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अब्बू के लण्ड की दीवानी हो गयी - Abbu ke land ki diwani ho gayi
अब्बू के लण्ड की दीवानी हो गयी - Abbu ke land ki diwani ho gayi , पापा के मोटे लंड से चूत पूरा कराई , पूरा का पूरा घुसा दो भोषड़ी वाला लण्ड अन्दर , लगातार चुदाई को देखकर इतना मस्त हो गई , पूरा लण्ड घुसेड़ो अब्बू , चोदने की स्पीड बढा दो अब्बू , सभी दीवानी है मेरे अब्बू के लण्ड की.
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बड़े बड़े लौड़ों को लाँड़ कहतें है, बेटी |
- मैंने कहा - हाय दईया, सही में कितना बड़ा लग रहा है लाँड़, अम्मी ? मैं इसे पकड़ कर देखू ?
- अम्मी ने कहा - हां हां देख न भोसड़ी की, इसमें शर्माने की क्या जरुरत है ? मैं तो तुझे खुद ही दिखा रही हूँ। अब तो तू २१ साल की हो गयी है। अब पूरी तरह जवान है तू। यही उम्र है ऐसे मोटे तगड़े लाँड़ का मज़ा लें की ? और सुन सायरा अब कभी लण्ड पकड़ने में न तो शर्माना कंजूसी करना ? इसी तरह किसी को गालियां देने में और अपनी बुर देने में न तो कभी शर्माना और न ही कोई कंजूसी करना ? समझ गई बुर चोदी सायरा ?
- मैंने जबाब दिया - हां समझ गयी मेरी भोसड़ी की अम्मी ? फिर अम्मी ने मुझे ख़ुशी ख़ुशी लाँड़ पकड़ा दिया और मैं उसे चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखने लगी।
- मैंने कहा -अम्मी इसका तो सुपाड़ा तो बहुत अच्छा भी लग रहा है और कुछ अज़ब तरह का भी लग रहा है ?
- वह बोली - अरी बेटी देख हर मर्द का लौड़ा अलग अलग होता है ? खुदा ने सबका लौड़ा अलग अलग बनाया है। किसी का लौड़ा दूसरे लौड़े से मिलता नहीं है।
- मैंने कहा - तो इसका मतलब जितने लोग उतने तरह के लाँड़ ?
- अम्मी ने कहा - हां बेटी हां ? इसीलिए लड़कियां और औरतें हर आदमी का लाँड़ पकड़ पकड़ कर देखना चाहतीं हैं ? और एक बात तुझे बता दूँ। हर लड़की की चूंचियां भी अलग अलग होतीं है। किसी की भी चूंचियां दूसरे की चूंचियिों से मिलती नहीं हैं ? ले अब तू लौड़ा चाट चाट कर मज़ा ले तब तक मैं तेरे कपड़े उतार देती हूँ। लौड़े का मज़ा नंगी होकर ही लेना चाहिए ? क्योंकि लौड़ा जब किसी लड़की को नंगी देखता है तो फ़टाफ़ट टन टना कर खड़ा हो जाता है ? जैसे तेरे चचा जान का लाँड़ खड़ा हो गया है मुझे एकदम नंगी दख कर ? '
वह बोली और सब ठीक है पर कंडोम चढाने की जरुरत नहीं है, बेटी ? कंडोम से चुदाई को वो मज़ा नहीं मिलता जो बिना कंडोम के मिलता है, पगली ? हां तुम्हे कुछ हो जाने का डर रहता है न तो उसकी दवाई है मेरे पास ? तुम मुझसे ले लेना। मैं चाहती हूँ की तू जवानी का मज़ा पूरा लूटे ? एकदम नंगे नंगे लण्ड का मज़ा ले भोसड़ी की सायरा ? आज मुझे मालूम हो गया की तू लण्ड पकड़ती है, चूसती है और चुदवाती भी है ? यह तो बड़ी अच्छी बात है बेटी ? अब आज से तू अपनी माँ भी चुदवाने लगेगी ? मेरे साथ इस बार गाँव चलना वहां है बड़े बड़े लाँड़ तुझे पकड़ाऊँगी।
मैंने कहा :- एक बात मैं भी तुम्हे बताऊँ अम्मी ?
अगर इतने बड़े बड़े लौड़ों को लाँड़ कहते हैं, तो मैं भी तुझे लाँड़ पकड़ाऊँगी, अम्मी ?
अम्मी ने जैसे ही इंची टेप मुझे दिया वैसे ही मैं उसे खोल कर खलीफ़ा अंकल का लौड़ा नापने लगी। लौड़ा तो साला टन टना रहा था। मैंने नापा तो बोली अरे अम्मी ये तो मादर चोद 9" से बड़ा है ? और मोटा भी 5 1/2" का है ? वास्तव में ये तो लौड़ा नहीं लाँड़ है अम्मी लाँड़ ? इसने तो तेरा भोसड़ा खूब चोदा है आज ये तेरी बेटी की बुर चोदेगा भोसड़ी का ? मैं लण्ड फिर मस्ती से चाटने लगी चचा जान का लण्ड। मेरी साथ अम्मी चाटने लगी उसके पेल्हड़। मेरे मन में खलीफा अंकल के लण्ड की तश्वीर जम गयी। मैंने कहा अम्मी इस भोसड़ी वाले का लौड़ा तो बड़ा मस्त है। मुझे इसी तरह का लौड़ा अच्छा लगता है। मैंने उसे मुंह में घुसेड़ा और मस्ती से चूसने लगी। अम्मी मेरा नंगा बदन सहलाने लगी और अंकल तो मादर चोद मेरी चूंचियां दबाने का मज़ा लेने लगा। वह बोला शबनम भाभी तेरी बेटी तो बड़ी हॉट है। इसकी चूंची और चूत दोनों ही कितनी टाईट हैं। मज़ा आ जायेगा इसे चोदने में ? अम्मी ने कहा भोसड़ी के खलीफ़ा तू भी बड़ा नसीबवाला है और तेरा लाँड़ बड़ा नसीबवाला है।
वह बोला भाभी नसीब वाला तो इसका शौहर भी होगा जिसकी शादी इसके साथ होगी। अम्मी ने कहा नहीं यार नसीबवाले उसके दोस्त होंगें भोसड़ी वाले जो मेरी बेटी की बुर ज्यादा ज्यादा चोदेंगें। मेरी बेटी भी मेरी ही तरह पराये मर्दों से चुदवाया करेगी। उसे भी बड़े बड़े लाँड़ का शौक हो गया है, यार ? तेरे जैसे लाँड़ आज से उसे अच्छे लगने लगे हैं। तब तक अम्मी ने लण्ड अपने मुंह में भर लिया और मैं पेल्हड़ चाटने लगी। हम दोनों मिलकर अंकल के लण्ड का मज़ा लेने लगीं। मैं अच्छी तरह जान गयी की अंकल मेरी अम्मी की बुर बहुत दिनों से ले रहा है। हो सकता है की मेरा अब्बू इसकी बीवी चोदता हो ? मैंने पूंछ ही लिया अंकल भोसड़ी के सही सही बताओ कौन कौन लोग तेरी बीवी चोदते हैं। वह बोला अरे कुछ न पूँछ सायरा, मेरी बीवी भोसड़ी की कई मर्दों से खुले आम चुदवाती है। तेरे अब्बू भी मेरी बीवी चोदता है। पिछली बार जब तेरा अब्बू मेरे गाँव आया था तो मेरी बीवी के साथ साथ मेरी बेटी की बुर भी चोद कर गया। मेरी बेटी भी तेरे अब्बू के लण्ड की दीवानी हो गयी है।
मैने पूंछा तो क्या तेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है, अंकल ? वह बोला अरे सायरा मेरी बेटी क्या मेरी गाँव में हर लड़की बुर चोदी अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है और बड़े प्रेम और मोहब्बत से चुदवाती हैं। मेरी बेटी बड़े बड़े लाँड़ पेलती है अपनी माँ के भोसड़ा में ? उसकी माँ भी अपनी बिटिया चुदवाने में बड़ा इंटरेस्ट लेती है। जैसी तुम दोनों हो वैसी ही मेरी बेटी और उसकी माँ भी है। ऐसा कह कर उसने लाँड़ अम्मी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया और चोदना शुरू कर दिया। मैं भी वहीँ बैठी हुई अपनी माँ चुदवाने लगी। मुझे अम्मी का भोसड़ा चुदता हुआ बड़ा अच्छा लग रहा था। औरत को क्या चाहिए ? एक मोटा तगड़ा लण्ड वह भी अपनी चूत के लिए ? वही अम्मी को इस समय मिल रहा था। अम्मी जितनी मस्ती से चुदवा रही थी उतनी ही मस्ती मेरे मन में सवार हो गयी। मेरी चूत तो बुर चोदी पहले से ही गरम थी। बस थोड़ी देर में अम्मी ने अंकल का लाँड़ मेरी चूत में पेल दिया।
पूरा का पूरा लाँड़ मेरी चूत में घुसेड़ दिया और बार बार लण्ड अंदर बाहर करते हुए चोदने लगा। मैं भी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। अम्मी मुझे देख कर बोली हाय सायरा तूने बड़ी आसानी से इतना बड़ा लाँड़ अपनी बुर में पेलवा लिया ? मैंने कहा अम्मी मेरी चूत गहराई में तेरे भोसड़ा से कम नहीं है। वह बोली नहीं बेटी मेरा मतलब यह है की तूने पहले भी कई लण्ड अपनी चूत में पेलवाया है तभी तो इतना बड़ा लाँड़ बिना किसी आ उ उई माँ हाय रे कहने के वजाय फ़टाफ़ट घुसेड़वा लिया तूने अपनी चूत में ? दूसरी कोई लड़की होती तो उसकी तो आह निकल आती ?
मैं कहा अम्मी सह बात तो यह है जो लड़कियां चुदवाते समय चीख निकालतीं है वह सब बनावटी होता है, चुदवाते समय झूंठ मूठ चीखती है भोसड़ी वाली लड़कियां यह दिखाने के लिए की वह पहली बार ही लण्ड पेलवा रहीं है। लण्ड चाहे जितना बड़ा हो अगर चूत मस्ती से चुदवाने के लिए तैयार है तो लण्ड घुसेड़वाने में कोई दर्द नहीं होता ?
सब मादर चोद नाटक करतीं हैं। इतने में उसने अम्मी को नीचे चित लिटा दिया और मुझे उसके ऊपर चित लिटा दिया। अब मेरी चूत और अम्मी की चूत ऊपर नीचे हो गयी। अंकल फिर दोनों में बारी बारी से लण्ड घुसेड़ने लगा। कभी मेरी चूत से लण्ड निकाल कर अम्मी के भोसड़ा में पेल देता और कभी अम्मी के भोसड़ा से निकाल कर लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ देता। इससे हम तीनो को मज़ा आने लगा और बड़ी देर तक हम दोनों इसी तरह चदुवातीं रहीं। चोदने और चुदवाने के अनगिनत तरीके हैं। कौन तरीका कौन इस्तेमाल करता है इस पर चुदाई का मज़ा निर्भर करता है ? बहरहाल अंकल के लण्ड ने हम दोनों को खूब चोदा और हमने खूब मस्ती से चुदवाया भी। फिर एकदम से लण्ड ने उगल दिया सारा वीर्य मेरी चूत पर और अम्मी की चूत पर भी। उसके बाद उठ कर हम दोनों बड़े प्यार से मिलकर झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगीं।
उस दिन इतवार था। मैंने ठान लिया की आज मैं भी अम्मी के भोसड़ा में लाँड़ पेलूँगी। इसीलिए मैं सवेरे सवेरे अपने प्रोफ़ेसर मसूद सर के घर पहुँच गयी। मैं बज बजायी तो उसने दरवाजा खोला और बोला अरे सायरा आज सवेरे सवेरे ही आ गयी तू। मैंने कहा हां यार आज मैं किसी मकसद के आई हूँ। वह तौलिया लपेट कर आया था। मेरी नज़र उसके लण्ड पर थी। मैं जानती हूँ की उसका लौड़ा कितना बड़ा है ? कितना मोटा है और कैसे चोदता है क्योंकि मैं उससे कई बार चुदवा चुकी हूँ। अकेले नहीं कई लड़कियों के साथ। उसे लड़कियां चोदना बड़ा अच्छा लगता है। कॉलेज की लगभग सभी लड़कियां उससे चुदवाने आतीं है क्योंकि उसका लौड़ा सबको पसंद है और मुझे भी ? जो लड़की सवेरे सवेरे चुदवाने आती है उसको सबसे ज्यादा मज़ा मिलता है। इसलिए मैंने उसकी तौलिया खींच ली और लण्ड पकड़ कर बैठ गयी। मैंने लण्ड हिलाते हुए कहा भोसड़ी के मसूद आज तुम्हे मेरी माँ का भोसड़ा चोदना है ? मैं आज यही लाँड़ अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी।
लौड़ा मेरे सामने दहाड़ने लगा और फिर मैंने उसे अपने मुंह में घुसा लिया। मैं बड़े प्यार से लण्ड चूसने लगी। थोड़ी देर में मैंने उसे अपनी चूत में पेल लिया और चुदवाने लगी। मैंने चुदवाते हुए पूंछा मादर चोद मसूद मुझे यह बताओ तेरे लण्ड की तरह तेरे किसी और दोस्त का लण्ड है ? वह बोला यार मुझे तो नहीं मालूम लेकिन मैं अपनी बीवी से पूँछ लेता हूँ। उसने फ़ौरन फोन अपनी बेगम को लगाया तो उसने बताया की हां है तेरे दोस्त मकबूल का लौड़ा तेरे लौड़े से बड़ा भी है और मोटा भी ? उसे भोसड़ा चोदने का बहुत बड़ा तजुर्बा है अगर किसी की माँ चुदवानी है तो उसी से चुदवाओ। मैंने जब उसकी बीवी की बात सुनी तो मैं ख़ुशी से फूली नहीं समायी और कहा हाय मसूद सर तुम उसे भी बुला लो और आज रात को तुम दोनों लोग मेरी माँ का भोसड़ा चोदो। मैं अपनी माँ चुदाने बड़ा इंटरेस्ट लेती हूँ। मैं अपने सामने अपनी माँ चुदवाऊँगी और मज़ा लूंगी। यही सोंच कर मैंने सर से खूब मजे से चुदवाया और उसे मेरी माँ का भोसड़ा चोदने की दावत देकर ख़ुशी ख़ुशी चली आई।
शाम को वे दोनों आ गये। मैं मसूद को जानती थी ही। लेकिन मकबूल को पहली बार देखा तो उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगी। मैं सोंचने लगी हाय दईया इसी आदमी का लौड़ा मसूद के लौड़े से बड़ा है। आदमी तो मादर चोद बड़ा सेक्सी है यार। अम्मी को मज़ा तो आएगा ही मैं भी इस मादरे चोद से चुदवाऊँगी। मैंने उन्हें बैठाया और अंदर भाग कर गयी। मैंने कहा अम्मी आज मैं तुम्हे बड़े बड़े लाँड़ दूँगी ? वह बोली अरी जा तू अभी बच्ची है सायरा तू मुझे लाँड़ क्या देगी मैं तुझे दूँगी लाँड़ ? मैं अभी लाँड़ के बारे में ही एक आदमी से बात कर रही हूँ। मैंने कहा तू भोसड़ी की अभी बात कर रही है, मैं तेरे लिए लाँड़ लेकर आई हूँ। चलो न देख लो अपने लाँड़ ? बताओ न मुझे की तुझे पसंद है की नहीं ? वह बोली हाय दईया तू बुर चोदी मुझे चूतिया बना रही है ? चल मुझे बात करने दे ? मैंने उसका मोबाइल छीन लिया और कहा चलो पहले नीचे कमरे में देखो अपने लाँड़ ?
मैं अम्मी को लेकर कमरे में आई और कहा अम्मी देखो यह है मसूद मेरा टीचर और यह है मकबूल इसका दोस्त ? मैंने फिर कहा सर यह है मेरी भोसड़ी की अम्मी शबनम ? बड़ी मस्त लेडी है और मर्दों की दीवानी रहती है। तब तक मैंने सबके सामने ड्रिंक्स रख दी। एक एक पैग खत्म होने के बाद मैंने अम्मी का हाथ मसूद के लण्ड पर रख दिया और कहा अम्मी अब तुम इसका लाँड़ खोल कर देखो तब तक मैं मकबूल का लाँड़ खोल कर दिखाती हूँ। अम्मी ने वाकई मसूद का लाँड़ खोलकर फ़ौरन बाहर निकाल लिया। इधर मैं भी मकबूल का लाँड़ पकड़ कर हिलाने लगी। अम्मी ने दोनों लाँड़ देखे तो कहा हाय अल्ला, सायरा ये तो मादर चोद ख़लीफ़ा के लाँड़ से भी बड़े बड़े लाँड़ हैं बेटी ? इतने बड़े लाँड़ तो मेरे गाँव में किसी का नहीं है, बहन चोद ? सायरा तू तो बहन चोद मुझसे से भी आगे निकल गयी है । कहाँ ले लायी है ढूंढ कर ऐसे लाँड़ ? ये तो तेरी माँ का भोसड़ा चोद चोद कर हलवा बना देंगें, बेटी ?
मैंने कहा मैं तो यही चाहती हूँ। तेरे भोसड़ा की माँ की चूत अम्मी ? आज इसे मालूम होगा की लाँड़ क्या होता है ? अम्मी बोली देख बुर चोदी सायरा, लाँड़ हैं दो ? एक लाँड़ तू मेरे भोसड़ा में पेलेगी तो मैं दूसरा लाँड़ तेरी बुर में पेलूँगी। तेरी बुर की माँ का भोसड़ा ? आज तेरी बुर को भी मालूम होगा की लाँड़ क्या चीज़ है ? मैंने जब दोनों टन टनाते हुए लण्ड देखे तो मैंने कहा भोसड़ी के मसूद तेरी बीवी सही कह रही थी की मकबूल का लाँड़ तेरे लाँड़ से ज्यादा मोटा है ? तब तक अम्मी बोली हाय बिटिया दोनों लाँड़ बड़ी अच्छी नस्ल के हैं। ऐसे लाँड़ बड़ी मुश्किल से मिलते हैं।
बस फिर अम्मी मसूद से चुदवाने लगीं और मैं मकबूल से ?
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