Home
» Top-Hindi-Sex-kahani-XXX-Porn-Stories-in-Hindi
» अनजान लोगों से चुदवाना चाहती हूँ - Anjan logon se chudwana chahti hun
अनजान लोगों से चुदवाना चाहती हूँ - Anjan logon se chudwana chahti hun
अनजान लोगों से चुदवाना चाहती हूँ - Anjan logon se chudwana chahti hun , अनजान लड़के के साथ सेक्स , अनजान लड़के से चुत चुदवा ली , अंजान की चुदाई, अनजान से सेक्स, अनजान मर्द और चुदाई का मज़ा.
मेरे प्यारे दोस्तों, जो मज़ा अनजान मरद का लण्ड पकड़ने में हैं वो मज़ा किसी जाने पहचाने मरद का लण्ड पकड़ने में कहाँ ? जब किसी का दिल किसी अनजान मरद पर आ जाये तो फिर उसे खुद ही हाथ बढ़ाकर उसका लण्ड पकड़ लेना चाहिए जैसा की मैं करती हूँ। अगर मुझे कोई मरद पसंद आ जाता है तो मैं बिना उसका लण्ड पकड़े उसे जाने नहीं देती ? लण्ड पकड़ने का मतलब समझते हो न दोस्तों ? लण्ड पकड़ने का मतलब है लण्ड हाथ में लेना, लण्ड के साथ खेलना, लण्ड चाटना, चूमना और चूसना फिर अपनी चूत में पेल कर चुदवाना ? मैं ये सब बखूबी करती हूँ और झांट किसी की परवाह नहीं करती ?
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मेरा नाम नमिता है मैं २४ साल की हूँ, बड़ी सुन्दर हूँ, हॉट हूँ, बेहद सेक्सी दिखती हूँ और थोड़ा बदचलन भी हूँ। गोरी चिट्टी हूँ, पढ़ी लिखी हूँ और मेरा कद 5' 4" है। मेरे बूब्स बड़े बड़े हैं, मेरे चूतड़ भी उभरे हुए हैं मेरी गांड सेक्सी है और मेरी चूत के तो कहने ही क्या ? वह बुर चोदी बड़ी हरामजादी है, लण्ड की दीवानी है और ब्लू फ़िल्म देखने की जबरदस्त शौक़ीन है. हमेशा नंगी होकर ही लैपटॉप पर ब्लू फिल्म देखती है और हिंदी की सेक्स स्टोरीज पढ़ती है। मैंने १६ साल की उम्र से लण्ड पकड़ना शुरू कर दिया था और १७ साल की उम्र में चुदवाना. तबसे कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। आगे ही बढती गयी। अब तो मेरी शादी तय हो गई है। मैं अभी यहाँ दिल्ली में अपने एक प्राइवेट फ्लैट में रहती हूँ। गालियां देना मुझे बहुत पसंद हैं। मैं तो कॉलेज के खूब गालियां देती हूँ। लड़कों की गांड में दम करती रहती हूँ। लड़कों को भी गालियां सुनाती हूँ। लड़कों को मेरे मुंह से 'लण्ड 'सुनने में बड़ा मज़ा आता है। मेरे मुँह से 'लण्ड' या 'लौड़ा' सुनने के लिए वे सब मेरी गांड के पीछे घूमा करतें हैं।
संडे का दिन था और गर्मी का मौसम था। सुबह के 11 बजे थे। किसी ने डोर बेल बजाई। मैं उस समय नहा कर निकली थी। मेरे बाल गीले थे। मैंने बूब्स तक तौलिया लपेट लिया था। जैसे ही दरवाजा खुला तो सामने एक लड़का खड़ा था। मैंने उसे कॉलेज में देखा था पर कभी बात नहीं की थी। वह बोला मैडम मैं शम्मी हूँ। मैंने अभी कुछ दिन पहले ही इस कॉलेज में एडमिस्शन लिया है। मुझे मालूम हुआ है की आप पढ़ने में बड़ी होशियार हैं। इसलिए ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, मैंने कहा कोई बात नहीं अंदर आओ न बैठो फिर बात करो। लड़का देखने में स्मार्ट और हैंडसम था। उसकी आवाज़ भी मुझे बहुत अच्छी लगी। मेरा दिल उस पर आ गया। मैंने उसे सोफा पर बैठा लिया। मैं अंदर गई, अपने बाल ठीक किया, एक गाउन पहना और बाहर आ गयी।
मैंने उसे चित लिटाया और उसके मुंह के ऊपर अपनी चूत रख दी। मैंने कहा शम्मी अब तुम मेरी बुर चाटो मैं तेरा लण्ड चाटूँगी। मैंने लण्ड का टोपा जबान निकल कर चाटने लगी और वह मेरी बुर में जबान घुसेड़ कर चाटने लगा। हम दोनों 69 के पोजीशन में हो गए। धीरे धीरे मस्ती चढ़ने लगी और हम दोनों को मज़ा आने लगा। मैं सुपाड़ा से टोपा तक और टोपा से सुपाड़ा तक मन लगाकर चाटने लगी। वह भी एक अनुभवी मर्द की तरह मेरी बुर चाट रहा था। मैंने पूंछा शम्मी सच सच बताओ क्या कभी किसी लड़की ने तेरा लण्ड चाटा है ? वह बोला हां दो लड़कियों के मेरा लण्ड चाटा है। वो हैं निशा और राधा। दोनों एक दिन मुझे अपने फ्लैट में ले गयीं थीं और फिर मुझे नंगा करके मेरा लण्ड चाटने लगीं थीं। फिर मैं जब जोश में आ गया तो मैंने भी दोनों को चोदा भी.
मैंने कहा यार अब मैं गरम हो गयी हूँ मुझे चोदो। वह घूम गया और लण्ड मेरी चूत पर रगड़ने लगा। लण्ड भी गीला था और मेरी चूत भी। फिर ाआहिस्ते से लण्ड उसने अंदर घुसाना शुरू किया तो लण्ड बहन चोद अंदर घुसता ही चला गया। वह बोला यार नमिता तेरी चूत तो सच में बड़ी गहरी है। देखो न कितनी दूर तक लौड़ा घुसता चला जा रहा है। रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। लण्ड पूरा घुसा तो मुझे भी मज़ा आया और उसे भी। फिर वह लण्ड आगे पीछे करने लगा और चुदाई शुरू कर दी। मैं भी बड़ी बेशर्म होकर चुदवाने लगी। मज़ा थोड़ा और आया तो मैं अपनी गांड से जोर लगाने लगी। मैं बोल रही थी यार तेरा लौड़ा बड़ा शानदार है। और चोदो मुझे। खूब हचक हचक के चोदो मुझे. फाड़ डालो मेरी बुर। तेरा लण्ड बहुत चोद बड़ा मोटा है। हाय राम मुझे इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। और चोदो। हां उन हूँ हां आओ हो हो हे यह ऊँ ओन ऊ ही हो हो हाय रे बड़ा अच्छा लग रहा है। हाय चोदो न खूब चोदो मेरे राजा। मेरी माँ का भोसड़ा भी चोद डालो। मेरी बहन की चुत भी ले लो यार। मेरी मौसी का भोसड़ा चोद डालो। तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा बेरहम है।
फिर वह खुद बोला यार अब मैं तुम्हे पीछे से चोदूंगा। घोड़ी बनाकर चोदूंगा। मैंने कहा ले चोद ले न तुझे रोक कौन रही है। मुझे हर तरफ से चोदो। पूरा लौड़ा गुसा घुसा के चोदो। अपनी बीवी समझ के चोदो , मैं तेरी भाभी हूँ मुझे चोदो. मेरी गांड भी चोद लो। फिर कुछ देर बाद मैं खुद उसके लण्ड पे बैठ गयी। लण्ड पे बैठ कर चुदाने लगी। मुझे इस स्टाइल में चुदवाने में बड़ा अच्छा लगता है। शम्मी बोला मैं पहली बार किसी को अपने लण्ड पे बैठा कर चोद रहा हूँ। मैंने कहा यार शम्मी तुम मुझे नहीं चोद रहे हो मैं तुम्हे चोद रही हूँ।मैं तेरा लण्ड चोद रही हूँ। मुझे लण्ड चोदने का बड़ा शौक है। थोड़ी देर तक मैं उसके लण्ड पे कूदती रही लेकिन कुछ देर में ही मैं झड़ गयी। खलास हो गयी मैं और वह भी खलास होने वाला था। तभी मैंने लण्ड मुठ्ठी में लिया और सड़कां मारने लगी। मुझे आखिर में लण्ड का सड़का मारने में भी खूब मज़ा आता है। जब वह झड़ रहा था तो लण्ड मेरे मुँह में घुसा हुआ था। नतीजतन सारा वीर्य मेरे मुंह में जा गिरा और मैं उसे पे गयी।
एक दिन का और मजेदार किस्सा सुनाती हूँ तुम्हे। छुट्टी का दिन था और सुबह के 11 बजे थे। तभी एक सब्जी वाले ने आवाज़ लगाई तो मैंने उसे देखा की लड़का बड़ा स्मार्ट है, गोरा चिट्टा है कद काठी भी ठीक है और हैंडसम भी है । मैंने उसे अंदर बुला लिया और दरवाजे की सिटकनी बंद कर दी। मैं उसकी टोकरी की सब्जी देखने लगी। मैं सब्जियों का भाव पूंछने लगी और वो बताता गया। फिर मैंने देखा की उसके पास बैगन भी हैं। लम्बा वाला भी और गोल वाला भी। मैंने उसका भी भाव पूंछा। एक बैगन लम्बा वाला उठा कर देखा और फिर गोल वाला भी उठाकर देखा। मुझे शरारत सूझी तो मैंने ज़मीन पर लंबा वाला रखा और उसके दोनों तरह गोल वाले बैगन रख दिया। ऐसे में वह एक लण्ड की शकल का बन गया।
मेरा सारा नंगा बदन अपने नंगे बदन से चिपका लिया। मेरी कई चुम्मियाँ लीं। मैंने भी उसकी चुम्मी ली और फिर हम दोनों एक दूसरे के नंगे जिस्म से बड़ी देर तक खेलते रहे। मुझे उसका लौड़ा बड़ा अच्छा लग रहा था और उसे मेरी चूत और चूँचियाँ। उसकी नज़र तो मेरी गांड पर भी थी। मैं सोंचने लगी की शायद ये मेरी गांड भी मारेगा। राहुल अब बिलकुल बेशर्म हो चुका था। मैं भी मन से बिलकुल रंडी बन गयी थी। कुछ् ही देर में बिना कुछ बोले उसने अपना लण्ड घुसा दिया मेरी चूत में चोदने लगा। लण्ड बहन चोद चिपक कर घुसा तो मुझे भी मज़ा आया। उसने रफ़्तार बढ़ाई तो और मज़ा आने लगा। राहुल मेरे लिए एक नया लड़का था. नए लड़के का और अनजान लड़के का लण्ड पकड़ने में मुझे मज़ा आता है। मैं यही मज़ा लूटने लगी। मुझे मालूम हो गया की राहुल मेरी चूत ढीली करने के बाद ही झड़ेगा। अगर कोई बिलकुल नया लड़का होता तो वह भोसड़ी का अब तक झड़ चुका होता पर राहुल की चोदने की स्पीड तो बढती ही जा रही थी।
फिर आगे से भी चोदा और पीछे से भी चोदा। नीचे लिटा कर भी चोदा और लण्ड पर बैठा के भी चोदा।
आखिर में जब वह झड़ने लगा तो मैंने झड़ता हुआ लण्ड पिया और खूब एन्जॉय किया। जाते जाते मैंने उससे कहा कभी कभी इसी तरह इसी समय छुट्टी के दिन आ जाया करो। एक दिन ऐसे ही रात को करीब 11. 30 बजे किसी ने घंटी बजा दी। मैं सोंचने लगी की इतनी रात को कौन होगा। मैंने तो सामने एक मस्त जवान हैंडसम और स्मार्ट आदमी खड़ा था। वह बोला मेम साहेब मेरी गांड ख़राब हो गयी है। इतनी रात को मिल नहीं रहा है और मैं यहाँ का रास्ता भी नहीं जानता। क्या मैं कुछ घंटे यहाँ खड़े खड़े गुज़ार सकता हूँ। मैंने कहा बाहर खड़े खड़े क्यों अंदर बैठ कर गुज़ारो ने ? मैंने उसे अंदर बैठा आलिया। हालाँकि थोड़ा रसिक था पर मैंने सोंचा की नो रिस्क नो गेन ? रिस्क नहीं लूंगी तो मज़ा कैसे आएगा। मेरी नज़र उसके लण्ड पर टिक गयी। मैं तो बस उसके लण्ड के बारे में ही सोंचने लगी। लण्ड के साइज का अनुमान लगाने लगी। मैंने कहा आपका नाम क्या है और आप क्या लेगें ? ठंठा या गरम या फिर व्हिस्की वगैरह ? वह बोला नहीं नहीं कोई ऐसी बात नहीं है। मैंने कहा बात क्यों नहीं है। अब इतनी रात गए तुम्हे क्या मिलेगा ? वह बोला तो फिर आप जो चाहें ? मैं थोड़ी देर में व्हिस्की बनाकर ले आयी और एक गिलास उसे पकड़ा दिया। हम दोनों बैठ कर दारू का मज़ा लेने लगे। बात ही बात में मुझे मालूम हुआ की वह अभय है और अभी कुवांरा है। उसकी उम्र २५ साल की है। मैंने भी अपने बारे में उसे बताया। उसकी नज़र मेरे बूब्स पर थी और मेरी नज़र उसके लण्ड पर।
मैंने फिर हिम्मत करके कह दिया - यार अभय तुम बहुत स्मार्ट दिख रहे हो और हैंडसम भी। वह बोला नमिता जी आप भी बहुत स्मार्ट है और खूबसूरत भी। मैंने सोंचा की मुझे ही पहल करनी पड़ेगी तो मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर रख कर कहा आई लव यू अभय। वह बोला आई लव यू टू। बस मैंने अपनी बाहें उसके गले में डाल दीं और उसकी चुम्मी ले ली। वह भी मेरे बदन पर हाथ फिराने लगा। मैं थोड़ा और बढ़ी और उसका लौड़ा ऊपर से दबा दिया तो उसने मेरी चूँचियाँ दबा दीं। मामला दोनों तरफ से गरम हो गया। घर में हम दोनों के अलावा और कोई था नहीं। मैंने अपनी ब्रा खोल दी। वह मेरी नंगे बूब्स देख कर पागल हो गया और बोला वॉवो सच में आप बहुत खूबसूरत हैं। मैंने भी उसके कपड़े उतारने शुरू किया और उसने कोई आपत्ति नहीं की। मैंने आखिर में उसकी पैंट खोली और फिर नेकर खोल कर उसे नंगा कर दिया। उसका लौड़ा मेरी नज़रों के सामने उछाल मारने लगा। मैं तो लण्ड देख कर मस्त हो गयी और उसे पकड़ कर कई बार बड़े प्यार से चूमा।
तब तक मैंने अपना पेटीकोट भी खोल डाला मैं एकदम नंगी हो गयी। उसकी आँखों के सामने मेरी चूत आ गयी. उसने चूत पर हाथ फेरा और उसकी चुम्मी ली। वह इतना मस्त हो गया की वह मेरी चूत चाटने लगा और तब मैं भी उसका लण्ड चाटने लगी। लण्ड का सुपाड़ा एकदम लाल टमाटर जैसा था। झांटें उसकी भी नहीं थीं इसलिए लण्ड बड़ा ही हॉट और हैंडसम दिख रहा था। 8" का लण्ड मेरी बुर चोदने के लिए बिलकुल तैयार था।
उसके बाद अभय ने जिस तरह से मुझे चोदा और मैंने जिस तरह से चुदवाया वह दिन मुझे आज भी याद है। इन फैक्ट मैं आज भी उसकी तलाश में हूँ की कब वह आये और मुझे चोदे।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
Tags: अनजान लोगों से चुदवाना चाहती हूँ - Anjan logon se chudwana chahti hun , अनजान लड़के के साथ सेक्स , अनजान लड़के से चुत चुदवा ली , अंजान की चुदाई, अनजान से सेक्स, अनजान मर्द और चुदाई का मज़ा.
मेरा नाम नमिता है मैं २४ साल की हूँ, बड़ी सुन्दर हूँ, हॉट हूँ, बेहद सेक्सी दिखती हूँ और थोड़ा बदचलन भी हूँ। गोरी चिट्टी हूँ, पढ़ी लिखी हूँ और मेरा कद 5' 4" है। मेरे बूब्स बड़े बड़े हैं, मेरे चूतड़ भी उभरे हुए हैं मेरी गांड सेक्सी है और मेरी चूत के तो कहने ही क्या ? वह बुर चोदी बड़ी हरामजादी है, लण्ड की दीवानी है और ब्लू फ़िल्म देखने की जबरदस्त शौक़ीन है. हमेशा नंगी होकर ही लैपटॉप पर ब्लू फिल्म देखती है और हिंदी की सेक्स स्टोरीज पढ़ती है। मैंने १६ साल की उम्र से लण्ड पकड़ना शुरू कर दिया था और १७ साल की उम्र में चुदवाना. तबसे कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। आगे ही बढती गयी। अब तो मेरी शादी तय हो गई है। मैं अभी यहाँ दिल्ली में अपने एक प्राइवेट फ्लैट में रहती हूँ। गालियां देना मुझे बहुत पसंद हैं। मैं तो कॉलेज के खूब गालियां देती हूँ। लड़कों की गांड में दम करती रहती हूँ। लड़कों को भी गालियां सुनाती हूँ। लड़कों को मेरे मुंह से 'लण्ड 'सुनने में बड़ा मज़ा आता है। मेरे मुँह से 'लण्ड' या 'लौड़ा' सुनने के लिए वे सब मेरी गांड के पीछे घूमा करतें हैं।
संडे का दिन था और गर्मी का मौसम था। सुबह के 11 बजे थे। किसी ने डोर बेल बजाई। मैं उस समय नहा कर निकली थी। मेरे बाल गीले थे। मैंने बूब्स तक तौलिया लपेट लिया था। जैसे ही दरवाजा खुला तो सामने एक लड़का खड़ा था। मैंने उसे कॉलेज में देखा था पर कभी बात नहीं की थी। वह बोला मैडम मैं शम्मी हूँ। मैंने अभी कुछ दिन पहले ही इस कॉलेज में एडमिस्शन लिया है। मुझे मालूम हुआ है की आप पढ़ने में बड़ी होशियार हैं। इसलिए ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, मैंने कहा कोई बात नहीं अंदर आओ न बैठो फिर बात करो। लड़का देखने में स्मार्ट और हैंडसम था। उसकी आवाज़ भी मुझे बहुत अच्छी लगी। मेरा दिल उस पर आ गया। मैंने उसे सोफा पर बैठा लिया। मैं अंदर गई, अपने बाल ठीक किया, एक गाउन पहना और बाहर आ गयी।
- मैंने पूंछा शम्मी तुम कहाँ के रहने वाले हो ?
- वह बोला मैं कानपूर का रहने वाला हूँ।
- अच्छा, तुम्हे ये कॉलेज कैसा लगा ?
- बहुत अच्छा लगा। आते ही मेरे कुछ दोस्त बन गए।
- गुड, मुझे भी अपना दोस्त बना लो, शम्मी।
- अरे आप तो मेरी सीनियर हैं। मैं आपकी इज़्ज़त करता हूँ। आपसे मुझे कुछ सीखने को मिलेगा।
- हां हां ये तो है मैं कई लोगों की सिखाती भी हूँ। अब बोलो मुझसे क्या काम है ?
- मुझे आपके नोट्स चाहिए ताकि मैं भी पढ़ कर अच्छे नबर ला सकूं।
- नोट्स तो मैं तुझे दे दूँगी। पर मेरी एक शर्त है ?
- हां बोलिये मैं आपकी शर्त पूरी करूंगा।
- तुम पहले मुझे अपना लण्ड दिखाओ तब मैं तुझे अपने नोट्स दूँगी।
- मेरी बात सुन कर वह थोड़ी देर असमंजस में पड़ गया।
- मैंने कहा अच्छा तेरी उम्र क्या है ?
- मैं 22 साल का हूँ।
- अच्छा तो जवान हो गए हो न ? लण्ड तो खड़ा होता ही होगा ?
- हां हां खड़ा तो होता है पर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
- अच्छा, लण्ड दिखाने में तेरी गांड फट रही है क्या ? यार देखो तुम भी जवान हो और मैं भी। हम सबको जवानी का मज़ा लेना चाहिए। कभी कोई लड़की चोदी है तुमने ?
- नहीं कभी नहीं।
- तो फिर आज चोद के देखो कितना मज़ा आता है ? मैं तुझे चोदना भी सिखा दूँगी।
- मैं उठ कर उसके बगल में बैठ गयी और अपना हाथ उसके लण्ड पर रख दिया। मैंने कहा यार देखो यहां घर में हम दो ही हैं। दरवाजा अंदर से बंद है. मैं भी नंगी हो जाती हूँ और तुम भी नंगे हो जाओ। बस हमारा खेल शुरू हो जायेगा। आखिर कार इस खड़े लण्ड का करोगे क्या ? अचार डालोगे क्या अपने लण्ड का ?
मैंने उसे चित लिटाया और उसके मुंह के ऊपर अपनी चूत रख दी। मैंने कहा शम्मी अब तुम मेरी बुर चाटो मैं तेरा लण्ड चाटूँगी। मैंने लण्ड का टोपा जबान निकल कर चाटने लगी और वह मेरी बुर में जबान घुसेड़ कर चाटने लगा। हम दोनों 69 के पोजीशन में हो गए। धीरे धीरे मस्ती चढ़ने लगी और हम दोनों को मज़ा आने लगा। मैं सुपाड़ा से टोपा तक और टोपा से सुपाड़ा तक मन लगाकर चाटने लगी। वह भी एक अनुभवी मर्द की तरह मेरी बुर चाट रहा था। मैंने पूंछा शम्मी सच सच बताओ क्या कभी किसी लड़की ने तेरा लण्ड चाटा है ? वह बोला हां दो लड़कियों के मेरा लण्ड चाटा है। वो हैं निशा और राधा। दोनों एक दिन मुझे अपने फ्लैट में ले गयीं थीं और फिर मुझे नंगा करके मेरा लण्ड चाटने लगीं थीं। फिर मैं जब जोश में आ गया तो मैंने भी दोनों को चोदा भी.
मैंने कहा यार अब मैं गरम हो गयी हूँ मुझे चोदो। वह घूम गया और लण्ड मेरी चूत पर रगड़ने लगा। लण्ड भी गीला था और मेरी चूत भी। फिर ाआहिस्ते से लण्ड उसने अंदर घुसाना शुरू किया तो लण्ड बहन चोद अंदर घुसता ही चला गया। वह बोला यार नमिता तेरी चूत तो सच में बड़ी गहरी है। देखो न कितनी दूर तक लौड़ा घुसता चला जा रहा है। रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। लण्ड पूरा घुसा तो मुझे भी मज़ा आया और उसे भी। फिर वह लण्ड आगे पीछे करने लगा और चुदाई शुरू कर दी। मैं भी बड़ी बेशर्म होकर चुदवाने लगी। मज़ा थोड़ा और आया तो मैं अपनी गांड से जोर लगाने लगी। मैं बोल रही थी यार तेरा लौड़ा बड़ा शानदार है। और चोदो मुझे। खूब हचक हचक के चोदो मुझे. फाड़ डालो मेरी बुर। तेरा लण्ड बहुत चोद बड़ा मोटा है। हाय राम मुझे इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। और चोदो। हां उन हूँ हां आओ हो हो हे यह ऊँ ओन ऊ ही हो हो हाय रे बड़ा अच्छा लग रहा है। हाय चोदो न खूब चोदो मेरे राजा। मेरी माँ का भोसड़ा भी चोद डालो। मेरी बहन की चुत भी ले लो यार। मेरी मौसी का भोसड़ा चोद डालो। तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा बेरहम है।
फिर वह खुद बोला यार अब मैं तुम्हे पीछे से चोदूंगा। घोड़ी बनाकर चोदूंगा। मैंने कहा ले चोद ले न तुझे रोक कौन रही है। मुझे हर तरफ से चोदो। पूरा लौड़ा गुसा घुसा के चोदो। अपनी बीवी समझ के चोदो , मैं तेरी भाभी हूँ मुझे चोदो. मेरी गांड भी चोद लो। फिर कुछ देर बाद मैं खुद उसके लण्ड पे बैठ गयी। लण्ड पे बैठ कर चुदाने लगी। मुझे इस स्टाइल में चुदवाने में बड़ा अच्छा लगता है। शम्मी बोला मैं पहली बार किसी को अपने लण्ड पे बैठा कर चोद रहा हूँ। मैंने कहा यार शम्मी तुम मुझे नहीं चोद रहे हो मैं तुम्हे चोद रही हूँ।मैं तेरा लण्ड चोद रही हूँ। मुझे लण्ड चोदने का बड़ा शौक है। थोड़ी देर तक मैं उसके लण्ड पे कूदती रही लेकिन कुछ देर में ही मैं झड़ गयी। खलास हो गयी मैं और वह भी खलास होने वाला था। तभी मैंने लण्ड मुठ्ठी में लिया और सड़कां मारने लगी। मुझे आखिर में लण्ड का सड़का मारने में भी खूब मज़ा आता है। जब वह झड़ रहा था तो लण्ड मेरे मुँह में घुसा हुआ था। नतीजतन सारा वीर्य मेरे मुंह में जा गिरा और मैं उसे पे गयी।
एक दिन का और मजेदार किस्सा सुनाती हूँ तुम्हे। छुट्टी का दिन था और सुबह के 11 बजे थे। तभी एक सब्जी वाले ने आवाज़ लगाई तो मैंने उसे देखा की लड़का बड़ा स्मार्ट है, गोरा चिट्टा है कद काठी भी ठीक है और हैंडसम भी है । मैंने उसे अंदर बुला लिया और दरवाजे की सिटकनी बंद कर दी। मैं उसकी टोकरी की सब्जी देखने लगी। मैं सब्जियों का भाव पूंछने लगी और वो बताता गया। फिर मैंने देखा की उसके पास बैगन भी हैं। लम्बा वाला भी और गोल वाला भी। मैंने उसका भी भाव पूंछा। एक बैगन लम्बा वाला उठा कर देखा और फिर गोल वाला भी उठाकर देखा। मुझे शरारत सूझी तो मैंने ज़मीन पर लंबा वाला रखा और उसके दोनों तरह गोल वाले बैगन रख दिया। ऐसे में वह एक लण्ड की शकल का बन गया।
- मैंने पूंछा अब बताओ की इसका भाव क्या है ? उसने कुछ बताया पर मैंने अनसुनी कर दी.
- मैंने फिर पूंछा तुम तो बड़े स्मार्ट हो तो सब्जी क्यों बेंचते हो ?
- वह बोला सब्जी मैं नहीं बेचता मेरे पापा बेचते हैं। आज वह बाहर गये हैं तो मैं बेचने आ गया।
- तो फिर तुम क्या करते हो ?
- मैं बी कॉम में पढता हूँ।
- अच्छा तो यह बात है। तुम तो बड़े खूबसूरत दिखते हो।
- अरे नहीं मेम साहेब हम लोग गरीब हैं। किसी तरह अपना गुज़ारा करतें हैं।
- अच्छा बताओ की इस बैगन का क्या भाव है ?
- वह बोला 30 रुपया किलो।
- मैंने उसके लण्ड की तरफ ऊँगली उठाकर पूंछा और इस बैगन का क्या भाव है ?
- वह थोड़ा शर्मा गया लेकिन मेरा इशारा समझ गया। बोला अरे मेम साहेबआप तो मजाक कर रहीं हैं।
- नहीं मैं सच में तेरे पजामा वाले बैगन का भाव पूंछ रही हूँ। मुझे तो वही बैगन चाहिए ? लेकिन पहले देखूंगी तभी तो लूंगी।
मेरा सारा नंगा बदन अपने नंगे बदन से चिपका लिया। मेरी कई चुम्मियाँ लीं। मैंने भी उसकी चुम्मी ली और फिर हम दोनों एक दूसरे के नंगे जिस्म से बड़ी देर तक खेलते रहे। मुझे उसका लौड़ा बड़ा अच्छा लग रहा था और उसे मेरी चूत और चूँचियाँ। उसकी नज़र तो मेरी गांड पर भी थी। मैं सोंचने लगी की शायद ये मेरी गांड भी मारेगा। राहुल अब बिलकुल बेशर्म हो चुका था। मैं भी मन से बिलकुल रंडी बन गयी थी। कुछ् ही देर में बिना कुछ बोले उसने अपना लण्ड घुसा दिया मेरी चूत में चोदने लगा। लण्ड बहन चोद चिपक कर घुसा तो मुझे भी मज़ा आया। उसने रफ़्तार बढ़ाई तो और मज़ा आने लगा। राहुल मेरे लिए एक नया लड़का था. नए लड़के का और अनजान लड़के का लण्ड पकड़ने में मुझे मज़ा आता है। मैं यही मज़ा लूटने लगी। मुझे मालूम हो गया की राहुल मेरी चूत ढीली करने के बाद ही झड़ेगा। अगर कोई बिलकुल नया लड़का होता तो वह भोसड़ी का अब तक झड़ चुका होता पर राहुल की चोदने की स्पीड तो बढती ही जा रही थी।
फिर आगे से भी चोदा और पीछे से भी चोदा। नीचे लिटा कर भी चोदा और लण्ड पर बैठा के भी चोदा।
मैंने फिर हिम्मत करके कह दिया - यार अभय तुम बहुत स्मार्ट दिख रहे हो और हैंडसम भी। वह बोला नमिता जी आप भी बहुत स्मार्ट है और खूबसूरत भी। मैंने सोंचा की मुझे ही पहल करनी पड़ेगी तो मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर रख कर कहा आई लव यू अभय। वह बोला आई लव यू टू। बस मैंने अपनी बाहें उसके गले में डाल दीं और उसकी चुम्मी ले ली। वह भी मेरे बदन पर हाथ फिराने लगा। मैं थोड़ा और बढ़ी और उसका लौड़ा ऊपर से दबा दिया तो उसने मेरी चूँचियाँ दबा दीं। मामला दोनों तरफ से गरम हो गया। घर में हम दोनों के अलावा और कोई था नहीं। मैंने अपनी ब्रा खोल दी। वह मेरी नंगे बूब्स देख कर पागल हो गया और बोला वॉवो सच में आप बहुत खूबसूरत हैं। मैंने भी उसके कपड़े उतारने शुरू किया और उसने कोई आपत्ति नहीं की। मैंने आखिर में उसकी पैंट खोली और फिर नेकर खोल कर उसे नंगा कर दिया। उसका लौड़ा मेरी नज़रों के सामने उछाल मारने लगा। मैं तो लण्ड देख कर मस्त हो गयी और उसे पकड़ कर कई बार बड़े प्यार से चूमा।
तब तक मैंने अपना पेटीकोट भी खोल डाला मैं एकदम नंगी हो गयी। उसकी आँखों के सामने मेरी चूत आ गयी. उसने चूत पर हाथ फेरा और उसकी चुम्मी ली। वह इतना मस्त हो गया की वह मेरी चूत चाटने लगा और तब मैं भी उसका लण्ड चाटने लगी। लण्ड का सुपाड़ा एकदम लाल टमाटर जैसा था। झांटें उसकी भी नहीं थीं इसलिए लण्ड बड़ा ही हॉट और हैंडसम दिख रहा था। 8" का लण्ड मेरी बुर चोदने के लिए बिलकुल तैयार था।
उसके बाद अभय ने जिस तरह से मुझे चोदा और मैंने जिस तरह से चुदवाया वह दिन मुझे आज भी याद है। इन फैक्ट मैं आज भी उसकी तलाश में हूँ की कब वह आये और मुझे चोदे।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
Tags: अनजान लोगों से चुदवाना चाहती हूँ - Anjan logon se chudwana chahti hun , अनजान लड़के के साथ सेक्स , अनजान लड़के से चुत चुदवा ली , अंजान की चुदाई, अनजान से सेक्स, अनजान मर्द और चुदाई का मज़ा.
Click on Search Button to search more posts.
आपको ये भी पसंद आएंगें
- muslim sex story hindi - मुस्लिम समाज में चुदाई का मज़ा Muslim samaaj me chudai ka majaa nirala
- 16 साल की बहन की चुदाई की कहानी - भाई ने दीदी को चोदा - Bahan ki chudai bhai ne didi ko choda
- गन्दी बातें कर के चुदवातीं रहीं - Gandi baaten kar ke chudwati rahi
- माँ बेटे की चुदाई की कहानी - मम्मी को चोदा - Maa bete ki chudai ki hindi kahani
- गाली दे दे के चाटो लण्ड - Gali dekar lund chatne ka majaa
- बेटा माँ बहन बीवी बेटी सब चोदो - Hindi Sex story
- छोटी उम्र की नादान लड़की की चुदाई - 14 saal ki kunwari ladki ki chudai - Chhoti umar ka sex
- बेटी बाप से चुदवाती है माँ बेटे से - Beti ko Baap ne choda aur Maa ki gand bete ne Mari
- घर की बीवियां घर के लण्ड - Parivarik chudai ki kahaniyan
- लड़की की गांड कैसे मारें - Ladki ki gand kaise choden