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बीवी ने मुझे दूसरों की बीवियां चोदना सिखा दिया - Dusro ki Biwi chodne ka majaa
बीवी ने मुझे दूसरों की बीवियां चोदना सिखा दिया - Dusro ki Biwi chodne ka majaa , दुसरे की पत्नी चोदकर मजा लो , पड़ोसियों की घरवाली चुदवाना चाहती है , आस पडोस की सब औरतें चोदो , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
एक दिन मेरे अब्बू ने अपने घर पर ही अपने दोस्तों के लिए एक दारू की पार्टी रखी थी। जिसमे अब्बू के कुछ दोस्तों ने भाग लिया। मैं उस पार्टी का इंतजाम कर रही थी। दारु के साथ साथ गोस्त का और भुने हुए गोस्त का भी इन्तज़ाम था। मैंने सारा इंतज़ाम कर दिया था और पार्टी को कामयाब बनाने के लिए जी जान से जुटी थी। अब्बू के सारे दोस्त बहुत पैसे वाले हैं। हम लोग भी पैसे वाले हैं और उच्च घराने को बिलोंग करतें हैं। मेरा अब्बू शब्बीर ज़िन्दगी को अच्छी तरह जीने का शौक़ीन हैं। उसे दो चीज का बड़ा शौक है। एक तो दारू पीने का और दूसरा लड़कियां चोदने का ? मुझे मालूम है की वह मेरे सामने ही लड़कियां चोदने लगता है। दारू पीने के बाद वह बेशर्म हो जाता है। रात में जब वह दारू पीकर लड़कियां चोदता है तो फिर उसके सामने चूत होनी चाहिए और कुछ नहीं ? चूत किसकी है इस बात की वह परवाह नहीं करता। मैं सबको डरो पीला रही थी। अंदर मेरी हेल्प मेरी अम्मी जान कर रहीं थीं। उसके साथ मेरी खाला जान और उसकी बेटी भी लगी थी। हम सब अब्बू के दोस्तों की बातेंभी सुन रहीं थीं। मेरी उम्र २४ साल की है मेरी शादी हो चुकी है। मैं अभी ससुराल से कई लोगों से चुदवाकर कर लौटीं हूँ। खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ, हॉट हूँ और मैं भी अपने अब्बू की तरह अय्यास हूँ। मेरा नाम सकीना है। उधर अब्बू अपने दोस्तों एक साथ दारू पी रहा था कर इधर हम लोग भी अंदर दारू पे रहीं थीं। नशा उन लोगों पर चढ़ रहा था तो नशा हमारे ऊपर भी चढ़ रहा था। फिर अब्बू के दोस्त खुल कर बातें करने लगे।
एक बोला - यार शब्बीर हम बहन चोद रात में किसी नाते रिश्ते को नहीं मानता। मेरे सामने जिसकी भी चूत होती है, मैं उसी में लण्ड पेल देता हूँ। एक बार मैं नशे में था तो मेरे सामने मेरी बहन की बेटी आ गयी। वह भी जवान थी। मैंने उसी को लण्ड पकड़ा दिओया। उसने भी बड़ी मस्ती से मेरा लण्ड पकड़ भी लिया और बोली हाय अल्ला, कितना मोटा और प्यारा लौड़ा है मामू जान तेरा ? उसकी इस बात से मेरा लौड़ा साला आसमान ताकने लगा और फिर उसने खुद अपने कपड़े उतारे दिए। मुझे भी नंगा कर दिया। उसे नंगी देख कर मैं और उत्तेजित हो गया। फिर वह मेरा लण्ड मुंह में भर कर मजे से चूसने लगी। यार सच बताऊँ मुझे उस दिन उसे चोदने में ज़न्नत का मज़ा आया। मैं भूल गया की वह मेरी बहन की बेटी है।
दूसरा बोला - अरे यार ऐसा तो होता ही है। मैं तो कहता हूँ की रात में सामने चाहे बेटी बहू या किसी और की बीवी हो उसे चोदो। मैं तो यही करता हूँ. अभी कल की ही बात है , मैं अपनी साली की बुर ले रहा था। तभी अचानक मेरी बेटी आ गयी। उसने मेरा लण्ड देख लिया। पता नहीं उसे क्या सूझी उसने हाथ बढाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया। बस मैं भी होश गवां बैठा और लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया। तब तक मेरी बीवी मेरी बेटी के मियां का लण्ड पकड़े पकड़े मेरे क]मरे में आ गयी। मेरा जोश दूना हो गया। मैं समझ गया की मेरी बीवी अपने दामाद से चुदवाती है। उस रात फिर हम दोनों ने एक दूसरे की बीवी खूब चोदी क्योंकि मेरे मन में आया की वो मेरी बीवी चोद रहा है तो मैं भी उसकी बीवी चोद रहा हूँ।
तीसरा बोला - यार मैं एक दिन रात में उठा तो सीधे बहू के कमरे चला गया। मैंने उसकी बड़ी बड़ी नंगी चूँचियाँ देखीं तो मेरा लण्ड साला टन टना गया। मैं लुंगी खोल कर उसके आगे एकदम नंगा खड़ा हो गया। मेरा लण्ड खड़ा था. उसने अपनी टांग हटाई तो मुझे उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत दिखाई पड़ गई फिर मैंने दबोच लिया उसने भी लण्ड पकड़ लिया। वह बोली ससुर जी तेरा ये भोसड़ी का लण्ड तो मोटा है। उसकी बात सुनकर मैंने लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया और चूँचियाँ दबाने लगा। वह भी पूरी नंगी और मैं भी पूरा नंगा। मैं उसको चोद रहा था तो वह बोली ससुर जी एक दिन मेरी नन्द की बुर मेरे सामने चोदो। मैंने कहा बिलकुल चोदूंगा तेरी नन्द की बुर। मैं तो तेरी नन्द की खाला की बुर लूंगा तेरी जेठानी की बुर चोदूंगा तेरी माँ का भोसड़ा चोदूंगा। वह बड़े प्यार से बोली तू मादर चोद बहुत बड़ा चोदू आदमी है और तेरा ये लण्ड भोसड़ी का बहुत बड़ा हरामजादा है ससुर जी तेरी बिटिया की बुर ? आज मैं इसे कच्चा चबा जाऊंगी। उसकी गालियां आग में घी का काम कर रहीं थीं और फिर मैंने उसे रात में तीन बार चोदा।
मेरा अब्बू बोला - ठीक किया उसे चोदा। मैं भी अपनी बहू की बुर लेता हूँ। मैं जब अपने दोस्त की बीवी चोदता हूँ तो फिर उसकी बेटी की भी बुर लेता हूँ उसकी बहू की बुर में लण्ड पेलता हूँ और उसकी बहन की चूत में भी। मेरे आगे जो भी आती है मैं उसकी बुर जरूर चोदता हूँ। मजे की बात यह है की वे सब बड़ी मस्ती से चुदवाती हैं। मुझे तो आजतक किसी ने चोदने से मना नहीं किया।
चौथा बोला - यार मना कैसे करेगी ? वो भी बहन चोद बहुत बड़ी अय्यास होतीं हैं। मेरी बीवी और मेरी दोनों बेटियां बहुत बड़ी अय्यास हैं। मैंने अपनी बीवी को पराये मर्दों से चुदवाते हुए देखा है। अपनी बड़ी बेटी को अपने देवर से चुदवाते हुए देखा है और छोटी बेटी को अपने ससुर का लण्ड पीते हुए देखा है। ये बेटियां बहुएं बीवियां सब की सब मादर चोद सबसे चुदवा लेतीं हैं। इन्हें तो हमसे ज्यादा मज़ा आता है।
पांचवा बोला - पहली बात तो यह की मेरी बीवी ने ही मुझे दूसरों की बीवियां चोदना सिखा दिया। उसने कहा था की जब मेरा अब्बू, मेरा भाई सब दूसरों की बीवियां चोदतें हैं तो तुम भी दूसरों की बीवियां चोदा करो। ऐसा कह कर उसने मेरा लण्ड अपनी खाला की बुर में घुसेड़ दिया था। तभी से मैं दूसरों की बीवियां चोदने लगा। मेरी बेटी जब जवान हुई तो उसने एक दिन अपनी सहेली को समझा बुझा कर मेरे पास भेज दिया। उसने मेरी लुंगी में हाथ डाल कर मेरा लण्ड पकड़ लिया। अब जब कोई जवान लड़की लण्ड पकड़ ले तो फिर मैं उसे बिना चोदे रह नहीं सकता। उसके बाद मेरी बेटी उसके अब्बू से चुदवाने लगी। एक दिन मैं अपने दोस्त की बीवी चोद रहा था तो जाने कहाँ से मेरी बेटी भी वहां आ गयी और उसने धोखे से मेरा लण्ड पकड़ लिया। मैंने भी लण्ड उसकी चूत मे पेल दिया। जब तक मुझे मालूम हुआ की ये मेरी बेटी है तब तक बड़ी देर हो चुकी थी। इस तरह मेरी बेटी भी मुझसे खुल गयी और उसकी शादी के बाद मैं उसकी नन्द की बुर लेने लगा, उसकी सास का भोसड़ा चोदने लगा उसकी जेठानी की चूत में लण्ड पेलने लगा। तो इस तरह यार हम लोगों में सब चलता है। चोदा चोदी में सिर्फ लण्ड और चूत का खेल है बाकी सबकी माँ की चूत ?
अब्बू और अब्बू के दोस्तों की बातें सुन कर हम सबकी चूत धधकने लगी। मैं बहुत गरम हो गयी और मेरी अम्मी जान, मेरी खाला जान और उसकी बेटी भी गरम हो गयी। मेरा तो मन हुआ की मैं इन सबके लण्ड अपने अब्बू के सामने ही पकड़ कर अपनी बुर में घुसा लूँ। अपनी माँ की चूत में घुसेड़ दूँ लण्ड । अपनी खाला का भोसड़ा चोद डालूं और चोद डालू उसकी बिटिया की बुर ?
अब्बू के पांचो दोस्त भी बड़े जोश में दिख रहे थे।
मैं आपको एक बात बता दूँ की अब्बू के इन दोस्तों ने कभी मेरे घर ने धावा नहीं बोला। न ही मेरी माँ चोदी न ही मुझे चोदा और न ही मेरे घर वालियों को। इसलिए हम सबकी इच्छा इन लोगों के लण्ड पकड़ने की हो गयी। इनके लण्ड पीने की हो गयी और इनके लण्ड अपनी अपनी चूत में पेलवाने की हो गयी। मेरी अम्मी ने तो मुझे बुलाकर कहा - बुर चोदी सकीना इन लोगों से जाकर कहो कि ये सब मिलकर शब्बीर की बीवी चोदें, शब्बीर की बेटी चोदें, उसकी खाला की बुर चोदें, खाला की बेटी की बुर में लौड़ा पेलें ? अगर इनके लौंड़ों में दम है तो ये सब मिलकर हमें चोद कर मज़ा लें। हमें भी तो मालूम हो की ये जो कह रहें है वो सब सच है। कहीं ये लोग भोसड़ी वाले हमें चूतिया तो नहीं बना रहें हैं। तुम जाओ और इन लोगों को चुदाई के खूब ललकार कर आओ ?
फिर क्या मैं दनदनाती हुई उनके कमरे में घुस गयी और बोली :- आप लोग इतनी देर से गरम गरम बातें कर रहें हैं। एक दूसरे की बीवी, बेटी और बहू चोदने की बात कर रहें हैं पर इनमे से किसी ने शब्बीर की बीवी नहीं चोदी, कभी शब्बीर की बेटी नहीं चोदी। कभी शब्बीर की घर वालियों की बुर में लौड़ा नहीं पेला। क्या तुम लोगों की शब्बीर की घर वालियों की बुर चोदने में गांड फटती है ? क्या तुम लोगों के लौंड़ों में शब्बीर की बीवी, बेटी और बहू चोदने की ताकत नहीं है ? और अगर ताकत है तो फिर चोद के दिखाओ न मादर चोदों ? तुम लोगों ने बातें कर कर के हम लोगों की चूत में आग भर दी है। अब इस आग को बुझायेगा कौन ?
वो सब साले नशे में थे। मेरी बात गौर से सुनते रहे।
उनमे से एक बोला - तो फिर अपनी माँ को भेजो न सकीना ?
मैंने कहा - भेजो नहीं, तुम सब लोग अंदर चलो। मैं तुम सबको अंदर ले चलूंगी और वहीँ पर देखूँगी की तुम लोगों मे कौन असली मरद है और कौन नहीं ?
मैं उन सबको अंदर बड़े कमरे में ले आई। वहां मैंने पहले से ही इंतज़ाम कर लिया था। ये जो पांच दोस्त हैं अब्बू के उनके नाम है राउफ मियां, साजिद मियां, ज़मीर मियां, बासित मियां और रफत मियां। यही लोग अभी अभी बैठे हुए एक दूसरे की बीवी, बेटी, बहू चोदने की बात कर रहे थे। अब देखती हूँ की इनकी चोदने की ताकत कितनी है। उधर मैं थी सकीना, मेरी अम्मी जान नाज़नीन, मेरी खाला जान शमीमा उसकी बेटी नाज़। इत्तिफाक से अभी अभी मेरी भाभी जान भी बाजार से आ गयीं। उसका नाम हैं समीना बेगम। अंदर घुसते ही मैंने राउफ के पैजामे का नाड़ा खोला और अपना हाथ अंदर घुसेड़ दिया। मैं उसका लंडसाहलाने लगी। लण्ड खड़ा होने लगा। तभी अम्मी ने साजिद के पैजामे में हाथ घुसेड़ दिया और खाला ने ज़मीर के पैजामे में। खाला की बेटी नाज़ ने एक हाथ बासित के पैजामे में डाला और दूसरा हाथ रफत के पैजामे में। वह अंदर ही अंदर दो दो लण्ड सहलाने लगी। उधर से समीना भाभी ने मेरे अब्बू की लुंगी में हाथ घुसेड़ कर उसका लौड़ा हिलाने लगी। थोड़ी देर में हम सब अपने अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गईं। हमारी नंगी नंगी चूँचियाँ देख कर सारे मर्दों के लण्ड उछलने लगे।
,तब तक हम सबने अपने अपने साथ के मर्दों को भी नंगा कर दिया। उनके लण्ड साले हमारे हाथ में आकर और टन टना उठे. आज पहली बार हम सब बाहर के मर्दों के लण्ड देख रहीं हैं। अभी तक तो हम लोगों ने अपने अपने कुनबे के मर्दों के ही लण्ड देखे थे। मैं यह भी दावे से कह रही हूँ की इनमे कोई भी लण्ड हमारे कुनबे के लण्ड से नहीं मिलता। सारे लण्ड अलग अलग किसम के थे जिन्हे पकड़ने में मज़ा रहा था। हम सब लण्ड चूमने लगी चाटने लगी लण्ड पीने लगे लण्ड के सुपाड़े के चारों तरफ जबान फिराने लगी। साथ ही साथ उनके पेल्हड़ भी चाटने और चूसने लगीं। इतने में अम्मी ने कहा - अरी बुर चोदी सकीना, तेरी माँ का भोसड़ा ? तेरी माँ की बहन की बुर बहन चोद ? उधर से नाज़ बोली - हाय सकीना तेरी माँ की बिटिया की बुर ? तेरी बहन का लण्ड मादर चोद ? खाला ने कहा - सकीना, तेरी खाला का भोसड़ा चोदूँगी मैं ? मैंने कहा - हाय अल्ला, तेरा भोसड़ा भी चुदेगा खाला जान और तेरी बेटी की गांड भी चोदी जाएगी। तब तक मेरी भाभी बोल पड़ी - सकीना, तेरी माँ की बहू की चूत ? तेरी भाभी की सास का भोसड़ा ? मैंने कहा - हाय दईया तुम तो बड़ी हरामजादी हो गई हो भाभी जान। आज मैं तेरी नन्द की बुर चोदूँगी और चोदूँगी तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ?
अब पूरा माहौल चुदाई के चंगुल में आ गया। लण्ड भी सब साले चूत में घुसने के लिए तड़पने लगे। चूत भी सबकी लण्ड घुसेड़वाने के लिए लपलपाने लगीं । मैं मन में सोंचने लगी की आज मुझे यह देखने को मिलेगा की कैसे एक बहू अपने ससुर से चुदवाती है और कैसे एक ससुर भोसड़ी का अपनी बहू की बुर लेता है ? क्योंकि मेरा ही अब्बू अपनी बहू की बुर चोदने की तैयारी कर चुका है। सबको लण्ड बहुत अच्छे लग रहे थे। तो सबके मुंह से कुछ न कुछ निकल रहा था,,,, क्या मस्त लौड़ा है बहन चोद ये तो मेरी चूत फाड़ डालेगा ,,,, हाय रे इतना प्यारा लौड़ा मैंने पहले कभी देखा ही नहीं ,,,,, वाओ, लौड़ा तो मादर चोद घोड़े के लौड़े की तरफ हिनहिना रहा है ,,,, बाहर वालों के लण्ड इतने अच्छे होतें है यह मुझेआज ही मालूम हुआ ,,,, अब तो मैं बाहर जाकर चुदवाया करूंगी ,,,, ऐसा लौड़ा सामने हो तो चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा आएगा ,,,,, मेरा तो मन है की मैं गांड मरवा लूं अपनी ,,,, मैं तो ये लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा ने पेल दूंगी,,,, खुदा करे की मेरी बेटी को ऐसे ही लण्ड हमेशा मिलते रहें ,,, आज सच में बहुत मज़ा आएगा इन बाहर वालों से चुदवाने में ,,,, ?
हम सब लण्ड मुंह में डाले हुए चूस रही थीं। तभी राउफ ने अपना लण्ड मेरी चूत में टिकाया और एक जोर का धक्का दिया। लण्ड चरचराकर अंदर घुस गया तो मेरी जान निकला गयी। मैं बोली उई माँ फट गयी मेरी बुर बहन चोद। उधर साजिद अंकल मेरी माँ का भोसड़ा चोदने लगा, ज़मीर अंकल ने लण्ड मेरी खाला की चूत में पूरा घुसेड़ दिया , बासित अंकल ने लण्ड नाज़ की बुर में पेला तो वह चिल्ला पड़ी - हाय रे फट गयी मेरी बुर अम्मी जान। देखो भोसड़ी वाले ने एक ही बार में पेल दिया इतना मोटा लण्ड। उधर रफत ने लण्ड नाज़ के मुंह में घुसा दिया। वह लण्ड चूसते हुए बासित से चुदवाने लगी। तब तक अब्बू ने अपना मोटा लण्ड भाभी की चूत में घुसा दिया। मैंने देखा की अब्बू बड़ी मस्ती से अपनी बहू की बुर चोद रहा है। मैंने इस बार पूरी नज़रों से अब्बू का लण्ड देखा। इतना मस्त और खूंखार लौड़ा है अब्बू का जिसे देख कर कोई भी चूत गरमा उठेगी। मेरा मन हुआ की आज मैं अब्बू से खूब चुदवाऊंगी।
कितना प्यारा माहौल था। एक तरफ माँ का भोसड़ा भी चुद रहा था तो दूसरी तरफ बिटिया की बुर भी चुद रही थी ? बहू की बुर में मोटा लण्ड घुसा हुआ था। खाला का भोसड़ा मजे से चुदने लगा था और उसकी बिटिया की
चूत भी चोदी जा रही थी। आज मेरे अब्बू के दोस्तों के लण्ड मेरे घर भर की बुर चोदने में लगें हैं। खुदा करे की ऐसा हर दिन होता रहे और हम लोगों को हर रोज़ बाहर वालों से चुदवाने का मौक़ा मिलता रहें। ये लोग भोसड़ी वाले इसी तरह सबके घर घर जाकर उनकी माँ, बेटी, बहू, बीवी की बुर चोदते है और मज़ा लूटते हैं। जवानी का मज़ा इसी समाज में खूब लिया जाता है यह एक बहुत अच्छी बात है।
एक दिन मैं अपनी फूफी के घर पहुँच गयी।
मेरे पहुँचने के कुछ देर बाद फूफा के दो दोस्त आ गए। दोनों की बीवियां भी थी उनकी बेटियां भी थी और बेटियों के शौहर भी थे। यानी एक फैमिली के चार चार मेंबर। घर में तो मेला लग गया। ८ लोग वो थे. चार लोग फूफी के घर में और फिर मैं। कुल १३ लोग हो गये। फूफी के घर में फूफी फूफा उसकी बेटी और बेटी का शौहर। दारू शुरू हो गयी और फिर बातें भी ,. हम सब एक साथ बैठे थे। मजे की बात यह थी की मुझे छोड़ कर सभी अपनी अपनी बीवी के साथ थे।
एक दिन मेरे अब्बू ने अपने घर पर ही अपने दोस्तों के लिए एक दारू की पार्टी रखी थी। जिसमे अब्बू के कुछ दोस्तों ने भाग लिया। मैं उस पार्टी का इंतजाम कर रही थी। दारु के साथ साथ गोस्त का और भुने हुए गोस्त का भी इन्तज़ाम था। मैंने सारा इंतज़ाम कर दिया था और पार्टी को कामयाब बनाने के लिए जी जान से जुटी थी। अब्बू के सारे दोस्त बहुत पैसे वाले हैं। हम लोग भी पैसे वाले हैं और उच्च घराने को बिलोंग करतें हैं। मेरा अब्बू शब्बीर ज़िन्दगी को अच्छी तरह जीने का शौक़ीन हैं। उसे दो चीज का बड़ा शौक है। एक तो दारू पीने का और दूसरा लड़कियां चोदने का ? मुझे मालूम है की वह मेरे सामने ही लड़कियां चोदने लगता है। दारू पीने के बाद वह बेशर्म हो जाता है। रात में जब वह दारू पीकर लड़कियां चोदता है तो फिर उसके सामने चूत होनी चाहिए और कुछ नहीं ? चूत किसकी है इस बात की वह परवाह नहीं करता। मैं सबको डरो पीला रही थी। अंदर मेरी हेल्प मेरी अम्मी जान कर रहीं थीं। उसके साथ मेरी खाला जान और उसकी बेटी भी लगी थी। हम सब अब्बू के दोस्तों की बातेंभी सुन रहीं थीं। मेरी उम्र २४ साल की है मेरी शादी हो चुकी है। मैं अभी ससुराल से कई लोगों से चुदवाकर कर लौटीं हूँ। खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ, हॉट हूँ और मैं भी अपने अब्बू की तरह अय्यास हूँ। मेरा नाम सकीना है। उधर अब्बू अपने दोस्तों एक साथ दारू पी रहा था कर इधर हम लोग भी अंदर दारू पे रहीं थीं। नशा उन लोगों पर चढ़ रहा था तो नशा हमारे ऊपर भी चढ़ रहा था। फिर अब्बू के दोस्त खुल कर बातें करने लगे।
एक बोला - यार शब्बीर हम बहन चोद रात में किसी नाते रिश्ते को नहीं मानता। मेरे सामने जिसकी भी चूत होती है, मैं उसी में लण्ड पेल देता हूँ। एक बार मैं नशे में था तो मेरे सामने मेरी बहन की बेटी आ गयी। वह भी जवान थी। मैंने उसी को लण्ड पकड़ा दिओया। उसने भी बड़ी मस्ती से मेरा लण्ड पकड़ भी लिया और बोली हाय अल्ला, कितना मोटा और प्यारा लौड़ा है मामू जान तेरा ? उसकी इस बात से मेरा लौड़ा साला आसमान ताकने लगा और फिर उसने खुद अपने कपड़े उतारे दिए। मुझे भी नंगा कर दिया। उसे नंगी देख कर मैं और उत्तेजित हो गया। फिर वह मेरा लण्ड मुंह में भर कर मजे से चूसने लगी। यार सच बताऊँ मुझे उस दिन उसे चोदने में ज़न्नत का मज़ा आया। मैं भूल गया की वह मेरी बहन की बेटी है।
दूसरा बोला - अरे यार ऐसा तो होता ही है। मैं तो कहता हूँ की रात में सामने चाहे बेटी बहू या किसी और की बीवी हो उसे चोदो। मैं तो यही करता हूँ. अभी कल की ही बात है , मैं अपनी साली की बुर ले रहा था। तभी अचानक मेरी बेटी आ गयी। उसने मेरा लण्ड देख लिया। पता नहीं उसे क्या सूझी उसने हाथ बढाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया। बस मैं भी होश गवां बैठा और लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया। तब तक मेरी बीवी मेरी बेटी के मियां का लण्ड पकड़े पकड़े मेरे क]मरे में आ गयी। मेरा जोश दूना हो गया। मैं समझ गया की मेरी बीवी अपने दामाद से चुदवाती है। उस रात फिर हम दोनों ने एक दूसरे की बीवी खूब चोदी क्योंकि मेरे मन में आया की वो मेरी बीवी चोद रहा है तो मैं भी उसकी बीवी चोद रहा हूँ।
तीसरा बोला - यार मैं एक दिन रात में उठा तो सीधे बहू के कमरे चला गया। मैंने उसकी बड़ी बड़ी नंगी चूँचियाँ देखीं तो मेरा लण्ड साला टन टना गया। मैं लुंगी खोल कर उसके आगे एकदम नंगा खड़ा हो गया। मेरा लण्ड खड़ा था. उसने अपनी टांग हटाई तो मुझे उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत दिखाई पड़ गई फिर मैंने दबोच लिया उसने भी लण्ड पकड़ लिया। वह बोली ससुर जी तेरा ये भोसड़ी का लण्ड तो मोटा है। उसकी बात सुनकर मैंने लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया और चूँचियाँ दबाने लगा। वह भी पूरी नंगी और मैं भी पूरा नंगा। मैं उसको चोद रहा था तो वह बोली ससुर जी एक दिन मेरी नन्द की बुर मेरे सामने चोदो। मैंने कहा बिलकुल चोदूंगा तेरी नन्द की बुर। मैं तो तेरी नन्द की खाला की बुर लूंगा तेरी जेठानी की बुर चोदूंगा तेरी माँ का भोसड़ा चोदूंगा। वह बड़े प्यार से बोली तू मादर चोद बहुत बड़ा चोदू आदमी है और तेरा ये लण्ड भोसड़ी का बहुत बड़ा हरामजादा है ससुर जी तेरी बिटिया की बुर ? आज मैं इसे कच्चा चबा जाऊंगी। उसकी गालियां आग में घी का काम कर रहीं थीं और फिर मैंने उसे रात में तीन बार चोदा।
मेरा अब्बू बोला - ठीक किया उसे चोदा। मैं भी अपनी बहू की बुर लेता हूँ। मैं जब अपने दोस्त की बीवी चोदता हूँ तो फिर उसकी बेटी की भी बुर लेता हूँ उसकी बहू की बुर में लण्ड पेलता हूँ और उसकी बहन की चूत में भी। मेरे आगे जो भी आती है मैं उसकी बुर जरूर चोदता हूँ। मजे की बात यह है की वे सब बड़ी मस्ती से चुदवाती हैं। मुझे तो आजतक किसी ने चोदने से मना नहीं किया।
चौथा बोला - यार मना कैसे करेगी ? वो भी बहन चोद बहुत बड़ी अय्यास होतीं हैं। मेरी बीवी और मेरी दोनों बेटियां बहुत बड़ी अय्यास हैं। मैंने अपनी बीवी को पराये मर्दों से चुदवाते हुए देखा है। अपनी बड़ी बेटी को अपने देवर से चुदवाते हुए देखा है और छोटी बेटी को अपने ससुर का लण्ड पीते हुए देखा है। ये बेटियां बहुएं बीवियां सब की सब मादर चोद सबसे चुदवा लेतीं हैं। इन्हें तो हमसे ज्यादा मज़ा आता है।
पांचवा बोला - पहली बात तो यह की मेरी बीवी ने ही मुझे दूसरों की बीवियां चोदना सिखा दिया। उसने कहा था की जब मेरा अब्बू, मेरा भाई सब दूसरों की बीवियां चोदतें हैं तो तुम भी दूसरों की बीवियां चोदा करो। ऐसा कह कर उसने मेरा लण्ड अपनी खाला की बुर में घुसेड़ दिया था। तभी से मैं दूसरों की बीवियां चोदने लगा। मेरी बेटी जब जवान हुई तो उसने एक दिन अपनी सहेली को समझा बुझा कर मेरे पास भेज दिया। उसने मेरी लुंगी में हाथ डाल कर मेरा लण्ड पकड़ लिया। अब जब कोई जवान लड़की लण्ड पकड़ ले तो फिर मैं उसे बिना चोदे रह नहीं सकता। उसके बाद मेरी बेटी उसके अब्बू से चुदवाने लगी। एक दिन मैं अपने दोस्त की बीवी चोद रहा था तो जाने कहाँ से मेरी बेटी भी वहां आ गयी और उसने धोखे से मेरा लण्ड पकड़ लिया। मैंने भी लण्ड उसकी चूत मे पेल दिया। जब तक मुझे मालूम हुआ की ये मेरी बेटी है तब तक बड़ी देर हो चुकी थी। इस तरह मेरी बेटी भी मुझसे खुल गयी और उसकी शादी के बाद मैं उसकी नन्द की बुर लेने लगा, उसकी सास का भोसड़ा चोदने लगा उसकी जेठानी की चूत में लण्ड पेलने लगा। तो इस तरह यार हम लोगों में सब चलता है। चोदा चोदी में सिर्फ लण्ड और चूत का खेल है बाकी सबकी माँ की चूत ?
अब्बू और अब्बू के दोस्तों की बातें सुन कर हम सबकी चूत धधकने लगी। मैं बहुत गरम हो गयी और मेरी अम्मी जान, मेरी खाला जान और उसकी बेटी भी गरम हो गयी। मेरा तो मन हुआ की मैं इन सबके लण्ड अपने अब्बू के सामने ही पकड़ कर अपनी बुर में घुसा लूँ। अपनी माँ की चूत में घुसेड़ दूँ लण्ड । अपनी खाला का भोसड़ा चोद डालूं और चोद डालू उसकी बिटिया की बुर ?
अब्बू के पांचो दोस्त भी बड़े जोश में दिख रहे थे।
मैं आपको एक बात बता दूँ की अब्बू के इन दोस्तों ने कभी मेरे घर ने धावा नहीं बोला। न ही मेरी माँ चोदी न ही मुझे चोदा और न ही मेरे घर वालियों को। इसलिए हम सबकी इच्छा इन लोगों के लण्ड पकड़ने की हो गयी। इनके लण्ड पीने की हो गयी और इनके लण्ड अपनी अपनी चूत में पेलवाने की हो गयी। मेरी अम्मी ने तो मुझे बुलाकर कहा - बुर चोदी सकीना इन लोगों से जाकर कहो कि ये सब मिलकर शब्बीर की बीवी चोदें, शब्बीर की बेटी चोदें, उसकी खाला की बुर चोदें, खाला की बेटी की बुर में लौड़ा पेलें ? अगर इनके लौंड़ों में दम है तो ये सब मिलकर हमें चोद कर मज़ा लें। हमें भी तो मालूम हो की ये जो कह रहें है वो सब सच है। कहीं ये लोग भोसड़ी वाले हमें चूतिया तो नहीं बना रहें हैं। तुम जाओ और इन लोगों को चुदाई के खूब ललकार कर आओ ?
फिर क्या मैं दनदनाती हुई उनके कमरे में घुस गयी और बोली :- आप लोग इतनी देर से गरम गरम बातें कर रहें हैं। एक दूसरे की बीवी, बेटी और बहू चोदने की बात कर रहें हैं पर इनमे से किसी ने शब्बीर की बीवी नहीं चोदी, कभी शब्बीर की बेटी नहीं चोदी। कभी शब्बीर की घर वालियों की बुर में लौड़ा नहीं पेला। क्या तुम लोगों की शब्बीर की घर वालियों की बुर चोदने में गांड फटती है ? क्या तुम लोगों के लौंड़ों में शब्बीर की बीवी, बेटी और बहू चोदने की ताकत नहीं है ? और अगर ताकत है तो फिर चोद के दिखाओ न मादर चोदों ? तुम लोगों ने बातें कर कर के हम लोगों की चूत में आग भर दी है। अब इस आग को बुझायेगा कौन ?
वो सब साले नशे में थे। मेरी बात गौर से सुनते रहे।
उनमे से एक बोला - तो फिर अपनी माँ को भेजो न सकीना ?
मैंने कहा - भेजो नहीं, तुम सब लोग अंदर चलो। मैं तुम सबको अंदर ले चलूंगी और वहीँ पर देखूँगी की तुम लोगों मे कौन असली मरद है और कौन नहीं ?
मैं उन सबको अंदर बड़े कमरे में ले आई। वहां मैंने पहले से ही इंतज़ाम कर लिया था। ये जो पांच दोस्त हैं अब्बू के उनके नाम है राउफ मियां, साजिद मियां, ज़मीर मियां, बासित मियां और रफत मियां। यही लोग अभी अभी बैठे हुए एक दूसरे की बीवी, बेटी, बहू चोदने की बात कर रहे थे। अब देखती हूँ की इनकी चोदने की ताकत कितनी है। उधर मैं थी सकीना, मेरी अम्मी जान नाज़नीन, मेरी खाला जान शमीमा उसकी बेटी नाज़। इत्तिफाक से अभी अभी मेरी भाभी जान भी बाजार से आ गयीं। उसका नाम हैं समीना बेगम। अंदर घुसते ही मैंने राउफ के पैजामे का नाड़ा खोला और अपना हाथ अंदर घुसेड़ दिया। मैं उसका लंडसाहलाने लगी। लण्ड खड़ा होने लगा। तभी अम्मी ने साजिद के पैजामे में हाथ घुसेड़ दिया और खाला ने ज़मीर के पैजामे में। खाला की बेटी नाज़ ने एक हाथ बासित के पैजामे में डाला और दूसरा हाथ रफत के पैजामे में। वह अंदर ही अंदर दो दो लण्ड सहलाने लगी। उधर से समीना भाभी ने मेरे अब्बू की लुंगी में हाथ घुसेड़ कर उसका लौड़ा हिलाने लगी। थोड़ी देर में हम सब अपने अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गईं। हमारी नंगी नंगी चूँचियाँ देख कर सारे मर्दों के लण्ड उछलने लगे।
,तब तक हम सबने अपने अपने साथ के मर्दों को भी नंगा कर दिया। उनके लण्ड साले हमारे हाथ में आकर और टन टना उठे. आज पहली बार हम सब बाहर के मर्दों के लण्ड देख रहीं हैं। अभी तक तो हम लोगों ने अपने अपने कुनबे के मर्दों के ही लण्ड देखे थे। मैं यह भी दावे से कह रही हूँ की इनमे कोई भी लण्ड हमारे कुनबे के लण्ड से नहीं मिलता। सारे लण्ड अलग अलग किसम के थे जिन्हे पकड़ने में मज़ा रहा था। हम सब लण्ड चूमने लगी चाटने लगी लण्ड पीने लगे लण्ड के सुपाड़े के चारों तरफ जबान फिराने लगी। साथ ही साथ उनके पेल्हड़ भी चाटने और चूसने लगीं। इतने में अम्मी ने कहा - अरी बुर चोदी सकीना, तेरी माँ का भोसड़ा ? तेरी माँ की बहन की बुर बहन चोद ? उधर से नाज़ बोली - हाय सकीना तेरी माँ की बिटिया की बुर ? तेरी बहन का लण्ड मादर चोद ? खाला ने कहा - सकीना, तेरी खाला का भोसड़ा चोदूँगी मैं ? मैंने कहा - हाय अल्ला, तेरा भोसड़ा भी चुदेगा खाला जान और तेरी बेटी की गांड भी चोदी जाएगी। तब तक मेरी भाभी बोल पड़ी - सकीना, तेरी माँ की बहू की चूत ? तेरी भाभी की सास का भोसड़ा ? मैंने कहा - हाय दईया तुम तो बड़ी हरामजादी हो गई हो भाभी जान। आज मैं तेरी नन्द की बुर चोदूँगी और चोदूँगी तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ?
अब पूरा माहौल चुदाई के चंगुल में आ गया। लण्ड भी सब साले चूत में घुसने के लिए तड़पने लगे। चूत भी सबकी लण्ड घुसेड़वाने के लिए लपलपाने लगीं । मैं मन में सोंचने लगी की आज मुझे यह देखने को मिलेगा की कैसे एक बहू अपने ससुर से चुदवाती है और कैसे एक ससुर भोसड़ी का अपनी बहू की बुर लेता है ? क्योंकि मेरा ही अब्बू अपनी बहू की बुर चोदने की तैयारी कर चुका है। सबको लण्ड बहुत अच्छे लग रहे थे। तो सबके मुंह से कुछ न कुछ निकल रहा था,,,, क्या मस्त लौड़ा है बहन चोद ये तो मेरी चूत फाड़ डालेगा ,,,, हाय रे इतना प्यारा लौड़ा मैंने पहले कभी देखा ही नहीं ,,,,, वाओ, लौड़ा तो मादर चोद घोड़े के लौड़े की तरफ हिनहिना रहा है ,,,, बाहर वालों के लण्ड इतने अच्छे होतें है यह मुझेआज ही मालूम हुआ ,,,, अब तो मैं बाहर जाकर चुदवाया करूंगी ,,,, ऐसा लौड़ा सामने हो तो चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा आएगा ,,,,, मेरा तो मन है की मैं गांड मरवा लूं अपनी ,,,, मैं तो ये लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा ने पेल दूंगी,,,, खुदा करे की मेरी बेटी को ऐसे ही लण्ड हमेशा मिलते रहें ,,, आज सच में बहुत मज़ा आएगा इन बाहर वालों से चुदवाने में ,,,, ?
हम सब लण्ड मुंह में डाले हुए चूस रही थीं। तभी राउफ ने अपना लण्ड मेरी चूत में टिकाया और एक जोर का धक्का दिया। लण्ड चरचराकर अंदर घुस गया तो मेरी जान निकला गयी। मैं बोली उई माँ फट गयी मेरी बुर बहन चोद। उधर साजिद अंकल मेरी माँ का भोसड़ा चोदने लगा, ज़मीर अंकल ने लण्ड मेरी खाला की चूत में पूरा घुसेड़ दिया , बासित अंकल ने लण्ड नाज़ की बुर में पेला तो वह चिल्ला पड़ी - हाय रे फट गयी मेरी बुर अम्मी जान। देखो भोसड़ी वाले ने एक ही बार में पेल दिया इतना मोटा लण्ड। उधर रफत ने लण्ड नाज़ के मुंह में घुसा दिया। वह लण्ड चूसते हुए बासित से चुदवाने लगी। तब तक अब्बू ने अपना मोटा लण्ड भाभी की चूत में घुसा दिया। मैंने देखा की अब्बू बड़ी मस्ती से अपनी बहू की बुर चोद रहा है। मैंने इस बार पूरी नज़रों से अब्बू का लण्ड देखा। इतना मस्त और खूंखार लौड़ा है अब्बू का जिसे देख कर कोई भी चूत गरमा उठेगी। मेरा मन हुआ की आज मैं अब्बू से खूब चुदवाऊंगी।
कितना प्यारा माहौल था। एक तरफ माँ का भोसड़ा भी चुद रहा था तो दूसरी तरफ बिटिया की बुर भी चुद रही थी ? बहू की बुर में मोटा लण्ड घुसा हुआ था। खाला का भोसड़ा मजे से चुदने लगा था और उसकी बिटिया की
एक दिन मैं अपनी फूफी के घर पहुँच गयी।
मेरे पहुँचने के कुछ देर बाद फूफा के दो दोस्त आ गए। दोनों की बीवियां भी थी उनकी बेटियां भी थी और बेटियों के शौहर भी थे। यानी एक फैमिली के चार चार मेंबर। घर में तो मेला लग गया। ८ लोग वो थे. चार लोग फूफी के घर में और फिर मैं। कुल १३ लोग हो गये। फूफी के घर में फूफी फूफा उसकी बेटी और बेटी का शौहर। दारू शुरू हो गयी और फिर बातें भी ,. हम सब एक साथ बैठे थे। मजे की बात यह थी की मुझे छोड़ कर सभी अपनी अपनी बीवी के साथ थे।
- फूफा ने कहा - हम लोग १२ कपल हैं तो फिर क्यों न बीवियों की अदला बदली हो जाये।
- फूफी ने कहा - अपने दोस्तों से कहो की वो सब एक दूसरे की बीवी भी चोदें और एक दूसरे की बेटी भी चोदें।
- एक दोस्त बोला - हां हां बिलकुल मैं तो कहता हूँ तुम सब मेरी बीवी मेरे सामने चोदो। मेरी बेटी मेरे सामने चोदो। मेरी बहू भी चोदो मैं उसे भी अभी बुला लेता हूँ।
- दूसरा दोस्त बोला - हां हां यार यह सब आज कल बहुत ज्यादा होने लगा है। कल मैं अपने दोस्त से अपनी बीवी अपनी बेटी चुदवाकर आया हूँ। मैंने भी उसकी बीवी और उसकी बेटी खूब जम कर चोदा। आज तुम लोग मेरी बीवी बेटी चोदो।
- फूफी ने कहा - आज तो मेरी बेटी के अलावा मेरी भाभी की बेटी सकीना भी है। इसे भी तुम सब लोग चोदो।
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