Home
» Din Raat chudai ki kahaniyan दिन रात चुदाई की कहानियां Best Sex Stories in Hindi Day and NightChodo
» ऐसी चुदाई बहुत कम देखने को मिलती है - Aisi chudai kabhi dekhi nahi hogi
ऐसी चुदाई बहुत कम देखने को मिलती है - Aisi chudai kabhi dekhi nahi hogi
ऐसी चुदाई बहुत कम देखने को मिलती है - Aisi chudai kabhi dekhi nahi hogi , मस्त चुदाई और लंड ठुकाई , चुदवाती है प्यार से और चुदते है गरागर , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
वाह क्या बात है ! क्या मस्त सीन चल रहा है चुदाई का ! ऐसी चुदाई तो बहुत कम देखने को मिलती है। जो देखे साला वह भी मस्त हो जाये ! सास कह रही है बहू लन्ड पेलो नन्द की बुर में ? दूसरी तरफ वह यह भी कह रही है बेटी लन्ड ठोंक दो अपनी भाभी की बुर में। यानी बहू से कहती है की बेटी की बुर चोदो और बेटी से कहती है की बहू की बुर चोदो। यानी दोनों तरफ से मुर्गा लड़ाने का काम कर रही है सास ?
बहू भी कम नहीं है वह कह रही है सास मेरी नन्द की चूत में घुसा दे लन्ड और उधर वह कह रही रही है नन्द रानी मेरी सास का भोसड़ा चोदो। यानी नन्द से कहती है सास की बुर चोदो और सास से कहती है की नन्द की बुर चोदो। अब बेटी का कमाल देखो। वह कह रही है अम्मी अपनी बहू की बुर में पेलो लन्ड। और अपनी भाभी से कह रही है भाभी अपनी सास के भोसड़ा में घुसेड़ दो लन्ड ? यानी अम्मी चोदे भाभी की बुर और भाभी चोदे अम्मी की बुर ?
मजे की बात यह है की यहाँ सास बहू बेटी तीनो भोसड़ी वाली चुदवा रहीं हैं। तीनो एक दूसरे की चूत में लन्ड पेल रही है और एन्जॉय कर रहीं हैं। मज़ा लूट रहीं हैं जवानी का भी और लन्ड का भी। इतने में एक काला लन्ड बहू के सामने आ गया। उसने लन्ड पकड़ा थोड़ा हिलाया, चूमा और चाटा फिर वहीं बगल में लेटी हुई अपनी सास के भोसड़ा में टिका दिया। तब तक उसने एक धक्का मारा तो लौड़ा अंदर। सास का चुदने लगा भोसड़ा। सास के हाथ में एक गोरा चिट्टा टन टनाता हुआ लन्ड आ गया । उसने लन्ड मुठ्ठी में लिया और अपनी बिटिया की बुर में रख दिया। लन्ड वाले को यही चाहिए था। उसने गांड से जोर लगा के घुसा दिया लन्ड। लन्ड साला सरसराता हुआ चूत के अंदर घुस गया। उधर बिटिया ने एक लन्ड किसी की बुर से खींच कर निकाल लिया। उसे अपनी भाभी की बुर ठूंस दिया। वह भी मस्ती से चुदवाने लगी। इस तरह तीनो भकर भकर एक दूसरे को देखती हुई चुदवाने में जुट गयीं। थोड़ी देर में सास ने अपनी चूत से लन्ड निकाल कर बहू की बुर में घुसेड़ दिया। बहू ने अपनी चूत का लौड़ा अपनी नन्द की बुर में पेल दिया। और नन्द ने अपने चूत का लौड़ा अपनी माँ के भोसड़ा में घुसा दिया। इस तरह तीनो के लन्ड बदल गये तो चुदाई का मज़ा और मस्त हो गया।
अचानक रेहाना आंटी दिख गयी वह भी नंगी नंगी लन्ड हिलाती हुई । वह बोली अरी समीना (सास) तू भी अपनी बेटी बहू चुदवा रही है। सास बोली हां यार रेहाना अगर मैं बहू बेटी चुदवा रही हूँ तो मेरी बहू भी अपनी सास का भोसड़ा और नन्द की बुर चुदवा रही है। मेरी बेटी भी ससुरी अपनी माँ की चूत और अपनी भाभी की बुर चुदवा रही है। अब हम तीनो जब चुदाने निकली हैं तो फिर शर्म काहे की ? झिझक काहे की। हम तीनो तो खूब जम का चुदाई का मज़ा लेतीं है बाकी दुनिया की माँ की बुर ? रेहाना आंटी बोली अरे यार मैं सोंच रही थी की मैं ही केवल अपनी बहू बेटी चुदवा रही हूँ। तुम मिल गयी तो मज़ा आ गया। मेरी बेटी भी बुर चोदी अपनी माँ का भोसड़ा और भाभी की बुर चुदवाती है। वह भी कहती है की चुदाओ तो बिलकुल खुल कर चुदाओ। चुदाने में न शर्म की जरुरत है और न झिझक की। अगर किसी चीज की जरुरत है तो वह है लन्ड लन्ड और लन्ड ? बस लन्ड पेलो और लन्ड पेलवाओ ? बुर चोदो और बुर चुदवाओ। इसीलिए वह सबकी बुर में लन्ड पेलती है और मैं भी। मेरी बहू भी सबकी बुर में घुसेड़ती है लन्ड ? यहाँ और भी औरतें है जो अपनी बहू बेटी चुदवा रहीं हैं।
दोस्तों, यहाँ एक सेक्स पार्टी हो रही है। जिसमे हम तीनो भाग लेने आयीं हैं। यहाँ न कोई किसी का मियां है न कोई किसी का अब्बू, न कोई किसी का जीजू है और न खालू। ये भोसड़ी के सब चोदने वाले मरद बाहर के हैं। बाहर के लोग बुलाये गये हैं हमारी बुर चोदने के लिए। यहाँ चाहे जिसका लन्ड पेलो और चाहे जिसकी चूत में पेलो। पूरी की पूरी आज़ादी है। न कोई चोदने के लिए मना करेगा और न कोई चुदवाने के लिए मना करेगी। सबके लन्ड सबके लिए हैं और सबकी चूत सबके लिए है।
मैं इस घर की बहू हूँ मेरा नाम है सबीना, ये जो मेरे बगल में बैठी है यह है रजिया मेरी बुर चोदी नन्द ? और जो मेरे सामने बैठी है वह है नादिरा मेरी हरामजादी। हम तीनो बहन चोद बहुत ही चुदक्कड़ औरतें हैं। कौन सबसे ज्यादा चुदक्कड़ है यह कहना बड़ा मुश्किल है। यहाँ तो हम तीनो में चुदवाने की होड़ लगी रहती है की किसकी बुर कितने लन्ड खा सकती है ? और किसकी बुर में कितने लन्ड घुसेड़े जा सकते हैं ? इसलिए हम लोग लन्ड घुसेड़ घुसेड़ कर एक दूसरे की बुर चोदतीं हैं। मुझे जब इस पार्टी में सबके साथ जाने के बारे में मालूम हुआ तो सबसे पहले मैंने अपनी झांटें बनायीं। मैं झांटें बना ही रही थी की मेरी नन्द बोली भाभी मेरी भी बना दो झांटें। मैंने उसकी भी बना दीं। तब तक सास आ गई वह बोली बुर चोदी सबीना मेरी भी बना दे न झांटें। मैं उसकी भी बना दी। उसका भी भोसड़ा कर दिया चिकना। फिर हम तीनो चिकनी चिकनी चूत लेकर पार्टी में पहुँच गयी। फिर तो आपने पढ़ा की हम लोग कैसे चुदाई का मज़ा लूट रहीं हैं।
हम आपस में हंसी मजाक भी करती है और गाली गलौज भी। एक दूसरे को चिढ़ातीं भी हैं और खिल्ली भी उड़ातीं हैं। हम तीनो मिलकर अपनी ज़िन्दगी में खूब एन्जॉय कर रही हैं। चुदाई के समय गालियों की बौछार तेज हो जाती है। हम इस समय बड़े मूड में है। मेरी बुर चुद रही है। मेरी नन्द की चूत चुद रही है और मेरी सास का भोसड़ा भी चुद रहा है। चोदने वाले सब माँ के लौड़े अनजान लोग हैं। लेकिन हमें उनके लन्ड का पूरा पूरा मज़ा मिल रहा है।
चुदवाते चुदवाते सास बोली :- बेटी रजिया, देख तेरी भाभी ससुरी कितने मजे से अपनी सास का भोसड़ा चुदवा रही है। इसे तनिक भी शर्म नहीं आती अपनी सास का भोसड़ा चुदाने में ?
मैंने कहा :- हाय दईया मेरी नन्द रानी, देख रही हो न तेरी अम्मी कैसे अपनी बहू की बुर चुदवा रही है। इसे ज़रा भी झिझक नहीं अपनी बहू की बुर में लन्ड पेलने में ?
नन्द बोली :- हाय भाभी, तेरी सास को तो अपनी बिटिया की बुर चुदवाने कोई शर्म नहीं आती तो फिर बहू की बुर चुदाने में क्यों आये ? वह तो खुद बहुत बड़ी चुदक्कड़ है, भाभी।
सास बोली :- रजिया तेरी माँ का भोसड़ा, तू बुर चोदी बड़ी हरामजादी है।
भाभी बोली :- सासू जी, तेरी बहू की बुर ? तुझे न अपने भोसड़ा पर कोई कण्ट्रोल है और न अपनी बहू की चूत पर। आजकल खूब चुद रही है तेरी बहू की बुर ?
नन्द बोली :- भाभी तेरी नन्द की बुर और तेरी नन्द की माँ की बुर ?
इसी तरह हम तीनो एक दूसरे को प्यार से गालियां सुनाती हुई धकाधक चुदवा रही थीं और लन्ड अदल बदल कर चुदवा रही थीं। सास की बुर का लन्ड बहू की बुर में, बहू की बुर का लन्ड नन्द की बुर में, नन्द की बुर का लन्ड सास की बुर में और ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
एक दिन मैं अपनी नन्द के साथ बैठी हुई थी। मेरी सास दो दिन के लिए बाहर गयीं थीं। दिन भर हो गया बहन चोद एक भी लन्ड नहीं मिला। मैं भी लन्ड के लिए तड़पने लगी और मेरी नन्द भी। मैंने कहा यार रजिया चल नेट खोल कुछ ब्लू फिल्म ही देखा जाये। वह नेट खोल कर ब्लू फिल्म खखोने लगी। ढूंढते ढूंढते उसे 'Sex' की कहानियां मिल गयीं। उसने साइट खोली तो उसे सास बहू और नन्द की चुदाई की कई कहानियां खुलने लगी। वो उछल पड़ी। वह बोली अरे भाभी देखो ये मादर चोद कहानियां कितनी गन्दी गन्दी दिखाई पड़ रहीं हैं। मैं भी झुक कर देखने लगी। मैं बोली बाप रे बाप इनमें तो सास का भोसड़ा, बहू की बुर, नन्द की चूत सब कुछ है रजिया ? लन्ड, लौड़ा, चोदा चोदी, चूंची, चूतड़ सब कुछ है यार। इसकी कहानियों के शीर्षक तो बहुत ही वल्गर है। कहानी लिखने वाली है रेहाना ? रजिया बोली रेहाना की माँ की चूत बहन चोद ? रेहाना की बहन का लन्ड ? कितनी भोसड़ी की हरामजादी होगी जो इतनी गन्दी गन्दी खुल्लम खुल्ला कहानियां लिखती है। मुझे लगता ही की वह भी बुर चोदी अपनी माँ बहन चुदवाती होगी ? मैं अगर मरद होती तो लौड़ा पेल देती उसकी बुर में ? कुछ भी हो भाभी इन कहानियों ने मेरी चूत में आग लगा दी है। भाभी अब कोई लौड़ा जल्दी से मेरी चूत में पेल दो ? लौड़ा न हो तो बेलन ही घुसेड़ दो मेरी चूत में ? मैंने कहा यार आग तो मेरी भी चूत में लग चुकी है। मैं भी बिना लन्ड के एक मिनट भी नहीं रह सकती। बेलन क्या तू मूसर घसेड़ दे मेरी बुर में मेरी भोसड़ी की नन्द रानी ?
तब तक किसी ने डोर बेल बज दी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने मेरी दोस्त रकीबा खड़ी थी। मैंने उसे अंदर बैठाया और कहा यार इतने के बाद तू आयी है। वह बोली मैं तो पहले ही आना चाहती थी पर कुछ बिजी हो गयी आ नहीं पायी। मेरी नन्द रजिया मेरे बगल में बैठी थी। मैंने उसे रजिया से मिलवाया। फिर बातें शुरू हो गयी। तब तक रजिया भी नास्ता लेकर आ गयी।
इतने में अचानक मेरी सास जाने कैसे कमरे में आ गयीं और बोलीं :- अरे बहू ये लन्ड पेलो अपनी बुर चोदी नन्द की बुर में ?
मैं पीछे मुड़ी तो देखा की मेरी सास एकदम नंगी नंगी एक आदमी का नंगा लन्ड पकडे हुए मेरे सामने खड़ी हैं। मैंने कहा :- अरे सासू जी तुम इतनी जल्दी कैसे लौट आयीं ?
वह बोली :- अरे यार मैं गयी ही नहीं। ट्रेन छूट गयी थी तो मैं दिन भर अपनी दोस्त के घर में रही। फिर उसका मियां लेकर यहाँ आ गयी। मैंने सोंचा था की आज मैं इसका लन्ड अपनी बहू बेटी की बुर में पेलूंगी लेकिन जब मैं घर में घुसी तो देखा की यहाँ तो लन्ड का खेल पहले से ही चल रहा है। बस मैंने भी अपने कपड़े उतारे और इसे भी नंगा किया। इसका लौड़ा हिला हिला कर खड़ा कर के और यहाँ चली आयी।
तब तक रजिया बोली :- अरे भाभी तो फैसल का लन्ड पेलो अपनी सास के भोसड़ा में ?
भाभी ने कहा :- ठीक है रजिया, पेलती हूँ मैं तेरी माँ के भोसड़ा में लन्ड। और तुम सासू जी अकरम का लन्ड पेलो अपनी बहू की बुर में ?
फिर हम तीनो ने खूब चुदवाया लन्ड अदल बदल कर...
वाह क्या बात है ! क्या मस्त सीन चल रहा है चुदाई का ! ऐसी चुदाई तो बहुत कम देखने को मिलती है। जो देखे साला वह भी मस्त हो जाये ! सास कह रही है बहू लन्ड पेलो नन्द की बुर में ? दूसरी तरफ वह यह भी कह रही है बेटी लन्ड ठोंक दो अपनी भाभी की बुर में। यानी बहू से कहती है की बेटी की बुर चोदो और बेटी से कहती है की बहू की बुर चोदो। यानी दोनों तरफ से मुर्गा लड़ाने का काम कर रही है सास ?
बहू भी कम नहीं है वह कह रही है सास मेरी नन्द की चूत में घुसा दे लन्ड और उधर वह कह रही रही है नन्द रानी मेरी सास का भोसड़ा चोदो। यानी नन्द से कहती है सास की बुर चोदो और सास से कहती है की नन्द की बुर चोदो। अब बेटी का कमाल देखो। वह कह रही है अम्मी अपनी बहू की बुर में पेलो लन्ड। और अपनी भाभी से कह रही है भाभी अपनी सास के भोसड़ा में घुसेड़ दो लन्ड ? यानी अम्मी चोदे भाभी की बुर और भाभी चोदे अम्मी की बुर ?
मजे की बात यह है की यहाँ सास बहू बेटी तीनो भोसड़ी वाली चुदवा रहीं हैं। तीनो एक दूसरे की चूत में लन्ड पेल रही है और एन्जॉय कर रहीं हैं। मज़ा लूट रहीं हैं जवानी का भी और लन्ड का भी। इतने में एक काला लन्ड बहू के सामने आ गया। उसने लन्ड पकड़ा थोड़ा हिलाया, चूमा और चाटा फिर वहीं बगल में लेटी हुई अपनी सास के भोसड़ा में टिका दिया। तब तक उसने एक धक्का मारा तो लौड़ा अंदर। सास का चुदने लगा भोसड़ा। सास के हाथ में एक गोरा चिट्टा टन टनाता हुआ लन्ड आ गया । उसने लन्ड मुठ्ठी में लिया और अपनी बिटिया की बुर में रख दिया। लन्ड वाले को यही चाहिए था। उसने गांड से जोर लगा के घुसा दिया लन्ड। लन्ड साला सरसराता हुआ चूत के अंदर घुस गया। उधर बिटिया ने एक लन्ड किसी की बुर से खींच कर निकाल लिया। उसे अपनी भाभी की बुर ठूंस दिया। वह भी मस्ती से चुदवाने लगी। इस तरह तीनो भकर भकर एक दूसरे को देखती हुई चुदवाने में जुट गयीं। थोड़ी देर में सास ने अपनी चूत से लन्ड निकाल कर बहू की बुर में घुसेड़ दिया। बहू ने अपनी चूत का लौड़ा अपनी नन्द की बुर में पेल दिया। और नन्द ने अपने चूत का लौड़ा अपनी माँ के भोसड़ा में घुसा दिया। इस तरह तीनो के लन्ड बदल गये तो चुदाई का मज़ा और मस्त हो गया।
अचानक रेहाना आंटी दिख गयी वह भी नंगी नंगी लन्ड हिलाती हुई । वह बोली अरी समीना (सास) तू भी अपनी बेटी बहू चुदवा रही है। सास बोली हां यार रेहाना अगर मैं बहू बेटी चुदवा रही हूँ तो मेरी बहू भी अपनी सास का भोसड़ा और नन्द की बुर चुदवा रही है। मेरी बेटी भी ससुरी अपनी माँ की चूत और अपनी भाभी की बुर चुदवा रही है। अब हम तीनो जब चुदाने निकली हैं तो फिर शर्म काहे की ? झिझक काहे की। हम तीनो तो खूब जम का चुदाई का मज़ा लेतीं है बाकी दुनिया की माँ की बुर ? रेहाना आंटी बोली अरे यार मैं सोंच रही थी की मैं ही केवल अपनी बहू बेटी चुदवा रही हूँ। तुम मिल गयी तो मज़ा आ गया। मेरी बेटी भी बुर चोदी अपनी माँ का भोसड़ा और भाभी की बुर चुदवाती है। वह भी कहती है की चुदाओ तो बिलकुल खुल कर चुदाओ। चुदाने में न शर्म की जरुरत है और न झिझक की। अगर किसी चीज की जरुरत है तो वह है लन्ड लन्ड और लन्ड ? बस लन्ड पेलो और लन्ड पेलवाओ ? बुर चोदो और बुर चुदवाओ। इसीलिए वह सबकी बुर में लन्ड पेलती है और मैं भी। मेरी बहू भी सबकी बुर में घुसेड़ती है लन्ड ? यहाँ और भी औरतें है जो अपनी बहू बेटी चुदवा रहीं हैं।
दोस्तों, यहाँ एक सेक्स पार्टी हो रही है। जिसमे हम तीनो भाग लेने आयीं हैं। यहाँ न कोई किसी का मियां है न कोई किसी का अब्बू, न कोई किसी का जीजू है और न खालू। ये भोसड़ी के सब चोदने वाले मरद बाहर के हैं। बाहर के लोग बुलाये गये हैं हमारी बुर चोदने के लिए। यहाँ चाहे जिसका लन्ड पेलो और चाहे जिसकी चूत में पेलो। पूरी की पूरी आज़ादी है। न कोई चोदने के लिए मना करेगा और न कोई चुदवाने के लिए मना करेगी। सबके लन्ड सबके लिए हैं और सबकी चूत सबके लिए है।
मैं इस घर की बहू हूँ मेरा नाम है सबीना, ये जो मेरे बगल में बैठी है यह है रजिया मेरी बुर चोदी नन्द ? और जो मेरे सामने बैठी है वह है नादिरा मेरी हरामजादी। हम तीनो बहन चोद बहुत ही चुदक्कड़ औरतें हैं। कौन सबसे ज्यादा चुदक्कड़ है यह कहना बड़ा मुश्किल है। यहाँ तो हम तीनो में चुदवाने की होड़ लगी रहती है की किसकी बुर कितने लन्ड खा सकती है ? और किसकी बुर में कितने लन्ड घुसेड़े जा सकते हैं ? इसलिए हम लोग लन्ड घुसेड़ घुसेड़ कर एक दूसरे की बुर चोदतीं हैं। मुझे जब इस पार्टी में सबके साथ जाने के बारे में मालूम हुआ तो सबसे पहले मैंने अपनी झांटें बनायीं। मैं झांटें बना ही रही थी की मेरी नन्द बोली भाभी मेरी भी बना दो झांटें। मैंने उसकी भी बना दीं। तब तक सास आ गई वह बोली बुर चोदी सबीना मेरी भी बना दे न झांटें। मैं उसकी भी बना दी। उसका भी भोसड़ा कर दिया चिकना। फिर हम तीनो चिकनी चिकनी चूत लेकर पार्टी में पहुँच गयी। फिर तो आपने पढ़ा की हम लोग कैसे चुदाई का मज़ा लूट रहीं हैं।
हम आपस में हंसी मजाक भी करती है और गाली गलौज भी। एक दूसरे को चिढ़ातीं भी हैं और खिल्ली भी उड़ातीं हैं। हम तीनो मिलकर अपनी ज़िन्दगी में खूब एन्जॉय कर रही हैं। चुदाई के समय गालियों की बौछार तेज हो जाती है। हम इस समय बड़े मूड में है। मेरी बुर चुद रही है। मेरी नन्द की चूत चुद रही है और मेरी सास का भोसड़ा भी चुद रहा है। चोदने वाले सब माँ के लौड़े अनजान लोग हैं। लेकिन हमें उनके लन्ड का पूरा पूरा मज़ा मिल रहा है।
चुदवाते चुदवाते सास बोली :- बेटी रजिया, देख तेरी भाभी ससुरी कितने मजे से अपनी सास का भोसड़ा चुदवा रही है। इसे तनिक भी शर्म नहीं आती अपनी सास का भोसड़ा चुदाने में ?
मैंने कहा :- हाय दईया मेरी नन्द रानी, देख रही हो न तेरी अम्मी कैसे अपनी बहू की बुर चुदवा रही है। इसे ज़रा भी झिझक नहीं अपनी बहू की बुर में लन्ड पेलने में ?
नन्द बोली :- हाय भाभी, तेरी सास को तो अपनी बिटिया की बुर चुदवाने कोई शर्म नहीं आती तो फिर बहू की बुर चुदाने में क्यों आये ? वह तो खुद बहुत बड़ी चुदक्कड़ है, भाभी।
सास बोली :- रजिया तेरी माँ का भोसड़ा, तू बुर चोदी बड़ी हरामजादी है।
भाभी बोली :- सासू जी, तेरी बहू की बुर ? तुझे न अपने भोसड़ा पर कोई कण्ट्रोल है और न अपनी बहू की चूत पर। आजकल खूब चुद रही है तेरी बहू की बुर ?
नन्द बोली :- भाभी तेरी नन्द की बुर और तेरी नन्द की माँ की बुर ?
इसी तरह हम तीनो एक दूसरे को प्यार से गालियां सुनाती हुई धकाधक चुदवा रही थीं और लन्ड अदल बदल कर चुदवा रही थीं। सास की बुर का लन्ड बहू की बुर में, बहू की बुर का लन्ड नन्द की बुर में, नन्द की बुर का लन्ड सास की बुर में और ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
एक दिन मैं अपनी नन्द के साथ बैठी हुई थी। मेरी सास दो दिन के लिए बाहर गयीं थीं। दिन भर हो गया बहन चोद एक भी लन्ड नहीं मिला। मैं भी लन्ड के लिए तड़पने लगी और मेरी नन्द भी। मैंने कहा यार रजिया चल नेट खोल कुछ ब्लू फिल्म ही देखा जाये। वह नेट खोल कर ब्लू फिल्म खखोने लगी। ढूंढते ढूंढते उसे 'Sex' की कहानियां मिल गयीं। उसने साइट खोली तो उसे सास बहू और नन्द की चुदाई की कई कहानियां खुलने लगी। वो उछल पड़ी। वह बोली अरे भाभी देखो ये मादर चोद कहानियां कितनी गन्दी गन्दी दिखाई पड़ रहीं हैं। मैं भी झुक कर देखने लगी। मैं बोली बाप रे बाप इनमें तो सास का भोसड़ा, बहू की बुर, नन्द की चूत सब कुछ है रजिया ? लन्ड, लौड़ा, चोदा चोदी, चूंची, चूतड़ सब कुछ है यार। इसकी कहानियों के शीर्षक तो बहुत ही वल्गर है। कहानी लिखने वाली है रेहाना ? रजिया बोली रेहाना की माँ की चूत बहन चोद ? रेहाना की बहन का लन्ड ? कितनी भोसड़ी की हरामजादी होगी जो इतनी गन्दी गन्दी खुल्लम खुल्ला कहानियां लिखती है। मुझे लगता ही की वह भी बुर चोदी अपनी माँ बहन चुदवाती होगी ? मैं अगर मरद होती तो लौड़ा पेल देती उसकी बुर में ? कुछ भी हो भाभी इन कहानियों ने मेरी चूत में आग लगा दी है। भाभी अब कोई लौड़ा जल्दी से मेरी चूत में पेल दो ? लौड़ा न हो तो बेलन ही घुसेड़ दो मेरी चूत में ? मैंने कहा यार आग तो मेरी भी चूत में लग चुकी है। मैं भी बिना लन्ड के एक मिनट भी नहीं रह सकती। बेलन क्या तू मूसर घसेड़ दे मेरी बुर में मेरी भोसड़ी की नन्द रानी ?
तब तक किसी ने डोर बेल बज दी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने मेरी दोस्त रकीबा खड़ी थी। मैंने उसे अंदर बैठाया और कहा यार इतने के बाद तू आयी है। वह बोली मैं तो पहले ही आना चाहती थी पर कुछ बिजी हो गयी आ नहीं पायी। मेरी नन्द रजिया मेरे बगल में बैठी थी। मैंने उसे रजिया से मिलवाया। फिर बातें शुरू हो गयी। तब तक रजिया भी नास्ता लेकर आ गयी।
- वह बोली यार सबीना तुमसे एक बात कहना चाहती हूँ। पर यहां ,,,,,,,,,,?
- मैंने कहा अरे यार कहो न ये मेरी बुर चोदी नन्द है। इससे छुपाने कोई जरुरत नहीं है। मैं तो बुर चोदती हूँ इसकी ?
- वह बेफिक्र हो गयी और बोली यार सबीना मेरा मियां बहुत दिनों से मेरे पीछे पड़ा है। वह कहता है की मुझे सबीना की बुर दिलवाओ। उसने तुन्हें बस एक बार ही देखा है। बस तभी से वह रोज़ रोज़ मुझसे कह रहा है।
- हाय दईया मैं क्या उसे बहुत पसंद हूँ ?
- पसंद हो तभी तो वह तेरी लेना चाहता है। वह कहता है की मैं पहले सबीना की लूँगा फिर उसकी माँ की लूँगा।
- हाय अल्ला, तो क्या वह मेरी माँ भी चोदना चाहता है। पर मेरी माँ यहाँ तो है नहीं ?
- तेरी नन्द तो है सबीना। वह तेरी नन्द की भी लेगा और उसकी माँ की भी ?
- क्या एकदम पागल हो गया है तेरा शौहर रकीबा ?
- वह पागल नहीं हो गया है उसका लौड़ा बहन चोद पागल हो गया है। उसका लौड़ा साला बुर चोदते चोदते कभी थकता ही नही ? चोदे ही चला जाता है। मैं जब जब उससे चुदवाती हूँ तो पहले ही खलास हो जाती हूँ। फिर मुझे उसके लण्ड का मुठ्ठ मार के खलास करना पड़ता है।
- कितना बड़ा है उसका लौड़ा रकीबा ?
- यही कोई ९" लंबा और ५१/२" चौड़ा है उसका लन्ड ?
- बाप रे बाप तो फिर कहाँ है तेरा मियां ?
- घर पर ही है ?
- तो घर पर क्या भोसड़ी का माँ चुदा रहा है अपनी। भेजो न उसे मेरे पास अभी। मैं तेरे शौहर के लन्ड की खबर लेती हूँ। तू अभी फोन करके उसे बुला ले रकीबा ?
- यार उसके साथ उसका एक दोस्त भी है।
- तो उसे भी बुला ले माँ की लौड़ी। मैं दोनों के लन्ड का बाजा बजा दूँगी।
- मैंने कहा फैसल मियां सच सच बताओ की तुम अपनी बीवी ज्यादा चोदते हो की दूसरों की बीवियां ?
- वह थोड़ा पशोपेश में पड़ गया। सवाल टेढा था। फिर वह सोंच कर बोला दूसरों की बीवियां ?
- मैंने कहा यार मैं तेरी हिम्मत की दाद देती हूँ। अब बताओ क्या दूसरों की बीवियां चोदने में ज्यादा मज़ा आता है ?
- हां वाकई बड़ा मज़ा आता है। क्योंकि यह फीलिंग आती है की अपनी बीवी तो अपनी है ही दूसरों की बीवियां मुफ्त में मिल रहीं है। ये तो मेरे लिए बोनस है।
- ये तुम्हारा दोस्त है। क्या तेरी यह बात तेरा दोस्त अकरम जानता है ?
- अरे अकरम क्या अकरम की बीवी भी जानती है क्योंकि मैं अकरम की बीवी चोदता हूँ।
- तो अकरम को बुरा नहीं लगता ?
- बुरा क्यों लगेगा ? अकरम मेरी बीवी चोदता है ?
- वाओ, अच्छा तो अकरम तुम रकीबा की बुर लेते हो ? तुम भी अपने दोस्तों की बीवियां चोदते हो ?
- हां भाभी, हमारे यहाँ सब चलता है। कोई भी किसी की बीवी चोद लेता है। हमारे दोस्तों में बीवियों की अदला बदली खूब चलती हैं। बहनो की भी अदला बदली हो जाती है। मैं फैसल की बहन चोदता हूँ फैसल मेरी बहन चोदता है। भाभियों की भी अदला बदली हो जाती है। मैं उनकी भाभियों की बुर लेता हूँ वो मेरी भाभी की बुर लेते हैं।
इतने में अचानक मेरी सास जाने कैसे कमरे में आ गयीं और बोलीं :- अरे बहू ये लन्ड पेलो अपनी बुर चोदी नन्द की बुर में ?
वह बोली :- अरे यार मैं गयी ही नहीं। ट्रेन छूट गयी थी तो मैं दिन भर अपनी दोस्त के घर में रही। फिर उसका मियां लेकर यहाँ आ गयी। मैंने सोंचा था की आज मैं इसका लन्ड अपनी बहू बेटी की बुर में पेलूंगी लेकिन जब मैं घर में घुसी तो देखा की यहाँ तो लन्ड का खेल पहले से ही चल रहा है। बस मैंने भी अपने कपड़े उतारे और इसे भी नंगा किया। इसका लौड़ा हिला हिला कर खड़ा कर के और यहाँ चली आयी।
तब तक रजिया बोली :- अरे भाभी तो फैसल का लन्ड पेलो अपनी सास के भोसड़ा में ?
भाभी ने कहा :- ठीक है रजिया, पेलती हूँ मैं तेरी माँ के भोसड़ा में लन्ड। और तुम सासू जी अकरम का लन्ड पेलो अपनी बहू की बुर में ?
फिर हम तीनो ने खूब चुदवाया लन्ड अदल बदल कर...
Click on Search Button to search more posts.
आपको ये भी पसंद आएंगें
- muslim sex story hindi - मुस्लिम समाज में चुदाई का मज़ा Muslim samaaj me chudai ka majaa nirala
- 16 साल की बहन की चुदाई की कहानी - भाई ने दीदी को चोदा - Bahan ki chudai bhai ne didi ko choda
- माँ बेटे की चुदाई की कहानी - मम्मी को चोदा - Maa bete ki chudai ki hindi kahani
- गन्दी बातें कर के चुदवातीं रहीं - Gandi baaten kar ke chudwati rahi
- बेटा माँ बहन बीवी बेटी सब चोदो - Hindi Sex story
- गाली दे दे के चाटो लण्ड - Gali dekar lund chatne ka majaa
- बेटी बाप से चुदवाती है माँ बेटे से - Beti ko Baap ne choda aur Maa ki gand bete ne Mari
- छोटी उम्र की नादान लड़की की चुदाई - 14 saal ki kunwari ladki ki chudai - Chhoti umar ka sex
- माँ की चूत बुआ की गांड एक साथ चोदी - Maa ka bhosda aur buaa ki gand ka shubh muhurat
- घर की बीवियां घर के लण्ड - Parivarik chudai ki kahaniyan