लगा। एक ही कमरे में होने लगी धकाधक चुदाई। एक दूसरे के मियां से चुदवाना यह मेरा पहला अनुभव था।
फिर दूसरी पारी में मैंने जेली के मियां बोरिक से चुदवाया , सिमरन ने मेरे मियां से चुदवाया और जेली ने बल्लू से चुदवाया। हम लोग गोवा में एक हफ्ता रहे और हर दिन रात में इसी तरह की चुदाई होती रही। इस तरह मैंने अपनी सुहागरात मनाई। वहां से सीधे अपनी ससुराल आ गयी और फिर दो दिन के बाद अपने माईके आ गयी और सबसे मिली तो सब लोग खुश हो गए।
खाला मुझे देख कर बोली - अरे वाह ! ज़ारा तू आ गयी ? अब तू सच सच बता की कितने मरदों से चुदवा कर आयी है तू और उनके लन्ड कैसे थे ?
अम्मी ने कहा - आये हाय नादिरा तुझे हमेशा लन्ड की ही पड़ी रहती है। अरे दुनियां में लन्ड के अलावा भी कुछ और है ? उससे अपने ससुराल के बारे में पूंछो, वहां के लोगों के बारे में पूंछो, सास नन्द देवरानी जेठानी के बार में पूंछो तो कोई बात भी है। तू तो बस लन्ड लिए घूमती रहती है।
खाला बोली :- अच्छा यह तो बता दे तेरे मियां का लन्ड कैसा है, ज़ारा ?
मैंने कहा :- बिलकुल वैसा ही है उसका लन्ड जैसा नाज़ बता रही थी।
खाला बोली :- हाय अल्ला, तब तो मैं उसे जल्दी ही देखना चाहती हूँ.
सब लोग उसकी बात पर हंसने लगीं।
मुझे लगा की घर का माहौल अभी शादी का ही बना हुआ है। अभी शादी का ख़ुमार उतरा नहीं है। सभी मौज़ मस्ती के मूड में हैं। तब तक नाज़ आ गयी।
- वह बोली - हाय ज़ारा, अपनी माँ की बहन का भोसड़ा देखा तूने ? उसका भोसड़ा तेरे मियां के लन्ड के लिए तड़प रहा है ज़ारा ? अब तू चोद ले जल्दी से अपनी माँ की बहन की बुर ?
- खाला ने जबाब दिया - ज़ारा, तेरी खाला की बिटिया की बुर ? भोसड़ी की जहाँ जाती है वहां से लन्ड पी कर आती है। इसकी भी चूत में घुसेड़ देना अपने मियां का लन्ड ?
- मैंने कहा - खाला तुम चिंता न करो मैं इसकी चूत में पेलूंगी अपने मियां के दोस्तों के लन्ड ?
- नाज़ बोली - हाय दईया, अब मैं समझ गयी की तू अपने मियां से दोस्तों से चुदवाकर आयी है।
- मैंने कहा - हां चुदवाकर आयी हूँ तो तेरी गांड क्यों फट रही है ?
- इतने में मेरी हिना भाभी भी आ गयीं। उसे देख कर अम्मी ने कहा अरी हिना देख तेरी बुर चोदी नन्द कितने मरदों से चुदवाकर आई है अपनी ससुराल से ?
- भाभी ने कहा - नन्द की माँ का भोसड़ा ?
- तब सभी गालियां देने लगी और एन्जॉय करने लगीं।
- अम्मी ने भी गाली दी और कहा - तेरी सास की बिटिया की बुर, बहन चोद
- नाज़ बोली - खाला जान, तेरी बहन की बुर चोदूंगी किसी दिन ?
- भाभी ने कहा - ज़ारा मेरी नन्द रानी, यह तो बताओ की तुम कितने लन्ड चोद कर आयी हो ?
Click on Search Button to search more posts.
रोमांटिक लेख
- लड़कियों के नंबर की लिस्ट चाहिए बात करने के लिए - Ladki Ke Mobile Number
- Randi ka mobile whatsapp number - रण्डी मोबाइल व्हाट्सअप्प कांटेक्ट नंबर
- Sex video download karne ka tarika - सेक्स वीडियो डाउनलोड कैसे करें
- धंधे वाली का मोबाइल नंबर चाहिए - Dhandha karne wali ladkiyon ke number chahiye
- किन्नर व्हाट्सप्प मोबाइल नंबर फोन चाहिए - Kinner whatsapp mobile phone number
- सेक्स करने के लिए लड़की चाहिए - Sex karne ke liye sunder ladki chahiye
- अमीर घर की औरतों के मोबाइल नंबर - Amir ghar ki ladkiyon ke mobile number
- किन्नर के जननांग या गुप्तांग कैसे दिखते हैं - Kinner ke gupt ang kaise hote hai hindi jankari
- कॉल गर्ल लिस्ट, सेक्सी लड़कियों के नंबर - Call girls mobile whatsapp phone numbers
- लड़कियों के नंबर गर्ल का whatsapp नंबर - Real Girls Mobile Whatsapp Contact Phone List
आपको ये भी पसंद आएंगें
- 16 साल की बहन की चुदाई की कहानी - भाई ने दीदी को चोदा - Bahan ki chudai bhai ne didi ko choda
- muslim sex story hindi - मुस्लिम समाज में चुदाई का मज़ा Muslim samaaj me chudai ka majaa nirala
- माँ बेटे की चुदाई की कहानी - मम्मी को चोदा - Maa bete ki chudai ki hindi kahani
- गन्दी बातें कर के चुदवातीं रहीं - Gandi baaten kar ke chudwati rahi
- गाली दे दे के चाटो लण्ड - Gali dekar lund chatne ka majaa
- घर की बीवियां घर के लण्ड - Parivarik chudai ki kahaniyan
- बीवी और बहन चुद गई ट्रेन में Biwi aur bahan chud gayi train me - Real Sex story
- दीदी की चुदाई - बहन को चुदवाते हुए पकड़ लिया - Didi Ko Chudai Karte Pakad Liya
- छोटी उम्र की नादान लड़की की चुदाई - 14 saal ki kunwari ladki ki chudai - Chhoti umar ka sex
- जिसे बांधी राखी उसी से चुदाई - Jise bandhi rakhi usi se chudwayi