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सुहागरात ग़ैर मर्दों के साथ - Suhagraat manayi gair mardon ke saath
सुहागरात ग़ैर मर्दों के साथ - Suhagraat manayi gair mardon ke saath , सुहागरात पर गैर मर्दों से चुदवाई , होटल में गैर मर्दों के साथ , दुसरे मर्दो के साथ सुहागरात मनाने के लिए मजबूर , गैर मर्द के साथ बनाये संबंध पति ने रंगे हाथ पकड़ा.
एक दिन हम चारों शादी शुदा लड़कियां बैठी हुई आपस में बातें कर रहीं थीं। मैं साइमा, मेरी खाला की बेटी रुबिका, मेरी फूफी की बेटी साजिया और मेरी मामू जान की बेटी हिना ? इतने में मेरी रेहाना खाला आ गयीं और बोली अरी भोसड़ी वालियों तुम सब ये क्या इधर उधर ऊँट पटांग की बातें कर रही हो ? अरे तुम लोगों की शादियां अभी अभी ३ महीने के अंदर ही हुई है तो कुछ चोदा चोदी की बातें करो. कुछ पकड़ा पकड़ी, पेला पेली की बातें करो ? कुछ लण्ड, बुर, चूत, गांड की बातें करो ? बहन चोद, मादर चोद, भोसड़ी की, माँ का लौड़ा, बहन का लण्ड, माँ का भोसड़ा की बातें करो जिससे लगे की जवान लड़कियां आपसे में बातें कर रही हैं। जवानी में इन्हीं सबके के बारे में बातें की जातीं हैं। अपनी अपनी सुहागरात की बातें करो। अपने अपने मरद के लण्ड के बारे में बताओ ? अपनी चुदाई का बखान करो तो कुछ मज़ा भी आये ?
मैंने कहा - खाला जान, अच्छा तुम ही बताओ की हम लोग किसके बारें में बात करें ?
खाला बोली :- देखो तुम्हारी सबकी शादी हो चुकी है और तुम सब मादर चोद अपनी अपनी सुहागरात मना कर आई हो। सुहागरात मनाने का मतलब है की चुदवाकर आई हो तो फिर उसकी बातें करो न ? गांड क्यों फट रही है तुम लोगों की खुल कर बातें करने में ? अब तुम लोग सच सच बताओ मुझे की किसकी सुहागरात में कितने लण्ड थे ? किसने कितने लण्ड से चुदवाकर अपनी सुहागरात मनाई ?
मैंने कहा - खाला मैं सबको सुनाऊँगी अपनी सुहागरात की बातें लेकिन मेरी शर्त यह है की तुम भी अपनी सुहागरात की बातें हमें बताओगी। अगर तुम्हेंअपना वादा नहीं निभाया तो फिर हम सब मिलकर मारेंगी तेरी गांड, समझीं मेरी बुर चोदी खाला ?
खाला बोली :- हां हां मार लेना मेरी गांड, साइमा ? लेकिन अगर मुझे यह मालूम पड़ा की किसी ने अपनी कहानी सही सही नहीं सुनाई तो मैं मारूंगी उसकी गांड वह भी सबके सामने ? बोलो मंजूर है सबको ?
सब लड़कियों ने एक स्वर में कहा हां हमें मंजूर है। सबसे पहले मैंने अपनी कहानी सुनाना शुरू की।
मैंने ( साइमा ) बताया :- मेरी जब सुहागरात थी तो मेरी नन्द मुझसे ज्यादा खुश नज़र आ रही थी। उसका नाम है फ़िदा। तब तक मुझे मालूम हुआ की मेरी सुहागरात का सारा इंतज़ाम मेरी नन्द ही कर रही है। वह बार बार मेरे पास आती और इधर उधर की बातें कर के चली जाती। वह बोली देखो भाभी कमरे में एक गिलास दूध रखा है। मिठाई रखी है। पानी रखा है। बाकी सारा सामान रेज़र, ब्लेड, कैंची, हेयर रिमूवर आदि बाथ रूम में रखा है। हर तरह की क्रीम, लोशन, इत्र, आयल, साबुन, टॉवल, नैपकीन सब कुछ रखा है। फिर भी अगर किसी चीज की जरुरत हो तो मुझे मिस्ड कॉल कर देना। मैं फ़ौरन हाज़िर हो जाऊँगी। फिर चुपचाप मेरे पास आई बोली भाभी आपने झांटें बना लीं हैं ? मैंने कहा नहीं यार मैंने तो नहीं बनायीं। वह बोली फिर तो ठीक है। मेरे भाई जान को छोटी छोटी झांटों वाली चूत पसंद है। मेरा मन हुआ की मैं उससे पूंछ लूँ की तुझे बुर चोदी यह बात कैसे मालूम है फ़िदा ? फिर मैंने पूंछ ही लिया।
वह बोली अरे भाभी मेरी बड़ी भाभी ने यह बात बताई मुझे। और फिर मेरी २/३ सहेलियों ने भी मुझसे ऐसा ही कहा। मैंने कहा तो इसका मतलब साफ़ है फ़िदा की तेरा भाई जान अपनी भाभी की बुर चोदता है और तेरी सहेलियां भी चोदता है वो ? वह बोली अरे भाभी यह तो सब चलता ही रहता है। यहाँ कोई इन बातों की परवाह नहीं करता ? हां एक बात है की तेरे शौहर थोड़ा रंगीन मिज़ाज़ है भाभी ? मैं मन ही मन खुश हुई की अब मैं इसी बात का फायदा उठाया करूंगी। सुहागरात शुरू हुई तो मेरा शौहर बन ठन कर आया। थोड़ी प्यार की बातें कीं और फिर धीरे धीरे मेरे कपड़े उतारे मैंने भी उसके कपड़े उतारे। मैं भी नंगी हो गयी और वह भी नंगा हो गया। उसने मेरा बदन खूब सहलाया और मैंने भी उसके लण्ड का मज़ा लिया। लण्ड मुझे पसंद भी आया और फिर उसने लौड़ा मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मैं चुदवाने लगी। मैंने यह महसूस किया की वह पहली बार नहीं चोद रहा है उसे चोदने का अच्छा खासा अनुभव है।
मैंने भी उसे अहसास कराया की मैं कोई पहली बार नहीं चुदवा रहीं हूँ। मैं भी पहले कई लोगों से चुदवा चुकी हूँ। लेकिन फिर ऐसा हुआ की वह बहन चोद खलास हो गया। मैं चुदासी ही बनी रही। जाते जाते वह बोला साइमा अब तू बाकी रात मेरे दोस्तों के साथ गुज़ारो ? वह चला गया। उसके जाने के बाद मेरी नन्द आ गयी और उसके पीछे दो लड़के एकदम नंगे नंगे खड़े थे। और खड़े थे दोनों के लण्ड ? वह बोली साइमा भाभी अब तुम मस्ती से इन दोनों से चुदवाओ। ये दोनों भाई जान के दोस्त हैं। उसने मेरे दोनों हाथ में एक एक लण्ड पकड़ा दिया और चली गयी। तब मैं समझ गयी की मेरी नन्द भोसड़ी की अपने भाई जान के इन दोनों दोस्तों से चुदवाती है ? खैर मुझे तो उस अमय लण्ड की सख्त जरुरत थी। मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चूसने लगी। खाला एक बात बताऊँ दोनों लण्ड मादर चोद बहुत ही बढ़िया थे। फिर मैंने उन दोनों के साथ खूब मजे से मनाया अपनी सुहागरात ? तो मेरी बुर चोदी खाला मेरी सुहागरात में तीन लण्ड थे ?
सबने मेरी कहानी सुनकर तालियां बजायीं।
खाला ने कहा अब तू बुर चोदी साजिया बता अपनी सुहागरात की कहानी।
साजिया ने बताया :- मेरी कहानी कुछ अलग है मामी जी। सुनकर तेरा भोसड़ा भी गनगना जायेगा ?
खाला ने जबाब दिया :- अगर मेरा भोसड़ा गनगना जायेगा साजिया, तो मैं तेरे मियां का लण्ड पेल लूंगी।
साजिया ने कहा :- तो लो सुनो मेरी कहानी। मेरा शौहर अपनी सुहागरात मनाने मुझे गोवा लेकर गया। हम दोनों एक होटल में ठहर गए। मैं एक बात बता दू सबको की मैं ब्लू फिल्म देखने की बहुत शौक़ीन हूँ। बातों ही बातों में मुझे यह भी मालूम हुआ की मेरे मियां भी ब्लू फ़िल्में बहुत शौक़ीन है। हम दोनों बहुत खुश हुए। मैंने उसे यह भी बताया की मुझे "husband swapping" की ब्लू फिल्म बहुत अच्छी लगतीं हैं। उसने कहा मुझे "wife swapping" की ब्लू फ़िल्में बहुत अच्छी लगतीं हैं। तब तो हम दोनों की ख़ुशी का ठिकाना न रहा। पहली रात तो मुझे मेरे मियां ने ही चोदा। मैं भी खुश थी और वह भी।
"दूसरे दिन ही मैंने कहा यार पता लगाया जाये की यहाँ कहीं बीवियों की अदला बदली होती है की नहीं ? पता लग जायेगा तो मैं किसी और की बीवी चोदूंगा नहीं तो तुम्हे चोदूंगा। मैंने कहा हां बिलकुल मैं भी पता लगाती हूँ। अगर पता लग जायेगा तो मैं किसी और से चुदवाऊँगी नहीं तो तुमसे चुदवाऊँगी"
हम दोनों ने पता लगाना शुरू कर दिया।
लंच के टाइम पर हम लोग रेस्टोरेंट में खाना का रहे थे तभी मेरी नज़र एक लड़की पर पड़ी। मैं उसके पास गयी और बोली अरी लोरा तू बुर चोदी यहाँ क्या गांड मराने आई है अपनी ? (लोरा मेरी कॉलेज की फ्रेंड है) वह चुपके से मुझे एक कोने में ले गयी और बोली मैं गांड मराने नहीं आई हूँ। मैं बुर चुदवाने आई हूँ, भोसड़ी की साजिया। सच तो यह है की मैं यहाँ अपना हनीमून मनाने आई हूँ। यह है मेरा हसबैंड मिस्टर रॉबर्ट ? मैं उससे मिली और मज़ा आया। मैंने भी उसे अपने हसबैंड नदीम से मिलवाया। वह भी मुस्करा पड़ी। फिर मैंने भी कहा यार मैं भी अपना हनीमून मनाने आई हूँ। थोड़ी देर में वह मुझे फिर एक कोने में ले गयी और बोली - मेरे हबी के साथ मनाओगी हनीमून ? मैं तो यह सुनकर उछल पड़ी। मैंने जबाब दिया हां मनाऊँगी अगर तुम मेरे मियां के साथ मना लो हनीमून ? उसने आँखों से हां का इशारा कर दिया।
बस मेरी चूत में खलभली मच गयी। मैंने यह बात जबअपने मियां को बताई तो उसका चेहरा खिल उठा। वह बोला अरे वाह तब तो आज मुझे लोरी की बुर चोदने को मिलेगी। देखो मेरा लौड़ा अभी से खड़ा हो गया साला। मैंने कहा और मुझे रॉबर्ट का लौड़ा मिलेगा चुदवाने को देखो मेरी चूत साली अभी से चुलबुलाने लगी। बस शाम को वे दोनों मेरे कमरे में आ गए। एक बात तो इस्ससे साफ़ हो गयी की न मुझे उसके किसी की बीवी चोदने पर कोई ऐतराज़ था और न उसे मेरे किसी गैर मरद से चुदवाने पर उसे कोई ऐतराज़ था। हमने दारू निकाली और हम चारों मस्ती से पीने लगे दारू. थोड़ी देर में लोरी बोली यार मैं यहाँ चार दिन से दूसरों के husband से चुदवा रही हूँ और मेरा husband दूसरों की बीवियां चोद रहा है। यहाँ जितने कपल हैं उनमे से अधिकतर मादर चोद बीवी अदल बदल कर चोदा चोदी करते हैं। यह बात सुनते ही मैंने रॉबर्ट के लण्ड पर हाथ रख दिया और लोरी ने मेरे मियां के लण्ड पर।
रॉबर्ट मेरी चूंचियां दबाने लगा और मेरा मियां लोरी की चूंचियां। देखते ही देखते हम दोनों कपल एकदम नंगे हो गये। मैंने झुक कर रॉबर्ट का लौड़ा चूसने लगी और लोरी मेरे मियां का लौड़ा। मस्ती छाने लगी क्योंकि हमारी तमन्ना पूरी हो रही थी।
साजिया ने कहा :- जानती हो रेहाना मामी जान, मैं तो शादी के पहले से ही कई लोगों से चुदवाती आ रही हूँ इसलिए किसी मरद के आग नंगी होने में और उससे चुदवाने में मुझे कोई शर्म नहीं आती।
रेहाना बोली :- अरी साजिया तेरी बुर चोदी माँ को भी पराये मर्दों से चुदवाने में कोई शर्म नहीं आती ?
मैंने जब रॉबर्ट का लौड़ा अपनी चूत में पेला और अपने मियां के आगे उससे चुदवाने लगी तो मुझे बड़ा मज़ा आया। मैंने देखा की मेरा मियां भी मुझे देख देख कर रॉबर्ट की बीवी चोद रहा है। हम दोनों वाकई बेहद खुश थे। मुझे यकीन हो गया की मुझे यहाँ कई लण्ड मिलेगें चुदवाने को और मेरे मियां को कई बुर मिलेंगीं चोदने को। बस मेरी चुदाने की स्पीड बढ़ गयी और उधर मेरे मियां की स्पीड लोरी को बुर चोदने की। मुझे रॉबर्ट का लण्ड पसंद आ गया और मेरे मियां को लोरी की चूत।
चुदाई के बाद लोरी ने बताया की मेरे पास उन लोगों की लिस्ट है जो wife swapping करतें हैं। उसने एक कागज़ निकाला और मुझे पकड़ा दिया। उसमे कई कमरों के नंबर लिखे थे जो अदला बदली की चुदाई करतें हैं।
दूसरे दिन रात के १२ बजे मैंने एक कमरे की घंटी यूँ ही बजा दी। अंदर से एक बीवी निकली उसने मुझे husband wife देखा और बोली हां अंदर आ जाओ। मैं अंदर घुसी तो देखा की वहां तीन मरद एकदम नंगे लेटे हैं। उनके लण्ड खड़े है। दो बीवियां नंगी नंगी बैठी हुई लण्ड चाट रही हैं। वह बोली आप लोग भी कपड़े उतारो और एक दूसरे के husband का लण्ड चाटना शुरू कर दो। यहाँ अभी ३ कपल थे अब चार हो गये। ये लोग एक दूसरे की बीवी चोदेंगें। यहाँ हम लोग husband अदल बदल कर हनीमून मना रहीं हैं। बस मैंने नंगी होकर एक लौड़ा अपने मुंह में घुसेड़ लिया। उधर एक बीवी ने मेरे मियां का लण्ड अपने मुंह में घुसेड़ लिया। उस रात मैंने तीन तीन लण्ड से चुदवाया।
खाला ने पूंछा - तो फिर साजिया तूने कितने लण्ड से चुदवाकर मनाई अपनी सुहागरात ?
साजिया बोली :- मैंने लण्ड गिना नहीं पर हां १०/१२ लण्ड से कम नहीं।
सबने खूब तालियां बजाईं।
खाला ने कहा :- तुम भोसड़ी वालियों ने बड़ा मज़ा किया अपनी सुहागरात में ? अब यह मेरी बेटी बताएगी बुर चोदी की इसने सुहागरात में कितने लण्ड पेले अपनी चूत में।
रुबिका ने बताना शुरू किया :- मेरी सुहागरात इतनी मजेदार और मसाले दार होगी इसकी उम्मीद तो मुझे भी नहीं थी। मैंने अभी तक किसी को बताया नहीं अपनी सुहागरात की बातें अम्मी को भी नहीं ? पर आज सबके सामने सामने खुल्लम खुल्ला बताने जा रही हूँ। सुहागरात के दिन ही मेरी सास ने ऐलान कर दिया की आज यहाँ इस घर में केवल शादी शुदा लड़कियां और औरतें ही रहेंगी। बाकी लोग सब बगल के मकान में चले जायें। फिर वह मेरे पास आयीं उसके साथ उसकी बेटी यानी मेरी नन्द भी थी। सास बोली देखो रुबिका बहू अब तेरी शादी हो चुकी है। आज तेरी सुहागरात है। मैं तुमसे खुल कर बातें कर रही हूँ।
"ये जो भोसड़ी की चूत है न, बहू, ये जब गरम हो जाती है तो सारे नाते रिश्ते भूल जाती है। इसे सिर्फ लौड़ा ही नज़ारा आता है, लौड़ा मादर चोद चाहे जिसका हो ? इसी तरह जब लण्ड तन कर खड़ा हो जाता है तो उसे कोई नाता रिस्ता याद नहीं रहता। उसे तो सिर्फ चूत नज़र आती है, चूत बुर चोदी चाहे जिसकी हो"
सास की यह बेबाक बात सुनकर मेरी चूत की ऐसी की तैसी हो गयी। उसने यह बात मुझसे तब कहीं जब की उसकी बेटी बगल में बैठी थी। मैं जान गयी की इन दोनों के सम्बन्ध कैसे हैं। मेरी नन्द भी शादी शुदा थी। उसने अपनी अम्मी की बातें बड़े मजे से सुनीं।
सास के जाने के बाद नन्द बोली भाभी अब मैं आपको सही सही बतलाती हूँ। हमारे यहाँ रिवाज़ है की सुहागरात में दूल्हा दुल्हन एक कमरे में होतें है। दुल्हन दूल्हे को बड़े प्यार सेअपनी बुर देती है। यानी दुल्हन की बुर में पहला लण्ड दूल्हे का जाता है उसके बाद कितने लण्ड उसकी चूत में घूसतें है इसकी कोई गिनती नहीं होती। उधर कमरे के बाहर रात भर चोदी होती है। कौन किसको चोदता है और कौन किससे चुदवाती है इसकी भी कोई गिनती नहीं होती। हां एक बात जरूर है की कोई भोसड़ी वाला मरद अपनी बीवी नहीं चोदता और कोई बुर चोदी बीवी अपने मियां से नहीं चुदवाती। इसका मतलब सब मादर चोद दूसरों की बीवियां चोदतें हैं और सभी बीवियां दूसरे मर्दों से चुदवातीं है. यह सब खुले आम होता है। किसी परदे की जरुरत नहीं होती। यहाँ सुहागरात किसी की भी हो, सब लोग मिलकर इसे जश्न के रूप में मनाते हैं और इसमें चोदने चुदाने की कोई बंदिश नहीं होती ?
मैं यह सुनकर खुश हुई और थोड़ा सोंचने लगी की आज रात को क्या क्या होने वाला है ? रात को मेरा शौहर आया और मुझे चोद कर गया। लेकिन मैं चुदासी ही रह गयी। मैं खलास नहीं हुई थी जबकि वह खलास होकर चला गया। इतने में मेरी नन्द कमरे में घुस आई.वह भोसड़ी की मेरी तरह बिलकुल नंगी थी। उसने मेरे हाथ में एक लौड़ा पकड़ा दिया और बोली लो भाभी अब तुम इससे चुदवाओ। यह मेरा शौहर है और मैं अपने जीजा से चुदवाने जा रही हूँ। चुदाने के बाद सीधे तेरे पास आऊँगी। मैं अपने नंदोई का लौड़ा चाटने लगी। उस समय मुझे लौड़ा बहुत अच्छा लगा। मेरी चूत तो तैयार थी ही। मैंने लौड़ा अपनी बुर में घुसा लिया और मस्ती से चुदवाने लगी। थोड़ी देर में मैं खलास हो गयी और वह भी। वह जब चला गया तो मैं बाथ रूम गयी और मजे से तैयार होकर फिर बेड पर आ गयी। उसकेआधे घंटे के बाद नन्द फिर आ गयी। उसके आते ही मैंने कहा बड़ा मोटा है लौड़ा तेरे शौहर का यार ?
वह बोली अब मैं उससे भी मोटा लौड़ा तेरी चूत में पेलने जा रही हूँ भाभी लेकिन उससे पहले चलो मैं तुम्हे बाहर का नज़ारा दिखाती हूँ। मैंने कहा अरे कपड़े तो पहन लूँ ? वह बोली कोई जरूरत नहीं है भाभी। वो सब भोसड़ी के नंगे ही हैं मरद हो चाहे औरत ? देखो न भाभी, तेरी जेठानी मेरे देवर से चुदवा रही है, मेरी दीदी मामू जान का लण्ड चूस रही हैं, मेरी खाला मेरे चाचू से चुदवा रही है, मेरा नंदोई मेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा है, तेरा शौहर मेरी नन्द की बुर ले रहा है, फूफी बुर चोदी मेरे दीदी के ससुर से चुदवा रही है, फूफी के बेटी मेरे अब्बू का लण्ड पी रही है। पूरा घर साला रंडी खाना बना हुआ है। और ये सारे लोग एक बुर से लौड़ा निकाल कर दूसरी बुर में पेल देतें हैं। बीवियां भी एक लौड़ा अपनी बुर से निकाल कर दूसरा लौड़ा पेल लेतीं हैं। मेरी अम्मी ने कहा था न की रात में सिर्फ लण्ड और चूत का रिस्ता होता है बाकि रिश्तों की माँ का भोसड़ा ? तो यह है भाभी लण्ड और चूत के रिश्ते का खेल ? मैंने कहा अब तू बुर चोदी नन्द कोई भी लौड़ा पेल दे मेरी चूत में ? इतने में नन्द में मुझे एक मोटा सा लौड़ा पकड़ा दिया और बोली है मेरा खालू। इसका लौड़ा पहले वाले से ज्यादा बड़ा है। तेरी चूत को बड़ा मज़ा आ जायेगा भाभी।
मैं अपने खालू ससुर से चुदवाने लगी। मुझे वाकई उसका लौड़ा बड़ा मोटा और मजेदार लगा , मैं मस्त होकर बड़ी देर तक चुदवाती रही। अब तो मुझे मोटे लण्ड बड़े प्यारे लगने लगे। वह बोला बहू तेरी चूत तो बड़ी लाज़बाब है। तेरी नन्द भी भोसड़ी किंसी तरह मस्त होकर चुदवाती है। उसने मुझे हर तरफ से चोदा और आखिर में मेरी चूंचियों पर झड़ कर चला गया। मुझे लगा की मैं अब सो जाऊं रात काफी हो गयी है। तभी मेरी नन्द बहन की लौड़ी फिर आ गयी और बोली अरे भाभी ये मेरा ससुर है। देखो न कैसे अपना लौड़ा खड़ा किये हुए घूम रहा है। ,ये तो मादर चोद तेरी बुर चोदने के लिए बड़ा बेकरार है भाभी ? ये तो साला भोसड़ी का अपनी बिटिया की बुर भी लेता है भाभी। मैंने हाथ बढ़ा कर लौड़ा पकड़ लिया तो मुझे लगा की हां इससे चुदाने में मज़ा आएगा। मैं झुक कर लौड़ा चूसने लगी।
तो यह है मेरी सुहागरात की कहानी ?
खाला बोली :- तेरी माँ की चूत रुबिका तूने तो यह बताया ही नहीं की कितने लौड़ों ने चोदा तुम्हे ?
रुबिका बोली :- बता तो दिया अब लौड़ा तुम खुद गिन लो न मेरी हरामजादी अम्मी ? उसमे दो लौड़े और जोड़ लो जो मुझे सवेरे सवेर सवेरे चोद कर गये।
खाला बोली :- हां अब तू बुर चोदी हिना बता अपनी सुहागरात की बात ?
हिना ने बताया :- सबसे पहले मैं कहती हूँ की मेरी सुहागरात में ४ लण्ड थे। मेरा शौहर मुझे एक गेस्ट हाउस ले गया हो शहर से बहुत दूर था। मुझे कुछ भी नहीं मालूम था की क्या होने वाला है ? मैं जब यहाँ पहुंची तो मुझे मालूम हुआ की यहाँ तो चार कपल आये हुए हैं। फिर भी मैं हिचकिचाई नहीं। मेरे शौहर जावेद ने जब मुझसे कहा की ये सब लोग मेरे दोस्त है तो मैंने सोंचा की शायद यह कोई इत्तिफ़ाक़ है। थोड़ी देर बाद चारों कपल एक ही कमरे में बैठ गए। मेरा मियां बोलाआप लोग सब अपनीअपनी बीवी के साथ परिचय दीजिये। सबसे पहले मैं बताता हूँ मैं जावेद हूँ यह मेरी बीवी हिना है। मेरी शादीअभी दो दिन पहले हुई है और मैं यहाआप लोगों के साथ सुहागरात मनाने आया हूँ। मैंने पहले ही सोंच रखा था की मैं अपनी सुहागरात अपने दोस्तों के साथ मनाऊंगा। यह सुनकर मेरे मन में कुछ कुछ होने लगा। तब तक दूसरा बोला मैं असद हूँ मेरी बीवी रिया है। हमारी शादी के ६ महीने हो गये हैं। मेरी बीवी को मालूम है की आज वह ग़ैर मर्दों के साथ अपनी सुहागरात फिर से मनाएगी। ये तो ऐसे मौकों की तलास में हमेशा रहती है।
अब तो मेरा संदेह साफ़ हो गया। मैं जान गयी की आज ये साले सब मुझे चोदने वाले हैं। तब तक तीसरा बोला मैं नियाज़ हूँ और यह मेरी बीवी आसिया है। मैंने इसे आज का प्लान बता दिया है । ये तो ख़ुशी के मारे उछल पड़ी क्योंकि इसे तो पराये मर्दों के लण्ड से बेहद प्यार है। चौथे ने कहा मैं रज़ा हूँ और यह मेरी बीवी सोहा है। सच बताऊँ मैं अपनी बीवी तुम सब लोगों से चुदवाने आया हूँ। उसके बाद दारू चालू हो गयी। मैं भी सबके साथ पीने लगी। मैंने देखा की बीवियां भोसड़ी की बढ़ चढ़ कर दारू पी रहीं हैं।
तब तक मेरा मियां बोला यार देखो अब सब लोग पहले अपनी अपनी बीवी की बुर में अपना अपना लण्ड पेलो और फिर अपनी बीवी की बुर से लण्ड निकाल कर दूसरे की बीवी की बुर में पेलो।
फिर क्या देखते ही देखते सब लोग बहन चोद नंगे हो गये , सब बीवियों ने नंगी होकर अपने अपने मरद का लौड़ा पकड़ लिया। मैं भी अपने मियां का लौड़ा हिलाने लगी। चारों लण्ड टन टना कर खड़े हो गये।
मैं चूस तो रही थी अपने मियां का लण्ड लेकिन मेरी निगाह सबके लण्ड पर थी। थोड़ी देर में मेरे मियां ने लौड़ा मेरी बुर में पेल दिया और चोदने लगा। फिर अचानक उसने लण्ड निकाल कर असद की बीवी की बुर में घुसेड़ दिया। असद ने अपना लण्ड नियाज़ की बीवी की बुर में घुसा दिया, नियाज़ ने अपना लण्ड रज़ा की बीवी की बुर में पेल दिया और चोदने लगा। फिर रज़ा ने मेरी बुर में लौड़ा घुसा दिया मैं भी मस्त होकर चुदवाने लगी। इस तरह मैंने रात भर इन चारों लौड़ों से खूब जम कर चुदवाया और पूरा मज़ा लिया। उसके बाद दो दिन तक हम सब नंगे नंगे ही रहे और लोग एक दूसरे की बीवी चोदते रहें। बीवियां भी मादर चोद दूसरे मर्दों से भकाभक चुदवातीं रहीं।
सबने फिर मजे से तालियां बजाईं।
खाला ने कहा तुम सब लोगों की कहानियां सुनकर मेरा भोसड़ा साला धधकने लगा है। मुझे अब इसमें लौड़ा घुसेड़ना पड़ेगा । लेकिन उसके पहले मैं एक बात बताना चाहती हूँ। देखो मैंने तुम सबके मियों को बुला लिया है। आज रात तुम सब एक ही कमरे में एक दूसरे के मियां से चुदवाओगी। हम सब मिलकर देखेंगीं की हमारी बेटियां कैसे गैर मर्दों से चुदवातीं हैं ? उसके बाद तो फिर रात में घर पूरा रंडी खाना बन गया। मेरी अम्मी खाला मेरी फूफी मेरी मम्मी जान सब गैर मर्दों से चुदवाने लगीं। उसी किसी ने अपनी बीवी नहीं चोदी सब भोसड़ी की दूसरे की बीवी ही चोदते रहे। किसी बीवी ने अपने मरद से नहीं चुदवाया। सब बुर चोदी पराये मर्दों से ही चुदवातीं रहीं।
मैंने कहा - खाला जान, अच्छा तुम ही बताओ की हम लोग किसके बारें में बात करें ?
खाला बोली :- देखो तुम्हारी सबकी शादी हो चुकी है और तुम सब मादर चोद अपनी अपनी सुहागरात मना कर आई हो। सुहागरात मनाने का मतलब है की चुदवाकर आई हो तो फिर उसकी बातें करो न ? गांड क्यों फट रही है तुम लोगों की खुल कर बातें करने में ? अब तुम लोग सच सच बताओ मुझे की किसकी सुहागरात में कितने लण्ड थे ? किसने कितने लण्ड से चुदवाकर अपनी सुहागरात मनाई ?
मैंने कहा - खाला मैं सबको सुनाऊँगी अपनी सुहागरात की बातें लेकिन मेरी शर्त यह है की तुम भी अपनी सुहागरात की बातें हमें बताओगी। अगर तुम्हेंअपना वादा नहीं निभाया तो फिर हम सब मिलकर मारेंगी तेरी गांड, समझीं मेरी बुर चोदी खाला ?
खाला बोली :- हां हां मार लेना मेरी गांड, साइमा ? लेकिन अगर मुझे यह मालूम पड़ा की किसी ने अपनी कहानी सही सही नहीं सुनाई तो मैं मारूंगी उसकी गांड वह भी सबके सामने ? बोलो मंजूर है सबको ?
सब लड़कियों ने एक स्वर में कहा हां हमें मंजूर है। सबसे पहले मैंने अपनी कहानी सुनाना शुरू की।
मैंने ( साइमा ) बताया :- मेरी जब सुहागरात थी तो मेरी नन्द मुझसे ज्यादा खुश नज़र आ रही थी। उसका नाम है फ़िदा। तब तक मुझे मालूम हुआ की मेरी सुहागरात का सारा इंतज़ाम मेरी नन्द ही कर रही है। वह बार बार मेरे पास आती और इधर उधर की बातें कर के चली जाती। वह बोली देखो भाभी कमरे में एक गिलास दूध रखा है। मिठाई रखी है। पानी रखा है। बाकी सारा सामान रेज़र, ब्लेड, कैंची, हेयर रिमूवर आदि बाथ रूम में रखा है। हर तरह की क्रीम, लोशन, इत्र, आयल, साबुन, टॉवल, नैपकीन सब कुछ रखा है। फिर भी अगर किसी चीज की जरुरत हो तो मुझे मिस्ड कॉल कर देना। मैं फ़ौरन हाज़िर हो जाऊँगी। फिर चुपचाप मेरे पास आई बोली भाभी आपने झांटें बना लीं हैं ? मैंने कहा नहीं यार मैंने तो नहीं बनायीं। वह बोली फिर तो ठीक है। मेरे भाई जान को छोटी छोटी झांटों वाली चूत पसंद है। मेरा मन हुआ की मैं उससे पूंछ लूँ की तुझे बुर चोदी यह बात कैसे मालूम है फ़िदा ? फिर मैंने पूंछ ही लिया।
वह बोली अरे भाभी मेरी बड़ी भाभी ने यह बात बताई मुझे। और फिर मेरी २/३ सहेलियों ने भी मुझसे ऐसा ही कहा। मैंने कहा तो इसका मतलब साफ़ है फ़िदा की तेरा भाई जान अपनी भाभी की बुर चोदता है और तेरी सहेलियां भी चोदता है वो ? वह बोली अरे भाभी यह तो सब चलता ही रहता है। यहाँ कोई इन बातों की परवाह नहीं करता ? हां एक बात है की तेरे शौहर थोड़ा रंगीन मिज़ाज़ है भाभी ? मैं मन ही मन खुश हुई की अब मैं इसी बात का फायदा उठाया करूंगी। सुहागरात शुरू हुई तो मेरा शौहर बन ठन कर आया। थोड़ी प्यार की बातें कीं और फिर धीरे धीरे मेरे कपड़े उतारे मैंने भी उसके कपड़े उतारे। मैं भी नंगी हो गयी और वह भी नंगा हो गया। उसने मेरा बदन खूब सहलाया और मैंने भी उसके लण्ड का मज़ा लिया। लण्ड मुझे पसंद भी आया और फिर उसने लौड़ा मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मैं चुदवाने लगी। मैंने यह महसूस किया की वह पहली बार नहीं चोद रहा है उसे चोदने का अच्छा खासा अनुभव है।
मैंने भी उसे अहसास कराया की मैं कोई पहली बार नहीं चुदवा रहीं हूँ। मैं भी पहले कई लोगों से चुदवा चुकी हूँ। लेकिन फिर ऐसा हुआ की वह बहन चोद खलास हो गया। मैं चुदासी ही बनी रही। जाते जाते वह बोला साइमा अब तू बाकी रात मेरे दोस्तों के साथ गुज़ारो ? वह चला गया। उसके जाने के बाद मेरी नन्द आ गयी और उसके पीछे दो लड़के एकदम नंगे नंगे खड़े थे। और खड़े थे दोनों के लण्ड ? वह बोली साइमा भाभी अब तुम मस्ती से इन दोनों से चुदवाओ। ये दोनों भाई जान के दोस्त हैं। उसने मेरे दोनों हाथ में एक एक लण्ड पकड़ा दिया और चली गयी। तब मैं समझ गयी की मेरी नन्द भोसड़ी की अपने भाई जान के इन दोनों दोस्तों से चुदवाती है ? खैर मुझे तो उस अमय लण्ड की सख्त जरुरत थी। मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चूसने लगी। खाला एक बात बताऊँ दोनों लण्ड मादर चोद बहुत ही बढ़िया थे। फिर मैंने उन दोनों के साथ खूब मजे से मनाया अपनी सुहागरात ? तो मेरी बुर चोदी खाला मेरी सुहागरात में तीन लण्ड थे ?
सबने मेरी कहानी सुनकर तालियां बजायीं।
खाला ने कहा अब तू बुर चोदी साजिया बता अपनी सुहागरात की कहानी।
साजिया ने बताया :- मेरी कहानी कुछ अलग है मामी जी। सुनकर तेरा भोसड़ा भी गनगना जायेगा ?
खाला ने जबाब दिया :- अगर मेरा भोसड़ा गनगना जायेगा साजिया, तो मैं तेरे मियां का लण्ड पेल लूंगी।
साजिया ने कहा :- तो लो सुनो मेरी कहानी। मेरा शौहर अपनी सुहागरात मनाने मुझे गोवा लेकर गया। हम दोनों एक होटल में ठहर गए। मैं एक बात बता दू सबको की मैं ब्लू फिल्म देखने की बहुत शौक़ीन हूँ। बातों ही बातों में मुझे यह भी मालूम हुआ की मेरे मियां भी ब्लू फ़िल्में बहुत शौक़ीन है। हम दोनों बहुत खुश हुए। मैंने उसे यह भी बताया की मुझे "husband swapping" की ब्लू फिल्म बहुत अच्छी लगतीं हैं। उसने कहा मुझे "wife swapping" की ब्लू फ़िल्में बहुत अच्छी लगतीं हैं। तब तो हम दोनों की ख़ुशी का ठिकाना न रहा। पहली रात तो मुझे मेरे मियां ने ही चोदा। मैं भी खुश थी और वह भी।
"दूसरे दिन ही मैंने कहा यार पता लगाया जाये की यहाँ कहीं बीवियों की अदला बदली होती है की नहीं ? पता लग जायेगा तो मैं किसी और की बीवी चोदूंगा नहीं तो तुम्हे चोदूंगा। मैंने कहा हां बिलकुल मैं भी पता लगाती हूँ। अगर पता लग जायेगा तो मैं किसी और से चुदवाऊँगी नहीं तो तुमसे चुदवाऊँगी"
हम दोनों ने पता लगाना शुरू कर दिया।
लंच के टाइम पर हम लोग रेस्टोरेंट में खाना का रहे थे तभी मेरी नज़र एक लड़की पर पड़ी। मैं उसके पास गयी और बोली अरी लोरा तू बुर चोदी यहाँ क्या गांड मराने आई है अपनी ? (लोरा मेरी कॉलेज की फ्रेंड है) वह चुपके से मुझे एक कोने में ले गयी और बोली मैं गांड मराने नहीं आई हूँ। मैं बुर चुदवाने आई हूँ, भोसड़ी की साजिया। सच तो यह है की मैं यहाँ अपना हनीमून मनाने आई हूँ। यह है मेरा हसबैंड मिस्टर रॉबर्ट ? मैं उससे मिली और मज़ा आया। मैंने भी उसे अपने हसबैंड नदीम से मिलवाया। वह भी मुस्करा पड़ी। फिर मैंने भी कहा यार मैं भी अपना हनीमून मनाने आई हूँ। थोड़ी देर में वह मुझे फिर एक कोने में ले गयी और बोली - मेरे हबी के साथ मनाओगी हनीमून ? मैं तो यह सुनकर उछल पड़ी। मैंने जबाब दिया हां मनाऊँगी अगर तुम मेरे मियां के साथ मना लो हनीमून ? उसने आँखों से हां का इशारा कर दिया।
बस मेरी चूत में खलभली मच गयी। मैंने यह बात जबअपने मियां को बताई तो उसका चेहरा खिल उठा। वह बोला अरे वाह तब तो आज मुझे लोरी की बुर चोदने को मिलेगी। देखो मेरा लौड़ा अभी से खड़ा हो गया साला। मैंने कहा और मुझे रॉबर्ट का लौड़ा मिलेगा चुदवाने को देखो मेरी चूत साली अभी से चुलबुलाने लगी। बस शाम को वे दोनों मेरे कमरे में आ गए। एक बात तो इस्ससे साफ़ हो गयी की न मुझे उसके किसी की बीवी चोदने पर कोई ऐतराज़ था और न उसे मेरे किसी गैर मरद से चुदवाने पर उसे कोई ऐतराज़ था। हमने दारू निकाली और हम चारों मस्ती से पीने लगे दारू. थोड़ी देर में लोरी बोली यार मैं यहाँ चार दिन से दूसरों के husband से चुदवा रही हूँ और मेरा husband दूसरों की बीवियां चोद रहा है। यहाँ जितने कपल हैं उनमे से अधिकतर मादर चोद बीवी अदल बदल कर चोदा चोदी करते हैं। यह बात सुनते ही मैंने रॉबर्ट के लण्ड पर हाथ रख दिया और लोरी ने मेरे मियां के लण्ड पर।
रॉबर्ट मेरी चूंचियां दबाने लगा और मेरा मियां लोरी की चूंचियां। देखते ही देखते हम दोनों कपल एकदम नंगे हो गये। मैंने झुक कर रॉबर्ट का लौड़ा चूसने लगी और लोरी मेरे मियां का लौड़ा। मस्ती छाने लगी क्योंकि हमारी तमन्ना पूरी हो रही थी।
साजिया ने कहा :- जानती हो रेहाना मामी जान, मैं तो शादी के पहले से ही कई लोगों से चुदवाती आ रही हूँ इसलिए किसी मरद के आग नंगी होने में और उससे चुदवाने में मुझे कोई शर्म नहीं आती।
रेहाना बोली :- अरी साजिया तेरी बुर चोदी माँ को भी पराये मर्दों से चुदवाने में कोई शर्म नहीं आती ?
मैंने जब रॉबर्ट का लौड़ा अपनी चूत में पेला और अपने मियां के आगे उससे चुदवाने लगी तो मुझे बड़ा मज़ा आया। मैंने देखा की मेरा मियां भी मुझे देख देख कर रॉबर्ट की बीवी चोद रहा है। हम दोनों वाकई बेहद खुश थे। मुझे यकीन हो गया की मुझे यहाँ कई लण्ड मिलेगें चुदवाने को और मेरे मियां को कई बुर मिलेंगीं चोदने को। बस मेरी चुदाने की स्पीड बढ़ गयी और उधर मेरे मियां की स्पीड लोरी को बुर चोदने की। मुझे रॉबर्ट का लण्ड पसंद आ गया और मेरे मियां को लोरी की चूत।
चुदाई के बाद लोरी ने बताया की मेरे पास उन लोगों की लिस्ट है जो wife swapping करतें हैं। उसने एक कागज़ निकाला और मुझे पकड़ा दिया। उसमे कई कमरों के नंबर लिखे थे जो अदला बदली की चुदाई करतें हैं।
दूसरे दिन रात के १२ बजे मैंने एक कमरे की घंटी यूँ ही बजा दी। अंदर से एक बीवी निकली उसने मुझे husband wife देखा और बोली हां अंदर आ जाओ। मैं अंदर घुसी तो देखा की वहां तीन मरद एकदम नंगे लेटे हैं। उनके लण्ड खड़े है। दो बीवियां नंगी नंगी बैठी हुई लण्ड चाट रही हैं। वह बोली आप लोग भी कपड़े उतारो और एक दूसरे के husband का लण्ड चाटना शुरू कर दो। यहाँ अभी ३ कपल थे अब चार हो गये। ये लोग एक दूसरे की बीवी चोदेंगें। यहाँ हम लोग husband अदल बदल कर हनीमून मना रहीं हैं। बस मैंने नंगी होकर एक लौड़ा अपने मुंह में घुसेड़ लिया। उधर एक बीवी ने मेरे मियां का लण्ड अपने मुंह में घुसेड़ लिया। उस रात मैंने तीन तीन लण्ड से चुदवाया।
खाला ने पूंछा - तो फिर साजिया तूने कितने लण्ड से चुदवाकर मनाई अपनी सुहागरात ?
साजिया बोली :- मैंने लण्ड गिना नहीं पर हां १०/१२ लण्ड से कम नहीं।
सबने खूब तालियां बजाईं।
खाला ने कहा :- तुम भोसड़ी वालियों ने बड़ा मज़ा किया अपनी सुहागरात में ? अब यह मेरी बेटी बताएगी बुर चोदी की इसने सुहागरात में कितने लण्ड पेले अपनी चूत में।
रुबिका ने बताना शुरू किया :- मेरी सुहागरात इतनी मजेदार और मसाले दार होगी इसकी उम्मीद तो मुझे भी नहीं थी। मैंने अभी तक किसी को बताया नहीं अपनी सुहागरात की बातें अम्मी को भी नहीं ? पर आज सबके सामने सामने खुल्लम खुल्ला बताने जा रही हूँ। सुहागरात के दिन ही मेरी सास ने ऐलान कर दिया की आज यहाँ इस घर में केवल शादी शुदा लड़कियां और औरतें ही रहेंगी। बाकी लोग सब बगल के मकान में चले जायें। फिर वह मेरे पास आयीं उसके साथ उसकी बेटी यानी मेरी नन्द भी थी। सास बोली देखो रुबिका बहू अब तेरी शादी हो चुकी है। आज तेरी सुहागरात है। मैं तुमसे खुल कर बातें कर रही हूँ।
"ये जो भोसड़ी की चूत है न, बहू, ये जब गरम हो जाती है तो सारे नाते रिश्ते भूल जाती है। इसे सिर्फ लौड़ा ही नज़ारा आता है, लौड़ा मादर चोद चाहे जिसका हो ? इसी तरह जब लण्ड तन कर खड़ा हो जाता है तो उसे कोई नाता रिस्ता याद नहीं रहता। उसे तो सिर्फ चूत नज़र आती है, चूत बुर चोदी चाहे जिसकी हो"
सास की यह बेबाक बात सुनकर मेरी चूत की ऐसी की तैसी हो गयी। उसने यह बात मुझसे तब कहीं जब की उसकी बेटी बगल में बैठी थी। मैं जान गयी की इन दोनों के सम्बन्ध कैसे हैं। मेरी नन्द भी शादी शुदा थी। उसने अपनी अम्मी की बातें बड़े मजे से सुनीं।
सास के जाने के बाद नन्द बोली भाभी अब मैं आपको सही सही बतलाती हूँ। हमारे यहाँ रिवाज़ है की सुहागरात में दूल्हा दुल्हन एक कमरे में होतें है। दुल्हन दूल्हे को बड़े प्यार सेअपनी बुर देती है। यानी दुल्हन की बुर में पहला लण्ड दूल्हे का जाता है उसके बाद कितने लण्ड उसकी चूत में घूसतें है इसकी कोई गिनती नहीं होती। उधर कमरे के बाहर रात भर चोदी होती है। कौन किसको चोदता है और कौन किससे चुदवाती है इसकी भी कोई गिनती नहीं होती। हां एक बात जरूर है की कोई भोसड़ी वाला मरद अपनी बीवी नहीं चोदता और कोई बुर चोदी बीवी अपने मियां से नहीं चुदवाती। इसका मतलब सब मादर चोद दूसरों की बीवियां चोदतें हैं और सभी बीवियां दूसरे मर्दों से चुदवातीं है. यह सब खुले आम होता है। किसी परदे की जरुरत नहीं होती। यहाँ सुहागरात किसी की भी हो, सब लोग मिलकर इसे जश्न के रूप में मनाते हैं और इसमें चोदने चुदाने की कोई बंदिश नहीं होती ?
मैं यह सुनकर खुश हुई और थोड़ा सोंचने लगी की आज रात को क्या क्या होने वाला है ? रात को मेरा शौहर आया और मुझे चोद कर गया। लेकिन मैं चुदासी ही रह गयी। मैं खलास नहीं हुई थी जबकि वह खलास होकर चला गया। इतने में मेरी नन्द कमरे में घुस आई.वह भोसड़ी की मेरी तरह बिलकुल नंगी थी। उसने मेरे हाथ में एक लौड़ा पकड़ा दिया और बोली लो भाभी अब तुम इससे चुदवाओ। यह मेरा शौहर है और मैं अपने जीजा से चुदवाने जा रही हूँ। चुदाने के बाद सीधे तेरे पास आऊँगी। मैं अपने नंदोई का लौड़ा चाटने लगी। उस समय मुझे लौड़ा बहुत अच्छा लगा। मेरी चूत तो तैयार थी ही। मैंने लौड़ा अपनी बुर में घुसा लिया और मस्ती से चुदवाने लगी। थोड़ी देर में मैं खलास हो गयी और वह भी। वह जब चला गया तो मैं बाथ रूम गयी और मजे से तैयार होकर फिर बेड पर आ गयी। उसकेआधे घंटे के बाद नन्द फिर आ गयी। उसके आते ही मैंने कहा बड़ा मोटा है लौड़ा तेरे शौहर का यार ?
वह बोली अब मैं उससे भी मोटा लौड़ा तेरी चूत में पेलने जा रही हूँ भाभी लेकिन उससे पहले चलो मैं तुम्हे बाहर का नज़ारा दिखाती हूँ। मैंने कहा अरे कपड़े तो पहन लूँ ? वह बोली कोई जरूरत नहीं है भाभी। वो सब भोसड़ी के नंगे ही हैं मरद हो चाहे औरत ? देखो न भाभी, तेरी जेठानी मेरे देवर से चुदवा रही है, मेरी दीदी मामू जान का लण्ड चूस रही हैं, मेरी खाला मेरे चाचू से चुदवा रही है, मेरा नंदोई मेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा है, तेरा शौहर मेरी नन्द की बुर ले रहा है, फूफी बुर चोदी मेरे दीदी के ससुर से चुदवा रही है, फूफी के बेटी मेरे अब्बू का लण्ड पी रही है। पूरा घर साला रंडी खाना बना हुआ है। और ये सारे लोग एक बुर से लौड़ा निकाल कर दूसरी बुर में पेल देतें हैं। बीवियां भी एक लौड़ा अपनी बुर से निकाल कर दूसरा लौड़ा पेल लेतीं हैं। मेरी अम्मी ने कहा था न की रात में सिर्फ लण्ड और चूत का रिस्ता होता है बाकि रिश्तों की माँ का भोसड़ा ? तो यह है भाभी लण्ड और चूत के रिश्ते का खेल ? मैंने कहा अब तू बुर चोदी नन्द कोई भी लौड़ा पेल दे मेरी चूत में ? इतने में नन्द में मुझे एक मोटा सा लौड़ा पकड़ा दिया और बोली है मेरा खालू। इसका लौड़ा पहले वाले से ज्यादा बड़ा है। तेरी चूत को बड़ा मज़ा आ जायेगा भाभी।
मैं अपने खालू ससुर से चुदवाने लगी। मुझे वाकई उसका लौड़ा बड़ा मोटा और मजेदार लगा , मैं मस्त होकर बड़ी देर तक चुदवाती रही। अब तो मुझे मोटे लण्ड बड़े प्यारे लगने लगे। वह बोला बहू तेरी चूत तो बड़ी लाज़बाब है। तेरी नन्द भी भोसड़ी किंसी तरह मस्त होकर चुदवाती है। उसने मुझे हर तरफ से चोदा और आखिर में मेरी चूंचियों पर झड़ कर चला गया। मुझे लगा की मैं अब सो जाऊं रात काफी हो गयी है। तभी मेरी नन्द बहन की लौड़ी फिर आ गयी और बोली अरे भाभी ये मेरा ससुर है। देखो न कैसे अपना लौड़ा खड़ा किये हुए घूम रहा है। ,ये तो मादर चोद तेरी बुर चोदने के लिए बड़ा बेकरार है भाभी ? ये तो साला भोसड़ी का अपनी बिटिया की बुर भी लेता है भाभी। मैंने हाथ बढ़ा कर लौड़ा पकड़ लिया तो मुझे लगा की हां इससे चुदाने में मज़ा आएगा। मैं झुक कर लौड़ा चूसने लगी।
तो यह है मेरी सुहागरात की कहानी ?
खाला बोली :- तेरी माँ की चूत रुबिका तूने तो यह बताया ही नहीं की कितने लौड़ों ने चोदा तुम्हे ?
रुबिका बोली :- बता तो दिया अब लौड़ा तुम खुद गिन लो न मेरी हरामजादी अम्मी ? उसमे दो लौड़े और जोड़ लो जो मुझे सवेरे सवेर सवेरे चोद कर गये।
खाला बोली :- हां अब तू बुर चोदी हिना बता अपनी सुहागरात की बात ?
हिना ने बताया :- सबसे पहले मैं कहती हूँ की मेरी सुहागरात में ४ लण्ड थे। मेरा शौहर मुझे एक गेस्ट हाउस ले गया हो शहर से बहुत दूर था। मुझे कुछ भी नहीं मालूम था की क्या होने वाला है ? मैं जब यहाँ पहुंची तो मुझे मालूम हुआ की यहाँ तो चार कपल आये हुए हैं। फिर भी मैं हिचकिचाई नहीं। मेरे शौहर जावेद ने जब मुझसे कहा की ये सब लोग मेरे दोस्त है तो मैंने सोंचा की शायद यह कोई इत्तिफ़ाक़ है। थोड़ी देर बाद चारों कपल एक ही कमरे में बैठ गए। मेरा मियां बोलाआप लोग सब अपनीअपनी बीवी के साथ परिचय दीजिये। सबसे पहले मैं बताता हूँ मैं जावेद हूँ यह मेरी बीवी हिना है। मेरी शादीअभी दो दिन पहले हुई है और मैं यहाआप लोगों के साथ सुहागरात मनाने आया हूँ। मैंने पहले ही सोंच रखा था की मैं अपनी सुहागरात अपने दोस्तों के साथ मनाऊंगा। यह सुनकर मेरे मन में कुछ कुछ होने लगा। तब तक दूसरा बोला मैं असद हूँ मेरी बीवी रिया है। हमारी शादी के ६ महीने हो गये हैं। मेरी बीवी को मालूम है की आज वह ग़ैर मर्दों के साथ अपनी सुहागरात फिर से मनाएगी। ये तो ऐसे मौकों की तलास में हमेशा रहती है।
अब तो मेरा संदेह साफ़ हो गया। मैं जान गयी की आज ये साले सब मुझे चोदने वाले हैं। तब तक तीसरा बोला मैं नियाज़ हूँ और यह मेरी बीवी आसिया है। मैंने इसे आज का प्लान बता दिया है । ये तो ख़ुशी के मारे उछल पड़ी क्योंकि इसे तो पराये मर्दों के लण्ड से बेहद प्यार है। चौथे ने कहा मैं रज़ा हूँ और यह मेरी बीवी सोहा है। सच बताऊँ मैं अपनी बीवी तुम सब लोगों से चुदवाने आया हूँ। उसके बाद दारू चालू हो गयी। मैं भी सबके साथ पीने लगी। मैंने देखा की बीवियां भोसड़ी की बढ़ चढ़ कर दारू पी रहीं हैं।
तब तक मेरा मियां बोला यार देखो अब सब लोग पहले अपनी अपनी बीवी की बुर में अपना अपना लण्ड पेलो और फिर अपनी बीवी की बुर से लण्ड निकाल कर दूसरे की बीवी की बुर में पेलो।
फिर क्या देखते ही देखते सब लोग बहन चोद नंगे हो गये , सब बीवियों ने नंगी होकर अपने अपने मरद का लौड़ा पकड़ लिया। मैं भी अपने मियां का लौड़ा हिलाने लगी। चारों लण्ड टन टना कर खड़े हो गये।
मैं चूस तो रही थी अपने मियां का लण्ड लेकिन मेरी निगाह सबके लण्ड पर थी। थोड़ी देर में मेरे मियां ने लौड़ा मेरी बुर में पेल दिया और चोदने लगा। फिर अचानक उसने लण्ड निकाल कर असद की बीवी की बुर में घुसेड़ दिया। असद ने अपना लण्ड नियाज़ की बीवी की बुर में घुसा दिया, नियाज़ ने अपना लण्ड रज़ा की बीवी की बुर में पेल दिया और चोदने लगा। फिर रज़ा ने मेरी बुर में लौड़ा घुसा दिया मैं भी मस्त होकर चुदवाने लगी। इस तरह मैंने रात भर इन चारों लौड़ों से खूब जम कर चुदवाया और पूरा मज़ा लिया। उसके बाद दो दिन तक हम सब नंगे नंगे ही रहे और लोग एक दूसरे की बीवी चोदते रहें। बीवियां भी मादर चोद दूसरे मर्दों से भकाभक चुदवातीं रहीं।
सबने फिर मजे से तालियां बजाईं।
खाला ने कहा तुम सब लोगों की कहानियां सुनकर मेरा भोसड़ा साला धधकने लगा है। मुझे अब इसमें लौड़ा घुसेड़ना पड़ेगा । लेकिन उसके पहले मैं एक बात बताना चाहती हूँ। देखो मैंने तुम सबके मियों को बुला लिया है। आज रात तुम सब एक ही कमरे में एक दूसरे के मियां से चुदवाओगी। हम सब मिलकर देखेंगीं की हमारी बेटियां कैसे गैर मर्दों से चुदवातीं हैं ? उसके बाद तो फिर रात में घर पूरा रंडी खाना बन गया। मेरी अम्मी खाला मेरी फूफी मेरी मम्मी जान सब गैर मर्दों से चुदवाने लगीं। उसी किसी ने अपनी बीवी नहीं चोदी सब भोसड़ी की दूसरे की बीवी ही चोदते रहे। किसी बीवी ने अपने मरद से नहीं चुदवाया। सब बुर चोदी पराये मर्दों से ही चुदवातीं रहीं।
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