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बहन की नंगी पेंटिंग बनाकर उसे चोदा - भाई ने की दीदी की चुदाई - Bhai ne apni didi ko choda
बहन की नंगी पेंटिंग बनाकर उसे चोदा - भाई ने की दीदी की चुदाई - Bhai ne apni didi ko choda , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
मुझे पेंटिंग का बहुत ही शौक है। पेंटिंग्स की जितनी भी एग्जिबिशन होती है मैं उन सब में अपनी पेंटिंग लगाता हूं। मेरी पेंटिंग की बहुत ही डिमांड होने लगी है और कॉलेज के जितने भी फंक्शन होते हैं उन सब में मैं अपनी पेंटिंग लगा दिया करता हूं। क्योंकि हमारे कॉलेज में बहुत ही फंक्शन हुआ करते हैं जिस वजह से मैं वहां अपनी पेंटिंग लगा पाता हूं और मेरी पेंटिंग बहुत बिकती हैं। कॉलेज में मेरा एक दोस्त है। उसका नाम रोहित है। वह भी मुझे बहुत सपोर्ट करता है और जब किसी को भी पेंटिंग चाहिए होती है तो वह तुरंत मुझे सूचित कर देता है और मैं उन्हें उस तरीके की पेंटिंग बना कर दे देता हूं। रोहित बहुत सी जगह घूमने भी जाया करता है। एक दिन रोहित मुझे अपने घर ले गया। जब मैं रोहित के घर गया था उसने मुझे अपनी बहन से मिलाया।
वह एक स्कूल में टीचर है और जब रोहित ने मेरे बारे में उसे परिचय दिया तो वह कहने लगी कि मैं तुम्हें अच्छे से जानती हूं। क्योंकि रोहित तुम्हारी बात अक्सर घर पर क्या करता है और तुम्हारी पेंटिंग्स की बहुत ही तारीफ किया करता है। उसकी बहन का नाम माया था और वह कहने लगी कि मुझे भी पेंटिंग्स का बहुत शौक है। यदि तुम मेरी इसमें मदद कर सको तो मुझे बहुत ही अच्छा लगेगा। मैंने उसे कहा कि आपके पास कब समय होता है मैं उस समय आपको पेंटिंग सिखा दिया करूंगा। वह कहने लगी कि जब मैं स्कूल से आ जाया करती हूं तो उसके बाद तुम मुझे सिखा दिया करना। मैंने उसे कहा ठीक है मैं तुम्हें पेंटिंग्स के बारे में सिखा दिया करूंगा।
अब मैं उसके घर से चला गया और जब मैं अगले दिन रोहित के घर गया था तो मैंने माया को पेंटिंग के बारे में बताया और उसने भी मुझे एक पेंटिंग बना कर दिखाई। जो की बहुत ही अच्छी बनाई हुई थी। मैंने उसे कहा तुम तो बहुत ही अच्छी पेंटिंग बनाते हो। वह कहने लगी लेकिन तुम्हारे जितना अच्छी पेंटिंग नहीं बना पाती। मैं अक्सर रोहित के घर जाया करता था। ऐसी दौरान माया और मेरे बीच में नजदीकियां बढ़ती चली गई। हम दोनों बहुत ही बातें किया करते थे। जिसकी वजह से हम दोनों के बीच में प्रेम हो गया और इस बारे में मैं रोहित को बताना नहीं चाहता था लेकिन रोहित को भी इस बारे में पता चल गया और वह बहुत ही ज्यादा गुस्सा हुआ। उसने मुझसे बात करना भी बंद कर दिया और कहने लगा तुमने एक दोस्त की मर्यादा को लांगा है। मैं तुम्हें कभी भी माफ नहीं कर सकता।
मैं रोहित को बहुत समझाता रहा और उसे कहा कि मैं बिल्कुल भी ऐसा नहीं सोचता था लेकिन अब हम दोनों के बीच में नजदीकियां हो गई तो मैं इसमें क्या कर सकता था। मैं सोच रहा था कि इसर बारे में तुमसे बात करूं लेकिन तब तक तुम्हें इस बारे में पता चल गया और तुम मेरे बारे में गलत सोच रहे हो। एक दिन माया ने मुझे अपने घर पर बुलाया और वह भी वहीं पास में बैठा हुआ था लेकिन वह मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं कर रहा था और उसके बाद माया ने उसे समझाया। क्योंकि माया रोहित से बड़ी थी और फिर रोहित उसकी बात मान गया। अब रोहित भी इस रिश्ते से बहुत खुश था। क्योंकि मैं माया से शादी करना चाहता था और वह भी मुझसे शादी करना चाहती थी। अब हम दोनों घर में मिला करते थे और कभी हम तीनों कहीं घूमने निकल जाया करते हैं। ऐसे ही काफी दिन बीतते चले गए।
मेरी माया से बहुत ही अच्छी बातचीत हो चुकी थी। रोहित भी समझ चुका था कि मैं माया से बहुत ज्यादा प्रेम करता हूं इसलिए वह हमें कभी भी कुछ नहीं बोलता था और हम दोनों अक्सर मिल लिया करते थे। मैं उसे कभी शॉपिंग कराने के लिए ले जाता और कभी वह मुझे अपनी तरफ से कुछ गिफ्ट दे दिया करती। मैं बहुत ही खुश था माया के साथ रिलेशन में और एक दिन माया ने मुझे कहा कि तुम मेरी पेंटिंग बना सकते हो। मैंने उसे कहा क्यों नहीं मैं तुम्हारी पेंटिंग बहुत ही अच्छी बना सकता हूं। अब मैंने उसकी पेंटिंग बनाने शुरू किया उस दिन रोहित घर पर नहीं था वह कहीं गया हुआ था।
मैं जब माया की पेंटिंग बना रहा था तो मैंने उसकी बहुत ही अच्छी पेंटिंग बनाई। जब मैंने उसे वह पेंटिंग दिखाई तो वह कहने लगी यह किस तरीके की पेंटिंग है। मैंने उसे कहा कि इसमें मैंने तुम्हारे यौवन को दिखाया है और उसमें तुम्हारी सुंदरता को दिखाया है। वह एक नग्न पेंटिंग थी जिसमें माया ने एक भी कपड़े नहीं पहने हुए थे। जब उसे मैने समझाया तो वह बहुत ज्यादा खुश हुई और उसने मेरे होठों को किस करना शुरू कर दिया। वह बहुत ही अच्छे से मेरे होठों को किस कर रही थी। मुझे अब ऐसा लग रहा था कि मेरे लंड से कही पानी ना निकल जाए मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था।
अब मैंने उसके मुंह में अपने लंड को डाल दिया और वह बड़े ही अच्छी सकिंग करने लगी। उसे बहुत ही मजा आ रहा था जब वह मेरे लंड को चूस रही थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब वह मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसती जाती। मेरी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी और मैंने माया को बिस्तर में लेटाते हुए उसके सारे कपड़े खोल दिए। जब मैंने उसके कपड़े खोले तो मैंने उसके शरीर को देखा उसका शरीर बहुत ज्यादा गोरा और चिकना था। उसके शरीर में एक भी बाल नहीं था और उसकी योनि पिंक कलर कि थी।
मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब मैं उसकी योनि को देख रहा था। अब मुझे ऐसा लगा जैसे मुझे अब उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाल देना चाहिए। मैंने उसके स्तनों को पहले तो अच्छे से चूसना शुरू किया और काफी देर तक उसके स्तनों का रसपान करता रहा। मैंने बहुत ही देर तक उसके स्तनों का रसपान किया जिससे कि वह बहुत ज्यादा उत्तेजना में आ गई। वह अपने मुंह से आवाज निकाल रही थी और मैंने थोड़ी देर बाद उसकी योनि के अंदर जैसे ही एक झटके में अपने लंड को डाला तो वह बहुत तेजी से चिल्लाने लगी।
वह बड़ी तेजी से चिल्ला रही थी जिससे कि मुझे बहुत ही अच्छा महसूस हो रहा था और मैं उसे बड़ी तेज तेज झटके दिए जा रहा था और वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। वह मुझे कह रही थी अमित तुम तो बहुत ही अच्छे से मेरी चूत मार रहे हो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है जब तुम इस तरीके से मेरी चूत मार रहे हो। अब मैं बहुत ही ज्यादा खुश था क्योंकि मैं माया को पहली बार चोद रहा था। उसकी योनि बहुत ज्यादा टाइट थी और उसने आज से पहले कभी भी किसी का लंड नहीं लिया था। मैंने जब देखा तो उसकी योनि से खून निकल रहा था और मेरी उत्तेजना भी चरम सीमा पर पहुंच चुकी थी। मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कहीं मेरा वीर्य पतन ना हो जाए।
इस वजह से मैंने अब और तेज तेज उसे धक्के मारने शुरू किए। जब मैं उसे चोद रहा था तो उसके मुंह से भी बड़ी तेज तेज आवाज निकल रही थी और वह मेरा पूरा साथ देती जाती। उसने मेरा इतना साथ दिया कि मेरा माल बड़ी तेजी से गिर गया और इतनी तेजी से मेरे लंड से पिचकारी निकली कि वह उसकी योनि के अंदर ही जा गिरी। जब माल जब उसकी योनि में गिरी तो मैंने उसे कसकर पकड़ लिया। मैं ऐसे ही उसके ऊपर बहुत देर तक लेटा रहा लेकिन अभी मेरी इच्छा नहीं भरी थी और मैंने दोबारा से अपने लंड को हिलाते हुए उसकी योनि के अंदर डाल दिया। उसकी योनि उतनी ही टाइट थी जितनी पहले थी और मैं उसे वैसे ही धक्के देने लगा।
मैं उसे बड़ी तेजी से चोद रहा था और उसे ऐसे ही झटके दिए जा रहा था। वह भी अपने मुंह से आवाजें निकाल रही थी और अब मेरा भरपूर साथ दे रही थी। मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था जब मैं उसे तेजी से चोदता जाता। वह बोल रही थी कि मुझसे बिल्कुल रहा नहीं जा रहा है। थोड़ी देर बाद मैंने उसे इतना तेज झटका मारा कि मेरे लंड से सारा माल उसकी योनि के अंदर दोबारा से जा गिरा और अब वह बहुत ही खुश हो गई। जब मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और मुझे किस करने लगी। वह कहने लगी तुमने आज मेरी इच्छा पूरी कर दी है और मुझे बहुत ही अच्छा लगा तुम्हारे साथ सेक्स करते हुए।
मुझे पेंटिंग का बहुत ही शौक है। पेंटिंग्स की जितनी भी एग्जिबिशन होती है मैं उन सब में अपनी पेंटिंग लगाता हूं। मेरी पेंटिंग की बहुत ही डिमांड होने लगी है और कॉलेज के जितने भी फंक्शन होते हैं उन सब में मैं अपनी पेंटिंग लगा दिया करता हूं। क्योंकि हमारे कॉलेज में बहुत ही फंक्शन हुआ करते हैं जिस वजह से मैं वहां अपनी पेंटिंग लगा पाता हूं और मेरी पेंटिंग बहुत बिकती हैं। कॉलेज में मेरा एक दोस्त है। उसका नाम रोहित है। वह भी मुझे बहुत सपोर्ट करता है और जब किसी को भी पेंटिंग चाहिए होती है तो वह तुरंत मुझे सूचित कर देता है और मैं उन्हें उस तरीके की पेंटिंग बना कर दे देता हूं। रोहित बहुत सी जगह घूमने भी जाया करता है। एक दिन रोहित मुझे अपने घर ले गया। जब मैं रोहित के घर गया था उसने मुझे अपनी बहन से मिलाया।
वह एक स्कूल में टीचर है और जब रोहित ने मेरे बारे में उसे परिचय दिया तो वह कहने लगी कि मैं तुम्हें अच्छे से जानती हूं। क्योंकि रोहित तुम्हारी बात अक्सर घर पर क्या करता है और तुम्हारी पेंटिंग्स की बहुत ही तारीफ किया करता है। उसकी बहन का नाम माया था और वह कहने लगी कि मुझे भी पेंटिंग्स का बहुत शौक है। यदि तुम मेरी इसमें मदद कर सको तो मुझे बहुत ही अच्छा लगेगा। मैंने उसे कहा कि आपके पास कब समय होता है मैं उस समय आपको पेंटिंग सिखा दिया करूंगा। वह कहने लगी कि जब मैं स्कूल से आ जाया करती हूं तो उसके बाद तुम मुझे सिखा दिया करना। मैंने उसे कहा ठीक है मैं तुम्हें पेंटिंग्स के बारे में सिखा दिया करूंगा।
अब मैं उसके घर से चला गया और जब मैं अगले दिन रोहित के घर गया था तो मैंने माया को पेंटिंग के बारे में बताया और उसने भी मुझे एक पेंटिंग बना कर दिखाई। जो की बहुत ही अच्छी बनाई हुई थी। मैंने उसे कहा तुम तो बहुत ही अच्छी पेंटिंग बनाते हो। वह कहने लगी लेकिन तुम्हारे जितना अच्छी पेंटिंग नहीं बना पाती। मैं अक्सर रोहित के घर जाया करता था। ऐसी दौरान माया और मेरे बीच में नजदीकियां बढ़ती चली गई। हम दोनों बहुत ही बातें किया करते थे। जिसकी वजह से हम दोनों के बीच में प्रेम हो गया और इस बारे में मैं रोहित को बताना नहीं चाहता था लेकिन रोहित को भी इस बारे में पता चल गया और वह बहुत ही ज्यादा गुस्सा हुआ। उसने मुझसे बात करना भी बंद कर दिया और कहने लगा तुमने एक दोस्त की मर्यादा को लांगा है। मैं तुम्हें कभी भी माफ नहीं कर सकता।
मैं रोहित को बहुत समझाता रहा और उसे कहा कि मैं बिल्कुल भी ऐसा नहीं सोचता था लेकिन अब हम दोनों के बीच में नजदीकियां हो गई तो मैं इसमें क्या कर सकता था। मैं सोच रहा था कि इसर बारे में तुमसे बात करूं लेकिन तब तक तुम्हें इस बारे में पता चल गया और तुम मेरे बारे में गलत सोच रहे हो। एक दिन माया ने मुझे अपने घर पर बुलाया और वह भी वहीं पास में बैठा हुआ था लेकिन वह मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं कर रहा था और उसके बाद माया ने उसे समझाया। क्योंकि माया रोहित से बड़ी थी और फिर रोहित उसकी बात मान गया। अब रोहित भी इस रिश्ते से बहुत खुश था। क्योंकि मैं माया से शादी करना चाहता था और वह भी मुझसे शादी करना चाहती थी। अब हम दोनों घर में मिला करते थे और कभी हम तीनों कहीं घूमने निकल जाया करते हैं। ऐसे ही काफी दिन बीतते चले गए।
मेरी माया से बहुत ही अच्छी बातचीत हो चुकी थी। रोहित भी समझ चुका था कि मैं माया से बहुत ज्यादा प्रेम करता हूं इसलिए वह हमें कभी भी कुछ नहीं बोलता था और हम दोनों अक्सर मिल लिया करते थे। मैं उसे कभी शॉपिंग कराने के लिए ले जाता और कभी वह मुझे अपनी तरफ से कुछ गिफ्ट दे दिया करती। मैं बहुत ही खुश था माया के साथ रिलेशन में और एक दिन माया ने मुझे कहा कि तुम मेरी पेंटिंग बना सकते हो। मैंने उसे कहा क्यों नहीं मैं तुम्हारी पेंटिंग बहुत ही अच्छी बना सकता हूं। अब मैंने उसकी पेंटिंग बनाने शुरू किया उस दिन रोहित घर पर नहीं था वह कहीं गया हुआ था।
मैं जब माया की पेंटिंग बना रहा था तो मैंने उसकी बहुत ही अच्छी पेंटिंग बनाई। जब मैंने उसे वह पेंटिंग दिखाई तो वह कहने लगी यह किस तरीके की पेंटिंग है। मैंने उसे कहा कि इसमें मैंने तुम्हारे यौवन को दिखाया है और उसमें तुम्हारी सुंदरता को दिखाया है। वह एक नग्न पेंटिंग थी जिसमें माया ने एक भी कपड़े नहीं पहने हुए थे। जब उसे मैने समझाया तो वह बहुत ज्यादा खुश हुई और उसने मेरे होठों को किस करना शुरू कर दिया। वह बहुत ही अच्छे से मेरे होठों को किस कर रही थी। मुझे अब ऐसा लग रहा था कि मेरे लंड से कही पानी ना निकल जाए मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था।
अब मैंने उसके मुंह में अपने लंड को डाल दिया और वह बड़े ही अच्छी सकिंग करने लगी। उसे बहुत ही मजा आ रहा था जब वह मेरे लंड को चूस रही थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब वह मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसती जाती। मेरी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी और मैंने माया को बिस्तर में लेटाते हुए उसके सारे कपड़े खोल दिए। जब मैंने उसके कपड़े खोले तो मैंने उसके शरीर को देखा उसका शरीर बहुत ज्यादा गोरा और चिकना था। उसके शरीर में एक भी बाल नहीं था और उसकी योनि पिंक कलर कि थी।
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वह बड़ी तेजी से चिल्ला रही थी जिससे कि मुझे बहुत ही अच्छा महसूस हो रहा था और मैं उसे बड़ी तेज तेज झटके दिए जा रहा था और वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। वह मुझे कह रही थी अमित तुम तो बहुत ही अच्छे से मेरी चूत मार रहे हो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है जब तुम इस तरीके से मेरी चूत मार रहे हो। अब मैं बहुत ही ज्यादा खुश था क्योंकि मैं माया को पहली बार चोद रहा था। उसकी योनि बहुत ज्यादा टाइट थी और उसने आज से पहले कभी भी किसी का लंड नहीं लिया था। मैंने जब देखा तो उसकी योनि से खून निकल रहा था और मेरी उत्तेजना भी चरम सीमा पर पहुंच चुकी थी। मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कहीं मेरा वीर्य पतन ना हो जाए।
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