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मैं पांच सौ रुपए में चूत दूंगी और लंड चूसती हूँ - 500 Rupees dekar apna land chuswao
मैं पांच सौ रुपए में चूत दूंगी और लंड चूसती हूँ - 500 Rupees dekar apna land chuswao.
पूरे घर में घनघोर चुदाई हो रही थी। जिसको देखो वही अपना लण्ड किसी न किसी की चूत में घुसेड़े पड़ा था । जिसको देखो वही किसी न किसी का लण्ड लिए चुदवा रही थी। मैं जब अम्मी के कमरे में घुसी तो देखा की अम्मी तो नंगी बैठी है लेकिन उसके बगल में मेरी फूफी किसी से धकाधक अपना भोसड़ा चुदवा रही है। मैं जान गयी की अम्मी किसी के लण्ड की तलाश में हैं। तब मैं फ़ौरन घूमी और अपने कमरे की तरफ जाने लगी। तभी मेरी निगाह अपने ससुर पर पड़ी। मैंने देखा वह नंगा नंगा सोफा पर बैठा हुआ अपना लण्ड हिला रहा है। मैं उसके पास गयी और बोली हाय दईया ससुर जी तुम अपना लण्ड अपने हाथ से हिला रहे हो। अरे लण्ड हिलाना हमारा काम है आपका नहीं। लाओ मैं हिलाती हूँ तेरा लण्ड ? मैं लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। हिलाते हिलाते मैंने पूंछा ससुर जी तूने कभी मेरी माँ की बुर ली है ? वह बोला नहीं अभी तक तो नहीं ली है ? मैंने कहा तो फिर यहाँ बैठे बैठे अपनी बिटिया की बुर चुदा रहे हो क्या ? अरे वहां चलो न और किसी न किसी की बुर में लण्ड पेलो और चोदो। चोदने का मन है न ससुर जी। वह बोला हां है तभी तो मेरा लण्ड खड़ा है बहू ? मैंने कहा ठीक है मेरे साथ चलो और चोदो मेरी माँ का भोसड़ा ? मैं भी नंगी थी। उसकी निगाह मेरी चूचियों पर थी। वह मेरी चूचियाँ दबा कर बोला बहू तू पहले चुदवा ले न ? मैं तेरी बुर लूंगा बहू। मैंने कहा अच्छा तेरी लार टपक रही है मुझे चोदने के लिए। अरे मैं तो घर में रहती हूँ कभी भी मेरे ऊपर चढ़ कर चोद लेना। आज मेरी अम्मी यहाँ है आज उसे चोदो और मज़ा लो ? मैंने उसका लण्ड पकड़ा और सीधे अम्मी के कमरे में आ गयी। मैंने अम्मी को लण्ड पकड़ाते हुए कहा लो अम्मी मेरे ससुर का लण्ड चोदो ? लण्ड बड़ा सॉलिड है और ये साला चोदत भी बड़ा मस्त है। अम्मी ने लौड़ा मेरे हाथ से लिया और हिलाने लगी। वह बोली हां बेटी तेरे ससुर का लण्ड तो बड़ा हलब्बी है। मुझे इसी तरह के लण्ड का इंतज़ार था।
तब तक कमरे में मेरी भाभी आ गयी। मैं देखा की भाभी के हाथ में एक लपलपाता हुआ मस्ताना लण्ड, मैं तो उसे देख कर ललचा गयी। तब तक भाभी बोली लो मेरी नन्द रानी तुम मेरे अब्बू का लण्ड चोदो। लो पकड़ के देखो लण्ड और बताओ की तुझे पसंद है मेरेअब्बू का लण्ड ? मैं तो चाहती यही थी। में लौड़ा पकड़ा और फ़ौरन बोली हाय अल्ला, भाभी तुमने मेरी तमन्ना पूरी कर दी। मैं तो ऐसा ही लौड़ा चाहती थी।अब मैं इसे खूब मस्ती से चोदूँगी। मैं अम्मी के सामने ही भाभी के अब्बू का लण्ड चाटने लगी। मैं यह समझ तो गयी की भाभी अपने अब्बू से चुदवाती है। उधर भाभी और अम्मी दोनों यह समझ गयी की मैं अपने ससुर से चुदवाती हूँ। इतने में भाभी की बहन भी एक लण्ड पकड़े हुए कमरे में नंगी नंगी आ गयी। वह बोलो अरे दीदी लो तुम मेरे ससुर का लण्ड चोदो। मैं अभी तेरे ससुर का लण्ड चोद कर आ रही हूँ। दोस्तों, ये चूत भी बुर चोदी बड़ी कुत्ती चीज है। जब इसकी आग भड़कती है तो फिर दुनिया में लण्ड के अलावा इसे और कुछ नहीं दिखाई पड़ता। अगर किसी इंसान का लण्ड न मिले तो यह सड़क छाप कुत्ते से लण्ड से भी चुदवाने के लिए तैयार ही जाती है।
अब कमरे में बड़ा गरम गर्म माहौल बन गया । अम्मी के हाथ में मेरे ससुर का लण्ड, मेरे हाथ में भाभी के अब्बू का लण्ड और भाभी के हाथ में अपनी बहन के ससुर का लण्ड ? हम तीनो नंगी नंगी अपने अपने हाथ का लण्ड मस्ती से चूसने चाटने लगीं। मगर देख रही थी एक दूसरे को लण्ड चाटते हुए। मैं देख रही थी की मेरी अम्मी और भाभी लण्ड कैसे चूसती हैं। अम्मी देख रही थी की मेरी बेटी और बहू लण्ड कैसे चूसती हैं और भाभी यह देख रही थी की मेरी सास और नन्द लण्ड कैसे चूसती है।
दोस्तों, मेरा नाम है रफ़ा मैं २५ साल की हूँ शादी शुदा हूँ. मस्त और बेहद खूबसूरत हूँ। मैं लण्ड चूसने में माहिर और चुदवाने में एक्सपर्ट हूँ। मेरी अम्मी रामिया ४४ साल की हैं बड़ी सुन्दर मद मस्त और लण्ड की शौक़ीन हैं। चुदाने में बेबाक हैं. अपनी बेटी बहू के साथ चुदवाने की जबरदस्त शौकीन हैं। मेरी भाभी सामिया भी हम लोगों की ही तरह हैं। उसे भी पराये मर्दों के लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं। सबके साथ मिलकर चुदवाना उसकी चाहत है। एक दूसरे की चूत में लण्ड पेलना उसे बड़ा अच्छा लगता है। भाभी के अब्बू का लण्ड मेरे हाथ में उछलने लगा है। मुझे भी उसे हिलाने में, चाटने में और चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं उसे कभी अपनी चूचियों से लड़ती हूँ, कभी चूमती हूँ, कभी उसका टोपा चाटती हूँ, कभी उसे अपने पूरे चेहरे पर घुमाती हूँ, कभी उसे अपने माथे पर अपने होठों पर कभी अपनी गर्दन पर रगड़ती हूँ। मैं चाहती हूँ की लण्ड मेरे पूरे बदन पर रेंग रेंग कर घूमे। मेरी पीठ पर और मेरे चूतड़ों पर भी चले। मुझे लगे की मेरे बदन पर कोई रेंग रहा है। इतना प्यारा, मोटा तगड़ा लौड़ा बहुत कम लोगों का होता है।
मैंने कहा - तेरे अब्बू का लौड़ा तो लाखों में एक है, भाभी ?
वह बोली - हां यार रफ़ा इसीलिए मेरे अब्बू के लण्ड की लाखों दीवानी है। जिसको देखो वही मेरे अब्बू का लण्ड पीने चली आती है। मेरे मोहल्ले की सभी लड़कियां मेरे अब्बू का लण्ड पीती है। मेरी सहेलियां भी इसका लण्ड पीती हैं और मेरे ससुराल में भी सब मेरे अब्बू के लण्ड की दीवानी हो रहीं है ? मैं जब तक लण्ड का मज़ा ले रही थी तब तक अम्मी ने मेरे ससुर का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया। वह तो मस्त हो के चुदवाने लगी। उधर भाभी के मुंह में उसकी बहन के ससुर का लौड़ा घुसा था। भाभी भी लौड़ा चूसने में अव्वल हैं। उसकी भी चूचियाँ बड़ी बड़ी और मस्त हैं। भाभी ने लौड़ा मुंह से निकाला तो उसे अपनी चूचियों के बीच घुसेड़ लिया। कितना अच्छा लग रहा था। एक लौड़ा किसी के मुंह में घुसा है, एक लौड़ा किसी की चूत में घुसा है और एक लौड़ा किसी की चूचियों में ? ऐसा सीन बहुत कम देखने को मिलता है। तब तक अम्मी बोली अरी देख रफ़ा अब मैं लण्ड चोदने जा रही हूँ।
वह ऐसा बोल कर उसके लण्ड पर बैठ गईं। लण्ड पूरा उसके भोसड़ा में घुस गया और वह झुक कर मर्दों की तरह अपने चूतड़ उठा उठा के लण्ड पर पटकने लगी। उसने स्पीड बढ़ा दी और फिर बोली देख न भोसड़ी की रफ़ा मैं कैसे तेरे ससुर का लण्ड चोद रही हूँ। इसी तरह किसी दिन तेरे ससुर की बहन की बुर चोदूँगी। मैं समझ गयी की अब अम्मी पूरे मूड में आ गईं हैं। उसे देख कर मैं भी भाभी के अब्बू के लण्ड पर बैठ गयी। ऐसे बैठी जैसे मैं किसी घोड़े पर बैठी हूँ। लण्ड तो साला फउारन चूत में घुस गया और मैं भी झुक कर चोदने लगी लण्ड। आज मुझे लण्ड चोदने का असली मज़ा मिल रहा था। मैंने मन में कहा यार कौन कहता की लड़कियां चोद नहीं लेती ? लड़कियां तो मर्दों से अच्छा चोद लेती हैं। अब तो मैं सबक लण्ड चोदा करुँगी। मर्दों का रेप करुँगी। उनके लण्ड खुले आम चोदा करुँगी। उधर भाभी तो अपनी गांड के नीचे तकिया लगाए हुए मजे से चुदवाने में जुटी थी। लण्ड पूरा अंदर घुसेड़े हुए आँखे बंद करके चुदवा रही थी।
मैंने कहा अरे भाभी आँखें खोल कर चुदवा ? पता तो चले की किसका लण्ड चोद रहा है तुम्हे। वह बोली यार लण्ड किसी का चोदे, मुझे क्या ? मेरी चूत को तो लण्ड चाहिए बस ? तू किसी का भी लण्ड पेल दे मेरी बुर में मैं चुदवा लूंगी ? मैं बोली हाय दईया तेरे आगे तो रंडी भी थक जाएगी बुर चोदी ? तू तो लगता है की ऐसे ही घंटो चुदवाती रहेगी ? उसने कहा रफ़ा देख मैं लण्ड लेने में कोई कंजूसी नहीं करती ? जितना बड़ा लण्ड उससे बड़ी मेरी चूत ? सारे लण्ड एक ही बार में घुसेड़ लूंगी बहन चोद ? वह फिर मस्ती से गांड हिला हिला कर चुदवाने लगी। हम तीनो में कौन सबसे अच्छा चुदवाती है यह कहना बड़ा मुश्किल है।
अचानक अम्मी मेरे ससुर के लण्ड पर से उठ गयी और मेरे बगल में आ गयी। मुझे खस्का कर वह भाभी के अब्बू के लण्ड पर बैठ गयी। लण्ड उसकी चूत में घुस गया और वह फिर झुक कर लण्ड चूसने लगीं। अम्मी ने मुस्कराते हुए कहा देखा बहू मैं तेरेअब्बू का लण्ड चोद रही हूँ। अभी इसकी गांड भी मारुंगी ताकि मैं कह सकूं की बहू मैंने तेरे अब्बू की गांड भी मारी हैं। मैं उधर भाभी के पास जाकर उसकी बहन के ससुर के लण्ड पर बैठ गयी। मैं उससे चुदवाने लगी। तब तक भाभी मेरे ससुर के लण्ड पर बैठ गयी। वह भी कूद कूद कर लण्ड चोदने लगीं। सबके लण्ड बदल गए तो मज़ा भी बदल गया। मर्दों की लिए चूत बदली तो चोदने का मज़ा अलग तरीके का आने लगा। पूरा कमरा चोदा चोदी की आवाज़ों से गूंजने लगा। हर तरफ से धच्च धच्च, भच्च भच्च, गच्च गच्च की आवाज़ें आने लगीं। आवाज़ बाहर भी जाने लगी। सबको मालूम हो गया की यहाँ धकापेल बुर की चुदाई हो रही है। लण्ड चोदे जा रहें है।
चुदाई की आवाज़ सुनकर मेरी खाला की बेटी साइमा आ गयी। मैंने उसे देख कर कहा अरी बुर चोदी साइमा तू यहाँ अपनी चूत खोले नंगी नंगी कैसे आ गयी।
वह बोली यहां कौन भोसड़ी वाली कपड़े पहने है ? सब की सब नंगी ही तो हैं। सारे मर्द भी तो नंगे ही हैं तो फिर मैं क्यों कपड़े पहनूं ?
मैंने पूंछा तो फिर क्या कर के आ रही है तू साइमा ?
वह बोली मैं तेरे मियां का लण्ड चोद कर आ रही हूँ। और अब तेरे अब्बू का लण्ड चोदने जा रही हूँ।
अच्छा यह बता की तेरी अम्मी यानी मेरी खाला जान क्या कर रहीं हैं ?
वह अपने जेठ का लण्ड चोद रही है। उसके पहले उसने अपने नंदोई का लण्ड चोदा है ?
तेरी अम्मी बड़ी चुदक्कड़ है बहन चोद साइमा ?
यहां कौन चुदक्कड़ नहीं है ? सबके पास चूत है और सबको हर रोज़ ३ ३ / ४ ४ लण्ड चाहिए तो चुदक्कड़ तो हो ही जाएगी ? अब देख न तू सबसे बड़ी चुदक्कड़ है, रफ़ा । तेरी माँ चुदक्कड़ है।
तेरी माँ का भोसड़ा चुदक्कड़ है, साइमा । तेरी बहन की बुर चुदक्कड़ है। तेरी भाभी की चूत चुदक्कड़ है। मैंने यह सब मजाक में कहा तो सब लोग खूब खिलखिलाकर हंसे।
इतने में एक एक करके लण्ड खलास होने लगे। फिर मैंने और साइमा ने मिलकर सबके झड़ते हुए लण्ड चाटे। रात के ३ बजे थे लेकिन किसी की आँखों में नींद नहीं थी। सब लोग चोदने और चुदाने में लगे थे। मैं उठी और बगल के कमरे में घुस गयी। मैं देखा की यहां तो मेरी जेठानी अपनी चूत खोले पड़ीं है और उसके मुंह में है खाला के बहनोई का लण्ड ? जितनी मस्ती से वह उसका लण्ड चूस रही हैं उतनी मस्ती से कभी अपने मियां का लण्ड नहीं चूसा होगा ? और उसी के सामने खाला भी जेठानी के बहनोई का लण्ड चूसने में जुटी हैं। मैंने कहा वाह क्या सीन है। तुम लोगों को पराये मरद का लण्ड बड़ा अच्छा लगता है न ? खाला बोली अरी माँ की लौड़ी रफ़ा यहां किसे अपने मियां का लण्ड अच्छा लगता है ? किसी को नहीं। सब पराये मियां का लण्ड पसंद करतीं हैं। जो मज़ा पराये मियां के लण्ड में है वह किसी और के लण्ड में नहीं ? जब मैं तेरी जेठानी के बहनोई का लण्ड चोदूँगी तब देखना। उधर से जेठानी बोली और जब मैं तेरी खाला के बहनोई का लण्ड चोदूँगी तब देखना ? मैंने कहा ठीक है तुम लोग लण्ड चोदना शुरू करो मैं यहीं बैठ कर देखती हूँ।
मैं नंगी नंगी वहीँ बैठ गयी। इतने में मेरी सास अपनी बड़ी बड़ी चूचियाँ हिलाते हुए आ गईं। वह भी एकदम नंगी थी। वह मुझे देख कर बोली अरी रफ़ा बहू तू यहां बैठे बैठे क्या अपनी झाँटें उखाड़ रही है। चल मेरे साथ मैं तुझे कुछ और दिखाती हूँ। मैं सास के साथ दूसरे कमरे में घुस गयी। मैंने वहां देखा की मेरी नन्द नंगी नंगी किसी का मोटा लण्ड चूस रही है। सास बोली बहू देख रही हो न ये है तेरी नन्द ? देखो न अपने मियां का लण्ड छोड़ कर उसके दोस्त का लण्ड कितने प्यार से चूस रही है। मैंने कहा सासू जी ये तो तेरी बेटी है। वह बोली हां मेरी बेटी है तभी तो तुझे दिखा रही हूँ। अब देखो मेरी बेटी कैसे चोदती है लण्ड ? तब तक सासू का देवर आ गया वह बोला जब तेरी बेटी लण्ड चोदने जा रही है तो फिर तुम भी लण्ड चोदो न, भाभी। लो मेरा लण्ड चोदो भाभी ? सास बोली नहीं आज मैं तेरा लण्ड नहीं चोदूँगी। आज तेरा लण्ड चोदेगी मेरी बहू रफ़ा। आज मैं देखूँगी की मेरी बेटी मेरी बहू कैसे चोदती हैं लण्ड ? सासू ने अपने देवर का लण्ड मुझे पकड़ा दिया और मैं प्यार से उसे चाटने लगी। मुझे लण्ड चाटने में मज़ा आने लगा।
फिर अचानक मैंने पड़ोस की जमीला आंटी को देखा। वह भी बिलकुल नंगी थी। मैंने कहा आंटी अच्छा किया की तू यहाँ आ गयी। देखो न हमारे घर में रात भर यही चोदा चोदी होती रहती है। सब लोग जाने किस किस की बुर चोदते रहते हैं। औरतें भी खूब पराये मर्दों से चुदवाती रहती हैं। हर रात को यही होता है। दिन में सोती हूँ, रात में चुदवाती हूँ। आंटी बोली बहू रफ़ा ये सिर्फ तेरे घर में ही नहीं हो रहा है। यह तो हर एक घर में होता है। हर घर में रात में मर्द पता नहीं किसी किस की बुर चोदते रहतें हैं। कहाँ कहाँ लण्ड पेला करते हैं। किसी की बुर लेते है तो किसी की गांड। किसी के मुंह में पेलते है तो किसी की चूंची में ? इसी तरह औरतें भी पता नहीं किस किस का लण्ड चोदती हैं। किस किस से चुदवाती हैं। इसका कोई कायदा कानून नहीं है। अगर कुछ है तो यह की खुले आम चोदो खुले आम चुदवाओ ? चाहे जिसकी बुर चोदो चाहे जिसका लण्ड ?
मैं भी अपनी बेटी के मियां का लण्ड चोद कर आ रही हूँ। उसके पहले मैंने अपनी बहन के मियां का लण्ड चोदा था। अभी मेरी बेटी अपने ससुर का लण्ड चोद रही है।
पूरे घर में घनघोर चुदाई हो रही थी। जिसको देखो वही अपना लण्ड किसी न किसी की चूत में घुसेड़े पड़ा था । जिसको देखो वही किसी न किसी का लण्ड लिए चुदवा रही थी। मैं जब अम्मी के कमरे में घुसी तो देखा की अम्मी तो नंगी बैठी है लेकिन उसके बगल में मेरी फूफी किसी से धकाधक अपना भोसड़ा चुदवा रही है। मैं जान गयी की अम्मी किसी के लण्ड की तलाश में हैं। तब मैं फ़ौरन घूमी और अपने कमरे की तरफ जाने लगी। तभी मेरी निगाह अपने ससुर पर पड़ी। मैंने देखा वह नंगा नंगा सोफा पर बैठा हुआ अपना लण्ड हिला रहा है। मैं उसके पास गयी और बोली हाय दईया ससुर जी तुम अपना लण्ड अपने हाथ से हिला रहे हो। अरे लण्ड हिलाना हमारा काम है आपका नहीं। लाओ मैं हिलाती हूँ तेरा लण्ड ? मैं लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। हिलाते हिलाते मैंने पूंछा ससुर जी तूने कभी मेरी माँ की बुर ली है ? वह बोला नहीं अभी तक तो नहीं ली है ? मैंने कहा तो फिर यहाँ बैठे बैठे अपनी बिटिया की बुर चुदा रहे हो क्या ? अरे वहां चलो न और किसी न किसी की बुर में लण्ड पेलो और चोदो। चोदने का मन है न ससुर जी। वह बोला हां है तभी तो मेरा लण्ड खड़ा है बहू ? मैंने कहा ठीक है मेरे साथ चलो और चोदो मेरी माँ का भोसड़ा ? मैं भी नंगी थी। उसकी निगाह मेरी चूचियों पर थी। वह मेरी चूचियाँ दबा कर बोला बहू तू पहले चुदवा ले न ? मैं तेरी बुर लूंगा बहू। मैंने कहा अच्छा तेरी लार टपक रही है मुझे चोदने के लिए। अरे मैं तो घर में रहती हूँ कभी भी मेरे ऊपर चढ़ कर चोद लेना। आज मेरी अम्मी यहाँ है आज उसे चोदो और मज़ा लो ? मैंने उसका लण्ड पकड़ा और सीधे अम्मी के कमरे में आ गयी। मैंने अम्मी को लण्ड पकड़ाते हुए कहा लो अम्मी मेरे ससुर का लण्ड चोदो ? लण्ड बड़ा सॉलिड है और ये साला चोदत भी बड़ा मस्त है। अम्मी ने लौड़ा मेरे हाथ से लिया और हिलाने लगी। वह बोली हां बेटी तेरे ससुर का लण्ड तो बड़ा हलब्बी है। मुझे इसी तरह के लण्ड का इंतज़ार था।
तब तक कमरे में मेरी भाभी आ गयी। मैं देखा की भाभी के हाथ में एक लपलपाता हुआ मस्ताना लण्ड, मैं तो उसे देख कर ललचा गयी। तब तक भाभी बोली लो मेरी नन्द रानी तुम मेरे अब्बू का लण्ड चोदो। लो पकड़ के देखो लण्ड और बताओ की तुझे पसंद है मेरेअब्बू का लण्ड ? मैं तो चाहती यही थी। में लौड़ा पकड़ा और फ़ौरन बोली हाय अल्ला, भाभी तुमने मेरी तमन्ना पूरी कर दी। मैं तो ऐसा ही लौड़ा चाहती थी।अब मैं इसे खूब मस्ती से चोदूँगी। मैं अम्मी के सामने ही भाभी के अब्बू का लण्ड चाटने लगी। मैं यह समझ तो गयी की भाभी अपने अब्बू से चुदवाती है। उधर भाभी और अम्मी दोनों यह समझ गयी की मैं अपने ससुर से चुदवाती हूँ। इतने में भाभी की बहन भी एक लण्ड पकड़े हुए कमरे में नंगी नंगी आ गयी। वह बोलो अरे दीदी लो तुम मेरे ससुर का लण्ड चोदो। मैं अभी तेरे ससुर का लण्ड चोद कर आ रही हूँ। दोस्तों, ये चूत भी बुर चोदी बड़ी कुत्ती चीज है। जब इसकी आग भड़कती है तो फिर दुनिया में लण्ड के अलावा इसे और कुछ नहीं दिखाई पड़ता। अगर किसी इंसान का लण्ड न मिले तो यह सड़क छाप कुत्ते से लण्ड से भी चुदवाने के लिए तैयार ही जाती है।
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दोस्तों, मेरा नाम है रफ़ा मैं २५ साल की हूँ शादी शुदा हूँ. मस्त और बेहद खूबसूरत हूँ। मैं लण्ड चूसने में माहिर और चुदवाने में एक्सपर्ट हूँ। मेरी अम्मी रामिया ४४ साल की हैं बड़ी सुन्दर मद मस्त और लण्ड की शौक़ीन हैं। चुदाने में बेबाक हैं. अपनी बेटी बहू के साथ चुदवाने की जबरदस्त शौकीन हैं। मेरी भाभी सामिया भी हम लोगों की ही तरह हैं। उसे भी पराये मर्दों के लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं। सबके साथ मिलकर चुदवाना उसकी चाहत है। एक दूसरे की चूत में लण्ड पेलना उसे बड़ा अच्छा लगता है। भाभी के अब्बू का लण्ड मेरे हाथ में उछलने लगा है। मुझे भी उसे हिलाने में, चाटने में और चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं उसे कभी अपनी चूचियों से लड़ती हूँ, कभी चूमती हूँ, कभी उसका टोपा चाटती हूँ, कभी उसे अपने पूरे चेहरे पर घुमाती हूँ, कभी उसे अपने माथे पर अपने होठों पर कभी अपनी गर्दन पर रगड़ती हूँ। मैं चाहती हूँ की लण्ड मेरे पूरे बदन पर रेंग रेंग कर घूमे। मेरी पीठ पर और मेरे चूतड़ों पर भी चले। मुझे लगे की मेरे बदन पर कोई रेंग रहा है। इतना प्यारा, मोटा तगड़ा लौड़ा बहुत कम लोगों का होता है।
मैंने कहा - तेरे अब्बू का लौड़ा तो लाखों में एक है, भाभी ?
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वह ऐसा बोल कर उसके लण्ड पर बैठ गईं। लण्ड पूरा उसके भोसड़ा में घुस गया और वह झुक कर मर्दों की तरह अपने चूतड़ उठा उठा के लण्ड पर पटकने लगी। उसने स्पीड बढ़ा दी और फिर बोली देख न भोसड़ी की रफ़ा मैं कैसे तेरे ससुर का लण्ड चोद रही हूँ। इसी तरह किसी दिन तेरे ससुर की बहन की बुर चोदूँगी। मैं समझ गयी की अब अम्मी पूरे मूड में आ गईं हैं। उसे देख कर मैं भी भाभी के अब्बू के लण्ड पर बैठ गयी। ऐसे बैठी जैसे मैं किसी घोड़े पर बैठी हूँ। लण्ड तो साला फउारन चूत में घुस गया और मैं भी झुक कर चोदने लगी लण्ड। आज मुझे लण्ड चोदने का असली मज़ा मिल रहा था। मैंने मन में कहा यार कौन कहता की लड़कियां चोद नहीं लेती ? लड़कियां तो मर्दों से अच्छा चोद लेती हैं। अब तो मैं सबक लण्ड चोदा करुँगी। मर्दों का रेप करुँगी। उनके लण्ड खुले आम चोदा करुँगी। उधर भाभी तो अपनी गांड के नीचे तकिया लगाए हुए मजे से चुदवाने में जुटी थी। लण्ड पूरा अंदर घुसेड़े हुए आँखे बंद करके चुदवा रही थी।
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वह बोली यहां कौन भोसड़ी वाली कपड़े पहने है ? सब की सब नंगी ही तो हैं। सारे मर्द भी तो नंगे ही हैं तो फिर मैं क्यों कपड़े पहनूं ?
मैंने पूंछा तो फिर क्या कर के आ रही है तू साइमा ?
वह बोली मैं तेरे मियां का लण्ड चोद कर आ रही हूँ। और अब तेरे अब्बू का लण्ड चोदने जा रही हूँ।
अच्छा यह बता की तेरी अम्मी यानी मेरी खाला जान क्या कर रहीं हैं ?
वह अपने जेठ का लण्ड चोद रही है। उसके पहले उसने अपने नंदोई का लण्ड चोदा है ?
तेरी अम्मी बड़ी चुदक्कड़ है बहन चोद साइमा ?
यहां कौन चुदक्कड़ नहीं है ? सबके पास चूत है और सबको हर रोज़ ३ ३ / ४ ४ लण्ड चाहिए तो चुदक्कड़ तो हो ही जाएगी ? अब देख न तू सबसे बड़ी चुदक्कड़ है, रफ़ा । तेरी माँ चुदक्कड़ है।
तेरी माँ का भोसड़ा चुदक्कड़ है, साइमा । तेरी बहन की बुर चुदक्कड़ है। तेरी भाभी की चूत चुदक्कड़ है। मैंने यह सब मजाक में कहा तो सब लोग खूब खिलखिलाकर हंसे।
इतने में एक एक करके लण्ड खलास होने लगे। फिर मैंने और साइमा ने मिलकर सबके झड़ते हुए लण्ड चाटे। रात के ३ बजे थे लेकिन किसी की आँखों में नींद नहीं थी। सब लोग चोदने और चुदाने में लगे थे। मैं उठी और बगल के कमरे में घुस गयी। मैं देखा की यहां तो मेरी जेठानी अपनी चूत खोले पड़ीं है और उसके मुंह में है खाला के बहनोई का लण्ड ? जितनी मस्ती से वह उसका लण्ड चूस रही हैं उतनी मस्ती से कभी अपने मियां का लण्ड नहीं चूसा होगा ? और उसी के सामने खाला भी जेठानी के बहनोई का लण्ड चूसने में जुटी हैं। मैंने कहा वाह क्या सीन है। तुम लोगों को पराये मरद का लण्ड बड़ा अच्छा लगता है न ? खाला बोली अरी माँ की लौड़ी रफ़ा यहां किसे अपने मियां का लण्ड अच्छा लगता है ? किसी को नहीं। सब पराये मियां का लण्ड पसंद करतीं हैं। जो मज़ा पराये मियां के लण्ड में है वह किसी और के लण्ड में नहीं ? जब मैं तेरी जेठानी के बहनोई का लण्ड चोदूँगी तब देखना। उधर से जेठानी बोली और जब मैं तेरी खाला के बहनोई का लण्ड चोदूँगी तब देखना ? मैंने कहा ठीक है तुम लोग लण्ड चोदना शुरू करो मैं यहीं बैठ कर देखती हूँ।
मैं नंगी नंगी वहीँ बैठ गयी। इतने में मेरी सास अपनी बड़ी बड़ी चूचियाँ हिलाते हुए आ गईं। वह भी एकदम नंगी थी। वह मुझे देख कर बोली अरी रफ़ा बहू तू यहां बैठे बैठे क्या अपनी झाँटें उखाड़ रही है। चल मेरे साथ मैं तुझे कुछ और दिखाती हूँ। मैं सास के साथ दूसरे कमरे में घुस गयी। मैंने वहां देखा की मेरी नन्द नंगी नंगी किसी का मोटा लण्ड चूस रही है। सास बोली बहू देख रही हो न ये है तेरी नन्द ? देखो न अपने मियां का लण्ड छोड़ कर उसके दोस्त का लण्ड कितने प्यार से चूस रही है। मैंने कहा सासू जी ये तो तेरी बेटी है। वह बोली हां मेरी बेटी है तभी तो तुझे दिखा रही हूँ। अब देखो मेरी बेटी कैसे चोदती है लण्ड ? तब तक सासू का देवर आ गया वह बोला जब तेरी बेटी लण्ड चोदने जा रही है तो फिर तुम भी लण्ड चोदो न, भाभी। लो मेरा लण्ड चोदो भाभी ? सास बोली नहीं आज मैं तेरा लण्ड नहीं चोदूँगी। आज तेरा लण्ड चोदेगी मेरी बहू रफ़ा। आज मैं देखूँगी की मेरी बेटी मेरी बहू कैसे चोदती हैं लण्ड ? सासू ने अपने देवर का लण्ड मुझे पकड़ा दिया और मैं प्यार से उसे चाटने लगी। मुझे लण्ड चाटने में मज़ा आने लगा।
फिर अचानक मैंने पड़ोस की जमीला आंटी को देखा। वह भी बिलकुल नंगी थी। मैंने कहा आंटी अच्छा किया की तू यहाँ आ गयी। देखो न हमारे घर में रात भर यही चोदा चोदी होती रहती है। सब लोग जाने किस किस की बुर चोदते रहते हैं। औरतें भी खूब पराये मर्दों से चुदवाती रहती हैं। हर रात को यही होता है। दिन में सोती हूँ, रात में चुदवाती हूँ। आंटी बोली बहू रफ़ा ये सिर्फ तेरे घर में ही नहीं हो रहा है। यह तो हर एक घर में होता है। हर घर में रात में मर्द पता नहीं किसी किस की बुर चोदते रहतें हैं। कहाँ कहाँ लण्ड पेला करते हैं। किसी की बुर लेते है तो किसी की गांड। किसी के मुंह में पेलते है तो किसी की चूंची में ? इसी तरह औरतें भी पता नहीं किस किस का लण्ड चोदती हैं। किस किस से चुदवाती हैं। इसका कोई कायदा कानून नहीं है। अगर कुछ है तो यह की खुले आम चोदो खुले आम चुदवाओ ? चाहे जिसकी बुर चोदो चाहे जिसका लण्ड ?
मैं भी अपनी बेटी के मियां का लण्ड चोद कर आ रही हूँ। उसके पहले मैंने अपनी बहन के मियां का लण्ड चोदा था। अभी मेरी बेटी अपने ससुर का लण्ड चोद रही है।
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