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सामूहिक चुदाई की हिंदी कहानी - Samuhik chudai ki hindi sex story
सामूहिक चुदाई की हिंदी कहानी - Samuhik chudai ki hindi sex story , सामूहिक चुदाई में पति, देवर और जेठ ने मुझे खूब चोदा , मेरी सामूहिक चुदाई , चूत गांड चुदाई कहानी , Group Sex Stories , मस्त चुदाई कहानी , गैर मर्द से सामूहिक चुदाई , दोनों तरफ से सामूहिक चुदाई , मेरा सामूहिक बलात्कार की दर्दनाक चुदाई कहानी.
एक बार हम चार दोस्त लोग एक गेस्ट हाउस में बैठ कर शराब पी रहे थे। हम सब इस गेस्ट हाउस में अपनी अपनी बीवी के साथ पिकनिक मनाने आये थे। हमारी बीवियां बगल वाले कमरे में बैठी हुई बातें कर रहीं थीं। मैं आपको पहले इन लोगों के नाम बता दूँ।
एक बार हम चार दोस्त लोग एक गेस्ट हाउस में बैठ कर शराब पी रहे थे। हम सब इस गेस्ट हाउस में अपनी अपनी बीवी के साथ पिकनिक मनाने आये थे। हमारी बीवियां बगल वाले कमरे में बैठी हुई बातें कर रहीं थीं। मैं आपको पहले इन लोगों के नाम बता दूँ।
मैं नरेश और मेरी बीवी नेहा, आशीष और उसकी बीवी आरती, वरुण और उसकी बीवी वंदना, रोहित और उसकी बीवी रागिनी।
कुछ देर बाद मुझे मालूम हुआ की हमारी बीवियां भी शराब पी रही हैं। यह जानकार हम सबको बड़ी ख़ुशी हुई की चलो हमारी बीवियां भी हमारे साथ एन्जॉय कर रहीं हैं और अब किसी की भी बीवी अपने हसबैंड को शराब पीने के लिए मना नहीं करेगी। हम सबके बीच एक ख़ुशी की लहर दौड़ गयी। इसी बीच हमारा तीसरा पैग बन गया और हम नशे में मस्त होने लगे। नशा भी चढ़ने लगा और बातें भी बड़ी मजेदार और मसालेदार होने लगीं।।
हम लोग अपनी बातों में मशगूल हो गए। होते करते बातें "wife swapping" पर भी हुई और "husband swapping" पर भी। सबकी यही राय थी की अब आजकल ये सब बड़ा कॉमन हो गया है और सबको चाहिए की वे सब खूब इसे एन्जॉय करें।
हम लोग अपनी बातों में मशगूल हो गए। होते करते बातें "wife swapping" पर भी हुई और "husband swapping" पर भी। सबकी यही राय थी की अब आजकल ये सब बड़ा कॉमन हो गया है और सबको चाहिए की वे सब खूब इसे एन्जॉय करें।
आशीष बोला - यार क्यों न हम सब अपनी अपनी बीवियां यहाँ बुला लें और वो भी हमारे साथ बैठ कर शराब पियें ? हमारे ख्याल से मज़ा खूब आएगा ?
वरुण ने कहा - हां बात तो सही है।
आशीष में कहा - मैं तो अपनी बीवी को बुला लेता हूँ।
मैंने कहा - हां ठीक है यार सबसे पहले मैं अपनी बीवी को बुला लेता हूँ। मैंने आवाज़ दी नेहा प्लीज यहाँ हम सबके साथ बैठ कर शराब पियो आकर ।
करीब 5 मिनट के बाद नेहा को मैंने आते हुए देखा। मैं ही नहीं बल्कि हम सबने आते हुए देखा। उसे देख कर मैं भी चकित हो गया और मेरे सभी साथी भी मेरी आँखें चौंधियाँ गईं । मुझे लगा मैं कोई सपना देख रहा हूँ। नेहा अपने सारे कपड़े उतार कर एकदम नंगी नंगी हमारे सामने आ रही थी। उसे न तो कोई शर्म थी और न कोई झिझक। हां नशे में जरूर थी वो। उसे नंगी देख कर मैं तो हैरान था लेकिन मेरे सभी साथी उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ, बड़े बड़े चूतड़ और मस्तानी चूत आँखें फाड़ फाड़ कर देख रहे थे। हैरानी तो तब और हुई जब वह आकर आशीष के हाथ में हाथ डाल कर उसके बगल में बैठ गयी। मैं कुछ बोल भी नहीं पाया। कुछ पूंछ भी नहीं पाया की क्यों वह आशीष के पास बैठ गयी ?
फिर आशीष ने अपनी बीवी को आवाज़ दी। उसकी बीवी आरती भी नंगी नंगी सबके सामने आ गई। उसकी चूँचियाँ उसकी गांड उसकी बुर देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं बुरी तरह ललचा गया। मज़ा तो तब आया जब वह मेरे पास मेरे गले में हाथ डाल कर बैठ गयी और मेरी जांघें सहलाने लगी। मुझे इसकी तो उम्मीद ही नहीं थी। मैं सोंचने लगा ये सब क्या हो रहा है ?
इतने में वरुण और रोहित दोनों ने एक साथ आवाज़ दी और इन दोनों की बीवियां वंदना और रागिनी दोनों नंगी नंगी हमारे सामने आ गईं। रागिनी ने वरुण के गाल चूमे और उसके बगल में बैठ गयी। वंदना तो आते ही रोहित के गोद में नंगी नंगी बैठ गयी और उसके होठों पर अपने होठ रख दिया। वह बोली हाय रोहित आज मैं तेरी बीवी हूँ और तू मेरा पति। आज मैं वो सब करूंगी जो एक बीवी अपने पति के साथ करती है।
अब मुझे सारा खेल मालूम हो गया की ये चारों बीवियां नंगी होकर हमारी पार्टी में क्यों आयी हैं ? ये सब बीवियों की चाल है। बीवियों ने "husband swapping" का खेल रचा है। ये चारों बीवियां एक दूसरे के पति से चुदवाना चाहतीं हैं। इन लोगों ने खुल्लम खुल्ला एक दूसरे के पति से चुदवाने का प्लान बनाया है। मैंने मन में कहा - कुछ भी हो यार मुझे अपने दोस्तों की बीवियों को नंगी नंगी देखने में बड़ा मज़ा आ रहा है। यही हमारे अन्य साथी भी सोंच रहे थे और तब हम सब दूसरों की नंगी बीवियों पर नज़रें गड़ाये हुए देखने लगे।
आशीष की बीवी आरती भाभी ने मेरे गले में बाहें डाली तो मेरा लण्ड टन टना उठा। उसकी मस्त मस्त बड़ी बड़ी चूँचियाँ, उसकी बिना झांट की चूत, पतली कमर मोटी मोटी जांघें, बड़े बड़े चूतड़ और एक मस्तानी गांड सब कुछ देख कर मैं सारी दुनियां भूल गया। मेरा हाथ उसकी चूँचियों पर चला गया और वह मेरा लण्ड टटोलने लगी। मैं समझ गया की वह मुझे नंगा करना चाहती है। उधर मेरे सामने मेरी बीवी नेहा नंगी नंगी आशीष के कपड़े उतार रही थी। उसे नंगा कर रही थी। आशीष मेरी बीवी की चूँचियाँ चूम भी रहा था और चूस भी रहा था। उसकी चूत सहला रहा था और उसकी गांड पर हाथ फिराने की कोशिश कर रहा था। तब तक आरती भाभी ने मेरा लण्ड खोल कर बाहर निकाल ही लिया। लण्ड तो खड़ा ही था। वह लण्ड मुठ्ठी में लेकर बोली - हाय दईया बड़ा तगड़ा है तेरा लण्ड, नरेश। बड़ा खूबसूरत है बड़ा जबरदस्त भी। मुझे आज बड़ा मज़ा आने वाला है। मैं बहुत दिनों से ऐसे लण्ड की खोज में थी जो मेरी चूत का बाजा अच्छी तरह बजा सके।
उधर मेरे सामने मेरी बीवी नेहा आशीष को नंगा कर चुकी थी और उसके लण्ड के साथ खेलने लगी थी। आशीष भी मेरी बीवी के नंगे बदन पर हाथ फिरा रहा था। उसने मेरी बीवी की चूँचियाँ डबायीं निपल्स चूमे और उन्हें मुंह में लिया। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत सहलाई और उसने गाल चूमे होंठ चूमे और कहा भाभी जी आज तुम मेरी बीवी हो सिर्फ मेरी बीवी। नेहा ने भी हां में हां मिलाई और कहा - आज मैं तेरी बीवी हूँ, मुझे चोदो। फिर वह उसका लौड़ा हिला हिला कर मज़ा करने लगी। बोली वॉवो क्या लौड़ा है तेरा। एकदम घोड़े के लण्ड जैसा है तेरा लण्ड, आशीष ? आज मेरी बुर चोदी बुर को पता चलेगा की असली लौड़ा क्या होता है ? ऐसा कह कर मेरी बीवी आशीष का लौड़ा मुंह में डाल कर पीने लगी और मुझे उसे देख बड़ा मज़ा आने लगा।
उधर वरुण की बीवी वंदना ने रोहित को नंगा कर दिया और उसका लौड़ा पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी। लण्ड और सख्त हुआ तो वह बोली - बाप रे बाप कितना लम्बा चौड़ा है तेरा लौड़ा यार रोहित ? तेरा लण्ड तो भोसड़ा चोदने वाला है यार। लगता है आज ये मेरी बुर चोद चोद कर भोसड़ा बना देगा। वंदना ने लण्ड की कई बार चुम्मी ली और उसके पेल्हड़ भी चूमे। लण्ड एकदम चिकना था इसलिए वह पेल्हड़ चाटने लगी और फिर लण्ड का सुपाड़ा। उधर रागिनी के हाथ में वंदना के पति वरुण का लौड़ा था। वह लौड़ा पकड़ कर चारों तरफ से घुमा घुमा कर देख रही थी. फिर बोली - उई माँ बड़ा सॉलिड है तेरा लौड़ा, वरुण ? मोटा भी है बहन चोद और लोहे की तरह सख्त भी। क्या खिलाते हो इस मादर चोद अपने लण्ड को, वरुण मेरे देवर राजा ? किसकी बुर खा खा कर इतना मोटा हो गया है तेरा लण्ड ? रागिनी भाभी लण्ड से ऐसे बातें करने लगीं जैसे की वह लण्ड नहीं कोई उसका दोस्त हो।
इस तरह चारों बीवियां पराये मरद का लण्ड पाकर बेहद खुश थी और मस्त थीं। शायद यही उनकी इच्छा थी।और इच्छा पूरी भी हो रही थी। मैंने कुछ देर तक आरती भाभी की बुर चाटी फिर उस पर अपना लौड़ा घिसा। जब लण्ड और चूत दोनों चिकने हो गए तो मैंने एक धक्का मारा तो लण्ड सरसराता हुआ अंदर घुस गया। उसके मुंह से निकला उई माँ एक ही बार में घुस गया पूरा लण्ड। मर गई मैं। बहन चोद बड़ा मोटा है तेरा लण्ड। और फिर वह रंडी की तरह अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। मैं भी पागलों की तरह भकाभक चोदने लगा। मेरे सामने ही आशीष मेरी बीवी की बुर चोदने लगा। हम लोगों के मुंह आमने सामने थे। यानी मेरी बीवी उसकी बीवी की गांड की तरफ थी और उसकी बीवी थी मेरी बीवी की गांड की तरफ थी। हम लोगों को एक दूसरे की बीवी चोदने में मज़ा आने लगा।
इसी तरह वरुण भी रोहित की बीवी चोद रहा था और रोहित वरुण की बीवी चोद रहा था । दोनों लोग बड़ी मस्ती में थे। और दोनों बीवियां भी खूब मस्त होकर चुदवा रहीं थीं। किसी के चेहरे पर कोई मलाल नहीं था। हर बीवी को लग रहा था की अब ये चारों लण्ड मेरे ही हैं। और हर मरद को भी लग रहा था की अब ये चारों बीवियां मेरी ही हैं और इन चारों की चूत भी मेरी ही हैं।
मैंने कहा - यार आशीष पहले तो मुझे कुछ शंका हुई की जाने ये बीवियां क्या करना चाहती है ? पर जब मामला सामने आया तो मज़ा आ गया। , अब देखो न मुझे तो तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है।
आशीष बोला - हां यार तू सही कह रहा है। मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा अच्छा लग रहा है। मैंने पहले कभी सोंचा नहीं था की एक दिन मैं तेरी बीवी चोदूंगा पर हाँ मैं जब जब तेरी बीवी देखता था तो उसे चोदने का मन करता था।
हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदने में जी जान से जुटे थे। मैं देख रहा था की मेरी बीवी आशीष से जितनी मस्ती से चुदवा रही है उतनी मस्ती से उसने मुझसे कभी नहीं चुदवाया।
उधर वरुण की बीवी वंदना बोली - हाय रागिनी, मुझे तेरे पति का लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। इतना मोटा तगड़ा लण्ड है तेरे पति का की वह साला चूत के चारों तरफ से चिपक कर घुस रहा है। इसे चुदाई में और ज्यादा मज़ा आ रहा है. तूने पहले बताया होता की तेरे पति का लौड़ा ऐसा है तो मैं बहुत पहले इससे चुदवा लेती।
उधर रागिनी ने कहा - अरे यार तेरा पति भी तो मुझे भकाभक चोद रहा है। इसका लौड़ा मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ा रहा है। इसका लण्ड घोड़े के लण्ड जैसा है यार ? अब मुझे मालूम हो रहा है की हमने ठीक किया। आज अगर हम लोग नंगी नंगी मर्दों के पास नहीं आतीं तो ये मज़ा कैसे मिलता ? उधर से आरती भाभी बोली हां सुझाव तो मैंने ही दिया था की इन लोगों के सामने नंगी नंगी चलो तो ये भोसड़ी वाले मरद एक दूसरे की बीवी चोदेंगें ही।
मेरी बीवी ने कहा - हां यार आज सही में "husband swapping" हो रही है।
वंदना बोली - और आगे भी होती रहेगी।चुदाई की आवाज़ पूरे घर में गूँज रही थी। यह आवाज़ हम सबको पागल बना रही थी। धच्च धच्च, फच्च फच्च गच्च गच्च, भच्च भच्च भचर भचर गचर गचर की आवाज़ बड़ी मधुर रही थी।मजे की बात यह थी की सबकी बुर एक साथ बज रही थी और बजाने वाल थे पराये मर्दों के लण्ड। बीवियां इतनी मस्त हो रहीं थी की उनके मुंह से कुछ न कुछ निकल रहा था :-
हाय दईया फट रही है मेरी बुर ---- इतना मोटा लण्ड पेल के चोदोगे तो मेरी माँ भी चुद जाएगी ----वाओ, क्या लौड़ा है तेरा यार ---- और चोदो खुब चोदो, फाड़ डालो मेरी बुर ------ मुझे क्या मालूम था की पराये मरद के लंड में इतना मज़ा होता है ------अब मुझे पीछे से चोदो मेरे राजा ------ मैं तेरी भाभी हूँ यार मुझे अच्छी तरह चोदो ------- मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदो ------- बड़ा मज़ा आ रहा है --------- मुझे क्या मालूम था की सामूहिक चुदाई में इतना मज़ा होता है ------- ऐसा लौड़ा तो मैंने कभी देखा ही नहीं ----- पूरा पेल दो बहन चोद लण्ड ,,,,, WOW, WHAT A LUND IT IS ! ----- उई माँ आज बहुत बड़े लण्ड से पाला पड़ा है ------ हाय रे मन करता है की तुम मुझे दिन रात इसी तरह चोदते रहो -------- मैं भी तेरी मेरी बुर भी तेरी यार जब चाहे तब इसे चोदो ------ तेरे लण्ड की माँ का भोसड़ा ----- बड़ा सयाना है तेरा लौड़ा ------ तेरा के मादर चोद लण्ड मेरी बुर फाड़ कर ही दम लेगा ---- ?
इन बीवियों की बाते सुन सुन कर हम मर्दों को बड़ा मज़ा आ रहा था और फिर चुदाई की रफ़्तार बढ़ने लगती थी। इतने में मुझे लगा की आरती भाभी की चूत ढीली हो रही है। उसकी सारी गर्मी निकल गई। वह
खलास हो गयी और तब मैंने भी कहा भाभी जी अब मैं भी निकल रहा हूँ। उसने अपना मुझ मेरे लण्ड के आगे खोल दिया और मेरा सारा वीर्य पी गयी फिर लण्ड चाटने लगी। मेरे सामने मेरी बीवी आशीष का झड़ता हुआ लण्ड पी रही थी। बगल में वंदना रागिनी के पति का लण्ड पी रही थी और रागिनी वंदना के पति का लण्ड। फिर हम सबने नंगे नंगे ही डिनर किया और खूब बातें की। आज हमको एहसास हुआ की परायी बीवी चोदने में कितना मज़ा आता है। डिनर के बाद जब दूसरी पारी शुरू हुई तो मेरी नज़र वंदना भाभी की चूँचियों पर टिक गयी। मैं उनके अंदर अपना लण्ड घुसेड़ना चाहता था इसलिए मैं उसकी तरफ लपका और उसे अपनी बाँहों में भर लिया। मुझे देख कर उसका पति वरुण ने मेरी बीवी को अपनी बाँहों में ले लिया। उधर आशीष रागिनी भाभी पर मर मिटा उसे चोदने के लिए बढ़ा और रागिनी का पति रोहित आशीष की बीवी की तरफ जाकर उसकी चूँचियाँ दबा दीं और चूत पर हाथ फेरने लगा। अब यह तो सबको मालूम हो गया की कौन किसकी बीवी चोदेगा। मेरा लण्ड वरुण की बीवी वंदना चाटने लगी, वरुण का लण्ड मेरी बीवी चाटने लगी। उधर दूसरी तरफ आशीष का लण्ड रोहित की बीवी चाटने लगी और रोहित का लण्ड आशीष की बीवी। सबके पास नया नया लण्ड आ गया और सबके पास नयी नयी चूत. इस बार सबको और ज्यादा मज़ा आने वाला है।
मैंने सबसे पहले वंदना भाभी की चूँचियों में लौड़ा पेल दिया और मैं उसके बूब्स चोदने लगा। भाभी भी अपनी दोनों चूँचियाँ अपने हाथ से दबा कर चिपका दीं। वह अपनी जबान निकाल कर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। लण्ड जब ऊपर की ओर आता तो वह सुपाड़ा चाट लेती इससे मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। उधर वरुण मेरी बीवी की बुर चाट रहा था और उसकी दोनों चूँचियाँ भी अपने दोनों हाथों से मसल रहा था। उसकी जबान लण्ड की तरह मेरी बीवी की बुर चोद रही थी। आशीष और रोहित भी दोनों एक दूसरे की बीवी की बुर चाटने में लगे हुए थे। यह सीन बड़ा ही रोचक और देखने योग्य था। कुछ देर बाद रोहित और आशीष ने एक दूसरे की बीवी की बुर में लण्ड पेल दिया और सटासट चोदने लगे। इधर मैंने भी वंदना भाभी की चूत में लण्ड घुसाया तो उसने भी मेरी बीवी की बुर में लण्ड घुसा दिया। हम दोनों भी मस्ती से एक दूसरे की बीवी चोदने लगे और ज़न्नत का मज़ा लूटने लगे।
वंदना भाभी बोली - यार नेहा अगर हम लोग हिम्मत करके मर्दों के बीच नंगी नंगी न आती तो आज ये मज़ा हमको नहीं मिलता।
मेरी बीवी बोली - हां बात सही है। कहीं कहीं खुल कर बात करनी पड़ती है और खुल कर काम भी करना पड़ता है। मैं तो अब इतनी बोल्ड हो गयी हूँ की जब कोई मेरे काम में रोड़ा अटकाता है तो मैं उसकी माँ बहन चोद देती हूँ।
इतने में रागिनी ने मजाक के मूड में कहा - अच्छा नेहा अगर कोई रोड़ा की जगह अपना लौड़ा अटकाए तो क्या करोगी ?
तो मेरी बीवी बोली - उसे तेरी चूत में घुसा दूँगी रागिनी और तेरी माँ के भोसड़ा में भी।
यह सुनकर सब लोग हंसने लगे।
दूसरी पारी की चुदाई जब खतम हुई तो सबको थोड़ी थोड़ी नींद आने लगी। फलस्वरूप सब लोग नंगे नंगे ही सोने लगे। सवेरे करीब 4 बजे मेरी नींद खुली तो मैंने देखा की रागिनी भाभी की चूत बिलकुल साफ दिखा रही है और उसकी चूंकियाँ भी उतान पड़ी हुई हैं। मैं उसके पास जाकर उसकी चूँचियाँ सहलाने लगा और चूत पर उंगलियां फिराने लगा। वह जग गयी और मेरे लण्ड हाथ बढ़ाकर पकड़ लिया। फिर मैंने उसे चोदा। इतने में मेरी बीवी उठ बैठी। इसकी नज़र रोहित के लण्ड। लण्ड का सुपाड़ा एकदम बहार निकला हुआ था। उसने सुपाड़ा अपनी जबान से उठाया और उसे मुहे में भर लिया। इतने मे वह जग गया तो उसने फिर मेरी बीवी खूब अच्छी तरह चोदी। कुछ आवाज़ हुई तो आरती और वंदना भाभी भी जग गयीं। आरती ने वरुण का लण्ड पकड़ा और वंदना ने आशीष का लण्ड। दोनों एक दूसरे के पति से फिर उसकी तरह चुदवाने लगीं जैसे वे रात में चुदवा रहीं थीं।
तो दोस्तों देखा आपने की मर्दों की पार्टी में बीवियां जब नंगी नंगी आतीं हैं तो क्या होता है ?
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वरुण ने कहा - हां बात तो सही है।
आशीष में कहा - मैं तो अपनी बीवी को बुला लेता हूँ।
मैंने कहा - हां ठीक है यार सबसे पहले मैं अपनी बीवी को बुला लेता हूँ। मैंने आवाज़ दी नेहा प्लीज यहाँ हम सबके साथ बैठ कर शराब पियो आकर ।
करीब 5 मिनट के बाद नेहा को मैंने आते हुए देखा। मैं ही नहीं बल्कि हम सबने आते हुए देखा। उसे देख कर मैं भी चकित हो गया और मेरे सभी साथी भी मेरी आँखें चौंधियाँ गईं । मुझे लगा मैं कोई सपना देख रहा हूँ। नेहा अपने सारे कपड़े उतार कर एकदम नंगी नंगी हमारे सामने आ रही थी। उसे न तो कोई शर्म थी और न कोई झिझक। हां नशे में जरूर थी वो। उसे नंगी देख कर मैं तो हैरान था लेकिन मेरे सभी साथी उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ, बड़े बड़े चूतड़ और मस्तानी चूत आँखें फाड़ फाड़ कर देख रहे थे। हैरानी तो तब और हुई जब वह आकर आशीष के हाथ में हाथ डाल कर उसके बगल में बैठ गयी। मैं कुछ बोल भी नहीं पाया। कुछ पूंछ भी नहीं पाया की क्यों वह आशीष के पास बैठ गयी ?
फिर आशीष ने अपनी बीवी को आवाज़ दी। उसकी बीवी आरती भी नंगी नंगी सबके सामने आ गई। उसकी चूँचियाँ उसकी गांड उसकी बुर देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं बुरी तरह ललचा गया। मज़ा तो तब आया जब वह मेरे पास मेरे गले में हाथ डाल कर बैठ गयी और मेरी जांघें सहलाने लगी। मुझे इसकी तो उम्मीद ही नहीं थी। मैं सोंचने लगा ये सब क्या हो रहा है ?
इतने में वरुण और रोहित दोनों ने एक साथ आवाज़ दी और इन दोनों की बीवियां वंदना और रागिनी दोनों नंगी नंगी हमारे सामने आ गईं। रागिनी ने वरुण के गाल चूमे और उसके बगल में बैठ गयी। वंदना तो आते ही रोहित के गोद में नंगी नंगी बैठ गयी और उसके होठों पर अपने होठ रख दिया। वह बोली हाय रोहित आज मैं तेरी बीवी हूँ और तू मेरा पति। आज मैं वो सब करूंगी जो एक बीवी अपने पति के साथ करती है।
अब मुझे सारा खेल मालूम हो गया की ये चारों बीवियां नंगी होकर हमारी पार्टी में क्यों आयी हैं ? ये सब बीवियों की चाल है। बीवियों ने "husband swapping" का खेल रचा है। ये चारों बीवियां एक दूसरे के पति से चुदवाना चाहतीं हैं। इन लोगों ने खुल्लम खुल्ला एक दूसरे के पति से चुदवाने का प्लान बनाया है। मैंने मन में कहा - कुछ भी हो यार मुझे अपने दोस्तों की बीवियों को नंगी नंगी देखने में बड़ा मज़ा आ रहा है। यही हमारे अन्य साथी भी सोंच रहे थे और तब हम सब दूसरों की नंगी बीवियों पर नज़रें गड़ाये हुए देखने लगे।
आशीष की बीवी आरती भाभी ने मेरे गले में बाहें डाली तो मेरा लण्ड टन टना उठा। उसकी मस्त मस्त बड़ी बड़ी चूँचियाँ, उसकी बिना झांट की चूत, पतली कमर मोटी मोटी जांघें, बड़े बड़े चूतड़ और एक मस्तानी गांड सब कुछ देख कर मैं सारी दुनियां भूल गया। मेरा हाथ उसकी चूँचियों पर चला गया और वह मेरा लण्ड टटोलने लगी। मैं समझ गया की वह मुझे नंगा करना चाहती है। उधर मेरे सामने मेरी बीवी नेहा नंगी नंगी आशीष के कपड़े उतार रही थी। उसे नंगा कर रही थी। आशीष मेरी बीवी की चूँचियाँ चूम भी रहा था और चूस भी रहा था। उसकी चूत सहला रहा था और उसकी गांड पर हाथ फिराने की कोशिश कर रहा था। तब तक आरती भाभी ने मेरा लण्ड खोल कर बाहर निकाल ही लिया। लण्ड तो खड़ा ही था। वह लण्ड मुठ्ठी में लेकर बोली - हाय दईया बड़ा तगड़ा है तेरा लण्ड, नरेश। बड़ा खूबसूरत है बड़ा जबरदस्त भी। मुझे आज बड़ा मज़ा आने वाला है। मैं बहुत दिनों से ऐसे लण्ड की खोज में थी जो मेरी चूत का बाजा अच्छी तरह बजा सके।
उधर मेरे सामने मेरी बीवी नेहा आशीष को नंगा कर चुकी थी और उसके लण्ड के साथ खेलने लगी थी। आशीष भी मेरी बीवी के नंगे बदन पर हाथ फिरा रहा था। उसने मेरी बीवी की चूँचियाँ डबायीं निपल्स चूमे और उन्हें मुंह में लिया। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत सहलाई और उसने गाल चूमे होंठ चूमे और कहा भाभी जी आज तुम मेरी बीवी हो सिर्फ मेरी बीवी। नेहा ने भी हां में हां मिलाई और कहा - आज मैं तेरी बीवी हूँ, मुझे चोदो। फिर वह उसका लौड़ा हिला हिला कर मज़ा करने लगी। बोली वॉवो क्या लौड़ा है तेरा। एकदम घोड़े के लण्ड जैसा है तेरा लण्ड, आशीष ? आज मेरी बुर चोदी बुर को पता चलेगा की असली लौड़ा क्या होता है ? ऐसा कह कर मेरी बीवी आशीष का लौड़ा मुंह में डाल कर पीने लगी और मुझे उसे देख बड़ा मज़ा आने लगा।
उधर वरुण की बीवी वंदना ने रोहित को नंगा कर दिया और उसका लौड़ा पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी। लण्ड और सख्त हुआ तो वह बोली - बाप रे बाप कितना लम्बा चौड़ा है तेरा लौड़ा यार रोहित ? तेरा लण्ड तो भोसड़ा चोदने वाला है यार। लगता है आज ये मेरी बुर चोद चोद कर भोसड़ा बना देगा। वंदना ने लण्ड की कई बार चुम्मी ली और उसके पेल्हड़ भी चूमे। लण्ड एकदम चिकना था इसलिए वह पेल्हड़ चाटने लगी और फिर लण्ड का सुपाड़ा। उधर रागिनी के हाथ में वंदना के पति वरुण का लौड़ा था। वह लौड़ा पकड़ कर चारों तरफ से घुमा घुमा कर देख रही थी. फिर बोली - उई माँ बड़ा सॉलिड है तेरा लौड़ा, वरुण ? मोटा भी है बहन चोद और लोहे की तरह सख्त भी। क्या खिलाते हो इस मादर चोद अपने लण्ड को, वरुण मेरे देवर राजा ? किसकी बुर खा खा कर इतना मोटा हो गया है तेरा लण्ड ? रागिनी भाभी लण्ड से ऐसे बातें करने लगीं जैसे की वह लण्ड नहीं कोई उसका दोस्त हो।
इस तरह चारों बीवियां पराये मरद का लण्ड पाकर बेहद खुश थी और मस्त थीं। शायद यही उनकी इच्छा थी।और इच्छा पूरी भी हो रही थी। मैंने कुछ देर तक आरती भाभी की बुर चाटी फिर उस पर अपना लौड़ा घिसा। जब लण्ड और चूत दोनों चिकने हो गए तो मैंने एक धक्का मारा तो लण्ड सरसराता हुआ अंदर घुस गया। उसके मुंह से निकला उई माँ एक ही बार में घुस गया पूरा लण्ड। मर गई मैं। बहन चोद बड़ा मोटा है तेरा लण्ड। और फिर वह रंडी की तरह अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। मैं भी पागलों की तरह भकाभक चोदने लगा। मेरे सामने ही आशीष मेरी बीवी की बुर चोदने लगा। हम लोगों के मुंह आमने सामने थे। यानी मेरी बीवी उसकी बीवी की गांड की तरफ थी और उसकी बीवी थी मेरी बीवी की गांड की तरफ थी। हम लोगों को एक दूसरे की बीवी चोदने में मज़ा आने लगा।
इसी तरह वरुण भी रोहित की बीवी चोद रहा था और रोहित वरुण की बीवी चोद रहा था । दोनों लोग बड़ी मस्ती में थे। और दोनों बीवियां भी खूब मस्त होकर चुदवा रहीं थीं। किसी के चेहरे पर कोई मलाल नहीं था। हर बीवी को लग रहा था की अब ये चारों लण्ड मेरे ही हैं। और हर मरद को भी लग रहा था की अब ये चारों बीवियां मेरी ही हैं और इन चारों की चूत भी मेरी ही हैं।
मैंने कहा - यार आशीष पहले तो मुझे कुछ शंका हुई की जाने ये बीवियां क्या करना चाहती है ? पर जब मामला सामने आया तो मज़ा आ गया। , अब देखो न मुझे तो तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है।
आशीष बोला - हां यार तू सही कह रहा है। मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा अच्छा लग रहा है। मैंने पहले कभी सोंचा नहीं था की एक दिन मैं तेरी बीवी चोदूंगा पर हाँ मैं जब जब तेरी बीवी देखता था तो उसे चोदने का मन करता था।
हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदने में जी जान से जुटे थे। मैं देख रहा था की मेरी बीवी आशीष से जितनी मस्ती से चुदवा रही है उतनी मस्ती से उसने मुझसे कभी नहीं चुदवाया।
उधर वरुण की बीवी वंदना बोली - हाय रागिनी, मुझे तेरे पति का लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। इतना मोटा तगड़ा लण्ड है तेरे पति का की वह साला चूत के चारों तरफ से चिपक कर घुस रहा है। इसे चुदाई में और ज्यादा मज़ा आ रहा है. तूने पहले बताया होता की तेरे पति का लौड़ा ऐसा है तो मैं बहुत पहले इससे चुदवा लेती।
उधर रागिनी ने कहा - अरे यार तेरा पति भी तो मुझे भकाभक चोद रहा है। इसका लौड़ा मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ा रहा है। इसका लण्ड घोड़े के लण्ड जैसा है यार ? अब मुझे मालूम हो रहा है की हमने ठीक किया। आज अगर हम लोग नंगी नंगी मर्दों के पास नहीं आतीं तो ये मज़ा कैसे मिलता ? उधर से आरती भाभी बोली हां सुझाव तो मैंने ही दिया था की इन लोगों के सामने नंगी नंगी चलो तो ये भोसड़ी वाले मरद एक दूसरे की बीवी चोदेंगें ही।
मेरी बीवी ने कहा - हां यार आज सही में "husband swapping" हो रही है।
वंदना बोली - और आगे भी होती रहेगी।चुदाई की आवाज़ पूरे घर में गूँज रही थी। यह आवाज़ हम सबको पागल बना रही थी। धच्च धच्च, फच्च फच्च गच्च गच्च, भच्च भच्च भचर भचर गचर गचर की आवाज़ बड़ी मधुर रही थी।मजे की बात यह थी की सबकी बुर एक साथ बज रही थी और बजाने वाल थे पराये मर्दों के लण्ड। बीवियां इतनी मस्त हो रहीं थी की उनके मुंह से कुछ न कुछ निकल रहा था :-
हाय दईया फट रही है मेरी बुर ---- इतना मोटा लण्ड पेल के चोदोगे तो मेरी माँ भी चुद जाएगी ----वाओ, क्या लौड़ा है तेरा यार ---- और चोदो खुब चोदो, फाड़ डालो मेरी बुर ------ मुझे क्या मालूम था की पराये मरद के लंड में इतना मज़ा होता है ------अब मुझे पीछे से चोदो मेरे राजा ------ मैं तेरी भाभी हूँ यार मुझे अच्छी तरह चोदो ------- मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदो ------- बड़ा मज़ा आ रहा है --------- मुझे क्या मालूम था की सामूहिक चुदाई में इतना मज़ा होता है ------- ऐसा लौड़ा तो मैंने कभी देखा ही नहीं ----- पूरा पेल दो बहन चोद लण्ड ,,,,, WOW, WHAT A LUND IT IS ! ----- उई माँ आज बहुत बड़े लण्ड से पाला पड़ा है ------ हाय रे मन करता है की तुम मुझे दिन रात इसी तरह चोदते रहो -------- मैं भी तेरी मेरी बुर भी तेरी यार जब चाहे तब इसे चोदो ------ तेरे लण्ड की माँ का भोसड़ा ----- बड़ा सयाना है तेरा लौड़ा ------ तेरा के मादर चोद लण्ड मेरी बुर फाड़ कर ही दम लेगा ---- ?
इन बीवियों की बाते सुन सुन कर हम मर्दों को बड़ा मज़ा आ रहा था और फिर चुदाई की रफ़्तार बढ़ने लगती थी। इतने में मुझे लगा की आरती भाभी की चूत ढीली हो रही है। उसकी सारी गर्मी निकल गई। वह
मैंने सबसे पहले वंदना भाभी की चूँचियों में लौड़ा पेल दिया और मैं उसके बूब्स चोदने लगा। भाभी भी अपनी दोनों चूँचियाँ अपने हाथ से दबा कर चिपका दीं। वह अपनी जबान निकाल कर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। लण्ड जब ऊपर की ओर आता तो वह सुपाड़ा चाट लेती इससे मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। उधर वरुण मेरी बीवी की बुर चाट रहा था और उसकी दोनों चूँचियाँ भी अपने दोनों हाथों से मसल रहा था। उसकी जबान लण्ड की तरह मेरी बीवी की बुर चोद रही थी। आशीष और रोहित भी दोनों एक दूसरे की बीवी की बुर चाटने में लगे हुए थे। यह सीन बड़ा ही रोचक और देखने योग्य था। कुछ देर बाद रोहित और आशीष ने एक दूसरे की बीवी की बुर में लण्ड पेल दिया और सटासट चोदने लगे। इधर मैंने भी वंदना भाभी की चूत में लण्ड घुसाया तो उसने भी मेरी बीवी की बुर में लण्ड घुसा दिया। हम दोनों भी मस्ती से एक दूसरे की बीवी चोदने लगे और ज़न्नत का मज़ा लूटने लगे।
वंदना भाभी बोली - यार नेहा अगर हम लोग हिम्मत करके मर्दों के बीच नंगी नंगी न आती तो आज ये मज़ा हमको नहीं मिलता।
मेरी बीवी बोली - हां बात सही है। कहीं कहीं खुल कर बात करनी पड़ती है और खुल कर काम भी करना पड़ता है। मैं तो अब इतनी बोल्ड हो गयी हूँ की जब कोई मेरे काम में रोड़ा अटकाता है तो मैं उसकी माँ बहन चोद देती हूँ।
इतने में रागिनी ने मजाक के मूड में कहा - अच्छा नेहा अगर कोई रोड़ा की जगह अपना लौड़ा अटकाए तो क्या करोगी ?
तो मेरी बीवी बोली - उसे तेरी चूत में घुसा दूँगी रागिनी और तेरी माँ के भोसड़ा में भी।
यह सुनकर सब लोग हंसने लगे।
दूसरी पारी की चुदाई जब खतम हुई तो सबको थोड़ी थोड़ी नींद आने लगी। फलस्वरूप सब लोग नंगे नंगे ही सोने लगे। सवेरे करीब 4 बजे मेरी नींद खुली तो मैंने देखा की रागिनी भाभी की चूत बिलकुल साफ दिखा रही है और उसकी चूंकियाँ भी उतान पड़ी हुई हैं। मैं उसके पास जाकर उसकी चूँचियाँ सहलाने लगा और चूत पर उंगलियां फिराने लगा। वह जग गयी और मेरे लण्ड हाथ बढ़ाकर पकड़ लिया। फिर मैंने उसे चोदा। इतने में मेरी बीवी उठ बैठी। इसकी नज़र रोहित के लण्ड। लण्ड का सुपाड़ा एकदम बहार निकला हुआ था। उसने सुपाड़ा अपनी जबान से उठाया और उसे मुहे में भर लिया। इतने मे वह जग गया तो उसने फिर मेरी बीवी खूब अच्छी तरह चोदी। कुछ आवाज़ हुई तो आरती और वंदना भाभी भी जग गयीं। आरती ने वरुण का लण्ड पकड़ा और वंदना ने आशीष का लण्ड। दोनों एक दूसरे के पति से फिर उसकी तरह चुदवाने लगीं जैसे वे रात में चुदवा रहीं थीं।
तो दोस्तों देखा आपने की मर्दों की पार्टी में बीवियां जब नंगी नंगी आतीं हैं तो क्या होता है ?
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