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बुर्कों में चूत नहीं बड़े बड़े लंड घुसे है - Burkon me chut nahi rahti land hote hai
बुर्कों में चूत नहीं बड़े बड़े लंड घुसे है - Burkon me chut nahi rahti land hote hai , बुर्के वाली मुस्लिम आंटी की चुदाई , बुरका सेक्स वीडियो स्टोरी , बुर्का पहनकर आशिक का लंड चूसती मुस्लिम औरत , बुर्के वाली से प्यार और चुदाई , Burke Wali Se Pyar Aur Chudai.
अरे अम्मी जान आप ख़ामख़ा ही नाराज़ हो रहीं हैं। इन बुरकों के नीचे चूत नहीं है बल्कि लण्ड हैं अम्मी जान लण्ड ? और ऐसे लण्ड हैं जो तेरा भी भोसड़ा फाड़ डालेगें। ज़रा अंदर हाथ डाल कर तो देखो। लण्ड देखते ही तेरी गांड फट जाएगी अम्मी जान ? मैंने इन लोगों की अपनी माँ का भोसड़ा चोदने के लिए बुलाया है। बुरका पहन कर ये सब आ गयें हैं ताकि किसी को कानों कान खबर न होने पाए की फ़िरोज़ा आज अपनी माँ चुदाने के लिए लण्ड इकठ्ठा कर रही है।
अम्मी ने कहा - अरी बुर चोदी फ़िरोज़ा तू तो बहुत बड़ी उस्ताद निकली। मैं तो तेरी बुर चुदाने की सोंच ही रही थी और तूने मेरा भोसड़ा चुदाने का इंतज़ाम भी कर लिया। अब देखो मैं भी कुछ करती हूँ। मैं भी तेरी बुर फड़वाने का इंतज़ाम करती हूँ।
तब तक पीछे से आवाज़ आयी - अरे रुखसाना भाभी जान, तुम्हे इंतज़ाम करने की जरुरत नहीं हैं। मैं हूँ न तेरी बिटिया की बुर फाड़ने के लिए। मैं फाड़ूंगा तेरे सामने तेरी बिटिया की बुर भाभी जान।
अम्मी बोली - अरे अब्बास तू कब आ गया दुबई से वह भी इतने सालों बाद ?
बोला - अरे भाभी मैं कल आया था तो अपने दोस्त के घर चला गया। मैंने कल रात भर उसकी बीवी चोदी और उसकी बेटी भी चोदी। उसकी बीवी तो मुझसे पहले भी चुदवा चुकी थी पर उसकी बेटी को मैंने कल पहली बार चोदा। क्या मस्त चुदवाती है उसकी बेटी। मज़ा आ गया उसे चोदने में भाभी जान। उसकी उम्र २२ साल की है और उसकी बुर बड़ी टाइट है। मेरा लौड़ा एकदम चारों तरफ से चिपक कर घुस रहा था।
अम्मी ने पूंछा - तो उसकी बेटी ने तुमसे अपने आप चुदवा लिया क्या ?
अंकल ने जबाब दिया - हां भाभी जान उसने अपने आप चुदवा लिया मुझसे । मैं उसकी माँ का भोसड़ा चोद रहा था. तभी वह भी कमरे में आ गई और मेरा फिसलता हुआ लण्ड अपनी माँ की में चूत में घुसेड़ने लगी और बीच बीच में लण्ड चूत से निकाल कर चाटने भी लगी। फिर क्या दूसरी पारी में वह बोली अंकल अब मुझे चोदो। फिर मैंने उसे उसकी माँ के सामने खूब झमाझम चोदा। सच बात यह है भाभी जान की मेरा दोस्त मेरी बीवी चोदता है और मेरी बेटी भी चोदता है। मैं जब दुबई से आ रहा था तो वह बोला यार अब्बास अबकी बार तुम मेरी बीवी चोद कर आना और मेरी बेटी भी चोदना। इन दोनों को मालूम था की मैं उन्हें चोदने आ रहा हूँ।
अम्मी ने कहा - तो आज तुम अकेले ही मेरी बेटी चोदोगे क्या ?
अंकल ने कहा - नहीं भाभी जान, मेरे साथ मेरा एक और दोस्त भी है। मैंने उससे तुम्हारी बहुत तारीफ की है। वह भी तुम्हारी बुर लेगा और तुम्हारी बेटी की भी बुर लेगा ? तुम्हारी बेटी फ़िरोज़ा तो अब मस्त जवान हो गयी है। मैं देख रहा हूँ उसे और मेरा लौड़ा पजामा के अंदर तहलका मचाये हुए है।
अम्मी ने कहा - मैं अभी तेरा लौड़ा खोल कर देखती हूँ पर तू जल्दी से बुला ले उसे अभी यहीं पर । मैं भी देखूं की तेरे दोस्त का लण्ड कैसा है ?
अंकल उधर अपने दोस्त को फोन करने लगा इधर अम्मी जान बुर्के वालों लोगों के बुरका खोलने लगीं। एक बुर्का निकाला तो उसके अंदर एक मस्त जवान लड़का निकला। अम्मी जान ने सीधे उसका लण्ड टटोलना शुरू किया और बोली हाय अल्ला इसका लौड़ा तो बड़ा लंबा दिख रहा है। मैंने कहा अम्मी जान ये मेरा दोस्त टोनी है।इसका लण्ड नॉन मुस्लिम है। अम्मी ने फिर दूसरा बुरका निकाला तो उसके अंदर एक नंगा लड़का निकला। उसका लौड़ा टन टनाया हुआ था। उसे देख कर
अम्मी ने कहा - बाप रे बाप इतना मोटा और इतना सख्त लण्ड। सच में फ़िरोज़ा ये तेरी माँ का भोसड़ा फाड़ देगा। मैंने कहा ये इलियास है अम्मी जान। बाद ने अम्मी ने तीसरा बुर्का निकाला तो उसमे भी एक नौजवान लड़का निकला जिसका लण्ड नंगा था। एकदम चिकना लण्ड चिकना पेल्हड़ अम्मी उसे देख कर ललचा गयीऔर बोली हाय फ़िरोज़ा मेरा मन करता है की मैं तेरा निकाह इससे करा दूँ ताकि मैं भी इससे चुदवाती रहूं। मैंने कहा अम्मी जान ये मेरा खास दोस्त समी है। अम्मी ने तीनो को एकदम नंगा कर दिया और खुद भी नंगी हो गई। उसकी 44 साल की जवानी सबके सामने खुल गयी। वह बहुत ही सेक्सी और हॉट औरत दिख रहीं थी।
तब तक अंकल का दोस्त आ गया। अंकल ने उसे हमसे मिलवाया बोला ये मेरा दोस्त अजीम है। माहौल गरम। इसलिए मैंने देर नहीं लगाई और अंकल का पजामा खोला डाला। उसके अंदर से उसका लौड़ा फनफनाकर बाहर आ गया। मैंने लौड़ा पकड़ लिया और उसे चूमने लगी। तब तक अजीम भी नंगी हो गया तो मैंने दूसरे भी पकड़ लिया। मैं उसे भी बारी बारी चूमने चटाने लगी।
मैंने अंकल से पूंछा - ये तेरा लण्ड तेरे दोस्तों की बेटियां ज्यादा चोदता है की बीवियां ?
उसने बताया - आजकल तो बेटियां ज्यादा चोदता हूँ क्योंकि बेटियां चोदने में ज्यादा मज़ा आता है। बीवियों को तो कई सालों से चोद रहा हूँ।
मैंने फिर पूंछा - अपनी बेटी चोदी है कभी तूने अंकल ?
वह बोला - हां चोदी भी है अपनी बेटी और अपने दोस्तों से चुदवाई भी है अपनी बेटी। मेरी दोनों बेटियां मुझसे और मेरे दोस्तों से खूब मजे से चुदवाती हैं।
मैंने कहा - तो फिर लो आज तुम अपनी भाभी जान की बेटी चोदो।
मैंने अपनी चूत फैला दी। अंकल ने लण्ड गप्प से घुसेड़ दिया मेरी चूत में। उधर इलियास मेरी माँ का भोसड़ा चोदने लगा। अम्मी टोनी का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी और दूसरे हाथ से समी का लण्ड हिला हिला कर मज़ा करने लगीं। तब तक अजीम ने लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया। मैं दो दो मर्दों से चुदवाने लगी और अम्मी तीन तीन मर्दों से। अम्मी के भोसड़ा का बाजा बड़े मजे से बजने लगा। यह पहली बार है जब की मैं खुद अम्मी के भोसड़ा का बाजा बजवा रही हूँ। एक दिन हुआ यह था की जब मैं जवान हुई तो अम्मी ने कहा तू भोसड़ी की फ़िरोज़ा जवान तो हो गयी है लेकिन अभी तक माँ चुदाना नहीं आया ? तेरे साथ की लड़कियां सब अपनी अपनी माँ चुदा रहीं। तेरी खाला की बेटी अपनी माँ चुदवाती है तेरी फूफी की बेटी अपनी माँ चुदवाती है और चचा जान की बेटी तो अपनी १६ साल की उम्र से अपनी माँ की चूत में लण्ड पेल रही है। एक तू है जो कुछ करती ही नहीं। मुझे तो तेरे लड़की होने में शक होने लगा है ? मैं उस दिन तो कुछ नहीं बोली पर मन में ठान लिया की मैं इस बुर चोदी रुखसाना का भोसड़ा एक दिन जरूर बजाऊंगी।
आज वो दिन आ गया है जब मैं अपनी माँ का भोसड़ा बजा रही हूँ। मेरे तीन तीन दोस्त मेरी माँ का भोसड़ा बजा रहें हैं। कितना मज़ा आ रहा है मुझे। अम्मी जान ने बताया की जब तू जवान हुई तो मैं सोंचने लकागि की मेरी बेटी अगर शर्म करेगी तो वह जवानी का मज़ा नहीं लूट पायेगी। इसलिए मुझे उसे बेशर्म बनाना पड़ेगा ताकि वह लण्ड बड़ी मस्ती से खुद अपना हाथ पकड़ ले। अगर उसे लण्ड पकड़ना आ गया और उसे मुंह में लेना आ गया तो वह फिर खुद ही चुदवाने लगेगी। फिर मैंने सोंचा की आज मैं खुद अपनी बेटी को लण्ड पकड़ा दूँगी। उसे गालियां देना सिखा दूँगी उसकी शर्म ख़तम कर दूँगी और लौड़ा फिर उसकी बुर में घुसा दूँगी। मैंने दो आदमियों से बात कर भी ली थी लेकिन मेरी बेटी तो मुझसे आगे निकल गयी। वो तो मेरे लण्ड बुर्का में छुपा कर ले आई। मेरे भोसड़ा में तीन तीन लण्ड पेलने का इंतज़ाम कर लिए तूने। तब तक अब्बास और उसका दोस्त आ गया तो मैंने उन लोगों को वहीँ रोक दिया। अब मैं किसी और दिन उनके लण्ड अपनी बेटी की बुर में पेलूँगी। फ़िरोज़ा की माँ का भोसड़ा ? फ़िरोज़ा की माँ की बिटिया की बुर ?
मैंने भी कहा - अम्मी जान,तेरी बेटी की माँ की चूत।
फिर हम दोनों आमने सामने भकाभक अपनी अपनी बुर चुदवाने में जुट गईं। मेरे तीनो दोस्त एक एक करके मेरी माँ चोदने में लगे थे। अम्मी जान तीनो लण्ड का मज़ा एक साथ लूट रहीं थी। मैं भी उसी तरह दोनों लण्ड का मज़ा लूट रही थी। पहले अम्मी जान का भोसड़ा बोल गया। अम्मी जान का ढीला हो गया मादर चोद भोसड़ा। फिर मेरी भी ढीली हो गयी बुर चोदी बुर। मैं दोनों लण्ड का सड़का मारने लगी और अम्मी भी एक एक करके उनका सड़का लगाने लगी। बस एक मिनट में लण्ड साले सब झड़ने लगे। हम दोनों ने झड़ते हुए लण्ड का वीर्य पिया और सबके सुपाड़े चाटे। उसके बाद मैं लड़कों को बुर्का लहना कर लाने लगी और अपनी चुदवाने लगी। हर बार नये लण्ड ? अम्मी जान को मज़ा आने लगा। उधर अम्मी भी मेरी बुर में नये नये लण्ड पेलने लगी तो मुझे मज़ा आने लगा।
धीरे धीरे बुर्के में लण्ड लाने की बात हमारे कुनबे में सबको मालूम हो गयी। सबने इस तरीके को खूब पसंद किया और कुछ लड़कियां भी अपनी माँ चुदाने के लिए लण्ड बुरके में छुपा छुपा कर लाने लगीं। एक दिन मेरी फूफी जान की बेटी सायरा आ गयी। उसे जब मालूम हुआ की मैं ऐसा करती हूँ तो वह बोली भोसड़ी की फ़िरोज़ा तेरी माँ की चूत। तेरी माँ की नन्द का भोसड़ा ? उसकी नन्द की बिटिया की बुर ? उसने पहले मेरी माँ को गाली दी फिर अपनी माँ को भी गली दी और फिर अपनी बुर को गाली दी। ऐसी गालियां हमारे कुनबे में होती ही रहतीं हैं जिसे सब लोग एन्जॉय करतें हैं। वह बोली यार मुझे तूने पहले क्यों नहीं बताया। मैं भी अपनी कई लोगों से चुदवा लेती। कई मुल्लाओ के लण्ड लाकर अपनी माँ के भोसड़ा में पेल देती ? मैंने कहा तो अब पेल दे न। तुझे रोका किसने है है ? अच्छा एक बात बता क्या मुल्लाओ के लण्ड ज्यादा बड़े बड़े होतें हैं ? वह बोली हां कुछ मुल्लाओ के लण्ड सच में बड़े भी हैं और मोटे भी। मैं ऐसे कई मुल्लाओ को जानती हूँ जिनके लण्ड 9" के हैं और मोटे भी 5" से 6" के हैं पर वो दाढ़ी रखतें हैं किसी के घर ने जाने में कतराते हैं। अब मैं उन्हें ही बुरका पहना कर ले आऊंगी और तब उनके लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी।
अगले दिन सायरा ने मुझे बुलाया और मैं बस 10 मिनट में ही पहुँच गयी क्योंकि उसका घर मेरे घर के पास ही
था। मैं जब पहुंची तो वह अपनी अम्मी यानी फूफी से बातें कर रही थी। मुझे द्देख कर फूफी बोली - अरी सायरा तू तो बड़ी सायानी निकली। रोज़ की नए नए लण्ड पेलती है तू अपनी माँ की चूत में और वो सब लण्ड तू बुरके में छुपा कर लाती है। मैंने भी हंस कर कहा अरे फूफी जान जब माँ चुदानी है तो लण्ड का इंतज़ाम करना ही पड़ेगा न ? तब तक तीन लोग बुरके में आ गए। मुझे नहीं मालूम की वे लड़कियां थीं की लड़के। सायरा उठी और उनके बुरके उतारने लगी तो मैंने देखा की अंदर दाढ़ी वाले तीन मौलाना थे। सायरा उन्हें देख कर बोली अरे मादर चोद मुल्लाओ मैंने कहा था की नीचे एकदम नंगे रहना और तुम लोगों ने एक एक पजामा पहन कर आये हो।तुम्हारी बहन का भोसड़ा। तुम्हारी बेटियों की चूत। ऐसा बोल कर वह एक एक करके सबके पाजामा खोलने लगी। पहला खोला तो वह बोली ये है अब्दुल दूसरा खोला तो बोली ये है हकीम और तीसरा खोला तो बोली ये है हलीम। एक एक करके तीनो लण्ड खुल गए।
अब्दुल का लण्ड उसने मुझे पकड़ा दिया हकीम का लण्ड अपनी अम्मी को पकड़ा दिया और हलीम का लण्ड खुद पकड़ लिया। हम सबने लण्ड हिलाना शुरू किया तो वे तीनो लण्ड बढ़ने लगे। बढ़ते बढ़ते बहन चोद 9" के हो गए। तब तक सायरा नंगी हो चुकी थी। मैं भी नंगी हो गयी और फूफी जान भी।
मैं तीनो लण्ड देख कर मस्त हो गई। उनकी दाढ़ी तो बड़ी बड़ी थी लेकिन लण्ड पर झांट का एक भी बाल नहीं था। पेल्हड़ भी सब एकदम चिकने थे। सायरा बोली ये भोसड़ी वाले सब के सब अपनी अपनी बेटियां चोदते हैं एक दूसरे की बेटियां चोदते हैं, एक दूसरे की बीवियां और बहुएं चोदते हैं। बड़ी बात तो ये है की ये तीनो दूसरों की बीवियों का हलाला करतें हैं। पहले मर्दों को उकसाकर तलाक दिलवाते हैं और फिर बीवियों को हलाला करवाने का मशविरा देतें हैं।
इसी आड़ में ये सब हर दिन किसी न किसी की तलाकशुदा बीवी चोदते हैं। मुझे जब इनके लण्ड के बारे में पता चला तो मैं एक एक करके इनके पास गयी और सबके लण्ड का मज़ा लिया। मैंने वहीँ ठान लिया की मैं एक दिन इनसे अपनी माँ चुदवाऊंगी। अपनी अम्मी के भोसड़ा में इनके लण्ड पेलूँगी। आज वो दिन आ गया है। सायरा ने अपनी अम्मी की चूत पर हाथ रखा और दो ऊँगली अंदर घुसेड़ कर देखा की चूत तो गीली है और जल रही है तो उसने हलीम का लण्ड घुसा दिया अपनी माँ की चूत में। फूफी का भोसड़ा चुदने लगा। फूफी ने फिर हकीम का लण्ड मेरी बुर में पेल दिया और मैंने अब्दुल का लण्ड सायरा की चूत में घुसेड़ दिया। इस तरह हम तीनो की बुर चुदने लगी। एक साथ बाजा बजने लगा हम तीनो की चूत का।
फूफी ने कहा - बेटी सायरा तू सच में बहुत बड़ी माँ चुदाने वाली हरामजादी बेटी हो गयी है। आज फैट जायेगा तेरी माँ का बहन चोद भोसड़ा ?
सायरा भी जोश में बोली - तू भी बुर चोदी अम्मी जान, बहुत चुदक्कड़ औरत हो गई है। आज फटेगी तेरी बेटी की बुर ? और तू भी सुन ले फ़िरोज़ा तेरी माँ की नन्द का भोसड़ा ? तेरी माँ की चूत ?आज ये तीनो तेरी चूत का बना देंगें कीमा।
मैंने कहा - तेरी माँ की बिटिया की बुर सायरा ? मैं आज तेरे सामने ही ये तीनो लण्ड अपनी चूत में डाल कर भून डालूंगी। भुने हुए चूहे जैसे तीनो लण्ड अपनी बुर से निकालूंगी।
०=०=०=०=०=०= समाप्त
Tags: बुर्कों में चूत नहीं बड़े बड़े लंड घुसे है - Burkon me chut nahi rahti land hote hai , बुर्के वाली मुस्लिम आंटी की चुदाई , बुरका सेक्स वीडियो स्टोरी , बुर्का पहनकर आशिक का लंड चूसती मुस्लिम औरत , बुर्के वाली से प्यार और चुदाई , Burke Wali Se Pyar Aur Chudai.
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अम्मी ने कहा - अरी बुर चोदी फ़िरोज़ा तू तो बहुत बड़ी उस्ताद निकली। मैं तो तेरी बुर चुदाने की सोंच ही रही थी और तूने मेरा भोसड़ा चुदाने का इंतज़ाम भी कर लिया। अब देखो मैं भी कुछ करती हूँ। मैं भी तेरी बुर फड़वाने का इंतज़ाम करती हूँ।
तब तक पीछे से आवाज़ आयी - अरे रुखसाना भाभी जान, तुम्हे इंतज़ाम करने की जरुरत नहीं हैं। मैं हूँ न तेरी बिटिया की बुर फाड़ने के लिए। मैं फाड़ूंगा तेरे सामने तेरी बिटिया की बुर भाभी जान।
अम्मी बोली - अरे अब्बास तू कब आ गया दुबई से वह भी इतने सालों बाद ?
बोला - अरे भाभी मैं कल आया था तो अपने दोस्त के घर चला गया। मैंने कल रात भर उसकी बीवी चोदी और उसकी बेटी भी चोदी। उसकी बीवी तो मुझसे पहले भी चुदवा चुकी थी पर उसकी बेटी को मैंने कल पहली बार चोदा। क्या मस्त चुदवाती है उसकी बेटी। मज़ा आ गया उसे चोदने में भाभी जान। उसकी उम्र २२ साल की है और उसकी बुर बड़ी टाइट है। मेरा लौड़ा एकदम चारों तरफ से चिपक कर घुस रहा था।
अम्मी ने पूंछा - तो उसकी बेटी ने तुमसे अपने आप चुदवा लिया क्या ?
अंकल ने जबाब दिया - हां भाभी जान उसने अपने आप चुदवा लिया मुझसे । मैं उसकी माँ का भोसड़ा चोद रहा था. तभी वह भी कमरे में आ गई और मेरा फिसलता हुआ लण्ड अपनी माँ की में चूत में घुसेड़ने लगी और बीच बीच में लण्ड चूत से निकाल कर चाटने भी लगी। फिर क्या दूसरी पारी में वह बोली अंकल अब मुझे चोदो। फिर मैंने उसे उसकी माँ के सामने खूब झमाझम चोदा। सच बात यह है भाभी जान की मेरा दोस्त मेरी बीवी चोदता है और मेरी बेटी भी चोदता है। मैं जब दुबई से आ रहा था तो वह बोला यार अब्बास अबकी बार तुम मेरी बीवी चोद कर आना और मेरी बेटी भी चोदना। इन दोनों को मालूम था की मैं उन्हें चोदने आ रहा हूँ।
अम्मी ने कहा - तो आज तुम अकेले ही मेरी बेटी चोदोगे क्या ?
अंकल ने कहा - नहीं भाभी जान, मेरे साथ मेरा एक और दोस्त भी है। मैंने उससे तुम्हारी बहुत तारीफ की है। वह भी तुम्हारी बुर लेगा और तुम्हारी बेटी की भी बुर लेगा ? तुम्हारी बेटी फ़िरोज़ा तो अब मस्त जवान हो गयी है। मैं देख रहा हूँ उसे और मेरा लौड़ा पजामा के अंदर तहलका मचाये हुए है।
अम्मी ने कहा - मैं अभी तेरा लौड़ा खोल कर देखती हूँ पर तू जल्दी से बुला ले उसे अभी यहीं पर । मैं भी देखूं की तेरे दोस्त का लण्ड कैसा है ?
अंकल उधर अपने दोस्त को फोन करने लगा इधर अम्मी जान बुर्के वालों लोगों के बुरका खोलने लगीं। एक बुर्का निकाला तो उसके अंदर एक मस्त जवान लड़का निकला। अम्मी जान ने सीधे उसका लण्ड टटोलना शुरू किया और बोली हाय अल्ला इसका लौड़ा तो बड़ा लंबा दिख रहा है। मैंने कहा अम्मी जान ये मेरा दोस्त टोनी है।इसका लण्ड नॉन मुस्लिम है। अम्मी ने फिर दूसरा बुरका निकाला तो उसके अंदर एक नंगा लड़का निकला। उसका लौड़ा टन टनाया हुआ था। उसे देख कर
अम्मी ने कहा - बाप रे बाप इतना मोटा और इतना सख्त लण्ड। सच में फ़िरोज़ा ये तेरी माँ का भोसड़ा फाड़ देगा। मैंने कहा ये इलियास है अम्मी जान। बाद ने अम्मी ने तीसरा बुर्का निकाला तो उसमे भी एक नौजवान लड़का निकला जिसका लण्ड नंगा था। एकदम चिकना लण्ड चिकना पेल्हड़ अम्मी उसे देख कर ललचा गयीऔर बोली हाय फ़िरोज़ा मेरा मन करता है की मैं तेरा निकाह इससे करा दूँ ताकि मैं भी इससे चुदवाती रहूं। मैंने कहा अम्मी जान ये मेरा खास दोस्त समी है। अम्मी ने तीनो को एकदम नंगा कर दिया और खुद भी नंगी हो गई। उसकी 44 साल की जवानी सबके सामने खुल गयी। वह बहुत ही सेक्सी और हॉट औरत दिख रहीं थी।
तब तक अंकल का दोस्त आ गया। अंकल ने उसे हमसे मिलवाया बोला ये मेरा दोस्त अजीम है। माहौल गरम। इसलिए मैंने देर नहीं लगाई और अंकल का पजामा खोला डाला। उसके अंदर से उसका लौड़ा फनफनाकर बाहर आ गया। मैंने लौड़ा पकड़ लिया और उसे चूमने लगी। तब तक अजीम भी नंगी हो गया तो मैंने दूसरे भी पकड़ लिया। मैं उसे भी बारी बारी चूमने चटाने लगी।
मैंने अंकल से पूंछा - ये तेरा लण्ड तेरे दोस्तों की बेटियां ज्यादा चोदता है की बीवियां ?
उसने बताया - आजकल तो बेटियां ज्यादा चोदता हूँ क्योंकि बेटियां चोदने में ज्यादा मज़ा आता है। बीवियों को तो कई सालों से चोद रहा हूँ।
मैंने फिर पूंछा - अपनी बेटी चोदी है कभी तूने अंकल ?
वह बोला - हां चोदी भी है अपनी बेटी और अपने दोस्तों से चुदवाई भी है अपनी बेटी। मेरी दोनों बेटियां मुझसे और मेरे दोस्तों से खूब मजे से चुदवाती हैं।
मैंने कहा - तो फिर लो आज तुम अपनी भाभी जान की बेटी चोदो।
मैंने अपनी चूत फैला दी। अंकल ने लण्ड गप्प से घुसेड़ दिया मेरी चूत में। उधर इलियास मेरी माँ का भोसड़ा चोदने लगा। अम्मी टोनी का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी और दूसरे हाथ से समी का लण्ड हिला हिला कर मज़ा करने लगीं। तब तक अजीम ने लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया। मैं दो दो मर्दों से चुदवाने लगी और अम्मी तीन तीन मर्दों से। अम्मी के भोसड़ा का बाजा बड़े मजे से बजने लगा। यह पहली बार है जब की मैं खुद अम्मी के भोसड़ा का बाजा बजवा रही हूँ। एक दिन हुआ यह था की जब मैं जवान हुई तो अम्मी ने कहा तू भोसड़ी की फ़िरोज़ा जवान तो हो गयी है लेकिन अभी तक माँ चुदाना नहीं आया ? तेरे साथ की लड़कियां सब अपनी अपनी माँ चुदा रहीं। तेरी खाला की बेटी अपनी माँ चुदवाती है तेरी फूफी की बेटी अपनी माँ चुदवाती है और चचा जान की बेटी तो अपनी १६ साल की उम्र से अपनी माँ की चूत में लण्ड पेल रही है। एक तू है जो कुछ करती ही नहीं। मुझे तो तेरे लड़की होने में शक होने लगा है ? मैं उस दिन तो कुछ नहीं बोली पर मन में ठान लिया की मैं इस बुर चोदी रुखसाना का भोसड़ा एक दिन जरूर बजाऊंगी।
आज वो दिन आ गया है जब मैं अपनी माँ का भोसड़ा बजा रही हूँ। मेरे तीन तीन दोस्त मेरी माँ का भोसड़ा बजा रहें हैं। कितना मज़ा आ रहा है मुझे। अम्मी जान ने बताया की जब तू जवान हुई तो मैं सोंचने लकागि की मेरी बेटी अगर शर्म करेगी तो वह जवानी का मज़ा नहीं लूट पायेगी। इसलिए मुझे उसे बेशर्म बनाना पड़ेगा ताकि वह लण्ड बड़ी मस्ती से खुद अपना हाथ पकड़ ले। अगर उसे लण्ड पकड़ना आ गया और उसे मुंह में लेना आ गया तो वह फिर खुद ही चुदवाने लगेगी। फिर मैंने सोंचा की आज मैं खुद अपनी बेटी को लण्ड पकड़ा दूँगी। उसे गालियां देना सिखा दूँगी उसकी शर्म ख़तम कर दूँगी और लौड़ा फिर उसकी बुर में घुसा दूँगी। मैंने दो आदमियों से बात कर भी ली थी लेकिन मेरी बेटी तो मुझसे आगे निकल गयी। वो तो मेरे लण्ड बुर्का में छुपा कर ले आई। मेरे भोसड़ा में तीन तीन लण्ड पेलने का इंतज़ाम कर लिए तूने। तब तक अब्बास और उसका दोस्त आ गया तो मैंने उन लोगों को वहीँ रोक दिया। अब मैं किसी और दिन उनके लण्ड अपनी बेटी की बुर में पेलूँगी। फ़िरोज़ा की माँ का भोसड़ा ? फ़िरोज़ा की माँ की बिटिया की बुर ?
मैंने भी कहा - अम्मी जान,तेरी बेटी की माँ की चूत।
फिर हम दोनों आमने सामने भकाभक अपनी अपनी बुर चुदवाने में जुट गईं। मेरे तीनो दोस्त एक एक करके मेरी माँ चोदने में लगे थे। अम्मी जान तीनो लण्ड का मज़ा एक साथ लूट रहीं थी। मैं भी उसी तरह दोनों लण्ड का मज़ा लूट रही थी। पहले अम्मी जान का भोसड़ा बोल गया। अम्मी जान का ढीला हो गया मादर चोद भोसड़ा। फिर मेरी भी ढीली हो गयी बुर चोदी बुर। मैं दोनों लण्ड का सड़का मारने लगी और अम्मी भी एक एक करके उनका सड़का लगाने लगी। बस एक मिनट में लण्ड साले सब झड़ने लगे। हम दोनों ने झड़ते हुए लण्ड का वीर्य पिया और सबके सुपाड़े चाटे। उसके बाद मैं लड़कों को बुर्का लहना कर लाने लगी और अपनी चुदवाने लगी। हर बार नये लण्ड ? अम्मी जान को मज़ा आने लगा। उधर अम्मी भी मेरी बुर में नये नये लण्ड पेलने लगी तो मुझे मज़ा आने लगा।
धीरे धीरे बुर्के में लण्ड लाने की बात हमारे कुनबे में सबको मालूम हो गयी। सबने इस तरीके को खूब पसंद किया और कुछ लड़कियां भी अपनी माँ चुदाने के लिए लण्ड बुरके में छुपा छुपा कर लाने लगीं। एक दिन मेरी फूफी जान की बेटी सायरा आ गयी। उसे जब मालूम हुआ की मैं ऐसा करती हूँ तो वह बोली भोसड़ी की फ़िरोज़ा तेरी माँ की चूत। तेरी माँ की नन्द का भोसड़ा ? उसकी नन्द की बिटिया की बुर ? उसने पहले मेरी माँ को गाली दी फिर अपनी माँ को भी गली दी और फिर अपनी बुर को गाली दी। ऐसी गालियां हमारे कुनबे में होती ही रहतीं हैं जिसे सब लोग एन्जॉय करतें हैं। वह बोली यार मुझे तूने पहले क्यों नहीं बताया। मैं भी अपनी कई लोगों से चुदवा लेती। कई मुल्लाओ के लण्ड लाकर अपनी माँ के भोसड़ा में पेल देती ? मैंने कहा तो अब पेल दे न। तुझे रोका किसने है है ? अच्छा एक बात बता क्या मुल्लाओ के लण्ड ज्यादा बड़े बड़े होतें हैं ? वह बोली हां कुछ मुल्लाओ के लण्ड सच में बड़े भी हैं और मोटे भी। मैं ऐसे कई मुल्लाओ को जानती हूँ जिनके लण्ड 9" के हैं और मोटे भी 5" से 6" के हैं पर वो दाढ़ी रखतें हैं किसी के घर ने जाने में कतराते हैं। अब मैं उन्हें ही बुरका पहना कर ले आऊंगी और तब उनके लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी।
अगले दिन सायरा ने मुझे बुलाया और मैं बस 10 मिनट में ही पहुँच गयी क्योंकि उसका घर मेरे घर के पास ही
अब्दुल का लण्ड उसने मुझे पकड़ा दिया हकीम का लण्ड अपनी अम्मी को पकड़ा दिया और हलीम का लण्ड खुद पकड़ लिया। हम सबने लण्ड हिलाना शुरू किया तो वे तीनो लण्ड बढ़ने लगे। बढ़ते बढ़ते बहन चोद 9" के हो गए। तब तक सायरा नंगी हो चुकी थी। मैं भी नंगी हो गयी और फूफी जान भी।
मैं तीनो लण्ड देख कर मस्त हो गई। उनकी दाढ़ी तो बड़ी बड़ी थी लेकिन लण्ड पर झांट का एक भी बाल नहीं था। पेल्हड़ भी सब एकदम चिकने थे। सायरा बोली ये भोसड़ी वाले सब के सब अपनी अपनी बेटियां चोदते हैं एक दूसरे की बेटियां चोदते हैं, एक दूसरे की बीवियां और बहुएं चोदते हैं। बड़ी बात तो ये है की ये तीनो दूसरों की बीवियों का हलाला करतें हैं। पहले मर्दों को उकसाकर तलाक दिलवाते हैं और फिर बीवियों को हलाला करवाने का मशविरा देतें हैं।
इसी आड़ में ये सब हर दिन किसी न किसी की तलाकशुदा बीवी चोदते हैं। मुझे जब इनके लण्ड के बारे में पता चला तो मैं एक एक करके इनके पास गयी और सबके लण्ड का मज़ा लिया। मैंने वहीँ ठान लिया की मैं एक दिन इनसे अपनी माँ चुदवाऊंगी। अपनी अम्मी के भोसड़ा में इनके लण्ड पेलूँगी। आज वो दिन आ गया है। सायरा ने अपनी अम्मी की चूत पर हाथ रखा और दो ऊँगली अंदर घुसेड़ कर देखा की चूत तो गीली है और जल रही है तो उसने हलीम का लण्ड घुसा दिया अपनी माँ की चूत में। फूफी का भोसड़ा चुदने लगा। फूफी ने फिर हकीम का लण्ड मेरी बुर में पेल दिया और मैंने अब्दुल का लण्ड सायरा की चूत में घुसेड़ दिया। इस तरह हम तीनो की बुर चुदने लगी। एक साथ बाजा बजने लगा हम तीनो की चूत का।
फूफी ने कहा - बेटी सायरा तू सच में बहुत बड़ी माँ चुदाने वाली हरामजादी बेटी हो गयी है। आज फैट जायेगा तेरी माँ का बहन चोद भोसड़ा ?
सायरा भी जोश में बोली - तू भी बुर चोदी अम्मी जान, बहुत चुदक्कड़ औरत हो गई है। आज फटेगी तेरी बेटी की बुर ? और तू भी सुन ले फ़िरोज़ा तेरी माँ की नन्द का भोसड़ा ? तेरी माँ की चूत ?आज ये तीनो तेरी चूत का बना देंगें कीमा।
मैंने कहा - तेरी माँ की बिटिया की बुर सायरा ? मैं आज तेरे सामने ही ये तीनो लण्ड अपनी चूत में डाल कर भून डालूंगी। भुने हुए चूहे जैसे तीनो लण्ड अपनी बुर से निकालूंगी।
०=०=०=०=०=०= समाप्त
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