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जो हारे वो अपनी बीवी चुदाये, जो जीते वो चोदे - Jo harega uski patni ki chudai hogi
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दोस्तों, मेरा खेल बड़ी ईमानदारी का है। मैं बीवी के बदले बीवी चोदता हूँ। मतलब यह की मैं अपनी बीवी चुदवाता हूँ फिर किसी की बीवी चोदता हूँ। मेरा साफ साफ़ कहना है की तुम मेरी बीवी चोदो मैं तेरी बीवी चोदूं ? तेरी बीवी मेरे लन्ड पर बैठे, मेरी बीवी तेरे लन्ड पर बैठे ? मेरी बीवी तेरा लन्ड ले तेरी बीवी मेरा लन्ड ले ? तेरी बीवी मेरा लन्ड पिये मेरी बीवी तेरा लन्ड पिये ? और यह सब एक ही कमरे में आमने सामने हो। मैं तेरी बीवी तेरे सामने चोदूं तुम मेरी बीवी मेरे सामने चोदो ? मैं अपनी बीवी के सामने तेरी बीवी चोदूं तुम अपनी बीवी के सामने मेरी बीवी चोदो ? जब कोई कपल मेरी ये बातें मान लेता है जब मैं उसकी बीवी को नंगी करता हूँ और चोदता हूँ वह मेरी बीवी को नंगी करता है और चोदता है। मेरी बीवी मेरी बातों से पूरी तरह सहमत हैऔर बीवियों की इस तरह अदला बदली में मेरा पूरा साथ देती है। मुझे भी दूसरे की बीवी चोदने में मज़ा आता है और मेरी बीवी को भी दूसरे से चुदवाने में मज़ा आता है।
मैंने सिर्फ दो साल तक हीअपनी बीवी चोदी है। उसके बाद मैं किसी और की बीवी चोदने लगा। वो मेरी बीवी चोदने लगा। मुझे इस तरह दूसरों की बीवियां चोदने में मज़ा आने लगा। इधर मेरी बीवी उसी से चुदवाने लगी जिसकी बीवी मैं चोदता था। यानी बीवी के बदले बीवी। मियां के बदले मियां ? यह सिलसिला बहुत समय तक चलता रहा। कई बीवियां मेरे संपर्क में आयीं और मैं उन्हें चोदता रहा। मेरी बीवी के संपर्क में कई मरद आये वो सब मेरी बीवी चोदते रहे। धीरे धीरे मैं बीवियों में बहुत मशहूर हो गया। मुझसे ज्यादा मेरा लन्ड मशहूर हो गया। बीवियां एक दूसरे को मेरे लन्ड के बारे में बताने लगी तो वो सब अपने मियां के बदले मुझसे चुदवाने लगीं। मेरा दायरा बढ़ने लगा। उधर मेरी बीवी मियॉँ में बड़ी चर्चा का विषय बन गयी। लोग उसे पसंद करने लगे और मेरी बीवी चोदने के बदले में अपनी बीवी मुझसे चुदवाने लगे। यह सब बहुत लंबे समय तक चलता रहा।
अब मैं आपको बताऊंगा की कैसे यह सिलसिला शुरू हुआ।
एक बार हम कई दोस्त अपनी अपनी बीवियों के साथ एक एडल्ट क्लब में मौज़ मस्ती कर रहे थे। एक तरफ खेल चल रहा था और दूसरी तरफ शराब। बीवियां भी मर्दों से साथ खुल कर शराब पी रहीं थी।
यह एक उच्च घराने का क्लब है। यहां बड़े बड़े लोग अपनी अपनी बीवियों के साथ आतें है और दूसरों की बीवियों के साथ मस्ती करतें हैं। खुल कर बातें करतें हैं। खूब गन्दी गन्दी बातें अश्लील बातें करतें हैं। बीवियां तो ज्यादा खुल कर बातें करतीं हैं। अश्लील बातें करने में बीवियां मर्दों से आगे ही रहतीं हैं। जब नशा चढ़ जाता है तो बीवियां खूब मजे से गाली गलौज करतीं हैं। आप भी कुछ बातें सुनिये :-
मैं तो बहन चोद रात में २/३ लन्ड जरूर पकड़ती हूँ - बिना पराये मरद के लन्ड के मेरा तो मन ही नहीं लगता - ये ससुरी चूत भी बड़ी अजीब है बिना २/३ लोगो से चुदवाये मानती ही नहीं - तेरी बुर की बहन की बुर - हाय रे आज तो तू मेरे मियां का लौड़ा लेगी - तू माँ की लौड़ी गांड भी मरवाती है - हाय रे लन्ड मैं तेरा माला जपती हूँ - मैं तो रोज़ फड़वाती हूँ बुर - तेरे मरद का लन्ड बड़ा मोटा है रीता - माँ चुदायेगी किसी दिन भोसड़ी की रेनू - उसकी बिटिया की बुर - मुझे तो बुर चटवाने में ज्यादा मज़ा आता है ,,,,,,,,,,,, ?
किसी को अपने तन बदन का होश नहीं रहता। किसी की चूंचियां खुल जाती हैं किसी की गांड दिखने लगती है किसी की चूत के दर्शन हो जातें हैं, किसी की झांटें दिखने लगती हैं और कोई कोई तो मस्ती चूंचियां उछलती हुई नाचने लगतीं हैं। मर्दों का भी यही हाल होता है। वो साले अपना अपना लन्ड हिला हिला कर बातें करने लगते हैं। किसी की बीवी की चूंचियां मसलने लगतें हैं। बीवियां भी पराये मर्दों से अपनी चूंचियां मसलवाने का मज़ा लेतीं है। वो तो बहन चोद कभी कभी पराये मर्दों के लन्ड भी हिलाने लगतीं हैं। आज यहाँ ६ कपल हैं। रीता रोहन, सीमा अनुज, बरखा राही, निधि नरेश, रेशम साहिर, सना आरिफ
मेरा नाम रोहन है। मैं २८ साल का नौजवान हूँ। मैं अपनी बीवी रीता के साथ आया हूँ। पिछले दो साल से मैं यहां आ रहा हूँ और खूब एन्जॉय कर रहा हूँ। मेरी बीवी मुझसे ज्यादा एन्जॉय करती है। दरअसल मेरी बीवी ने ही इस क्लब को ढूंढ निकाला है। यहाँ ग्रुप में wife swapping होती है और बड़ा मज़ा आता है। हर दिन प्रोग्राम की शुरुआत किसी न किसी खेल से होती है। उसके बाद तो फिर फ्री स्टाइल में होती है चुदाई। यहाँ सब दूसरों की बीवियां चोदते हैं। बीवियां भी दूसरों के मर्दों चुदवाती है और खुल्लम खुल्ला चुदवाती हैं। यहाँ न कोई शर्माता है और न कोई शर्माती है।
मस्ती से चुदाओ अपनी बीवी और चोदो सबकी बीवियां।
अच्छी बात यह है की कोई किसी की भी बात का बुरा नहीं मानता और बुरा नहीं मानती। सब का मकसद एक है सिर्फ एन्जॉय करना ?
उनका कहना है की अगर मुझे तेरी बीवी के साथ मज़ा आता है और तुझे मेरी बीवी के साथ, तो फिर मज़ा क्यों न करें। और फिर अगर मेरी बीवी को तेरे साथ मज़ा आता है और तेरी बीवी को मेरे साथ मज़ा आता है तो फिर बीवियां मज़ा क्यों न लें ?
मैंने कहा आओ यार आज एक खेल खेलें।
दो दो लोगों के साथ तास के पत्तों का खेल होगा। जिसका पत्ता बड़ा होगा वो जीता और जिसका पत्ता छोटा होगा वो हारा। जो हारेगा वो जीतने वाले से अपनी बीवी चुदायेगा। यानी जो जीतेगा वो हारने वाली की बीवी चोदेगा। यहाँ सबके सामने चोदेगा। हारने वाला फिर किसी और के साथ खेलेगा। अबकी बार अगर वह जीत गया तो हारने वाले की बीवी चोदेगा और अगर फिर हार गया तो जीतने वाला उसकी बीवी चोदेगा। यानी उसकी बीवी दो दो मर्दों से चुदवायेगी ? हारने वाला फिर खेलेगा और फिर हारने पर फिर अपनी बीवी चुदवायेगा। यानी उसकी बीवी तीन तीन लन्ड से चुदायेगी। हारने पर उसकी बीवी चोदने वालो के लन्ड बढ़ते जायेंगें ? उसकी बीवी को सबके लन्ड बर्दास्त करने पड़ेगें। आखिर में जो लोग बचेगें वो सब मिलकर आपस में चोदा चोदी करेगें।
जो हारे वो अपनी बीवी चुदाये
जो जीते वो उसकी बीवी चोदे
सबसे पहले मैंने अनुज के साथ खेलना शुरू किया। सब लोग हमें देखने लगे। खास तौर से मेरी बीवी रीता और अनुज की बीवी सीमा। मेरी बीवी मन ही मन सोंचने लगी की मेरा पति हार जाए तोअच्छा है। क्योंकि हारेगा तो वह अपनी बीवी चुदवायेगा। और बीवी चुदवायेगा तो मैं अनुज का लन्ड लूंगी जो मैं चाहती हूँ। यह बात मुझे मेरी बीवी ने बाद में बताई। खैर पत्ते बटें और खोले गये तो मैं वाकई हार गया। मैंने कहा अनुज अब तुम चोदो मेरी बीवी। अनुज मेरी बीवी की तरफ बढ़ा और मेरी बीवी रीता भी उसकी तरफ बढ़ी। अनुज ने उसकी चूंचियां पकड़ ली और मेरी बीवी ने उसका लन्ड। कुछ लोग उन्हें देखने लगे। तब तक मैं राही के साथ खेलने लगा। इत्तिफाक से मैं यहाँ भी हार गया। अब मेरी बीवी ने हाथ बढाकर राही का लन्ड पकड़ लिया। अब वह दो दो लन्ड से चुदाने का मज़ा लेने लगी। तब तक मैं नरेश से खेलने लगा। यहाँ मैं जीत गया। मैंने हाथ बढ़ाकर उसकी बीवी निधि की चूंचियां पकड़ ली और वह भी मेरा लन्ड दबा कर मुझे नंगा करने लगी। शायद उसे बड़ी जल्दी थी मेरा लन्ड पकड़ने की ?
अब नरेश और साहिर खेलने लगे। इस बार नरेश जीत गया तो साहिर की बीवी रेशमा की तरफ बढ़ा और उसे चिपका लिया। रेशमा नरेश का लन्ड टटोलने लगी। साहिर फिर आरिफ के साथ खेलने लगा। साहिर इस बात जीता तो वह आरिफ की बीवी की तरफ लपका और उसे अपना लन्ड पकड़ा दिया। उसकी बीवी सना लन्ड का मज़ा लेने लगी। आखिर में आरिफ,अनुज की सीमा और बरखा बच गये। फिर बरखा और सीमा दोनों बीवियां अनुज का लन्ड खोल कर चाटने लगीं और अनुज उन्हें नंगी करके उनकी चूंचियां और चूत का मज़ा लेने लगा। थोड़ी में मैंने देखा की मेरी बीवी रीता ने अनुज का लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया है और राही का लन्ड चाटने लगी है। बहुत ही खुश नज़र आ रही थी। शायद उसे पहली बार दो दो लन्ड से चुदवाने का मौक़ा मिला है। वह एक एक पल का लूटना चाहती थी।
उधर मैं नरेश की बीवी निधि की बुर में लौड़ा घुसेड़ चुका था। वह बोली हाय दईया बड़ा मोटा लौड़ा है तेरा रोहन मेरी कहीं चूत फट न जाए यार ? फिर वह मस्ती से उचक उचक कर चुदवाने लगी बोली यार बड़ा मज़ा आ रहा है। नरेश साहिर की बीवी रेशमा की चूत चोदने में जुट गया। उसे भी मुस्लिम चूत का मज़ा मिलने लगा। वह बोली यार ऐसी चुदाई हर हफ्ते होनी चाहिए। मुझे सबके साथ चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। उधर साहिर ने आरिफ की बीवी सना की चूत में लन्ड पेल दिया। वह तो इतनी मस्ती से चोदने लगा जैसे अपनी बीवी चोद रहा हो ? मैंने देखा की यहाँ सबकी बीवियां गैर मर्दों से चुदवाने में बड़ी उतावली हैं। इन बीवियों को गैर मर्दों के लन्ड बड़े अच्छे लगतें हैं। देखो न कैसे बुर से निकाल निकाल कर चाट रहीं हैं लन्ड ?
मेरे सामने ही आरिफ सीमा और बरखा दोनों को चोदने में लगा था। कभी इसकी चूत में लन्ड पेलता कभी उसकी चूत में। कभी बरखा उसका लन्ड पीती कभी सीमा उसका लन्ड पीती। एक ही लन्ड पर दो दो बीवियां अपना अपना हक़ जमाती हुई बड़ी मस्ती से चोदा चोदी कर रही थी। सीमा आरिफ का लन्ड बरखा की बुर में घुसेड़ देती तो कभी बरखा सीमा की बुर में । दोनों को पहली बार कोई मुस्लिम लन्ड मिला था। इस तरह पूरे हाल में भकाभक धकाधक होने लगी चुदाई और बजने लगा परायी बीवियों की चूत का बाजा।
चुदाई की पहली पारी ख़तम हुई। बीवियों ने मजे से झड़ते हुए लन्ड चाटे। उसके बाद खाना हुआ। किसी ने कोई कपड़ा नहीं पहना। सब कुछ नंगे नंगे ही हो रहा था। नंगी नंगी जब बीवियों पराये मर्दों के घूमती हैं और मरद भी परायी बीवियों के आगे नंगे नंगे घूमते हैं तो वह नज़ारा बहुत अच्छा होता है, सेक्सी और हॉट होता है। और यही सब यहाँ हो रहा था । उसके बाद दूसरी पारी में सब कुछ फ्री कर दिया गया। जिसका चाहो उसका लन्ड पकड़ो। जिसकी चाहो उसकी बीवी चोदो।
दूसरे दिन खेल बीवियों ने खेला।
जो जीते वो अपनी चूत चुदाये
जो हारे वो अपनी गांड मराये
मतलब यह की जीतने वाली बीवी हांरने वाली के मियां से चुदवायेगी
हारने वाली बीवी जीतने वाले के मियां से गांड मरायेगी।
साफ़ बात यह है की जो जीतेगी उसकी बुर में लन्ड, उसके मुंह में लन्ड मिलेगा। और जो हारेगी उसकी सिर्फ गांड में लन्ड मिलेगा। यानी इस खेल में यहाँ बीवियों की गांड मारने का भी प्लान है। किसकी बीवी किससे गांड मरायेगी और किसका मियां किसी बीवी की गांड मारेगा ? दूसरी तरफ किसकी बीवी किससे बुर चुदवायेगी और कौन किसकी बीवी की बुर चोदेगा ? यह देखने वाला होगा और यही इस खेल का मज़ा है। तब तकआरिफ बोला या सीधा सीधा मतलब है की जो जीतेगी वो बुर चुदवायेगी - जो हारेगी वो गांड मरायेगी ? बस फिर क्या खेल शुरू हो गया।
सबसे पहले मिसेज निधि और मिसेज सना के बीच खेल होने लगा। सब लोग बड़े इंटरेस्ट से देखने लगे की इन दोनों में कौन बुर चुदायेगी और कौन गांड मरायेगी ? खेल शुरू हुआ और पत्ते बांटे गए। एक एक पत्ता दोनों बीवियों ने उठाया। जब पत्ते खुले तो निधि हार गयी और सना जीत गयी। फिर क्या सना उठी और निधि के मियां नरेश पर कूद पड़ी। उसका लन्ड ढूंढने लगी। उधर आरिफ निधि की गांड पर हाथ फेरने लगा। इधर निधि की गांड खुल गयी उधर सना की चूत। सना तो मस्ती से नरेश का लन्ड चाटने चूसने लगी और अपनी बुर चुदाने की तरफ बढ़ने लगी। निधि ने अपनी गांड खोल दी और आरिफ उसे सहला सहला कर उसमे लन्ड घुसेड़ने का मन बनाने लगा। फिर सबने देखा की आरिफ का लन्ड निधि की गांड घुस गया और नरेश का लन्ड सना की चूत में। लोगों ने मस्ती से चूत की चुदाई और गांड की ठुकाई देखने लगे। निधि की गांड में जैसे ही लन्ड घुसा वैसे उसकी चीख निकल पड़ी। बोली हाय दईया मेरी तो गांड फट गयी. इतना मोटा लन्ड पेल दिया भोसड़ी वाले ने . लेकिन फिर वह भी मजे से गांड मरवाने लगी। उधर सना तो बुर चुदाने में बड़ी एक्सपर्ट है। वह अपनी गांड उठा उठा के चुदाने लगी।
तब तक इधर दूसरा खेल मिसेज रीता और बरखा के बीच होने लगा। इस खेल में मेरी बीवी यानी रीता हार गयी। मैंने मन में कहा चलो ठीक है आज इसकी गांड मारी जाएगी तब इसे मालूम होगा आटे दाल का भाव ? इसने कभी गांड नहीं मरवाई। उधर बरखा ने लपक कर मेरा लन्ड पकड़ लिया और मैं उसकी चूंचियां दबाने लगा। बरखा नंगी होकर मेरा लन्ड चूसने लगी और मेरी बीवी नंगी होकर अपनी गांड राही के सामने खोल दी और कहा लो यार सबके सामने मारो मेरी गांड। मैं इस बात से खुश था की चलो मैंने नहीं तो किसी ने मेरी बीवी की गांड मारी। इधर मैंने बरखा की चूत में लन्ड पेल दिया। मैं बड़ी मस्ती से चोदने लगा और बरखा भी अदाएं दिखा दिखा कर चुदवाने लगी। मुझे एक बार फिर एहसास हुआ की बीवियां बुर चोदी पराये मर्दों से ज्यादा मन लगाकर चुदवाती हैं। पराये मर्दों के लन्ड की दीवानी होतीं हैं बीवियां ?
तिबारा खेल शुरू हुआ। अबकी बार रेशमा और सीमा आमने सामने थीं।
रेशमा बोली :- हाय सीमा भोसड़ी की आज मैं तेरी गांड मारूँगी। हारना तो तुझे है ही ?
सीमा बोली :- आये हाय गांड तो मैं मारूंगी तेरी, माँ की लौड़ी रेशमा ? मैं ठोंकूंगी लन्ड तेरी गांड में वह भी सबके सामने ? कब तक तू बचाएगी अपनी गांड ?
रेशमा बोली :- तो फिर आ जा मैदान में मादर चोद सीमा ?
बीवियों के मुंह से ये प्यार की गालियां हम सबको बहुत अच्छी लग रहीं थीं।
ख़ैर खेल शुरू हुआ और पत्ते खुलते ही रेशमा हार गयी, सीमा जीत गयी। सीमा ने हाथ बढ़ाया और और फ़ौरन रेशमा के मियां का लन्ड पकड़ लिया। उधर रेशमा अपनी गांड खोल कर अनुज के सामने खड़ी हो गयी और बोली लो मारो गांड जाने मन अनुज। तेरी बीवी जीत गयी हैं न तो तुम पेल दो अपना लन्ड मेरी गांड में ? मैं बहुत दिनों से याहन आ रही हूँ लेकिन आज तक मैंने कभी गांड नहीं मरवाई। आज देखती हूँकि कैसा लगता है गांड मराने में ? तब तक अनुज अपना लन्ड खोल कर उसके चूतड़ों पर फिराने लगा था। उधर अनुज की बीवी सीमा साहिर के लन्ड का टोपा बिल्ली की तरह चाट रही थी। उसे भी मुसलमानी लन्ड बहुत अच्छे लगतें हैं। साहिर का एक हाथ उसकी चूत पर था और दूसरा उसकी चूंची पर। थोड़ी देर में साहिर में लन्ड घुसा दिया सीमा की बुर में और धकाधक चोदने लगा। उसकी बीवी रेशमा भी उसी के सामने अनुज से गांड मारने लगी। खेल में उलट पलट हो ही जाता है। रेशमा अकेली नहीं थी। उसके साथ रीता और निधि भी गांड मरा रहीं थी। बुर चुदवाने में सीमा, बरखा और सना थीं।
तब तक सीमा बोली :- यार पराये मरद का लन्ड चाहे बुर में चाहे गांड में हर जगह मज़ा देता है।
मैंने कहा :- हां सीमा भाभी आप बिलकुल सही कह रही हैं। पर यह भी सच है की परायी की बुर हो चाहे गांड मज़ा दोनों देतीं हैं।
इस पहली चुदाई के बाद फिर शुरू हो गयी फ्री स्टाइल की चोदा चोदी।
तो दोस्तों, इस तरह हम लोग हर दिन पहले एक नया खेल खेलते जिससे यह मालूम हो जाता की आज कौन किसी बीवी चोदेगा। आज कौन किससे मियां से चुदवायेगी ? पहली चुदाई के बाद फिर सब बराबर हो जाते हैं और जिसका जो मन होता है वो करती है / वो करता है। कहीं कोई रोक टोक नहीं ?
दोस्तों, मेरा खेल बड़ी ईमानदारी का है। मैं बीवी के बदले बीवी चोदता हूँ। मतलब यह की मैं अपनी बीवी चुदवाता हूँ फिर किसी की बीवी चोदता हूँ। मेरा साफ साफ़ कहना है की तुम मेरी बीवी चोदो मैं तेरी बीवी चोदूं ? तेरी बीवी मेरे लन्ड पर बैठे, मेरी बीवी तेरे लन्ड पर बैठे ? मेरी बीवी तेरा लन्ड ले तेरी बीवी मेरा लन्ड ले ? तेरी बीवी मेरा लन्ड पिये मेरी बीवी तेरा लन्ड पिये ? और यह सब एक ही कमरे में आमने सामने हो। मैं तेरी बीवी तेरे सामने चोदूं तुम मेरी बीवी मेरे सामने चोदो ? मैं अपनी बीवी के सामने तेरी बीवी चोदूं तुम अपनी बीवी के सामने मेरी बीवी चोदो ? जब कोई कपल मेरी ये बातें मान लेता है जब मैं उसकी बीवी को नंगी करता हूँ और चोदता हूँ वह मेरी बीवी को नंगी करता है और चोदता है। मेरी बीवी मेरी बातों से पूरी तरह सहमत हैऔर बीवियों की इस तरह अदला बदली में मेरा पूरा साथ देती है। मुझे भी दूसरे की बीवी चोदने में मज़ा आता है और मेरी बीवी को भी दूसरे से चुदवाने में मज़ा आता है।
मैंने सिर्फ दो साल तक हीअपनी बीवी चोदी है। उसके बाद मैं किसी और की बीवी चोदने लगा। वो मेरी बीवी चोदने लगा। मुझे इस तरह दूसरों की बीवियां चोदने में मज़ा आने लगा। इधर मेरी बीवी उसी से चुदवाने लगी जिसकी बीवी मैं चोदता था। यानी बीवी के बदले बीवी। मियां के बदले मियां ? यह सिलसिला बहुत समय तक चलता रहा। कई बीवियां मेरे संपर्क में आयीं और मैं उन्हें चोदता रहा। मेरी बीवी के संपर्क में कई मरद आये वो सब मेरी बीवी चोदते रहे। धीरे धीरे मैं बीवियों में बहुत मशहूर हो गया। मुझसे ज्यादा मेरा लन्ड मशहूर हो गया। बीवियां एक दूसरे को मेरे लन्ड के बारे में बताने लगी तो वो सब अपने मियां के बदले मुझसे चुदवाने लगीं। मेरा दायरा बढ़ने लगा। उधर मेरी बीवी मियॉँ में बड़ी चर्चा का विषय बन गयी। लोग उसे पसंद करने लगे और मेरी बीवी चोदने के बदले में अपनी बीवी मुझसे चुदवाने लगे। यह सब बहुत लंबे समय तक चलता रहा।
अब मैं आपको बताऊंगा की कैसे यह सिलसिला शुरू हुआ।
एक बार हम कई दोस्त अपनी अपनी बीवियों के साथ एक एडल्ट क्लब में मौज़ मस्ती कर रहे थे। एक तरफ खेल चल रहा था और दूसरी तरफ शराब। बीवियां भी मर्दों से साथ खुल कर शराब पी रहीं थी।
यह एक उच्च घराने का क्लब है। यहां बड़े बड़े लोग अपनी अपनी बीवियों के साथ आतें है और दूसरों की बीवियों के साथ मस्ती करतें हैं। खुल कर बातें करतें हैं। खूब गन्दी गन्दी बातें अश्लील बातें करतें हैं। बीवियां तो ज्यादा खुल कर बातें करतीं हैं। अश्लील बातें करने में बीवियां मर्दों से आगे ही रहतीं हैं। जब नशा चढ़ जाता है तो बीवियां खूब मजे से गाली गलौज करतीं हैं। आप भी कुछ बातें सुनिये :-
मैं तो बहन चोद रात में २/३ लन्ड जरूर पकड़ती हूँ - बिना पराये मरद के लन्ड के मेरा तो मन ही नहीं लगता - ये ससुरी चूत भी बड़ी अजीब है बिना २/३ लोगो से चुदवाये मानती ही नहीं - तेरी बुर की बहन की बुर - हाय रे आज तो तू मेरे मियां का लौड़ा लेगी - तू माँ की लौड़ी गांड भी मरवाती है - हाय रे लन्ड मैं तेरा माला जपती हूँ - मैं तो रोज़ फड़वाती हूँ बुर - तेरे मरद का लन्ड बड़ा मोटा है रीता - माँ चुदायेगी किसी दिन भोसड़ी की रेनू - उसकी बिटिया की बुर - मुझे तो बुर चटवाने में ज्यादा मज़ा आता है ,,,,,,,,,,,, ?
किसी को अपने तन बदन का होश नहीं रहता। किसी की चूंचियां खुल जाती हैं किसी की गांड दिखने लगती है किसी की चूत के दर्शन हो जातें हैं, किसी की झांटें दिखने लगती हैं और कोई कोई तो मस्ती चूंचियां उछलती हुई नाचने लगतीं हैं। मर्दों का भी यही हाल होता है। वो साले अपना अपना लन्ड हिला हिला कर बातें करने लगते हैं। किसी की बीवी की चूंचियां मसलने लगतें हैं। बीवियां भी पराये मर्दों से अपनी चूंचियां मसलवाने का मज़ा लेतीं है। वो तो बहन चोद कभी कभी पराये मर्दों के लन्ड भी हिलाने लगतीं हैं। आज यहाँ ६ कपल हैं। रीता रोहन, सीमा अनुज, बरखा राही, निधि नरेश, रेशम साहिर, सना आरिफ
मेरा नाम रोहन है। मैं २८ साल का नौजवान हूँ। मैं अपनी बीवी रीता के साथ आया हूँ। पिछले दो साल से मैं यहां आ रहा हूँ और खूब एन्जॉय कर रहा हूँ। मेरी बीवी मुझसे ज्यादा एन्जॉय करती है। दरअसल मेरी बीवी ने ही इस क्लब को ढूंढ निकाला है। यहाँ ग्रुप में wife swapping होती है और बड़ा मज़ा आता है। हर दिन प्रोग्राम की शुरुआत किसी न किसी खेल से होती है। उसके बाद तो फिर फ्री स्टाइल में होती है चुदाई। यहाँ सब दूसरों की बीवियां चोदते हैं। बीवियां भी दूसरों के मर्दों चुदवाती है और खुल्लम खुल्ला चुदवाती हैं। यहाँ न कोई शर्माता है और न कोई शर्माती है।
मस्ती से चुदाओ अपनी बीवी और चोदो सबकी बीवियां।
अच्छी बात यह है की कोई किसी की भी बात का बुरा नहीं मानता और बुरा नहीं मानती। सब का मकसद एक है सिर्फ एन्जॉय करना ?
उनका कहना है की अगर मुझे तेरी बीवी के साथ मज़ा आता है और तुझे मेरी बीवी के साथ, तो फिर मज़ा क्यों न करें। और फिर अगर मेरी बीवी को तेरे साथ मज़ा आता है और तेरी बीवी को मेरे साथ मज़ा आता है तो फिर बीवियां मज़ा क्यों न लें ?
मैंने कहा आओ यार आज एक खेल खेलें।
दो दो लोगों के साथ तास के पत्तों का खेल होगा। जिसका पत्ता बड़ा होगा वो जीता और जिसका पत्ता छोटा होगा वो हारा। जो हारेगा वो जीतने वाले से अपनी बीवी चुदायेगा। यानी जो जीतेगा वो हारने वाली की बीवी चोदेगा। यहाँ सबके सामने चोदेगा। हारने वाला फिर किसी और के साथ खेलेगा। अबकी बार अगर वह जीत गया तो हारने वाले की बीवी चोदेगा और अगर फिर हार गया तो जीतने वाला उसकी बीवी चोदेगा। यानी उसकी बीवी दो दो मर्दों से चुदवायेगी ? हारने वाला फिर खेलेगा और फिर हारने पर फिर अपनी बीवी चुदवायेगा। यानी उसकी बीवी तीन तीन लन्ड से चुदायेगी। हारने पर उसकी बीवी चोदने वालो के लन्ड बढ़ते जायेंगें ? उसकी बीवी को सबके लन्ड बर्दास्त करने पड़ेगें। आखिर में जो लोग बचेगें वो सब मिलकर आपस में चोदा चोदी करेगें।
जो हारे वो अपनी बीवी चुदाये
जो जीते वो उसकी बीवी चोदे
सबसे पहले मैंने अनुज के साथ खेलना शुरू किया। सब लोग हमें देखने लगे। खास तौर से मेरी बीवी रीता और अनुज की बीवी सीमा। मेरी बीवी मन ही मन सोंचने लगी की मेरा पति हार जाए तोअच्छा है। क्योंकि हारेगा तो वह अपनी बीवी चुदवायेगा। और बीवी चुदवायेगा तो मैं अनुज का लन्ड लूंगी जो मैं चाहती हूँ। यह बात मुझे मेरी बीवी ने बाद में बताई। खैर पत्ते बटें और खोले गये तो मैं वाकई हार गया। मैंने कहा अनुज अब तुम चोदो मेरी बीवी। अनुज मेरी बीवी की तरफ बढ़ा और मेरी बीवी रीता भी उसकी तरफ बढ़ी। अनुज ने उसकी चूंचियां पकड़ ली और मेरी बीवी ने उसका लन्ड। कुछ लोग उन्हें देखने लगे। तब तक मैं राही के साथ खेलने लगा। इत्तिफाक से मैं यहाँ भी हार गया। अब मेरी बीवी ने हाथ बढाकर राही का लन्ड पकड़ लिया। अब वह दो दो लन्ड से चुदाने का मज़ा लेने लगी। तब तक मैं नरेश से खेलने लगा। यहाँ मैं जीत गया। मैंने हाथ बढ़ाकर उसकी बीवी निधि की चूंचियां पकड़ ली और वह भी मेरा लन्ड दबा कर मुझे नंगा करने लगी। शायद उसे बड़ी जल्दी थी मेरा लन्ड पकड़ने की ?
अब नरेश और साहिर खेलने लगे। इस बार नरेश जीत गया तो साहिर की बीवी रेशमा की तरफ बढ़ा और उसे चिपका लिया। रेशमा नरेश का लन्ड टटोलने लगी। साहिर फिर आरिफ के साथ खेलने लगा। साहिर इस बात जीता तो वह आरिफ की बीवी की तरफ लपका और उसे अपना लन्ड पकड़ा दिया। उसकी बीवी सना लन्ड का मज़ा लेने लगी। आखिर में आरिफ,अनुज की सीमा और बरखा बच गये। फिर बरखा और सीमा दोनों बीवियां अनुज का लन्ड खोल कर चाटने लगीं और अनुज उन्हें नंगी करके उनकी चूंचियां और चूत का मज़ा लेने लगा। थोड़ी में मैंने देखा की मेरी बीवी रीता ने अनुज का लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया है और राही का लन्ड चाटने लगी है। बहुत ही खुश नज़र आ रही थी। शायद उसे पहली बार दो दो लन्ड से चुदवाने का मौक़ा मिला है। वह एक एक पल का लूटना चाहती थी।
उधर मैं नरेश की बीवी निधि की बुर में लौड़ा घुसेड़ चुका था। वह बोली हाय दईया बड़ा मोटा लौड़ा है तेरा रोहन मेरी कहीं चूत फट न जाए यार ? फिर वह मस्ती से उचक उचक कर चुदवाने लगी बोली यार बड़ा मज़ा आ रहा है। नरेश साहिर की बीवी रेशमा की चूत चोदने में जुट गया। उसे भी मुस्लिम चूत का मज़ा मिलने लगा। वह बोली यार ऐसी चुदाई हर हफ्ते होनी चाहिए। मुझे सबके साथ चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। उधर साहिर ने आरिफ की बीवी सना की चूत में लन्ड पेल दिया। वह तो इतनी मस्ती से चोदने लगा जैसे अपनी बीवी चोद रहा हो ? मैंने देखा की यहाँ सबकी बीवियां गैर मर्दों से चुदवाने में बड़ी उतावली हैं। इन बीवियों को गैर मर्दों के लन्ड बड़े अच्छे लगतें हैं। देखो न कैसे बुर से निकाल निकाल कर चाट रहीं हैं लन्ड ?
मेरे सामने ही आरिफ सीमा और बरखा दोनों को चोदने में लगा था। कभी इसकी चूत में लन्ड पेलता कभी उसकी चूत में। कभी बरखा उसका लन्ड पीती कभी सीमा उसका लन्ड पीती। एक ही लन्ड पर दो दो बीवियां अपना अपना हक़ जमाती हुई बड़ी मस्ती से चोदा चोदी कर रही थी। सीमा आरिफ का लन्ड बरखा की बुर में घुसेड़ देती तो कभी बरखा सीमा की बुर में । दोनों को पहली बार कोई मुस्लिम लन्ड मिला था। इस तरह पूरे हाल में भकाभक धकाधक होने लगी चुदाई और बजने लगा परायी बीवियों की चूत का बाजा।
चुदाई की पहली पारी ख़तम हुई। बीवियों ने मजे से झड़ते हुए लन्ड चाटे। उसके बाद खाना हुआ। किसी ने कोई कपड़ा नहीं पहना। सब कुछ नंगे नंगे ही हो रहा था। नंगी नंगी जब बीवियों पराये मर्दों के घूमती हैं और मरद भी परायी बीवियों के आगे नंगे नंगे घूमते हैं तो वह नज़ारा बहुत अच्छा होता है, सेक्सी और हॉट होता है। और यही सब यहाँ हो रहा था । उसके बाद दूसरी पारी में सब कुछ फ्री कर दिया गया। जिसका चाहो उसका लन्ड पकड़ो। जिसकी चाहो उसकी बीवी चोदो।
दूसरे दिन खेल बीवियों ने खेला।
जो जीते वो अपनी चूत चुदाये
जो हारे वो अपनी गांड मराये
मतलब यह की जीतने वाली बीवी हांरने वाली के मियां से चुदवायेगी
हारने वाली बीवी जीतने वाले के मियां से गांड मरायेगी।
साफ़ बात यह है की जो जीतेगी उसकी बुर में लन्ड, उसके मुंह में लन्ड मिलेगा। और जो हारेगी उसकी सिर्फ गांड में लन्ड मिलेगा। यानी इस खेल में यहाँ बीवियों की गांड मारने का भी प्लान है। किसकी बीवी किससे गांड मरायेगी और किसका मियां किसी बीवी की गांड मारेगा ? दूसरी तरफ किसकी बीवी किससे बुर चुदवायेगी और कौन किसकी बीवी की बुर चोदेगा ? यह देखने वाला होगा और यही इस खेल का मज़ा है। तब तकआरिफ बोला या सीधा सीधा मतलब है की जो जीतेगी वो बुर चुदवायेगी - जो हारेगी वो गांड मरायेगी ? बस फिर क्या खेल शुरू हो गया।
सबसे पहले मिसेज निधि और मिसेज सना के बीच खेल होने लगा। सब लोग बड़े इंटरेस्ट से देखने लगे की इन दोनों में कौन बुर चुदायेगी और कौन गांड मरायेगी ? खेल शुरू हुआ और पत्ते बांटे गए। एक एक पत्ता दोनों बीवियों ने उठाया। जब पत्ते खुले तो निधि हार गयी और सना जीत गयी। फिर क्या सना उठी और निधि के मियां नरेश पर कूद पड़ी। उसका लन्ड ढूंढने लगी। उधर आरिफ निधि की गांड पर हाथ फेरने लगा। इधर निधि की गांड खुल गयी उधर सना की चूत। सना तो मस्ती से नरेश का लन्ड चाटने चूसने लगी और अपनी बुर चुदाने की तरफ बढ़ने लगी। निधि ने अपनी गांड खोल दी और आरिफ उसे सहला सहला कर उसमे लन्ड घुसेड़ने का मन बनाने लगा। फिर सबने देखा की आरिफ का लन्ड निधि की गांड घुस गया और नरेश का लन्ड सना की चूत में। लोगों ने मस्ती से चूत की चुदाई और गांड की ठुकाई देखने लगे। निधि की गांड में जैसे ही लन्ड घुसा वैसे उसकी चीख निकल पड़ी। बोली हाय दईया मेरी तो गांड फट गयी. इतना मोटा लन्ड पेल दिया भोसड़ी वाले ने . लेकिन फिर वह भी मजे से गांड मरवाने लगी। उधर सना तो बुर चुदाने में बड़ी एक्सपर्ट है। वह अपनी गांड उठा उठा के चुदाने लगी।
तब तक इधर दूसरा खेल मिसेज रीता और बरखा के बीच होने लगा। इस खेल में मेरी बीवी यानी रीता हार गयी। मैंने मन में कहा चलो ठीक है आज इसकी गांड मारी जाएगी तब इसे मालूम होगा आटे दाल का भाव ? इसने कभी गांड नहीं मरवाई। उधर बरखा ने लपक कर मेरा लन्ड पकड़ लिया और मैं उसकी चूंचियां दबाने लगा। बरखा नंगी होकर मेरा लन्ड चूसने लगी और मेरी बीवी नंगी होकर अपनी गांड राही के सामने खोल दी और कहा लो यार सबके सामने मारो मेरी गांड। मैं इस बात से खुश था की चलो मैंने नहीं तो किसी ने मेरी बीवी की गांड मारी। इधर मैंने बरखा की चूत में लन्ड पेल दिया। मैं बड़ी मस्ती से चोदने लगा और बरखा भी अदाएं दिखा दिखा कर चुदवाने लगी। मुझे एक बार फिर एहसास हुआ की बीवियां बुर चोदी पराये मर्दों से ज्यादा मन लगाकर चुदवाती हैं। पराये मर्दों के लन्ड की दीवानी होतीं हैं बीवियां ?
तिबारा खेल शुरू हुआ। अबकी बार रेशमा और सीमा आमने सामने थीं।
रेशमा बोली :- हाय सीमा भोसड़ी की आज मैं तेरी गांड मारूँगी। हारना तो तुझे है ही ?
सीमा बोली :- आये हाय गांड तो मैं मारूंगी तेरी, माँ की लौड़ी रेशमा ? मैं ठोंकूंगी लन्ड तेरी गांड में वह भी सबके सामने ? कब तक तू बचाएगी अपनी गांड ?
रेशमा बोली :- तो फिर आ जा मैदान में मादर चोद सीमा ?
बीवियों के मुंह से ये प्यार की गालियां हम सबको बहुत अच्छी लग रहीं थीं।
ख़ैर खेल शुरू हुआ और पत्ते खुलते ही रेशमा हार गयी, सीमा जीत गयी। सीमा ने हाथ बढ़ाया और और फ़ौरन रेशमा के मियां का लन्ड पकड़ लिया। उधर रेशमा अपनी गांड खोल कर अनुज के सामने खड़ी हो गयी और बोली लो मारो गांड जाने मन अनुज। तेरी बीवी जीत गयी हैं न तो तुम पेल दो अपना लन्ड मेरी गांड में ? मैं बहुत दिनों से याहन आ रही हूँ लेकिन आज तक मैंने कभी गांड नहीं मरवाई। आज देखती हूँकि कैसा लगता है गांड मराने में ? तब तक अनुज अपना लन्ड खोल कर उसके चूतड़ों पर फिराने लगा था। उधर अनुज की बीवी सीमा साहिर के लन्ड का टोपा बिल्ली की तरह चाट रही थी। उसे भी मुसलमानी लन्ड बहुत अच्छे लगतें हैं। साहिर का एक हाथ उसकी चूत पर था और दूसरा उसकी चूंची पर। थोड़ी देर में साहिर में लन्ड घुसा दिया सीमा की बुर में और धकाधक चोदने लगा। उसकी बीवी रेशमा भी उसी के सामने अनुज से गांड मारने लगी। खेल में उलट पलट हो ही जाता है। रेशमा अकेली नहीं थी। उसके साथ रीता और निधि भी गांड मरा रहीं थी। बुर चुदवाने में सीमा, बरखा और सना थीं।
तब तक सीमा बोली :- यार पराये मरद का लन्ड चाहे बुर में चाहे गांड में हर जगह मज़ा देता है।
मैंने कहा :- हां सीमा भाभी आप बिलकुल सही कह रही हैं। पर यह भी सच है की परायी की बुर हो चाहे गांड मज़ा दोनों देतीं हैं।
इस पहली चुदाई के बाद फिर शुरू हो गयी फ्री स्टाइल की चोदा चोदी।
तो दोस्तों, इस तरह हम लोग हर दिन पहले एक नया खेल खेलते जिससे यह मालूम हो जाता की आज कौन किसी बीवी चोदेगा। आज कौन किससे मियां से चुदवायेगी ? पहली चुदाई के बाद फिर सब बराबर हो जाते हैं और जिसका जो मन होता है वो करती है / वो करता है। कहीं कोई रोक टोक नहीं ?
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