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हर रोज़ लण्ड पीती हूँ और सबसे चुदवाती हूँ - Daily lund piti hun aur sabse chudwati hun
हर रोज़ लण्ड पीती हूँ और सबसे चुदवाती हूँ - Daily lund piti hun aur sabse chudwati hun , माँ के सामने चुदने वाली चुदाई की कहानियां , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मैंने कहा - अम्मी जान अब तुम साफ़ साफ़ सुन लो हां मैं लण्ड पीती हूँ, लण्ड पकड़ती हूँ, लण्ड हिलाती हूँ, लण्ड चूमती चाटती और चूसती हूँ, फिर लण्ड का सड़का मारती हूँ और लण्ड पीती हूँ. हर रोज़ लण्ड पीती हूँ और सबके लण्ड पीती हूँ। लण्ड पीना मुझे बहुत अच्छा लगता है और अब मैं और भी लोगो के लण्ड पीना शुरू करूंगी। अब मझे कोई भोसड़ी वाली रोक नहीं सकती। लण्ड पीने से मेरी चूँचियाँ दूनी हो गयीं हैं, मेरे चूतड़ बड़े बड़े हो गएँ हैं, मेरी जांघें मोटी मोटी हो गयीं हैं, मेरी झांटें भी घनी घनी हो गई हैं, मेरे चेहरे में निखार आ गया है, मैं ज्यादा खूबसूरत हो गयी हूँ और अब लड़के मेरी गांड के पीछे ज्यादा घूमने लगें हैं। हर लड़का मुझे अपना लण्ड पकड़ाना चाहता है।
- अम्मी ने कहा - पर बेटी हिबा अभी तू बालिग नहीं हुई है। पूरी तरह जवान नहीं हुई है। अभी से लण्ड मुंह में लेना, लण्ड पीना अच्छी बात नहीं है। थोड़ा और रुको। पूरी उम्र हो जाए तो फिर मैं मना नहीं करूंगी।
- अरे अम्मी जान अब कितना बाकी है ? मैं पूरी तरह जवान हो गई हूँ। मैं १७ साल और ६ महीने की हो चुकी हूँ। मेरी खाला की बेटी मुझसे छोटी है लेकिन वह धकाधक लण्ड पीती है और उसकी अम्मी उसे कभी नहीं मना करतीं। मैंने सुना है की वह अपनी अम्मी के सामने ही लण्ड पीती है। आज लण्ड पीती है तो कल अपनी माँ चुदवायेगी भोसड़ी वाली। मैं बस यूं ही इंतज़ार करती रहूंगी।
- अरे ६ महीने में क्या बिगड़ जायेगा ? थोड़ा इंतज़ार कर ले न ? मैं जानती हूँ की तू बड़ी उतावली है। लण्ड तो हर लड़की को बहुत पसंद है बेटी मगर ये लण्ड मादर चोद बड़ा खतनाक भी होता है। जाने कहाँ कहाँ और कब घुस जाता है और फिर आफत मचाता रहता है। इससे ज्यादा दोस्ती अच्छी नहीं है बेटी समीना।
- अब जवानी में लण्ड से दोस्ती नहीं करुँगी तो किससे करुँगी ? क्या कोई चीज लण्ड की जगह ले सकता है अम्मी जान ?
- नहीं बेटी लण्ड की जगह कोई नहीं ले सकता ? पर चूत की जगह भी कोई नहीं ले सकती ? इसलिए लण्ड और चूत का इस्तेमाल बहुत सोंच समझ करना चाहिए ?
- सोंच समझ कर ही इस्तेमाल कर रही हूँ अम्मी जान। मैं लण्ड चूत में नहीं मुँह में लेती हूँ।
- अरे बेटी लण्ड का कोई भरोषा नहीं कब चूत में गप्प से घुस जायेगा ? किसी को पता भी नहीं चलेगा ? ,
मैं एक प्राइवेट डिग्री कॉलेज से पी. जी. कर रही हूँ। मेरी उम्र २२ साल की है। मैं एक खूबसूरत, हॉट और
बिंदास लड़की हूँ। मैं कॉलेज में सबसे बना कर रखती हूँ। किसी से झगड़ा नहीं करती। किसी को गाली नहीं देती और किसी को परेशान नहीं करती। इसका मतलब यह नहीं की मुझे गालियां देना नहीं आता ? मैं बहुत ज्यादा और बहुत अच्छी अच्छी गालियां दे लेती हूँ पर अपने फ्रेंड सर्किल में ही बस ? मैं आगे नहीं बढती। एक बार का वाकिया मैं आपको बताती हूँ।
एक बार मेरे कॉलेज में एक सर्वे हो रहा हो रहा था। कुछ लड़के माईक लिए हुए लड़कियों से सवाल पूंछ रहे थे। जब वो मेरे पास आये और मुझसे पूंछा - क्या लड़कियां गाली देतीं हैं ? मैंने कहा तुम क्या समझते हो की गाली देना केवल लड़कों का ही अधिकार है ? क्या लड़कियां गाली नहीं दे सकती ? जैसे तुम लोग सबकी माँ बहन चोदते हो वैसे क्या लड़कियां सबकी माँ बहन नहीं चोद सकतीं ? चोदने का काम क्या केवल लड़के ही कर सकते है भोसड़ी वाले लड़कियां नहीं कर सकती ? अरे माँ के लौडों लड़कियां ज्यादा अच्छी तरह से माँ बहन चोद लेतीं हैं। लड़कियों को भी चोदना आता है। गांड का बाजा बजाना आता है, बुर चोदना आता है, लन्ड का तेल निकालना आता है। अभी तुम बहुत बड़े चूतिया हो तुम्हे कुछ नहीं मालूम की लड़कियां क्या क्या कर सकती हैं। लड़कियां अगर मर्दों को ज़न्नत दिखा सकती है तो जहन्नुम भी दिखा सकती हैं। इसलिए लड़कियों से डर कर रहा करो मादर चोदों ? हां मैं गालियां देती हूँ। मादर चोद, भोसड़ी के, माँ के लौड़े, तेरी बहन का लन्ड, तेरी माँ का भोसड़ा, गांडू कहीं का, साला झांटू , तेरा तो उखाड़ लूंगी लन्ड, तेरी गांड में ठोंक दूँगी लन्ड, तेरी बिटिया की बुर साले, तेरी झांटों में लगा दूँगी आग, बेटी चोद आदि गालियां तो मैं देती ही हूँ। लेकिन मेरी सबसे प्रिय गाली है तेरी माँ की चूत। मुझे लड़कों की माँ बहन चोदने में बड़ा मज़ा आता है और मैं अक्सर उनकी माँ बहन चोदती रहती हूँ।
हां मेरे घर में गाली बकने का रिवाज़ है। मेरी अम्मी तो खूब गालियां बकती हैं। वह शराब भी खूब पीती हैं। अब्बा के जबान पर भी गालियां रहतीं हैं। मेरी बड़ी बहन भी गालियां देने का शौक रखतीं हैं। मेरी खाला जान तो बिना गाली के बात ही नहीं करती ? ऐसे माहौल में रह कर भी मेरी आदत गाली देना नहीं है। यह वाकई काबिले तारीफ है।
मेरे घर में शराब पीने का भी काफी चलन है। आदमी हो चाहे औरत, जिसको देखो वही शराब का मज़ा लेता है लेकिन मैं इससे दूर रहती हूँ। खुदा मुझे ऐसे बना के रखे यही मैं खुदा से दुआ करती हूँ। हां एक बात है की मैं कोई दूध की धुली हुई नहीं हूँ। मेरी भी एक बहुत बुरी आदत है। मैं लन्ड पीती हूँ। मुझे लन्ड पीने की आदत है। मेरा बस चले तो मैं दिन में ३/४ लन्ड पियूँ ? खुल कर लन्ड पीने से भी मैं परहेज नहीं करती। मैं किसी का भी लन्ड पी सकती हूँ। मुझे लन्ड पीने में कोई शर्म नहीं आती ? मुझे जब लन्ड पीने का शौक है तो चुदवाने का भी शौक रखती हूँ। मैं खुले आम कहती भी हूँ की मैं पहले लन्ड मुंह में लेती हूँ और फिर बुर में लेती हूँ। मैं झांट दुनियां की परवाह नहीं करती। दुनिया की माँ का भोसड़ा बहन चोद ? जब सब लोग अपनी अपनी आदत से मजबूर हैं तो मैं भी अपनी आदत से मजबूर हूँ। मेरा नाम है हिबा और मैं अपनी ही धुन में रहती हूँ। खूबसूरत हूँ, मस्त हूँ और बिंदास हूँ। मैंने कई लड़कों के लन्ड पीती हूँ। और अब तो धीरे धीरे मैं कुछ टीचरों के भी लन्ड पीने लगी हूँ। मुझे तो हर लन्ड में एक नया स्वाद मिलता है। लन्ड भी नया और उसका स्वाद भी नया ? इसलिए मैं हमेशा नये नये लन्ड की तलास में रहती हूँ।
मेरे एक टीचर है मिस्टर जिमी डिसूजा। उसकी उम्र लगभग ४०/४२ साल की होगी। एकदम मस्त जवान गोरे चिट्टे, हट्टे, कट्टे हैं। मेरा दिल उस पर आ गया। वह इंग्लिश बहुत अच्छी बोलते हैं। इसलिये मैं उससे बहुत प्रभावित हूँ। मैं चाहती हूँ की मैं भी उनकी तरह ही इंग्लिश बोलूं। फिर मैंने मन बना लिया की मैं उनसे इंग्लिश बोलना सीख लूं तो अच्छा रहेगा। इसी मकसद से मैंने उससे एक दिन बात चीत की तो वह मान गये। वह बोले हिबा तुम संडे संडे मेरे घर आ जाया करो मैं तुम्हे पढ़ाता रहूंगा। मैं उनके घर हर संडे को जाने लगी। ३ महीने में मैं थोड़ा बहुत सीख भी गयी। इसी बीच मेरी नजदीकियां बढ़ गयीं। पहले मैं उससे बात करने में थोड़ा झिझकती थी। लेकिन बाद में खुल कर बोलने लगी। और अब ? अब तो मैं खुल्लम खुल्ला कुछ भी बोल देती हूँ। एक दिन मैंने कह दिया सर तेरी बहन चोद जवानी मेरी गांड में दम किये हुए है। तुम मुझे बहुत हॉट लगते हो, सर ? मैं किसी दिन कुछ कर बैठूँ तो बुरा न मानना ?
वो कुछ नहीं बोले बस थोड़ा मुस्कराकर रह गये। मैं जब भी उसके पास जाती थी तो वो मुझे शराब पीते हुए मिलते थे। उसे मालूम है की मैं शराब नहीं पीती तो वह मुझे ऑफर भी नहीं करते थे। मगर एक दिन वह बोले हिबा तुम शराब क्यों नहीं पीती ? मैंने कहा सर मुझे इसका स्वाद अच्छा नहीं लगता। उसने फिर कहा अच्छा एक दिन मेरे साथ थोड़ा पीकर देखो। मैंने कहा नहीं सर मुझे मत पिलाओ। वह बोला तो फिर बोलो तुम क्या पीती हो ? मैंने तपाक से कहा सर मैं लन्ड पीती हूँ। लन्ड पिलाओ तो पी लूंगी। वह मेरी बात सुनकर मुस्कराने लगा। उसने कहा अरे हिबा लन्ड में क्या नशा होता है ? कुछ नशा नहीं ? मैंने कहा अरे सर तुम्हे क्या मालूम की लन्ड में कितना नशा होता है ? सारी दुनिया लन्ड के पीछे भागती है, सर। लन्ड न हो चूत भोसड़ी की क्या करेगी ? शराब का नशा तो थोड़ी देर रहता है पर लन्ड का नशा हमेशा रहता है,सर।
है कोई भोसड़ी वाली दुनिया में जो लन्ड के बिना रह सकती है ? कोई नहीं ? पर शराब के बिना सब लोग रह सकते हैं। उसने कहा तुम बहस बहुत अच्छी तरह कर लेती हो पर थोड़ा पी कर तो देखो। मैंने कहा मैं पहले तेरा लन्ड पियूँगी, सर ? मेरी बहुत दिनों से सर का लन्ड पीने की इच्छा थी। आज मौका मिला तो मैंने खुल कर कह दिया। मैं भी मूड में थी और वह भी मूड में। मैं फिर रुकी नहीं। मैंने हाथ बढ़ाया और उसकी जांघ पर रख दिया। उसने भी मुझे अपनी तरफ खींच कर चुम लिया। मेरे गाल चूमे और मेरी पीठ पर हाथ फेरा फिर मेरी जाँघे भी सहलाने लगे। मेरी हिम्मत बढ़ गयी और उसकी भी। अचानक मेरा हाथ उसके खड़े लन्ड से टकरा गया। तब मेरे मुंह से निकला अरे सर, ये तो बहन चोद खड़ा है। मेरी बात सुनकर उसने मेरी चूंचियां खोल डालीं और उन्हें मसलने लगा। मुझे भी अच्छा लगने लगा। मैंने उसकी बनियाइन उतार दी। बस एक ढीली सी नेकर बची थी। मैंने नेकर के अंदर हाथ डाल दिया। मेरा हाथ लन्ड से टकरा गया।
मैंने लन्ड मुठ्ठी में लिया और बोली वॉवो भोसड़ी का कितना मोटा है लन्ड तेरा सर ? मेरी एक मुठ्ठी में भी नहीं आ रहा। ऐसा कह कर मैंने उसकी नेकर नीचे घसीट दी तो वह पूरा नंगा हो गया मेरे सामने। मैं बड़ी देर तक उसका लन्ड ही देखती रही। लौड़ा बड़ा हॉट लग रहा था और उसकी छोटी छोटी झांटें बड़ी सेक्सी लग रहीं थीं। पेल्हड़ की झांटें बिलकुल साफ़ थी। एकदम चिकने थे पेल्हड़। मैंने पूंछा सर पेल्हड़ इतने चिकने क्यों हैं। वह बोला आजकल लड़कियां पेल्हड़ भी चाटती हैं इसलिए इन्हें चिकना करके रखना पड़ता है। मैंने हाय अल्ला, इसका मतलब तेरा लन्ड कई लड़कियां पीती हैं ? वह बोला लड़कियां ही नहीं, लड़कियों को माँ भी पीती हैं मेरा लन्ड ? मैं लन्ड बड़े प्यार से हिला रही थी तो लन्ड अपने पूरे जोश में आ गया। तब मैंने इंची टेप से लन्ड नापा और बोली बाप रे बाप 8 1/2 " का है तेरा लन्ड साला ? और मोटा भी 5 1/2 " ? ये तो मौलाना हामिद अंकल के लन्ड से भी बड़ा है ? उसने पूंछा की हामिद मौलाना कौन है ?
तब मैंने बताया की ये मेरी कौम का मौलाना है। इसका लन्ड सबसे बड़ा है इसलिए अक्सर लड़कियां / बीवियां / औरतें इसका लन्ड चूमने और चाटने जातीं हैं। मैं भी कभी कभी पीती हूँ उसका लन्ड ? मेरी अम्मी भी उसका लन्ड पसंद करती हैं। अब अगर तेरे लन्ड के बारे इन सबको मालूम हो गया तो वहां कोई नहीं जाएगी। सब भोसड़ी की तेरे पास ही आएंगीं सर ? तेरा लन्ड साला बड़ा बिजी हो जायेगा। ऐसा कह कर मैंने उसे सोफा पर बैठा दिया। मैं भी पूरी नंगी थी और वह भी पूरा नंगा। मैं नीचे जमीन पर बैठ गयी। गर्मी के दिन थे मज़ा आ रहा था। मैं उसकी टांगों के बीच घुस कर उसका लन्ड चूसने लगी। बीच बीच में लन्ड अपनी चूँचियों के बीच डाल लेती और फिर अपनी चूँचियों पर घुमाती। मैं लन्ड की बहुत बड़ी शौक़ीन हूँ। लन्ड से खेलना मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं अपनी जबान लन्ड के टोपा पर खूब मजे से घुमाती रही। फिर वह मुझे बेड रूम में ले गया। मैंने उसे नीचे लिटा दिया और मैं उसके ऊपर उसके मुंह पर अपनी चूत रख कर चढ़ बैठी। मैं आगे झुकी और उसका लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। हम दोनों 69 बन गये। मैंने बालों का जूड़ा बना लिया था। सामने शीशा था उसमे देख देख कर मैं लन्ड चूसने का मज़ा लूटने लगी।
अचानक वह उठा और मुझे पलंग के एक कोने में लिटा दिया। मेरी गांड के नीचे तकिया लगा दी और खुद नीचे खड़ा होकर मेरी चूत पर अपना लन्ड रख दिया। मेरी टांगें उठा कर अपने कंधे पर रख लीं। बस एक जोर का धक्का मारा तो लन्ड सरसराता हुआ घुस गया मेरी चूत में। मैं दर्द से कराह उठी और चिल्ला भी उठी। उई माँ फाड़ डाला मादर चोद ने मेर्री चूत ? मैं तो मर गयी बहन चोद। फट गयी मेरी बुर ? हाय दईया कितना मोटा लौड़ा है भोसड़ी वाले का ? उसके बाद जब लन्ड का आना जाना होने लगा तो फिर मज़ा ही मज़ा आने लगा। सर का लौड़ा साला चिपक कर चूत मे आ जा रहा था। मैंने अधिकतर मुस्लिम लन्ड पेला है अपनी चूत में पर कुछ नॉन मुस्लिम लन्ड से भी चुदवाया है। मुझे सर का नॉन मुस्लिम लन्ड बहुत पसंद आ गया। मैं भी रंडी की तरह चुदवाने लगी। मैं भी धक्के में सहयोग करने लगी। वह मुझे देख कर खुश हुआ। उसकी निगाहें मेरी उछलती हुई चूँचियों पर थीं। मैं और मन लगाकर चुदवाने लगी।
अब तक मेरी चूत लगभग बोल चुकी थी।ढीली होने लगी थी मेरी बुर। और बस एक मिनट में मेरी चूत का काम तमाम हो गया। तभी सर ने कह हिबा अब मैं निकलने वाला हूँ। मैं फ़ौरन घूम गयी और लन्ड मुठ्ठी में लेकर सड़का मारने लगी। नॉन मुस्लिम लन्ड का सड़का मारने में बड़ा मज़ा आता है। बस एक ही मिनट ने लन्ड ने उगल दिया वीर्य मेरे मुंह में। मैं सारा वीर्य पी गयी और लन्ड मुंह में भर लिया।अंदर ही अंदर उसका टोपा चाटने लगी। इस तरह मुझे लन्ड पीने में ज़न्नत का मज़ा आया।
एक दिन मैं अपनी ज़रीना आंटी के घर चली गयी। गर्मी के दिन थे और दिन के ११ बजे थे. आंटी से मेरे बहुत अच्छे सम्बन्ध हैं। उम्र में २०/२२ साल का अंतर है पर हैं वह मेरी दोस्त। हम दोनों खूब खुल कर बातें करतीं हैं। खुलकर गाली गलौज भी करती है और चोदा चोदी की भी बातें करतीं हैं। चुदाई का मज़ा लेने में हम दोनों बराबर हैं। कई दिन हो गए थे उससे मिले हुए। मैंने जैसे ही डोर बेल बजायी तो उसी ने दरवाजा खोला और कहा अरे वाह हिबा तू ? अरे अभी तक तू कहाँ थी भोसड़ी वाली ? इतनी दिनों से अपनी माँ चुदा रही थी क्या ? मैं उसकी बातें सुनकर बहुत खुश हो गयी। मैंने कहा अरे आंटी वाकई बहुत दिन हो गए मुझे आने में ? पर हां इसी बीच मैं अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाती रही, आंटी । फिर हम दोनों के एक ठहाका लगाया। उसने मुझे अंदर कमरे में बैठाया और बातें करने लगी। तब तक दो लड़कियां और आ गयीं। वो भी आंटी के बगल में आकर बैठ गयीं। दोनों ही बड़ी मस्त जवान खूबसूरत और हॉट लड़कियां थीं।
आंटी फिर उन लड़कियों का परिचय करवाने लगीं। वह बोली - ये है रेहाना मेरी बेटी और ये दूसरी वाली है मेरी बहू रेशमा। तुम तो जानती हो की मेरा शौहर दुबई में रहता है। मेरा बेटा भी उसी के साथ है। मेरी बेटी दिल्ली में पढ़ती है और वहीँ कॉलेज के होस्टल में रहती है। अभी आजकल यहाँ आयी हुई है। ये दोनों भी तुम्हारी ही तरह हैं हिबा ? इनसे मेरे सम्बन्ध भी उसी तरह है जैसे हम दोनों के बीच है।
- आंटी बोलती गयी - देखो हिबा ये मेरी बहू है न ये बहन चोद अपनी नन्द की का माँ का भोसड़ा चुदवाती है। बड़े बड़े लन्ड पेलती है उसके भोसड़ा में। बड़ी बेशरम है, बेहाया है ससुरी मेरी बहू। और ये मेरी बेटी रेशमा अपनी भाभी की सास की बुर में लन्ड घुसेड़ती है। खूब मज़ा लेती है उसकी बुर चुदवाने में। ये बुर चोदी कम बेशरम नहीं है।
- हम सब उसकी बातें सुनकर खूब मज़ा ले रही थीं। मैं मन ही मन सोंच रही थी की आंटी देखो कितने मस्त अंदाज़ से अपनी ही बुर चुदवाने की बात कह रहीं हैं। जवानी की मस्ती में जब इसी तरह की बातें होती हैं तो खूब मज़ा आता है।
- तब तक उसकी बहू रेहाना बोली - हिबा अब मेरी बात सुनो। ये मेरी सास है न ? ये अपनी बेटी की भाभी की बुर चोदती है। लन्ड घुसा घुसा के खुलेआम चोदती है उसकी बुर। इसको तो कोई शर्म ही नहीं है। और ये मेरी नन्द ये तो मादर चोद अपनी माँ की बहू की चूत में लन्ड ठोंकती रहती है। अपनी बुर बाद में चुदवाती है पहले उसकी बुर चुदवाती है।
- मैंने सोंचा क्या बात है। आंटी की बहू भी अपनी चूत चुदाने की बात उसी लहज़े में कह रही है जिस लहज़े में आंटी कह रहीं थीं।
- तब तक उसकी बेटी रेशमा बोली - हिबा यार, सच यह है ये मेरी अम्मी अपनी बहू की नन्द की बुर खूब मस्ती से चुदवाती है। एक के बाद एक लन्ड पेलती रहती है उसकी चूत में । इसे कम न समझो हिबा। ये बहुत बड़ी हरामजादी है। और ये मेरी भाभी सबके सामने अपनी सास की बिटिया की बुर में लन्ड घुसाती है। इसे अपनी सास की बिटिया चुदाने में ज़न्नत का मज़ा आता है।
- मैंने फिर सोंचने लगी कि ये तीनो वाकई बड़ी मजेदार हैं। कितनी मस्ती करती होंगी ये तीनो मिलकर। इसे कहतें है ज़िन्दगी ? ऐसे ही जीना चाहिए। इससे तन और मन दोनों हमेशा खुश रहतें हैं। ऐसे माहौल में रहने वाले को और रहने वालियों को कोई बीमारी भी नहीं घेर सकती ?
- फिर आंटी बोली अरे हां हिबा अब बोलो तुम क्या पियोगी ठंडा या गरम ?
- मैंने कहा - मैं गरम पियूँगी आंटी ?
- आंटी ने कहा - अच्छा तो चाय पियोगी की काफ़ी ?
- मैंने कहा - न चाय न काफ़ी ? मैं तो गरमागरम लन्ड पियूँगी, आंटी ?
आंटी बड़ी जोर से खिलखिला कर हंस पड़ीं और फिर हम सब लोग भी। तब आंटी मुझे पीछे के कमरे में ले गयीं। मैं जैसे ही कमरे में घुसी तो मैंने देखा की वहां ५/६ लड़के एकदम नंगे बैठे हुए हैं। सामने टी वी पर एक ब्लू फिल्म चल रही है। आवाज़ म्यूट है। वो सब भोसड़ी वाले अपना अपना लन्ड सहला सहला कर फिल्म देख रहें हैं। उन्हें देख कर मेरी चूत की आग और भड़क गयी। टन टनाते हुए इतने लन्ड देख कर मेरी लार टपकने लगी। मैं ललचा भी गयीऔर जबरदस्त चुदासी भी हो गयी। तब तक आंटी बोली - बोलो हिबा कौन सा लन्ड पियोगी पहले ? मेरे पीछे रेहाना और रेशमा भी थीं। मैंने सारे लौड़ों पर नज़र दौड़ाई और फिर हाथ बढ़ाकर दो लन्ड पकड़ लिया। तब तक रेशमा ने मेरे कपड़े उतार कर मुझे एकदम नंगी कर दिया।
मैंने फिर देखा की मेरे साथ आंटी भी नंगी नंगी लन्ड पी रहीं हैं । मेरे सामने रेशमा और रेहाना भी अपने सारे कपड़े खोल कर एकदम नंग धड़ंग लन्ड पीने में जुटीं हैं।
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