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बहन को वीडियो गेम सीखना महंगा पड़ गया Bahan ko video game khelna sikhakar chod diya
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हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रेम है और में गुजरात का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 26 साल है, मेरा सीना 36 इंच, हाईट 5 फुट 7 इंच है। आज में आपको जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ, वो मेरी और मेरी कज़िन की है। आज से करीब 1 साल पहले मेरी मम्मी का एक्सिडेंट हुआ था इसलिए घर के कामकाज के लिए मेरी कज़िन को बुलाया था, वो बहुत ही सुंदर थी, उसकी उम्र करीब मेरी जितनी ही थी। उसका रंग सांवला था, लेकिन फिर भी वो बहुत सुंदर लग रही थी, उसके बूब्स गोल-गोल और बहुत बड़े-बड़े और एकदम टाईट थे। मेरा लंड तो उसको देखकर ही खड़ा हो जाता था, वो हमेशा टाईट ड्रेस ही पहनती थी, इसलिए उसके बूब्स और उभर कर दिखते थे, उसका नाम सोनी था। में दोपहर को वीडियो गेम्स खेल रहा था, तो तब मेरी कज़िन जिसका नाम सोनी था, वो मेरे पास आई और देखने लगी।
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रेम है और में गुजरात का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 26 साल है, मेरा सीना 36 इंच, हाईट 5 फुट 7 इंच है। आज में आपको जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ, वो मेरी और मेरी कज़िन की है। आज से करीब 1 साल पहले मेरी मम्मी का एक्सिडेंट हुआ था इसलिए घर के कामकाज के लिए मेरी कज़िन को बुलाया था, वो बहुत ही सुंदर थी, उसकी उम्र करीब मेरी जितनी ही थी। उसका रंग सांवला था, लेकिन फिर भी वो बहुत सुंदर लग रही थी, उसके बूब्स गोल-गोल और बहुत बड़े-बड़े और एकदम टाईट थे। मेरा लंड तो उसको देखकर ही खड़ा हो जाता था, वो हमेशा टाईट ड्रेस ही पहनती थी, इसलिए उसके बूब्स और उभर कर दिखते थे, उसका नाम सोनी था। में दोपहर को वीडियो गेम्स खेल रहा था, तो तब मेरी कज़िन जिसका नाम सोनी था, वो मेरे पास आई और देखने लगी।
फिर थोड़ी देर के बाद उसको भी गेम्स खेलने का मन हुआ, तो उसने कहा मुझे भी सिख़ाओ। अब वो मेरे पास ही बैठी थी, तो मैंने उसके हाथ में गेम्स का रिमोट दिया और उसको बटन के बारे में बताने लगा, तभी मेरा हाथ उसके बूब्स को छू गया और मेरे बदन में तो करंट दौड़ गया, शायद उसको भी ऐसा ही हुआ हो, उसको भी झटका लगा, क्या सॉफ्ट-सॉफ्ट बूब्स थे? फिर वो थोड़ी दूर बैठ गयी। अब में उसको सभी बटनों का उपयोग बता रहा था कि तभी दूसरी बार मेरा हाथ उसके बूब्स को छू गया। अब मुझे तो बहुत ही मज़ा आ रहा था। अब तो में जानबूझ कर उसके बूब्स को हाथ लगा रहा था। अब उसे भी कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा था, अब वो गेम्स खेलने लगी थी, लेकिन उसका हाथ नहीं बैठ रहा था। अब में उसके हाथों में रिमोट रखकर उसका हाथ मेरे हाथों में रखकर उसे सिखाने लगा था। अब तो मेरे हाथ बारी-बारी उसके बूब्स को छू रहे थे, तो तभी मेरी मम्मी उठ गयी और उसे बुला लिया।
फिर दूसरे दिन दोपहर को वो अकेली गेम्स चालू करके बैठी थी, तो तभी में वहाँ गया और उसे अभी भी गेम्स खेलने में दिक्कत हो रही थी। फिर उसने मुझसे कहा कि मेरा हाथ अभी भी रिमोट पर नहीं बैठ रहा है। फिर मैंने कहा कि ऐसा करो तुम मेरी गोदी में बैठ जाओ, तो वो मेरी गोदी में बैठ गयी, वाह क्या गांड थी उसकी? उसके कूल्हें बड़े-बड़े और मुलायम थे। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। अब मेरा लंड तो फट से टाईट हो गया था और उसके दो कूल्हों के बीच की दरार में बैठ गया था। अब तो मेरे हाथों को उसके बूब्स और मेरे लंड को उसकी गांड का मज़ा मिल रहा था। अब उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन उसने ड्रेस पहना था इसलिए इतना मज़ा नहीं आ रहा था। अब रात को मेरे पापा ऑफीस के काम से बाहर जाने वाले थे इसलिए रात के करीब 10 बजे में मेरे पापा को बस स्टेशन छोड़कर जब घर आया तो मेरी कज़िन सोनी वीडियो गेम्स खेल रही थी, उसने ट्राउज़र और टी-शर्ट पहना था, उसका ट्राउज़र ढीला था।
अब मेरी मम्मी सो रही थी। फिर मैंने भी ट्राउज़र और टी-शर्ट पहन लिया और अंदर कुछ नहीं पहना, जिससे मेरे लंड वाला हिस्सा बाहर निकल गया था और मेरा लंड साफ-साफ़ दिख रहा था। फिर में जैसे ही सोनी के पास गया, तो वो कुर्सी पर से उठ गयी और में कुर्सी पर बैठ गया, तो सोनी मेरी गोदी में बैठ गयी। शायद अब वो भी मुझसे चुदाई करवाना चाहती थी, उसने भी नीचे पेंटी नहीं पहनी थी, जिससे मेरे लंड का सीधा संपर्क उसकी गांड से हो रहा था। अब मेरा तो लंड एकदम कड़क हो गया था, अब तो मुझसे रहा भी नहीं जा रहा था। फिर तभी उसने कहा कि मुझे नीचे कुछ लग रहा है और वो खड़ी हो गयी और देखने लगी, तो मेरा लंड टेंट की तरह खड़ा हो गया था। फिर उसने कहा कि ये क्या है? तो मैंने कहा कि तुम ही देख लो, तो वो शर्मा गयी। फिर मैंने खुद ही मेरा लंड बाहर निकालकर दिखाया तो उसकी आँखे फटी सी रह गयी। फिर वो बोली कि ये सांप जैसा क्या है? अब वो जानबूझ कर अंजान बन रही थी।
फिर मैंने अपना लंड उसके हाथ में दिया तो वो उसे सहलाने लगी, अब उसे बहुत अच्छा लगने लगा था और फिर उसने कहा कि ये तो बहुत सॉफ्ट और टाईट है, तो मैंने कहा कि तुम्हें खेलने का मज़ा आ रहा है? तो वो बोली कि वीडियो गेम्स से तो ये गेम अच्छा है। अब में उसके बूब्स पर अपना हाथ फैरने लगा था तो वो बोली कि ये क्या कर रहे हो? तो मैंने कहा कि तुम मेरे लंड से खेलो, में इससे खेलता हूँ, तो वो कुछ नहीं बोली। अब में सब समझ गया था और उसके बूब्स पर अपना हाथ फैरते-फैरते दबाने लगा था, तो तभी मेरी मम्मी ने उसे बुला लिया और वो चली गयी। फिर उस रात में उसको सोचते हुए मुठ मारकर सो गया। फिर दूसरे दिन में नाहकर किचन में पानी पीने गया, तब मैंने सिर्फ़ टावल पहन रखा था, तब सोनी वहाँ ब्रेकफास्ट बना रही थी। फिर मैंने फ्रीज़ का दरवाजा खोला और पानी की बोतल निकालकर पानी पीने लगा तो तभी मेरी नज़र सोनी पर पड़ी। अब वो मेरी छाती को घूर-घूरकर देख रही थी और मुझे उसकी आँखो में नशा दिखाई दे रहा था।
फिर मैंने कहा कि सोनी क्या देख रही हो? तो उसे ना जाने क्या हुआ? वो एकदम से मेरे सीने से लग गयी और मुझे चूमने लगी। फिर उसने मेरे कंधो पर किस किया और फिर मेरी छाती पर और फिर मेरी निपल को भी चूसने लगी। अब मेरा लंड भी टाईट हो गया था तो मैंने उसे ज़ोर से अपनी बाहों में भर लिया और उसके होंठो को ज़ोर से चूसने लगा। उसके होंठ बहुत ही सॉफ्ट थे, अब मुझे तो किस करने में बहुत मज़ा आ रहा था इसलिए में और ज़ोर से उसके होंठो को चूसने लगा था। फिर जब मैंने उसके होंठ मेरे मुँह से बाहर निकाले तो उसके होंठो से खून निकल रहा था, लेकिन उसे कोई फ़र्क नहीं पड़ा। फिर उसने मेरा टावल निकाल दिया और मेरा 8 इंच का लंड पकड़कर ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी। अब मुझे भी दर्द हो रहा था और अब उसके दांत मेरे लंड पर लग रहे थे कि तभी मेरे अंकल यानि सोनी के पापा का फोन आ गया और फिर हम दोनों प्यासे रह गये।
अब में ऐसा मौका देख रहा था कि कोई परेशान ना करे, तो तभी मेरे पापा ने कहा कि कल मेरी मम्मी को डॉक्टर को दिखाने अहमदाबाद जाना था और अहमदाबाद हमारे शहर से 6 घंटे का रास्ता है इसलिए पूरा दिन लग जाता है। अब में तो बहुत खुश हो गया और पूरा दिन और पूरी रात यही सोचकर खुश होता रहा कि कल सोनी की जमकर चुदाई करूँगा, उस दिन मैंने दो बार मुठ भी मार ली थी। फिर दूसरे दिन करीब सुबह 9 बजे सोनी मुझे उठाने आई। अब पापा और मम्मी चले गये थे, फिर जैसे ही सोनी ने मुझे उठाने के लिए अपना हाथ लगाया तो मैंने उसे खींचकर अपनी रज़ाई के अंदर ले लिया और उसको अपनी बाहों में लेकर मसलने लगा और उसको किस करने लगा। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। फिर करीब 5 मिनट तक मैंने उसको खूब मसला और तभी ब्रेक फास्ट जलने की बदबू आई और वो चली गयी। फिर मैंने ब्रश किया और सोनी को आवाज़ दी कि मेरा नहाने का पानी निकाले, वो पानी लेकर बाथरूम में आई और जैसे ही उसने बाल्टी नीचे रखी तो मैंने उसे ज़ोर से पकड़ लिया और उसके बूब्स दबाने लगा और उसके होंठो पर किस करने लगा। अब वो भी कामुक हो गयी थी।
फिर मैंने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और सोनी का ड्रेस भी निकाल दिया। अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में ही थी, अब वो क्या खूबसूरत दिख रही थी? अब उसकी गहरी-गहरी नाभि, उसके बड़े-बड़े बूब्स और उसकी मांसल जांघे देखकर तो में पागल सा हो गया और उसके बदन के हर पार्ट को चूसने लगा। उसका पेट क्या कोमल था? उसकी नाभि के पास तो बहुत ही सॉफ्ट था। फिर मैंने उसकी नाभि में अपनी जीभ डाल दी और फिर उसकी जाँघो को चूसने लगा, उसकी जांघे बड़ी और मांसल थी। फिर मैंने उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से चूसा और फिर उसके कान की बाली को अपने मुँह में ले लिया। अब तो वो बिल्कुल मदहोश हो गयी थी और अब उसके मुँह से उहह आहह की आवाजे निकल रही थी। फिर मैंने उसकी ब्रा और पेंटी भी निकाल दी, क्या बूब्स थे उसके? उसकी निप्पल भी बड़ी काले अंगूर के दाने जैसी थी। फिर उसने मेरे लंड को अपने हाथ में लिया और साबुन लगाने लगी। फिर हम दोनों ने एक दूसरे को नहलाया और टावल से पोछा।
फिर में उसको अपने हाथों में उठाकर किचन में ले गया और उसके बूब्स को चूसने लगा। अब वहाँ पर टमाटर पड़े हुए थे तो वो मैंने उसके बूब्स पर फोड़ दिए और टमाटर का रस उसके बूब्स पर से चूसने लगा। अब वो तो अपनी आँखे बंद करके मज़े ले रही थी और मुँह से आवाजे निकाल रही थी। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। फिर मैंने उसके पेट पर टमाटर फोड़ा और वहाँ भी चूसने लगा। अब उसकी चूत की बारी थी, फिर मैंने उसकी चूत पर भी टमाटर फोड़कर उसकी चूत पर से टमाटर का रस चूसने लगा। अब तो वो पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी और बोल रही थी कि अब इंतजार मत कराओ, डाल दो अपना लंड, अब मुझसे रहा नहीं जाता है। फिर मैंने एक टमाटर अपने लंड पर फोड़ा और उसका रस मैंने सोनी से चुसवाया।
अब वो पागलो की तरह मेरे लंड को चूस रही थी और जब टमाटर का रस ख़त्म हो गया तो फिर भी वो मेरे लंड को चूस रही थी। अब तो मुझसे भी नहीं रहा जा रहा था और फिर मैंने उसकी चूत में अपना लंड डालकर धक्का दिया, लेकिन वो घुस ही नहीं पा रहा था। फिर मैंने उसके दोनों पैर पूरे फैला दिए और ज़ोर से धक्का दिया, तो पहले मेरे लंड का सुपाड़ा घुस गया और उसकी सील टूट गई और खून निकल गया। फिर मैंने और एक धक्का दिया तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर घुस गया और सोनी के मुँह से आवाज़ निकल गयी उईईईई माँ धीरे करो। फिर तो में ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगा और फिर करीब 20 मिनट के बाद वो झड़ गयी और मुझे कसकर पकड़ लिया। अब वो मुझे और धक्के नहीं देने दे रही थी, लेकिन मैंने उसके दोनों हाथों को पकड़ लिया और धक्के देने लगा। फिर 10 मिनट के बाद मेरा भी सफेद पानी निकल गया और हम दोनों ढीले हो पड़ गये।
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