Home
» Indian chudai kahani इंडियन सेक्स स्टोरीज Bharat me choda chadi ke kisse
» लड़कियां शराब में लण्ड डुबो कर चाटने लगी - sharab aur lund
लड़कियां शराब में लण्ड डुबो कर चाटने लगी - sharab aur lund
लड़कियां शराब में लण्ड डुबो कर चाटने लगी - sharab aur lund , सेक्स और शराब का ये कनेक्शन. शराब और सेक्स दोनों ही ऐसे टॉपिक्स हैं , शराब के बिना लण्ड पीने में मज़ा नहीं आता और लण्ड के बिना शराब पीने में मज़ा नहीं आता.
इतवार का दिन था। मैं सवेरे उठी और तैयार होने लगी। मैंने एक छोटा सा बिना ब्रा के टॉप पहन लिया जिससे मेरी आधी से अधिक चूंचियां बाहर झाँकने लगीं और नीचे बिना पैंटी के एक लो वेस्ट की जींस पहन ली। जींस इतनी लो थी की अगर एक इंच और नीचे हो जाए तो मेरी झांटें साफ़ साफ़ दिखने लगेगीं। मैं जैसे ही जाने लगी वैसे ही मॉम ने टोक दिया बोलीं आज तो छुट्टी का दिन है, कहाँ जा रही है तू भोसड़ी की लूसी ? सुनकर बड़ा गुस्सा आया मुझे की मॉम मुझे जाते समय क्यों टोंक दिया ? फिर मैंने भी गुस्से में जबाब दिया - माँ चुदाने जा रही हूँ, अपनी ? वह बोली क्या कह रही तू भोसड़ी की ? बिना माँ के तू माँ का भोसड़ा चुदायेगी बुर चोदी ?
तब मैंने बताया की आज 'लण्ड' की दावत है मॉम। मैं उसी में जा रही हूँ। उसने पूंछा, वाओ, ये लण्ड की दावत क्या होती है ? मैंने कहा जैसे शराब की दावत यानी ड्रिंक्स पार्टी में शराब पी जाती है वैसे ही लण्ड की दावत में लण्ड पिये जातें है मॉम ? तो मैं लण्ड पीने जा रही हूँ। मॉम ने कहा अच्छा तो क्या सिर्फ लण्ड पीने के बाद दावत खत्म जो जाती है ? आगे कुछ नहीं होता ? मैंने बताया अरे मॉम यह भी कोई पूंछने की बात है ? अब तुम ही बताओ की लण्ड पीने के बाद कोई भोसड़ी वाली लड़की बिना चुदाये रह सकती है क्या ? अरे लण्ड पकड़ते ही उसकी चूत मेंआग लग जाती है और जब लण्ड मुंह में लेती है तो चूत की आग तो और धधकने लगती है। उसके बाद बिना चुदवाये वह एक मिनट भी नहीं रह सकती ? मॉम बोली तो इसका मतलब तू बुर चोदी चुदवा कर ही घर वापस आएगी ? मैंने कहा अब यह सब उस भोसड़ी वाली आरती मेम पर निर्भर करता है की उसने कैसा प्लान बनाया है ? जैसा वह कहेगी वैसा ही होगा मॉम ?
मैं घर से निकल पड़ी और आरती मेम के घर आ गयी। आरती मेम मेरे कॉलेज की प्रोफ़ेसर हैं। लेकिन वह बहुत हरामी लड़की है। लड़कों को फ़टाफ़ट पटा लेती है और फिर उनके लण्ड पकड़ती है। पकड़ने के बाद मस्ती से अपनी बुर चुदवाती है। उसने इस खेल में कुछ लड़कियां भी शामिल कर लीं है। मैं उनमे से एक हूँ। आरती मेम बड़ी खूबसूरत है और सेक्सी बदन वाली हैं। उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां और बड़े बड़े चूतड़ देख कर लड़के भोसड़ी के आगे पीछे घूमने लगतें हैं। आरती मेम बस इसी का फायदा उठातीं है। जब भी कोई लड़का उसके घर आता है तो मादर चोद अपना लौड़ा पकड़ा कर ही जाता है। आरती मेम बिना लौड़ा पकड़े किसी की बात सुनती ही नहीं। कहती है की पहले अपना लौड़ा पकड़ाओ फिर अपनी बात बताओ। लड़के भी बहन लौड़ा पकड़ाने के चक्कर में कुछ न कुछ पूंछने चले ही आतें हैं।
वो कहते है न कि खूबसूरत लड़कियां बद्चलन होती है तो यह बात बिलकुल सही है। एक आरती को देख लो, एक मुझे देख लो और एक मेरी मॉम को देख लो। हम तीनो बहुत खूबसूरत हैं और तीन की तीनो मादर चोद बड़ी बदचलन, छिनार और बेशरम हैं। तीनो बुर चोदी चुदवाने के लिए किसी के भी सामने अपनी चूत खोल देतीं हैं।
इतने में आरती ने कहा देखो भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों, माँ का लौड़ों और माँ की लौडियों, आज हम सब लोग लण्ड पीने के लिए इकठ्ठा हुए हैं। यहाँ चार लड़कियां है मैं आरती, लूसी,शमा और रोली ? उधर आठ लड़के हैं भोसड़ी के - राका, जग्गू, विकी, डैनी,असलम, रज़ा संजू और टोनी। ये सब मादर चोद अपने ही कॉलेज के लड़के हैं और हम लोग भी अपने ही कॉलेज की लड़कियाँ है। मैं बुर चोदी आरती हूँ तुम लोग मेरे बारे में जानती ही हो। ये शमा है। मैंने सुना है शमा की तू अपनी माँ चुदवाती है ? शमा बोली हां तुमने ठीक सुना है। मैं अपनी अम्मी से पूरी तरह और बुरी तरह खुली हुई हूँ।
एक दिन मैंने अपनी अम्मी को अपना भोसड़ा चुदवाते हुए देख लिया था। चोदने वाले आदमी को मैं नहीं जानती थी। अम्मी ने जब मुझे देखा तो बोली भोसड़ी की शमा तू अब बच्ची नहीं है। तू माँ की लौड़ी बड़ी हो गयी है। २१ साल है तू। इधर आ और पकड़ भोसड़ी की रफ़ी अंकल का लण्ड ? अम्मी ने लण्ड मुझे पकड़ा दिया और फिर उसने मेरे कपड़े भी उतार दिया। वह तो नंगी थी ही मुझे भी नंगी कर दिया। फिर अम्मी ने लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया मैं लण्ड चूसने लगी। अम्मी बोली शमा तेरी माँ का भोसड़ा मज़ा आ रहा है न तुझे लण्ड चूसने में ? मैंने कहा हां अम्मी आ रहा है। तब तक उसने मेरी चूत सहलाना शुरू कर दिया। अम्मी इतनी मस्त हो गयी की उसने लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया। मेरा वह पहला दिन था जब कोई लण्ड मेरी बुर में घुसा था। चुदाने के बाद मैंने कहा भोसड़ी की अम्मी तू तो बड़ी हरामजादी निकली। तेरी बिटिया की बुर बहन चोद ? बस उसी दिन से मैं माँ चुदाने लगी।
आरती बोली लूसी को तो मैं जानती हूँ की वह अपनी माँ चुदवाती है। रोली तू बता क्या तू भी अपनी माँ चुदवाती है भोसड़ी की ? रोली ने बताया नहीं यार मेरी माँ नहीं है , मैं मौसी के साथ रहती हूँ। हां मैं मौसी के भोसड़ा में लण्ड पेलती हूँ और मौसी भी बुर चोदी मेरी चूत में लण्ड घुसेड़ती है। एक दिन मैं अपने ही घर में अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड चूस रही थी। मैं समझी की मौसी घर पर नहीं हैं जब की वह ऊपर छत पर थीं। मौसी एकदम से मेरे कमरे में आ गयीं और बोली भोसड़ी की रोली तू अकेले अकेले ही लौड़ा चूस रही है। तेरी मौसी क्या झांटें उखाड़ेगी अपनी तेरे सामने ? ला इधर मैं भी चूसूंगी लण्ड। मौसी ने लण्ड मेरे हाथ से छीन लिया और चूसने लगी। मुझे भी मस्ती आ गयी और मैंने उसके कपड़े उतार कर उसे भी नंगी कर दिया। फिर मैंने उसकी चूत में पेल दिया लण्ड और कहा मौसी बुर चोदी तू पहले चुदवा ले मैं बाद में चुदवाऊँगी।
आरती ने कहा अब बची मैं। मैं यहाँ अकेली रहती हूँ। मेरे दो ही शौक है पहला अपने कॉलेज की लड़कियां चुदवाना और दूसरा लण्ड से बेपनाह मोहब्बत करना ? मैं सबके लण्ड से प्यार करती हूँ। लण्ड चाहे छोटा हो या बड़ा, मोटा हो या पतला, काला हो या गोरा, सीधा हो या टेढ़ा, देशी हो या विदशी, कटा हो या समूचा, झांट वाला हो या बिना झांट वाला, मैं सभी तरह के लण्ड से प्यार करती हूँ। मैंने जिस दिन कॉलेज ज्वाइन किया था उसी दिन यह ठान लिया था की मैं यहाँ के सभी लड़कों के लण्ड पकड़ूंगी उन्हें अपनी चूत में पेलूँगी और लड़कियों की भी बुर में घुसेड़ूँगी लण्ड। मुझे ग्रुप में चुदाना और चुदवाना दोनों ही बड़ाअच्छा लगता है। आज मेरी तमन्ना पूरी हो रही है। मैं कई लड़कों के लण्ड पकड़ चुकी हूँ। सबके लण्ड का साइज़ मेरी डायरी में नोट है। आज जो लण्ड हमारे सामने आने वाले हैं वो सब नये हैं। मैंने इन मादर चोदों के लण्ड कभी नहीं पकड़ा और न ही कभी देखा। ये सब तुम लड़कियों के लिए भी नये हैं। इसलिए मज़ा ज्यादा आएगा। इन लड़कों ने भी तुम में से किसी को नंगी आज तक नहीं देखा ? इसलिए इन्हे भी मज़ा आएगा।
आरती ने कहा अरी रोली सब लड़कियां तो मुझे बड़ी तेज लग रहीं है लेकिन तू तो बिलकुल सीधी सादी लग रही है। मुझे लगता है की तुझे बुर चुदाना तो दूर गाली देना भी नहीं आता होगा ? वह बोली कौन कहती है बुर चोदी भोसड़ी वाली मैं उसकी चोदूंगी माँ का भोसड़ा, फाड़ डालूंगी उसकी गांड ? उखाड़ लूंगी उस मादर चोद की झांटें ? बताओ न मुझे वह है कौन माँ की लौड़ी उसकी बहन का लण्ड ? उसकी माँ की चूत, उसकी गांड में घुसेड़ दूँगी हाथ भर का लण्ड , गांडू कहीं की ? आरती बोली हाय दईया तू तो गाली देने में हम सबकी नानी है बहन चोद ? तू तो मेरी गांड मार देगी।
अब तुम सब लोग सबसे पहले मदिरा का सेवन करो। मदिरा पी कर मस्त हो जाओ। लेकिन मदिरा पीने के लिए तुम सबको पहले अपने अपने कपड़े उतार कर फेंकने होंगें। जी हाँ लड़कियां सब हो जायें बिलकुल नंगी और लड़के भी मादर चोद हो जायें नंगे . सब एक दूसरे को नंगी नंगा देख कर शराब पियो तो ज्यादा मज़ा आयेगा। हां पीते समय तुम एक दूसरे के बदन को छू कर ,उन पर हाथ फिरा कर, पकड़ कर ,हिला कर और जैसे चाहें वैसे मज़ा लें लेकिन किसी को कोई चोट न लगे ? आरती की आज्ञा का तुरंत पालन सबने किया। सबने अपने कपड़े खोल कर फेंक दिया और सब लोग हो गए नंगी और नंगा। सबकी निगाहें एक दूसरे के नंगे बदन पर पड़ने लगीं। सब लोग दूसरे को नंगी नंगा देख कर मज़ा लेने लगे। आरती सबसे पहले नंगी हुई फिर मैं और फिर सब लोग। यह एक ऐसा सीन था जो पहले किसी ने कभी देखा न था। इतने सारे लण्ड एक साथ और इतनी सारी बुर एक साथ किसी ने पहले नहीं देखा।
कोई लड़कों के लण्ड देख रही थी, कोई लण्ड का सुपाड़ा, कोई पेल्हड़ देख रही थी तो कोई झांटें देखने में लगी थी। कोई लड़कियों की चूंचियां देखने का मज़ा ले रहा था। कोई लड़कियों की गांड का शौक़ीन निकला तो कोई अपने निगाहें चूत पर जमाये हुए था। कोई किसी की सूरत पर टिका हुआ था तो कोई चूतड़ों पर नज़रें गड़ाये हुए थे। सभी मस्ती की गाड़ी पर सवार हो गये। वासना का भूत सब पर चढ़ने लगा। इतने में सबने शराब पीना शुरू कर दिया। शराब के साथ लोग सिगरेट भी पीने लगे। हम चारों लड़कियां सिगरेट धकाधक पीने लगीं। वैसे भी आजकल लड़कों से ज्यादा लड़कियां सिगरेट पीतीं हैं।
दारू जब पेट में गयी तो नशा चढ़ने लगा। लोग थोड़ा थोड़ा झूमने लगे। लड़कों के लण्ड खड़े हो गये तो लड़कियों की चूंचियां तन गयीं। लड़कियों के हाथ लण्ड पकड़ने के लिए बढ़ने लगे और लड़को के हाथ लड़कियों की चूंचियों पर और उनकी चूत पर चलने लगे । एक एक लड़की दो दो लड़को के लण्ड पकड़ने लगी। चूमने लगी और चूसने लगी लण्ड। कुछ लोगों की उंगलियां झांटों पर भी चलने लगीं। लड़कियां शराब में लण्ड डुबो डुबो कर चाटने लगीं। लड़के भी शराब चूत पर गिरा गिरा कर चाटने लगे। चूंचियों पर दारू गिरा कर चाटने का मज़ा लड़के लेने लगे। चारों तरफ मस्ती ही मस्ती छा गयी।
तब तक हम सबकी चूत गरम हो गयी थी। अब हम बड़ी देर तक इंतज़ार नहीं कर सकतीं थीं। मैंने राका का लौड़ा अपनी चूत में पेला और चुदवाने लगी। साथ ही साथ जग्गू का लण्ड मुंह में डाल कर चूसने लगी। आरती भोसड़ी की विकी से चुदवाने लगी और डैनी का लण्ड चाटने लगी। उसी के सामने शमा बुर चोदी संजू का लौड़ा तो मुंह में घुसेड़ा और टोनी का लौड़ा अपनी बुर में ? रोली ने असलम का लौड़ा पकड़ कर अपनी चूत में घुसाया और रज़ा का लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी। इस तरह हम चारों लड़कियों ने दो दो लण्ड का मज़ा लूटने लगी। थोड़ी देर में में चूत वाला लौड़ा मुंह में घुस गया और मुंह वाला लौड़ा चूत में ?
रात भर हम चारों लड़कियां लण्ड अदल कर मस्ती से चुदवातीं रहीं।
तब मैंने बताया की आज 'लण्ड' की दावत है मॉम। मैं उसी में जा रही हूँ। उसने पूंछा, वाओ, ये लण्ड की दावत क्या होती है ? मैंने कहा जैसे शराब की दावत यानी ड्रिंक्स पार्टी में शराब पी जाती है वैसे ही लण्ड की दावत में लण्ड पिये जातें है मॉम ? तो मैं लण्ड पीने जा रही हूँ। मॉम ने कहा अच्छा तो क्या सिर्फ लण्ड पीने के बाद दावत खत्म जो जाती है ? आगे कुछ नहीं होता ? मैंने बताया अरे मॉम यह भी कोई पूंछने की बात है ? अब तुम ही बताओ की लण्ड पीने के बाद कोई भोसड़ी वाली लड़की बिना चुदाये रह सकती है क्या ? अरे लण्ड पकड़ते ही उसकी चूत मेंआग लग जाती है और जब लण्ड मुंह में लेती है तो चूत की आग तो और धधकने लगती है। उसके बाद बिना चुदवाये वह एक मिनट भी नहीं रह सकती ? मॉम बोली तो इसका मतलब तू बुर चोदी चुदवा कर ही घर वापस आएगी ? मैंने कहा अब यह सब उस भोसड़ी वाली आरती मेम पर निर्भर करता है की उसने कैसा प्लान बनाया है ? जैसा वह कहेगी वैसा ही होगा मॉम ?
मैं घर से निकल पड़ी और आरती मेम के घर आ गयी। आरती मेम मेरे कॉलेज की प्रोफ़ेसर हैं। लेकिन वह बहुत हरामी लड़की है। लड़कों को फ़टाफ़ट पटा लेती है और फिर उनके लण्ड पकड़ती है। पकड़ने के बाद मस्ती से अपनी बुर चुदवाती है। उसने इस खेल में कुछ लड़कियां भी शामिल कर लीं है। मैं उनमे से एक हूँ। आरती मेम बड़ी खूबसूरत है और सेक्सी बदन वाली हैं। उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां और बड़े बड़े चूतड़ देख कर लड़के भोसड़ी के आगे पीछे घूमने लगतें हैं। आरती मेम बस इसी का फायदा उठातीं है। जब भी कोई लड़का उसके घर आता है तो मादर चोद अपना लौड़ा पकड़ा कर ही जाता है। आरती मेम बिना लौड़ा पकड़े किसी की बात सुनती ही नहीं। कहती है की पहले अपना लौड़ा पकड़ाओ फिर अपनी बात बताओ। लड़के भी बहन लौड़ा पकड़ाने के चक्कर में कुछ न कुछ पूंछने चले ही आतें हैं।
वो कहते है न कि खूबसूरत लड़कियां बद्चलन होती है तो यह बात बिलकुल सही है। एक आरती को देख लो, एक मुझे देख लो और एक मेरी मॉम को देख लो। हम तीनो बहुत खूबसूरत हैं और तीन की तीनो मादर चोद बड़ी बदचलन, छिनार और बेशरम हैं। तीनो बुर चोदी चुदवाने के लिए किसी के भी सामने अपनी चूत खोल देतीं हैं।
इतने में आरती ने कहा देखो भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों, माँ का लौड़ों और माँ की लौडियों, आज हम सब लोग लण्ड पीने के लिए इकठ्ठा हुए हैं। यहाँ चार लड़कियां है मैं आरती, लूसी,शमा और रोली ? उधर आठ लड़के हैं भोसड़ी के - राका, जग्गू, विकी, डैनी,असलम, रज़ा संजू और टोनी। ये सब मादर चोद अपने ही कॉलेज के लड़के हैं और हम लोग भी अपने ही कॉलेज की लड़कियाँ है। मैं बुर चोदी आरती हूँ तुम लोग मेरे बारे में जानती ही हो। ये शमा है। मैंने सुना है शमा की तू अपनी माँ चुदवाती है ? शमा बोली हां तुमने ठीक सुना है। मैं अपनी अम्मी से पूरी तरह और बुरी तरह खुली हुई हूँ।
एक दिन मैंने अपनी अम्मी को अपना भोसड़ा चुदवाते हुए देख लिया था। चोदने वाले आदमी को मैं नहीं जानती थी। अम्मी ने जब मुझे देखा तो बोली भोसड़ी की शमा तू अब बच्ची नहीं है। तू माँ की लौड़ी बड़ी हो गयी है। २१ साल है तू। इधर आ और पकड़ भोसड़ी की रफ़ी अंकल का लण्ड ? अम्मी ने लण्ड मुझे पकड़ा दिया और फिर उसने मेरे कपड़े भी उतार दिया। वह तो नंगी थी ही मुझे भी नंगी कर दिया। फिर अम्मी ने लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया मैं लण्ड चूसने लगी। अम्मी बोली शमा तेरी माँ का भोसड़ा मज़ा आ रहा है न तुझे लण्ड चूसने में ? मैंने कहा हां अम्मी आ रहा है। तब तक उसने मेरी चूत सहलाना शुरू कर दिया। अम्मी इतनी मस्त हो गयी की उसने लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया। मेरा वह पहला दिन था जब कोई लण्ड मेरी बुर में घुसा था। चुदाने के बाद मैंने कहा भोसड़ी की अम्मी तू तो बड़ी हरामजादी निकली। तेरी बिटिया की बुर बहन चोद ? बस उसी दिन से मैं माँ चुदाने लगी।
आरती बोली लूसी को तो मैं जानती हूँ की वह अपनी माँ चुदवाती है। रोली तू बता क्या तू भी अपनी माँ चुदवाती है भोसड़ी की ? रोली ने बताया नहीं यार मेरी माँ नहीं है , मैं मौसी के साथ रहती हूँ। हां मैं मौसी के भोसड़ा में लण्ड पेलती हूँ और मौसी भी बुर चोदी मेरी चूत में लण्ड घुसेड़ती है। एक दिन मैं अपने ही घर में अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड चूस रही थी। मैं समझी की मौसी घर पर नहीं हैं जब की वह ऊपर छत पर थीं। मौसी एकदम से मेरे कमरे में आ गयीं और बोली भोसड़ी की रोली तू अकेले अकेले ही लौड़ा चूस रही है। तेरी मौसी क्या झांटें उखाड़ेगी अपनी तेरे सामने ? ला इधर मैं भी चूसूंगी लण्ड। मौसी ने लण्ड मेरे हाथ से छीन लिया और चूसने लगी। मुझे भी मस्ती आ गयी और मैंने उसके कपड़े उतार कर उसे भी नंगी कर दिया। फिर मैंने उसकी चूत में पेल दिया लण्ड और कहा मौसी बुर चोदी तू पहले चुदवा ले मैं बाद में चुदवाऊँगी।
आरती ने कहा अब बची मैं। मैं यहाँ अकेली रहती हूँ। मेरे दो ही शौक है पहला अपने कॉलेज की लड़कियां चुदवाना और दूसरा लण्ड से बेपनाह मोहब्बत करना ? मैं सबके लण्ड से प्यार करती हूँ। लण्ड चाहे छोटा हो या बड़ा, मोटा हो या पतला, काला हो या गोरा, सीधा हो या टेढ़ा, देशी हो या विदशी, कटा हो या समूचा, झांट वाला हो या बिना झांट वाला, मैं सभी तरह के लण्ड से प्यार करती हूँ। मैंने जिस दिन कॉलेज ज्वाइन किया था उसी दिन यह ठान लिया था की मैं यहाँ के सभी लड़कों के लण्ड पकड़ूंगी उन्हें अपनी चूत में पेलूँगी और लड़कियों की भी बुर में घुसेड़ूँगी लण्ड। मुझे ग्रुप में चुदाना और चुदवाना दोनों ही बड़ाअच्छा लगता है। आज मेरी तमन्ना पूरी हो रही है। मैं कई लड़कों के लण्ड पकड़ चुकी हूँ। सबके लण्ड का साइज़ मेरी डायरी में नोट है। आज जो लण्ड हमारे सामने आने वाले हैं वो सब नये हैं। मैंने इन मादर चोदों के लण्ड कभी नहीं पकड़ा और न ही कभी देखा। ये सब तुम लड़कियों के लिए भी नये हैं। इसलिए मज़ा ज्यादा आएगा। इन लड़कों ने भी तुम में से किसी को नंगी आज तक नहीं देखा ? इसलिए इन्हे भी मज़ा आएगा।
आरती ने कहा अरी रोली सब लड़कियां तो मुझे बड़ी तेज लग रहीं है लेकिन तू तो बिलकुल सीधी सादी लग रही है। मुझे लगता है की तुझे बुर चुदाना तो दूर गाली देना भी नहीं आता होगा ? वह बोली कौन कहती है बुर चोदी भोसड़ी वाली मैं उसकी चोदूंगी माँ का भोसड़ा, फाड़ डालूंगी उसकी गांड ? उखाड़ लूंगी उस मादर चोद की झांटें ? बताओ न मुझे वह है कौन माँ की लौड़ी उसकी बहन का लण्ड ? उसकी माँ की चूत, उसकी गांड में घुसेड़ दूँगी हाथ भर का लण्ड , गांडू कहीं की ? आरती बोली हाय दईया तू तो गाली देने में हम सबकी नानी है बहन चोद ? तू तो मेरी गांड मार देगी।
अब तुम सब लोग सबसे पहले मदिरा का सेवन करो। मदिरा पी कर मस्त हो जाओ। लेकिन मदिरा पीने के लिए तुम सबको पहले अपने अपने कपड़े उतार कर फेंकने होंगें। जी हाँ लड़कियां सब हो जायें बिलकुल नंगी और लड़के भी मादर चोद हो जायें नंगे . सब एक दूसरे को नंगी नंगा देख कर शराब पियो तो ज्यादा मज़ा आयेगा। हां पीते समय तुम एक दूसरे के बदन को छू कर ,उन पर हाथ फिरा कर, पकड़ कर ,हिला कर और जैसे चाहें वैसे मज़ा लें लेकिन किसी को कोई चोट न लगे ? आरती की आज्ञा का तुरंत पालन सबने किया। सबने अपने कपड़े खोल कर फेंक दिया और सब लोग हो गए नंगी और नंगा। सबकी निगाहें एक दूसरे के नंगे बदन पर पड़ने लगीं। सब लोग दूसरे को नंगी नंगा देख कर मज़ा लेने लगे। आरती सबसे पहले नंगी हुई फिर मैं और फिर सब लोग। यह एक ऐसा सीन था जो पहले किसी ने कभी देखा न था। इतने सारे लण्ड एक साथ और इतनी सारी बुर एक साथ किसी ने पहले नहीं देखा।
कोई लड़कों के लण्ड देख रही थी, कोई लण्ड का सुपाड़ा, कोई पेल्हड़ देख रही थी तो कोई झांटें देखने में लगी थी। कोई लड़कियों की चूंचियां देखने का मज़ा ले रहा था। कोई लड़कियों की गांड का शौक़ीन निकला तो कोई अपने निगाहें चूत पर जमाये हुए था। कोई किसी की सूरत पर टिका हुआ था तो कोई चूतड़ों पर नज़रें गड़ाये हुए थे। सभी मस्ती की गाड़ी पर सवार हो गये। वासना का भूत सब पर चढ़ने लगा। इतने में सबने शराब पीना शुरू कर दिया। शराब के साथ लोग सिगरेट भी पीने लगे। हम चारों लड़कियां सिगरेट धकाधक पीने लगीं। वैसे भी आजकल लड़कों से ज्यादा लड़कियां सिगरेट पीतीं हैं।
दारू जब पेट में गयी तो नशा चढ़ने लगा। लोग थोड़ा थोड़ा झूमने लगे। लड़कों के लण्ड खड़े हो गये तो लड़कियों की चूंचियां तन गयीं। लड़कियों के हाथ लण्ड पकड़ने के लिए बढ़ने लगे और लड़को के हाथ लड़कियों की चूंचियों पर और उनकी चूत पर चलने लगे । एक एक लड़की दो दो लड़को के लण्ड पकड़ने लगी। चूमने लगी और चूसने लगी लण्ड। कुछ लोगों की उंगलियां झांटों पर भी चलने लगीं। लड़कियां शराब में लण्ड डुबो डुबो कर चाटने लगीं। लड़के भी शराब चूत पर गिरा गिरा कर चाटने लगे। चूंचियों पर दारू गिरा कर चाटने का मज़ा लड़के लेने लगे। चारों तरफ मस्ती ही मस्ती छा गयी।
तब तक हम सबकी चूत गरम हो गयी थी। अब हम बड़ी देर तक इंतज़ार नहीं कर सकतीं थीं। मैंने राका का लौड़ा अपनी चूत में पेला और चुदवाने लगी। साथ ही साथ जग्गू का लण्ड मुंह में डाल कर चूसने लगी। आरती भोसड़ी की विकी से चुदवाने लगी और डैनी का लण्ड चाटने लगी। उसी के सामने शमा बुर चोदी संजू का लौड़ा तो मुंह में घुसेड़ा और टोनी का लौड़ा अपनी बुर में ? रोली ने असलम का लौड़ा पकड़ कर अपनी चूत में घुसाया और रज़ा का लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी। इस तरह हम चारों लड़कियों ने दो दो लण्ड का मज़ा लूटने लगी। थोड़ी देर में में चूत वाला लौड़ा मुंह में घुस गया और मुंह वाला लौड़ा चूत में ?
रात भर हम चारों लड़कियां लण्ड अदल कर मस्ती से चुदवातीं रहीं।
Click on Search Button to search more posts.
आपको ये भी पसंद आएंगें
- muslim sex story hindi - मुस्लिम समाज में चुदाई का मज़ा Muslim samaaj me chudai ka majaa nirala
- 16 साल की बहन की चुदाई की कहानी - भाई ने दीदी को चोदा - Bahan ki chudai bhai ne didi ko choda
- गन्दी बातें कर के चुदवातीं रहीं - Gandi baaten kar ke chudwati rahi
- माँ बेटे की चुदाई की कहानी - मम्मी को चोदा - Maa bete ki chudai ki hindi kahani
- बेटा माँ बहन बीवी बेटी सब चोदो - Hindi Sex story
- गाली दे दे के चाटो लण्ड - Gali dekar lund chatne ka majaa
- बेटी बाप से चुदवाती है माँ बेटे से - Beti ko Baap ne choda aur Maa ki gand bete ne Mari
- घर की बीवियां घर के लण्ड - Parivarik chudai ki kahaniyan
- छोटी उम्र की नादान लड़की की चुदाई - 14 saal ki kunwari ladki ki chudai - Chhoti umar ka sex
- लड़की की गांड कैसे मारें - Ladki ki gand kaise choden