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पिकनिक में लंड और चूत की जोरदार चुदाई - Picnik me lund aur chut ki jordar chudai
पिकनिक में लंड और चूत की जोरदार चुदाई - Picnik me lund aur chut ki jordar chudai , पिकनिक में ले जाकर चोद दी , मौज मस्ती के चक्कर में चुद गई , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
अब तुम सब लोग बड़े ध्यान से सुनो मेरी बातें। कहने को तो मैं तुम सब लोगों को यहाँ पिकनिक मनाने के लिये लाई हूँ पर यह बात सच नहीं है ? सच यह है की मैं तुम सबको यहाँ लण्ड चोदने के लिए और बुर चोदने के लिए लाई हूँ। पिकनिक तो एक बहाना नहीं हमें तो सबसे चुदवाना है। पिकनिक में जी भर के जीना है, हमें तो सबके लन्ड पीना है। पिकनिक में नंगी रहूंगी, आप सबका लंड पियूँगी। लड़के जितने पिकनिक में आये हैं, वो सब लड़कियां चोदने आये हैं । चूँचियों से खेलेगें और सबकी चूत में लन्ड पेलने आये हैं । पिकनिक तो बहाना है, हमें तो लण्ड सबकी बुर में घुसाना है। यही हम सबका कहना है। यहाँ दो दिन तक नॉन स्टॉप होगी चोदा चोदी ? लड़के और लड़कियां पूरे दो दिन तक रहेंगीं नंगी नंगी। न मैं कपड़े पहनूंगी और न किसी को पहनने दूँगी। गालियों से ही होगी बात चीत। लड़कों की माँ का भोसड़ा - लड़कियों की माँ की चूत ? मैंने तो अपनी बात खुल कर कह दी। अब तुम अपने अपने मन की बात बताओ।
शीला - हाय कविता मेम, आपने तो मेरे मुंह की बात छीन ली। मैं पिकनिक में चुदवाने ही आयी हूँ। मैं बहुत दिनों से अपने कॉलेज के लड़कों से चुदवाने के लिए सोंच रही थी। आज मेरी तमन्ना पूरी होगी ?
फ़िरोज़ा - हां मेम, मुझे तो लन्ड चाटना और लन्ड पीना बड़ा अच्छा लगता है। मेरी भी यही इच्छा है की मैं भले ही सबसे चुदवा न पाऊं पर नंगी नंगी लण्ड सबके पकड़ूँ, पकड़ कर हिलाऊँ और मुठ्ठ मार कर लण्ड पियूं। मेरे कुनबे के लोग आकर सीधे लन्ड चूत में घुसा देते हैं और चोद कर चले जातें हैं। मैंने तो कई ऐसे लोगों के लन्ड देखें ही नहीं जो मुझे चोदतें हैं। इसलिए मैं सबके लन्ड से खेलना चाहती हूँ।
पूजा - मैं तो अपने पूरे नंगे बदन पर लन्ड घुमाना चाहती हूँ। एक नहीं दो दो / तीन तीन लन्ड से मस्ती करना चाहती हूँ। मेरी आँखों के सामने अगर ३/४ लन्ड हो तो मेरी चूत की आग बहुत ज्यादा भड़क उठती है। मैं इन दो दिनों सबके लण्ड का मज़ा लूंगी बाकी दूँ दुनिया की माँ की चूत। मुझे पोर्न फिल्म में सबसे ज्यादा 'गैंग बैंग' अच्छा लगता है जहां एक लड़की ४/५ लड़कों से एक साथ चुदवाती है।
रेनू - यार मुझे थोड़ा थोड़ा गांड मरवाने की भी आदत है। मैं यहाँ कुछ लड़कों के लण्ड अपनी गांड में भी पेलूँगी। मुझे लन्ड पर चढ़ कर लन्ड चोदने का ज्यादा मन है। मैं यहाँ सबके लन्ड चोदूँगी।
दोस्तों, मैं कविता हूँ और मैं इस कॉलेज के पिछले ५ साल से पढ़ा रही हूँ। हमारे कॉलेज में एम् बी ए की पढ़ाई होती है और लड़के लड़कियां साथ साथ पढ़तीं हैं। कॉलेज में मेरी पकड़ बहुत अच्छी है। जो मैं कहती हूँ वही होता है। टीचर भी मेरी बात सुनते हैं और स्टूडेंट्स भी। मैं सच में एक मशहूर टीचर हूँ। पर असली बात यह है की मैं मादर चोद बहुत बड़ी हरामजादी हूँ। बहुत बड़ी बुर चोदी और भोसड़ी वाली हूँ। मेरी उम्र ३० साल की है। मैं खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ और हॉट हूँ. मैं कपड़े भी बड़े सेक्सी पहनती हूँ। अधिक तर जींस और टॉप में रहती हूँ। टॉप तो अक्सर मैं बिना ब्रा के पहनती हूँ। मेरी बड़ी बड़ी चूँचियों पर लड़कों की नज़र रहती है। मुझे लड़के बहुत अच्छे लगते हैं और लड़कों से ज्यादा उनके लण्ड अच्छे लगते हैं। मैं हमेशा लण्ड का शिकार करती रहती हूँ। बढ़िया बढ़िया हैंडसम स्मार्ट और अच्छे कद काठी वाले लड़कों को छांट लेती हूँ फिर उन्हें धीरे धीरे अपने घर बुलाती हूँ उनसे बड़ी सेक्सी अदा से मुस्कराकर मुस्कराकर बातें करती हूँ, बीच बीच में अपनी मस्त मस्त चूँचियाँ दिखाती रहती हूँ और फिर एक दिन मौक़ा पाकर उसका लण्ड पकड़ लेती हूँ। लण्ड हाथ में आते ही वह मेरा गुलाम हो जाता है। क्योंकि मैं फिर तुरंत नंगी हो जाती हूँ। उसे अपने नंगा बदन दिखा देती हूँ।
वह भी बड़ी बड़ी चूँचियाँ, बड़े बड़े मस्त चूतड़, मेरी सेक्सी गांड, एक मस्त छोटी छोटी झाटों वाली चूत देख कर जोश में आ जाता है। उसका हाथ अपने आप मेरी चूँचियों पर चला जाता है और फिर उसके लण्ड पर मेरा कब्ज़ा हो जाता है। मैं पहले लण्ड मुंह में लती हूँ, चाटती हूँ, चूसती हूँ और फिर आहिस्ते आहिस्ते उसे अपनी चूत में घुसेड़ लेती हूँ। वह ऐसी दशा में चोदने के लिए मजबूर हो जाता है। फिर तो वह बिना चोदे मुझे छोड़ता ही नहीं। तो यह है मेरी रणनीति और इसी की बदौलत मैं कई लड़को के लण्ड पकड़ चुकी हूँ और कई लोगों के लण्ड पकड़ती रहती हूँ।
अब मैं बताती हूँ की मैंने सबसे पहले लड़के का लण्ड कैसे और कब पकड़ा ?
वह इतवार का दिन था। मैं बाथ रूम में। तभी किसी ने डोर बेल बजा दी। मैं बाथ रूम से बाहर निकली। मैंने अपना पेटीकोट अपनी चूँचियों तक पहन लिया। नीचे मेरी टांगें कुछ जरूर खुली रहीं। मेरे बालों से पानी टपक रहा था। आयी और दरवाजा खोल दिया तो देखा की सामने रोहन खड़ा है। मैंने उसे अंदर बैठाया। वह मुझे देख कर थोड़ा स्तब्ध रह गया। वह भी मुझे बड़ा स्मार्ट लग रहा था। मैं वहीं सोफा पर टांग पर टांग रख कर बैठ गयी। मेरी मोटी मोटी जांघें उसे दिख रहीं थीं। मैं नहाकर आई थी इसलिए फ्रेश दिख रही थी। मैंने अपने बालों को झटका और कहा हां बोलो रोहन क्या काम है ? उसने कहा नहीं मेम कोई ख़ास काम नहीं है। आपसे मिलाने का मन हुआ तो चला आया। मैंने पूंछा अच्छा बोलो क्या पियोगे ठंडा या गरम ? हार्ड या सॉफ्ट ?
वह कुछ बोला नहीं तब मैंने कहा यार आज तुम मेरे साथ ड्रिंक्स ले लो ? बस मैं उठी और दो ड्रिंक्स बनाकर ले आई एक उसे दिया और एक मैंने लिया। हमने चियर्स कहा और पीने लगे। मैंने कहा रोहन देखो मैं घर पर केवल कविता हूँ मेम नहीं। यहाँ मैं तुम्हारी दोस्त हूँ। खुल कर बात करो कोई शर्म नहीं कोई झिझक नहीं ? वह बोला आप बहुत अच्छी लग रही हैं। मैंने कहा मुझमे क्या अच्छा लग रहा है तुम्हे ? वह बोला सब कुछ। ऐसा कुछ भी नहीं जो अच्छा न लगता हो ? मैंने कहा मुझे भी तुम अच्छे लग रहे हो ? वैसे भी तुम हैंडसम हो, स्मार्ट हो, तंदुरुस्त हो तुम पर तो बहुत सारी लड़कियां मरती होगीं। वह बोला मुझे तो नहीं मालूम कविता मेम ? मैंने मुस्कराकर कहा कविता मेम की माँ की चूत ? कविता मेम की बहन की बुर ? तुम मुझे सिर्फ कविता कहो मेम नहीं ? मेम मैं केवल कॉलेज में हूँ घर पर नहीं।
मैंने जानबूझ कर मुंह से गालियां निकाली ताकि उसकी शर्म ख़तम हो जाए और उसके लण्ड में गर्मी आ जाये। मेरी नियत उसके लण्ड पर ख़राब हो चुकी थी। मैंने ठान लिया की आज मैं इसका लौड़ा पकड़ कर ही दम लूंगी। मैं धीरे धीरे उसके अंदर गर्मी भरने लगी। इधर मैंने अपने पेटीकोट का नाड़ा भी ढीला कर दिया तो मेरी मस्त चूँचियाँ झाँकने लगी। रोहन की नज़रें बार बार मेरी चूँचियाँ देख रहीं थीं। मैं समझ गयी की धीरे धीरे असर हो रहा है।
मैंने पूंछा रोहन सच बताओ की तुमने अभी तक कितनी लड़कियों की ली है ? वह कुछ शर्मा गया। मुंह नीचे कर लिया और बोला कुछ नहीं। मैंने कहा अरे भोसड़ी के लड़कियों की तरह शर्मा क्यों रहे हो ? मरद हो तो सर उठा के बात करो। तेरे पास 'लण्ड' है न 'चूत' तो नहीं है ? मेरे मुंह से 'लण्ड' सुनते ही उसे जोश में आ गया। वह बोला हां हां यार मैं मरद हूँ कोई लड़की नहीं हूँ। मैंने भी जोश में कहा - मरद हो तो लण्ड दिखाओ मुझे अपना ?
ऐसा कह कर मैंने बड़ी बेशर्मी से उसका लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबा दिया। मुझे लगा की लण्ड खड़ा है तब मैंने कहा इसे आज़ाद करो न यार ? इधर मेरा पेटीकोट तो पूरा खुल गया। मेरी दोनों चूँचियाँ उसके सामने नंगी हो गईं। उसके निपल्स तन गये और फिर वह अपने आपको रोक नहीं पाया। उसका हाथ मेरी चूँचियों तक पहुँच ही गया। फिर क्या मैंने उसकी पैंट खोल दी। उसकी कमीज बनियाइन सब उतार दिया और आखिर में उसकी चड्ढी भी खोल डाली। उसका नंगा लण्ड मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने लण्ड पकड़ा और मुस्कराकर कहा अरे ये तो भोसड़ी का पहले से ही खड़ा है यार ? इसका मतलब तुम मेरी बुर लेना चाहते हो ? मैं जैसे ही खड़ी हुई वैसे ही मेरा पेटीकोट नीचे गिर पड़ा और मैं बिलकुल नंगी हो गयी। मेरी चूत एकदम चिकनी थी क्योंकि आज ही मैंने अपनी झांटें बनाई थीं।
उसका एक हाथ मेरी चूत पर भी चला गया। मैं लण्ड घुमा घुमा कर चारों तरफ से देखने लगी। कॉलेज ज्वाइन करने के बाद यह मेरा पहला लण्ड था जो मेरी आँखों के सामने टनटना रहा था। मैंने कहा यार रोहन लण्ड तो बड़ा प्यारा है तेरा ? मेरा दिल इस पर आ गया है। मुझे ऐसे ही मोटे और सख्त लण्ड पसंद हैं। अब तू यह बता मुझे की इसे लौड़े को कितनी लड़कियां पकड़ चुकी हैं ? वह बोला अभी तक तो केवल दो लड़कियों ने ही पकड़ा है एक तो सीमा और दूसरी निकिता। ये दोनों मेरे ही क्लास में हैं लेकिन चुदवाया किसी ने नहीं। मैंने फिर पूंछा तो क्या फिर मुठ्ठ मार कर लण्ड पिया लण्ड इन दोनों ने ? वह बोला हां मुठ्ठ मार कर ही पिया लण्ड। मैं तो बड़ा हैरान हुआ की जब लड़कियों ने मेरा झड़ता हुआ लण्ड चाटा। मैंने फिल्मों में ऐसा होते हुए देखा था तो यकीन नहीं होता था की कोई लड़की झड़ता हुआ लण्ड चाटती होगी ? मगर जब सीमा और निकिता ने मेरा लण्ड चाटा तो यकीन हो गया।
मैंने कहा यार आजकल सब कुछ बदल गया है। आजकल की लड़कियां लण्ड खुलते ही अपना मुंह फैला देती हैं। आजकल लण्ड चूसने और लण्ड पीने का जबरदस्त रिवाज़ है। हर लड़की बहन चोद हर लड़के का लण्ड पीना चाहती है। जैसे मैं पी रही हूँ तेरा लण्ड। ऐसा कह कर मैं उसका सड़का मारने लगी। मुझे लण्ड का सड़का मारने में बड़ा मज़ा आता है। मैं बीच बीच में लौड़ा अपनी चूँचियों में भी डालने लगी। लेकिन उसका लण्ड देर तक ठहर न सका। वह भल्ल से झड़ गया और मैं झड़ता हुआ लण्ड पी गयी. एक एक बूँद पी गई और फिर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। वह बोला यार मैं जल्दी झड़ गया। मैंने कहा बेटा पहली बार ऐसा ही होता है। अगली बार तुम मुझे चोद कर झड़ोगे। अब कल शाम को ५ बजे आना मुझे चोदने। उसके बाद तो लण्ड पीने माँ सिलसिला चलता रहा।
मैं एक के बाद एक हैंडसम लड़के से चुदवाती रही और उनका लण्ड पीती रही। इसी बीच मैंने कुछ लड़के और लड़कियां चुन लिया। फ़िरोज़ा नाम की लड़की मुझे बहुत अच्छी लगी। वह बोल्ड भी थी, खूबसूरत भी और गालियां देने में माहिर भी थी। मैंने उसकी गालियां सुनी तो मज़ा आ गया। मैंने उसे अगले संडे को घर बुला लिया। वह आ भी गयी। मैंने उसे ड्रिंक्स ऑफर की और वह मेरे साथ शराब पीने लगी। फिर मैंने बातें शुरू कर दीं।
अब तुम सब लोग बड़े ध्यान से सुनो मेरी बातें। कहने को तो मैं तुम सब लोगों को यहाँ पिकनिक मनाने के लिये लाई हूँ पर यह बात सच नहीं है ? सच यह है की मैं तुम सबको यहाँ लण्ड चोदने के लिए और बुर चोदने के लिए लाई हूँ। पिकनिक तो एक बहाना नहीं हमें तो सबसे चुदवाना है। पिकनिक में जी भर के जीना है, हमें तो सबके लन्ड पीना है। पिकनिक में नंगी रहूंगी, आप सबका लंड पियूँगी। लड़के जितने पिकनिक में आये हैं, वो सब लड़कियां चोदने आये हैं । चूँचियों से खेलेगें और सबकी चूत में लन्ड पेलने आये हैं । पिकनिक तो बहाना है, हमें तो लण्ड सबकी बुर में घुसाना है। यही हम सबका कहना है। यहाँ दो दिन तक नॉन स्टॉप होगी चोदा चोदी ? लड़के और लड़कियां पूरे दो दिन तक रहेंगीं नंगी नंगी। न मैं कपड़े पहनूंगी और न किसी को पहनने दूँगी। गालियों से ही होगी बात चीत। लड़कों की माँ का भोसड़ा - लड़कियों की माँ की चूत ? मैंने तो अपनी बात खुल कर कह दी। अब तुम अपने अपने मन की बात बताओ।
शीला - हाय कविता मेम, आपने तो मेरे मुंह की बात छीन ली। मैं पिकनिक में चुदवाने ही आयी हूँ। मैं बहुत दिनों से अपने कॉलेज के लड़कों से चुदवाने के लिए सोंच रही थी। आज मेरी तमन्ना पूरी होगी ?
फ़िरोज़ा - हां मेम, मुझे तो लन्ड चाटना और लन्ड पीना बड़ा अच्छा लगता है। मेरी भी यही इच्छा है की मैं भले ही सबसे चुदवा न पाऊं पर नंगी नंगी लण्ड सबके पकड़ूँ, पकड़ कर हिलाऊँ और मुठ्ठ मार कर लण्ड पियूं। मेरे कुनबे के लोग आकर सीधे लन्ड चूत में घुसा देते हैं और चोद कर चले जातें हैं। मैंने तो कई ऐसे लोगों के लन्ड देखें ही नहीं जो मुझे चोदतें हैं। इसलिए मैं सबके लन्ड से खेलना चाहती हूँ।
पूजा - मैं तो अपने पूरे नंगे बदन पर लन्ड घुमाना चाहती हूँ। एक नहीं दो दो / तीन तीन लन्ड से मस्ती करना चाहती हूँ। मेरी आँखों के सामने अगर ३/४ लन्ड हो तो मेरी चूत की आग बहुत ज्यादा भड़क उठती है। मैं इन दो दिनों सबके लण्ड का मज़ा लूंगी बाकी दूँ दुनिया की माँ की चूत। मुझे पोर्न फिल्म में सबसे ज्यादा 'गैंग बैंग' अच्छा लगता है जहां एक लड़की ४/५ लड़कों से एक साथ चुदवाती है।
रेनू - यार मुझे थोड़ा थोड़ा गांड मरवाने की भी आदत है। मैं यहाँ कुछ लड़कों के लण्ड अपनी गांड में भी पेलूँगी। मुझे लन्ड पर चढ़ कर लन्ड चोदने का ज्यादा मन है। मैं यहाँ सबके लन्ड चोदूँगी।
दोस्तों, मैं कविता हूँ और मैं इस कॉलेज के पिछले ५ साल से पढ़ा रही हूँ। हमारे कॉलेज में एम् बी ए की पढ़ाई होती है और लड़के लड़कियां साथ साथ पढ़तीं हैं। कॉलेज में मेरी पकड़ बहुत अच्छी है। जो मैं कहती हूँ वही होता है। टीचर भी मेरी बात सुनते हैं और स्टूडेंट्स भी। मैं सच में एक मशहूर टीचर हूँ। पर असली बात यह है की मैं मादर चोद बहुत बड़ी हरामजादी हूँ। बहुत बड़ी बुर चोदी और भोसड़ी वाली हूँ। मेरी उम्र ३० साल की है। मैं खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ और हॉट हूँ. मैं कपड़े भी बड़े सेक्सी पहनती हूँ। अधिक तर जींस और टॉप में रहती हूँ। टॉप तो अक्सर मैं बिना ब्रा के पहनती हूँ। मेरी बड़ी बड़ी चूँचियों पर लड़कों की नज़र रहती है। मुझे लड़के बहुत अच्छे लगते हैं और लड़कों से ज्यादा उनके लण्ड अच्छे लगते हैं। मैं हमेशा लण्ड का शिकार करती रहती हूँ। बढ़िया बढ़िया हैंडसम स्मार्ट और अच्छे कद काठी वाले लड़कों को छांट लेती हूँ फिर उन्हें धीरे धीरे अपने घर बुलाती हूँ उनसे बड़ी सेक्सी अदा से मुस्कराकर मुस्कराकर बातें करती हूँ, बीच बीच में अपनी मस्त मस्त चूँचियाँ दिखाती रहती हूँ और फिर एक दिन मौक़ा पाकर उसका लण्ड पकड़ लेती हूँ। लण्ड हाथ में आते ही वह मेरा गुलाम हो जाता है। क्योंकि मैं फिर तुरंत नंगी हो जाती हूँ। उसे अपने नंगा बदन दिखा देती हूँ।
वह भी बड़ी बड़ी चूँचियाँ, बड़े बड़े मस्त चूतड़, मेरी सेक्सी गांड, एक मस्त छोटी छोटी झाटों वाली चूत देख कर जोश में आ जाता है। उसका हाथ अपने आप मेरी चूँचियों पर चला जाता है और फिर उसके लण्ड पर मेरा कब्ज़ा हो जाता है। मैं पहले लण्ड मुंह में लती हूँ, चाटती हूँ, चूसती हूँ और फिर आहिस्ते आहिस्ते उसे अपनी चूत में घुसेड़ लेती हूँ। वह ऐसी दशा में चोदने के लिए मजबूर हो जाता है। फिर तो वह बिना चोदे मुझे छोड़ता ही नहीं। तो यह है मेरी रणनीति और इसी की बदौलत मैं कई लड़को के लण्ड पकड़ चुकी हूँ और कई लोगों के लण्ड पकड़ती रहती हूँ।
अब मैं बताती हूँ की मैंने सबसे पहले लड़के का लण्ड कैसे और कब पकड़ा ?
वह इतवार का दिन था। मैं बाथ रूम में। तभी किसी ने डोर बेल बजा दी। मैं बाथ रूम से बाहर निकली। मैंने अपना पेटीकोट अपनी चूँचियों तक पहन लिया। नीचे मेरी टांगें कुछ जरूर खुली रहीं। मेरे बालों से पानी टपक रहा था। आयी और दरवाजा खोल दिया तो देखा की सामने रोहन खड़ा है। मैंने उसे अंदर बैठाया। वह मुझे देख कर थोड़ा स्तब्ध रह गया। वह भी मुझे बड़ा स्मार्ट लग रहा था। मैं वहीं सोफा पर टांग पर टांग रख कर बैठ गयी। मेरी मोटी मोटी जांघें उसे दिख रहीं थीं। मैं नहाकर आई थी इसलिए फ्रेश दिख रही थी। मैंने अपने बालों को झटका और कहा हां बोलो रोहन क्या काम है ? उसने कहा नहीं मेम कोई ख़ास काम नहीं है। आपसे मिलाने का मन हुआ तो चला आया। मैंने पूंछा अच्छा बोलो क्या पियोगे ठंडा या गरम ? हार्ड या सॉफ्ट ?
वह कुछ बोला नहीं तब मैंने कहा यार आज तुम मेरे साथ ड्रिंक्स ले लो ? बस मैं उठी और दो ड्रिंक्स बनाकर ले आई एक उसे दिया और एक मैंने लिया। हमने चियर्स कहा और पीने लगे। मैंने कहा रोहन देखो मैं घर पर केवल कविता हूँ मेम नहीं। यहाँ मैं तुम्हारी दोस्त हूँ। खुल कर बात करो कोई शर्म नहीं कोई झिझक नहीं ? वह बोला आप बहुत अच्छी लग रही हैं। मैंने कहा मुझमे क्या अच्छा लग रहा है तुम्हे ? वह बोला सब कुछ। ऐसा कुछ भी नहीं जो अच्छा न लगता हो ? मैंने कहा मुझे भी तुम अच्छे लग रहे हो ? वैसे भी तुम हैंडसम हो, स्मार्ट हो, तंदुरुस्त हो तुम पर तो बहुत सारी लड़कियां मरती होगीं। वह बोला मुझे तो नहीं मालूम कविता मेम ? मैंने मुस्कराकर कहा कविता मेम की माँ की चूत ? कविता मेम की बहन की बुर ? तुम मुझे सिर्फ कविता कहो मेम नहीं ? मेम मैं केवल कॉलेज में हूँ घर पर नहीं।
मैंने जानबूझ कर मुंह से गालियां निकाली ताकि उसकी शर्म ख़तम हो जाए और उसके लण्ड में गर्मी आ जाये। मेरी नियत उसके लण्ड पर ख़राब हो चुकी थी। मैंने ठान लिया की आज मैं इसका लौड़ा पकड़ कर ही दम लूंगी। मैं धीरे धीरे उसके अंदर गर्मी भरने लगी। इधर मैंने अपने पेटीकोट का नाड़ा भी ढीला कर दिया तो मेरी मस्त चूँचियाँ झाँकने लगी। रोहन की नज़रें बार बार मेरी चूँचियाँ देख रहीं थीं। मैं समझ गयी की धीरे धीरे असर हो रहा है।
मैंने पूंछा रोहन सच बताओ की तुमने अभी तक कितनी लड़कियों की ली है ? वह कुछ शर्मा गया। मुंह नीचे कर लिया और बोला कुछ नहीं। मैंने कहा अरे भोसड़ी के लड़कियों की तरह शर्मा क्यों रहे हो ? मरद हो तो सर उठा के बात करो। तेरे पास 'लण्ड' है न 'चूत' तो नहीं है ? मेरे मुंह से 'लण्ड' सुनते ही उसे जोश में आ गया। वह बोला हां हां यार मैं मरद हूँ कोई लड़की नहीं हूँ। मैंने भी जोश में कहा - मरद हो तो लण्ड दिखाओ मुझे अपना ?
ऐसा कह कर मैंने बड़ी बेशर्मी से उसका लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबा दिया। मुझे लगा की लण्ड खड़ा है तब मैंने कहा इसे आज़ाद करो न यार ? इधर मेरा पेटीकोट तो पूरा खुल गया। मेरी दोनों चूँचियाँ उसके सामने नंगी हो गईं। उसके निपल्स तन गये और फिर वह अपने आपको रोक नहीं पाया। उसका हाथ मेरी चूँचियों तक पहुँच ही गया। फिर क्या मैंने उसकी पैंट खोल दी। उसकी कमीज बनियाइन सब उतार दिया और आखिर में उसकी चड्ढी भी खोल डाली। उसका नंगा लण्ड मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने लण्ड पकड़ा और मुस्कराकर कहा अरे ये तो भोसड़ी का पहले से ही खड़ा है यार ? इसका मतलब तुम मेरी बुर लेना चाहते हो ? मैं जैसे ही खड़ी हुई वैसे ही मेरा पेटीकोट नीचे गिर पड़ा और मैं बिलकुल नंगी हो गयी। मेरी चूत एकदम चिकनी थी क्योंकि आज ही मैंने अपनी झांटें बनाई थीं।
उसका एक हाथ मेरी चूत पर भी चला गया। मैं लण्ड घुमा घुमा कर चारों तरफ से देखने लगी। कॉलेज ज्वाइन करने के बाद यह मेरा पहला लण्ड था जो मेरी आँखों के सामने टनटना रहा था। मैंने कहा यार रोहन लण्ड तो बड़ा प्यारा है तेरा ? मेरा दिल इस पर आ गया है। मुझे ऐसे ही मोटे और सख्त लण्ड पसंद हैं। अब तू यह बता मुझे की इसे लौड़े को कितनी लड़कियां पकड़ चुकी हैं ? वह बोला अभी तक तो केवल दो लड़कियों ने ही पकड़ा है एक तो सीमा और दूसरी निकिता। ये दोनों मेरे ही क्लास में हैं लेकिन चुदवाया किसी ने नहीं। मैंने फिर पूंछा तो क्या फिर मुठ्ठ मार कर लण्ड पिया लण्ड इन दोनों ने ? वह बोला हां मुठ्ठ मार कर ही पिया लण्ड। मैं तो बड़ा हैरान हुआ की जब लड़कियों ने मेरा झड़ता हुआ लण्ड चाटा। मैंने फिल्मों में ऐसा होते हुए देखा था तो यकीन नहीं होता था की कोई लड़की झड़ता हुआ लण्ड चाटती होगी ? मगर जब सीमा और निकिता ने मेरा लण्ड चाटा तो यकीन हो गया।
मैंने कहा यार आजकल सब कुछ बदल गया है। आजकल की लड़कियां लण्ड खुलते ही अपना मुंह फैला देती हैं। आजकल लण्ड चूसने और लण्ड पीने का जबरदस्त रिवाज़ है। हर लड़की बहन चोद हर लड़के का लण्ड पीना चाहती है। जैसे मैं पी रही हूँ तेरा लण्ड। ऐसा कह कर मैं उसका सड़का मारने लगी। मुझे लण्ड का सड़का मारने में बड़ा मज़ा आता है। मैं बीच बीच में लौड़ा अपनी चूँचियों में भी डालने लगी। लेकिन उसका लण्ड देर तक ठहर न सका। वह भल्ल से झड़ गया और मैं झड़ता हुआ लण्ड पी गयी. एक एक बूँद पी गई और फिर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। वह बोला यार मैं जल्दी झड़ गया। मैंने कहा बेटा पहली बार ऐसा ही होता है। अगली बार तुम मुझे चोद कर झड़ोगे। अब कल शाम को ५ बजे आना मुझे चोदने। उसके बाद तो लण्ड पीने माँ सिलसिला चलता रहा।
मैं एक के बाद एक हैंडसम लड़के से चुदवाती रही और उनका लण्ड पीती रही। इसी बीच मैंने कुछ लड़के और लड़कियां चुन लिया। फ़िरोज़ा नाम की लड़की मुझे बहुत अच्छी लगी। वह बोल्ड भी थी, खूबसूरत भी और गालियां देने में माहिर भी थी। मैंने उसकी गालियां सुनी तो मज़ा आ गया। मैंने उसे अगले संडे को घर बुला लिया। वह आ भी गयी। मैंने उसे ड्रिंक्स ऑफर की और वह मेरे साथ शराब पीने लगी। फिर मैंने बातें शुरू कर दीं।
- मैंने कहा फ़िरोज़ा मैं जानती हूँ की तुम बहुत बोल्ड लड़की हो। निडर हो, सेक्सी हो और हॉट हो ? ऐसे में तो लड़के तेरे आगे पीछे घूमते होंगें।
- वह बोली - हां मेम बात तो सही है। लड़के मुझे घेरे रहतें हैं क्योंकि मैं बिंदास हूँ। गन्दी गन्दी बातें और भद्दी भद्दी बातें भी करती हूँ कभी कभी गालियां भी देतीं हूँ तो लड़के मुझे सुनने के लिए मेरे आगे पीछे घूमते रहतें हैं।
- क्या क्या गालियां देती हो तुम ?
- माँ के लौड़े, भोसड़ी के, मादर चोद, तेरी माँ का भोसड़ा, साले, कुत्ते, मैं तेरी झांटें उखाड़ लूंगी, नोच डालूंगी तेरा लण्ड, गांड में घुसा दूँगी हाथ भर का लण्ड, झांटू कहीं का, गांडू, साले, तेरी माँ की चूत, तेरी बहन का लण्ड,,,,,,,,,,,,,?
- अच्छा यह बताओ क्या सच में तुम लड़कों के लण्ड पकड़ती हो ? कभी लण्ड अपनी चूत में पेला है तूने ?
- हां हां बिलकुल पेला है और पेलती रहती हूँ। लड़कों के लण्ड भी पकड़ती हूँ लण्ड पीती हूँ मैं और मुझे तो लण्ड का मुठ्ठ मारने का बड़ा शौक है।
- तुझे अपने माँ बाप से डर नहीं लगता ?
- अम्मी की बिटिया की बुर, अब्बू की बहन का भोसड़ा ? हमारे घर में अम्मी, अब्बू, दीदी, खाला, फूफी, उनकी बेटियां, भाभी सब गालियां बकती हैं। एक दूसरे को गालियां देकर ही करतीं हैं लेकिन प्यार से। मैं अम्मी को बुर चोदी अम्मी कहती हूँ। वह भी मुझे भोसड़ी की फ़िरोज़ा कहतीं है। और जहाँ तक चोदा चोदी का सवाल है वह तो हमारे कुनबे में बिलकुल फ्री है। रात को हमारा घर एक रंडी खाना बन जाता है। कोई भी किसी भी बुर में लौड़ा पेल देता है। कोई किसी का भी लण्ड पेलवा लेती है। कोई नियम कायदा कानून नहीं है। चाहे जिसकी बुर चोदो चाहे जिसका लण्ड ? सब जायज़ है।
- यार तू तो बड़ी मस्त लड़की है यार फ़िरोज़ा ? अच्छा यह बताओ की कॉलेज के कितने लड़कों के लण्ड मोटे तगड़े हैं ?
- मैं कई लड़कों के लण्ड पहचानती हूँ। में तो यहाँ के कई लड़कों से चुदवाया है और कई लड़कों को अपने घर ले जाकर अपनी माँ चुदवाई है।
- वाओ, तू तो बहुत आग बढ़ चुकी है। मुझे कुछ ऐसे लड़के चाहिए जिनके लण्ड जबरदस्त हो और जो चोदने में माहिर हों। और ऐसी लड़कियां भी चाहिए जो चुदवाने में बिलकुल तेरी तरह बिंदास हों।
- ठीक है मेम मैं कल बता दूँगी .
अब हम सब लोग यहां इकठ्ठा हो गये हैं और अब आगे का काम शुरू हो गया है। मैंने सबको इकठ्ठा किया और कहा :-
अब तुम सब लोग बड़े ध्यान से सुनो मेरी बातें। कहने को तो मैं तुम सब लोगों को यहाँ पिकनिक मनाने के लिए लाई हूँ पर यह बात सच नहीं है ? सच यह है की मैं तुम सबको यहाँ चोदने और चुदवाने के लिए लाई हूँ।
पिकनिक तो एक बहाना है
हमें तो लड़कों से चुदवाना है।
पिकनिक में जी भर के जीना है, हमें तो सबके लन्ड पीना है। पिकनिक में नंगी रहूंगी, आप सबका लण्ड पियूँगी। लड़के जितने पिकनिक में आये हैं, वो सब लड़कियां चोदने आये हैं । चूँचियों से खेलेगें और सबकी चूत में लन्ड पेलने आये हैं ।
पिकनिक तो एक बहाना है
हमें तो लण्ड सबकी बुर में घुसाना है।
यही हम सबका कहना है। यहाँ दो दिन तक नॉन स्टॉप होगी चोदा चोदी ? लड़के और लड़कियां पूरे दो दिन तक रहेंगीं नंगी नंगी। न मैं कपड़े पहनूंगी और न किसी को पहनने दूँगी। गालियों से ही होगी बात चीत। लड़कों की माँ का भोसड़ा - लड़कियों की माँ की चूत ? मैंने तो अपनी बात खुल कर कह दी। अब तुम अपने अपने मन की बात बताओ।
उसके बाद लड़कियों ने जो अपने अपने मन की बात बताई वो सब आप ऊपर पढ़ चुके हैं। सबसे पहले ड्रिंक्स लो और थोड़ा एन्जॉय करो। सबने शराब का गिलास थामा और पीने लगे शराब उसके साथ सिगरेट भी। मस्ती का अध्याय शुरू हो गया। फिर मैंने कहा अब लड़कियां अपनेअपने कपड़ों का मोह छोड़ दें। कपड़ों को अपने शरीर से बाहर निकाल दें। सबसे पहले फ़िरोज़ा उठी। वह अपने कपड़े खोलने लगी, फिर शीला और पूजा भी। रेनू ने फ़ौरन कपड़े उतारे और अपना नंगा बदन सबको दिखाने लगी। तब तक मैंने म्यूजिक ऑन कर दिया तो सभी जल्दी जल्दी कपड़े खोल कर नाचने लगीं। होने लगा न्यूड डांस जिसकी बहुत जरुरत थी। मैं भी नंगी नंगी सबके साथ नाचने लगी। हमारी चूँचियाँ उछलने लगी और गांड मटकने लगी। कूल्हे थिरकने लगे. ठुमके लगने लगे। लड़के भोसड़ी के बड़ी मस्ती में आ गये। वो सब पहली बार इतनी लड़कियों को नंगी नंगी नाचते हुए देख रहे थे। यही तो मज़ा है पिकनिक का और क्या ?
लड़कियां चाटें लड़कों के लण्ड लड़के चाटें लड़कियों की बुर उसके बाद लड़के चोदें सबकी बुर और लड़कियां चोदें सबके लण्ड
मैंने कहा अब लड़कियां मिलकर सब लड़कों को नंगा करेगीं। मेरा ऐसा कहना हुआ की सब लड़कियां लड़कों के कपड़े उतारने लगीं। बस एक मिनट में सभी लड़के नंगे हो गये। उनके अध् टन्ने लण्ड भी सबके सामने आ गये। लड़कियां सब यह कह कह कर हंसने लगी अरे इसका लण्ड देखो ? अरे इसका लण्ड देखो कैसे फूलता जा रहा है? इसका लौड़ा देखो कैसे लम्बा हो रहा है यार ? वाओ, कितन मोटा होता जा रहा है इसका लण्ड ? हाय दईया लण्ड का टोपा तो साला बढ़ता ही जा रहा है। अरे यार भोसड़ी के लण्ड भी क्या चीज है ? ऐसी अगर हम लोगों की चूँचियाँ होतीं तो कितना मज़ा आता ? लण्ड की बहन का लण्ड ? लण्ड की माँ का भोसड़ा ? जिसके मन जो आता था वह बोलती जा रही थी। नतीजा यह हुआ की सारे लण्ड टन टना कर खड़े हो गये। झांटें सबकी बनी थी इसलिए लण्ड बड़े खूबसूरत लग रहे थे।
दूसरे को देख कर लण्ड चाट रही थीं और लड़के एक दूसरे को देख देख कर चूँचियाँ चाट रहे थे। उसके बाद
अंकित ने घुसा दिया लण्ड मेरी चूत में। मैं भी चुदासी थी तो भकभक चुदवाने लगी। मुझे देख कर फ़िरोज़ा भी राणा से धकाधक चुदवाने लगी। वह बोली हाय राणा तेरा लण्ड तो मेरे जीजू के लण्ड जैसा है। उसे मज़ा आने लगा। हम दोनों अगल बगल ही चुदवा रही थीं। मुझे लगा की फ़िरोज़ा को चुदवाने का मुझसे ज्यादा अनुभव है। उधर स्टीलो ने लण्ड शीला की बुर में घुसेड़ दिया। शीला चिल्ला पड़ी उई माँ मर गयी मैं । इस भोसड़ी वाले ने इतना मोटा लण्ड पेल दिया मेरी छोटी सी चूत में।
तब तक पूजा भी उधर से बोली - भोसड़ी के सोहेल ये तेरी माँ का भोसड़ा नहीं है बेटा। यह मेरी चूत है ज़रा ढंग से चोदो नहीं तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी।
रेनू ने कहा अरे मादर चोद नियाज़ घुसेड़ दे न अपना लण्ड मेरी चूत मे ? देर क्यों कर रहा है ? तेरी माँ चुदने नहीं जा रही है यार चुदने तो मेरी बुर जा रही है फिर तेरी गांड क्यों फ़ट रही है ? नियाज़ तो नहीं बल्कि तब तक गोपी ने अपना लण्ड गप्प से घुसा दिया रेनू की बुर में। रेनू ने कहा देखा नियाज़ तू देर करेगा तो तेरी बीवी भी कोई छोड़कर चला जायेगा और तू बस अपना लण्ड हिलाता ही रह जायेगा ? फिर उसने नियाज़ का लण्ड अपने मुंह में ले लिया। इस तरह हम सबकी बुर गचागच चुदने लगी।
तो दोस्तों, इसी तरह हम सब लड़कियां दो दिन तक लड़कों के लण्ड चोदती रहीं और लड़के हम सबकी बुर चोदते रहे।
चलते समय सबने एक ही स्वर में कहा " पिकनिक हो तो ऐसी "
अब तुम सब लोग बड़े ध्यान से सुनो मेरी बातें। कहने को तो मैं तुम सब लोगों को यहाँ पिकनिक मनाने के लिए लाई हूँ पर यह बात सच नहीं है ? सच यह है की मैं तुम सबको यहाँ चोदने और चुदवाने के लिए लाई हूँ।
पिकनिक तो एक बहाना है
हमें तो लड़कों से चुदवाना है।
पिकनिक में जी भर के जीना है, हमें तो सबके लन्ड पीना है। पिकनिक में नंगी रहूंगी, आप सबका लण्ड पियूँगी। लड़के जितने पिकनिक में आये हैं, वो सब लड़कियां चोदने आये हैं । चूँचियों से खेलेगें और सबकी चूत में लन्ड पेलने आये हैं ।
पिकनिक तो एक बहाना है
हमें तो लण्ड सबकी बुर में घुसाना है।
यही हम सबका कहना है। यहाँ दो दिन तक नॉन स्टॉप होगी चोदा चोदी ? लड़के और लड़कियां पूरे दो दिन तक रहेंगीं नंगी नंगी। न मैं कपड़े पहनूंगी और न किसी को पहनने दूँगी। गालियों से ही होगी बात चीत। लड़कों की माँ का भोसड़ा - लड़कियों की माँ की चूत ? मैंने तो अपनी बात खुल कर कह दी। अब तुम अपने अपने मन की बात बताओ।
उसके बाद लड़कियों ने जो अपने अपने मन की बात बताई वो सब आप ऊपर पढ़ चुके हैं। सबसे पहले ड्रिंक्स लो और थोड़ा एन्जॉय करो। सबने शराब का गिलास थामा और पीने लगे शराब उसके साथ सिगरेट भी। मस्ती का अध्याय शुरू हो गया। फिर मैंने कहा अब लड़कियां अपनेअपने कपड़ों का मोह छोड़ दें। कपड़ों को अपने शरीर से बाहर निकाल दें। सबसे पहले फ़िरोज़ा उठी। वह अपने कपड़े खोलने लगी, फिर शीला और पूजा भी। रेनू ने फ़ौरन कपड़े उतारे और अपना नंगा बदन सबको दिखाने लगी। तब तक मैंने म्यूजिक ऑन कर दिया तो सभी जल्दी जल्दी कपड़े खोल कर नाचने लगीं। होने लगा न्यूड डांस जिसकी बहुत जरुरत थी। मैं भी नंगी नंगी सबके साथ नाचने लगी। हमारी चूँचियाँ उछलने लगी और गांड मटकने लगी। कूल्हे थिरकने लगे. ठुमके लगने लगे। लड़के भोसड़ी के बड़ी मस्ती में आ गये। वो सब पहली बार इतनी लड़कियों को नंगी नंगी नाचते हुए देख रहे थे। यही तो मज़ा है पिकनिक का और क्या ?
लड़कियां चाटें लड़कों के लण्ड लड़के चाटें लड़कियों की बुर उसके बाद लड़के चोदें सबकी बुर और लड़कियां चोदें सबके लण्ड
मैंने कहा अब लड़कियां मिलकर सब लड़कों को नंगा करेगीं। मेरा ऐसा कहना हुआ की सब लड़कियां लड़कों के कपड़े उतारने लगीं। बस एक मिनट में सभी लड़के नंगे हो गये। उनके अध् टन्ने लण्ड भी सबके सामने आ गये। लड़कियां सब यह कह कह कर हंसने लगी अरे इसका लण्ड देखो ? अरे इसका लण्ड देखो कैसे फूलता जा रहा है? इसका लौड़ा देखो कैसे लम्बा हो रहा है यार ? वाओ, कितन मोटा होता जा रहा है इसका लण्ड ? हाय दईया लण्ड का टोपा तो साला बढ़ता ही जा रहा है। अरे यार भोसड़ी के लण्ड भी क्या चीज है ? ऐसी अगर हम लोगों की चूँचियाँ होतीं तो कितना मज़ा आता ? लण्ड की बहन का लण्ड ? लण्ड की माँ का भोसड़ा ? जिसके मन जो आता था वह बोलती जा रही थी। नतीजा यह हुआ की सारे लण्ड टन टना कर खड़े हो गये। झांटें सबकी बनी थी इसलिए लण्ड बड़े खूबसूरत लग रहे थे।
- म्यूजिक फिर बजने लगा तो लण्ड भी साथ में नाचने लगे। डांस के बाद मैंने कहा अब लड़कियां सबके लण्ड पकड़ पकड़ कर देखेंगी और लड़के सबकी चूँचियाँ पकड़ पकड़ कर । मैं जानती हूँ की लड़कियां सबके लण्ड पकड़ने के लिए कितनी बेताब हैं। यही हाल लड़कों का भी है चूँचियाँ पकड़ने के लिए। फिर क्या भगदड़ मच गयी। लड़किया फटाफट सबके लण्ड पकड़ने लगी और लड़के सबकी चूँचियाँ। मैं भी सबके लण्ड पकड़ पकड़ कर हिलाने का मज़ा लेने लगी। फ़िरोज़ा तो बुर चोदी नये नये लण्ड में खो गयी। यह बात बिलकुल सच निकली की लण्ड सबके बड़े बड़े थे और मोटे भी। मुझे यकीन हो गया की लगभग ८" के लण्ड तो वाकई सबकी चूत का बाजा बजा देगें। तब मैंने कहा अब लड़कियां चाटें लड़कों के लण्ड और लड़के चाटें लड़कियों की बुर.
- मैं अंकित का लण्ड चाटने लगी और अंकित मेरी बुर।
- फ़िरोज़ा राणा का लण्ड चाटने लगी और राणा उसकी चूत।
- शीला जबान निकाल कर सोहेल का लण्ड चाटने लगी और सोहेल उसकी बुर चाटने लगा।
- पूजा ने स्टीलो का लण्ड चाटना शुरू किया और स्टीलो ने पूजा की बुर।
- रेनू के हक़ में दो लण्ड आ गए। उसने एक हाथ में नियाज़ का लण्ड पकड़ा और दूसरे हाथ में गोपी का लण्ड लिया। वह दोनों लण्ड चाटने लगी और उधर नियाज़ रेनू की बुर चाटने लगा तो गोपी उसकी चूँचियाँ।
दूसरे को देख कर लण्ड चाट रही थीं और लड़के एक दूसरे को देख देख कर चूँचियाँ चाट रहे थे। उसके बाद
रेनू ने कहा अरे मादर चोद नियाज़ घुसेड़ दे न अपना लण्ड मेरी चूत मे ? देर क्यों कर रहा है ? तेरी माँ चुदने नहीं जा रही है यार चुदने तो मेरी बुर जा रही है फिर तेरी गांड क्यों फ़ट रही है ? नियाज़ तो नहीं बल्कि तब तक गोपी ने अपना लण्ड गप्प से घुसा दिया रेनू की बुर में। रेनू ने कहा देखा नियाज़ तू देर करेगा तो तेरी बीवी भी कोई छोड़कर चला जायेगा और तू बस अपना लण्ड हिलाता ही रह जायेगा ? फिर उसने नियाज़ का लण्ड अपने मुंह में ले लिया। इस तरह हम सबकी बुर गचागच चुदने लगी।
तो दोस्तों, इसी तरह हम सब लड़कियां दो दिन तक लड़कों के लण्ड चोदती रहीं और लड़के हम सबकी बुर चोदते रहे।
चलते समय सबने एक ही स्वर में कहा " पिकनिक हो तो ऐसी "
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