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जो भी मेरे घर आता है मैं उससे चुदती हूँ - Saare kunbe ke land kha chuki hun
जो भी मेरे घर आता है मैं उससे चुदती हूँ - Saare kunbe ke land kha chuki hun , घर आए मेहमान का स्वागत चुदाई के साथ , चोदो चुदने को तैयार हूँ , लंड चुसाओ चूसने को मचल रही हूँ. जितना बड़ा लंड उतना ज्यादा मजा स्वाद , चुद गई , चुदवाया लिया और सदा चुदवाती रहूंगी.
अरे यार देखो ये सब हमारे मुस्लिम समाज में चलता है। मेरे घर में तो सब लोग सबकी बुर चोदते हैं। सबकी बुर में अपना अपना लण्ड पेलते हैं। सब की सब बेटी बहू बीवियां अम्मियाँ सबसे खूब झकाझक चुदवाती हैं।खुलेआम चुदवाती है और कही कोई न शर्म, न झिझक और न ही कोई डर। चुदाई एक खेल है जिसे सब लोग मिलकर खेलते हैं। मुझे भी सब लोग चोदते हैं। मेरा भाई जान मुझे चोदता हैं। मेरा मामू जान मुझे चोदता है. मेरा खालू जान भी अपना लण्ड पेलता है मेरी चूत में, मेरा अब्बू जान भी लौड़ा घुसेड़ देता है मेरी चूत में। मेरा जीजू भी भोसड़ा का जब जब आता है तब तब मेरी बुर लेकर ही जाता है। इसके अलावा इन सबके दोस्त भी आ आ कर मुझे चोदते हैं। पड़ोस के लड़के और रोज़ आने जाने वाले अंकल भी मेरी चूत में लण्ड घुसाते हैं. अब्बू के दोस्त भी मेरी बुर चोदने में कोई रहम नहीं करते। लोग बहन अदल बदल कर चोदते हैं तो मेरी बुर चुदती है। बेटियां अदल बदल कर चोदते हैं तो मेरी बुर चुदती है सालियाँ अदल बदल कर चोदते हैं तो मेरी बुर चुदती है बहू अदल बदल कर चोदते हैं तो मेरी बुर चुदती है। ये बुर चोदी बुर हमेशा चुदती ही रहती है।
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मेरा नाम समीना बेगम है। मैं जब 18 + की हुई तो मुझे मेरी अम्मी ने बताया की बेटी समीना अब तुम जवान हो गई हो अब तुम्हे खुल कर सबसे बात करनी चाहिए, थोड़ा थोड़ा हर रोज़ चाहिए और गालियां भी बेहिचक देना चाहिए। ये सब करोगी तो तुम जल्दी ही बेशरम हो जाओगी, बोल्ड हो जाओगी और तब तुम्हे अपनी जवानी का मज़ा लूटने में बड़ा मज़ा आएगा ? मैं जवान तो हो गई थी पर मुझे जवानी का पूरा मज़ा लूटना नहीं मालूम था। मैं सोंचने लगी ये पूरा मज़ा क्या होता है। तभी अचानक मेरी अम्मी का कोई फोन आ गया और वह उससे बात करने लगीं।
वह बोल रहीं थीं - हां बोल भोसड़ी की तू इतनी दिनों के बाद मुझे फोन कर रही है,,,,,,,,,,,,,,,,,,अच्छा ये सच है ,,,,,,,,,,,,तेरी बेटी लण्ड तेरी बुर में घुसेड़ती है ,,,,,,,,,,हाय रब्बा तेरी बेटी अपनी माँ अक भोसड़ा चुदवाती है ,,,,,,,,,,,, तब तो तुझे बड़ा मज़ा आता होगा ,,,,,,,,,,,,वो भी चोदेगा तेरी बुर यार थोड़ा सब्र करो ,,,,,,,,,,,,,वो बेटी चोद बड़ा हराम ज्यादा है। कह रहा था की मैं तेरी बेटी चोदूंगा ,,,,,,,,,,,,,,हां हां मैं भी चुदवा लूंगी अपनी बेटी। वह तो अभी अभी जवान हुई है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,हां हां सबके लण्ड चूसेगी यार पर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, हां हां जो उसे चोदेगा वो मुझे भी चोदेगा ,,,,,,,,,,,,लण्ड मुझे पसंद है यार ,,,,,,,,,,,,,हां चाहे तो मेरी गांड भी मार ले ,,,,,,,,,, हां बेटियां बुर चोदी बड़ी बेशरम होती हैं वो हमसे ज्यादा लण्ड का मज़ा लूटती लूटती हैं,,,,,,,,,,,,,,,,आजकल लड़कियां चुदवाती नहीं है बल्कि लण्ड चोदतीं हैं। ,,,,,,,,,,,,,,,,हां हां मेरी बेटी भी लण्ड चोदेगी। मैं खड़ी खड़ी अम्मी जान की सारी बातें सुन रही थी। मैं वही सुन रही थी जो अम्मी कह रही थी जो अम्मी जान बोल रहीं थी पर उधर से कौन क्या बोल रही थी क्या कह रही थी वो नहीं जान पाई। बात ख़तम होने के बाद अम्मी ने मेरे गाल थपथपाए और कहा आज तुझे एक बड़ा बढ़िया लण्ड मिलेगा बेटी समीना ? तेरी बुर चोदी माँ का भोसड़ा भी चुदेगा आज ।
अम्मी की गालियों भरी प्यारी प्यारी बातें मुझे मद होश करने लगीं। शाम को मैंने देखा की अम्मी के साथ एक आदमी बैठा है। अम्मी ने मुझे बुलाया और कहा लो बेटी इसे मिलो ये है रहीम मेरी दोस्त का शौहर। आज रात यह यहीं रहेगा। मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई और आदाब बोला। मैं भी उससे बातें करने लगी तब तक किसी ने कहा अरे शबाना भाभी जान मैं भी हूँ। अम्मी बोली अरे समी तुम दुबई से कब आये ? वह बोला बस आज हो आया हूँ भाभी जान। अम्मी ने कहा अबकी बार तुम बहुत दिनों के बाद आये हो। लो इससे मिलो ये है मेरी बेटी समीना। वह बोला हाय अल्लाह कितनी बड़ी हो गई है भाभी जान तेरी बेटी। अब तू पूरी जवान हो गयी है। अम्मी ने कहा अब ये पूरी तरह जवान है। तेरी लार टपक रही है क्या ? वह बोला हां भाभी जान लार तो टपकेगी ही ? देखो न कितनी खूबसूरत और कितनी हॉट है समीना ? दुबई में हो तो इसे हाथों हाथ कोई भी ले लेगा ? अम्मी ने कहा अच्छा समी मैं तेरी नियत समझ गई। लेकिन पहले मेरा भोसड़ा चोदो फिर मेरी बेटी पर हाथ डालना। मैं अंदर ही अंदर ही समझ गयी की आज मेरी अम्मी जान मेरी बुर चुदवाकर कर ही दम लेगीं।
रात को हम सब बिस्तर पर लेट गईं। मैं, अम्मी जान, समी अंकल और रहीम अंकल भी। लेटने के बाद अम्मी ने धीरे से अपना हाथ समी के पजामा में घुसेड़ दिया और अंदर ही अंदर उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगीं। बस दो मिनट के बाद अम्मी ने रहीम के पजामा का नाड़ा खोल डाला और मेरा हाथ पकड़ कर उसमे घुसा दिया। वह बोली ले बेटी अब तू अपने आप अंकल का लण्ड निकाल कर चाटना शुरू कर दे। तब तक अम्मी एकदम नंगी हो गईं थीं । मैं उसका भोसड़ा देख कर मस्त हो गयीऔर उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ देखकर खुश हो गई। मैं भी बड़ी बेशरमी से अपने कपड़े खोल कर नंगी हो गयी। मुझे भी दो मर्दों के आगे नंगी होने में मज़ा आया। मैं भी एक बदचलन लड़की की तरह अपनी जबान से लण्ड चाटने लगी। लण्ड भी साला बड़ा लंबा और मोटा था। मुझे मज़ा आने लगा और मेरी चूत की आग बढ़ने लगी।
मैं रहीम अंकल का लण्ड चाटने लगी और अम्मी जान समय अंकल का लण्ड। हम दोनों दूसरे के सामने लण्ड चाटने का मज़ा लेने लगी। जैसे लण्ड चतत रहीं थीं मैं भी वैसे ही वैसे लण्ड चाटने लगी। मैं ामी जान की . वह बोली तरह तुम लण्ड का पूरा मज़ा सीख जाओगी ? और हां समीना देख आज तेरी माँ की बिटिया की बुर चोदी जाएगी। मैं भी मूड में आ चुकी थी तो मैंने भी उसी तरह का जबाब देते हुए कहा - हां अम्मी जान आज तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा भी चोदा जाएगा। अम्मी मेरे गाल थपथपाती हुई बोली हां बेटी आज से तू अपनी माँ चुदाना शुरू कर दे और मैं अपनी बेटी चुदाना। आज से तू मेरी बेटी नहीं बल्कि बुर चोदी सहेली हो गयी है. मैंने भी कहा आज तुम मेरी अम्म नहीं अम्मी जान बल्कि मेरी बुर स बुर चोदी सहेली है। अब तो मैं तेरी चूत में लण्ड पेला करूंगी समझी मेरी बुर चोदी शबाना ? मैंने अम्मी जान को यकीन दिला दिया की मैं बिलकुल तेरी ही तरह चुदक्कड़ बन कर दिखाऊंगी।
फिर क्या ? मैंने रहीम अंकल का लण्ड अम्मी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया और अम्मी ने समी का लण्ड मेरी चूत में पेल दिया। मैं अम्मी के सामने एक रंडी की तरह चुदवाने लगी और अम्मी मेरे सामने उसी तरह चुदवाने लगीं। कमरा हम दोनों की चुदाई के गूंजने लगा। अम्मी बोली मादर चोद समीना तेरी माँ का भोसड़ा ? मैंने कहा बुर चोदी शबाना तेरी बेटी की बुर ? हमारी गालियां सुनकर दोनों लण्ड मस्त होकर और तेजी से हम दोनों की बुर चोदने लगे। असली बात यह है की मैं कोई पहली बार नहीं चुदवा रही थी। मैं पड़ोस के २/३ लड़कों से चुदवा चुकी थी और अपने कुनबे के २ अंकल भी मेरी बुर ले चुके थे। इसलिए मुझे चुदवाने का तज़ुर्बा था लेकिन यह बात अम्मी को नहीं मालूम था। मुझे मस्ती से चुदवाते हुए देख कर अम्मी जान के चेहरे की ख़ुशी देखने वाली थी। मैंने कहा अम्मी जान शादी के बाद मैं इसी तरह तेरी चूत में अपने शौहर का लण्ड पेला करूंगी। वह बोली हाय समीना तूने मेरे मुंह की बात छीन ली। मैं यही तो चाहती हूँ।
इसी बीच कमरे में मेरी खाला जान आ गयीं। वह भी अध् नंगी थीं। उसकी दोनों चूँचियाँ एकदम नंगी थीं। आते ही वह बोली अरे आपा (मेरी अम्मी को वह आपा कहती है ) माँ बेटी की बड़ी अच्छी चुदाई हो रही है। अम्मी ने कहा हां यार बहुत दिनों के बाद ये दिन आया है और अब ऐसी ही चुदाई होती रहेगी। तू बता तू क्या कर रही थी। तब तक पीछे से मेरी फूफी का बेटा आ गया। वह २४ साल का था। खाला ने उसका पजामा खोल कर उसका लण्ड हिला कर बोली मैं इससे चुदवाने जा रही थी आपा। तब तक मुझे तेरा ख्याल आया तो मैं यहाँ चली आयी। मैंने कहा अरे खाला जान ये तो तेरे बेटे के बराबर है इससे चुदवाने जा रही थी तू ? वह बोली तो क्या हुआ। मैं तो इसकी मामी जान हूँ। कल तो ये अपनी माँ का भोसड़ा चोद रहा था। २४ साल का ये और ४४ साल की इसकी अम्मी। तब तक उसका लण्ड तन कर खड़ा हो गया।
अम्मी लण्ड देख कर बोली हां यार ये तो बिलकुल मरद हो गया है और कोई भी मरद किसी की भी बुर चोद सकता है। बुर चाहे अपनी माँ की ही क्यों न हो ? खाला ने कहा हां हमारे यहाँ यह कहा जाता है की अल्लाह ने लण्ड बनाया है बुर चोदने के लिए और बुर बनाई है लण्ड से चुदवाने के लिए। बस हम लोग इसके अलावा और कुछ नहीं सोंचते। हमारे समाज के कहा जाता है की बुर चाहे जिसकी हो उसे चोदो। लण्ड चाहे जिसका हो उसे पेलो अपनी चूत में।
बस अम्मी जान ने उसका लण्ड पकड़ लिया और खाला जान मेरी चूत से समी का लण्ड का लण्ड निकाल निकाल चाटने लगीं। मैंने मन में कहा की खाला जान भी अपने बेटे से चुदवाती होगी और मेरी अम्मी जान भी मेरे भाई जान से चुदवाती होगी। अगर ऐसा है तो फिर मुझे भी सबसे चुदवाने में कोई परेशानी नहीं होगी और कोई शर्म भी नहीं होगी। हम दोनों की चुदाई में खाला जान का और फूफी के बेटे का शामिल होना बिलकुल सोने पे सुहागा वाली बात हो गयी। फिर तो रात भर मैंने इन तीनो मर्दों से खूब धकाधक चुदवाया और इन तीनों के लण्ड भी मस्ती से अम्मी की चूत में और खाला की चूत में पेले।
एक दिन मेरा भाई जान दुबई से आ गया और उसके साथ भाभी जान भी। रात को मेरे चचा जान और उसकी बेटी भी आ गयी। उधर से मेरा मामू भी आ गया। रात को हम सब लोग ज़मीन पर लेट गये। अक्सर हम लोग ज़मीन पर ही सोते है और सब लोग साथ साथ ही सोते हैं। जब से मैं जवान हुई तब से सबके साथ ही सोने लगी। पहले मैं बच्चों के साथ अलग कमरे में सोती थी। अम्मी जान ने मुझसे कहा बेटी समीना अब तुम बालिग हो गयी हो जवान हो गयी हो और माँ चुदाने वाली हो गयी हो अब तुम हम लोगों के साथ ही सोया करो। मैंने अम्मी की बात मान ली और उसी दिन से सबके साथ सोने लगी।
आधे घंटे तक तो सब लोग इधर उधर करवटें बदलते रहे और फिर मैंने जो देखा वह बहुत ही मजेदार था। मैंने देखा की मेरी भाभी जाना ने मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ कर बाहर निकाल लिया है। अब्बू जान का लण्ड एकदम से टन्ना गया था। लण्ड लंबा भी था और मोटा भी। मैं पहली बार अब्बू का लण्ड देख रही थी लेकिन मैं शरमाई नहीं। मेरे मुंह से लार टपकने लगी मेरा मन हुआ की मैं अभी लण्ड मुंह में भर लूँ। तब तक अम्मी जान भाई जान का लण्ड सहलाने लगीं। मैंने भाई जान लण्ड देखा तो मेरी चूत की आग बुरी तरह भड़क गयी। चचा जान ने अपनी ही बेटी को लण्ड पकड़ा दिया और उसकी चूँचियाँ मसलने लगा। मैं समझ गयी की आज यहाँ एक ससुर अपनी बहू की बुर चोदेगा। बेटा अपनी माँ का भोसड़ा चोदेगा। एक बाप अपनी ही बेटी की बुर में लण्ड पेलेगा। ये सब एक साथ होगा तो कितना मज़ा आएगा ? मैं ये सब सोंच ही रही थी की मामू जान ने अपना लण्ड मेरे होठों पर रख दिया और कहा समीना लो तुम मेरा लण्ड चूसो।
मैं बड़े प्यार से मामू का लण्ड चूसने लगी। कमरे में धीमी धीमी रौशनी थी लेकिन सब कुछ साफ़ साफ़ दिखाई पड़ रहा था। अब्बू का लण्ड 9" का लण्ड कब भाभी की चूत में घुसा तोई मेरे मुंह से आह निकल पड़ी। मुझे लगा की ये लण्ड मेरी चूत में घुसा है। मैंने सोंचा की जब अब्बू मेरे सामने भाभी की बुर चोद रहा है तो फिर ये मेरी भी बुर में लण्ड पेलेगा। तब तक सच में मामू ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और मैं अपनी अम्मी और अब्बू के सामने ही मामू जान से चुदवाने लगी। बेटा अपनी माँ का भोसड़ा बज रहा था और बाप अपनी बेटी की बुर , सास का भोसड़ा चुद रहा था और बहू की बुर. मामू अपनी बहन की बिटिया की बुर चोदने में लगा था और उसकी गांड सहलाने में भी। मुझे तो चुदवाने से ज्यादा सबकी चुदाई देखने में मज़ा आ रहा था। अचानक सब कुछ बदल गया।
भाई जान ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया, मामू ने लण्ड अपनी बहन यानी मेरी अम्मी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया। अब्बू चचा जान की बेटी की बुर चोदने लगा और चचा जान मेरी भाभी की बुर चोदने में जुट गया। लण्ड और चूत की अदला बदली हो गयी तो मज़ा दूना आने लगा। इस बार और तेजी से चुदाई हुई। सबकी बुर का बाजा बजा और सबके लण्ड चूत में डाल दाल कर भून डाले गए और फिर सबने अपने अपने झड़ते हुए लण्ड पिया। लंडके वीर्य का स्वाद लिया और मस्ती की। फिर थोड़ी देर तक चुदाई रुकी रही और उसकी जगह हंसी मजाक होने लगी। प्यार से गाली गलौज भी होने लगा और लण्ड चूत की मस्ती भरी बातें भी होने लगीं।
कुछ देर में फिर सबके लण्ड उठ कर खड़े होने लगे। इस दफ़ा मेरे हाथ ने अब्बू का लण्ड पकड़ लिया। मैंने लण्ड पहले मुंह में लिया और फिर बुर में। जब लौड़ा मेरी चूत में घुसा तो मेरी तो जान ही निकल गई। मैं बोली उई माँ, फट गयी मेरी बुर। फाड़ डाला भोसड़ी वाले ने मेरी बुर ? मेरी गाली सुनकर सबको बड़ा आया। उधर भाई जान चचा की बेटी की बुर चोदने लगा और चचा मादर चोद मेरी भाभी जान के ऊपर नंगा नंगा चढ़ बैठा और पेल दिया अपना लण्ड उसकी बुर में। मामू ने लण्ड मेरी घुसा दिया। वह तो अपनी ही बहन की बुर बड़ी मस्ती से चोदने लगा। इस बार की चुदाई भी सबको बड़ा मज़ा देने लगी। एक दिन फूफी की बेटी आसमां आ गयी। वह मेरी ही उम्र की है। मैं उससे बातें करने लगी। दो जवान लड़कियां एक की उम्र की हों तो फिर लण्ड चूत की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता ? हम दोनों इसलिए लण्ड बुर चूत भोसड़ा की बातें करने लगीं और चोदा चोदी की भी बातें ?
उसके बाद तो जो भी आता वह मेरी बुर चोद कर ही जाता। सारे कुनबे के लोग नाते रिश्ते दार पास पडोसी सभी मेरी बुर लेने लगे और मैं सबसे बिंदास चुदवाने लगी। अब्बू के दोस्त भी मुझे मजे से चोदने लगे। अब तो जो भी मेरे घर में आता है मैं उसका लौड़ा पहले पकड़ लेती हूँ। फिर मैं चुदवाकर ही दम लेती हूँ।
अरे यार देखो ये सब हमारे मुस्लिम समाज में चलता है। मेरे घर में तो सब लोग सबकी बुर चोदते हैं। सबकी बुर में अपना अपना लण्ड पेलते हैं। सब की सब बेटी बहू बीवियां अम्मियाँ सबसे खूब झकाझक चुदवाती हैं।खुलेआम चुदवाती है और कही कोई न शर्म, न झिझक और न ही कोई डर। चुदाई एक खेल है जिसे सब लोग मिलकर खेलते हैं। मुझे भी सब लोग चोदते हैं। मेरा भाई जान मुझे चोदता हैं। मेरा मामू जान मुझे चोदता है. मेरा खालू जान भी अपना लण्ड पेलता है मेरी चूत में, मेरा अब्बू जान भी लौड़ा घुसेड़ देता है मेरी चूत में। मेरा जीजू भी भोसड़ा का जब जब आता है तब तब मेरी बुर लेकर ही जाता है। इसके अलावा इन सबके दोस्त भी आ आ कर मुझे चोदते हैं। पड़ोस के लड़के और रोज़ आने जाने वाले अंकल भी मेरी चूत में लण्ड घुसाते हैं. अब्बू के दोस्त भी मेरी बुर चोदने में कोई रहम नहीं करते। लोग बहन अदल बदल कर चोदते हैं तो मेरी बुर चुदती है। बेटियां अदल बदल कर चोदते हैं तो मेरी बुर चुदती है सालियाँ अदल बदल कर चोदते हैं तो मेरी बुर चुदती है बहू अदल बदल कर चोदते हैं तो मेरी बुर चुदती है। ये बुर चोदी बुर हमेशा चुदती ही रहती है।
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मेरा नाम समीना बेगम है। मैं जब 18 + की हुई तो मुझे मेरी अम्मी ने बताया की बेटी समीना अब तुम जवान हो गई हो अब तुम्हे खुल कर सबसे बात करनी चाहिए, थोड़ा थोड़ा हर रोज़ चाहिए और गालियां भी बेहिचक देना चाहिए। ये सब करोगी तो तुम जल्दी ही बेशरम हो जाओगी, बोल्ड हो जाओगी और तब तुम्हे अपनी जवानी का मज़ा लूटने में बड़ा मज़ा आएगा ? मैं जवान तो हो गई थी पर मुझे जवानी का पूरा मज़ा लूटना नहीं मालूम था। मैं सोंचने लगी ये पूरा मज़ा क्या होता है। तभी अचानक मेरी अम्मी का कोई फोन आ गया और वह उससे बात करने लगीं।
वह बोल रहीं थीं - हां बोल भोसड़ी की तू इतनी दिनों के बाद मुझे फोन कर रही है,,,,,,,,,,,,,,,,,,अच्छा ये सच है ,,,,,,,,,,,,तेरी बेटी लण्ड तेरी बुर में घुसेड़ती है ,,,,,,,,,,हाय रब्बा तेरी बेटी अपनी माँ अक भोसड़ा चुदवाती है ,,,,,,,,,,,, तब तो तुझे बड़ा मज़ा आता होगा ,,,,,,,,,,,,वो भी चोदेगा तेरी बुर यार थोड़ा सब्र करो ,,,,,,,,,,,,,वो बेटी चोद बड़ा हराम ज्यादा है। कह रहा था की मैं तेरी बेटी चोदूंगा ,,,,,,,,,,,,,,हां हां मैं भी चुदवा लूंगी अपनी बेटी। वह तो अभी अभी जवान हुई है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,हां हां सबके लण्ड चूसेगी यार पर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, हां हां जो उसे चोदेगा वो मुझे भी चोदेगा ,,,,,,,,,,,,लण्ड मुझे पसंद है यार ,,,,,,,,,,,,,हां चाहे तो मेरी गांड भी मार ले ,,,,,,,,,, हां बेटियां बुर चोदी बड़ी बेशरम होती हैं वो हमसे ज्यादा लण्ड का मज़ा लूटती लूटती हैं,,,,,,,,,,,,,,,,आजकल लड़कियां चुदवाती नहीं है बल्कि लण्ड चोदतीं हैं। ,,,,,,,,,,,,,,,,हां हां मेरी बेटी भी लण्ड चोदेगी। मैं खड़ी खड़ी अम्मी जान की सारी बातें सुन रही थी। मैं वही सुन रही थी जो अम्मी कह रही थी जो अम्मी जान बोल रहीं थी पर उधर से कौन क्या बोल रही थी क्या कह रही थी वो नहीं जान पाई। बात ख़तम होने के बाद अम्मी ने मेरे गाल थपथपाए और कहा आज तुझे एक बड़ा बढ़िया लण्ड मिलेगा बेटी समीना ? तेरी बुर चोदी माँ का भोसड़ा भी चुदेगा आज ।
अम्मी की गालियों भरी प्यारी प्यारी बातें मुझे मद होश करने लगीं। शाम को मैंने देखा की अम्मी के साथ एक आदमी बैठा है। अम्मी ने मुझे बुलाया और कहा लो बेटी इसे मिलो ये है रहीम मेरी दोस्त का शौहर। आज रात यह यहीं रहेगा। मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई और आदाब बोला। मैं भी उससे बातें करने लगी तब तक किसी ने कहा अरे शबाना भाभी जान मैं भी हूँ। अम्मी बोली अरे समी तुम दुबई से कब आये ? वह बोला बस आज हो आया हूँ भाभी जान। अम्मी ने कहा अबकी बार तुम बहुत दिनों के बाद आये हो। लो इससे मिलो ये है मेरी बेटी समीना। वह बोला हाय अल्लाह कितनी बड़ी हो गई है भाभी जान तेरी बेटी। अब तू पूरी जवान हो गयी है। अम्मी ने कहा अब ये पूरी तरह जवान है। तेरी लार टपक रही है क्या ? वह बोला हां भाभी जान लार तो टपकेगी ही ? देखो न कितनी खूबसूरत और कितनी हॉट है समीना ? दुबई में हो तो इसे हाथों हाथ कोई भी ले लेगा ? अम्मी ने कहा अच्छा समी मैं तेरी नियत समझ गई। लेकिन पहले मेरा भोसड़ा चोदो फिर मेरी बेटी पर हाथ डालना। मैं अंदर ही अंदर ही समझ गयी की आज मेरी अम्मी जान मेरी बुर चुदवाकर कर ही दम लेगीं।
रात को हम सब बिस्तर पर लेट गईं। मैं, अम्मी जान, समी अंकल और रहीम अंकल भी। लेटने के बाद अम्मी ने धीरे से अपना हाथ समी के पजामा में घुसेड़ दिया और अंदर ही अंदर उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगीं। बस दो मिनट के बाद अम्मी ने रहीम के पजामा का नाड़ा खोल डाला और मेरा हाथ पकड़ कर उसमे घुसा दिया। वह बोली ले बेटी अब तू अपने आप अंकल का लण्ड निकाल कर चाटना शुरू कर दे। तब तक अम्मी एकदम नंगी हो गईं थीं । मैं उसका भोसड़ा देख कर मस्त हो गयीऔर उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ देखकर खुश हो गई। मैं भी बड़ी बेशरमी से अपने कपड़े खोल कर नंगी हो गयी। मुझे भी दो मर्दों के आगे नंगी होने में मज़ा आया। मैं भी एक बदचलन लड़की की तरह अपनी जबान से लण्ड चाटने लगी। लण्ड भी साला बड़ा लंबा और मोटा था। मुझे मज़ा आने लगा और मेरी चूत की आग बढ़ने लगी।
मैं रहीम अंकल का लण्ड चाटने लगी और अम्मी जान समय अंकल का लण्ड। हम दोनों दूसरे के सामने लण्ड चाटने का मज़ा लेने लगी। जैसे लण्ड चतत रहीं थीं मैं भी वैसे ही वैसे लण्ड चाटने लगी। मैं ामी जान की . वह बोली तरह तुम लण्ड का पूरा मज़ा सीख जाओगी ? और हां समीना देख आज तेरी माँ की बिटिया की बुर चोदी जाएगी। मैं भी मूड में आ चुकी थी तो मैंने भी उसी तरह का जबाब देते हुए कहा - हां अम्मी जान आज तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा भी चोदा जाएगा। अम्मी मेरे गाल थपथपाती हुई बोली हां बेटी आज से तू अपनी माँ चुदाना शुरू कर दे और मैं अपनी बेटी चुदाना। आज से तू मेरी बेटी नहीं बल्कि बुर चोदी सहेली हो गयी है. मैंने भी कहा आज तुम मेरी अम्म नहीं अम्मी जान बल्कि मेरी बुर स बुर चोदी सहेली है। अब तो मैं तेरी चूत में लण्ड पेला करूंगी समझी मेरी बुर चोदी शबाना ? मैंने अम्मी जान को यकीन दिला दिया की मैं बिलकुल तेरी ही तरह चुदक्कड़ बन कर दिखाऊंगी।
फिर क्या ? मैंने रहीम अंकल का लण्ड अम्मी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया और अम्मी ने समी का लण्ड मेरी चूत में पेल दिया। मैं अम्मी के सामने एक रंडी की तरह चुदवाने लगी और अम्मी मेरे सामने उसी तरह चुदवाने लगीं। कमरा हम दोनों की चुदाई के गूंजने लगा। अम्मी बोली मादर चोद समीना तेरी माँ का भोसड़ा ? मैंने कहा बुर चोदी शबाना तेरी बेटी की बुर ? हमारी गालियां सुनकर दोनों लण्ड मस्त होकर और तेजी से हम दोनों की बुर चोदने लगे। असली बात यह है की मैं कोई पहली बार नहीं चुदवा रही थी। मैं पड़ोस के २/३ लड़कों से चुदवा चुकी थी और अपने कुनबे के २ अंकल भी मेरी बुर ले चुके थे। इसलिए मुझे चुदवाने का तज़ुर्बा था लेकिन यह बात अम्मी को नहीं मालूम था। मुझे मस्ती से चुदवाते हुए देख कर अम्मी जान के चेहरे की ख़ुशी देखने वाली थी। मैंने कहा अम्मी जान शादी के बाद मैं इसी तरह तेरी चूत में अपने शौहर का लण्ड पेला करूंगी। वह बोली हाय समीना तूने मेरे मुंह की बात छीन ली। मैं यही तो चाहती हूँ।
इसी बीच कमरे में मेरी खाला जान आ गयीं। वह भी अध् नंगी थीं। उसकी दोनों चूँचियाँ एकदम नंगी थीं। आते ही वह बोली अरे आपा (मेरी अम्मी को वह आपा कहती है ) माँ बेटी की बड़ी अच्छी चुदाई हो रही है। अम्मी ने कहा हां यार बहुत दिनों के बाद ये दिन आया है और अब ऐसी ही चुदाई होती रहेगी। तू बता तू क्या कर रही थी। तब तक पीछे से मेरी फूफी का बेटा आ गया। वह २४ साल का था। खाला ने उसका पजामा खोल कर उसका लण्ड हिला कर बोली मैं इससे चुदवाने जा रही थी आपा। तब तक मुझे तेरा ख्याल आया तो मैं यहाँ चली आयी। मैंने कहा अरे खाला जान ये तो तेरे बेटे के बराबर है इससे चुदवाने जा रही थी तू ? वह बोली तो क्या हुआ। मैं तो इसकी मामी जान हूँ। कल तो ये अपनी माँ का भोसड़ा चोद रहा था। २४ साल का ये और ४४ साल की इसकी अम्मी। तब तक उसका लण्ड तन कर खड़ा हो गया।
अम्मी लण्ड देख कर बोली हां यार ये तो बिलकुल मरद हो गया है और कोई भी मरद किसी की भी बुर चोद सकता है। बुर चाहे अपनी माँ की ही क्यों न हो ? खाला ने कहा हां हमारे यहाँ यह कहा जाता है की अल्लाह ने लण्ड बनाया है बुर चोदने के लिए और बुर बनाई है लण्ड से चुदवाने के लिए। बस हम लोग इसके अलावा और कुछ नहीं सोंचते। हमारे समाज के कहा जाता है की बुर चाहे जिसकी हो उसे चोदो। लण्ड चाहे जिसका हो उसे पेलो अपनी चूत में।
बस अम्मी जान ने उसका लण्ड पकड़ लिया और खाला जान मेरी चूत से समी का लण्ड का लण्ड निकाल निकाल चाटने लगीं। मैंने मन में कहा की खाला जान भी अपने बेटे से चुदवाती होगी और मेरी अम्मी जान भी मेरे भाई जान से चुदवाती होगी। अगर ऐसा है तो फिर मुझे भी सबसे चुदवाने में कोई परेशानी नहीं होगी और कोई शर्म भी नहीं होगी। हम दोनों की चुदाई में खाला जान का और फूफी के बेटे का शामिल होना बिलकुल सोने पे सुहागा वाली बात हो गयी। फिर तो रात भर मैंने इन तीनो मर्दों से खूब धकाधक चुदवाया और इन तीनों के लण्ड भी मस्ती से अम्मी की चूत में और खाला की चूत में पेले।
एक दिन मेरा भाई जान दुबई से आ गया और उसके साथ भाभी जान भी। रात को मेरे चचा जान और उसकी बेटी भी आ गयी। उधर से मेरा मामू भी आ गया। रात को हम सब लोग ज़मीन पर लेट गये। अक्सर हम लोग ज़मीन पर ही सोते है और सब लोग साथ साथ ही सोते हैं। जब से मैं जवान हुई तब से सबके साथ ही सोने लगी। पहले मैं बच्चों के साथ अलग कमरे में सोती थी। अम्मी जान ने मुझसे कहा बेटी समीना अब तुम बालिग हो गयी हो जवान हो गयी हो और माँ चुदाने वाली हो गयी हो अब तुम हम लोगों के साथ ही सोया करो। मैंने अम्मी की बात मान ली और उसी दिन से सबके साथ सोने लगी।
आधे घंटे तक तो सब लोग इधर उधर करवटें बदलते रहे और फिर मैंने जो देखा वह बहुत ही मजेदार था। मैंने देखा की मेरी भाभी जाना ने मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ कर बाहर निकाल लिया है। अब्बू जान का लण्ड एकदम से टन्ना गया था। लण्ड लंबा भी था और मोटा भी। मैं पहली बार अब्बू का लण्ड देख रही थी लेकिन मैं शरमाई नहीं। मेरे मुंह से लार टपकने लगी मेरा मन हुआ की मैं अभी लण्ड मुंह में भर लूँ। तब तक अम्मी जान भाई जान का लण्ड सहलाने लगीं। मैंने भाई जान लण्ड देखा तो मेरी चूत की आग बुरी तरह भड़क गयी। चचा जान ने अपनी ही बेटी को लण्ड पकड़ा दिया और उसकी चूँचियाँ मसलने लगा। मैं समझ गयी की आज यहाँ एक ससुर अपनी बहू की बुर चोदेगा। बेटा अपनी माँ का भोसड़ा चोदेगा। एक बाप अपनी ही बेटी की बुर में लण्ड पेलेगा। ये सब एक साथ होगा तो कितना मज़ा आएगा ? मैं ये सब सोंच ही रही थी की मामू जान ने अपना लण्ड मेरे होठों पर रख दिया और कहा समीना लो तुम मेरा लण्ड चूसो।
मैं बड़े प्यार से मामू का लण्ड चूसने लगी। कमरे में धीमी धीमी रौशनी थी लेकिन सब कुछ साफ़ साफ़ दिखाई पड़ रहा था। अब्बू का लण्ड 9" का लण्ड कब भाभी की चूत में घुसा तोई मेरे मुंह से आह निकल पड़ी। मुझे लगा की ये लण्ड मेरी चूत में घुसा है। मैंने सोंचा की जब अब्बू मेरे सामने भाभी की बुर चोद रहा है तो फिर ये मेरी भी बुर में लण्ड पेलेगा। तब तक सच में मामू ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और मैं अपनी अम्मी और अब्बू के सामने ही मामू जान से चुदवाने लगी। बेटा अपनी माँ का भोसड़ा बज रहा था और बाप अपनी बेटी की बुर , सास का भोसड़ा चुद रहा था और बहू की बुर. मामू अपनी बहन की बिटिया की बुर चोदने में लगा था और उसकी गांड सहलाने में भी। मुझे तो चुदवाने से ज्यादा सबकी चुदाई देखने में मज़ा आ रहा था। अचानक सब कुछ बदल गया।
भाई जान ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया, मामू ने लण्ड अपनी बहन यानी मेरी अम्मी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया। अब्बू चचा जान की बेटी की बुर चोदने लगा और चचा जान मेरी भाभी की बुर चोदने में जुट गया। लण्ड और चूत की अदला बदली हो गयी तो मज़ा दूना आने लगा। इस बार और तेजी से चुदाई हुई। सबकी बुर का बाजा बजा और सबके लण्ड चूत में डाल दाल कर भून डाले गए और फिर सबने अपने अपने झड़ते हुए लण्ड पिया। लंडके वीर्य का स्वाद लिया और मस्ती की। फिर थोड़ी देर तक चुदाई रुकी रही और उसकी जगह हंसी मजाक होने लगी। प्यार से गाली गलौज भी होने लगा और लण्ड चूत की मस्ती भरी बातें भी होने लगीं।
- वह बोली - यार आजकल रात में खूब चुदाई हो रही है ठुकाई हो रही है। घर के जितने लोग हैं सब के सब भोसड़े वाले पेल देतें हैं मेरी चूत में लण्ड।
- मैंने कहा अरे यार क्या ऐसा तेरे भी घर में भी होता है ? मैं तो समझ रही थी की ऐसा सिर्फ मेरे ही घर में होता है ?
- नहीं यार ऐसा नहीं है। हमारे पूरे कुनबे में और सभी नाते रिश्ते दारों के घर में इसी तरह रात में चुदाई होती है। बाप बेटी की बुर चोदता है, बेटा अपनी माँ का भोसड़ा चोदता है, भाई बहन की बुर में लण्ड पेलता है, सास अपने दामाद से चुदवाती है, बहू अपने ससुर का लण्ड पेलवाती है, वगैरह वगैरह। मेरी ससुराल में भी सब इसी तरह सबकी बुर चोदते हैं यार। कुछ भी हो पर मज़ा तो खूब आता है।
- तो क्या तेरा अब्बू तुझे चोदता है ?
- हां हां बिलकुल चोदता है। हर दूसरे दिन मुझे चोदता है और सबके सामने चोदता है।
- तो तुम क्या करती हो ?
- चुदवाती हूँ और क्या ? बिंदास चुदवाती हूँ जब चोदने वाले को कोई शर्म नहीं तो मुझे क्यों हो ?
- यार अब तो मैं भी अपने अब्बू से चुदवाने लगी हूँ।
- तो यार समीना आज तुम मेरे अब्बू से चुदवाओ।
- ठीक है चुदवा लूंगी पर तुम भी मेरे आगे मेरे अब्बू से चुदवाओ।
- हां ठीक है मैं अपने अब्बू को यहीं तेरे घर में बुला लेती हूँ।
उसके बाद तो जो भी आता वह मेरी बुर चोद कर ही जाता। सारे कुनबे के लोग नाते रिश्ते दार पास पडोसी सभी मेरी बुर लेने लगे और मैं सबसे बिंदास चुदवाने लगी। अब्बू के दोस्त भी मुझे मजे से चोदने लगे। अब तो जो भी मेरे घर में आता है मैं उसका लौड़ा पहले पकड़ लेती हूँ। फिर मैं चुदवाकर ही दम लेती हूँ।
Tags: जो भी मेरे घर आता है मैं उससे चुदती हूँ - Saare kunbe ke land kha chuki hun , घर आए मेहमान का स्वागत चुदाई के साथ , चोदो चुदने को तैयार हूँ , लंड चुसाओ चूसने को मचल रही हूँ. जितना बड़ा लंड उतना ज्यादा मजा स्वाद , चुद गई , चुदवाया लिया और सदा चुदवाती रहूंगी.
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