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हमारे घर में रात भर चलती है चुदाई - Hamare ghar mein raatbhar chalti hai chudai
हमारे घर में रात भर चलती है चुदाई - Hamare ghar mein raatbhar chalti hai chudai , एक दुसरे को चोदते रहते है सब लोग , किसका जिसे चोदने का मन करे उसे चोदता है , सब महिलाऐं लड़कियां चुदवाती है , चूचियां दबाई और चुसी जाती है , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
हमारे घर में रात भर चोदा चोदी का माहौल रहता है । रात भर चुदाई होती रहती है। कोई ऐसी बुर नहीं है जिसे सब लोग रात में चोदते न हों. और कोई ऐसा लण्ड नहीं है जिससे घर सभी औरतें चुदवाती न हों। मतलब यह की सब लोग सबकी बुर चोदते हैं और सब सबसे चुदवाकर एन्जॉय करतीं हैं। रात को हमारा घर एकदम रंडी खाना बन जाता है। घर की सारी बहू बेटियां बीवियां सब की सब बुर चोदी भकाभक चुदवाने वाली रंडिया बन जातीं हैं और रंडियों की तरह कूद कूद कर सबसे चुदवाती है। कभी इसका लण्ड पेलतीं हैं अपनी बुर में कभी उसका लण्ड ? मुंबई में हमारा फ्लैट बहुत बड़ा है। घर में घुसते ही सामने एक बहुत बड़ा हाल है। हम सब लोग सब उसी के फर्श पर बिस्तर बिछा कर सोते हैं। कुनबे के सारे मरद और औरत सब एक साथ एक ही हाल में सोते हैं।
एक दिन रात में मैंने देखा की मेरी अम्मी जान मेरे मियां का लण्ड बड़ी मस्ती से चूस रहीं हैं। उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था। वह मादर चोद एकदम नंगी थी। उसका भोसड़ा खुला हुआ था। मुझे देख कर वह बोली हाय मेरी बेटी सायना तेरे शौहर का लण्ड तो बड़ा मस्त है, मोटा तगड़ा है और बड़ा खूबसूरत है। मैं भी मूड में थी। मैंने भी बगल में लेटे हुए अब्बू का लण्ड पकड़ लिया। उसे प्यार से हिलाया तो वह तन कर खड़ा हो गया। मैंने कहा हां अम्मी जान तेरे भी शौहर का भी लण्ड बड़ा जबरदस्त है, मोटा है और लोहे की तरह सख्त है। मैं भी माँ की लौड़ी एकदम नंगी थी। मैं भी अपने अब्बू का लण्ड अपने शौहर के लण्ड की तरह चूसने चाटने लगी। उधर अम्मी जान ने मेरे मियां का लण्ड अपनी चूत में पेला तो इधर मैंने भी उसके मियां का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया। वह मेरे मियां से चुदवाने लगी तो मैं भी उसके मियां यानी अब्बू से चुदवाने लगी। न उसे कोई शर्म और न मुझे कोई शर्म ? .यही तो मज़ा है हमारे मुस्लिम समाज में ?
उसी हाल के एक कोने में मैंने देखा की खालू भोसड़ी का फूफी की बेटी की बुर चोद रहा है और फूफा खाला की बेटी की बुर चोद रहा है। दोनों बेटियां मस्त जवान हैं। उनकी उम्र २१/२२ साल की है। शादी अभी नहीं हुई है लेकिन निकाह तय हो गया है। दोनों मादर चोद नई ताज़ी बुर चोदने का मज़ा लूट रहें हैं। बेटियां भी मस्ती से अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रहीं हैं। इन लड़कियों को बड़े उम्र के लोगों से चुदवाने में कुछ ज्यादा ही मज़ा आता है। फिर मैंने दूसरी तरफ देखा। वहां भी मस्त चुदाई हो रही थी। मैंने देखा की खाला का बेटा फूफी का भोसड़ा चोद रहा है और फूफी का बेटा खाला का भोसड़ा चोद रहा है। दोनों लड़के एक दूसरे की माँ का भोसड़ा बड़ी मस्ती से चोद रहें हैं। यह सीन देख कर तो मेरी चूत बहन चोद फिर से चुदासी हो गयी। इससे भी मजे दार बात यह थी की खाला जान की बहू और फूफी जान की बहू दोनों उसी हाल में एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं थीं।
उधर बेटियां भी एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं थीं और इधर बहुयें भी एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं हैं. इससे ज्यादा मस्त माहौल और क्या हो सकता है ? तो देखा आपने दोस्तों, की एक ही हाल में सबकी माँ भी चोदी जा रहीं हैं, सबकी बेटियां भी चोदी जा रहीं है और सबकी बहुयें भी चोदी जा रहीं हैं। सब की चुदाई एक ही साथ इकठ्ठे हो रही है। ऐसी चुदाई में सबको मज़ा भी एक साथ इकठ्ठे आता है सब लोग मिलकर चुदाई का मज़ा भी इकठ्ठे लूटते हैं। थोड़ी देर तक तो यह चुदाई चलती रही लेकिन फिर चुदाई के सभी साथी बदल गये। खाला के बेटे ने फूफी की बेटी की तरफ हाथ बढ़ा दिया। बेटी भी नंगी था और बेटा भी नंगा था। ऐसे में फूफी की बेटी ने खाला के बेटे का लण्ड पकड़ लिया। उधर खाला की बेटी ने फूफी के बेटे का लण्ड पकड़ लिया। वैसे रसीते में दोनों भाई बहन है पर चुदाई के खेल में यह सब नहीं माना जाता। बेटे की अपनी बहन चोदने का हक़ है और बहन को अपने भाई से चुदवाने का हक़ है। यह सब हमारे समाज में जायज़ है। फूफी का बेटा खाला की बेटी चोदने लगा और खाला का बेटा फूफी की बेटी चोदने लगा।
इतने में दूसरी तरफ खालू ने फूफी की बहू की बुर में लण्ड पेल दिया और फूफा ने खाला की बहू की बुर में लण्ड पेल दिया। दोनों एक दूसरे की बहू की बुर चोदने लगे। माहौळ और गरम होता चला गया। उधर खाला फूफी की बहू के अब्बू से चुदवाने लगी और फूफी खाला की बहू के अब्बू का लण्ड अपनी चूत में पेल कर चुदवाने लगी। मैं अपने चचा जान से चुदवाने लगी और मेरी चची जान ने मेरे मियां का लण्ड अपनी बुर में घुसा कर चुदवाने लगी। मेरा अब्बू भोसड़ी का मेरी सास का भोसड़ा चोदने लगा और मेरे ससुर ने अपना लण्ड मेरी अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया। पूरा घर चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। ऐसा लग रहा था की जैसे बुर चुदाई का कोई कारखाना चल रहा है ।
मैं जब शादी के बाद पहली बार अपनी ससुराल गयी थी तो एक दिन मेरी सास ने दिल खोल कर मुझे कुछ बातें कहीं। वह बोली - एक बात सुन लो बहू रानी, मेरे यहाँ सास हो चाहे बहू, बेटी हो चाहे माँ, नन्द हो चाहे भौजाई देवरानी हो चाहे जेठानी, खाला हों चाहे फूफी, इन सबकी चूत रात में इकठ्ठे खुल्लम खुला सबके सामने चोदी जाती है। सबकी चूत में सबके लण्ड पेले जातें हैं। यहाँ रात में हर एक मर्द हर एक चूत में अपना लण्ड पेलता है. रात में हम सब रंडियों की तरह चुदवातीं हैं। न कोई रिस्ता, न कोई शर्म, न कोई लिहाज़ और न कोई हिचक ? सब की सब बुर चोदी अपनी गांड से जोर लगा लगा कर चुदवातीं हैं और खूब प्यार मोहब्बत से गालियां सुनाती हुई सबके लण्ड का मज़ा लूटतीं हैं।
जब तेरे सामने तेरी सास, तेरी नन्द, तेरी जेठानी और तेरी देवरानी चोदी जाएगी तो तुझे भी बड़ा मज़ा आएगा। और जब तुझे तेरा देवर, तेरा जेठ, तेरा ससुर, तेरा नंदोई, तेरा फुफिया ससुर, तेरा ममिया ससुर सब सबके सामने चोदेंगें तो तुझे भी खूब मज़ा आएगा। जब बेटी के सामने माँ चुदवाती है, माँ के सामने बेटी चुदवाती है, जब सास के सामने नन्द और नन्द के सामने सास चुदवाती है, जब जेठानी के सामने देवरानी और देवरानी के सामने जेठानी चुदवाती है, जब खाला के सामने फूफी और फूफी के सामने खाला चुदवाती है तो उसका मज़ा ही कुछ और होता है, मेरी बुर चोदी बहू रानी। आया न तुझे समझ में ? पूरे घर में चुदाई ही चुदाई होती है रात भर। कौन किसकी बुर चोदेगा यह कोई और नहीं मर्दों के लण्ड ही फैसला करतें हैं। कौन किसका लण्ड पेलेगी यह कोई और नहीं औरतों की चूत ही फैसला करती है।
मैंने मन में कहा की यह सब तो मेरे भी घर में होता है। अब यहाँ तो मैं चोदूँगी सबका भोसड़ा, सबकी चूत और बुर ? इसके अलावा आज से ही मैं सारे मर्दों के लण्ड चोदना शुरू कर दूँगी।
थोड़ी देर बाद मेरा अब्बू जेठानी के ऊपर चढ़ बैठा और चोदने लगा उसकी बुर ? मेरी खाला सास अपनी बेटी के मियां से खुले आम चुदवाने लगी। खाला की बेटी ने अपने ही अब्बू का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया और चुदवाने लगी। मैंने अपने ससुर का लण्ड पकड़ा और उसे पहले मुंह में डाला, उसे खूब मस्ती से चूसा और फिर उसे अपनी चूत में पेल लिया। मेरी नन्द बुर चोदी मेरी जेठानी के अब्बू का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी और फिर अपनी बुर में घुसा लिया वह झमाझम चुदवाने में जुट गयी।
सास बोली - देखा मेरी बहू रानी, मैं कहती थी न की हमारे यहाँ सबकी बुर एक साथ इकठ्ठा चोदी जाती है।
०=०=०=०=०=० समाप्त
हमारे घर में रात भर चोदा चोदी का माहौल रहता है । रात भर चुदाई होती रहती है। कोई ऐसी बुर नहीं है जिसे सब लोग रात में चोदते न हों. और कोई ऐसा लण्ड नहीं है जिससे घर सभी औरतें चुदवाती न हों। मतलब यह की सब लोग सबकी बुर चोदते हैं और सब सबसे चुदवाकर एन्जॉय करतीं हैं। रात को हमारा घर एकदम रंडी खाना बन जाता है। घर की सारी बहू बेटियां बीवियां सब की सब बुर चोदी भकाभक चुदवाने वाली रंडिया बन जातीं हैं और रंडियों की तरह कूद कूद कर सबसे चुदवाती है। कभी इसका लण्ड पेलतीं हैं अपनी बुर में कभी उसका लण्ड ? मुंबई में हमारा फ्लैट बहुत बड़ा है। घर में घुसते ही सामने एक बहुत बड़ा हाल है। हम सब लोग सब उसी के फर्श पर बिस्तर बिछा कर सोते हैं। कुनबे के सारे मरद और औरत सब एक साथ एक ही हाल में सोते हैं।
एक दिन रात में मैंने देखा की मेरी अम्मी जान मेरे मियां का लण्ड बड़ी मस्ती से चूस रहीं हैं। उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था। वह मादर चोद एकदम नंगी थी। उसका भोसड़ा खुला हुआ था। मुझे देख कर वह बोली हाय मेरी बेटी सायना तेरे शौहर का लण्ड तो बड़ा मस्त है, मोटा तगड़ा है और बड़ा खूबसूरत है। मैं भी मूड में थी। मैंने भी बगल में लेटे हुए अब्बू का लण्ड पकड़ लिया। उसे प्यार से हिलाया तो वह तन कर खड़ा हो गया। मैंने कहा हां अम्मी जान तेरे भी शौहर का भी लण्ड बड़ा जबरदस्त है, मोटा है और लोहे की तरह सख्त है। मैं भी माँ की लौड़ी एकदम नंगी थी। मैं भी अपने अब्बू का लण्ड अपने शौहर के लण्ड की तरह चूसने चाटने लगी। उधर अम्मी जान ने मेरे मियां का लण्ड अपनी चूत में पेला तो इधर मैंने भी उसके मियां का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया। वह मेरे मियां से चुदवाने लगी तो मैं भी उसके मियां यानी अब्बू से चुदवाने लगी। न उसे कोई शर्म और न मुझे कोई शर्म ? .यही तो मज़ा है हमारे मुस्लिम समाज में ?
उसी हाल के एक कोने में मैंने देखा की खालू भोसड़ी का फूफी की बेटी की बुर चोद रहा है और फूफा खाला की बेटी की बुर चोद रहा है। दोनों बेटियां मस्त जवान हैं। उनकी उम्र २१/२२ साल की है। शादी अभी नहीं हुई है लेकिन निकाह तय हो गया है। दोनों मादर चोद नई ताज़ी बुर चोदने का मज़ा लूट रहें हैं। बेटियां भी मस्ती से अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रहीं हैं। इन लड़कियों को बड़े उम्र के लोगों से चुदवाने में कुछ ज्यादा ही मज़ा आता है। फिर मैंने दूसरी तरफ देखा। वहां भी मस्त चुदाई हो रही थी। मैंने देखा की खाला का बेटा फूफी का भोसड़ा चोद रहा है और फूफी का बेटा खाला का भोसड़ा चोद रहा है। दोनों लड़के एक दूसरे की माँ का भोसड़ा बड़ी मस्ती से चोद रहें हैं। यह सीन देख कर तो मेरी चूत बहन चोद फिर से चुदासी हो गयी। इससे भी मजे दार बात यह थी की खाला जान की बहू और फूफी जान की बहू दोनों उसी हाल में एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं थीं।
उधर बेटियां भी एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं थीं और इधर बहुयें भी एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं हैं. इससे ज्यादा मस्त माहौल और क्या हो सकता है ? तो देखा आपने दोस्तों, की एक ही हाल में सबकी माँ भी चोदी जा रहीं हैं, सबकी बेटियां भी चोदी जा रहीं है और सबकी बहुयें भी चोदी जा रहीं हैं। सब की चुदाई एक ही साथ इकठ्ठे हो रही है। ऐसी चुदाई में सबको मज़ा भी एक साथ इकठ्ठे आता है सब लोग मिलकर चुदाई का मज़ा भी इकठ्ठे लूटते हैं। थोड़ी देर तक तो यह चुदाई चलती रही लेकिन फिर चुदाई के सभी साथी बदल गये। खाला के बेटे ने फूफी की बेटी की तरफ हाथ बढ़ा दिया। बेटी भी नंगी था और बेटा भी नंगा था। ऐसे में फूफी की बेटी ने खाला के बेटे का लण्ड पकड़ लिया। उधर खाला की बेटी ने फूफी के बेटे का लण्ड पकड़ लिया। वैसे रसीते में दोनों भाई बहन है पर चुदाई के खेल में यह सब नहीं माना जाता। बेटे की अपनी बहन चोदने का हक़ है और बहन को अपने भाई से चुदवाने का हक़ है। यह सब हमारे समाज में जायज़ है। फूफी का बेटा खाला की बेटी चोदने लगा और खाला का बेटा फूफी की बेटी चोदने लगा।
इतने में दूसरी तरफ खालू ने फूफी की बहू की बुर में लण्ड पेल दिया और फूफा ने खाला की बहू की बुर में लण्ड पेल दिया। दोनों एक दूसरे की बहू की बुर चोदने लगे। माहौळ और गरम होता चला गया। उधर खाला फूफी की बहू के अब्बू से चुदवाने लगी और फूफी खाला की बहू के अब्बू का लण्ड अपनी चूत में पेल कर चुदवाने लगी। मैं अपने चचा जान से चुदवाने लगी और मेरी चची जान ने मेरे मियां का लण्ड अपनी बुर में घुसा कर चुदवाने लगी। मेरा अब्बू भोसड़ी का मेरी सास का भोसड़ा चोदने लगा और मेरे ससुर ने अपना लण्ड मेरी अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया। पूरा घर चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। ऐसा लग रहा था की जैसे बुर चुदाई का कोई कारखाना चल रहा है ।
मैं जब शादी के बाद पहली बार अपनी ससुराल गयी थी तो एक दिन मेरी सास ने दिल खोल कर मुझे कुछ बातें कहीं। वह बोली - एक बात सुन लो बहू रानी, मेरे यहाँ सास हो चाहे बहू, बेटी हो चाहे माँ, नन्द हो चाहे भौजाई देवरानी हो चाहे जेठानी, खाला हों चाहे फूफी, इन सबकी चूत रात में इकठ्ठे खुल्लम खुला सबके सामने चोदी जाती है। सबकी चूत में सबके लण्ड पेले जातें हैं। यहाँ रात में हर एक मर्द हर एक चूत में अपना लण्ड पेलता है. रात में हम सब रंडियों की तरह चुदवातीं हैं। न कोई रिस्ता, न कोई शर्म, न कोई लिहाज़ और न कोई हिचक ? सब की सब बुर चोदी अपनी गांड से जोर लगा लगा कर चुदवातीं हैं और खूब प्यार मोहब्बत से गालियां सुनाती हुई सबके लण्ड का मज़ा लूटतीं हैं।
जब तेरे सामने तेरी सास, तेरी नन्द, तेरी जेठानी और तेरी देवरानी चोदी जाएगी तो तुझे भी बड़ा मज़ा आएगा। और जब तुझे तेरा देवर, तेरा जेठ, तेरा ससुर, तेरा नंदोई, तेरा फुफिया ससुर, तेरा ममिया ससुर सब सबके सामने चोदेंगें तो तुझे भी खूब मज़ा आएगा। जब बेटी के सामने माँ चुदवाती है, माँ के सामने बेटी चुदवाती है, जब सास के सामने नन्द और नन्द के सामने सास चुदवाती है, जब जेठानी के सामने देवरानी और देवरानी के सामने जेठानी चुदवाती है, जब खाला के सामने फूफी और फूफी के सामने खाला चुदवाती है तो उसका मज़ा ही कुछ और होता है, मेरी बुर चोदी बहू रानी। आया न तुझे समझ में ? पूरे घर में चुदाई ही चुदाई होती है रात भर। कौन किसकी बुर चोदेगा यह कोई और नहीं मर्दों के लण्ड ही फैसला करतें हैं। कौन किसका लण्ड पेलेगी यह कोई और नहीं औरतों की चूत ही फैसला करती है।
मैंने मन में कहा की यह सब तो मेरे भी घर में होता है। अब यहाँ तो मैं चोदूँगी सबका भोसड़ा, सबकी चूत और बुर ? इसके अलावा आज से ही मैं सारे मर्दों के लण्ड चोदना शुरू कर दूँगी।
अगले दिन रात को घर में मैं, मेरी सास, मेरी नन्द और तीन मरद थे एक मेरा देवर दूसरा मेरा नंदोई और तीसरा मेरा खालू ससुर। सभी लोग ज़मीन पर हुए बिस्तर पर लेटे थे। मेरे मन में चल रहा था की आज मैं अगर इन तीनो के लण्ड का मज़ा लूं तो अच्छा होगा। थोड़ी देर तक तो सभी लोग करवटें बदलते रहे लेकिन फिर मैंने देखा की खालू ससुर मेरी मेरी नन्द के ऊपर चढ़ गया। उसने अपने पजामा खोल रखा था। वह बिलकुल नंगा था भोसड़ी वाला. मैंने उसका खड़ा लण्ड देखा तो मेरे मुंह में पानी आ गया। उसने पहले नन्द की चूँचियाँ खोलीं मसला और फिर एकदम से उसके ऊपर चढ़ बैठा। उसने लण्ड सीधे उसकी चूत घुसेड़ दिया। नन्द भी बुर चोदी बड़ी बेशर्मी से अपने अम्मी के सामने चुदवाने लगी. उसका शौहर थोड़ा कसमसाया तो सास ने उसका पजामा खोल डाला। उसका लौड़ा बाहर निकला और उसे बड़े प्यार से सहलाने लगी। लण्ड साला फौरन तन कर खड़ा हो गया। सास ने उसे पहले मुँह में ले लिया फिर धीरे से अपने भोसड़ा में घुसा लिया। वह अपनी बेटी के मियां से चुदवाने लगी। तब तक मेरा देवर मेरी चूँचियाँ दबाकर बोला भाभी अब मैं तेरी बुर चोदूंगा। मैं बोली यार पहले मुझे अपना लण्ड चूसने और चाटने दो फिर तुम मजे से चोद लेना। तब उसने मुझे नंगी दिया और मैंने उसे नंगा कर दिया। बाद उसने लण्ड मेरी बुर में पेला तो मज़ा ही मज़ा आने लगा।
सास बोली - बेटी तेरे मियां का लौड़ा तो बड़ा मज़ा दे रहा है। देखा न तेरी माँ का भोसड़ा कितनी मस्ती से चोद रहा है। शादी मैंने इसकी तेरे साथ की है बेटी पर ये चोदता है सबका भोसड़ा ?
नन्द बोली - अरे अम्मी जान शादी तो तूने भी अब्बू जान से की है पर तू तो बुर चोदी लौड़ा सबका अपने भोसड़ा में पेलती है ?
सास बोली - तेरी माँ की चूत, बेटी। तेरी भी चूत सबके लण्ड पेलवा लेती है अपने अंदर। अगर मैं सबसे चुदवाती हूँ तो तू भी खुलेआम सबसे चुदवाती है। और अब तो मेरी बहू रानी भी आ गयी है मैदान में। वह देखो कितने मजे से अपने देवर से चुदवा रही है।
मजे की बात यह थी की एक माँ अपने बेटे को किसी की बुर चोदते हुए देख रही है, एक बेटी अपनी माँ का भोसड़ा चुदते हुए देख रही है और अपनी माँ के सामने किसी और से चुदवा रही है। एक बेटा अपनी माँ का भोसड़ा और अपनी बहन की बुर चुदते हुए देख रहा है। एक मियां अपनी बीवी की माँ का भोसड़ा चोद रहा है। एक आदमी अपनी बीवी की बहन की बिटिया चोद रहा है। चुदाई का जोश इसी वजह से सबका बढ़ता जा रहा है। यहाँ न कोई शर्म है और न किसी का डर। चूत भी सबकी अपनी है और लण्ड भी सबका अपना है तो फिर क्यों न हो जम कर चुदाई ? चूत भी घर की और लण्ड भी घर का ? फिर तो बस मजा ही मज़ा ? चुदाई बड़े जोरों से चल रही थी। हम तीनो की बुर धकाधक चुद रही थी।
इतने में अचानक मेरी सास ने मेरे देवर के पेल्हड़ सहलाने लगी तो मैं भी नंदोई के पेल्हड़ सहलाने में जुट गयी। मुझे बड़ी ख़ुशी थी की सासू जी अपने ही बेटे के पेल्हड़ मस्ती सहला रहीं थीं। मुझे तो देवर का लण्ड तो मज़ा दे ही रहा था अब मेरी नज़र नंदोई के लण्ड पर टिक गयी। सासू जी बहुत ज्यादा ही मस्त नज़र आ रही थीं और फिर उसने ेप्ने बेटे का लण्ड मेरी चूत से निकाल कर हिलाने लगी। वह बोली हाय अल्ला मेरा बेटा तो सच में पूरा मरद बन चुका है। इसका लौड़ा तो इसकी माँ का भोसड़ा भी फाड़ डालेगा। ऐसा कह कर उसने लण्ड अपनी चूत पर रखा और बोली लो बेटा अब चोदो अपनी माँ का भोसड़ा ? ऐसे ही चोदो जैसे तू अपनी भाभी की बुर चोद रहा था। सासू की यह मस्ती देख कर मैं और उत्तेजित होने लगी। मेरी नन्द तो अपने खालू से तूफ़ान मेल की तरह भकाभक चुदवाने का मज़ा लूट रही थी। उधर मेरा देवर अपनी माँ का भोसड़ा चोदने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था।
मैंने पूंछा - सासू जी, कैसा लग रहा है तुझे अपने ही बेटे से चुदवाने में ?
वह बोली - हाय मेरी बहू रानी, अब ये मेरा बेटा नहीं है. अब तो मादर चोद मेरी बुर चोदने वाला मरद है।
उधर से नन्द बोली - भाभी जान, तेरी सास की बिटिया की बुर ? देख रही हो न कितनी छिनार है तेरी नन्द और तेरी नन्द की बुर ?
मैंने जबाब दिया - नन्द रानी, तेरी माँ की बहू की चूत ? देख रही हो न कितनी हरामजादी है तेरी माँ की बहू और बहू की चूत ? तेरे मरद का लण्ड अपनी बुर में घुसेड़े हुए कितने मजे से चुदवा रही है माँ की लौड़ी ? तब तक सास बोली - अरे तुम लोग मुझे देखो। अपनी माँ का भोसड़ा देखो बेटी ? अपनी सास का भोसड़ा देखो , बहू रानी । कैसे अपने दामाद से और अपने बेटे से ही भोसड़ी वाली भचाभच चुदवा रही है।तेरी सास जैसी चुड़क्कड़ औरत कोई और नहीं होगी बहू रानी।
अगले दिन रात का सीन तो बहुत ही मजेदार था। मेरी जेठानी की चूत खुली हुई थी, वह बिलकुल नंगी लेटी थी, मेरी खाला सास का भोसड़ा भी खुला पड़ा हुआ था। उसी के बगल में खाला की बेटी भी नंगी नंगी लेटी हुई थी। उसके बदन पर भी कोई पकड़ा नहीं था। मैं भी सबके साथ नंगी नंगी लेटी थी। मेरी नन्द भी बुर चोदी अपने सारे कपडे उतार अपनी चूँचियाँ हिलाती हुई सबके बीच में लेट गयी। मर्दों में मेरा ससुर भोसड़ी वाला नंगा था। जेठानी का अब्बू आया था वह भी नंगा नंगा लेटा था। मेरा अब्बू भी आ गया था। वह सबके आगे नागा होकर लेट गया। खाला जान की बेटी का मियां भी नंगा नंगा आ गया। वह भी लेट गया और उसका अब्बू भी बड़ी बेशर्मी से सबके साथ नंगा नंगा लेट गया। जब सब लोग नंगे नंगी हो तो फिर शर्म किस बात की ?थोड़ी देर बाद मेरा अब्बू जेठानी के ऊपर चढ़ बैठा और चोदने लगा उसकी बुर ? मेरी खाला सास अपनी बेटी के मियां से खुले आम चुदवाने लगी। खाला की बेटी ने अपने ही अब्बू का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया और चुदवाने लगी। मैंने अपने ससुर का लण्ड पकड़ा और उसे पहले मुंह में डाला, उसे खूब मस्ती से चूसा और फिर उसे अपनी चूत में पेल लिया। मेरी नन्द बुर चोदी मेरी जेठानी के अब्बू का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी और फिर अपनी बुर में घुसा लिया वह झमाझम चुदवाने में जुट गयी।
सास बोली - देखा मेरी बहू रानी, मैं कहती थी न की हमारे यहाँ सबकी बुर एक साथ इकठ्ठा चोदी जाती है।
०=०=०=०=०=० समाप्त
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