Home
» Desi Chut Gand Chudai Ki Kahaniyan देसी चूत गांड चुदाई की कहानियां Hindi Short Stories For Adults
» कितनी मजेदार होती है सामूहिक चुदाई - Kitni Majedar hoti hai samuhik chudai
कितनी मजेदार होती है सामूहिक चुदाई - Kitni Majedar hoti hai samuhik chudai
कितनी मजेदार होती है सामूहिक चुदाई - Kitni Majedar hoti hai samuhik chudai , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
देखो अम्मी जान तुम भी एक औरत हो तो मैं भी एक औरत हूँ। तुम भी शादी शुदा हो तो मैं भी शादी शुदा हूँ। तुम भी मस्त जवान हो और मैं तो मस्त जवान हूँ ही। तुम्हे भी लण्ड की जरुरत है तो मुझे भी लण्ड की जरुरत है। तू भी बहुत बड़ी हरामजादी चुदक्कड़ औरत है तो मैं भी बहुत बड़ी हरामजादी चुदक्कड़ औरत हूँ। तू भी बहुत बड़ी बुर चोदी है तो मैं भी बहुत बड़ी बुर चोदी हूँ। मैं कहती हूँ तेरी बेटी की माँ की चूत तो तू कहती है तेरी माँ की बिटिया की बुर ? तू है बहुत बड़ी बेटी चोद तो मैं हूँ बहुत बड़ी मादर चोद ? न तू कम है और न मैं कम हूँ ? तेरी माँ का भोसड़ा हो चाहे तेरी बिटिया की बुर। चुदवाती भोसड़ी वाली दोनों हैं। लण्ड भोसड़ी वाली दोनों अपने अंदर पेलती हैं। तुम मेरी माँ चोदती हो तो मैं तेरी बेटी चोदती हूँ । तुम मेरी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलती हो तो मैं तेरी बिटिया की बुर में लण्ड पेलती हूँ।
अब एक बात सुन लो अम्मी जान ? इस बराबरी के झगडे में तो पड़ो नहीं ? देखो आज बहुत बढ़िया मौका है। आज मेरा नंदोई भी है और तेरा नंदोई भी है। रात का समय है। आज इन दो लण्ड के अलावा कोई तीसरा लण्ड नहीं है घर में ? इसलिए आज तुम मेरे नंदोई का लण्ड पियो मैं तेरे नंदोई का लण्ड पियूं ?
अम्मी बोली - अरे बेटी खुशबू तुमने तो मेरे मन की बात कह दी है। मेरी नज़र तो तेरे नंदोई के लण्ड पर पहले सी ही लगी हूँ है। कितना मज़ा आएगा आज जब मैं तेरे नंदोई के लण्ड का पहली बार दीदार करूंगी ? पर एक बात और है बेटी , आगे तुम्हे मालूम नहीं है शायद। मुझे अभी अभी मालूम हुआ की मेरा देवर अपने गाँव से आ रहा है। उसके साथ तेरा देवर भी है। मैंने सोंच लिया है की आज मैं अपने देवर का लण्ड तेरी बुर में पेलूँगी, खुशबू।
मैंने कहा - तो फिर मैं भी अपने देवर का लण्ड तेरे भोसड़ा में पेलूँगी अम्मी जान ? आज अगर तेरा देवर तेरी बेटी चोदेगा तो मेरा देवर मेरी माँ चोदेगा।
अब मैं पहले आपको बताऊंगी की मैं अम्मी से इतनी ज्यादा खुल कैसे गयी ? इतनी गन्दी गन्दी चोदा चोदी की बातें उससे खुल कर कैसे करने लगी ? तो इसके पीछे एक जबरदस्त वाकिया है। वह मैं आपको बता रही हूँ। मेरी अम्मी का नाम है सबरीना। वह अभी 44 साल की हैं और वह अपनी भरी जवानी में हैं। मेरी फूफी नसीबा उन दिनों आयी हुई थीं। वह 42 साल की थी और मैं 21 साल की। मैं भी मस्त जवानी में कदम रख चुकी थी। मेरी चूँचियाँ बड़ी बड़ी हो गयीं थीं और मेरे भी चूतड़ उभर आये थे। मेरी जांघें मोटी मोटी हो गयींथीं और उनके बीच एक मद माती हुई चूत अपनी जवान होने का परिचय दे रही थी। मुझे भी लड़के अच्छे लगने लगे थे और उनसे ज्यादा उनके लण्ड अच्छे लगने थे। मैंने तो 16 साल की उम्र में ही लण्ड पकड़ना और लण्ड पीना शुरू कर दिया था। अभी पिछले एक साल से मैं चुदवाने भी लगी थी। यह बात अम्मी थी। लेकिन हां लण्ड पकड़ने वाली बात उसे मालूम थी।
मैंने २० साल की उम्र में गालियां भी देनी शुरू कर दीं थीं। एक दिन मैं फोन पर ही अपने सहेली से खूब गन्दी गन्दी गालियों से बात कर रही थी। मैं जब पीछे मुड़ी तो देखा की अम्मी सामने खड़ी हैं। वह मुझे देख कर बोली हां बेटी तूने अच्छा किया। जब तक बातों में किसी की माँ बहन न चोदो तब तक मज़ा नहीं आता। बेटी खुशबू अब तू भी बुर चोदी बड़ी बोल्ड हो गयी है। अब तुझे भी अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने में कोई शर्म नहीं आएगी। अम्मी का इशारा कहाँ था मैं यह तो समझ नहीं पाई लेकिन इतना जरूर था की अम्मी थीं बड़े मूड में। अगर उस समय कोई लौड़ा उसके हाथ में होता तो वह उसे मुझे जरूर पकड़ा देतीं।
उसी दिन रात को करीब १२ बजे मैं उठी तो देखा की नीचे अम्मी के कमरे की लाइट धीमी धीमी जल रही हैं। कुछ धीमी धीमी आवाज़ें भी आ रही हैं। मेरी यह जानने की इच्छा हुई की आखिर कार इतनी रात में वहां हो क्या रहा है ? मैं खिड़की से झाँक कर देखने लगी। मैंने देखा की अम्मी तो बिलकुल नंगी बैठी हैं और उसके बगल में फूफी भी बहन चोद एकदम नंगीं हैं। दोनों की बड़ी बड़ी चूँचियाँ और मस्तानी चूत देख कर मैं भी बड़ी उत्तेजित हो गयी। मेरा भी मन हुआ की मैं उनके आगे नंगी हो जाऊं। मैं सोंचने लगी की अगर मेरे हाथ में किसी तरह कोई लौड़ा आ जाए तो मैं इन दोनों की बुर में घुसा दूँ अभी। तब तक मैंने देखा की अम्मी ने किसी का लण्ड पकड़ लिया और उसे कई बार चूम कर हिलाने लगीं। उधर फूफी भी किसी और का लण्ड हिलाने में जुट गयीं। यानी कमरे में दो दो लण्ड मौजूद थे। मेरी चूत गीली हो गयी बहन चोद। मुझे दोनों लण्ड भा गए। जब मैंने उनके मुंह देखे तो दंग रह गयी। उनमे न कोई मेरा अब्बू था और न कोई मेरा फूफा। इसका मतलब अम्मी और फूफी दोनों भोसड़ी वाली किन्हीं ग़ैर मर्दों के लण्ड हिला रहीं हैं और उन्ही से चुदवाने के मूड में हैं। मैं आँखे फाड़ फाड़ आगे का कारनामा देखने लगी।
मैं यह जानने की बड़ी इच्छुक थी की ये दोनों मादर चोद हैं कौन ? उन दोनों की आपस की बात चीत भी हने लगी। एक लण्ड अम्मी चूस रहीं थीं और एक लण्ड फूफी।
बात करते करते फूफी ने कहा - सबरीना भाभी तुम्हे मेरे देवर का लण्ड कैसा लगा ?
अम्मी ने कहा - लण्ड तो बेहतरीन है नन्द रानी। मोटा भी है लंबा। अब तो तेरी भाभी की बुर की ख़ैर नहीं। फूफी - मेरा देवर बहुत दिन से कह रहा था की मुझे अपनी भाभी की बुर दिलाओ न प्लीज ? आज मैंने इससे कहो चलो मैं तुझे अपनी भाभी की बुर देती हूँ। इसलिए इसे लेकर आ गयी तेरे पास भाभी जान। फिर मैंने काह यार जब तुम मेरी भाभी की बुर चोदोगे तो मैं क्या करूंगी। वह बोला भाभी मैं अपने एक दोस्त को ले लूं ? वह उसी समय तेरी बुर चोद लेगा तो मैं मान गयी और उसे भी लेकर आ गयी। इसका भी लण्ड जबरदस्त है भाभी जान देखो न। फूफी ने लण्ड अम्मी को दिखा कर कहा।
अम्मी ने कहा - हां यार लौड़ा तो वह भी बड़ा बढ़िया है। आज तो हम दोनों दो दो लण्ड का मज़ा लेगीं। दोनों अगल बगल लेटी हुई लण्ड चूसने लगीं।
फूफी ने कहा - अरे भाभी खुशबू क्या कर रही होगी इस समय भाभी ?
अम्मी - वह भोसड़ी की सो रही होगी इस समय ?
फूफी - उसे भी बुला न भाभी। वह भी जवान हो गयी है। उसे भी लण्ड की जरुरत है। लण्ड तो किसी न किसी का पकड़ती ही होगी वो ?
अम्मी - हां लण्ड तो पकड़ती है। लण्ड पीती भी है पर पेलती है अपनी बुर में मुझे यह नहीं मालूम ? फूफी - अरे भाभी जान, इस उम्र में लड़की अगर लण्ड पकड़ती है तो लण्ड अपनी बुर में जरूर लेती होगी। चुदवाती जरूर होगी वो भाभी। मेरी बेटी को देखो बुर चोदी २१ साल की उम्र में ही अपनी माँ चुदाने लगी है। मेरे सामने ही अपनी बुर चुदवाती भी ै और नेरी बुर चोदती भी है।
फूफी की इस बात ने मेरे अंदर करंट का काम किया।
अम्मी ने कहा - तो फिर बुला लो न उसकी बुर चोदी खुशबू को ? आज उसे भी मालूम की उसकी माँ का भोसड़ा कितना हरामजादा है बहन चोद ? फूफी अपने हाथ का लण्ड अम्मी को पकड़ा कर मेरे कमरे की तरफ नंगी नंगी ही चल पड़ी।
मैं दौड़ कर अपने बिस्तर पर लेट गयी जैसे मैंने कुछ देखा ही नहीं ? फूफी ने मुझे हिलाया और बोली अरी वो खुशबू चल नीचे तेरी माँ बुला रही है। कई बार हिलाया तो मैंने बोली अरे फूफी क्या हुआ अम्मी क्यों बुला रही हैं मुझे। तब तक मैंने आँखन बंद कर राखी थी। जब मैंने ऑंखें खोली तो कहा अरे फूफी जान तुम तो बिलकुल नंगी हो। किसने तुझे नंगा किया ? बताओ मुझे मैं उसकी माँ चोद दूँगी। फूफी हंस कर बोली मुझे तेरी माँ ने ही नंगी लिया और अब वह तुम्हे बुला रहीं हैं। तू चल मेरे साथ ? फूफी मेरा हाथ पकड़ कर अम्मी के पास ले गयी। मैंने देखा अम्मी भी बिलकुल नंगी बैठी हैं और अपने दोनों हाथों से एक एक लण्ड पकड़ कर हिला रही हैं। मुझे देख कर बोली खुशबू सुना है तू भी बुर चोदी लण्ड पीने लगी है। अगर ऐसा है तो ले ये लण्ड पी कर दिखा ? तब तक फूफी ने मेरे कपड़े उतार दिया। मैंने मना किया तो वह बोली देख खुशबू तेरी माँ नंगी बैठी है, तेरी माँ की नन्द नंगी बैठी है तो तू भोसड़ी की कपड़े पहन कर क्या करेगी ?
मैं नंगी भी हो गयी और मैंने लण्ड भी पकड़ लिया। अम्मी ने कहा देख खुशबू मैं बहुत बड़ी बेशरम हूँ, तेरी फूफी भी बहन की लौड़ी बेशर्म हो गयी है तो अब तू बिलकुल बेशर्म हो जा। तेरी माँ की चूत बहन चोद। जानती है तू की हर औरत रात को रंडी हो जाती है। जी हां रंडी जो हमेशा ग़ैर मर्दों से ही चुदवाती रहती है। मैं भी ग़ैर मर्दों से चुदवाती हूँ। तेरी बुर चोदी माँ की नन्द भी ग़ैर मर्दों से चुदवाती है तो फिर तू कौन दूध की धुली है ? तू भी पेल ले सबके लण्ड अपनी चूत में और फिर चुदवा ले अपनी माँ का भोसड़ा ? घुसा दे लण्ड अपनी फूफी की चूत में और ले ले जवानी का पूरा मज़ा।
अम्मी ने ऐसा कह कर मुझे भी बेशरम बना दिया। मैंने कहा - तेरी बुर चोदी नन्द की भाभी का भोसड़ा ? मैं अब रुकने वाली नहीं हूँ। मैंने फूफी से कहा - फूफी, तेरी भाभी की बिटिया की बुर ? आज तो मैं भी बजाऊंगी तेरी चूत का बाजा। मैं फिर बेहद बेशरम हो गयी और अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। पेलने लगी लण्ड अपनी फूफी की चूतमे और अम्मी के भोसड़ा में। हम तीनो सेक्स में बिलकुल डूब चुकी थीं। हमें बाकी दुनिया का कोई होश नहीं था। वो दोनों भोसड़ी वाले हम तीनो की बुर कूद कूद कर लेते रहे। कभी मेरी बुर में लण्ड घुसा देते कभी फूफी की बुर में पेल देते लण्ड और काभीमेरी माँ के भोसड़ा में ठोंक देते लण्ड। मैंने कहा फूफी जान तेरे देवर का लण्ड तो मादर चोद बड़ा हरामी निकला ? देखो कैसे तेरे सामने तेरी भाभी की बिटिया की बुर चोद रहा है। और उसका दोस्त भी कुछ कम नहीं है। उसका लौड़ा भी उछल उछल के हचक हचक के चोद रहा है हम तीनो की बुर। आज मालूम हो रहा है की कितनी मजेदार होती है सामूहिक चुदाई और चुदाई में सबके साथ लण्ड अदल बदल कर चुदवाना ?
तो इस तरह मैं अम्मी से बुरी तरह खुल गयी। अब हमारे बीच माँ बेटी का रिस्ता नहीं रहा बल्कि खुशबू की बुर और सबरीना का भोसड़ा का रिस्ता हो गया। खुशबू की चूत, खुशबू की बुर, सबरीना की चूत और सबरीन की बुर का रिस्ता हो गया। इसके बाद तो बस चुदाई का खेल खेलो और एक दूसरे की बुर में लौड़ा पेलो।
24 साल की उम्र में शादी हो गयी और मैं ससुराल चली गयी। इत्तिफाक से मेरी सास और नन्द भी मेरे मन की मिल गयीं। जितनी बुर चोदी मैं हूँ उतनी ही बुर चोदी मेरी सास भी है और उससे ज्यादा बुर चोदी मेरी नन्द है। उन दोनों को भी ग़ैर मर्दों के लण्ड से बेहद प्यार है। दिन रात भोसड़ी वाली इधर उधर के लोगों से चुदवाया करतीं हैं। मैंने इस मौके का फायदा उठाया और मैं भी दनादन सबसे चुदवाने लगी।
देखो अम्मी जान तुम भी एक औरत हो तो मैं भी एक औरत हूँ। तुम भी शादी शुदा हो तो मैं भी शादी शुदा हूँ। तुम भी मस्त जवान हो और मैं तो मस्त जवान हूँ ही। तुम्हे भी लण्ड की जरुरत है तो मुझे भी लण्ड की जरुरत है। तू भी बहुत बड़ी हरामजादी चुदक्कड़ औरत है तो मैं भी बहुत बड़ी हरामजादी चुदक्कड़ औरत हूँ। तू भी बहुत बड़ी बुर चोदी है तो मैं भी बहुत बड़ी बुर चोदी हूँ। मैं कहती हूँ तेरी बेटी की माँ की चूत तो तू कहती है तेरी माँ की बिटिया की बुर ? तू है बहुत बड़ी बेटी चोद तो मैं हूँ बहुत बड़ी मादर चोद ? न तू कम है और न मैं कम हूँ ? तेरी माँ का भोसड़ा हो चाहे तेरी बिटिया की बुर। चुदवाती भोसड़ी वाली दोनों हैं। लण्ड भोसड़ी वाली दोनों अपने अंदर पेलती हैं। तुम मेरी माँ चोदती हो तो मैं तेरी बेटी चोदती हूँ । तुम मेरी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलती हो तो मैं तेरी बिटिया की बुर में लण्ड पेलती हूँ।
अब एक बात सुन लो अम्मी जान ? इस बराबरी के झगडे में तो पड़ो नहीं ? देखो आज बहुत बढ़िया मौका है। आज मेरा नंदोई भी है और तेरा नंदोई भी है। रात का समय है। आज इन दो लण्ड के अलावा कोई तीसरा लण्ड नहीं है घर में ? इसलिए आज तुम मेरे नंदोई का लण्ड पियो मैं तेरे नंदोई का लण्ड पियूं ?
अम्मी बोली - अरे बेटी खुशबू तुमने तो मेरे मन की बात कह दी है। मेरी नज़र तो तेरे नंदोई के लण्ड पर पहले सी ही लगी हूँ है। कितना मज़ा आएगा आज जब मैं तेरे नंदोई के लण्ड का पहली बार दीदार करूंगी ? पर एक बात और है बेटी , आगे तुम्हे मालूम नहीं है शायद। मुझे अभी अभी मालूम हुआ की मेरा देवर अपने गाँव से आ रहा है। उसके साथ तेरा देवर भी है। मैंने सोंच लिया है की आज मैं अपने देवर का लण्ड तेरी बुर में पेलूँगी, खुशबू।
मैंने कहा - तो फिर मैं भी अपने देवर का लण्ड तेरे भोसड़ा में पेलूँगी अम्मी जान ? आज अगर तेरा देवर तेरी बेटी चोदेगा तो मेरा देवर मेरी माँ चोदेगा।
अब मैं पहले आपको बताऊंगी की मैं अम्मी से इतनी ज्यादा खुल कैसे गयी ? इतनी गन्दी गन्दी चोदा चोदी की बातें उससे खुल कर कैसे करने लगी ? तो इसके पीछे एक जबरदस्त वाकिया है। वह मैं आपको बता रही हूँ। मेरी अम्मी का नाम है सबरीना। वह अभी 44 साल की हैं और वह अपनी भरी जवानी में हैं। मेरी फूफी नसीबा उन दिनों आयी हुई थीं। वह 42 साल की थी और मैं 21 साल की। मैं भी मस्त जवानी में कदम रख चुकी थी। मेरी चूँचियाँ बड़ी बड़ी हो गयीं थीं और मेरे भी चूतड़ उभर आये थे। मेरी जांघें मोटी मोटी हो गयींथीं और उनके बीच एक मद माती हुई चूत अपनी जवान होने का परिचय दे रही थी। मुझे भी लड़के अच्छे लगने लगे थे और उनसे ज्यादा उनके लण्ड अच्छे लगने थे। मैंने तो 16 साल की उम्र में ही लण्ड पकड़ना और लण्ड पीना शुरू कर दिया था। अभी पिछले एक साल से मैं चुदवाने भी लगी थी। यह बात अम्मी थी। लेकिन हां लण्ड पकड़ने वाली बात उसे मालूम थी।
मैंने २० साल की उम्र में गालियां भी देनी शुरू कर दीं थीं। एक दिन मैं फोन पर ही अपने सहेली से खूब गन्दी गन्दी गालियों से बात कर रही थी। मैं जब पीछे मुड़ी तो देखा की अम्मी सामने खड़ी हैं। वह मुझे देख कर बोली हां बेटी तूने अच्छा किया। जब तक बातों में किसी की माँ बहन न चोदो तब तक मज़ा नहीं आता। बेटी खुशबू अब तू भी बुर चोदी बड़ी बोल्ड हो गयी है। अब तुझे भी अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने में कोई शर्म नहीं आएगी। अम्मी का इशारा कहाँ था मैं यह तो समझ नहीं पाई लेकिन इतना जरूर था की अम्मी थीं बड़े मूड में। अगर उस समय कोई लौड़ा उसके हाथ में होता तो वह उसे मुझे जरूर पकड़ा देतीं।
उसी दिन रात को करीब १२ बजे मैं उठी तो देखा की नीचे अम्मी के कमरे की लाइट धीमी धीमी जल रही हैं। कुछ धीमी धीमी आवाज़ें भी आ रही हैं। मेरी यह जानने की इच्छा हुई की आखिर कार इतनी रात में वहां हो क्या रहा है ? मैं खिड़की से झाँक कर देखने लगी। मैंने देखा की अम्मी तो बिलकुल नंगी बैठी हैं और उसके बगल में फूफी भी बहन चोद एकदम नंगीं हैं। दोनों की बड़ी बड़ी चूँचियाँ और मस्तानी चूत देख कर मैं भी बड़ी उत्तेजित हो गयी। मेरा भी मन हुआ की मैं उनके आगे नंगी हो जाऊं। मैं सोंचने लगी की अगर मेरे हाथ में किसी तरह कोई लौड़ा आ जाए तो मैं इन दोनों की बुर में घुसा दूँ अभी। तब तक मैंने देखा की अम्मी ने किसी का लण्ड पकड़ लिया और उसे कई बार चूम कर हिलाने लगीं। उधर फूफी भी किसी और का लण्ड हिलाने में जुट गयीं। यानी कमरे में दो दो लण्ड मौजूद थे। मेरी चूत गीली हो गयी बहन चोद। मुझे दोनों लण्ड भा गए। जब मैंने उनके मुंह देखे तो दंग रह गयी। उनमे न कोई मेरा अब्बू था और न कोई मेरा फूफा। इसका मतलब अम्मी और फूफी दोनों भोसड़ी वाली किन्हीं ग़ैर मर्दों के लण्ड हिला रहीं हैं और उन्ही से चुदवाने के मूड में हैं। मैं आँखे फाड़ फाड़ आगे का कारनामा देखने लगी।
मैं यह जानने की बड़ी इच्छुक थी की ये दोनों मादर चोद हैं कौन ? उन दोनों की आपस की बात चीत भी हने लगी। एक लण्ड अम्मी चूस रहीं थीं और एक लण्ड फूफी।
बात करते करते फूफी ने कहा - सबरीना भाभी तुम्हे मेरे देवर का लण्ड कैसा लगा ?
अम्मी ने कहा - लण्ड तो बेहतरीन है नन्द रानी। मोटा भी है लंबा। अब तो तेरी भाभी की बुर की ख़ैर नहीं। फूफी - मेरा देवर बहुत दिन से कह रहा था की मुझे अपनी भाभी की बुर दिलाओ न प्लीज ? आज मैंने इससे कहो चलो मैं तुझे अपनी भाभी की बुर देती हूँ। इसलिए इसे लेकर आ गयी तेरे पास भाभी जान। फिर मैंने काह यार जब तुम मेरी भाभी की बुर चोदोगे तो मैं क्या करूंगी। वह बोला भाभी मैं अपने एक दोस्त को ले लूं ? वह उसी समय तेरी बुर चोद लेगा तो मैं मान गयी और उसे भी लेकर आ गयी। इसका भी लण्ड जबरदस्त है भाभी जान देखो न। फूफी ने लण्ड अम्मी को दिखा कर कहा।
अम्मी ने कहा - हां यार लौड़ा तो वह भी बड़ा बढ़िया है। आज तो हम दोनों दो दो लण्ड का मज़ा लेगीं। दोनों अगल बगल लेटी हुई लण्ड चूसने लगीं।
फूफी ने कहा - अरे भाभी खुशबू क्या कर रही होगी इस समय भाभी ?
अम्मी - वह भोसड़ी की सो रही होगी इस समय ?
फूफी - उसे भी बुला न भाभी। वह भी जवान हो गयी है। उसे भी लण्ड की जरुरत है। लण्ड तो किसी न किसी का पकड़ती ही होगी वो ?
अम्मी - हां लण्ड तो पकड़ती है। लण्ड पीती भी है पर पेलती है अपनी बुर में मुझे यह नहीं मालूम ? फूफी - अरे भाभी जान, इस उम्र में लड़की अगर लण्ड पकड़ती है तो लण्ड अपनी बुर में जरूर लेती होगी। चुदवाती जरूर होगी वो भाभी। मेरी बेटी को देखो बुर चोदी २१ साल की उम्र में ही अपनी माँ चुदाने लगी है। मेरे सामने ही अपनी बुर चुदवाती भी ै और नेरी बुर चोदती भी है।
फूफी की इस बात ने मेरे अंदर करंट का काम किया।
अम्मी ने कहा - तो फिर बुला लो न उसकी बुर चोदी खुशबू को ? आज उसे भी मालूम की उसकी माँ का भोसड़ा कितना हरामजादा है बहन चोद ? फूफी अपने हाथ का लण्ड अम्मी को पकड़ा कर मेरे कमरे की तरफ नंगी नंगी ही चल पड़ी।
मैं दौड़ कर अपने बिस्तर पर लेट गयी जैसे मैंने कुछ देखा ही नहीं ? फूफी ने मुझे हिलाया और बोली अरी वो खुशबू चल नीचे तेरी माँ बुला रही है। कई बार हिलाया तो मैंने बोली अरे फूफी क्या हुआ अम्मी क्यों बुला रही हैं मुझे। तब तक मैंने आँखन बंद कर राखी थी। जब मैंने ऑंखें खोली तो कहा अरे फूफी जान तुम तो बिलकुल नंगी हो। किसने तुझे नंगा किया ? बताओ मुझे मैं उसकी माँ चोद दूँगी। फूफी हंस कर बोली मुझे तेरी माँ ने ही नंगी लिया और अब वह तुम्हे बुला रहीं हैं। तू चल मेरे साथ ? फूफी मेरा हाथ पकड़ कर अम्मी के पास ले गयी। मैंने देखा अम्मी भी बिलकुल नंगी बैठी हैं और अपने दोनों हाथों से एक एक लण्ड पकड़ कर हिला रही हैं। मुझे देख कर बोली खुशबू सुना है तू भी बुर चोदी लण्ड पीने लगी है। अगर ऐसा है तो ले ये लण्ड पी कर दिखा ? तब तक फूफी ने मेरे कपड़े उतार दिया। मैंने मना किया तो वह बोली देख खुशबू तेरी माँ नंगी बैठी है, तेरी माँ की नन्द नंगी बैठी है तो तू भोसड़ी की कपड़े पहन कर क्या करेगी ?
मैं नंगी भी हो गयी और मैंने लण्ड भी पकड़ लिया। अम्मी ने कहा देख खुशबू मैं बहुत बड़ी बेशरम हूँ, तेरी फूफी भी बहन की लौड़ी बेशर्म हो गयी है तो अब तू बिलकुल बेशर्म हो जा। तेरी माँ की चूत बहन चोद। जानती है तू की हर औरत रात को रंडी हो जाती है। जी हां रंडी जो हमेशा ग़ैर मर्दों से ही चुदवाती रहती है। मैं भी ग़ैर मर्दों से चुदवाती हूँ। तेरी बुर चोदी माँ की नन्द भी ग़ैर मर्दों से चुदवाती है तो फिर तू कौन दूध की धुली है ? तू भी पेल ले सबके लण्ड अपनी चूत में और फिर चुदवा ले अपनी माँ का भोसड़ा ? घुसा दे लण्ड अपनी फूफी की चूत में और ले ले जवानी का पूरा मज़ा।
अम्मी ने ऐसा कह कर मुझे भी बेशरम बना दिया। मैंने कहा - तेरी बुर चोदी नन्द की भाभी का भोसड़ा ? मैं अब रुकने वाली नहीं हूँ। मैंने फूफी से कहा - फूफी, तेरी भाभी की बिटिया की बुर ? आज तो मैं भी बजाऊंगी तेरी चूत का बाजा। मैं फिर बेहद बेशरम हो गयी और अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। पेलने लगी लण्ड अपनी फूफी की चूतमे और अम्मी के भोसड़ा में। हम तीनो सेक्स में बिलकुल डूब चुकी थीं। हमें बाकी दुनिया का कोई होश नहीं था। वो दोनों भोसड़ी वाले हम तीनो की बुर कूद कूद कर लेते रहे। कभी मेरी बुर में लण्ड घुसा देते कभी फूफी की बुर में पेल देते लण्ड और काभीमेरी माँ के भोसड़ा में ठोंक देते लण्ड। मैंने कहा फूफी जान तेरे देवर का लण्ड तो मादर चोद बड़ा हरामी निकला ? देखो कैसे तेरे सामने तेरी भाभी की बिटिया की बुर चोद रहा है। और उसका दोस्त भी कुछ कम नहीं है। उसका लौड़ा भी उछल उछल के हचक हचक के चोद रहा है हम तीनो की बुर। आज मालूम हो रहा है की कितनी मजेदार होती है सामूहिक चुदाई और चुदाई में सबके साथ लण्ड अदल बदल कर चुदवाना ?
तो इस तरह मैं अम्मी से बुरी तरह खुल गयी। अब हमारे बीच माँ बेटी का रिस्ता नहीं रहा बल्कि खुशबू की बुर और सबरीना का भोसड़ा का रिस्ता हो गया। खुशबू की चूत, खुशबू की बुर, सबरीना की चूत और सबरीन की बुर का रिस्ता हो गया। इसके बाद तो बस चुदाई का खेल खेलो और एक दूसरे की बुर में लौड़ा पेलो।
24 साल की उम्र में शादी हो गयी और मैं ससुराल चली गयी। इत्तिफाक से मेरी सास और नन्द भी मेरे मन की मिल गयीं। जितनी बुर चोदी मैं हूँ उतनी ही बुर चोदी मेरी सास भी है और उससे ज्यादा बुर चोदी मेरी नन्द है। उन दोनों को भी ग़ैर मर्दों के लण्ड से बेहद प्यार है। दिन रात भोसड़ी वाली इधर उधर के लोगों से चुदवाया करतीं हैं। मैंने इस मौके का फायदा उठाया और मैं भी दनादन सबसे चुदवाने लगी।
Click on Search Button to search more posts.
आपको ये भी पसंद आएंगें
- muslim sex story hindi - मुस्लिम समाज में चुदाई का मज़ा Muslim samaaj me chudai ka majaa nirala
- 16 साल की बहन की चुदाई की कहानी - भाई ने दीदी को चोदा - Bahan ki chudai bhai ne didi ko choda
- माँ बेटे की चुदाई की कहानी - मम्मी को चोदा - Maa bete ki chudai ki hindi kahani
- गन्दी बातें कर के चुदवातीं रहीं - Gandi baaten kar ke chudwati rahi
- गाली दे दे के चाटो लण्ड - Gali dekar lund chatne ka majaa
- छोटी उम्र की नादान लड़की की चुदाई - 14 saal ki kunwari ladki ki chudai - Chhoti umar ka sex
- बेटी बाप से चुदवाती है माँ बेटे से - Beti ko Baap ne choda aur Maa ki gand bete ne Mari
- बेटा माँ बहन बीवी बेटी सब चोदो - Hindi Sex story
- घर की बीवियां घर के लण्ड - Parivarik chudai ki kahaniyan
- माँ की चूत बुआ की गांड एक साथ चोदी - Maa ka bhosda aur buaa ki gand ka shubh muhurat