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मेरी उछलती हुई चूचियाँ देखो - Meri chuchiyan dekhkar mujhe chodo
मेरी उछलती हुई चूचियाँ देखो - Meri chuchiyan dekhkar mujhe chodo , मेरी चूत गांड चूचियां मेरे कण्ट्रोल में नहीं , मेरी उछलती हुई बड़ी चूचियाँ उसकी चौड़ी छाती में दब रही थीं , मेरी चूचियां ढीली ब्रा में उछल गयीं , मेरी पीठ पूरी नंगी हो गयी.
मेरी बातें सुनकर अम्मी का भोसड़ा गर्मा गया और फिर मुझे ज़मीर अंकल का लण्ड पेल कर उसका भोसड़ा चुदवाना पड़ा ? मैं पिछले तीन साल से अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेल रही हूँ और वह भी मेरी बुर में लण्ड पेल रही है। मैं अपनी माँ की चूत चुदवा रही हूँ और वह अपनी बिटिया की बुर ? कभी जब एक ही लण्ड होता है तो मैं उसकी चूत में घुसाती हूँ लण्ड और वह मेरी चूत में ? एक दिन इत्तिफाक से मेरा नंदोई आ गया। तब अम्मी ने कहा :-
- देखो बेटी रेहाना आजकल तेरा नंदोई आया हुआ है। मैंने कल उसे बिस्तर पर नंगा देख लिया था और देख लिया था उसका लण्ड ? लण्ड बहन चोद खड़ा था और खड़ा लण्ड देखते ही मेरे भोसड़ा की आग भड़क गयी है। अब यह आग तेरे नंदोई का लण्ड ही बुझाएगा। इसलिए आज मैं तेरे नंदोई का लण्ड चोदूंगी। मैं जानती हूँ की तू भी उसका लण्ड चोदने की फिराक में है। मगर आज तो मैं तुम्हे उसका लण्ड नहीं चोदने दूँगी
- मैंने कहा - कोई बात नहीं अम्मी। मैंने तो कल ही रात में उसका लण्ड चोदा है और दो दो बार चोदा है। लेकिन मैं आज भी किसी न किसी का लण्ड चोदूंगी जरूर ? मुझे मालूम हुआ की तेरा नंदोई भी आने वाला है। मेरी बात अभी फूफी से हो रही थी। उसी ने मुझे यह बात बताई। वह आता है तो मैं उसका लण्ड चोदूंगी। सुना उस मादर चोद का भी लण्ड बड़ा मस्त है।
- अम्मी बोली - अच्छा तो तू भोसड़ी की मेरे नंदोई का लण्ड चोदेगी ?
- मैं - हां जब तू बुर चोदी मेरे नंदोई का लण्ड चोदेगी तो मैं भी तेरे नंदोई का लण्ड चोदूंगी।
- अम्मी - ठीक है चोद ले ? आज मैं भी देखूँगी की तेरी चूत में कितनी दम है, बहन चोद ?
- मैं - मैं भी देखूँगी की तेरे मादर चोद भोसड़ा में कितना दम है ?
- अम्मी - तो फिर हो जाये हमारे तुम्हारे बीच कम्पटीशन की कौन सबसे पहले लण्ड भून कर अपनी चूत से निकालती है ?
मैंने कहा फूफी जान की बेटी तो अपनी माँ चुदाने जा रही है। वह बोली हां बिलकुल वो तो भोसड़ी वाली आये दिन अपनी माँ चुदवाती रहती है। जब भी मौका मिलता है लौड़ा मेरे भोसड़ा के पेल देती है। मैंने कहा तू क्या बहन चोद उसका कुछ नहीं करती ? वह बोली क्यों नहीं करती ? मैं भी बड़ी चालू चीज हूँ रेहाना। मैं उस बुर चोदी बुर खूब चुदवाती हूँ। मैं भी लौड़ा पेलती हूँ उसकी चूत में। वास्तव में अब वह न मेरी बेटी है और न मैं उसकी माँ हूँ। मैं उसकी एक मस्त सहेली हूँ और वह मेरी मस्त सहेली है । हम दोनों इसीलिए एक दूसरे को गालियों से बातें करती हैं। इसमें खूब मज़ा आता है और उससे ज्यादा साथ साथ चोदने में और चुदवाने में मज़ा आता है। आज मैं पहली बार उसकी ससुराल का लण्ड अपनी चूत में पेलने जा रही हूँ। मैंने कहा हाय फूफी हमारा भी यही हाल है। मैं अम्मी के नंदोई का लण्ड चोदने जा रही हूँ और अम्मी मेरे नंदोई का लण्ड चोदने ? मेरी भी अम्मी बुर चोदी बड़ी हरामजादी है और मैं भी उसकी बुर चोदी बेटी बड़ी हरामजादी हूँ। हम दोनों भी खूब गालियों से ही बातें करतीं हैं। हमारे बीच माँ बेटी का कोई सवाल ही नहीं है। हम दोनों की पक्की दोस्ती है। मेरी चूत और उसके भोसड़ा की भी पक्की दोस्ती है। मैं उसके भोसड़ा में लण्ड पेलती हूँ वह मेरी चूत में ?
करीब एक घंटे के बाद मेरी खाला आ गयी। उसका नाम है तराना और वह मुझसे केवल एक साल ही बड़ी है। हम दोनों की शादी एक ही महीने में हुई थी। उसे देख कर मैं सोंचने लगी की आज इसके मियां का लण्ड पेलूँगी अपनी चूत में ? मज़ा आएगा एक नए लण्ड से चुदाने में। मैं तो उसे अपनी माँ के भोसड़ा में भी घुसेड़ूँगी। उसे भी मज़ा आएगा। तब तक अम्मी पूंछ बैठी अरी तराना तेरा मियां कहाँ हैं। उसने बताया की मेरा मियां नहीं आया है दीदी। यह सुनकर मेरी चूत सूख गयी। लेकिन उसने फिर कहा दीदी मैं अपने ससुर के साथ आई हूँ। मैं उसके ससुर से मिली। अम्मी भी मिली। मैंने सोंचा की आज मैं एक नया लौड़ा पाते पाते रह गयी बहन चोद ? तब तक वह बोली दीदी मेरा ससुर बड़ा मस्त और रंगीला किस्म का आदमी है। साला भोसड़ी का लड़कियों के आगे पीछे घूमा करता है। मेरी तराना खाला तो मेरी सहेली है। मैंने उसके कान में कहा तो क्या तूने ससुर का लण्ड पकड़ा है ? वह बोली हां यार पकड़ा भी है और उसे अपनी चूत में भी पेला है ? इसका लण्ड मेरे मियां के लण्ड से मोटा है ? मैंने कहा यार तराना तो फिर आज इसे मेरी चूत में पेल दो प्लीज ? वह आँखे मटका कर बोली तेरी चूत में भी पेलूँगी और तेरी माँ के भोसड़ा में भी ? मैं तो तुझे और तेरी माँ चोदने आई हूँ, रेहाना ?
शाम को सब लोग एक साथ बैठ गये। मैं रेहाना, मेरी अम्मी नज़मा, मेरी हम उम्र खाला तराना, मेरा नंदोई नदीम, अम्मी का नंदोई कादर और खाला का ससुर हसन ? मस्ती के लिए ड्रिंक्स का इंतज़ाम किया गया। सब लोग शराब का मज़ा लेने लगे। मेरी नज़र अम्मी के नंदोई के लण्ड पर और खाला के ससुर के लण्ड पर थी। मैं अपने नंदोई एक लण्ड तो जानती थी। मेरी बुर भी उसका लण्ड पहचानती है। अम्मी खाला के ससुर और मेरे नंदोई के लण्ड पर नज़रें गड़ाए थी और खाला भी बार बार मेरे नंदोई और अम्मी के नंदोई के लण्ड पर निगाहें गड़ाये बैठी थीं। सब लोग चुपचाप थे तो मैं चुप्पी तोड़ी।
मैंने अपने नंदोई से कहा - नदीम यार तेरे लण्ड पर मेरी अम्मी का दिल आ गया है। अब तो तुम्हे अपना लण्ड मेरी अम्मी को देना होगा।
तब तक खाला बोली - हां नदीम मेरा भी दिल तेरे लण्ड पर आया है। मैं भी तेरा लण्ड लेना चाहती हूँ।
मैंने कहा - देखा नदीम मेरे नंदोई राजा तेरे लण्ड की दो दो दीवानी यहाँ बैठीं हैं। तेरे लण्ड की तो लाटरी खुलगयी है। अब क्या चोदो इन भोसड़ी वालियों की बुर ?
तब तक अम्मी ने कहा - हाय तराना तुम भी अपने ससुर का लौड़ा दिखाओ यार ? सुना है बड़ा मोटा है इसका लौड़ा। जबसे सुना है तबसे मेरा भोसड़ा जल रहा है बहन चोद ?
मैंने कहा - हाय खाला मेरी भी चूत में आग लगी है तेरे ससुर के लण्ड के लिए ? मुझे मोटा लण्ड बहुत अच्छा लगता है।
खाला बोली - देखा मेरे ससुर भोसड़ी के हसन। मैं कहती थी न की तू मेरी दीदी के यहाँ चल फिर देख तेरे लण्ड की कितनी इज़्ज़त होती है ? आज दो दो चूत तेरा लण्ड खाने के लिए तैयार हैं। मेरी दीदी की बुर चोदो और दीदी की बिटिया की बुर चोदो।
खाला ने फिर कहा - दीदी आज मैं भी तेरे नंदोई के लण्ड का मज़ा लूंगी।
मैंने कहा - हां अम्मी मैंने भी अभी तक फूफा का लौड़ा नहीं देखा। हां सुना जरुर है की यह भोसड़ी का अपना लण्ड सबकी चूत में ठोंकने में बड़ा माहिर है। आज मैं देखूंगी की इसके लण्ड में कितना है दम है ?
अम्मी ने कहा - देख कादर , आज तो मेरी भी बेटी तेरे लण्ड से चुदवाने के लिए बेताब हो रही है। और उधर मेरी बहन भी तेरा लण्ड अपनी बुर में पेलवाने के लिए तैयार है। फिर क्या भोसड़ी के अब चोदो मेरी बिटिया की बुर और चोदो मेरी बहन की चूत ? आज रात भर मेरी बेटी भी चोदो मेरी बहन भी चोदो।
अब माहौल पूरा वासना से भर गया. मस्ती से भर गया।
कोई कह रही है मुझे चोदो मेरी माँ चोदो , कोई कह रही है मुझे चोदो मेरी बिटिया चोदो, कोई कह रही है मेरी बहन चोदो, बहन की बेटी चोदो। कोई कह रही है चूत चोदो, बुर चोदो, भोसड़ा चोदो - गांड चोदो, मुंह चोदो,चूंची चोदो ? मतलब यह है की सबकी चूत में आग लगी है और सब लण्ड पेलवाने के लिए बेताब हो रही हैं। सभी मिलकर सब लौड़ों को ललकार रहीं हैं।
इतने में अम्मी ने मेरे नंदोई का लौड़ा पकड़ लिया। उसकी चूंचियां खुलीं थी जिन्हे देख कर लौड़ा मस्ती से खड़ा हो गया। अम्मी उसे जबान निकाल कर चाटने लगी।
तब तक खाला ने अपने ससुर का लण्ड पैजामे के बाहर निकाल लिया। लौड़ा बहन चोद टन्ना उठा। खाला ने उसे पकड़ा और मेरी तरफ बढ़ीं। खाला बोली अरी बुर चोदी रेहाना ले मेरे ससुर का लण्ड पकड़ भोसड़ी की रेहाना और पेल ले इसे अपनी चूत में ?
मैं तो यही चाहती ही थी। मैंने लौड़ा मुस्कराते हुए पकड़ लिया और मस्ती से हिलाने लगी। मेरी चूंचियां भी खुली थी। लौड़ा वाकई बड़ा मोटा था। मैं तो मजे से उससे खेलने लगी।
तब तक अम्मी ने कहा - अरी तराना अब तू मेरे नंदोई का लौड़ा पकड़ बुर चोदी और पूरा मज़ा लूट । उससे चुदवाकर देख कितना मज़ा आता है ? तेरी चूत बड़ा मज़ा करेगी तराना ।
इस तरह हम तीनो के हाथ में एक एक लण्ड आ गया और थोड़ी ही देर में मैं, अम्मी और खाला तीनो बहन चोद कपड़े खोल कर नंगी हो गयीं. मैंने हसन को पूरा नंगा कर दिया, अम्मी ने नदीम को नंगा किया और खाला ने कादर को। कमरे में तीन चूत और तीन लण्ड आमने सामने हो गए।
खाला का ससुर साला वाकई बड़ा रंगीला निकला। वह तो मेरी चूत चाटने लगा और मैं यही चाहती थी। यार तू अपने दोनों हाथ से मेरी चूंचियां दबाओ और अपनी जबान मेरी चूत में घुसेड़ दो। लण्ड से चोदने के पहले अपनी जबान से चोदो मेरी बुर ? वह वैसा ही करने लगा और मैं सिसियाने लगी। मुझे देख कर खाला भी अपनी बुर चटवाने लगी। अम्मी तो मेरे नंदोई का लण्ड अपनी दोनों चूंचियों के बीच घुसेड़ कर चोदने लगी। हां हां चूंचियों से लण्ड चोदने लगी। आजकल लण्ड चोदने का बड़ा रिवाज़ है। लड़कियां तो अब खूब धड़ल्ले से लण्ड चोद रहीं हैं। जहाँ कोई लण्ड मिलता है तो उस पर चढ़ जातीं हैं और अपनी गांड उठा उठा चोदने लगतीं है लण्ड ? मैं देख रही हूँ की मेरी खाला ने इसी तरह फूफा का लण्ड चोदना शुरू कर दिया है। ऐसा लग रहा है की लण्ड का पूरा कचूमर बना देगी। इधर मैं भी हसन से चुदवाने लगी हूँ। मेरे सामने मेरा नंदोई मेरी माँ का भोसड़ा चोदने लगा है। कमरा चुदाई की आवाज़ों से गूँज रहा है।
मेरी अम्मी की चूंचियां बड़ी बड़ी है और मेरी भी। अम्मी भी गदराई हुई हैं और मैं भी। हमें जो भी देखता है उसका लौड़ा खड़ा होने लगता है और अगर वह हमें नंगी देख ले तो उसका लौड़ा एकदम से खड़ा हो जाता है। मैं भी अम्मी की तरह लण्ड की शौक़ीन हूँ। मैं लौड़ा पीछे से पेलवा कर चुदवा रही हूँ और अम्मी नीचे लेटी हुई चुदवा रहीं हैं। खाला भोसड़ी की लण्ड पर बैठ कर चुदवा रही है। मैंने कहा नदीम तू साला अपनी बहू की बुर भी इसी तरह चोदता है न ? तेरा लण्ड साला बड़ा बेरहम है। हाय दईया पूरा पेल के चोदो मुझे। मैं तेरी बीवी हूँ यार मुझे घचा घच चोदो। मेरी बुर में चीथड़े उड़ा दो। देखो न मेरा नंदोई कैसे मेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा है। साला अपनी बीवी भी इस तरह नहीं चोदता होगा ? तब तक वह खुद ही बोला हां रेहांना तुमने ठीक कहा मैं अपनी बीवी नहीं चोदता। मेरे दोस्त चोदतें हैं मेरी बीवी। उधर खाला बोली हाय कादर सुना है तेरी बेटी साली बड़ी चुदक्कड़ है।वह बोला हां मैं जानता हूँ और मैं खुश हूँ। लोग उसे चोदने के लिए अपना लण्ड लिए घूमा करते हैं। मुझे अपनी बेटी की बुर पर नाज़ है। सबके लण्ड भून कर निकालती है अपनी चूत से ?
हम तीनो इसी तरह की बातें करते करते चुदवा रहीं थीं। अचानक एक एक करके लण्ड झड़ने लगे।
मैं एक दिन अकेली बैठी थी। इतने में मेरी सहेली सबीना का फोन आ गया.
- वह बोली हाय रेहाना क्या कर रही है तू ?
- मैंने कहा कुछ नहीं यार बस अकेली बैठी हुई हूँ।
- वह बोली अकेली बैठी बैठी क्या तू अपनी झाँटें उखाड़ रही है बुर चोदी ? अगर तुझे झाँटें ही उखाड़नी है तो यहाँ आ जा और मेरी भी झाँटें उखाड़ दे ?
- मैंने कहां यार मैं बोर हो रही हूँ और तू मजाक कर रही है.
- वह बोली मजाक नहीं कर रही हूँ सच कह रही हूँ। मेरे घर आ जा मैं तुझे बड़े बड़े मोटे तगड़े लण्ड के दीदार करा दूँगी।
- मैंने कहा अच्छा मुझे चूतिया बना रही है तू ? सुबह से कोई और नहीं मिला तुझे ? तेरे घर में लण्ड का बाजार खुला हुआ है क्या माँ की लौड़ी ?
- बस तू यही समझ ले भोसड़ी वाली लेकिन जल्दी ही आ जा ?
सबीना खुद मेरे पकड़े उतारने लगी। मैं नंगी हुई तो लोगों की मज़ा आया। उसका खालू उठा और अपना लौड़ा मेरे सामने कर दिया। सबीना ने लण्ड पकड़ा और मेरे मुंह में घुसा दिया। वह बोली ले पहले मुंह में लण्ड फिर चूत में लेना लण्ड ? मैंने कहा यार तेरे घर में कोई किसी का भी लण्ड ले लेता है। वह बोली हां यार हमारे घर में चुदाई खुल्लम खुल्ला होती है। किसी के साथ भी चुदाई हो सकती है। यहाँ तक की मैं तो अब्बू से चुदवा लेती हूँ। यह सब हमारे घर में पीढ़ियों से हो रहा है। कोई बाहर वाला भी आता है तो वह भी चोद कर जाता है। हम लोग मेहमानों से चुदवा कर अपने को नसीबवाला समझतीं हैं। हम मेहमानों को अच्छा खिलाती पिलाती हैंऔर रात में उनसे चुदवाती हैं। मेहमान अगर कोई जवां लड़की या महिला होती है तो वह भी हमारे घर के चुदवा कर जाती है। हम मेहमानों को चोदने अपना नसीब मानते हैं। अब देखो यह मेरा नंदोई आया है। यह यहाँ सबकी बुर चोद कर जायेगा। मेरी नन्दआई है वह भी सबसे चुदवा कर जाएगी।
मैंने कहा अब मैं आई हूँ तो क्या मैं भी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? वह बोली हां तू भी वहां से सबसे चुदवा कर जाएगी। मेरे घर के सारे मरद तेरी बुर लेगें मेरी रानी रेहाना। पहले तू मेरे खालू से चुदवा ले फिर मेरे अब्बू से और नंदोई से भी से भी ? मैं उसके खालू का लण्ड चूसने लगी और मन ही मन बड़ी खुश होने लगी। जब कोई लण्ड मेरे हाथ में आता है तो मैं उसमे खो जाती हूँ। मेरी नज़र इसीलिए इसके लण्ड से हट ही नहीं रही थी। लण्ड मस्ती से चूसने के बाद मैंने कहा हाय अंकल अब पेलो न लण्ड मेरी चूत में ? उसने लण्ड मेरी चूत पर टिकाकर एक धक्का दिया तो लण्ड घुस गया। मैंने कहा ऊई माँ कितना मोटा लण्ड है तेरा ? मेरी तो चूत फटी जा रही है। फिर मैं मजे से चुदवाने लगी। सबीना मुझे देख कर खुश हो रही थी।
वह फिसलते हुए लण्ड को बार बार मेरी चूत में घुसेड़ रही थी। यही काम वह अपनी अम्मी के साथ भी कर रही थी, जैसे ही नंदोई का लण्ड इधर उधर जाता तो वहअम्मी के भोसड़ा में घुसा देती। उसकी नज़र अपने अब्बू ले लण्ड पर भी थी जो उसकी नन्द की बुर चोद रहां था। लौड़ा बार बार अंदर घुसेड़ रही थी सबीना। वह बोली हाय नन्द रानी कैसा लगा तुझे मेरे अब्बू का लण्ड ? उसने जबाब दिया अरे भाभी लगता है की किसी घोड़े का लौड़ा है तेरेअब्बू का लौड़ा ? मैं जल्दी ही इससे अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाऊँगी ? मेरी माँ को ऐसे लौड़े बहुत पसंद है। थोड़ी देर में सबीना ने अपने अब्बू का लण्ड पेल दिया मेरी चूत में। उधरअपने खालू का लौड़ा अपनी नन्द
की बुर में घुसेड़ दिया। सबीना केअब्बू का लौड़ा तो वाकई बड़ा मोटा तगड़ा था। मैंने कहा हाय अंकल जल्दी जल्दी चोदो लेकिन मजे से चोदो ? तेरे लण्ड में बड़ी ताकत है भोसड़ी के अंकल ? लेकिन मैं इसे अपनी बुर में भून कर निकालूंगी। मैं भी लौड़ा पूरा ले ले कर चुदवाने लगी। वह मेरी उछलती हुई चूचियाँ देख देख कर और भकाभक चोदने लगा।
इस तरह मैंने दोनों से चुदवाया और दोनों झड़ते हुए लण्ड चाटे।
मैं जब उठ कर कपड़े पहनने लगी तो वह बोली अरे रेहाना अभी तो मेरे नंदोई ने तुझे चोदा ही नहीं ? अभी कपड़े पहनने की क्या जरुरत है ? अभी तो डिनर ले ले और बाद में मेरे नंदोई का लण्ड ले ले ? देखो न कितनी देर से बिचारा तेरी बुर चोदने के लिए बेताब है। मैं उसके कहने पर रुक गयी और नंगी नंगी ही सबके साथ खाना खाया । एक घंटे के बाद चुदाई की हमफिल फिर जम गयी। अबकी बार वह भी मेरे साथ चुदवाने लगी। उसने अपने खालू का लण्ड पेलाअपनी चूत में और मैंने उसके नंदोई का लण्ड ?
तो दोस्तों इसी तरह हम लोग जवानी का मज़ा लूट रही हैं। आप लोग भी इसी तरह चुदाई का मज़ा लेते रहें यही मेरी कामना है।
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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