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मेरे घर आओ, मेरी बीवी चोदो, करो मजेदार चुदाई - Mere ghar aakar meri patni ki chudai kar do
मेरे घर आओ, मेरी बीवी चोदो, करो मजेदार चुदाई - Mere ghar aakar meri patni ki chudai kar do , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
रुचिका बोली :- पायल यार मैं एक बात कहना चाहती हूँ तुमसे। उस दिन तेरा पति मेरे घर में बैठे बैठे मेरे पति से साथ शराब पी रहा था। मैं बार बार नास्ता बना बना कर दे रही थी। तेरा पति मुझे बार बार देख रहा था। अचानक उसने मुझसे कहा भाभी आप अब बैठ जाइये। इतनी मेहनत करने की कोई जरुरत नहीं है। आपने जो बनाया है वह बहुत है। मैं बैठ गयी तब वह बोला भाभी जी प्लीज अगर आप हमारा साथ दें तो बहुत मेहरवानी होगी। उसने मेरी तरफ शराब का गिलास बढ़ाया। मैंने अपने पति की तरफ आँख उठा कर देखा तो वह बोला हां हां जब रंजीत इतने प्यार से कह रहा है तो ले लो न ? मैं गिलास उसके हाथ से ले लिया तब वह बोला भाभी जी चियर्स मैंने भी चियर्स कहा और पीने लगी। फिर हम तीनो में बातें होने लगीं। धीरे धीरे खुल कर बातें होने लगी।
मेरा पति बोला :- यार रंजीत ये बताओ तुम्हे मेरी बीवी रुचिका अच्छी लगती है ?
तेरा पति बोला :- हां हां बिलकुल अच्छी लगतीं हैं। भाभी जी तो बहुत खूबसूरत हैं, सेक्सी हैं और हॉट है ? मुझे तो बहुत अच्छी लगती हैं।
मेरा पति :- अच्छा, तो फिर तुम इसे चाहते हो न ?
तेरा पति :- तुम्हारा क्या मतलब है यार ऐसा सवाल पूंछने का ?
मेरा पति :- मतलब यह की मैं तेरे मन की बात जानना चाहता हूँ। अब मुझे देखो मैं तेरी बीवी यानी अपनी पायल भाभी को बहुत चाहता हूँ।
तेरा पति :- अगर ऐसी बात है तो मैं भी तेरी बीवी यानी अपनी रुचिका भाभी को बहुत चाहता हूँ
तब तक बात करते करते हम तीनो नशे में बिलकुल धुत्त हो चुके थे। हमारे मुंह से कुछ भी निकलता जा रहा था। लेकिन मैं उन दोनों की बातें बड़े ध्यान से सुन रही थी।
मेरा पति :- अब मैं तुमसे खुल कर कुछ कहना चाहता हूँ की अगर तुम वाकई मेरी को चाहते हो तो उसके साथ समय गुज़ारो। उसके हाथ बैठो प्यार की बातें करो, रोमांस करो। एक दूसरे के बदन पर हाथ फेरो तब तो मालूम होगा की तुम मेरी बीवी को प्यार करते हो ?
तेरा पति :- यार सच कह रहे हो की मुझसे मजाक कर रहे हो। मैं बिना भाभी से पूंछे ऐसे कैसे कर सकता हूँ। मैं उसकी इज़्ज़त करता हूँ यार ? मेरा पति :- तो क्या इज़्ज़त में प्यार नहीं किया जाता ? अरे प्यार करना तो एक फक्र की बात है। और फिर तुम मेरी बीवी को प्यार करते हो किसी और को नहीं। मेरी तेरे लिए बिलकुल वैसी ही है जैसे तेरी बीवी ? अब देर न करो और आगे बढ़ो।
तेरा पति :- तुम खा कह रहे हो मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
मेरा पति :- अच्छा तो मैं तुम्हे अब खुले शब्दों में समझाता हूँ. आज तुम मेरी बीवी चोदो ? मैं चाहता हूँ की तुम मेरी बीवी मेरे सामने चोदो।
तेरा पति :- अरे यार यह कैसे हो सकता है ? भाभी क्या कहेगी ? बुरा मान जाएगी वो। नहीं नहीं यह ठीक नहीं है ? मैं ऐसा नहीं कर सकता ?
मेरा पति :- सब ठीक है दोस्ती में सब चलता है। देखो मैं अपनी बीवी तो चोदता ही हूँ अब तुम अगर मेरी बीवी चोद लोगे तो क्या हर्ज़ है ? जैसे मैं कभी तेरी गाड़ी चलाता हूँ कभी तुम मेरी गाड़ी चलाते हो ? वैसी ही बीवी भी है। कभी मैं अपनी बीवी चोदूं कभी तुम मेरी बीवी चोदो ?
तेरा पति :- यार ऐसा नहीं है. अगर है तो पहले भाभी से पूँछ लो।
मेरा पति :- पूंछने की क्या जरुरत है। जैसे गाड़ी मेरी है वैसे बीवी मेरी है ।अब गाड़ी चाहे मैं चलाऊं चाहे चलवाऊँ ? वैसे ही बीवी के साथ है। चाहे मैं अपनी बीवी चोदूं और चाहे चुदवाऊँ ? मैं साफ साफ़ कहता हूँ - मेरे घर आओ, मेरी बीवी चोदो।
पायल ने कहा :- तो फिर मेरे पति ने तुझे चोदा ?
रुचिका बोली :- नहीं यार, चूँकि हम लोग बहुत नशे में थे। किसी को कोई होश नहीं था। तो तेरा पति यह कह कर चला गया की अगली बार आऊंगा तो तेरी बीवी चोद कर ही जाऊंगा।
पायल ने कहा :- अच्छा यह बताओ की जब तेरे पति ने मेरे पति से कहा की मेरी बीवी चोदो तो तुम्हे यह सुनकर कैसा लगा ? तुम्हारा दिल क्या कहता है ?
रुचिका बोली :- यार सच बताऊँ, मुझे तो बहुत अच्छा लगा। मैं तो चाहती थी की तेरा पति मुझे चोदे पर ऊपर से मैं न न ही करती रही। फिर हम तीनो इतने नशे में थे की उस समय नहीं चोदा तो ठीक ही किया ?
पायल बोली :- तो अब जब नाश उतर गया है तो तुम चुदाने के लिए तैयार हो ?
रुचिका ने कहा :- हाय दईया, नेकी और पूंछ पूंछ मैं तो वाकई चाहती हूँ तेरे पति से चुदवाना पर अगर तुम भी मेरे पति से चुदवा लो तो सोने पे सुहागा हो जाए ?
पायल बोली :- अरे यार अगर मेरे पति ने मेरे आगे तेरे पति से ऐसा कहा होता तो मैं उसी समय तेरे पति के लन्ड पर चढ़ बैठती। मैं तो पराये मर्दों के लन्ड पर बैठने के लिए हमेशा तैयार रहती हूँ।
रुचिका बोली :- वाओ, तो फिर रख लो न एक दिन प्रोग्राम। मैं तेरे पति के लन्ड पर बैठूं तुम मेरे पति के लन्ड पर बैठो। मेरे ख्याल से दोनों हस्बैंड्स तैयार हैं और इधर हम दोनों भी तैयार हैं तो फिर देर किस बात की ? अरे हां कल ही शनिवार है। चलो मैं ही अपने घर में एक सेक्स पार्टी रख लेती हूँ। कल तुम अपने हसबैंड के साथ शाम को मेरे घर डिनर के लिए आ जाना।
दोस्तों, अब तक तो आप जान ही चुके होंगें की मैं मिसेज रुचिका हूँ। मेरी शादी के दो साल हो चुके हैं लेकिन मेरी चुदाने की इच्छा कभी पूरी तरह शांत नहीं हुई। हालांकि मेरा हसबैंड मुझे अच्छी तरह चोदता है। उसका लन्ड भी मोटा ताज़ा है लेकिन जाने क्यों मैं जितना चुदवाती हूँ उतना और चुदाने के लिए तैयार रहती हूँ। मुझे जब मालूम हुआ की पायल का हसबैंड मुझे चोदेगा तो मैं उस पल का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार करने लगी। दूसरे दिन शाम को वो दोनों आ गए। मैं पायल के मियां रंजीत को देख कर एकदम से ललचा गयी। आज तो वह बड़ा हॉट और सेक्सी लग रहा था। पायल भी मेरे हसबैंड अंकित पर नज़रें गड़ा कर बैठ गयी। इतने में मैंने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया और हम चारों लोग उसका मज़ा लेने लगे।
पायल भी लो वेस्ट जीन्स और टॉप में थी और मैं भी टॉप और लो वेस्ट जीन्स में थी। न उसने ब्रा पहनी थी और न मैंने। हम दोनों की चूंचियां बड़ी बड़ी और सेक्सी भी हैं पर पायल की चूंचियां कुछ ज्यादा बड़ी हैं। मेरा पति बस उन्ही को देखने में जुटा था। तब तक एक एक पैग ख़तम हो गया और दूसरा चल पड़ा। दूसरा भी आधा निकल चुका था। तब रंजीत बोला रुचिका भाभी आज तुम बहुत अच्छी और हॉट लग रही हो। मेरा मन करता है की मैं तुम्हारी जीन्स के दो बटन खोल दूं। मेरे बोलने के पहले मेरा हसबैंड बोला अरे यार तुम खुद ही खोल दो न। तुम्हे कौन रोक रहा है ? खोल के देख लो जो देखना चाहता हो ? वैसे मेरी भी पायल भाभी की जीन्स पर नज़र है यार। तब रंजीत बोला तो फिर तुम पहले देख लो मेरी बीवी की जीन्स खोल कर।
मेरे पति अंकित ने थोड़ी बेशर्मी दिखाई और उठ कर पायल के बगल में बैठ गया। फिर उसने पायल को हाथ कपड़ कर खड़ा कर दिया और खुद बैठा रहा। पायल की नाभी तो दिख ही रही थी। उसने दोनों हाथों से जीन्स की दो बटन खोली तो उसकी छोटी छोटी झांटें सामने आ गयीं। वह बोला हां यार मैं भाभी की यही झांटें देखना देखना था। मैं देखना चाहता था की जीन्स की बटन झांटों से कितनी दूर होती है ? अब मुझे मालूम हुआ की सिर्फ दो इंच की ही दूरी है। तब उसने कहा रंजीत अब तुम मेरी बीवी की झांटें देखो और मुझे बताओ की उसकी दूरी कितनी हैं ? रंजीत भी जोश में आ गया और उसने मेरी जीन्स की बटन खोल दी। मेरी भी इत्तिफाक से झांटें छोटी छोटी थीं। उसने मेरी झांटें चूम लीं और उन पर ऊँगली फिराते हुए कहा वाओ, क्या सेक्सी झांटें है भाभी आपकी ? मज़ा आ गया।
रंजीत फिर बोला भाभी अब तो बटन बंद करने का मन ही नहीं हो रहा है। बल्कि मेरी इच्छा है की मैं आपकी जीन्स ही खोल कर रख दूं। मैंने कहा ठीक है रख दो। फिर तो मैं भी तेरी पैंट उतार कर दूँगी। उसने शरारत की और मेरी जीन्स वाकई खोल डाली। मेरी चूत खुल गयी और मैं नीचे से नंगी हो गयी। तब तक मेरे पति ने भी पायल की जीन्स उतार कर फेंकी दी। वह भी नीचे से नंगी हो गयी। शराब का नशा अपना काम कर रहा था और हमारी मस्तियाँ बढती जा रहीं थी। मैंने तब तक रंजीत के पैंट की बेल्ट खोल डाली फिर जिप खोल कर पैंट खोल कर फेंक दी। वह नंगा हो गया और उसका लन्ड मेरे सामने टन टनाने लगा। उधर मैंने देखा की पायल ने भी मेरे पति को नंगा कर दिया और उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। हम दोनों एक दूसरे के पति का लन्ड हिला हिला कर मज़ा लेने लगी बिलकुल वैसे ही जैसे ब्लू फिल्म में होता है।
तब तक हम दोनों के टॉप भी खुल चुके थे। हम लोग भी पूरी तरह नंगी हो गयीं। मैं नंगी नंगी रंजीत का लन्ड चाटने लगी और पायल मेटे पति का लन्ड ?
पायल बोली :- रुचिका तेरे पति का लन्ड तो बड़ा मोटा है यार ? मुझे तो बड़ा सेक्सी लग रहा है इसका लन्ड ?
मैंने कहा :- लन्ड तो तेरे पति का भी बड़ा सॉलिड है, पायल ? वाओ, देखो न कितना हॉट है बहन चोद।
ऐसा कह कर पायल ने मेरे पति का लन्ड मुंह में घुसेड़ लिया और चूसने लगी। इधर मैं उसके पति का लन्ड चूसने लगी। हम दोनों एक दूसरे को देख भी रहीं थीं। वाकई बड़ा अच्छा लग रहा था। मजे की बात यह है की दोनों मरद भी बड़ी मस्ती से एक दूसरे की बीवी को लन्ड चुसवा रहे थे। मैं मन में सोंच रही थी की चलो आज से पराये मरद से चुदवाने का सिलसिला शुरू हो गया। रंजीत मेरी चूत पर हाथ फेर रहा था। मेरी चूंचियां दबा दबा कर मज़ा ले रहा था। मैं भी रंडी की तरह सब कुछ बड़े मन से करवा रही थी। यही हाल पायल का भी था। वह तो यही समझ बैठी की मैं अंकित की बीवी हूँ।
लन्ड मुझे बड़ा प्यारा लग रहा था इसलिए मैं उसे अपनी दोनों चूँचियों के बीच डाला और रंजीत मेरी चुनचियों को ही बुर समझ कर चोदने लगा। बार बार लन्ड आगे पीछे होने लगा। मैं जबान निकाल कर बार बार लन्ड का टोपा चाटने लगी। बड़ा मस्त सीन था वह। तब तक उधर पायल ने मेरे पति से चुदवाना शुरू कर दिया। उसने लौड़ा पूरा लेना शुरू कर दिया। फिर थोड़ी देर में मैंने भी रंजीत का लौड़ा पेला अपनी चूत में और मैं भी चुदवाने लगी। एक ही कमरे ,में एक ही पलंग हम दोनों चुद रहीं थीं।
मैंने कहा :- पायल मुझे नहीं मालूम था की पराये मरद से चुदवाने में इतना मज़ाआता है।
पायल ने कहा :- है यार सुना तो मैंने भी था लेकिन देख आज रही हूँ। अनुभव तो आज कर रही हूँ। अब तो मैं अक्सर चुदवाया करूंगी।
मैंने कहा :- यार कुछ और कपल शामिल हो जाएँ तो मज़ा आ जाये।
रंजीत बोला :- अरे रुचिका भाभी चिंता न करो अभी कई कपल आ जायेगें। अभी लोगों को मालूम तो होने दो। मैं भी महसूस कर रहा है हूँ की किसी और की बीवी चोदने में कितना मज़ा आता है ? ऐसे बहुत लोग हैं जो अपनी बीवी चुदवाकर दूसरों की बीवियां चोदना चाहते हैं।
तब तक पायल बोली यारअंकित अब तुम मुझे पीछे से चोदो। मैंने भी कहा हां रंजीत तुम भी पीछे से लौड़ा पेलो। मुझे पीछे से भी चुदवाने में मज़ा आता है। पायल भी मस्ती से कुतिया की तरह चुदवाने लगी। मैं फिर सोंचने लगी की इस तरह चुदाई कई लोगों के साथ हों और कई लन्ड मिलकर एक दूसरे की बीवी चोदें तो कितना मज़ा आये ? मुझे चुदवाते हुए दूसरों की चुदाई देखने में बहुत मज़ा आएगा। अब मैं अपनी सहेलियों से बात करुँगी और अगर वो तैयार होंगीं तो फिर चोदा चोदी की एक बड़ी पार्टी रखूंगी। इतने में मैंने देखा की पायल मेरे पति के लन्ड पर बैठ गयी है तो फिर मैं भी उसके पति के लन्ड पर बैठ गयी। तब तो मैं तो घोड़े की तरह बैठ कर चुदाई करवाने लगी। लन्ड तो पूरा अंदर ही घुसा हुआ था।
थोड़ी देर में रंजीत बोला रुचिका भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ। वैसे मैं तो खलास हो चुकी थी। बस मैं घूम गयी और लन्ड मुठ्ठी से पकड़ कर जल्दी जल्दी ऊपर नीचे करने लगी।मैं मारने लगी लन्ड का सड़का। उसका सुपाड़ा और फूलने लगा। वह वाकई देखने वाला था। लन्ड की सख्ती बढ़ती जा रही थी। अचानक लन्ड ने उगल दिया वीर्य मेरे मुंह में और मैं सब चाट गयी। फिर मैंने देखा की पायल भी मेरे पति का झड़ता हुआ लन्ड चाट रही है। चुदाई में बाद हमने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब गन्दी गन्दी बातें की। उसके एक घंटे के बाद मैं फिर रंजीत का लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उधर मेरे सामने पायल मेरे पति का लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। रात भर हम दोनों ने एक दूसरे के पति से कई बार चुदवाया।
एक दिन मैंने अपनी दोस्त तनु को फोन लगा दिया और कहा मैं तेरे घर आ रही हूँ। दोपहर का समय था। वह बोली हां आ जाओ मैं अकेली हूँ। मेरा हसबैंड ऑफिस गया है। मैं बस गाड़ी उठा कर आधे घंटे में उसके घर पहुँच गयी। उसने बड़े मन से मुझे अंदर बैठाया और बोली क्या पियोगी। मैंने कहा शराब पियूँगी। फिर वह वव्हिस्की की बोतल ले आयी और हम दोनों शराब पीने लगीं। बातें शुरू हो गयी तो
मैंने कहा यार यह बताओ की तुमने कभी पराये मरद का लन्ड पकड़ा है ?
वह फ़ौरन बोली हां पकड़ा है और मैं तो अक्सर पकड़ती हूँ। मुझे पराये मर्दों के लन्ड बहुत अच्छे लगतें हैं।
वाओ, तब तो बड़ी अच्छी बात है। मेरे हसबैंड का लन्ड पकड़ोगी ?
हां बिलकुल पकड़ूँगी। अगर तुम पकड़ने दोगी तो मैं जरूर पकड़ूँगी।
पर मैं भी तेरे हसबैंड का पकड़ूँगी।
हां हां पकड़ लेना। उसका लन्ड तो कई बीवियां पकड़तीं हैं।
हाय दईया क्या ऐसी बात है ? क्या तुम लोग हसबैंड की अदल बदला करती हो ?
अदला बदली सिर्फ करती ही नहीं हूँ बल्कि एक दूसरे के सामने एक दूसरे के मरद से चुदवाती भी हूँ। यार रुचिका मैं तो ऐय्यासी करती हूँ। देखो मेरे पास पैसा है, भरी जवानी है, मेरी मद मस्त चूत है और बड़ी बड़ी चूंचियां हैं तो फिर मैं क्यों करूं ऐय्यासी ?
अरे वाह यही तो मैं चाहती थी। मैं भी ऐय्यासी करती हूँ। वास्तव में मैं यही कहने आयी हूँ यार की अबकी शनिवार को मैं अपने घर में एक सेक्स पार्टी रख रही हूँ। उसमें बीवियां अपने अपने हसबैंड अदल बदल कर चुदवायेंगी। अपने हसबैंड के सामने दूसरे हसबैंड से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है न ? अगर तुम भी शामिल हो जाओ तो और मज़ा आएगा ?
हां मैं बिलकुल शामिल हो जाऊंगी।
फिर मैं उसके घर से लंच करके वापस चली आयी। थोड़ी देर बाद मेरा हसबैंड भी आ गया। देखो जी मैंने शनिवार को एक सेक्स पार्टी रख ली है। सहेली तनु और उसका हसबैंड अरुण आ रहा है। वह बोला अरे वाह यह तो बहुत अच्छा हुआ। मेरा एक दोस्त है मैं उससे बातें कर रहा था। तब बातों बातों में मुझे मालूम हुआ की वह भी वाइफ स्वैपिंग करता है। मैं उसे और उसकी बीवी को भी बुला लेता हूँ। बस शनिवार को तनु अपने मियां अरुण के साथ आ गयी। मेरा हसबैंड का दोस्त अमर भी अपनी बीवी रेखा के साथ आ गया। पहले तो हम सबका परिचय हुआ और फिर ड्रिंक्स शुरू हो गयी।
बातें भी खुल कर होने लगीं। मर्दों की निगाह बीवियों की चूँचियों पर घूम रही थी और बीवियों की निगाह मर्दों के लन्ड ढूंढ रही थीं। सबको लन्ड पकड़ने की और चूंचियां पकड़ने की जल्दी थी ।
तब तक मेरा हसबैंड बोला :- यार देखो मेरा तो कहना है की "मेरे घर आओ, मेरी बीवी चोदो"
अरूण बोला :- बहुत अच्छा नारा है आपका। मेरा नारा है की "मेरी बीवी चोदो अपनी बीवी चुदाओ"
तब तक रेखा बोली :- मैं कहती हूँ की "तुम मेरे मियां का लन्ड चोदो मैं तेरे मियां का लन्ड चोदूं"
सब लोग इसी बात पर खिलखिला कर हंस पड़े।
उसके थोड़ी देर बाद मैं उठी और बड़ी बेबाकी से अरुण की पैंट खोल कर उसका लौड़ा बाहर निकाला। मैं मस्ती से लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मझे देख कर तनु अमर का लन्ड खोल कर उसकी चुम्मियां लेने लगी और उसका टोपा चाटने लगी। तब तक रेखा ने मेरे मियां का लन्ड खोल कर उसे एकदम नंगा कर दिया। उसका लन्ड पहले से ही खड़ा था। उसने पहले पेल्हड़ चूमे और फिर लन्ड का टोपा पूरा मुंह में भर लिया। इस तरह हम तीनो एक दूसरे के पति का लन्ड चूसने लगीं। /देखते ही देखते हम सब बीवियां बहन चोद एकदम नंगी हो गयीं। न किसी को कोई शर्म और न लिहाज़। मैंने यह देखा की चुदाई के समय बीवियां ससुरी बहुत बेशर्म हो जाती हैं। किसी ने ठीक ही कहा है की हर बीवी अंदर से रंडी ही होती है।
फिर हम लोगों की यह चुदाई की पार्टी रात भर चली और दूसरे दिन दिन भर. सबने सबकी बीवियां कई बार चोदी और बीवियों में भी सब मर्दों से कई बार चुदवाया।
रुचिका बोली :- पायल यार मैं एक बात कहना चाहती हूँ तुमसे। उस दिन तेरा पति मेरे घर में बैठे बैठे मेरे पति से साथ शराब पी रहा था। मैं बार बार नास्ता बना बना कर दे रही थी। तेरा पति मुझे बार बार देख रहा था। अचानक उसने मुझसे कहा भाभी आप अब बैठ जाइये। इतनी मेहनत करने की कोई जरुरत नहीं है। आपने जो बनाया है वह बहुत है। मैं बैठ गयी तब वह बोला भाभी जी प्लीज अगर आप हमारा साथ दें तो बहुत मेहरवानी होगी। उसने मेरी तरफ शराब का गिलास बढ़ाया। मैंने अपने पति की तरफ आँख उठा कर देखा तो वह बोला हां हां जब रंजीत इतने प्यार से कह रहा है तो ले लो न ? मैं गिलास उसके हाथ से ले लिया तब वह बोला भाभी जी चियर्स मैंने भी चियर्स कहा और पीने लगी। फिर हम तीनो में बातें होने लगीं। धीरे धीरे खुल कर बातें होने लगी।
मेरा पति बोला :- यार रंजीत ये बताओ तुम्हे मेरी बीवी रुचिका अच्छी लगती है ?
तेरा पति बोला :- हां हां बिलकुल अच्छी लगतीं हैं। भाभी जी तो बहुत खूबसूरत हैं, सेक्सी हैं और हॉट है ? मुझे तो बहुत अच्छी लगती हैं।
मेरा पति :- अच्छा, तो फिर तुम इसे चाहते हो न ?
तेरा पति :- तुम्हारा क्या मतलब है यार ऐसा सवाल पूंछने का ?
मेरा पति :- मतलब यह की मैं तेरे मन की बात जानना चाहता हूँ। अब मुझे देखो मैं तेरी बीवी यानी अपनी पायल भाभी को बहुत चाहता हूँ।
तेरा पति :- अगर ऐसी बात है तो मैं भी तेरी बीवी यानी अपनी रुचिका भाभी को बहुत चाहता हूँ
तब तक बात करते करते हम तीनो नशे में बिलकुल धुत्त हो चुके थे। हमारे मुंह से कुछ भी निकलता जा रहा था। लेकिन मैं उन दोनों की बातें बड़े ध्यान से सुन रही थी।
मेरा पति :- अब मैं तुमसे खुल कर कुछ कहना चाहता हूँ की अगर तुम वाकई मेरी को चाहते हो तो उसके साथ समय गुज़ारो। उसके हाथ बैठो प्यार की बातें करो, रोमांस करो। एक दूसरे के बदन पर हाथ फेरो तब तो मालूम होगा की तुम मेरी बीवी को प्यार करते हो ?
तेरा पति :- यार सच कह रहे हो की मुझसे मजाक कर रहे हो। मैं बिना भाभी से पूंछे ऐसे कैसे कर सकता हूँ। मैं उसकी इज़्ज़त करता हूँ यार ? मेरा पति :- तो क्या इज़्ज़त में प्यार नहीं किया जाता ? अरे प्यार करना तो एक फक्र की बात है। और फिर तुम मेरी बीवी को प्यार करते हो किसी और को नहीं। मेरी तेरे लिए बिलकुल वैसी ही है जैसे तेरी बीवी ? अब देर न करो और आगे बढ़ो।
तेरा पति :- तुम खा कह रहे हो मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
मेरा पति :- अच्छा तो मैं तुम्हे अब खुले शब्दों में समझाता हूँ. आज तुम मेरी बीवी चोदो ? मैं चाहता हूँ की तुम मेरी बीवी मेरे सामने चोदो।
तेरा पति :- अरे यार यह कैसे हो सकता है ? भाभी क्या कहेगी ? बुरा मान जाएगी वो। नहीं नहीं यह ठीक नहीं है ? मैं ऐसा नहीं कर सकता ?
मेरा पति :- सब ठीक है दोस्ती में सब चलता है। देखो मैं अपनी बीवी तो चोदता ही हूँ अब तुम अगर मेरी बीवी चोद लोगे तो क्या हर्ज़ है ? जैसे मैं कभी तेरी गाड़ी चलाता हूँ कभी तुम मेरी गाड़ी चलाते हो ? वैसी ही बीवी भी है। कभी मैं अपनी बीवी चोदूं कभी तुम मेरी बीवी चोदो ?
तेरा पति :- यार ऐसा नहीं है. अगर है तो पहले भाभी से पूँछ लो।
मेरा पति :- पूंछने की क्या जरुरत है। जैसे गाड़ी मेरी है वैसे बीवी मेरी है ।अब गाड़ी चाहे मैं चलाऊं चाहे चलवाऊँ ? वैसे ही बीवी के साथ है। चाहे मैं अपनी बीवी चोदूं और चाहे चुदवाऊँ ? मैं साफ साफ़ कहता हूँ - मेरे घर आओ, मेरी बीवी चोदो।
पायल ने कहा :- तो फिर मेरे पति ने तुझे चोदा ?
रुचिका बोली :- नहीं यार, चूँकि हम लोग बहुत नशे में थे। किसी को कोई होश नहीं था। तो तेरा पति यह कह कर चला गया की अगली बार आऊंगा तो तेरी बीवी चोद कर ही जाऊंगा।
पायल ने कहा :- अच्छा यह बताओ की जब तेरे पति ने मेरे पति से कहा की मेरी बीवी चोदो तो तुम्हे यह सुनकर कैसा लगा ? तुम्हारा दिल क्या कहता है ?
रुचिका बोली :- यार सच बताऊँ, मुझे तो बहुत अच्छा लगा। मैं तो चाहती थी की तेरा पति मुझे चोदे पर ऊपर से मैं न न ही करती रही। फिर हम तीनो इतने नशे में थे की उस समय नहीं चोदा तो ठीक ही किया ?
पायल बोली :- तो अब जब नाश उतर गया है तो तुम चुदाने के लिए तैयार हो ?
रुचिका ने कहा :- हाय दईया, नेकी और पूंछ पूंछ मैं तो वाकई चाहती हूँ तेरे पति से चुदवाना पर अगर तुम भी मेरे पति से चुदवा लो तो सोने पे सुहागा हो जाए ?
पायल बोली :- अरे यार अगर मेरे पति ने मेरे आगे तेरे पति से ऐसा कहा होता तो मैं उसी समय तेरे पति के लन्ड पर चढ़ बैठती। मैं तो पराये मर्दों के लन्ड पर बैठने के लिए हमेशा तैयार रहती हूँ।
रुचिका बोली :- वाओ, तो फिर रख लो न एक दिन प्रोग्राम। मैं तेरे पति के लन्ड पर बैठूं तुम मेरे पति के लन्ड पर बैठो। मेरे ख्याल से दोनों हस्बैंड्स तैयार हैं और इधर हम दोनों भी तैयार हैं तो फिर देर किस बात की ? अरे हां कल ही शनिवार है। चलो मैं ही अपने घर में एक सेक्स पार्टी रख लेती हूँ। कल तुम अपने हसबैंड के साथ शाम को मेरे घर डिनर के लिए आ जाना।
दोस्तों, अब तक तो आप जान ही चुके होंगें की मैं मिसेज रुचिका हूँ। मेरी शादी के दो साल हो चुके हैं लेकिन मेरी चुदाने की इच्छा कभी पूरी तरह शांत नहीं हुई। हालांकि मेरा हसबैंड मुझे अच्छी तरह चोदता है। उसका लन्ड भी मोटा ताज़ा है लेकिन जाने क्यों मैं जितना चुदवाती हूँ उतना और चुदाने के लिए तैयार रहती हूँ। मुझे जब मालूम हुआ की पायल का हसबैंड मुझे चोदेगा तो मैं उस पल का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार करने लगी। दूसरे दिन शाम को वो दोनों आ गए। मैं पायल के मियां रंजीत को देख कर एकदम से ललचा गयी। आज तो वह बड़ा हॉट और सेक्सी लग रहा था। पायल भी मेरे हसबैंड अंकित पर नज़रें गड़ा कर बैठ गयी। इतने में मैंने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया और हम चारों लोग उसका मज़ा लेने लगे।
पायल भी लो वेस्ट जीन्स और टॉप में थी और मैं भी टॉप और लो वेस्ट जीन्स में थी। न उसने ब्रा पहनी थी और न मैंने। हम दोनों की चूंचियां बड़ी बड़ी और सेक्सी भी हैं पर पायल की चूंचियां कुछ ज्यादा बड़ी हैं। मेरा पति बस उन्ही को देखने में जुटा था। तब तक एक एक पैग ख़तम हो गया और दूसरा चल पड़ा। दूसरा भी आधा निकल चुका था। तब रंजीत बोला रुचिका भाभी आज तुम बहुत अच्छी और हॉट लग रही हो। मेरा मन करता है की मैं तुम्हारी जीन्स के दो बटन खोल दूं। मेरे बोलने के पहले मेरा हसबैंड बोला अरे यार तुम खुद ही खोल दो न। तुम्हे कौन रोक रहा है ? खोल के देख लो जो देखना चाहता हो ? वैसे मेरी भी पायल भाभी की जीन्स पर नज़र है यार। तब रंजीत बोला तो फिर तुम पहले देख लो मेरी बीवी की जीन्स खोल कर।
मेरे पति अंकित ने थोड़ी बेशर्मी दिखाई और उठ कर पायल के बगल में बैठ गया। फिर उसने पायल को हाथ कपड़ कर खड़ा कर दिया और खुद बैठा रहा। पायल की नाभी तो दिख ही रही थी। उसने दोनों हाथों से जीन्स की दो बटन खोली तो उसकी छोटी छोटी झांटें सामने आ गयीं। वह बोला हां यार मैं भाभी की यही झांटें देखना देखना था। मैं देखना चाहता था की जीन्स की बटन झांटों से कितनी दूर होती है ? अब मुझे मालूम हुआ की सिर्फ दो इंच की ही दूरी है। तब उसने कहा रंजीत अब तुम मेरी बीवी की झांटें देखो और मुझे बताओ की उसकी दूरी कितनी हैं ? रंजीत भी जोश में आ गया और उसने मेरी जीन्स की बटन खोल दी। मेरी भी इत्तिफाक से झांटें छोटी छोटी थीं। उसने मेरी झांटें चूम लीं और उन पर ऊँगली फिराते हुए कहा वाओ, क्या सेक्सी झांटें है भाभी आपकी ? मज़ा आ गया।
रंजीत फिर बोला भाभी अब तो बटन बंद करने का मन ही नहीं हो रहा है। बल्कि मेरी इच्छा है की मैं आपकी जीन्स ही खोल कर रख दूं। मैंने कहा ठीक है रख दो। फिर तो मैं भी तेरी पैंट उतार कर दूँगी। उसने शरारत की और मेरी जीन्स वाकई खोल डाली। मेरी चूत खुल गयी और मैं नीचे से नंगी हो गयी। तब तक मेरे पति ने भी पायल की जीन्स उतार कर फेंकी दी। वह भी नीचे से नंगी हो गयी। शराब का नशा अपना काम कर रहा था और हमारी मस्तियाँ बढती जा रहीं थी। मैंने तब तक रंजीत के पैंट की बेल्ट खोल डाली फिर जिप खोल कर पैंट खोल कर फेंक दी। वह नंगा हो गया और उसका लन्ड मेरे सामने टन टनाने लगा। उधर मैंने देखा की पायल ने भी मेरे पति को नंगा कर दिया और उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। हम दोनों एक दूसरे के पति का लन्ड हिला हिला कर मज़ा लेने लगी बिलकुल वैसे ही जैसे ब्लू फिल्म में होता है।
तब तक हम दोनों के टॉप भी खुल चुके थे। हम लोग भी पूरी तरह नंगी हो गयीं। मैं नंगी नंगी रंजीत का लन्ड चाटने लगी और पायल मेटे पति का लन्ड ?
पायल बोली :- रुचिका तेरे पति का लन्ड तो बड़ा मोटा है यार ? मुझे तो बड़ा सेक्सी लग रहा है इसका लन्ड ?
मैंने कहा :- लन्ड तो तेरे पति का भी बड़ा सॉलिड है, पायल ? वाओ, देखो न कितना हॉट है बहन चोद।
ऐसा कह कर पायल ने मेरे पति का लन्ड मुंह में घुसेड़ लिया और चूसने लगी। इधर मैं उसके पति का लन्ड चूसने लगी। हम दोनों एक दूसरे को देख भी रहीं थीं। वाकई बड़ा अच्छा लग रहा था। मजे की बात यह है की दोनों मरद भी बड़ी मस्ती से एक दूसरे की बीवी को लन्ड चुसवा रहे थे। मैं मन में सोंच रही थी की चलो आज से पराये मरद से चुदवाने का सिलसिला शुरू हो गया। रंजीत मेरी चूत पर हाथ फेर रहा था। मेरी चूंचियां दबा दबा कर मज़ा ले रहा था। मैं भी रंडी की तरह सब कुछ बड़े मन से करवा रही थी। यही हाल पायल का भी था। वह तो यही समझ बैठी की मैं अंकित की बीवी हूँ।
लन्ड मुझे बड़ा प्यारा लग रहा था इसलिए मैं उसे अपनी दोनों चूँचियों के बीच डाला और रंजीत मेरी चुनचियों को ही बुर समझ कर चोदने लगा। बार बार लन्ड आगे पीछे होने लगा। मैं जबान निकाल कर बार बार लन्ड का टोपा चाटने लगी। बड़ा मस्त सीन था वह। तब तक उधर पायल ने मेरे पति से चुदवाना शुरू कर दिया। उसने लौड़ा पूरा लेना शुरू कर दिया। फिर थोड़ी देर में मैंने भी रंजीत का लौड़ा पेला अपनी चूत में और मैं भी चुदवाने लगी। एक ही कमरे ,में एक ही पलंग हम दोनों चुद रहीं थीं।
मैंने कहा :- पायल मुझे नहीं मालूम था की पराये मरद से चुदवाने में इतना मज़ाआता है।
पायल ने कहा :- है यार सुना तो मैंने भी था लेकिन देख आज रही हूँ। अनुभव तो आज कर रही हूँ। अब तो मैं अक्सर चुदवाया करूंगी।
मैंने कहा :- यार कुछ और कपल शामिल हो जाएँ तो मज़ा आ जाये।
रंजीत बोला :- अरे रुचिका भाभी चिंता न करो अभी कई कपल आ जायेगें। अभी लोगों को मालूम तो होने दो। मैं भी महसूस कर रहा है हूँ की किसी और की बीवी चोदने में कितना मज़ा आता है ? ऐसे बहुत लोग हैं जो अपनी बीवी चुदवाकर दूसरों की बीवियां चोदना चाहते हैं।
तब तक पायल बोली यारअंकित अब तुम मुझे पीछे से चोदो। मैंने भी कहा हां रंजीत तुम भी पीछे से लौड़ा पेलो। मुझे पीछे से भी चुदवाने में मज़ा आता है। पायल भी मस्ती से कुतिया की तरह चुदवाने लगी। मैं फिर सोंचने लगी की इस तरह चुदाई कई लोगों के साथ हों और कई लन्ड मिलकर एक दूसरे की बीवी चोदें तो कितना मज़ा आये ? मुझे चुदवाते हुए दूसरों की चुदाई देखने में बहुत मज़ा आएगा। अब मैं अपनी सहेलियों से बात करुँगी और अगर वो तैयार होंगीं तो फिर चोदा चोदी की एक बड़ी पार्टी रखूंगी। इतने में मैंने देखा की पायल मेरे पति के लन्ड पर बैठ गयी है तो फिर मैं भी उसके पति के लन्ड पर बैठ गयी। तब तो मैं तो घोड़े की तरह बैठ कर चुदाई करवाने लगी। लन्ड तो पूरा अंदर ही घुसा हुआ था।
थोड़ी देर में रंजीत बोला रुचिका भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ। वैसे मैं तो खलास हो चुकी थी। बस मैं घूम गयी और लन्ड मुठ्ठी से पकड़ कर जल्दी जल्दी ऊपर नीचे करने लगी।मैं मारने लगी लन्ड का सड़का। उसका सुपाड़ा और फूलने लगा। वह वाकई देखने वाला था। लन्ड की सख्ती बढ़ती जा रही थी। अचानक लन्ड ने उगल दिया वीर्य मेरे मुंह में और मैं सब चाट गयी। फिर मैंने देखा की पायल भी मेरे पति का झड़ता हुआ लन्ड चाट रही है। चुदाई में बाद हमने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब गन्दी गन्दी बातें की। उसके एक घंटे के बाद मैं फिर रंजीत का लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उधर मेरे सामने पायल मेरे पति का लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। रात भर हम दोनों ने एक दूसरे के पति से कई बार चुदवाया।
एक दिन मैंने अपनी दोस्त तनु को फोन लगा दिया और कहा मैं तेरे घर आ रही हूँ। दोपहर का समय था। वह बोली हां आ जाओ मैं अकेली हूँ। मेरा हसबैंड ऑफिस गया है। मैं बस गाड़ी उठा कर आधे घंटे में उसके घर पहुँच गयी। उसने बड़े मन से मुझे अंदर बैठाया और बोली क्या पियोगी। मैंने कहा शराब पियूँगी। फिर वह वव्हिस्की की बोतल ले आयी और हम दोनों शराब पीने लगीं। बातें शुरू हो गयी तो
मैंने कहा यार यह बताओ की तुमने कभी पराये मरद का लन्ड पकड़ा है ?
वह फ़ौरन बोली हां पकड़ा है और मैं तो अक्सर पकड़ती हूँ। मुझे पराये मर्दों के लन्ड बहुत अच्छे लगतें हैं।
वाओ, तब तो बड़ी अच्छी बात है। मेरे हसबैंड का लन्ड पकड़ोगी ?
हां बिलकुल पकड़ूँगी। अगर तुम पकड़ने दोगी तो मैं जरूर पकड़ूँगी।
पर मैं भी तेरे हसबैंड का पकड़ूँगी।
हां हां पकड़ लेना। उसका लन्ड तो कई बीवियां पकड़तीं हैं।
हाय दईया क्या ऐसी बात है ? क्या तुम लोग हसबैंड की अदल बदला करती हो ?
अदला बदली सिर्फ करती ही नहीं हूँ बल्कि एक दूसरे के सामने एक दूसरे के मरद से चुदवाती भी हूँ। यार रुचिका मैं तो ऐय्यासी करती हूँ। देखो मेरे पास पैसा है, भरी जवानी है, मेरी मद मस्त चूत है और बड़ी बड़ी चूंचियां हैं तो फिर मैं क्यों करूं ऐय्यासी ?
अरे वाह यही तो मैं चाहती थी। मैं भी ऐय्यासी करती हूँ। वास्तव में मैं यही कहने आयी हूँ यार की अबकी शनिवार को मैं अपने घर में एक सेक्स पार्टी रख रही हूँ। उसमें बीवियां अपने अपने हसबैंड अदल बदल कर चुदवायेंगी। अपने हसबैंड के सामने दूसरे हसबैंड से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है न ? अगर तुम भी शामिल हो जाओ तो और मज़ा आएगा ?
हां मैं बिलकुल शामिल हो जाऊंगी।
फिर मैं उसके घर से लंच करके वापस चली आयी। थोड़ी देर बाद मेरा हसबैंड भी आ गया। देखो जी मैंने शनिवार को एक सेक्स पार्टी रख ली है। सहेली तनु और उसका हसबैंड अरुण आ रहा है। वह बोला अरे वाह यह तो बहुत अच्छा हुआ। मेरा एक दोस्त है मैं उससे बातें कर रहा था। तब बातों बातों में मुझे मालूम हुआ की वह भी वाइफ स्वैपिंग करता है। मैं उसे और उसकी बीवी को भी बुला लेता हूँ। बस शनिवार को तनु अपने मियां अरुण के साथ आ गयी। मेरा हसबैंड का दोस्त अमर भी अपनी बीवी रेखा के साथ आ गया। पहले तो हम सबका परिचय हुआ और फिर ड्रिंक्स शुरू हो गयी।
बातें भी खुल कर होने लगीं। मर्दों की निगाह बीवियों की चूँचियों पर घूम रही थी और बीवियों की निगाह मर्दों के लन्ड ढूंढ रही थीं। सबको लन्ड पकड़ने की और चूंचियां पकड़ने की जल्दी थी ।
तब तक मेरा हसबैंड बोला :- यार देखो मेरा तो कहना है की "मेरे घर आओ, मेरी बीवी चोदो"
अरूण बोला :- बहुत अच्छा नारा है आपका। मेरा नारा है की "मेरी बीवी चोदो अपनी बीवी चुदाओ"
तब तक रेखा बोली :- मैं कहती हूँ की "तुम मेरे मियां का लन्ड चोदो मैं तेरे मियां का लन्ड चोदूं"
सब लोग इसी बात पर खिलखिला कर हंस पड़े।
उसके थोड़ी देर बाद मैं उठी और बड़ी बेबाकी से अरुण की पैंट खोल कर उसका लौड़ा बाहर निकाला। मैं मस्ती से लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मझे देख कर तनु अमर का लन्ड खोल कर उसकी चुम्मियां लेने लगी और उसका टोपा चाटने लगी। तब तक रेखा ने मेरे मियां का लन्ड खोल कर उसे एकदम नंगा कर दिया। उसका लन्ड पहले से ही खड़ा था। उसने पहले पेल्हड़ चूमे और फिर लन्ड का टोपा पूरा मुंह में भर लिया। इस तरह हम तीनो एक दूसरे के पति का लन्ड चूसने लगीं। /देखते ही देखते हम सब बीवियां बहन चोद एकदम नंगी हो गयीं। न किसी को कोई शर्म और न लिहाज़। मैंने यह देखा की चुदाई के समय बीवियां ससुरी बहुत बेशर्म हो जाती हैं। किसी ने ठीक ही कहा है की हर बीवी अंदर से रंडी ही होती है।
फिर हम लोगों की यह चुदाई की पार्टी रात भर चली और दूसरे दिन दिन भर. सबने सबकी बीवियां कई बार चोदी और बीवियों में भी सब मर्दों से कई बार चुदवाया।
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