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मियां को नंगा करो तो ज्यादा मज़ा आएगा - pati ko nanga karke majaa leti hai aurten
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जबसे मैंने सुना है की मेरे ससुर का लन्ड लगभग ९" का है और घर में सबसे मोटा है तब से मैं उसके लन्ड पर आँखें गड़ाये हुए थी। मैं इस मौके की तलास में थी की वह एक दिन मुझे किसी तरह अकेले मिल जाये ? जिस दिन मिल जायेगा उसी दिन उसके लन्ड का भरता बना दूँगी मैं। मेरी चूत भी उसी दिन से ससुर के लन्ड का इंतज़ार करने लगी। जब तक भोसड़ी का ससुर घर पर रहता तब तक मैं उसके आगे पीछे घूमती रहती ? खास तौर से जब वह बाथ रूम जाता या अपने कपड़े बदलता, लुंगी पहनता तो मैं उसका पीछा करने लगी। लेकिन मुझे उसके लन्ड के दीदार नहीं हुए। मैं उसका लन्ड देखने के लिए तड़प रही थी। मेरी झांटें सुलग रही थीं बहन चोद ? मैं एक एक पल का इंतज़ार रही थी। खुदा ने एक दिन मेरी सुन ली। मैं सामने वारंडा में बैठी थी और वह आँगन में नहा रहा था क्योंकि बाथ रूम खाली नहीं था और वह जल्दी में था। उसने फ़टाफ़ट नहाया और लुंगी खोल कर तौलिया लपेटने लगा। लुंगी खुलते ही उसका लटकता हुआ लन्ड मुझे दिखाई पड़ गया। लन्ड के टोपा से पानी टपक रहा था। फिर अचानक उसकी तौलिया उसके हाथ से छूट गयी। तौलिया ज़मीन पर गिर पड़ी और वह पूरा नंगा हो गया। मैंने निगाहें भर कर लन्ड देखा। उसके पेल्हड़ देखे, उसकी झांटें साफ़ थी इसलिए लन्ड खूबसूरत लग रहा था। मैं छुप कर देख रही थी। उसे नहीं मालूम था की मैं उसका लन्ड देख रही हूँ। उसने तौलिया से लन्ड हिला हिला कर पोंछा। मुझे उसका सुपाड़ा बड़ा सेक्सी लगा। एकदम लाल लाल रसगुल्ला जैसे लन्ड का टोपा मेरे दिल में समा गया बहन चोद ? बस मेरी चूत मचल उठी।
इत्तिफाक से एक दिन रात में घर में केवल मेरा ससुर और मैं थी। मैं सोंचने लगी की कैसे पहल की जाए ? तभी ससुर बोला बहू ज़रा एक गिलास पानी ले आओ ? मैं पानी लेकर पहुंची तो वह नंगे बदन अपनी लुंगी उठाये हुए बैठा था। मैंने झुक के पानी रखा तो उसे मेरी चूंचियां दिखायीं पड़ गयीं. उसकी नियत ख़राब हो गयी। वह बोला बहू थोड़ी व्हिस्की बना लाओ। मैं बनाकर ले गयी। उसने शराब का गिलास पकड़ा और कहा बहू तुम पीती हो तो तुम भी पियो ? तेरी सास तो पीती है शराब तेरी नन्द भी पीती है। मैं उसके कहने पर आ गयी और उसके साथ पीने लगी शराब। मैंने देखा की वह बार बार लुंगी उठा कर अपना लन्ड सहला रहा है । थोड़ा नशा चढ़ा तो वह बोला बहू शराब के साथ कुछ और पीना हो तो पी लो। इसमें शरमाने की कोई जरुरत नहीं है। मैं समझ गयी की उसका इशारा लन्ड की तरफ ही है शायद ? मैं चुप रही। वह फिर बोला बहू एक बात बताऊँ मेरी बेटी भी शराब के साथ पीती है। मेरा नहीं मेरे दोस्तों के पीती है।
मैं कौतूहल बस पूंछ बैठी ? क्या पीती है तेरी बेटी तेरे दोस्तों का, ससुर जी ? उसके मुंह से सच निकल पड़ा - लन्ड पीती है मेरी बेटी मेरे दोस्तों के, शराब के साथ ? तुम चाहो तो तुम भी पी लो लन्ड, बहू ? उसने अपना लन्ड हिलाते हुए मुझे दिखा कर कहा ? मैंने ऊपर से लन्ड का साइज का अंदाज़ा लगा लिया । मेरे मुंह से निकला खोल कर दिखाओ न मुझे ससुर जी ? उसने वाकई बड़ी बेशर्मी से टन टनाटा हुआ लन्ड दिखा दिया मुझे ? लन्ड देख कर मेरे तो होश उड़ गये। साला इतना लंबा चौड़ा लन्ड ? मेरे मुंह से निकला हाय अल्ला, लन्ड तो बहुत बड़ा है तेरा ससुर जी ? वह बोला ऐसे नहीं बहू पकड़ के देखो न ? सभी लड़कियां मेरा लन्ड पीती है तुम भी पी लोगी क्या हर्ज़ है ? तुम भी मेरी बेटी की तरह जवानी में खूब शराब पियो खूब लन्ड पियो ? मेरा मुंह खुला और मैंने लन्ड मुंह में ले लिया। मैं लन्ड पीने लगी। तभी मैंने एक ही झटके से उसकी लुंगी खोल कर फेंक दी। उसे एकदम नंगा कर दिया। उसने भी मेरे कपड़े उतार फेंका और मेरी चूंचियां मसलने लगा। मैंने कहा ससुर जी भोसड़ी के सच बताओ की तुम अपनी बिटिया की बुर लेते हो क्या ? वह बोला बहू अब क्या बताऊँ एक बार उसने ही मेरा लन्ड पकड़ लिया था। हालांकि मैं उस दिन उसकी सहेली की बुर चोद रहा था। तब मुझे मालूम हुआ की मेरी बेटी उसी सहेली के अब्बा का लन्ड पीती है।
तब तक मैंने उसे चित लिटा दिया और मैं उसके लन्ड पर बैठ गयी। लन्ड मादर चोद पूरा मेरी चूत में घुस गया। इतने में मेरी अम्मी का फोन आ गया।
वह बोली बेटी हिबा तू क्या कर रही है ?
मैंने कहा मैं अपने ससुर का लन्ड चोद रही हूँ. अम्मी ?
हाय अल्ला, इतनी जल्दी तू अपने ससुर के लन्ड तक पहुँच गयी ? तेरी चूत कुछ ज्यादा ही हॉट है, बेटी ?
वो तो है अम्मी तुम जानती ही हो ? पर तुम क्या कर रही हो, अम्मी ?
मैं पड़ोस की शबाना आंटी के घर में हूँ। शबाना आंटी की बेटी शीबा अपनी माँ चुदवा रही है।
हाय दईया सब जगह यही हो रहा है ?
बेटी रात में सब जगह यही होता है। शबाना आंटी भी अपनी बेटी चुदवातीं हैं । कभी लन्ड वो इसकी चूत में पेलती है और कभी ये उसकी चूत में।
तो तुम क्या कर रही हो अम्मी ?
मैं भी बीच बीच में लन्ड कभी मुंह में कभी बुर में पेल लेती हूँ, बेटी।
कौन कौन है वहाँ चोदने वाला ?
दोनों बहन चोद शीबा के देवर हैं। दोनों के लन्ड बड़े मोटे तगड़े हैं। दोनों माँ के लौड़े अपनी भाभी की बुर चोद रहें हैं और भाभी की माँ का भोसड़ा भी चोद रहें हैं। दोनों माँ बेटी कितनी बड़ी चुदक्कड़ हैं यह मुझे आज मालूम हुआ बेटी ?
अरे अम्मी मैं तो कहती हूँ की अंदर से सब भोसड़ी वाली चुदक्कड़ होती हैं। सब साली रंडी होती हैं। लन्ड भकाभक सब घुसेड़ती है अपनी चूत में। अब यहाँ देखो मेरा ससुरअपनी बेटी की बुर लेता है। अपने दोस्तों की बेटियां चोदता है। बेटियां भी बुर चोदी अपनी सहेलियों के अब्बा के लन्ड पीती हैं। उनका लौड़ा अपनी चूत में पेलतीं हैं। उनसे अपनी माँ चुदवाती है। दुनिया में सब ऐसा ही होता है। अब मुझे देखो मैं अपने ससुर से चुदवा रही हूँ अम्मी।
अरे बेटी, ये बुर चोदी बुर है न ? ये भोसड़ी वाली किसी की नहीं सुनती ? इसे तो बस लन्ड चाहिए लन्ड ? एक बात तो पक्की है बेटी की रात में बहन चोद हर औरत रंडी हो जाती है। एक बार ग़ैर मरद के आगे नंगी हो जाती है तो फिर उसे किसी के भी आगे नंगी होने में कोई शर्म नहीं आती। नंगी होने पर बस लन्ड ही नज़र आता है उसे और कोई चीज नहीं ?
अम्मी मैं तो कहती हूँ की तुम किसी दिन मेरे ससुर का लन्ड चोदो ? इसका लन्ड साला बड़ा मस्त है अम्मी ? मेरी चूत ने लन्ड का कबाड़ा करना शुरू कर दिया है।
हां हां बेटी मैं भी तेरे ससुर का लन्ड चोदना चाहती हूँ। मुझे शीबा के ससुर का लन्ड चोदने का न्योता मिला है। हिबा तेरी माँ का भोसड़ा बड़ा सख्त है बेटी ? दनादन चोदेगा तेरे ससुर का लन्ड ?
बस मैं फिर अपने ससुर से भकाभक चुदवाने लगी। उसका लन्ड साला अंदर तक घुस कर चोद रहा था। मुझे मज़ा भी आ रहा था और मैं सोंच भी रही थी की इसके लन्ड का मज़ा मैं अपनी दोस्तों को जरूर दूँगी और अपनी माँ के भोसड़ा में भी पेलूँगी क्योंकि इस तरह का हक्कानी लन्ड बहुत मुश्किल से मिलता है। तब तक ससुर ने मुझसे कहा बहू एक बात कहूं बुरा न मनाना ? मैंने कहा हां कहो अब बुरा मानने की कोई बात ही नहीं है। वह बोला मेरे दो दोस्त हैं जिनकी बेटियां मैं चोदता हूँ और उनकी बहुएं भी चोदता हूँ। मेरी बेटी जब जब आती है तब तब उनसे चुदवा कर जाती है। मैं चाहता हूँ की तुम भी मेरे दोस्तों से चुदवाया करो ? मैं मन में सोंचने लगी की ये साला ससुर तो बहुत बड़ा कमीना आदमी है। अपनी बेटी लोगों से चुदवाता है औरअपनी बहू भी चुदवाने को तैयार है। फिर मैंने कहा हां चुदवा तो लूंगी ससुर जी मगर अगर लन्ड मेरे मन के न हुए तो मैं उनकी गांड पर लात मार कर भगा दूँगी। वह बोला लन्ड के बाते में तुम मेरी बेटी से पूंछ लो न बहू। मैं इस बात पर राज़ी हूँ की अगर तुझे उनके लन्ड पसंद न आये तो मत चुदवाना ? मैं फिर सोंचने लगी की यार चलो इसी बहाने मुझे नये नये लन्ड मिलेगें। मज़ा आएगा चुदवाने में ? मैंने हां कर दी। मेरे हां करते ही उसका लन्ड साला फूल कर गुब्बारा हो गया और मेरी चूत को चुदवाने में ज्यादा मज़ा आने लगा।
मैं समझ गयी की ये तो साला मेरी माँ का भोसड़ा भी चोदेगा। उसने मुझे पीछे से भी चोदा। चोदने के बाद फिर वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा। साले का लौड़ा खलास हो ही नहीं रहा था। मैंने पूंछा ससुर जी तुम कब से बुर चोद रहे हो ? वह बोला मैं जब २० साल का था तो पहली बार अपनी भाभी की बुर लिया था। मुझे बड़ा मज़ा आया। फिर मैंने उसकी बहन की बुर ली और उसकी सहेली की बुर चोदा। एक दिन मेरी खाला ने मेरा लन्ड पकड़ लिया फिर मैंने उसे भी चोदा। इस तरह मैं चोदने में बहुत बेशरम हो गया और मुझे बुर चोदने की आदत पड़ गयी। रात में जब कोई मेरा लन्ड पकड़ता है तो मैं उसे चोदता जरूर हूँ फिर वह चाहे मेरी बेटी या बहू ही क्यों न हो ? इतने में मैंने गांड से जोर लगाया और चुदाई की स्पीड बढ़ा दी। बस फिर वह देखते ही देखते झड़ गया। मेरी चूत और चूंची पर गिरा दिया सारा वीर्य। साला बड़ी देर तक पिचकारी पर पिचकारी मारता रहा ?
दो दिन बाद मेरी नन्द हुमा अपनी ससुराल सेआ गयी। वह बोली हाय हिबा भाभी तूने मेरे अब्बू से चुदवा लिया ? कैसा लगा तुम्हे उसका लन्ड भाभी ? मैंने कहा हां यार चुदवा तो लिया और लन्ड तो साला बड़ा जबरदस्त है नन्द रानी तेरे अब्बू का ? ऐसा लौड़ा बहुत काम लोगों का होता है ? वह बोली अरे भाभी इसी लन्ड की बदौलत तो मेरा अब्बू बहन चोद बहुत बड़ा चुदक्कड़ आदमी बन गया है। मेरी सहेलियां जब मेरे घर आतीं है तो मेराअब्बू मादर चोद उनके आगे अपना लन्ड खड़ा करके हिलाने लगता है ? वो सब हाथ बढ़ा कर लन्ड पकड़ लेती है। और फिर जो लड़की उसका लन्ड पकड़ती है उसकी बुर मेरा अब्बू जरूर चोदता है ? मैंने कहा तो फिर तेरी सहेलियां पकड़ती ही क्यों हैं ? उसने जबाब दिया अरे भाभी इतना मोटा तगड़ा लन्ड देख कर भला कौन बुर चोदी नहीं चुदवायेगी ? सब की सब भोसड़ी वाली मेरे अब्बू से इसी तरह चुदवाने लगीं। मेरी भी नन्द इसके लन्ड के चक्कर में आ गयी। अब तो वो मेरे माईके अक्सर मेरे अब्बू से चुदवाने आती है । इसके लन्ड का पता जब मेरी सास का हुआ तो वह अपनी ही बेटी के सामने मेरे अब्बू से अपना भोसड़ा चुदवाने लगी। अब तो अब्बू हरामजादा जब जब मेरी ससुराल जाता है तब तब मेरी नन्द की बुर और मेरी सास का भोसड़ा चोद कर ही आता है ? वो दोनों मस्ती से चुदवाती हैं। इसका मुझे फायदा जरूर हुआ की वो दोनों मेरी गुलाम बन गयीं हैं। वो जानती हैं की अगर बहू के अब्बू से चुदवाना है तो बहू की हर बात माननी पड़ेगी। इसलिए अब मैं सास और नन्द दोनों की गांड मारती हूँ।
मेरे ससुर का नाम है फज़ल अहमद ? वह ५२ साल का हट्टा कट्टा जवान आदमी है। हां कद तो ५' ३" का ही है लेकिन उसके लन्ड का साइज ८ १/२" x ५ १/२" है ? यानी साढ़े आठ इंच लम्बा और साढ़े पांच इंच मोटा है। लन्ड सख्त है और खड़ा होने पर बिलकुल लोहे का डंडा हो जाता है। नाटे आदमी का मोटा तगड़ा लन्ड बहुत देर तक चोदता रहता है। खलास होने का नाम ही नहीं लेता। अक्सर चूत को पहले खलास कर देता है। हां वह उसकी बुर चोदना ज्यादा पसंद करता है जो उससे खुल कर गन्दी गन्दी बातें करे और खूब मस्ती से खुल कर गालियां सुनाये ? उसे लड़कियों के मुंह से गालियां सुनने का बड़ा शौक है ? मैं तो उसे अक्सर भोसड़ी के ससुर, मादर चोद बहन चोद बेटी चोद ससुर, कह कर ही बुलाती हूँ।
मेरी अम्मी का नाम है जमाला। वह ४६ साल की मद मस्त जवान औरत हैं। मैं अम्मी से पूरी तरह खुली हूँ। माँ चुदाने में अब मैं शर्माती नहीं हूँ। अम्मी भी अपनी बेटी चुदाने में शर्माती नहीं हैं। एक दिन मैंने पूंछा अम्मी तेरा भोसड़ा इतना टाइट क्यों रहता है ? इतने लन्ड खाकर भी बड़ा तरो ताज़ा बना हुआ है तेरा भोसड़ा ? अम्मी ने जबाब दिया बेटी हिबा भोसड़ा को दो चीज चाहिए बस और कुछ नहीं ? एक तो लन्ड और दूसरा शराब। मेरा भोसड़ा लन्ड भी पीता है और शराब भी। शराब चूत को हमेशा टाइट रखती है। मैं रोज़ दो घंटे इसे शराब पिलाती हूँ। दोस्तों, तब से मैं भी अपनी चूत को शराब पिलाने लगी और अब मैं कह सकती हूँ की अम्मी की बात बिलकुल सही थी। मेरी भी चूत अभी टना टन बनी हुई है।
अचानक दूसरे दिन मैं अपने ससुर के साथ ही अपने माईके आ गयी। मैंने ससुर को अम्मी से मिलवाया। अम्मी उससे मिलकर बड़ी खुश हुई। हालांकि वह मेरी शादी में उससे मिल चुकी थीं मगर आज की मुलाकात कुछ और ही बयां कर रही थी। रात में हम सब लोग खाना खा कर अपने अपने कमरे में चले गए। अचानक मुझे ससुर के लन्ड का ख्याल आ गया। मैं बस उठी और ससुर के कैमरे में चली गयी। मैं उसके कपड़े उतारने लगी। वह बोला हाय बहू ये क्या कर रही तुम। तेरी अम्मी क्या कहेंगीं ? मैंने मुस्कराते हुए जबाब दिया अम्मी की बिटिया की बुर ? मैं जो कर रही हूँ वो मुझे करने दो भोसड़ी के ससुर ? मैंने उसे नंगा कर दिया और उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लन्ड पल भर में आसमान ताकने लगा। मैं खड़ा लन्ड देख कर मस्त हो गयी।
मैंने लन्ड का टोपा चूमते हुए लन्ड से कहा बेटा अभी तक तूने मेरी बुर ली है अब तू मेरी माँ की बुर ले ले ?
मेरी बात ने उसके लन्ड में आग लगा दी। लन्ड साला और तन कर खड़ा हो गया। मैं ससुर का लन्ड पकड़े पकड़े अम्मी के कमरे में घुस गयी। नंगी मैं भी थी। मैं देखा की अम्मी भी नंगी है और तनवर अंकल का लन्ड हिला रही हैं।
मैंने कहा :- लो मेरे ससुर का लन्ड चोदो, अम्मी ?
अम्मी ने तुरंत जबाब दिया :- तो फिर तुम अपने तनवर अंकल का लन्ड चोदो, हिबा।
मैंने अम्मी को अपने ससुर का लन्ड पकड़ा दिया और उसने मुझे तनवर अंकल का लन्ड पकड़ा दिया ? हम दोनों एक दूसरे के सामने ही लन्ड चाटने लगीं। अम्मी बोली हाय दईया हिबा बड़ा सॉलिड है तेरे ससुर का लन्ड बेटी। ये तो तेरी माँ के भोसड़ा का बाजा बजा देगा। मैंने कहा हां अम्मी आज मुझे अपनी माँ के भोसड़ा का बाजा ही बजवाना है। आज मैं अपनी माँ का भोसड़ा इसी से चुदवाऊँगी ? अम्मी ने भी टांट मारते हुए कहा की आज मैं भी अपनी बिटिया की बुर तनवर के लन्ड से चुदवाऊँगी ? हम दोनों लन्ड मुंह में भर कर चूसने लगीं। थोड़ी देर बाद मैं अपनी चूत फैलाकर लौड़ा घुसेड़ लिया और मैं चुदवाने लगी। लन्ड सरसराता हुआ मेरी बुर में घुस गया। मैं मस्त हो गयी क्योंकि की लौड़ा दमदार था। मैंने कहा अम्मी लौड़ा तो मैंने चूत में घुसेड़ लिया पर बताओ तो की मुझे कौन चोद रहा है अम्मी ? वह बोली बेटी ये मेरी सहेली का शौहर है। जब भी यहांआता है तो मैं इसे रात भर रोक लेती हूँ और फिर खूब चुदवाती हूँ। यह मौक़ा आज तुझे मिल रहा है बेटी हिबा ? तब तकअम्मी की आवाज़ आयी अरे भोसड़ी के मेरी बेटी की चूत में पेलते हो लन्ड अब उसकी माँ की चूत में पेल के देखो मैं कैसे तेरे लन्ड का भरता बनाती हूँ ?
अम्मी ऐसा बोल कर मेरे ससुर से भकाभक चुदवाने लगीं। उसे देख कर ऐसा लग रहा था की वह बहुत दिनों के बाद इतने मस्त लौड़े से चुदवा रहीं हैं। अम्मी मजाक करती हुई बोली बेटी आज तू अपनी माँ का भोसड़ा बड़ी शिद्दत से चुदवा रही है। मैंने भी जबाब दिया हां अम्मी और तुम भी तो अपनी बिटिया की बुर बड़ी बेफिक्री से चुदवा रही हो ?
हम दोनों इसी बात कर हंस पड़ीं ? थोड़ी देर में अम्मी ससुर के लन्ड पर चढ़ बैठीं और थोड़ा झुक कर अपने बड़े बड़े चूतड़ उसके लन्ड पर उठा उठा के पटकने लगीं। अम्मी लन्ड वैसे ही अपनी चूत से चोदने लगीं जैसे की मर्द बुर चोदते हैं। उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां मेरे ससुर की आँखों के आगे झुमने लगीं। ससुर की मस्ती का ठिकाना न रहा। उसका लौड़ा और सख्त हो गया तो अम्मी का भोसड़ा भी मस्ताने लगा। मैं अम्मी को इसी तरह लन्ड चोदते हुए देख कर मज़ा लेने लगी। तब तक मैं भी गरम हो गयी और मैं भी तनवर का लन्ड उसी तरह चोदने लगी। लन्ड चोदने का अपना एक अलग ही मज़ा है। थोड़ी देर में ससुर का लन्ड खलास हो गया और हम दोनों की चूत भी बोल गयी।
चुदाई के बाद भी हम दोनों नंगी नंगी बैठी हुई बातें करने लगी। हमने ससुर को भी नंगा ही रखा। तब तक किसी ने डोर बेल बजायी। मैं हैरान हो गयी की इतनी रात को कौन आ गया। दरवाजा खोला तो वह शीबा थी। वह बोली हाय हिबा ये है मेरे मिया ? यार आज मेरे मियां का मन तेरी बुर लेना का है। प्लीज तुम इससे चुदवा हिबा बदले में तुम जिससे कहो मैं उससे चुदवा लेती हूँ। मैंने कहा ठीक है आ जाओ ? मैं उसके मियां को लेकर अंदर आ गयी और अपने ससुर से तनवर से और अम्मी से मिलवाया। हम सब तो नंगे ही थे। मैंने कहा पहली बात शीबा तुम नंगी हो जाओ और अपने मियां को नंगा करके उसका लौड़ा हम सबको दिखाओ। वह बोली यार हिबा तुम मेरे मियां को नंगा करो तो ज्यादा मज़ा आएगा।
मैंने वही किया। उसका जब लौड़ा टन टना कर मेरे सामने आया तो मैं बड़ी खुश हो गयी। मैं बोली हाय शीबा क्या लौड़ा है यार तेरे मियां का ? अब तो मैं इससे खूब मजे से चुदवाऊँगी और अपनी माँ भी चुदवाऊँगी ? यार इसका लन्ड तो मेरे ससुर ले लन्ड से मिलता जुलता है। मैंने उसका लन्ड कई बार चूमा और खूब प्यार किया। मैंने कहा शीबा आज मैं तेरे मियां का लन्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी। वह बोली हाय दईया मैं तो रोज़ पेलती हूँ अपनी माँ की चूत में लन्ड ? मेरे मियां भी भोसड़ी का मेरी माँ चोद कर आया है शीबा ? फिर क्या मैंने और अम्मी ने शीबा के मियां से चुदवाया। शीबा ने हमारे सामने मेरे ससुर से और तनवर अंकल से चुदवाया।
किसी ने सच ही कहा है की जवानी में सब कुछ संभव है। जवानी में कुछ भी हो सकता है ? किसी का भी लन्ड किसी की भी चूत में घुस सकता है। कोई बुर चोदता है तो कोई लन्ड ?
जबसे मैंने सुना है की मेरे ससुर का लन्ड लगभग ९" का है और घर में सबसे मोटा है तब से मैं उसके लन्ड पर आँखें गड़ाये हुए थी। मैं इस मौके की तलास में थी की वह एक दिन मुझे किसी तरह अकेले मिल जाये ? जिस दिन मिल जायेगा उसी दिन उसके लन्ड का भरता बना दूँगी मैं। मेरी चूत भी उसी दिन से ससुर के लन्ड का इंतज़ार करने लगी। जब तक भोसड़ी का ससुर घर पर रहता तब तक मैं उसके आगे पीछे घूमती रहती ? खास तौर से जब वह बाथ रूम जाता या अपने कपड़े बदलता, लुंगी पहनता तो मैं उसका पीछा करने लगी। लेकिन मुझे उसके लन्ड के दीदार नहीं हुए। मैं उसका लन्ड देखने के लिए तड़प रही थी। मेरी झांटें सुलग रही थीं बहन चोद ? मैं एक एक पल का इंतज़ार रही थी। खुदा ने एक दिन मेरी सुन ली। मैं सामने वारंडा में बैठी थी और वह आँगन में नहा रहा था क्योंकि बाथ रूम खाली नहीं था और वह जल्दी में था। उसने फ़टाफ़ट नहाया और लुंगी खोल कर तौलिया लपेटने लगा। लुंगी खुलते ही उसका लटकता हुआ लन्ड मुझे दिखाई पड़ गया। लन्ड के टोपा से पानी टपक रहा था। फिर अचानक उसकी तौलिया उसके हाथ से छूट गयी। तौलिया ज़मीन पर गिर पड़ी और वह पूरा नंगा हो गया। मैंने निगाहें भर कर लन्ड देखा। उसके पेल्हड़ देखे, उसकी झांटें साफ़ थी इसलिए लन्ड खूबसूरत लग रहा था। मैं छुप कर देख रही थी। उसे नहीं मालूम था की मैं उसका लन्ड देख रही हूँ। उसने तौलिया से लन्ड हिला हिला कर पोंछा। मुझे उसका सुपाड़ा बड़ा सेक्सी लगा। एकदम लाल लाल रसगुल्ला जैसे लन्ड का टोपा मेरे दिल में समा गया बहन चोद ? बस मेरी चूत मचल उठी।
इत्तिफाक से एक दिन रात में घर में केवल मेरा ससुर और मैं थी। मैं सोंचने लगी की कैसे पहल की जाए ? तभी ससुर बोला बहू ज़रा एक गिलास पानी ले आओ ? मैं पानी लेकर पहुंची तो वह नंगे बदन अपनी लुंगी उठाये हुए बैठा था। मैंने झुक के पानी रखा तो उसे मेरी चूंचियां दिखायीं पड़ गयीं. उसकी नियत ख़राब हो गयी। वह बोला बहू थोड़ी व्हिस्की बना लाओ। मैं बनाकर ले गयी। उसने शराब का गिलास पकड़ा और कहा बहू तुम पीती हो तो तुम भी पियो ? तेरी सास तो पीती है शराब तेरी नन्द भी पीती है। मैं उसके कहने पर आ गयी और उसके साथ पीने लगी शराब। मैंने देखा की वह बार बार लुंगी उठा कर अपना लन्ड सहला रहा है । थोड़ा नशा चढ़ा तो वह बोला बहू शराब के साथ कुछ और पीना हो तो पी लो। इसमें शरमाने की कोई जरुरत नहीं है। मैं समझ गयी की उसका इशारा लन्ड की तरफ ही है शायद ? मैं चुप रही। वह फिर बोला बहू एक बात बताऊँ मेरी बेटी भी शराब के साथ पीती है। मेरा नहीं मेरे दोस्तों के पीती है।
मैं कौतूहल बस पूंछ बैठी ? क्या पीती है तेरी बेटी तेरे दोस्तों का, ससुर जी ? उसके मुंह से सच निकल पड़ा - लन्ड पीती है मेरी बेटी मेरे दोस्तों के, शराब के साथ ? तुम चाहो तो तुम भी पी लो लन्ड, बहू ? उसने अपना लन्ड हिलाते हुए मुझे दिखा कर कहा ? मैंने ऊपर से लन्ड का साइज का अंदाज़ा लगा लिया । मेरे मुंह से निकला खोल कर दिखाओ न मुझे ससुर जी ? उसने वाकई बड़ी बेशर्मी से टन टनाटा हुआ लन्ड दिखा दिया मुझे ? लन्ड देख कर मेरे तो होश उड़ गये। साला इतना लंबा चौड़ा लन्ड ? मेरे मुंह से निकला हाय अल्ला, लन्ड तो बहुत बड़ा है तेरा ससुर जी ? वह बोला ऐसे नहीं बहू पकड़ के देखो न ? सभी लड़कियां मेरा लन्ड पीती है तुम भी पी लोगी क्या हर्ज़ है ? तुम भी मेरी बेटी की तरह जवानी में खूब शराब पियो खूब लन्ड पियो ? मेरा मुंह खुला और मैंने लन्ड मुंह में ले लिया। मैं लन्ड पीने लगी। तभी मैंने एक ही झटके से उसकी लुंगी खोल कर फेंक दी। उसे एकदम नंगा कर दिया। उसने भी मेरे कपड़े उतार फेंका और मेरी चूंचियां मसलने लगा। मैंने कहा ससुर जी भोसड़ी के सच बताओ की तुम अपनी बिटिया की बुर लेते हो क्या ? वह बोला बहू अब क्या बताऊँ एक बार उसने ही मेरा लन्ड पकड़ लिया था। हालांकि मैं उस दिन उसकी सहेली की बुर चोद रहा था। तब मुझे मालूम हुआ की मेरी बेटी उसी सहेली के अब्बा का लन्ड पीती है।
तब तक मैंने उसे चित लिटा दिया और मैं उसके लन्ड पर बैठ गयी। लन्ड मादर चोद पूरा मेरी चूत में घुस गया। इतने में मेरी अम्मी का फोन आ गया।
वह बोली बेटी हिबा तू क्या कर रही है ?
मैंने कहा मैं अपने ससुर का लन्ड चोद रही हूँ. अम्मी ?
हाय अल्ला, इतनी जल्दी तू अपने ससुर के लन्ड तक पहुँच गयी ? तेरी चूत कुछ ज्यादा ही हॉट है, बेटी ?
वो तो है अम्मी तुम जानती ही हो ? पर तुम क्या कर रही हो, अम्मी ?
मैं पड़ोस की शबाना आंटी के घर में हूँ। शबाना आंटी की बेटी शीबा अपनी माँ चुदवा रही है।
हाय दईया सब जगह यही हो रहा है ?
बेटी रात में सब जगह यही होता है। शबाना आंटी भी अपनी बेटी चुदवातीं हैं । कभी लन्ड वो इसकी चूत में पेलती है और कभी ये उसकी चूत में।
तो तुम क्या कर रही हो अम्मी ?
मैं भी बीच बीच में लन्ड कभी मुंह में कभी बुर में पेल लेती हूँ, बेटी।
कौन कौन है वहाँ चोदने वाला ?
दोनों बहन चोद शीबा के देवर हैं। दोनों के लन्ड बड़े मोटे तगड़े हैं। दोनों माँ के लौड़े अपनी भाभी की बुर चोद रहें हैं और भाभी की माँ का भोसड़ा भी चोद रहें हैं। दोनों माँ बेटी कितनी बड़ी चुदक्कड़ हैं यह मुझे आज मालूम हुआ बेटी ?
अरे अम्मी मैं तो कहती हूँ की अंदर से सब भोसड़ी वाली चुदक्कड़ होती हैं। सब साली रंडी होती हैं। लन्ड भकाभक सब घुसेड़ती है अपनी चूत में। अब यहाँ देखो मेरा ससुरअपनी बेटी की बुर लेता है। अपने दोस्तों की बेटियां चोदता है। बेटियां भी बुर चोदी अपनी सहेलियों के अब्बा के लन्ड पीती हैं। उनका लौड़ा अपनी चूत में पेलतीं हैं। उनसे अपनी माँ चुदवाती है। दुनिया में सब ऐसा ही होता है। अब मुझे देखो मैं अपने ससुर से चुदवा रही हूँ अम्मी।
अरे बेटी, ये बुर चोदी बुर है न ? ये भोसड़ी वाली किसी की नहीं सुनती ? इसे तो बस लन्ड चाहिए लन्ड ? एक बात तो पक्की है बेटी की रात में बहन चोद हर औरत रंडी हो जाती है। एक बार ग़ैर मरद के आगे नंगी हो जाती है तो फिर उसे किसी के भी आगे नंगी होने में कोई शर्म नहीं आती। नंगी होने पर बस लन्ड ही नज़र आता है उसे और कोई चीज नहीं ?
अम्मी मैं तो कहती हूँ की तुम किसी दिन मेरे ससुर का लन्ड चोदो ? इसका लन्ड साला बड़ा मस्त है अम्मी ? मेरी चूत ने लन्ड का कबाड़ा करना शुरू कर दिया है।
हां हां बेटी मैं भी तेरे ससुर का लन्ड चोदना चाहती हूँ। मुझे शीबा के ससुर का लन्ड चोदने का न्योता मिला है। हिबा तेरी माँ का भोसड़ा बड़ा सख्त है बेटी ? दनादन चोदेगा तेरे ससुर का लन्ड ?
बस मैं फिर अपने ससुर से भकाभक चुदवाने लगी। उसका लन्ड साला अंदर तक घुस कर चोद रहा था। मुझे मज़ा भी आ रहा था और मैं सोंच भी रही थी की इसके लन्ड का मज़ा मैं अपनी दोस्तों को जरूर दूँगी और अपनी माँ के भोसड़ा में भी पेलूँगी क्योंकि इस तरह का हक्कानी लन्ड बहुत मुश्किल से मिलता है। तब तक ससुर ने मुझसे कहा बहू एक बात कहूं बुरा न मनाना ? मैंने कहा हां कहो अब बुरा मानने की कोई बात ही नहीं है। वह बोला मेरे दो दोस्त हैं जिनकी बेटियां मैं चोदता हूँ और उनकी बहुएं भी चोदता हूँ। मेरी बेटी जब जब आती है तब तब उनसे चुदवा कर जाती है। मैं चाहता हूँ की तुम भी मेरे दोस्तों से चुदवाया करो ? मैं मन में सोंचने लगी की ये साला ससुर तो बहुत बड़ा कमीना आदमी है। अपनी बेटी लोगों से चुदवाता है औरअपनी बहू भी चुदवाने को तैयार है। फिर मैंने कहा हां चुदवा तो लूंगी ससुर जी मगर अगर लन्ड मेरे मन के न हुए तो मैं उनकी गांड पर लात मार कर भगा दूँगी। वह बोला लन्ड के बाते में तुम मेरी बेटी से पूंछ लो न बहू। मैं इस बात पर राज़ी हूँ की अगर तुझे उनके लन्ड पसंद न आये तो मत चुदवाना ? मैं फिर सोंचने लगी की यार चलो इसी बहाने मुझे नये नये लन्ड मिलेगें। मज़ा आएगा चुदवाने में ? मैंने हां कर दी। मेरे हां करते ही उसका लन्ड साला फूल कर गुब्बारा हो गया और मेरी चूत को चुदवाने में ज्यादा मज़ा आने लगा।
मैं समझ गयी की ये तो साला मेरी माँ का भोसड़ा भी चोदेगा। उसने मुझे पीछे से भी चोदा। चोदने के बाद फिर वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा। साले का लौड़ा खलास हो ही नहीं रहा था। मैंने पूंछा ससुर जी तुम कब से बुर चोद रहे हो ? वह बोला मैं जब २० साल का था तो पहली बार अपनी भाभी की बुर लिया था। मुझे बड़ा मज़ा आया। फिर मैंने उसकी बहन की बुर ली और उसकी सहेली की बुर चोदा। एक दिन मेरी खाला ने मेरा लन्ड पकड़ लिया फिर मैंने उसे भी चोदा। इस तरह मैं चोदने में बहुत बेशरम हो गया और मुझे बुर चोदने की आदत पड़ गयी। रात में जब कोई मेरा लन्ड पकड़ता है तो मैं उसे चोदता जरूर हूँ फिर वह चाहे मेरी बेटी या बहू ही क्यों न हो ? इतने में मैंने गांड से जोर लगाया और चुदाई की स्पीड बढ़ा दी। बस फिर वह देखते ही देखते झड़ गया। मेरी चूत और चूंची पर गिरा दिया सारा वीर्य। साला बड़ी देर तक पिचकारी पर पिचकारी मारता रहा ?
दो दिन बाद मेरी नन्द हुमा अपनी ससुराल सेआ गयी। वह बोली हाय हिबा भाभी तूने मेरे अब्बू से चुदवा लिया ? कैसा लगा तुम्हे उसका लन्ड भाभी ? मैंने कहा हां यार चुदवा तो लिया और लन्ड तो साला बड़ा जबरदस्त है नन्द रानी तेरे अब्बू का ? ऐसा लौड़ा बहुत काम लोगों का होता है ? वह बोली अरे भाभी इसी लन्ड की बदौलत तो मेरा अब्बू बहन चोद बहुत बड़ा चुदक्कड़ आदमी बन गया है। मेरी सहेलियां जब मेरे घर आतीं है तो मेराअब्बू मादर चोद उनके आगे अपना लन्ड खड़ा करके हिलाने लगता है ? वो सब हाथ बढ़ा कर लन्ड पकड़ लेती है। और फिर जो लड़की उसका लन्ड पकड़ती है उसकी बुर मेरा अब्बू जरूर चोदता है ? मैंने कहा तो फिर तेरी सहेलियां पकड़ती ही क्यों हैं ? उसने जबाब दिया अरे भाभी इतना मोटा तगड़ा लन्ड देख कर भला कौन बुर चोदी नहीं चुदवायेगी ? सब की सब भोसड़ी वाली मेरे अब्बू से इसी तरह चुदवाने लगीं। मेरी भी नन्द इसके लन्ड के चक्कर में आ गयी। अब तो वो मेरे माईके अक्सर मेरे अब्बू से चुदवाने आती है । इसके लन्ड का पता जब मेरी सास का हुआ तो वह अपनी ही बेटी के सामने मेरे अब्बू से अपना भोसड़ा चुदवाने लगी। अब तो अब्बू हरामजादा जब जब मेरी ससुराल जाता है तब तब मेरी नन्द की बुर और मेरी सास का भोसड़ा चोद कर ही आता है ? वो दोनों मस्ती से चुदवाती हैं। इसका मुझे फायदा जरूर हुआ की वो दोनों मेरी गुलाम बन गयीं हैं। वो जानती हैं की अगर बहू के अब्बू से चुदवाना है तो बहू की हर बात माननी पड़ेगी। इसलिए अब मैं सास और नन्द दोनों की गांड मारती हूँ।
मेरे ससुर का नाम है फज़ल अहमद ? वह ५२ साल का हट्टा कट्टा जवान आदमी है। हां कद तो ५' ३" का ही है लेकिन उसके लन्ड का साइज ८ १/२" x ५ १/२" है ? यानी साढ़े आठ इंच लम्बा और साढ़े पांच इंच मोटा है। लन्ड सख्त है और खड़ा होने पर बिलकुल लोहे का डंडा हो जाता है। नाटे आदमी का मोटा तगड़ा लन्ड बहुत देर तक चोदता रहता है। खलास होने का नाम ही नहीं लेता। अक्सर चूत को पहले खलास कर देता है। हां वह उसकी बुर चोदना ज्यादा पसंद करता है जो उससे खुल कर गन्दी गन्दी बातें करे और खूब मस्ती से खुल कर गालियां सुनाये ? उसे लड़कियों के मुंह से गालियां सुनने का बड़ा शौक है ? मैं तो उसे अक्सर भोसड़ी के ससुर, मादर चोद बहन चोद बेटी चोद ससुर, कह कर ही बुलाती हूँ।
मेरी अम्मी का नाम है जमाला। वह ४६ साल की मद मस्त जवान औरत हैं। मैं अम्मी से पूरी तरह खुली हूँ। माँ चुदाने में अब मैं शर्माती नहीं हूँ। अम्मी भी अपनी बेटी चुदाने में शर्माती नहीं हैं। एक दिन मैंने पूंछा अम्मी तेरा भोसड़ा इतना टाइट क्यों रहता है ? इतने लन्ड खाकर भी बड़ा तरो ताज़ा बना हुआ है तेरा भोसड़ा ? अम्मी ने जबाब दिया बेटी हिबा भोसड़ा को दो चीज चाहिए बस और कुछ नहीं ? एक तो लन्ड और दूसरा शराब। मेरा भोसड़ा लन्ड भी पीता है और शराब भी। शराब चूत को हमेशा टाइट रखती है। मैं रोज़ दो घंटे इसे शराब पिलाती हूँ। दोस्तों, तब से मैं भी अपनी चूत को शराब पिलाने लगी और अब मैं कह सकती हूँ की अम्मी की बात बिलकुल सही थी। मेरी भी चूत अभी टना टन बनी हुई है।
अचानक दूसरे दिन मैं अपने ससुर के साथ ही अपने माईके आ गयी। मैंने ससुर को अम्मी से मिलवाया। अम्मी उससे मिलकर बड़ी खुश हुई। हालांकि वह मेरी शादी में उससे मिल चुकी थीं मगर आज की मुलाकात कुछ और ही बयां कर रही थी। रात में हम सब लोग खाना खा कर अपने अपने कमरे में चले गए। अचानक मुझे ससुर के लन्ड का ख्याल आ गया। मैं बस उठी और ससुर के कैमरे में चली गयी। मैं उसके कपड़े उतारने लगी। वह बोला हाय बहू ये क्या कर रही तुम। तेरी अम्मी क्या कहेंगीं ? मैंने मुस्कराते हुए जबाब दिया अम्मी की बिटिया की बुर ? मैं जो कर रही हूँ वो मुझे करने दो भोसड़ी के ससुर ? मैंने उसे नंगा कर दिया और उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लन्ड पल भर में आसमान ताकने लगा। मैं खड़ा लन्ड देख कर मस्त हो गयी।
मैंने लन्ड का टोपा चूमते हुए लन्ड से कहा बेटा अभी तक तूने मेरी बुर ली है अब तू मेरी माँ की बुर ले ले ?
मेरी बात ने उसके लन्ड में आग लगा दी। लन्ड साला और तन कर खड़ा हो गया। मैं ससुर का लन्ड पकड़े पकड़े अम्मी के कमरे में घुस गयी। नंगी मैं भी थी। मैं देखा की अम्मी भी नंगी है और तनवर अंकल का लन्ड हिला रही हैं।
मैंने कहा :- लो मेरे ससुर का लन्ड चोदो, अम्मी ?
अम्मी ने तुरंत जबाब दिया :- तो फिर तुम अपने तनवर अंकल का लन्ड चोदो, हिबा।
मैंने अम्मी को अपने ससुर का लन्ड पकड़ा दिया और उसने मुझे तनवर अंकल का लन्ड पकड़ा दिया ? हम दोनों एक दूसरे के सामने ही लन्ड चाटने लगीं। अम्मी बोली हाय दईया हिबा बड़ा सॉलिड है तेरे ससुर का लन्ड बेटी। ये तो तेरी माँ के भोसड़ा का बाजा बजा देगा। मैंने कहा हां अम्मी आज मुझे अपनी माँ के भोसड़ा का बाजा ही बजवाना है। आज मैं अपनी माँ का भोसड़ा इसी से चुदवाऊँगी ? अम्मी ने भी टांट मारते हुए कहा की आज मैं भी अपनी बिटिया की बुर तनवर के लन्ड से चुदवाऊँगी ? हम दोनों लन्ड मुंह में भर कर चूसने लगीं। थोड़ी देर बाद मैं अपनी चूत फैलाकर लौड़ा घुसेड़ लिया और मैं चुदवाने लगी। लन्ड सरसराता हुआ मेरी बुर में घुस गया। मैं मस्त हो गयी क्योंकि की लौड़ा दमदार था। मैंने कहा अम्मी लौड़ा तो मैंने चूत में घुसेड़ लिया पर बताओ तो की मुझे कौन चोद रहा है अम्मी ? वह बोली बेटी ये मेरी सहेली का शौहर है। जब भी यहांआता है तो मैं इसे रात भर रोक लेती हूँ और फिर खूब चुदवाती हूँ। यह मौक़ा आज तुझे मिल रहा है बेटी हिबा ? तब तकअम्मी की आवाज़ आयी अरे भोसड़ी के मेरी बेटी की चूत में पेलते हो लन्ड अब उसकी माँ की चूत में पेल के देखो मैं कैसे तेरे लन्ड का भरता बनाती हूँ ?
अम्मी ऐसा बोल कर मेरे ससुर से भकाभक चुदवाने लगीं। उसे देख कर ऐसा लग रहा था की वह बहुत दिनों के बाद इतने मस्त लौड़े से चुदवा रहीं हैं। अम्मी मजाक करती हुई बोली बेटी आज तू अपनी माँ का भोसड़ा बड़ी शिद्दत से चुदवा रही है। मैंने भी जबाब दिया हां अम्मी और तुम भी तो अपनी बिटिया की बुर बड़ी बेफिक्री से चुदवा रही हो ?
हम दोनों इसी बात कर हंस पड़ीं ? थोड़ी देर में अम्मी ससुर के लन्ड पर चढ़ बैठीं और थोड़ा झुक कर अपने बड़े बड़े चूतड़ उसके लन्ड पर उठा उठा के पटकने लगीं। अम्मी लन्ड वैसे ही अपनी चूत से चोदने लगीं जैसे की मर्द बुर चोदते हैं। उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां मेरे ससुर की आँखों के आगे झुमने लगीं। ससुर की मस्ती का ठिकाना न रहा। उसका लौड़ा और सख्त हो गया तो अम्मी का भोसड़ा भी मस्ताने लगा। मैं अम्मी को इसी तरह लन्ड चोदते हुए देख कर मज़ा लेने लगी। तब तक मैं भी गरम हो गयी और मैं भी तनवर का लन्ड उसी तरह चोदने लगी। लन्ड चोदने का अपना एक अलग ही मज़ा है। थोड़ी देर में ससुर का लन्ड खलास हो गया और हम दोनों की चूत भी बोल गयी।
चुदाई के बाद भी हम दोनों नंगी नंगी बैठी हुई बातें करने लगी। हमने ससुर को भी नंगा ही रखा। तब तक किसी ने डोर बेल बजायी। मैं हैरान हो गयी की इतनी रात को कौन आ गया। दरवाजा खोला तो वह शीबा थी। वह बोली हाय हिबा ये है मेरे मिया ? यार आज मेरे मियां का मन तेरी बुर लेना का है। प्लीज तुम इससे चुदवा हिबा बदले में तुम जिससे कहो मैं उससे चुदवा लेती हूँ। मैंने कहा ठीक है आ जाओ ? मैं उसके मियां को लेकर अंदर आ गयी और अपने ससुर से तनवर से और अम्मी से मिलवाया। हम सब तो नंगे ही थे। मैंने कहा पहली बात शीबा तुम नंगी हो जाओ और अपने मियां को नंगा करके उसका लौड़ा हम सबको दिखाओ। वह बोली यार हिबा तुम मेरे मियां को नंगा करो तो ज्यादा मज़ा आएगा।
मैंने वही किया। उसका जब लौड़ा टन टना कर मेरे सामने आया तो मैं बड़ी खुश हो गयी। मैं बोली हाय शीबा क्या लौड़ा है यार तेरे मियां का ? अब तो मैं इससे खूब मजे से चुदवाऊँगी और अपनी माँ भी चुदवाऊँगी ? यार इसका लन्ड तो मेरे ससुर ले लन्ड से मिलता जुलता है। मैंने उसका लन्ड कई बार चूमा और खूब प्यार किया। मैंने कहा शीबा आज मैं तेरे मियां का लन्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी। वह बोली हाय दईया मैं तो रोज़ पेलती हूँ अपनी माँ की चूत में लन्ड ? मेरे मियां भी भोसड़ी का मेरी माँ चोद कर आया है शीबा ? फिर क्या मैंने और अम्मी ने शीबा के मियां से चुदवाया। शीबा ने हमारे सामने मेरे ससुर से और तनवर अंकल से चुदवाया।
किसी ने सच ही कहा है की जवानी में सब कुछ संभव है। जवानी में कुछ भी हो सकता है ? किसी का भी लन्ड किसी की भी चूत में घुस सकता है। कोई बुर चोदता है तो कोई लन्ड ?
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