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लंड पसंद आ जाए तो मैं उसी से चुदवाती हूँ - Mujhe chodna hai to land nikal kar dikhao
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हां बेटी, मैं सच कह रही हूँ। यहां कल रात में तेरा मियां आ गया था। वह काफी थका हुआ था इसलिए खाना खा कर सो गया। मैं सवेरे ५ बजे उठ कर थोड़ा इधर उधर काम करने लगी और फिर बारंडे में बैठी चाय पीने लगी। तभी अचानक तेरा मियां बिस्तर से उठा। वह बारंडे में ही सोया हुआ था। उठते ही वह अपनी लुंगी संभालने लगा। बस उसी समय मुझे उसके लन्ड के दीदार हो गए। लन्ड की एक झलक मिल गयी मुझे। लुंगी के नीचे वह बिलकुल नंगा था। सुबह का टाइम था तो लौड़ा साला टन्नाया हुआ था। उसका टन टनाता हुआ लन्ड देख कर मेरी चूत की घंटी बजने लगी, बेटी। मेरी चूत की जबान लपलपाने लगी। मैं ललचा गयी। मेरे मुंह में पानी आ गया। मेरा मन हुआ की मैं लन्ड गप्प से मुंह में रख लूँ। जब तक वह पेशाब करके लौटा तब तक मैं अपनी चूंचियां आधे से अधिक खोल चुकी थी। उसने मेरी चूंचियां देखीं तो मुस्करा पड़ा। बस मेरे बदन में आग लग गयी। ये जवानी बहन चोद बड़ी हरामजादी होती है बेटी। जाने क्या क्या करवा लेती है ? मैं बिलकुल बेशर्मी पर उतारू हो गयी। मेरी नियत तो पहले ही ख़राब हो चुकी थी।
मैंने उसे इशारा करके अपने पास बुला लिया और उसकी लुंगी खींचते हुए कहा बेटा मुझे तेरा लौड़ा बड़ा शानदार लग रहा है। लाओ ज़रा मैं भी इसे पकड़ के देखूँ कैसा है और कितना बड़ा है ? मैं लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। वह बोला अरे सासू जी ये क्या कर रहीं है आप ? मैंने कहा कुछ नहीं बेटा मैं तो तेरे लन्ड का मुआइना कर रही हूँ। मैं देखना चाहती हूँ की मेरी बेटी को किस तरह का लन्ड मिला है। मैंने अपनी बेटी की शादी तुमसे करके कोई गलती तो नहीं की है ?
उसका लौड़ा मेरी बाते सुनकर और सख्त हो गया। मैं जबान निकाल कर लन्ड का टोपा चाटने लगी। बेटी रिदा बुरा न मानना मैं अपने आप को रोक नहीं सकी ? मुझे न अपनी जवानी पर कोई कंट्रोल है और न अपनी चूत पर। मैं तो बस उसके लन्ड में खो गयी बेटी। उसने कहा अरे अम्मी इसमें बुरा मानने की कोई गुन्जाईस ही नहीं है। मैं जानती हूँ की ऐसा होता ही है, अम्मी ? अभी कल ही मेरे देवर का एक दोस्त आ गया था। उसे देखते ही मेरा दिल उस पर आ गया। मैंने अपने देवर से कहा मैं तेरे दोस्त का लन्ड पकड़ूँगी और अगर लन्ड मुझे पसंद आ गया तो चुदवा भी लूंगी। तुम तो मुझे चोदते ही हो आज तेरा दोस्त भी मुझे चोदेगा। मेरा देवर हंस पड़ा बोला भाभी तुम तो बड़ी हसीं हो। मेरा दोस्त भी साला तुम्हारी बड़ी तारीफ करता है। तुम उसका लन्ड पकड़ लो मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है क्योंकि उसकी भाभी भी मेरा लन्ड पकड़ती है। मैं अगर उसकी भाभी की बुर लेता हूँ तो वह भी मेरी भाभी की बुर लेगा ? मैंने कहा भोसड़ी के तुम तो बड़ी चालू हो ? बस वह गया और इधर उसके दोस्त का लन्ड मेरे हाथ में आ गया। लन्ड मुझे भा गया। मैं लन्ड चाटने चूसने लगी और फिर मैंने उससे खूब मस्ती से चुदवाया और तब जाने दिया। तो अम्मी अब ये सब तो जवानी में हो ही जाता है और फिर तुम तो अभी मस्त जवान हो ? अब ये बताओ की आगे क्या हुआ ? मैंने कहा रिदा थोड़ी देर में उसने खुद ही पेल दिया लन्ड तेरी माँ के भोसड़ा में बेटी। और मैं मस्त होकर चुदवाने लगी। उसका मोटा तगड़ा लन्ड मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ाने लगा। तब मुझे मालूम हुआ की हां मैंने अपनी बेटी की शादी एक मर्द से किया है ? तो ये है मेरी कहानी, अब तू बता भोसड़ी की, तू वहां क्या कर रही हूँ ?
वह बोली :- मैं यहाँ अपने ससुर से चुदवाने जा रही हूँ अम्मी, बाकी बातें बाद में बताऊंगी।
कुछ दिन बाद मेरी बेटी रिदा अपने माईके आ गयी। मैंने उसका खैरमकदम किया। वह बहुत खुश दिख रही थी। मैंने कहा बेटी मुझे मालूम है की तुम बहुत खुश हो क्योंकि तेरे मरद का लौड़ा जबरदस्त है। मुझे खूब पसंद आया। उस दिन तो उसने मेरी चूत के छक्के छुड़ा दिया । चोदने में तो एक्सपर्ट है तेरे शौहर का लन्ड, बेटी ? वह बोली अरे अम्मी तुम सही कह रही हो पर मैं खुश इसलिए हूँ की मेरी ससुराल में एक से एक बेहतर लन्ड है। मेरे जेठ का लन्ड तो साला बड़ी देर तक चोदता रहता है। और मजे की बात तो यह है अम्मी की मेरी जेठानी ने ही अपने मियां का लन्ड मेरी चूत में पेल दिया था। उसने यह भी कहा था की की रिदा मैं तेरे मियां से चुदवाती हूँ आज तू मेरे मियां से चुदवा कर देख। इसका लौड़ा पसंद आये तो आगे भी चुदवाती रहना ? मैं मन ही मन बहुत खुश हुई थी। फिर मैंने जेठ से रात में ३ बार चुदवाया।
एक दिन मेरे हाथ खाला ससुर का लन्ड लग गया। हुआ यह की मैं रात को किसी काम से अपनी सास के कमरे में घुस गयी। मेरी सास उस समय अपने जीजू का लौड़ा पी रही थी। मेरी सास भी पूरी नंगी थीं और उसका जीजू भी पूरा नंगा ? मुझे देखते ही सास बोली ले तू भी इसका लन्ड पी ले बुर चोदी बहू। उसके मुंह से मेरे लिए गाली और उसका मुझे लन्ड दिखाने में स्टाइल बहुत अच्छा लगा। मेरी चूत गरम हो गयी। मैंने हाथ बढ़ाकर लन्ड पकड़ लिया और चाटने लगी। तब तक सास ने मेरे कपड़े उतार कर मुझे नंगी कर दिया। वह बोली बहू अब तुम यहाँ से चुदवा कर ही जाना ? जैसे मैं चुदवाती हूँ वैसे तुम भी चुदवाओ। यहाँ चोदने चुदाने में कोई रोक टोक नहीं है। पूरी आज़ादी है बहू। चाहे जिसका लन्ड चोदो चाहे जिसका लन्ड पेलो ?
बस अंधे तो चाहिए क्या दो आँखें ? मैं तो चाहती यही थी अम्मी ? मैं उसी दिन से खाला ससुर से धकाधक चुदवाने लगी। इस तरह अब तक मैं, अपने देवर से, उसके दोस्त से, अपने जेठ से और अब अपने खाला ससुर से चुदवाने लगी। खाला से ही मुझे मालूम हुआ की मेरे ससुर का लन्ड सबसे मोटा और बड़ा है। बस मेरी चूत उसका लन्ड लेने के लिए मचल उठी।
मैंने पूंछा :- तो फिर तू कैसे पहुंची अपने ससुर के लन्ड तक, बेटी ?
वह बोली :- इसमें मेरी मदद मेरी नन्द ने की, अम्मी।
मैंने पूंछा :- कैसे की मदद उसने ?
वह बोली :- मेरी नन्द एक दिन बात करते करते बोली भाभी मेरे अब्बू का लौड़ा तो सबसे ज्यादा मोटा तगड़ा है। मैंने कहा अरे सारा (मेरी नन्द का नाम) तुझे कैसे मालूम है ? वह बोली मेरी सहेली ने एक दिन मुझसे कहा सारा यार तेरे अब्बू का लौड़ा तो बहन चोद बड़ा मोटा है। मेरी एक मुठ्ठी में नहीं आता। मुझे दोनों हाथ से पकड़ना पड़ता है उसका लन्ड ? मैं हैरान हो गयी यह सुनकर और कहा तूने कब पकड़ लिया मेरे अब्बू का लन्ड ? वह बोली अरे यार तुझे नहीं मालूम ? तेराअब्बू भोसड़ी का मेरी अम्मी की बुर लेता है। एक दिन मैंने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। मैंने अपनी अम्मी को तेरे अब्बू का लन्ड हिलाते हुए देख लिया। मेरी अम्मी मुझसे शरमाई नहीं बल्कि मुझे अपने पास बुला कर लन्ड मुझे पकड़ा दिया और कहा ले भोसड़ी की तू भी इसके लन्ड का मज़ा ले ले ? अब तो तेरी शादी हो गयी है। अब शर्माने की क्या जरुरत ? जब ये मादर चोद तेरी माँ का भोसड़ा चोदता है तो फिर तेरी माँ की बेटी भी चोदेगा ? अम्मी की इस बेबाकी दलील से मैं मस्त हो गयी और लौड़ा चूसने लगी। फिर क्या मेरी चूत गनगना उठी और मैं अम्मी के सामने ही चुदवाने लगी। फिर मैने लन्ड अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया। वह बोली हाय दईया अब तू अपनी माँ चुदवायेगी ? मैंने कहा अम्मी तुम अपनी बेटी चुदवा सकती है जो मैं भी अपनी चुदवा सकती हूँ। उस दिन मुझे मालूम हुआ की तेरे अब्बू का लन्ड कितना जबरदस्त है सारा ? अब तू खुद एक दिन पकड़ के देख अपने अब्बू का लन्ड ? फिर मैंने एक दिन खालू के धोखेअब्बू का लन्ड पकड़ ही लिया।
रिदा भाभी अब तुम अपने ससुर का लन्ड पकड़ कर अपनी चूत में पेल कर देखो ? वह तो बड़ा चोदू है। मेरी और भी सहेलियों की बुर चोदता है . यहाँ मोहल्ले की लड़कियां भी चोदता है। कुछ लड़कियों की माँ भी चोदता है, मेरा अब्बू। आज रात को मैं तेरी हेल्प करुँगी। बस रात में सारा ने अपनी सहेली को मेरे ससुर (अपने अब्बू) के पास भेज दिया। उसकी सहेली जब मेरे ससुर का लन्ड हिला रही थी तभी सारा मेरे पास आयी और बोली भाभी अब तुम किसी बहाने अपने ससुर के कमरे में चली जाओ और पकड़ लो उसका लन्ड ? मैं तो उतावली थी ही। मैं घुस गयी उसके कमरे में और बोली हाय दईया ससुर जी तेरा तो लन्ड बहुत बड़ा है ? ये कौन बुर चोदी तेरा लन्ड हिला रही है। मैंने जान बूझ कर गाली दी और लन्ड हाथ बढाकर पकड़ लिया। वह भी साला मस्त हो गया और मस्त हो गया उसका लन्ड ? तब वह लड़की जाने लगी। मैंने उसे रोका और कहा अब तू कहाँ जाएगी ? अब तू मेरे साथ चुदवा कर जा ? फिर उसने लन्ड मेरी बुर में पेला और मैंने लन्ड उसकी बुर मे पेला ? यह मेरी उसके साथ पहली चुदाई थी।
सारा ने मुझसे पूंछा :- भाभी, कैसा लगा तुझे मेरे अब्बू का लन्ड ?
मैंने कहा :- वाओ, वाकई बड़ा लंबा चौड़ा है तेरे अब्बू का लन्ड ?
वह बोली :- हां भाभी मैं भी अपने ससुर से चुदवाती हूँ और तुम भी अपने ससुर से चुदवाया करो।
उसके बाद तो मैं २/३ बार और चुदवा कर आयी हूँ अम्मी ?
इतने में मेरी पड़ोस की रमजाना आ गयी। आते ही बोली अरी नज़मा तेरी बेटी अपने ससुर से चुदवा कर आयी है। वह तो ठीक है। पर यह बता की इसने कभी अपनी माँ चुदवाई है ? मैंने कहा हां हां बिलकुल चुदवाई है। मेरी बेटी २ बार तो चुदवा चुकी है अपनी माँ ? वह बोली बस ? मेरी बेटी तो हफ्ते में दो बार चुदवाती है अपनी माँ ? बड़ी मस्त और बड़ी चालू हो गयी है मेरी बेटी नूरी ? अभी उसकी शादी के ६ महीने भी नहीं हुए है, वो अपनी ससुराल के सारे लन्ड पकड़ चुकी है ? एक दिन अपने ससुर का लन्ड मेरे भोसड़ा पेल दिया उसने ? यार नज़मा क्या लौड़ा है उसका बहन चोद ? बिलकुल नीग्रो के लन्ड जैसा है उसका लन्ड भोसड़ी का ? 9" से कम नहीं है उसका लन्ड। मेरी चूत के छक्के छुड़ा दिया उसने ? मैंने कहा अरे यार तो किसी दिन उसका लौड़ा मेरे भी भोसड़ा में घुसेड़ दे ? मैं भी मज़ा ले लूँ उसके लन्ड का ? तब तक उसकी बेटी नूरी आ गयी। वह बोली हां नज़मा आंटी कल मैं पेलूंगी अपने ससुर का लन्ड तेरी चूत में ? मेरा ससुर कल सवेरेआ रहा है। तब तक मेरी बेटी बोली अच्छा ये बात है तो फिर मैं भी अपने ससुर को बुला लेती हूँ। मैं उसका लन्ड तेरी माँ की चूत में घुसा दूँगी नूरी। तू मेरी माँ चुदवायेगी तो मैं तेरी माँ चुदवाऊँगी।
मेरी बेटी ने कहा यार नूरी एक काम क्यों न किया जाए ? देख तू मेरी माँ चोदेगी, मैं तेरी माँ चोदूँगी। तो फिर क्यों न मैं तेरे मियां का लन्ड चोदूं तुम मेरे मियां का लन्ड चोदो ? मैं और रमजाना दोनों बैठी हुई उनकी बातें सुन रहीं थीं। रमजाना बोली अरी नूरी ठीक तो कह रही है रिदा ? हम चारों अगर एक साथ चुदवाये वह भी लन्ड अदल बदल कर तो कितना मज़ा आये ? बस प्लान बन गया. रिदा और नूरी चुदाई का इंतज़ाम करने लगीं। उन दोनों के शहर इत्तिफाक से घर पर ही थे। मेरी बेटी ने अपने ससुर को फोन करके बुला लिया और नूरी ने अपने ससुर को। थोड़ी देर में ४ मर्द, मेरी बेटी का ससुर अहसान, नूरी का ससुर अल्ताफ, मेरी बेटी का मियां रेहान और नूरी का मियां नियाज़ और हम ४ औरतों का ग्रुप बन गया। मैंने मस्ती में नशा डोलने के लिए व्हिस्की निकाल ली और सबको पिलाना शुरू कर दिया।
दो दो पैग सबने गटक लिया। इसी के साथ होने लगीं गन्दी गन्दी और धुआंधार अश्लील बातें। बातों से ही लन्ड टन टना उठे और चूत गरम हो गयीं। मैंने अपना हाथ नूरी के ससुर अल्ताफ के लन्ड पर रख दिया। रमजाना मेरी बेटी के ससुरअहसान का लन्ड टटोलने लगी। मेरी बेटी नूरी के मरद का लन्ड ऊपर से सहलाने लगी और नूरी मेरी बेटी के मरद के लन्ड पर अपना हाथ रगड़ने लगी।मर्दों के हाथ चूँचियों तक पहुँचने लगे। धीरे धीरे सबके कपड़े उतरने लगे। सबसे पहले मैं नंगी हुई। फिर रमजाना हम दोनों की चूंचियां लगभग बराबर थीं। हमारी चूत भी बिना झांट वाली बड़ी मद लग रही थी। तब तक दोनों बेटियां भी भोसड़ी वाली नंगी हो गयीं। मेरी बेटी ने नूरी के मियां का लन्ड बाहर निकाल लिया और उसे पूरा नंगा कर दिया। नूरी ने मेरी बेटी के मियां को नंगा किया और उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। दोनों बेटियां एक दूसरे के मरद का लन्ड चाटने में जुट गयीं। इधर मैं भी रमजाना के समधी का लन्ड हिलाने लगी और वह मेरे वह मेरे समधी का लन्ड ?
मैंने कहा :- हाय रमजाना, तेरी बेटी के ससुर का लन्ड तो बहुत बड़ा है यार ? इतना बड़ा लन्ड तेरी बेटी भी घुसा लेती है अपनी चूत में ?
रमजाना बोली :- अरे यार नज़मा तू तो जानती है की मेरी बेटी बड़े बड़े लन्ड से चुदाने में एक्सपर्ट हो गयी है। और हां तेरी बेटी के ससुर का लन्ड भी साला बड़ा मोटा तगड़ा है। आज मेरा भोसड़ा चोदेगा तो मज़ा आएगा।
तब तक उधर मेरी बेटी और नूरी दोनों एक दूसरे के मियां से चुदवाने लगीं।
मेरी बेटी :- यार नूरी तेरा मियां तो बहुत अच्छी तरह चोद रहा है मेरी बुर ? इसका लन्ड मुझे पसंद आ गया है। अब मैं अक्सर चुदवाया करुँगी इससे।
नूरी ने कहा :- हां खूब चुदाओ ? तुझे कौन रोकने वाला है और मैं इधर तेरे मियां से चुदवाया करूँगा क्योंकि इसका लन्ड मेरे मन का लन्ड है।
इसी तरह हम सबने लन्ड अदल बदल कर रात भर चुदवाया।
हां बेटी, मैं सच कह रही हूँ। यहां कल रात में तेरा मियां आ गया था। वह काफी थका हुआ था इसलिए खाना खा कर सो गया। मैं सवेरे ५ बजे उठ कर थोड़ा इधर उधर काम करने लगी और फिर बारंडे में बैठी चाय पीने लगी। तभी अचानक तेरा मियां बिस्तर से उठा। वह बारंडे में ही सोया हुआ था। उठते ही वह अपनी लुंगी संभालने लगा। बस उसी समय मुझे उसके लन्ड के दीदार हो गए। लन्ड की एक झलक मिल गयी मुझे। लुंगी के नीचे वह बिलकुल नंगा था। सुबह का टाइम था तो लौड़ा साला टन्नाया हुआ था। उसका टन टनाता हुआ लन्ड देख कर मेरी चूत की घंटी बजने लगी, बेटी। मेरी चूत की जबान लपलपाने लगी। मैं ललचा गयी। मेरे मुंह में पानी आ गया। मेरा मन हुआ की मैं लन्ड गप्प से मुंह में रख लूँ। जब तक वह पेशाब करके लौटा तब तक मैं अपनी चूंचियां आधे से अधिक खोल चुकी थी। उसने मेरी चूंचियां देखीं तो मुस्करा पड़ा। बस मेरे बदन में आग लग गयी। ये जवानी बहन चोद बड़ी हरामजादी होती है बेटी। जाने क्या क्या करवा लेती है ? मैं बिलकुल बेशर्मी पर उतारू हो गयी। मेरी नियत तो पहले ही ख़राब हो चुकी थी।
मैंने उसे इशारा करके अपने पास बुला लिया और उसकी लुंगी खींचते हुए कहा बेटा मुझे तेरा लौड़ा बड़ा शानदार लग रहा है। लाओ ज़रा मैं भी इसे पकड़ के देखूँ कैसा है और कितना बड़ा है ? मैं लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। वह बोला अरे सासू जी ये क्या कर रहीं है आप ? मैंने कहा कुछ नहीं बेटा मैं तो तेरे लन्ड का मुआइना कर रही हूँ। मैं देखना चाहती हूँ की मेरी बेटी को किस तरह का लन्ड मिला है। मैंने अपनी बेटी की शादी तुमसे करके कोई गलती तो नहीं की है ?
उसका लौड़ा मेरी बाते सुनकर और सख्त हो गया। मैं जबान निकाल कर लन्ड का टोपा चाटने लगी। बेटी रिदा बुरा न मानना मैं अपने आप को रोक नहीं सकी ? मुझे न अपनी जवानी पर कोई कंट्रोल है और न अपनी चूत पर। मैं तो बस उसके लन्ड में खो गयी बेटी। उसने कहा अरे अम्मी इसमें बुरा मानने की कोई गुन्जाईस ही नहीं है। मैं जानती हूँ की ऐसा होता ही है, अम्मी ? अभी कल ही मेरे देवर का एक दोस्त आ गया था। उसे देखते ही मेरा दिल उस पर आ गया। मैंने अपने देवर से कहा मैं तेरे दोस्त का लन्ड पकड़ूँगी और अगर लन्ड मुझे पसंद आ गया तो चुदवा भी लूंगी। तुम तो मुझे चोदते ही हो आज तेरा दोस्त भी मुझे चोदेगा। मेरा देवर हंस पड़ा बोला भाभी तुम तो बड़ी हसीं हो। मेरा दोस्त भी साला तुम्हारी बड़ी तारीफ करता है। तुम उसका लन्ड पकड़ लो मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है क्योंकि उसकी भाभी भी मेरा लन्ड पकड़ती है। मैं अगर उसकी भाभी की बुर लेता हूँ तो वह भी मेरी भाभी की बुर लेगा ? मैंने कहा भोसड़ी के तुम तो बड़ी चालू हो ? बस वह गया और इधर उसके दोस्त का लन्ड मेरे हाथ में आ गया। लन्ड मुझे भा गया। मैं लन्ड चाटने चूसने लगी और फिर मैंने उससे खूब मस्ती से चुदवाया और तब जाने दिया। तो अम्मी अब ये सब तो जवानी में हो ही जाता है और फिर तुम तो अभी मस्त जवान हो ? अब ये बताओ की आगे क्या हुआ ? मैंने कहा रिदा थोड़ी देर में उसने खुद ही पेल दिया लन्ड तेरी माँ के भोसड़ा में बेटी। और मैं मस्त होकर चुदवाने लगी। उसका मोटा तगड़ा लन्ड मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ाने लगा। तब मुझे मालूम हुआ की हां मैंने अपनी बेटी की शादी एक मर्द से किया है ? तो ये है मेरी कहानी, अब तू बता भोसड़ी की, तू वहां क्या कर रही हूँ ?
वह बोली :- मैं यहाँ अपने ससुर से चुदवाने जा रही हूँ अम्मी, बाकी बातें बाद में बताऊंगी।
कुछ दिन बाद मेरी बेटी रिदा अपने माईके आ गयी। मैंने उसका खैरमकदम किया। वह बहुत खुश दिख रही थी। मैंने कहा बेटी मुझे मालूम है की तुम बहुत खुश हो क्योंकि तेरे मरद का लौड़ा जबरदस्त है। मुझे खूब पसंद आया। उस दिन तो उसने मेरी चूत के छक्के छुड़ा दिया । चोदने में तो एक्सपर्ट है तेरे शौहर का लन्ड, बेटी ? वह बोली अरे अम्मी तुम सही कह रही हो पर मैं खुश इसलिए हूँ की मेरी ससुराल में एक से एक बेहतर लन्ड है। मेरे जेठ का लन्ड तो साला बड़ी देर तक चोदता रहता है। और मजे की बात तो यह है अम्मी की मेरी जेठानी ने ही अपने मियां का लन्ड मेरी चूत में पेल दिया था। उसने यह भी कहा था की की रिदा मैं तेरे मियां से चुदवाती हूँ आज तू मेरे मियां से चुदवा कर देख। इसका लौड़ा पसंद आये तो आगे भी चुदवाती रहना ? मैं मन ही मन बहुत खुश हुई थी। फिर मैंने जेठ से रात में ३ बार चुदवाया।
एक दिन मेरे हाथ खाला ससुर का लन्ड लग गया। हुआ यह की मैं रात को किसी काम से अपनी सास के कमरे में घुस गयी। मेरी सास उस समय अपने जीजू का लौड़ा पी रही थी। मेरी सास भी पूरी नंगी थीं और उसका जीजू भी पूरा नंगा ? मुझे देखते ही सास बोली ले तू भी इसका लन्ड पी ले बुर चोदी बहू। उसके मुंह से मेरे लिए गाली और उसका मुझे लन्ड दिखाने में स्टाइल बहुत अच्छा लगा। मेरी चूत गरम हो गयी। मैंने हाथ बढ़ाकर लन्ड पकड़ लिया और चाटने लगी। तब तक सास ने मेरे कपड़े उतार कर मुझे नंगी कर दिया। वह बोली बहू अब तुम यहाँ से चुदवा कर ही जाना ? जैसे मैं चुदवाती हूँ वैसे तुम भी चुदवाओ। यहाँ चोदने चुदाने में कोई रोक टोक नहीं है। पूरी आज़ादी है बहू। चाहे जिसका लन्ड चोदो चाहे जिसका लन्ड पेलो ?
बस अंधे तो चाहिए क्या दो आँखें ? मैं तो चाहती यही थी अम्मी ? मैं उसी दिन से खाला ससुर से धकाधक चुदवाने लगी। इस तरह अब तक मैं, अपने देवर से, उसके दोस्त से, अपने जेठ से और अब अपने खाला ससुर से चुदवाने लगी। खाला से ही मुझे मालूम हुआ की मेरे ससुर का लन्ड सबसे मोटा और बड़ा है। बस मेरी चूत उसका लन्ड लेने के लिए मचल उठी।
मैंने पूंछा :- तो फिर तू कैसे पहुंची अपने ससुर के लन्ड तक, बेटी ?
वह बोली :- इसमें मेरी मदद मेरी नन्द ने की, अम्मी।
मैंने पूंछा :- कैसे की मदद उसने ?
वह बोली :- मेरी नन्द एक दिन बात करते करते बोली भाभी मेरे अब्बू का लौड़ा तो सबसे ज्यादा मोटा तगड़ा है। मैंने कहा अरे सारा (मेरी नन्द का नाम) तुझे कैसे मालूम है ? वह बोली मेरी सहेली ने एक दिन मुझसे कहा सारा यार तेरे अब्बू का लौड़ा तो बहन चोद बड़ा मोटा है। मेरी एक मुठ्ठी में नहीं आता। मुझे दोनों हाथ से पकड़ना पड़ता है उसका लन्ड ? मैं हैरान हो गयी यह सुनकर और कहा तूने कब पकड़ लिया मेरे अब्बू का लन्ड ? वह बोली अरे यार तुझे नहीं मालूम ? तेराअब्बू भोसड़ी का मेरी अम्मी की बुर लेता है। एक दिन मैंने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। मैंने अपनी अम्मी को तेरे अब्बू का लन्ड हिलाते हुए देख लिया। मेरी अम्मी मुझसे शरमाई नहीं बल्कि मुझे अपने पास बुला कर लन्ड मुझे पकड़ा दिया और कहा ले भोसड़ी की तू भी इसके लन्ड का मज़ा ले ले ? अब तो तेरी शादी हो गयी है। अब शर्माने की क्या जरुरत ? जब ये मादर चोद तेरी माँ का भोसड़ा चोदता है तो फिर तेरी माँ की बेटी भी चोदेगा ? अम्मी की इस बेबाकी दलील से मैं मस्त हो गयी और लौड़ा चूसने लगी। फिर क्या मेरी चूत गनगना उठी और मैं अम्मी के सामने ही चुदवाने लगी। फिर मैने लन्ड अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया। वह बोली हाय दईया अब तू अपनी माँ चुदवायेगी ? मैंने कहा अम्मी तुम अपनी बेटी चुदवा सकती है जो मैं भी अपनी चुदवा सकती हूँ। उस दिन मुझे मालूम हुआ की तेरे अब्बू का लन्ड कितना जबरदस्त है सारा ? अब तू खुद एक दिन पकड़ के देख अपने अब्बू का लन्ड ? फिर मैंने एक दिन खालू के धोखेअब्बू का लन्ड पकड़ ही लिया।
रिदा भाभी अब तुम अपने ससुर का लन्ड पकड़ कर अपनी चूत में पेल कर देखो ? वह तो बड़ा चोदू है। मेरी और भी सहेलियों की बुर चोदता है . यहाँ मोहल्ले की लड़कियां भी चोदता है। कुछ लड़कियों की माँ भी चोदता है, मेरा अब्बू। आज रात को मैं तेरी हेल्प करुँगी। बस रात में सारा ने अपनी सहेली को मेरे ससुर (अपने अब्बू) के पास भेज दिया। उसकी सहेली जब मेरे ससुर का लन्ड हिला रही थी तभी सारा मेरे पास आयी और बोली भाभी अब तुम किसी बहाने अपने ससुर के कमरे में चली जाओ और पकड़ लो उसका लन्ड ? मैं तो उतावली थी ही। मैं घुस गयी उसके कमरे में और बोली हाय दईया ससुर जी तेरा तो लन्ड बहुत बड़ा है ? ये कौन बुर चोदी तेरा लन्ड हिला रही है। मैंने जान बूझ कर गाली दी और लन्ड हाथ बढाकर पकड़ लिया। वह भी साला मस्त हो गया और मस्त हो गया उसका लन्ड ? तब वह लड़की जाने लगी। मैंने उसे रोका और कहा अब तू कहाँ जाएगी ? अब तू मेरे साथ चुदवा कर जा ? फिर उसने लन्ड मेरी बुर में पेला और मैंने लन्ड उसकी बुर मे पेला ? यह मेरी उसके साथ पहली चुदाई थी।
सारा ने मुझसे पूंछा :- भाभी, कैसा लगा तुझे मेरे अब्बू का लन्ड ?
मैंने कहा :- वाओ, वाकई बड़ा लंबा चौड़ा है तेरे अब्बू का लन्ड ?
वह बोली :- हां भाभी मैं भी अपने ससुर से चुदवाती हूँ और तुम भी अपने ससुर से चुदवाया करो।
उसके बाद तो मैं २/३ बार और चुदवा कर आयी हूँ अम्मी ?
इतने में मेरी पड़ोस की रमजाना आ गयी। आते ही बोली अरी नज़मा तेरी बेटी अपने ससुर से चुदवा कर आयी है। वह तो ठीक है। पर यह बता की इसने कभी अपनी माँ चुदवाई है ? मैंने कहा हां हां बिलकुल चुदवाई है। मेरी बेटी २ बार तो चुदवा चुकी है अपनी माँ ? वह बोली बस ? मेरी बेटी तो हफ्ते में दो बार चुदवाती है अपनी माँ ? बड़ी मस्त और बड़ी चालू हो गयी है मेरी बेटी नूरी ? अभी उसकी शादी के ६ महीने भी नहीं हुए है, वो अपनी ससुराल के सारे लन्ड पकड़ चुकी है ? एक दिन अपने ससुर का लन्ड मेरे भोसड़ा पेल दिया उसने ? यार नज़मा क्या लौड़ा है उसका बहन चोद ? बिलकुल नीग्रो के लन्ड जैसा है उसका लन्ड भोसड़ी का ? 9" से कम नहीं है उसका लन्ड। मेरी चूत के छक्के छुड़ा दिया उसने ? मैंने कहा अरे यार तो किसी दिन उसका लौड़ा मेरे भी भोसड़ा में घुसेड़ दे ? मैं भी मज़ा ले लूँ उसके लन्ड का ? तब तक उसकी बेटी नूरी आ गयी। वह बोली हां नज़मा आंटी कल मैं पेलूंगी अपने ससुर का लन्ड तेरी चूत में ? मेरा ससुर कल सवेरेआ रहा है। तब तक मेरी बेटी बोली अच्छा ये बात है तो फिर मैं भी अपने ससुर को बुला लेती हूँ। मैं उसका लन्ड तेरी माँ की चूत में घुसा दूँगी नूरी। तू मेरी माँ चुदवायेगी तो मैं तेरी माँ चुदवाऊँगी।
मेरी बेटी ने कहा यार नूरी एक काम क्यों न किया जाए ? देख तू मेरी माँ चोदेगी, मैं तेरी माँ चोदूँगी। तो फिर क्यों न मैं तेरे मियां का लन्ड चोदूं तुम मेरे मियां का लन्ड चोदो ? मैं और रमजाना दोनों बैठी हुई उनकी बातें सुन रहीं थीं। रमजाना बोली अरी नूरी ठीक तो कह रही है रिदा ? हम चारों अगर एक साथ चुदवाये वह भी लन्ड अदल बदल कर तो कितना मज़ा आये ? बस प्लान बन गया. रिदा और नूरी चुदाई का इंतज़ाम करने लगीं। उन दोनों के शहर इत्तिफाक से घर पर ही थे। मेरी बेटी ने अपने ससुर को फोन करके बुला लिया और नूरी ने अपने ससुर को। थोड़ी देर में ४ मर्द, मेरी बेटी का ससुर अहसान, नूरी का ससुर अल्ताफ, मेरी बेटी का मियां रेहान और नूरी का मियां नियाज़ और हम ४ औरतों का ग्रुप बन गया। मैंने मस्ती में नशा डोलने के लिए व्हिस्की निकाल ली और सबको पिलाना शुरू कर दिया।
दो दो पैग सबने गटक लिया। इसी के साथ होने लगीं गन्दी गन्दी और धुआंधार अश्लील बातें। बातों से ही लन्ड टन टना उठे और चूत गरम हो गयीं। मैंने अपना हाथ नूरी के ससुर अल्ताफ के लन्ड पर रख दिया। रमजाना मेरी बेटी के ससुरअहसान का लन्ड टटोलने लगी। मेरी बेटी नूरी के मरद का लन्ड ऊपर से सहलाने लगी और नूरी मेरी बेटी के मरद के लन्ड पर अपना हाथ रगड़ने लगी।मर्दों के हाथ चूँचियों तक पहुँचने लगे। धीरे धीरे सबके कपड़े उतरने लगे। सबसे पहले मैं नंगी हुई। फिर रमजाना हम दोनों की चूंचियां लगभग बराबर थीं। हमारी चूत भी बिना झांट वाली बड़ी मद लग रही थी। तब तक दोनों बेटियां भी भोसड़ी वाली नंगी हो गयीं। मेरी बेटी ने नूरी के मियां का लन्ड बाहर निकाल लिया और उसे पूरा नंगा कर दिया। नूरी ने मेरी बेटी के मियां को नंगा किया और उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। दोनों बेटियां एक दूसरे के मरद का लन्ड चाटने में जुट गयीं। इधर मैं भी रमजाना के समधी का लन्ड हिलाने लगी और वह मेरे वह मेरे समधी का लन्ड ?
मैंने कहा :- हाय रमजाना, तेरी बेटी के ससुर का लन्ड तो बहुत बड़ा है यार ? इतना बड़ा लन्ड तेरी बेटी भी घुसा लेती है अपनी चूत में ?
रमजाना बोली :- अरे यार नज़मा तू तो जानती है की मेरी बेटी बड़े बड़े लन्ड से चुदाने में एक्सपर्ट हो गयी है। और हां तेरी बेटी के ससुर का लन्ड भी साला बड़ा मोटा तगड़ा है। आज मेरा भोसड़ा चोदेगा तो मज़ा आएगा।
तब तक उधर मेरी बेटी और नूरी दोनों एक दूसरे के मियां से चुदवाने लगीं।
मेरी बेटी :- यार नूरी तेरा मियां तो बहुत अच्छी तरह चोद रहा है मेरी बुर ? इसका लन्ड मुझे पसंद आ गया है। अब मैं अक्सर चुदवाया करुँगी इससे।
नूरी ने कहा :- हां खूब चुदाओ ? तुझे कौन रोकने वाला है और मैं इधर तेरे मियां से चुदवाया करूँगा क्योंकि इसका लन्ड मेरे मन का लन्ड है।
इसी तरह हम सबने लन्ड अदल बदल कर रात भर चुदवाया।
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