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» जो मुझे दिन रात चोदे वही मेरा देवर - Jo meri jamkar chudai karega vo hi mera devar banega
जो मुझे दिन रात चोदे वही मेरा देवर - Jo meri jamkar chudai karega vo hi mera devar banega
जो मुझे दिन रात चोदे वही मेरा देवर - Jo meri jamkar chudai karega vo hi mera devar banega , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
तुम जितने लोग मेरे सामने खड़े हो, सब लोग मेरे देवर हो और मैं तेरी भाभी हूँ। भाभी अपने देवरों के सामने कपड़े नहीं पहनती, एकदम नंगी रहती है। देवर भी भाभी के सामने कपड़े नहीं पहनते, एकदम नंगे रहतें हैं। मैं भी अपने कपड़े उतार रही हूँ और तुम लोग भी अपने कपड़े उतारो। मैं तुम सबके लण्ड पकड़ूँगी और तुम लोग मेरी चूँचियाँ पकड़ो, मेरी चूत चाटो, मेरी गांड पर हाथ फिराओ और मेरे नंगे बदन पर हर जगह अपना अपना लौड़ा दौड़ाओ। उसके बाद सब लोग मिल कर मुझे चोदो। मैं सबके लण्ड पियूँगी और सबसे एक साथ चुदवाऊंगी।
मेरा नाम सोनाली है दोस्तों. मैं २६ साल की हूँ, खूबसूरत हूँ और हॉट हूँ। मैं एक प्राइवेट कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर के पद काम कर रही हूँ। इस कॉलेज में लड़के और लड़कियां साथ साथ पढ़तीं हैं। यहाँ पर एम. बी. ए. की पढ़ाई होती है और यह कोर्स दो साल का होता है। मैं इन्हीं लोगों को पढ़ाती हूँ। मैं इन सबका बहुत ख्याल रखती हूँ और पढ़ाने में भी मैं बहुत मशहूर हूँ इसलिए लड़के मेरे आगे पीछे लगे रहतें हैं। बस मैं इन्ही में से अपने मतलब के लड़के चुन लेती हूँ और उन्हें घर बुला कर उनके लण्ड पकड़ने लगती हूँ। मैं किसी भी लड़के का लण्ड पहली बार पकड़ती हूँ तो उसका सड़का जरूर मारती हूँ। मुझे मुठ्ठ मार कर लण्ड पीना बड़ा अच्छा लगता है। जब कोई लण्ड मुझे अच्छा लगता है, उसका स्वाद अच्छा लगता है तो मैं उससे बिंदास चुदवाने लगती हूँ। मुझे मोटे और बड़े लण्ड पसंद हैं। जो लड़का मुझे बड़ी देर तक चोदता है उससे मैं बार बार चुदवाती हूँ। आज मैंने तीन लड़के बुलाएं हैं जिनके लण्ड मुझे पसंद हैं। इनके नाम हैं विकी, रॉकी और सनी। मैंने सुना है की इन तीनो के लण्ड मोटे भी हैं और बड़े भी। अब किससे सुना है यह राज़ की बात है बाद में बताऊंगी। तब तक आप अपना लण्ड हिलाइए और अगर आप फीमेल है तो अपनी चूँचियाँ दबाइये।
एक बात और आपको बता दूँ। मैं कॉलेज में मेम कहलाना पसंद करती हूँ पर घर में भाभी कहलाना पसंद करती हूँ। घर में मुझे हर लड़का भाभी कहता है और मैं उसे देवर कहती हूँ। एक बात और ? मैं सिर्फ लड़कों से ही नहीं बल्कि बड़ों से भी चुदवाती हूँ। मुझे अंकल लोगों से चुदवाने का भी शौक है. मैं उन्हें भी देवर कहती हूँ और वो मुझे भाभी। मेरा कहना है की जो मुझे चोदे वही मेरा देवर ?
इतवार का दिन था और गर्मी का मौसम था। दिन के ११ बजे थे। मैंने तीनो को पीछे के कमरे में बैठा दिया और ए सी चला दिया। कमरे में दो थ्री सीटर सोफा आमने सामने पड़े थे। मैं एक सोफा पर बीच में बैठ गयी और मेरे सामने वो तीनो बैठ गए। बीच में एक छोटी सी टेबल थी जिसमे गिलास और स्नैक्स वगैरह रखा था। मैं लो वेस्ट की जींस पहन रखी थी जिसकी अगर एक भी बटन खुल जाए तो मेरी झांटें दिखने लगेगीं। ऊपर मैंने एक हल्का सा कपड़ा पहन लिया जिससे मेरी चूँचियाँ ढकी हुई थी। ब्रा नहीं थी। फिर मैंने सबके लिए ड्रिंक्स बनाया और उनके साथ शराब पीने लगी। शराब पीते हुए बातें भी होने लगी और फिर बातें अश्लील और खुली खुली होने लगी।
फिर मैं आगे बढ़ी और रॉकी को भी नंगा किया और उसका लण्ड नंगा नंगा मेरे हाथ में आ गया। मैं उसकी चुम्मी लेकर बोली बेटा लौड़े मियाँ आज मैं देखूंगी तेरी गांड में कितना दम है ? मैं फिर और आगे बढ़ी। मैंने विकी की पैंट खोली। उसके ऊपर के कपडे उतार दिया और बाद में चड्ढी भी। उसका छोटी छोटी झांटों वाला लण्ड मेरे गाल पर लगा। मैंने कहा भोसड़ी के लौड़े मियां मुझे थप्पड़ मार रहा है तू माँ का लौड़ा ? अभी मैं तुझे चोदूँगी तब तुझे चुकाना पड़ेगा थप्पड़ मारने की कीमत। तीनो लण्ड ८" से कम न थे और मोटे भी थे। मैं उस लड़की की मन ही मन तारीफ करने लगी जिसने मुझे इन लड़कों के लण्ड के बारे में बताया था। वह झूंठ नहीं बोल रही थी। मैं फिर सोफा के बीचो बीच बैठ गयी. दाहिने हाथ में रॉकी का लण्ड लिया और बाएं हाथ में सनी का लण्ड दोनों लण्ड बड़े प्यार से सहलाने और मुठियाने लगी। ऊपर नीचे करने लगी। सामने विकी खड़ा था। उसका लण्ड एकदम मेरे मुंह के सामने टन टना रहा था. मेरा मुंह खुला और लौड़ा मुंह के अंदर। मैं विकी लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी।
इस तरह मैं तीनो लण्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी। थोड़ी देर में मैंने कहा यार विकी अब तुम मेरी बुर चाटो। मैंने अपनी दोनों टांगें फैला दीं। विकी नीचे बैठ कर मेरी बुर चाटने लगा। मुझे लड़कों को बुर चाटवाने में बहुत अच्छा लगता है। जो लड़का मेरे संपर्क में आता है मैं उससे अपनी बुर जरूर चटवाती हूँ। फिर मैंने सोफा को बेड बना दिया और उस पर चित लेट गयी। मैंने सनी अब तुम मेरी बुर चाटो मैं विकी और रॉकी का लण्ड चाटूँगी। सनी कुत्ते की तरह मेरी चूत में जबान घुसेड़ कर चाटने लगा। मुझे अपार आनंद आने लगा। तब तक मेरी चूत बहुत गरम हो चुकी थी। मैंने कहा यार सनी अब तुम लौड़ा पेल दो मेरी बुर चोदी बुर में। मुझे चोदो। खूब हचक हचक के चोदो। लौड़ा पूरा घुसेड़ दो। सनी तो यह चाहता ही था। उसने भकाभक चोदना शुरू कर दिया। मैं और मस्त होने लगी। इधर मैं बारी बारी से रॉकी और विकी का लण्ड चूसने लगी। मुझे रॉकी का लण्ड बड़ा मस्त और खूबसूरत लग रहा था सड़का मारने लगी। लण्ड का सुपाड़ा फूलने भी लगा और चमकने भी लगा। रॉकी सिसियाने लगा और तभी लण्ड ने उगल दिया वीर्य। मैं उसे पी गयी। मुझे मुठ्ठ मार कर लण्ड पीना बड़ा अच्छा लगता है।
अब मैं सनी से पीछे से चुदवाने और आगे से विकी लण्ड चूसने लगी। मैं दोनों लण्ड का मज़ा एक साथ लेना शुरू कर दिया। इन दोनों लण्ड भी मोटे थे और ८" से कम नहीं था। मेरी चूत को सच में बड़ा अच्छा लग रहा था। थोड़ी देर में इन दोनों ने अपनी जगह बदल ली और अब विकी मुझे चोदने मैं सनी का लौड़ा चूसने लगी। मैंने ये सब पोर्न फिल्मों से सीखा है। मैं रात को हर दिन पोर्न देखती हूँ उसके बाद ही सोती हूँ। हां मैं हिंदी की सेक्स कहानियां भी पढ़ती हूँ. मुझे सबसे अच्छी कहानियां "sex" की कहानियां अच्छी लगतीं है क्योंकि वो इतनी गरम होतीं हैं की पढ़ते ही सारे कपड़े उतर जातें हैं और मैं नंगी हो जाती हूँ। फिर मैं विकी के लण्ड पर बैठ गयी और चुदवाने लगी। उधर सनी के लौड़े ने मुझे मस्त कर दिया। वह बोला सोनाली भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने उसका भी मुठ्ठ मारा।
आखिर में विकी मेरे ऊपर चढ़ कर मुझे चोदने लगा। मैंने कहा हाय दईया बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं बहन चोद तेरी भाभी हूँ विकी मुझे चोदो, मैं तेरी बीवी हूँ मुझे चोदो, मैं तेरी गर्ल फ्रेंड हूँ मुझे चोदो, मुझे रंडी की तरह चोदो। मैं अपनी गांड उठा उठा के यही सब बोले जा रही थी। मेरी चूत भी खलास हो चुकी थी। तभी विकी के लण्ड ने भी उगलना शुरू कर दिया और मैंने उसे अपने मुंह में कैच कर लिया। इस तरह मैंने तीनो लण्ड का वीर्य पिया और मुझे तीनो लण्ड बड़े स्वादिस्ट लगे।
एक दिन ख्याल आया की मैं बहुत दिनों से चचा पोज़र से नहीं मिली , बस मैंने गाड़ी उठाई और उसके घर पहुँच गयी। मैंने डोर बेल बजाई तो अंकल ने दरवाजा खोला और बोला वाओ, सोनाली तुम ? और इतने दिनों के बाद come in . I am happy to see you here . मैं अंदर गई तो एक टेबल पर बैठे हुए शराब पी रहे थे। उसके बदन पर केवल एक ढीली ढीली नेकर थी। उसका नंगा बाण बड़ा सेक्सी लग रहा था मुझे। उसकी चौड़ी छाती और छाती पर घने घने बाल मुझे बहुतही अच्छे लग रहे थे। वह बोला Sonali why don't you come and join me in drinks . I said why not uncle ? मैं अंकल के साथ शराब पीने लगी। वह बोला सोनाली इन दो सालों में तुम बहुत खूबसूरत हो गयी हो। बड़ी अच्छी लग रही हो। मैं अगर तेरी उम्र का होता तो तुम्हे आज ही भगा ले जाता। माइए कहा अरे अंकल आप तो आज भी मुझे भगा कर ले जा सकते हैं। आप तो आज भी उतने ही हैंडसम हैं जितने पहले थे। I love you uncle . He said really you love me, Sonali ? I am very lucky then मैंने अपनी बाहें अंकल के गले में डाल दीं।
अंकल ने मुझे चूमा और मैंने अंकल को कई बार चूमा। फिर हम दोनों बैठ कर बातें करने लगे।
मैं यह बोल कर अंकल का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी और साथ साथ पेल्हड़ भी चाटने लगी। मुझे लण्ड के बॉल्स बहुत पसंद हैं। लण्ड की जाहनतें बिलकुल नहीं थीं यह मेरे लिए एक अच्छी बात थी। मैं झांट वाला लण्ड बिलकुल पसंद नहीं करती। थोड़ी देर लण्ड किसने के बाद मैंने अपनी चूत अंकल के मुंह पर रख दी और कहा लो देवर राजा मेरी चाटो। उसने फ़ौरन अपनी जबान मेरी चूतमे घुसेड़ दी। मुझे मज़ा आने लगा और मैं उसका लण्ड और मस्ती से चूसने लगी। हम दोनों 69 बने हुए थे जैसा की अक्सर ब्लू फिल्मीं में होता है। मैं चुदाई भी ब्लू फिल्मों से ही सीखी है। लण्ड का पूरा मज़ा लेना भी मुझे इन फिल्मों ने सिखाया है। आज ऐन उसकी का फायदा उठा रही हूँ। अंकल मेरी चूनाहियँ भी बीच बीच में सहला लेते थे।
अब तक मेरी चूत बहुत गरम हो चुकी थी। मैंने कहा देवर राजा अब पेलो लण्ड मेरी चूत में और चोदो। खूब धकाधक चोदो। उसने लण्ड मेरी चूत में टिकाया और एक धक्का दिया तो लण्ड गप्प से अंदर घुस गया। वह बोला अरे भाभी साहिबा तेरी चूत तो बहुत गहरी है बहन चोद। मेरा पूरा लण्ड अंदर घुस गया। मैंने कहा हाय मेरे राजा मेरी चूत की गहराई समंदर जैसी है जाने कितने लण्ड इसमें गोता लगा चुके हैं। आज तेरा लण्ड गोता लगा रहा है। मैं भी अपनी गांड से जोर लगा लगा कर चुदवाने लगी। उधर मेरी चूँचियाँ दोनों मजे से उछलने लगी जिन्हें वह मुस्काराकर देख रहा था। उसने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी तो मेरे मुंह से कुछ न कुछ निकलने लगा - हाय दईया बड़ा मज़ा आ रहा है यार। खूब चोदो मुझे मैं बड़ी चुदासी हूँ। तेरा लण्ड मादर चोद मेरी चूत का भरता बना रहा है। वाओ, तुम तो बड़ी अच्छी तरह चोद लेते हो यार। कॉलेज में क्या लड़कियों की बुर ही लिया करते हो ? एक बात और तेरा लण्ड बता रहा है की तुम लड़कियों की माँ भी चोदते होगे। वह बोला हां भाभी जी कुछ लड़कियां अपनी माँ चुदाने जरूर आतीं है और मैं उनकी माँ उनके सामने ही चोदता हूँ। कुछ लड़कियां तो मेरा लण्ड पकड़ कर अपनी माँ की चूत में पेल देतीं हैं।
मेरी चूत ढीली हो चुकी थी। तभी उसने कहा भाभी जी अब मैं निकलने वाला हूँ। बस मैं घूम गयी और लण्ड मुठ्ठी में ले लिया। मैं मस्ती से मारने लगी सड़का। बस एक ही मिनट ने लण्ड ने सारा वीर्य मेरे मुंह में उगल दिया और मैं उसे पी गयी। बाद में मैं लण्ड का टोपा चाटने लगी। अंकल मुझे चोद कर चला गया। मैं उसके घर में अकेली बैठी थी। तभी किसी ने डोर बेल बजा दी. मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक मस्त जवान लड़का खड़ा था। वह बोला मैं जॉन हूँ। सर से मिलने आया हूँ। मैंने उसे अंदर बैठा लिया। वह स्मार्ट और हैंडसम था इसलिए मेरा दिल उसक पर आ गया। मैं उससे बातें करने लगी।
तुम जितने लोग मेरे सामने खड़े हो, सब लोग मेरे देवर हो और मैं तेरी भाभी हूँ। भाभी अपने देवरों के सामने कपड़े नहीं पहनती, एकदम नंगी रहती है। देवर भी भाभी के सामने कपड़े नहीं पहनते, एकदम नंगे रहतें हैं। मैं भी अपने कपड़े उतार रही हूँ और तुम लोग भी अपने कपड़े उतारो। मैं तुम सबके लण्ड पकड़ूँगी और तुम लोग मेरी चूँचियाँ पकड़ो, मेरी चूत चाटो, मेरी गांड पर हाथ फिराओ और मेरे नंगे बदन पर हर जगह अपना अपना लौड़ा दौड़ाओ। उसके बाद सब लोग मिल कर मुझे चोदो। मैं सबके लण्ड पियूँगी और सबसे एक साथ चुदवाऊंगी।
मेरा नाम सोनाली है दोस्तों. मैं २६ साल की हूँ, खूबसूरत हूँ और हॉट हूँ। मैं एक प्राइवेट कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर के पद काम कर रही हूँ। इस कॉलेज में लड़के और लड़कियां साथ साथ पढ़तीं हैं। यहाँ पर एम. बी. ए. की पढ़ाई होती है और यह कोर्स दो साल का होता है। मैं इन्हीं लोगों को पढ़ाती हूँ। मैं इन सबका बहुत ख्याल रखती हूँ और पढ़ाने में भी मैं बहुत मशहूर हूँ इसलिए लड़के मेरे आगे पीछे लगे रहतें हैं। बस मैं इन्ही में से अपने मतलब के लड़के चुन लेती हूँ और उन्हें घर बुला कर उनके लण्ड पकड़ने लगती हूँ। मैं किसी भी लड़के का लण्ड पहली बार पकड़ती हूँ तो उसका सड़का जरूर मारती हूँ। मुझे मुठ्ठ मार कर लण्ड पीना बड़ा अच्छा लगता है। जब कोई लण्ड मुझे अच्छा लगता है, उसका स्वाद अच्छा लगता है तो मैं उससे बिंदास चुदवाने लगती हूँ। मुझे मोटे और बड़े लण्ड पसंद हैं। जो लड़का मुझे बड़ी देर तक चोदता है उससे मैं बार बार चुदवाती हूँ। आज मैंने तीन लड़के बुलाएं हैं जिनके लण्ड मुझे पसंद हैं। इनके नाम हैं विकी, रॉकी और सनी। मैंने सुना है की इन तीनो के लण्ड मोटे भी हैं और बड़े भी। अब किससे सुना है यह राज़ की बात है बाद में बताऊंगी। तब तक आप अपना लण्ड हिलाइए और अगर आप फीमेल है तो अपनी चूँचियाँ दबाइये।
एक बात और आपको बता दूँ। मैं कॉलेज में मेम कहलाना पसंद करती हूँ पर घर में भाभी कहलाना पसंद करती हूँ। घर में मुझे हर लड़का भाभी कहता है और मैं उसे देवर कहती हूँ। एक बात और ? मैं सिर्फ लड़कों से ही नहीं बल्कि बड़ों से भी चुदवाती हूँ। मुझे अंकल लोगों से चुदवाने का भी शौक है. मैं उन्हें भी देवर कहती हूँ और वो मुझे भाभी। मेरा कहना है की जो मुझे चोदे वही मेरा देवर ?
इतवार का दिन था और गर्मी का मौसम था। दिन के ११ बजे थे। मैंने तीनो को पीछे के कमरे में बैठा दिया और ए सी चला दिया। कमरे में दो थ्री सीटर सोफा आमने सामने पड़े थे। मैं एक सोफा पर बीच में बैठ गयी और मेरे सामने वो तीनो बैठ गए। बीच में एक छोटी सी टेबल थी जिसमे गिलास और स्नैक्स वगैरह रखा था। मैं लो वेस्ट की जींस पहन रखी थी जिसकी अगर एक भी बटन खुल जाए तो मेरी झांटें दिखने लगेगीं। ऊपर मैंने एक हल्का सा कपड़ा पहन लिया जिससे मेरी चूँचियाँ ढकी हुई थी। ब्रा नहीं थी। फिर मैंने सबके लिए ड्रिंक्स बनाया और उनके साथ शराब पीने लगी। शराब पीते हुए बातें भी होने लगी और फिर बातें अश्लील और खुली खुली होने लगी।
- मैंने कहा - विकी, रॉकी और सनी मैंने तुम लोगों को एक खास के लिए चुना है। मैं तुम लोगों को इसका इशारा भी कर चुकी हूँ।
- विकी बोला - सोनाली मेम ,,,,,,,,,?
- मेम की माँ की चूत, बहन चोद ? मैं घर पर मेम नहीं हूँ। मैं सिर्फ सोनाली हूँ। तुम लोग या तो मुझे बुर चोदी सोनाली कहो, भोसड़ी वाली सोनाली कहो या फिर हरामजादी सोनाली कहो। वो सब चलेगा लेकिन मेम नहीं चलेगा ? वैसे मैं भाभी कहलाना ज्यादा अच्छा समझती हूँ. तुम लोग मुझे भाभी कहा करो और मैं तुम सबको देवर। तुम सब मेरे देवर हो। क्योंकि चोदा चोदी के रिश्ते में देवर भाभी का रिस्ता सबसे ज्यादा अच्छा होता है।
- सनी - वैसे आप मेरी भाभी जैसी ही लगतीं हैं। आप उतनी ही खूबसूरत है और बिंदास हैं जितनी मेरी भाभी हैं।
- अच्छा, ये बात है ? तो फिर मुझे सच सच बताओ ? तुम अपनी भाभी की बुर लेते हो न ?
- जी हां लेता हूँ। मजे की बात यह तो यह है की भाभी मुझे अपनी बूर बड़े मजे से देतीं हैं।
- चिंता न करो मैं तेरी भाभी से कम नहीं हूँ। मैंने भी मजे से देती हूँ और मजे से लेती भी हूँ। सनी तुम बोलो, तुमने कभी किसी की ली है ?
- जी हां ली है। कॉलेज की दो लड़कियों की ली है उनके नाम है मिस कनिका और मिस प्रेमा।
- हाय दईया वो दोनों तुमसे चुदवाती हैं देखने में तो वो बड़ी भोली भाली लगतीं हैं भोसड़ी वाली।
- रॉकी - अरे भाभी जी, जो लड़की देखने में बड़ी भोली भाली लगती है वो सबसे ज्यादा चुदवाती है।
फिर मैं आगे बढ़ी और रॉकी को भी नंगा किया और उसका लण्ड नंगा नंगा मेरे हाथ में आ गया। मैं उसकी चुम्मी लेकर बोली बेटा लौड़े मियाँ आज मैं देखूंगी तेरी गांड में कितना दम है ? मैं फिर और आगे बढ़ी। मैंने विकी की पैंट खोली। उसके ऊपर के कपडे उतार दिया और बाद में चड्ढी भी। उसका छोटी छोटी झांटों वाला लण्ड मेरे गाल पर लगा। मैंने कहा भोसड़ी के लौड़े मियां मुझे थप्पड़ मार रहा है तू माँ का लौड़ा ? अभी मैं तुझे चोदूँगी तब तुझे चुकाना पड़ेगा थप्पड़ मारने की कीमत। तीनो लण्ड ८" से कम न थे और मोटे भी थे। मैं उस लड़की की मन ही मन तारीफ करने लगी जिसने मुझे इन लड़कों के लण्ड के बारे में बताया था। वह झूंठ नहीं बोल रही थी। मैं फिर सोफा के बीचो बीच बैठ गयी. दाहिने हाथ में रॉकी का लण्ड लिया और बाएं हाथ में सनी का लण्ड दोनों लण्ड बड़े प्यार से सहलाने और मुठियाने लगी। ऊपर नीचे करने लगी। सामने विकी खड़ा था। उसका लण्ड एकदम मेरे मुंह के सामने टन टना रहा था. मेरा मुंह खुला और लौड़ा मुंह के अंदर। मैं विकी लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी।
इस तरह मैं तीनो लण्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी। थोड़ी देर में मैंने कहा यार विकी अब तुम मेरी बुर चाटो। मैंने अपनी दोनों टांगें फैला दीं। विकी नीचे बैठ कर मेरी बुर चाटने लगा। मुझे लड़कों को बुर चाटवाने में बहुत अच्छा लगता है। जो लड़का मेरे संपर्क में आता है मैं उससे अपनी बुर जरूर चटवाती हूँ। फिर मैंने सोफा को बेड बना दिया और उस पर चित लेट गयी। मैंने सनी अब तुम मेरी बुर चाटो मैं विकी और रॉकी का लण्ड चाटूँगी। सनी कुत्ते की तरह मेरी चूत में जबान घुसेड़ कर चाटने लगा। मुझे अपार आनंद आने लगा। तब तक मेरी चूत बहुत गरम हो चुकी थी। मैंने कहा यार सनी अब तुम लौड़ा पेल दो मेरी बुर चोदी बुर में। मुझे चोदो। खूब हचक हचक के चोदो। लौड़ा पूरा घुसेड़ दो। सनी तो यह चाहता ही था। उसने भकाभक चोदना शुरू कर दिया। मैं और मस्त होने लगी। इधर मैं बारी बारी से रॉकी और विकी का लण्ड चूसने लगी। मुझे रॉकी का लण्ड बड़ा मस्त और खूबसूरत लग रहा था सड़का मारने लगी। लण्ड का सुपाड़ा फूलने भी लगा और चमकने भी लगा। रॉकी सिसियाने लगा और तभी लण्ड ने उगल दिया वीर्य। मैं उसे पी गयी। मुझे मुठ्ठ मार कर लण्ड पीना बड़ा अच्छा लगता है।
अब मैं सनी से पीछे से चुदवाने और आगे से विकी लण्ड चूसने लगी। मैं दोनों लण्ड का मज़ा एक साथ लेना शुरू कर दिया। इन दोनों लण्ड भी मोटे थे और ८" से कम नहीं था। मेरी चूत को सच में बड़ा अच्छा लग रहा था। थोड़ी देर में इन दोनों ने अपनी जगह बदल ली और अब विकी मुझे चोदने मैं सनी का लौड़ा चूसने लगी। मैंने ये सब पोर्न फिल्मों से सीखा है। मैं रात को हर दिन पोर्न देखती हूँ उसके बाद ही सोती हूँ। हां मैं हिंदी की सेक्स कहानियां भी पढ़ती हूँ. मुझे सबसे अच्छी कहानियां "sex" की कहानियां अच्छी लगतीं है क्योंकि वो इतनी गरम होतीं हैं की पढ़ते ही सारे कपड़े उतर जातें हैं और मैं नंगी हो जाती हूँ। फिर मैं विकी के लण्ड पर बैठ गयी और चुदवाने लगी। उधर सनी के लौड़े ने मुझे मस्त कर दिया। वह बोला सोनाली भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने उसका भी मुठ्ठ मारा।
आखिर में विकी मेरे ऊपर चढ़ कर मुझे चोदने लगा। मैंने कहा हाय दईया बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं बहन चोद तेरी भाभी हूँ विकी मुझे चोदो, मैं तेरी बीवी हूँ मुझे चोदो, मैं तेरी गर्ल फ्रेंड हूँ मुझे चोदो, मुझे रंडी की तरह चोदो। मैं अपनी गांड उठा उठा के यही सब बोले जा रही थी। मेरी चूत भी खलास हो चुकी थी। तभी विकी के लण्ड ने भी उगलना शुरू कर दिया और मैंने उसे अपने मुंह में कैच कर लिया। इस तरह मैंने तीनो लण्ड का वीर्य पिया और मुझे तीनो लण्ड बड़े स्वादिस्ट लगे।
एक दिन ख्याल आया की मैं बहुत दिनों से चचा पोज़र से नहीं मिली , बस मैंने गाड़ी उठाई और उसके घर पहुँच गयी। मैंने डोर बेल बजाई तो अंकल ने दरवाजा खोला और बोला वाओ, सोनाली तुम ? और इतने दिनों के बाद come in . I am happy to see you here . मैं अंदर गई तो एक टेबल पर बैठे हुए शराब पी रहे थे। उसके बदन पर केवल एक ढीली ढीली नेकर थी। उसका नंगा बाण बड़ा सेक्सी लग रहा था मुझे। उसकी चौड़ी छाती और छाती पर घने घने बाल मुझे बहुतही अच्छे लग रहे थे। वह बोला Sonali why don't you come and join me in drinks . I said why not uncle ? मैं अंकल के साथ शराब पीने लगी। वह बोला सोनाली इन दो सालों में तुम बहुत खूबसूरत हो गयी हो। बड़ी अच्छी लग रही हो। मैं अगर तेरी उम्र का होता तो तुम्हे आज ही भगा ले जाता। माइए कहा अरे अंकल आप तो आज भी मुझे भगा कर ले जा सकते हैं। आप तो आज भी उतने ही हैंडसम हैं जितने पहले थे। I love you uncle . He said really you love me, Sonali ? I am very lucky then मैंने अपनी बाहें अंकल के गले में डाल दीं।
अंकल ने मुझे चूमा और मैंने अंकल को कई बार चूमा। फिर हम दोनों बैठ कर बातें करने लगे।
- मैंने कहा - अंकल, मैं सच में तुम्हे बहुत चाहती हूँ।
- वह बोला - मैं भी तुम्हे चाहता हूँ, सोनाली। आज बहुत दिनों के बाद मुझे पुराने दिन याद आ गए जब तुम मेरे पास आतीं थी।
- हां अंकल मुझे भी सब कुछ याद है।
- सुना है की तुम एक कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हो गयी हो।
- हां अंकल यह बात सही है। मेरा काम भी बहुत अच्छा चल रहा है।
- अच्छा यह बताओ सोनाली तुम्हारे हॉबी क्या क्या हैं।
- मेरी हॉबी है पढ़ना पढ़ाना, शराब पीना, सिगरेट पीना और ,,,,,,,,,,?
- और क्या खुल कर बताओं न ? शर्माने की क्या जरुरत है सोनाली ? और क्या हॉबी है ?
- लण्ड पीना ? हां अंकल मैं लड़कों के लण्ड पीती हूँ।
- वाओ, तो क्या तुम मेरा भी ,,,,,,,,,,,,,,?
- मैं तेरा लण्ड सिर्फ पियूँगी ही नहीं अंकल। मैं तेरा लण्ड चोदूँगी भी।
मैं यह बोल कर अंकल का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी और साथ साथ पेल्हड़ भी चाटने लगी। मुझे लण्ड के बॉल्स बहुत पसंद हैं। लण्ड की जाहनतें बिलकुल नहीं थीं यह मेरे लिए एक अच्छी बात थी। मैं झांट वाला लण्ड बिलकुल पसंद नहीं करती। थोड़ी देर लण्ड किसने के बाद मैंने अपनी चूत अंकल के मुंह पर रख दी और कहा लो देवर राजा मेरी चाटो। उसने फ़ौरन अपनी जबान मेरी चूतमे घुसेड़ दी। मुझे मज़ा आने लगा और मैं उसका लण्ड और मस्ती से चूसने लगी। हम दोनों 69 बने हुए थे जैसा की अक्सर ब्लू फिल्मीं में होता है। मैं चुदाई भी ब्लू फिल्मों से ही सीखी है। लण्ड का पूरा मज़ा लेना भी मुझे इन फिल्मों ने सिखाया है। आज ऐन उसकी का फायदा उठा रही हूँ। अंकल मेरी चूनाहियँ भी बीच बीच में सहला लेते थे।
अब तक मेरी चूत बहुत गरम हो चुकी थी। मैंने कहा देवर राजा अब पेलो लण्ड मेरी चूत में और चोदो। खूब धकाधक चोदो। उसने लण्ड मेरी चूत में टिकाया और एक धक्का दिया तो लण्ड गप्प से अंदर घुस गया। वह बोला अरे भाभी साहिबा तेरी चूत तो बहुत गहरी है बहन चोद। मेरा पूरा लण्ड अंदर घुस गया। मैंने कहा हाय मेरे राजा मेरी चूत की गहराई समंदर जैसी है जाने कितने लण्ड इसमें गोता लगा चुके हैं। आज तेरा लण्ड गोता लगा रहा है। मैं भी अपनी गांड से जोर लगा लगा कर चुदवाने लगी। उधर मेरी चूँचियाँ दोनों मजे से उछलने लगी जिन्हें वह मुस्काराकर देख रहा था। उसने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी तो मेरे मुंह से कुछ न कुछ निकलने लगा - हाय दईया बड़ा मज़ा आ रहा है यार। खूब चोदो मुझे मैं बड़ी चुदासी हूँ। तेरा लण्ड मादर चोद मेरी चूत का भरता बना रहा है। वाओ, तुम तो बड़ी अच्छी तरह चोद लेते हो यार। कॉलेज में क्या लड़कियों की बुर ही लिया करते हो ? एक बात और तेरा लण्ड बता रहा है की तुम लड़कियों की माँ भी चोदते होगे। वह बोला हां भाभी जी कुछ लड़कियां अपनी माँ चुदाने जरूर आतीं है और मैं उनकी माँ उनके सामने ही चोदता हूँ। कुछ लड़कियां तो मेरा लण्ड पकड़ कर अपनी माँ की चूत में पेल देतीं हैं।
मेरी चूत ढीली हो चुकी थी। तभी उसने कहा भाभी जी अब मैं निकलने वाला हूँ। बस मैं घूम गयी और लण्ड मुठ्ठी में ले लिया। मैं मस्ती से मारने लगी सड़का। बस एक ही मिनट ने लण्ड ने सारा वीर्य मेरे मुंह में उगल दिया और मैं उसे पी गयी। बाद में मैं लण्ड का टोपा चाटने लगी। अंकल मुझे चोद कर चला गया। मैं उसके घर में अकेली बैठी थी। तभी किसी ने डोर बेल बजा दी. मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक मस्त जवान लड़का खड़ा था। वह बोला मैं जॉन हूँ। सर से मिलने आया हूँ। मैंने उसे अंदर बैठा लिया। वह स्मार्ट और हैंडसम था इसलिए मेरा दिल उसक पर आ गया। मैं उससे बातें करने लगी।
- तुम सर को कैसे जानते हो।
- सर पहले मेरे प्रोफेसर थे पर आजकल मेरे दोस्त हैं।
- ऐसा कैसे हो गया ? वह तेरा दोस्त कैसे बन गया ?
- जो वह करता है वही मैं करता हूँ इसलिए हम दोनों दोस्त हैं।
- क्या करते हो तुम ?
- मैं कॉलेज के प्रोफेसर हूँ। और सर भी प्रोफेसर हैं। वह भी पढ़ाता है और मैं भी पढ़ाता हूँ।
- तेरा सर तो लड़कियां चोदता है। क्या तुम लड़कियां चोदते हो ?
- वह थोड़ा रुका फिर बोला हां चोदता हूँ।
- लड़कियों की माँ भी चोदते हो तुम ?
- हां कभी कभी लड़कियां खुद अपनी माँ चुदाने आती हैं।
- तेरा लण्ड कितना बड़ा है ? क्या किसी की माँ का भोसड़ा चोदने वाला है तेरा लण्ड ?
- अब यह मैं कैसे कह सकता हूँ।
- ओ के तो मैं खुद पकड़ कर देख लती हूँ तेरा लण्ड ?
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