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एक साथ दो लंड से धमाकेदार चुदाई - 2 Land se ek samay me chudne ka majaa
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उस दिन मैं अपनी ससुराल से आयी थी। आने के बाद मेरी एक दोस्त का फोन आया। वह बोली यार बसीमा आज हमारे घर में एक सेक्स पार्टी है तुम्हे उसमे आना है। मैंने कहा ठीक है मैं आऊंगी लेकिन अम्मी जान से इज़ाज़त लेकर। मैंने ये बात अम्मी जान को बताई तो उसे इज़ाज़त दे दी और मैं पार्टी में चली गयी। वहां से खूब
अच्छी तरह चुद कर आयी। रात भर चुदी मैं और अच्छी तरह चुदी। कई लोगों से चुदी। लड़कों से भी चुदी और बाप के बराबर मर्दों से भी चुदी। 2 -2 / 3 -3 लण्ड से भी एक साथ चुदी। मैं वही किस्सा अम्मी को सुना रही थी। मैंने बताया की अम्मी जान उनमे से दो लण्ड बहुत ही उम्दा थे। बड़े बेहतरीन थे। मुझे उन दोनों से चुदवाने में खूब मज़ा आया। मस्त हो गई मैं. अम्मी जान ने कहा - उन दोनों लण्ड के बारे में बता जो तुम्हे सबसे ज्यादा अच्छे लगे।
अच्छी तरह चुद कर आयी। रात भर चुदी मैं और अच्छी तरह चुदी। कई लोगों से चुदी। लड़कों से भी चुदी और बाप के बराबर मर्दों से भी चुदी। 2 -2 / 3 -3 लण्ड से भी एक साथ चुदी। मैं वही किस्सा अम्मी को सुना रही थी। मैंने बताया की अम्मी जान उनमे से दो लण्ड बहुत ही उम्दा थे। बड़े बेहतरीन थे। मुझे उन दोनों से चुदवाने में खूब मज़ा आया। मस्त हो गई मैं. अम्मी जान ने कहा - उन दोनों लण्ड के बारे में बता जो तुम्हे सबसे ज्यादा अच्छे लगे।
मैंने कहा - लण्ड तो दोनों बड़े मस्त थे अम्मी जान ? बड़ा मज़ा आया दोनों से एक साथ चुदवाने में ? इतने लम्बे चौड़े लण्ड मैंने पहले कभी नहीं देखा था । 9" - 9" के लण्ड बड़े हट्टे कट्टे थे। हाथी के पाँव के बराबर मोटे मोटे थे लण्ड बहन चोद। मुझे लगा की ये तो साले मेरी माँ का भोसड़ा भी फाड़ डालेंगें .
अम्मी जाने ने कहा - तो फिर फड़वा क्यों नहीं लिया तूने अपनी अम्मी का भोसड़ा ? \
अम्मी जाने ने कहा - तो फिर फड़वा क्यों नहीं लिया तूने अपनी अम्मी का भोसड़ा ? \
मैंने कहा - अब तो सच में फड़वा लूंगी अम्मी का भोसड़ा। मैं कहाँ छोड़ने वाली हूँ तेरा भोसड़ा अम्मी जान। तुम तो जानती ही है की मैं मादर चोद बहुत हरामजादी लड़की हूँ। बिंदास हूँ, बोल्ड हूँ और हद से ज्यादा बेशरम भी हूँ। जितने लण्ड मैं अपनी बुर में पेलती हूँ उतने ही लण्ड मैं दूसरों की बुर में भी पेलने का दम रखती हूँ। मैं कोई ऐसी वैसी लड़की नहीं हूँ। मैं बड़ी बदचलन लड़की हूँ और छिनार भी हूँ। लण्ड का पूरा मज़ा निचोड़ लेती हूँ। मेरे आगे बड़े बड़े लण्ड घुटने टेक देते हैं, अम्मी जान । कई लण्ड तो मेरी चूत में घुसने के पहले ही झड़ जातें हैं। एक बात और सुन लो अम्मी जान मैं जिस तरह से लण्ड चाटती हूँ जिस तरह मुंह में भर कर लण्ड चूसती हूँ उससे बड़ों बड़ों के लण्ड ढीले हो जातें हैं,
अम्मी ने कहा - तू तो बस अपना ही बखान करती जा रही है। मैं तेरी माँ हूँ बुर चोदी बसीमा। मैं भी ये सब कर चुकी हूँ और आज भी करती हूँ। बड़े बड़े लण्ड मेरी चूत में आज भी गोता लगाते हैं। जितने देशी लण्ड मेरी चूत में घुसे हैं उतने विदशी लण्ड भी। आज भी मेरे पास कई विदेशी लण्ड आतें हैं. तू अभी नई है मेरी बेटी बसीमा। मैंने कहा - बेटी की माँ का भोसड़ा, अम्मी जान. अब मैं नई नहीं हूँ। 24 साल की हूँ मैं, शादी शुदा हूँ और मद मस्त चुदवाने वाली औरत हूँ मैं, अम्मी जान ।
अम्मी ने कहा - तेरी अम्मी की बिटिया की बुर ? अब तू अपनी माँ का भोसड़ा फड़वा कर देख ही ले ? तो दोस्तों, आपने देखा की मैं अम्मी से कितनी खुली हुई हूँ और अम्मी भी मुझसे उतना ही खुली हुई हैं। हम दोनों अब पक्की दोस्त हैं। साथ साथ चुदवाती हैं साथ साथ लण्ड पीतीं हैं और साथ साथ एक दूसरे की बुर चोदती हैं। इसमें हमें बहुत ज्यादा मज़ा आता है। मेरी अम्मी का नाम है राबिया बेगम। वह 44 साल की हैं। बेहद खूबसूरत हैं, बड़ी बड़ी चूँचियों वाली भी हैं और मस्त गांड वाली भी। चुदाई में वह मुझसे वास्तव में आगे हैं। मैं आपको एक मजेदार किस्सा सुनाती हूँ। मैं पढ़ाई में बहुत अच्छी थी। हमेशा अव्वल आती थी और बी ए तक लगातार अव्वल आती रही। फिर मुझे सरकारी नौकरी मिल गयी और मैं नौकरी करने लगी। लेकिन सच्चाई यह है की मैंने 15 साल की उम्र में लण्ड पकड़ना शुर कर दिया था।
मैं शादी के पहले तक दर्जनों लण्ड पकड़ चुकी थी और उन्हें अपनी बुर में पेल भी चुकी थी। मैं १७ साल की कमर में आते आते बहुत बेशरम और बॉस हो गयी थी। गालियां खूब बिंदास बकती थी। सबकी माँ बहन चोदा करती थी। लड़कों को अपनी झांटें भी दिखाया करती थी और कभी कभी तो अपनी गांड भी खोल कर दिखा दी थी। लण्ड की गालियां मेरे मुंह से गोलियों की तरह निकलती थीं जिन्हे लड़के सुनकर बड़े खुश होतें थे और तालियां बजाते थे। मुझे कुछ दिन बाद मालूम हुआ की मेरे मुंह से बार बार लण्ड सुनकर लड़कों के लण्ड सच में खड़े हो जाते थे। अधिक तर लड़के तो मेरा नाम ले ले कर सड़का मारते थे। मुझे लण्ड चूसने में और लण्ड पीने में बड़ा मज़ा आता था।
उस समय मैं 17 + को ही गयी और गदरा भी गई थी।
एक दिन अम्मी ने कहा - बसीमा, तू बुर चोदी बहुत हरामजादी हो गयी है, आजकल ? तेरी माँ का भोसड़ा ज़रा संभल कर चलना नहीं तो लोग तेरी फाड़ डालेंगें। मैंने कहा - मुझसे ज्यादा तो तू बुर चोदी हो गई है अम्मी जान ? तेरी बहन का भोसड़ा ? गेरी बिटिया की बुर लोग फाड़ेंगें तो फाड़ें मैं परवान नहीं करती ?
वह बोली - तू मुझसे जबान लड़ाती है। मैं कसी दिन मेरी माँ चोद दूँगी।
मैंने कहा - मैं भी तेरी बेटी चोद डालूंगी अम्मी जाना। मैं भोसड़ी वाली किसी से कम नहीं हूँ। फिर अम्मी जान में मेरे गाल थपथपाये और कहा हां मेरी प्यारी बेटी अब तू सही मायने में जवान हो गयी है। अब तू बहन चोद लण्ड का मज़ा लेने वाली हो गयी है।
एक दिन मैंने देखा की अम्मी के कमरे में एक अनजान आदमी जा रहा था। मेरे मन में शंका हुई की ये आदमी मेरी अम्मी पास क्यों जा रहा है ? मैं फिर रुक गयी और सोंचा की होगा क्यों काम ? मुझे क्या लेना देना ? लेकिन मन नहीं माना और भी कमरे के पास तक चली गयी। मैं अंदर झाँक कर देखने लगी। मैं जो देखा उसे देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की अम्मी जान एकदम नंगी नंगी एक सोफा पर बैठी हुई हैं। और वह आदमी एकदम नंगा नंगा अम्मी के सामने खड़ा और खड़ा है उसका लण्ड ? मैं लण्ड देख कर गन गना उठी. मेरी चूत गीली हो गयी और मेरी लार टपकने लगी। मेरा मन हुआ की मैं अभी घुस कर लण्ड अपने मुँह मे घुसा लूं। मैं बुरी तरह ललचा गई। पहले तो सोंचा की मैं छिप छिप कर देखूं आगे क्या होता है पर मैं मणि नहीं और हिम्मत करने लगी। इतने में अम्मी जान ने लौड़ा मुंह में डाला और चूसने लगीं। मैं पहली बार अम्मी को नंगी देख रही थी और उसे लण्ड चूसते देख रही थी। मैं समझ की अम्मी को ग़ैर मर्दों के लण्ड से बेहद प्यार है। इतने में वह बोली खालिद वो तेरा दोस्त बासित नहीं आया।
खालिद ने बताया - अरे भाभी जान वह मेरे ही घर में मेरी बीवी चोद रहा है। चोद के सीधे यहीं आएगा।
अम्मी ने कहा - अगर आता तो आज मैं उसका लण्ड बुर चोदी बसीमा के मुंह में घुसा देती ?
खालिद ने कहा - ये बसीमा कौन है भाभी जान ?
अम्मी ने कहा - ये मेरी बेटी है। अभी अभी जवान हुई है भोसड़ी वाली और इतनी मस्त है की अगर उसे लण्ड मिल जाए तो अपनी माँ का भोसड़ा भी चोद डाले ?
यह सुनकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई और मैंने ठान लिया की इसका लण्ड आज ही मैं अम्मी के भोसड़ा में ठोंकूंगी। मैं खालिद का लौड़ा ही देखे जा रही थी। फिर मैं एकदम से कमरे में घुस गयी। उस समय अम्मी जान बड़े प्यार से खालिद का लण्ड चाट रही थी।
अम्मी ने पूंछा - हाय अल्लाह तो क्या तुम बासित की बेटी भी चोदते हो ?
वह बोला - हां चोदता हूँ। वह चुदवाती है तो मैं चोदता हूँ। उसकी माँ भी चोदता हूँ। वह भी मेरी बीवी भी चोदता है और मेरी बेटी भी चोदता है।
फिर मैंने अचानक लण्ड अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया और अंकल के चूतड़ बड़ी जोर से दबा दिया तो लण्ड पूरा का पूरा भोसड़ा के अंदर घुस गया।
अम्मी बोली - हाय दईया, तू क्या कर रही है बसीमा बेटी।
मैंने कहा - माँ चुदा रही हूँ अपनी, अम्मी जान ? मैंने कहा था न की आज मैं अपनी माँ चुदाऊँगी वही कर रही हूँ। अम्मी ने कहा - सच में तू बहुत बड़ी हरामजादी है।
इतने में किसी ने पीछे से कहा अरे आयशा आंटी तेरी बेटी भी बड़ी हरामजादी है। वह मेरी पड़ोसन थी हिना। हिना ने कहा - आयशा आंटी, तेरी बेटी जिस पार्टी में गयी थी वहां मैं भी थी। ये मुझे नहीं देख पाई पर मैंने इसे देख लिया था। ये बुर चोदी बहुत बड़ी चुदक्कड़ लड़की है। इसने मेरे ससुर से खूब चुदवाया। इसकी माँ का भोसड़ा आंटी। इसकी बहन की बुर। मैं चाहती थी की मेरा ससुर मेरी भाभी की बुर चोदे पर इसने मौक़ा ही नहीं दिया। इसने उसका लौड़ा छोड़ा ही नहीं।
मैंने कहा - यार हिना कौन सा लौड़ा ? मुझे याद नहीं आ रहा।
वह बोली - अच्छा याद नहीं आ रहा। तो ये देख लौड़े की फोटो।
मैंने जब लण्ड की फोटो देखी तो कहा - अरे अम्मी जान ये तो वही बेहतरीन लौड़ा है जिसका ज़िकर मैं तुमसे कर चुकी हूँ । पर हिना इसके साथ एक और लौड़ा था।
वह बोली - वह मेरे ससुर के दोस्त का लौड़ा है यार। उसकी भी फोटो देख ले। मैंने देखातो पहचान गई लण्ड ।
मैंने कहा - यार यही दोनों लण्ड बुलाओ मैं ये दोनों अपनी माँ के भोसड़ा में पेलना चाहती हूँ।
वह बोली - अभी तो ये दोनों मेरी माँ का भोसड़ा चोद रहें हैं। मैं आज रात को इन दोनों को लेकर तेरे घर आ जाऊंगी तुझे और तेरी माँ चोदने। खालिद मेरी माँ का भोसड़ा चोदे जा रहा था और मैं उसके पेल्हड़ सहला रही थी बीच बीच में लण्ड निकाल कर चाटती भी जा रही थी। हिना बैठी हुई मेरी माँ की चुदाई देख रही थी। वह बोली यार मैं भी इसी तरह अपनी माँ चुदवाती हूँ।
थोड़ी देर में अम्मी ने लण्ड अपनी चूत से निकाल कर मेरी चूत में पेल दिया और बोली खालिद यार अब तुम मेरी बेटी की बुर अपनी बीवी की बुर समझ कर चोदो। इस बुर चोदी की फाड़ डालो बुर। ये भोसड़ी वाली अपने को बहुत बड़ी चुदक्कड़ समझती है। आज मैं इसकी चूत की ताकत देखूँगी। इसकी माँ का भोसड़ा ?
खालिद राशन पानी लेकर चढ़ बैठा मेरे ऊपर और पेल दिया पूरा लण्ड मेरी चूत में। लण्ड साला एक ही बार में पूरा घुस गया तो मेरे मुंह से निकला उई माँ मर गई मैं। अम्मी ने कहा मर जा तू भोसड़ी की। मादर चोद चुदा चुदा के मर जा। लण्ड पेलवा पेलवा कर मर जा। मैं बोली हाय अल्लाह फट गई मेरी बुर ? मेरी गांड भी फट गई अम्मी जान। बड़ा मोटा है लण्ड इसका। बड़ा दर्द हो रहा है। अम्मी ने कहा खालिद ये जितना चिल्ला रही है तू उतनी ही जोर से चोदे जा इसकी बुर। ये साली कुतिया बहुत बड़ी छिनार है। ये बहन चोद अपने ससुर से भी चुदवाती है और ससुर के दोस्तों के लण्ड पीती है। अपने ससुराल के सारे लण्ड पेला करती है अपनी चूत में ? जाने कितनी बड़ी है इसकी चूत ?
हिना ये सब सुन सुन मुस्करा रही थी और मैं भी मस्त होती जा रही थी। आखिर कार मैंने अंकल का लौड़ा ढीला कर ही दिया। वह पहले झड़ गया और मैं झड़ी बाद में।
शाम को करीब 9 हिना उन दोनों को लेकर आ गयी। उसने पहले अपने ससुर ज़फर को मिलवाया और फिर उसके दोस्त असर से। दोनों ही बड़े स्मार्ट, हैंडसम और दमदार मर्द थे। अम्मी जान उनसे मिलकर बड़ी ख़ुशी हुई। मुझे थोड़ा थोड़ा लगा की हां ये दोनों वही हैं लेकिन मैंने कहा यार हिना मैं इनके लण्ड देख कर ही पहचानूँगी की हां ये वही हैं। हिना ने पहले अपने ससुर के कपड़े उतारे। उसे पूरा नंगा किया और लण्ड मुझे पकड़ा दिया। फिर उसने असर को नंगा किया और उसका भी लण्ड मुझे पकड़ा दिया। मैं दोनों लण्ड पाकर और मस्त हो गयी। दोनों लण्ड खड़े होने लगे। जब दोनों टन टना कर खड़े हुए तो मैंने दोनों को चाटा और कहा हां यार हिना ये दोनों वही लण्ड हैं। मैंने अम्मी से कहा लो अम्मी जान तेरा भोसड़ा चोदने ये वही लोग आएं हैं जिन्हीने तेरी बिटिया की बुर उस दिन खूब झमाझम चोदी थी ।
अम्मी जान भी नंगी नंगी दोनों लण्ड अपने हाथों में लेकर चूमने चाटने लगी और हिना उसका भोसड़ा सहलाने लगी।
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मैं शादी के पहले तक दर्जनों लण्ड पकड़ चुकी थी और उन्हें अपनी बुर में पेल भी चुकी थी। मैं १७ साल की कमर में आते आते बहुत बेशरम और बॉस हो गयी थी। गालियां खूब बिंदास बकती थी। सबकी माँ बहन चोदा करती थी। लड़कों को अपनी झांटें भी दिखाया करती थी और कभी कभी तो अपनी गांड भी खोल कर दिखा दी थी। लण्ड की गालियां मेरे मुंह से गोलियों की तरह निकलती थीं जिन्हे लड़के सुनकर बड़े खुश होतें थे और तालियां बजाते थे। मुझे कुछ दिन बाद मालूम हुआ की मेरे मुंह से बार बार लण्ड सुनकर लड़कों के लण्ड सच में खड़े हो जाते थे। अधिक तर लड़के तो मेरा नाम ले ले कर सड़का मारते थे। मुझे लण्ड चूसने में और लण्ड पीने में बड़ा मज़ा आता था।
उस समय मैं 17 + को ही गयी और गदरा भी गई थी।
एक दिन अम्मी ने कहा - बसीमा, तू बुर चोदी बहुत हरामजादी हो गयी है, आजकल ? तेरी माँ का भोसड़ा ज़रा संभल कर चलना नहीं तो लोग तेरी फाड़ डालेंगें। मैंने कहा - मुझसे ज्यादा तो तू बुर चोदी हो गई है अम्मी जान ? तेरी बहन का भोसड़ा ? गेरी बिटिया की बुर लोग फाड़ेंगें तो फाड़ें मैं परवान नहीं करती ?
वह बोली - तू मुझसे जबान लड़ाती है। मैं कसी दिन मेरी माँ चोद दूँगी।
मैंने कहा - मैं भी तेरी बेटी चोद डालूंगी अम्मी जाना। मैं भोसड़ी वाली किसी से कम नहीं हूँ। फिर अम्मी जान में मेरे गाल थपथपाये और कहा हां मेरी प्यारी बेटी अब तू सही मायने में जवान हो गयी है। अब तू बहन चोद लण्ड का मज़ा लेने वाली हो गयी है।
एक दिन मैंने देखा की अम्मी के कमरे में एक अनजान आदमी जा रहा था। मेरे मन में शंका हुई की ये आदमी मेरी अम्मी पास क्यों जा रहा है ? मैं फिर रुक गयी और सोंचा की होगा क्यों काम ? मुझे क्या लेना देना ? लेकिन मन नहीं माना और भी कमरे के पास तक चली गयी। मैं अंदर झाँक कर देखने लगी। मैं जो देखा उसे देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की अम्मी जान एकदम नंगी नंगी एक सोफा पर बैठी हुई हैं। और वह आदमी एकदम नंगा नंगा अम्मी के सामने खड़ा और खड़ा है उसका लण्ड ? मैं लण्ड देख कर गन गना उठी. मेरी चूत गीली हो गयी और मेरी लार टपकने लगी। मेरा मन हुआ की मैं अभी घुस कर लण्ड अपने मुँह मे घुसा लूं। मैं बुरी तरह ललचा गई। पहले तो सोंचा की मैं छिप छिप कर देखूं आगे क्या होता है पर मैं मणि नहीं और हिम्मत करने लगी। इतने में अम्मी जान ने लौड़ा मुंह में डाला और चूसने लगीं। मैं पहली बार अम्मी को नंगी देख रही थी और उसे लण्ड चूसते देख रही थी। मैं समझ की अम्मी को ग़ैर मर्दों के लण्ड से बेहद प्यार है। इतने में वह बोली खालिद वो तेरा दोस्त बासित नहीं आया।
खालिद ने बताया - अरे भाभी जान वह मेरे ही घर में मेरी बीवी चोद रहा है। चोद के सीधे यहीं आएगा।
अम्मी ने कहा - अगर आता तो आज मैं उसका लण्ड बुर चोदी बसीमा के मुंह में घुसा देती ?
खालिद ने कहा - ये बसीमा कौन है भाभी जान ?
अम्मी ने कहा - ये मेरी बेटी है। अभी अभी जवान हुई है भोसड़ी वाली और इतनी मस्त है की अगर उसे लण्ड मिल जाए तो अपनी माँ का भोसड़ा भी चोद डाले ?
यह सुनकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई और मैंने ठान लिया की इसका लण्ड आज ही मैं अम्मी के भोसड़ा में ठोंकूंगी। मैं खालिद का लौड़ा ही देखे जा रही थी। फिर मैं एकदम से कमरे में घुस गयी। उस समय अम्मी जान बड़े प्यार से खालिद का लण्ड चाट रही थी।
- मुझे देखते ही वह बोली हाय तू कहाँ थी माँ की लौड़ी ? माँ चुदा रही थी तू इतनी देर से अपनी ? मैं जाने कहाँ कहाँ तिझे पर तू नहीं मिलीं।
- मैंने कहा - माँ नहीं चुदा रही थी अपनी अम्मी जान पर हां अब मैं जरूर अपनी माँ चुदाऊँगी और अच्छी तरह चुदाऊँगी ?
- नहीं तू अभी अपनी माँ नहीं चुदा सकती अभी तू 18 साल की नहीं हुई है।
- इससे क्या होता है। मैं तो पूरी तरह जवान हूँ। लण्ड खाने वाली हो गयी हूँ मैं भी और मेरी चूत भी ।
- अम्मी जान बड़े मूड में थीं वह बोली - तेरी चूत तेरी माँ की चूत ? तू मानेगी की नहीं मानेगी, मादर चोद बसीमा ?
- मैंने भी कहा - तेरी बुर तेरी बिटिया की बुर ? मैं नहीं मानूंगी, बेटी चोद आयशा ?
- तो फिर ले पकड़ खालिद का लौड़ा ?
अम्मी ने पूंछा - हाय अल्लाह तो क्या तुम बासित की बेटी भी चोदते हो ?
वह बोला - हां चोदता हूँ। वह चुदवाती है तो मैं चोदता हूँ। उसकी माँ भी चोदता हूँ। वह भी मेरी बीवी भी चोदता है और मेरी बेटी भी चोदता है।
फिर मैंने अचानक लण्ड अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया और अंकल के चूतड़ बड़ी जोर से दबा दिया तो लण्ड पूरा का पूरा भोसड़ा के अंदर घुस गया।
अम्मी बोली - हाय दईया, तू क्या कर रही है बसीमा बेटी।
मैंने कहा - माँ चुदा रही हूँ अपनी, अम्मी जान ? मैंने कहा था न की आज मैं अपनी माँ चुदाऊँगी वही कर रही हूँ। अम्मी ने कहा - सच में तू बहुत बड़ी हरामजादी है।
इतने में किसी ने पीछे से कहा अरे आयशा आंटी तेरी बेटी भी बड़ी हरामजादी है। वह मेरी पड़ोसन थी हिना। हिना ने कहा - आयशा आंटी, तेरी बेटी जिस पार्टी में गयी थी वहां मैं भी थी। ये मुझे नहीं देख पाई पर मैंने इसे देख लिया था। ये बुर चोदी बहुत बड़ी चुदक्कड़ लड़की है। इसने मेरे ससुर से खूब चुदवाया। इसकी माँ का भोसड़ा आंटी। इसकी बहन की बुर। मैं चाहती थी की मेरा ससुर मेरी भाभी की बुर चोदे पर इसने मौक़ा ही नहीं दिया। इसने उसका लौड़ा छोड़ा ही नहीं।
मैंने कहा - यार हिना कौन सा लौड़ा ? मुझे याद नहीं आ रहा।
वह बोली - अच्छा याद नहीं आ रहा। तो ये देख लौड़े की फोटो।
मैंने जब लण्ड की फोटो देखी तो कहा - अरे अम्मी जान ये तो वही बेहतरीन लौड़ा है जिसका ज़िकर मैं तुमसे कर चुकी हूँ । पर हिना इसके साथ एक और लौड़ा था।
वह बोली - वह मेरे ससुर के दोस्त का लौड़ा है यार। उसकी भी फोटो देख ले। मैंने देखातो पहचान गई लण्ड ।
मैंने कहा - यार यही दोनों लण्ड बुलाओ मैं ये दोनों अपनी माँ के भोसड़ा में पेलना चाहती हूँ।
थोड़ी देर में अम्मी ने लण्ड अपनी चूत से निकाल कर मेरी चूत में पेल दिया और बोली खालिद यार अब तुम मेरी बेटी की बुर अपनी बीवी की बुर समझ कर चोदो। इस बुर चोदी की फाड़ डालो बुर। ये भोसड़ी वाली अपने को बहुत बड़ी चुदक्कड़ समझती है। आज मैं इसकी चूत की ताकत देखूँगी। इसकी माँ का भोसड़ा ?
खालिद राशन पानी लेकर चढ़ बैठा मेरे ऊपर और पेल दिया पूरा लण्ड मेरी चूत में। लण्ड साला एक ही बार में पूरा घुस गया तो मेरे मुंह से निकला उई माँ मर गई मैं। अम्मी ने कहा मर जा तू भोसड़ी की। मादर चोद चुदा चुदा के मर जा। लण्ड पेलवा पेलवा कर मर जा। मैं बोली हाय अल्लाह फट गई मेरी बुर ? मेरी गांड भी फट गई अम्मी जान। बड़ा मोटा है लण्ड इसका। बड़ा दर्द हो रहा है। अम्मी ने कहा खालिद ये जितना चिल्ला रही है तू उतनी ही जोर से चोदे जा इसकी बुर। ये साली कुतिया बहुत बड़ी छिनार है। ये बहन चोद अपने ससुर से भी चुदवाती है और ससुर के दोस्तों के लण्ड पीती है। अपने ससुराल के सारे लण्ड पेला करती है अपनी चूत में ? जाने कितनी बड़ी है इसकी चूत ?
हिना ये सब सुन सुन मुस्करा रही थी और मैं भी मस्त होती जा रही थी। आखिर कार मैंने अंकल का लौड़ा ढीला कर ही दिया। वह पहले झड़ गया और मैं झड़ी बाद में।
शाम को करीब 9 हिना उन दोनों को लेकर आ गयी। उसने पहले अपने ससुर ज़फर को मिलवाया और फिर उसके दोस्त असर से। दोनों ही बड़े स्मार्ट, हैंडसम और दमदार मर्द थे। अम्मी जान उनसे मिलकर बड़ी ख़ुशी हुई। मुझे थोड़ा थोड़ा लगा की हां ये दोनों वही हैं लेकिन मैंने कहा यार हिना मैं इनके लण्ड देख कर ही पहचानूँगी की हां ये वही हैं। हिना ने पहले अपने ससुर के कपड़े उतारे। उसे पूरा नंगा किया और लण्ड मुझे पकड़ा दिया। फिर उसने असर को नंगा किया और उसका भी लण्ड मुझे पकड़ा दिया। मैं दोनों लण्ड पाकर और मस्त हो गयी। दोनों लण्ड खड़े होने लगे। जब दोनों टन टना कर खड़े हुए तो मैंने दोनों को चाटा और कहा हां यार हिना ये दोनों वही लण्ड हैं। मैंने अम्मी से कहा लो अम्मी जान तेरा भोसड़ा चोदने ये वही लोग आएं हैं जिन्हीने तेरी बिटिया की बुर उस दिन खूब झमाझम चोदी थी ।
अम्मी जान भी नंगी नंगी दोनों लण्ड अपने हाथों में लेकर चूमने चाटने लगी और हिना उसका भोसड़ा सहलाने लगी।
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Tags: एक साथ दो लंड से धमाकेदार चुदाई - 2 Land se ek samay me chudne ka majaa , एक साथ लिया दो लंड से मजा , चुसना और चाटना , हाथ से मालिश , सेक्स की भूखी लड़की , रंडी ने लिए एक समय में दो लौड़े , चुदासी बीवी की चूत में एक साथ दो लंड , देसी इंडियन भाभी की चुदाई , दो मर्दों से चूत चुदवाई दो लंड एक गांड में एक चुत में.
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