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माँ ने बेटी को चुदवाया - maa ne beti ko chudwaya
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मेरी बेटी खुशबू जवान होने वाली थी। मेरी नज़र उस पर थी। मैं चाहती थी की वह जल्दी से जवान हो जाए तो उसे फिर जवानी का मज़ा लेना सिखाया जाए। उसके सारे अंगों का विकास हो चुका था। चेहरे पर गज़ब का नूर आ गया था। उसकी चूँचियाँ बड़ी बड़ी और सुडौल हो गयी थीं उसकी जांघें भी मोटी मोटी हो गईं थी। उसकी गांड उभर आई थी। कमर पतली और कूल्हे बड़े बड़े हो गए थे। उसकी गुन्दाज़ बाहें कमाल की थीं।
वह जब स्लीवलेस कपड़े पहनती थी तो देखने वाले उसे देखते ही रहतें थे। मैं मन ही मन बहुत खुश इस बात से थी की अब उसे लण्ड मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी। क्योंकि हर मरद बहन चोद खूबसूरत लड़की को लण्ड पकड़ाना चाहता है। बस कुछ दिन की ही बात थी उसका 18 वां सालगिरह होने वाला था। मैंने सोंच लिया था की मैं उसके इस सालगिरह पर उससे खुल कर बात करूंगी और उसे बना दूँगी एकदम बेशरम। जब तक वह बेशरम नहीं होगी तब तक वह जवानी का पूरा मज़ा नहीं ले पायेगी।
मैं हर तरफ से उसे बोल्ड बनाना चाहती थी। खुल कर बात करना और गालियां देना सिखाना चाहती थी। लण्ड, बुर ,चूत, भोसड़ा सब उसके मुंह से सुनना चाहती थी। उसके मुंह से मादर चोद, बहन चोद, भोसड़ी वाली, बुर चोदी, हरामज़ादी, छिनार, तेरी माँ की चूत, तेरी बहन का लण्ड सब उगलवाना चाहती थी। सबसे बड़ी बात यह थी की मैं खुद उसके हाथ में लण्ड रखना चाहती थी। उसे लण्ड पे बैठाना चाहती थी। मेरा मन था की वह मेरे सामने लण्ड चूमे, चाटे, चूसे, मुंह में पेले, अपनी बुर में पेले और अपनी माँ के भोसड़ा में पेले। हालांकि ये सब आसान नहीं था फिर भी मुझे यकीन था की वह ये सब करेगी क्योंकि जवानी में हर लड़की की तमन्ना लण्ड पकड़ने की होती है। बिना लण्ड के वह एक दिन भी नहीं रह सकती।
मेरी बेटी खुशबू जवान होने वाली थी। मेरी नज़र उस पर थी। मैं चाहती थी की वह जल्दी से जवान हो जाए तो उसे फिर जवानी का मज़ा लेना सिखाया जाए। उसके सारे अंगों का विकास हो चुका था। चेहरे पर गज़ब का नूर आ गया था। उसकी चूँचियाँ बड़ी बड़ी और सुडौल हो गयी थीं उसकी जांघें भी मोटी मोटी हो गईं थी। उसकी गांड उभर आई थी। कमर पतली और कूल्हे बड़े बड़े हो गए थे। उसकी गुन्दाज़ बाहें कमाल की थीं।
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मैं हर तरफ से उसे बोल्ड बनाना चाहती थी। खुल कर बात करना और गालियां देना सिखाना चाहती थी। लण्ड, बुर ,चूत, भोसड़ा सब उसके मुंह से सुनना चाहती थी। उसके मुंह से मादर चोद, बहन चोद, भोसड़ी वाली, बुर चोदी, हरामज़ादी, छिनार, तेरी माँ की चूत, तेरी बहन का लण्ड सब उगलवाना चाहती थी। सबसे बड़ी बात यह थी की मैं खुद उसके हाथ में लण्ड रखना चाहती थी। उसे लण्ड पे बैठाना चाहती थी। मेरा मन था की वह मेरे सामने लण्ड चूमे, चाटे, चूसे, मुंह में पेले, अपनी बुर में पेले और अपनी माँ के भोसड़ा में पेले। हालांकि ये सब आसान नहीं था फिर भी मुझे यकीन था की वह ये सब करेगी क्योंकि जवानी में हर लड़की की तमन्ना लण्ड पकड़ने की होती है। बिना लण्ड के वह एक दिन भी नहीं रह सकती।
मेरा नाम है फरज़ाना बेगम। मैं 44 साल की एकदम गोरी चिट्टी बड़े बड़े बूब्स वाली और मोटी सी गांड वाली औरत हूँ। मैं आज की औरत हूँ और पुराने खायलात वाली नहीं हूँ। मैं बुर्का बिलकुल नहीं पहनती। बाहर निकलती हूँ तो लोग मुझे आगे से और पीछे से भी देखते रहतें हैं क्योंकि आगे से मेरी चूँचियाँ हिलती हैं और पीछे से मेरी गाड़। घर में अक्सर मैं नंगी ही रहती हूँ। मेरे मर्द दोस्त अक्सर मेरे घर आतें हैं और मैं उन्हें भी नंगा ही रखती हूँ। मुझे नंगे मरद बहुत अच्छे लगतें हैं।
मैं एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाती हूँ तो मेरे कई मेल स्टूडेंट्स भी मेरे दोस्त बन गए हैं। मैं उन्हें घर में बुलाती हूँ और नंगा ही रखती हूँ। मुझे लण्ड से खास मोहब्बत है। मैं सबके लण्ड का दीदार करती हूँ। सबके लण्ड से खेलती हूँ, सबके लण्ड मुंह में लेती हूँ, बुर में लेती हूँ कभी कभी गांड में भी लेती हूँ अपनी चूँचियों के बीच में डालती हूँ लण्ड और खूब एन्जॉय करती हूँ। मैं मादर चोद बहुत हरामजादी हूँ छिनार हूँ और बेहद चुदक्कड़ हूँ। मैं गज़ब की अय्यास हूँ क्योंकि मेरे पास धन दौलत बहुत है। मेरा शौहर मुझे छोड़ कर विदेश चला गया। उसकी सारी सम्पति अब मेरी है। मैं चाहती हूँ की मेरी बेटी भी अय्यासी करे। जवानी का मज़ा लुटे,. अपनी चूत में तरह तरह के लण्ड पेले और अपनी माँ के भोसड़ा में भी लण्ड पेले। इसलिए उसे सबसे पहले बेशर्म बन्ना पड़ेगा।
मैं एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाती हूँ तो मेरे कई मेल स्टूडेंट्स भी मेरे दोस्त बन गए हैं। मैं उन्हें घर में बुलाती हूँ और नंगा ही रखती हूँ। मुझे लण्ड से खास मोहब्बत है। मैं सबके लण्ड का दीदार करती हूँ। सबके लण्ड से खेलती हूँ, सबके लण्ड मुंह में लेती हूँ, बुर में लेती हूँ कभी कभी गांड में भी लेती हूँ अपनी चूँचियों के बीच में डालती हूँ लण्ड और खूब एन्जॉय करती हूँ। मैं मादर चोद बहुत हरामजादी हूँ छिनार हूँ और बेहद चुदक्कड़ हूँ। मैं गज़ब की अय्यास हूँ क्योंकि मेरे पास धन दौलत बहुत है। मेरा शौहर मुझे छोड़ कर विदेश चला गया। उसकी सारी सम्पति अब मेरी है। मैं चाहती हूँ की मेरी बेटी भी अय्यासी करे। जवानी का मज़ा लुटे,. अपनी चूत में तरह तरह के लण्ड पेले और अपनी माँ के भोसड़ा में भी लण्ड पेले। इसलिए उसे सबसे पहले बेशर्म बन्ना पड़ेगा।
उसकी 18 वीं बर्थ डे बस दो दिन बाद ही आने वाली थी। सवेरे के 10 बजे थे संडे का दिन था। वह अपने फोन पर बात कर रही थी। उसके फोन की घंटी बजी और जैसे ही उसने फोन उठाया वैसे ही मैं उसके पास पहुँच गयी। मैं दरवाजे के पास छुप कर उसकी बातें सुनने लगी।
वह बोल रही थी - हां बोल माँ की लौड़ी सवेरे सवेरे क्यों फोन किया मुझे ,,,,,,,,,,? माँ चुदा रही थी मैं , बोल क्या करेगी तू ,,,,,,, मेरी झांटें उखाड़ेगी तू ,,,,,,,,,,,उसकी बहन का लण्ड ,,,,,,,,,,,, उसकी तो मैं माँ चोद दूँगी तू चिंता न कर ,,,,,,,,,,,,लण्ड तो मोटा ही अच्छा लगता है यार ,,,,,,,,,,,,, नहीं नहीं यार उसका लौड़ा साला झांट भर का है मैं उससे बात नहीं करती ,,,,,,,,,,,,,,,हां थामस सर का लण्ड तो 9" का है यार। वो तो बहन चोद मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ डालेगा ,,,,,,,,,,,,,,, ठीक है तू पहले उसका लौड़ा पी कर देख ,,,,,,,,,, लण्ड का स्वाद मुझे बताना फिर मैं सोचूंगी ,,,,,,,,,,,,, उसकी तो मैं झांटें उखाडूँगी ,,,,,,,,,,,,,,,अरे हां उसका लौड़ा मैंने पकड़ के देखा है।
बड़ा मस्त लौड़ा है यार, खूबसूरत भी है ,,,,,,,,,,, क्या कहा ? वो अपनी माँ का भोसड़ा चोदता है ,,,,,,,,,,,,,,,,बाप रे बाप ,,,,,,,,,,,,, अच्छा हां आजकल की लड़कियां अपने अब्बू का लण्ड पीतीं हैं मुझे मालूम है ,,,,,,,,,,,,, हां एक दिन मैंने भी फ़िरोज़ा के अब्बू का लण्ड पिया था ,,,,,क्या लौड़ा है उसका यार। एकदम घोड़े के लण्ड जैसा है उसका लण्ड ,,,,,,,,,, हां पेल दूँगी तेरी भी चूत में उसका लण्ड ,,, ...,,,खाना बनाने जा रही की झांटें बनाने जा रही है तू ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मैं तो झांटें पार्लर में बनवाती हूँ,,,,,,,, हां आजकल लड़के ही लड़कियों की झांटें बनाते हैं वह भी नंगे नंगे ,,,,,,,,,,,,,,,,, मैं तो लण्ड पकड़ कर झांटें बनवाती हूँ,,,,,,,,,,,,,, कभी सड़का मार कर लण्ड पीती हूँ कभी चुदवाती हूँ ,,,,,,,,,,,,, किसी दिन अपने भाई जान का लण्ड पेलना मेरी चूत में ,,,, ओ के बाय
बड़ा मस्त लौड़ा है यार, खूबसूरत भी है ,,,,,,,,,,, क्या कहा ? वो अपनी माँ का भोसड़ा चोदता है ,,,,,,,,,,,,,,,,बाप रे बाप ,,,,,,,,,,,,, अच्छा हां आजकल की लड़कियां अपने अब्बू का लण्ड पीतीं हैं मुझे मालूम है ,,,,,,,,,,,,, हां एक दिन मैंने भी फ़िरोज़ा के अब्बू का लण्ड पिया था ,,,,,क्या लौड़ा है उसका यार। एकदम घोड़े के लण्ड जैसा है उसका लण्ड ,,,,,,,,,, हां पेल दूँगी तेरी भी चूत में उसका लण्ड ,,, ...,,,खाना बनाने जा रही की झांटें बनाने जा रही है तू ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,मैं तो झांटें पार्लर में बनवाती हूँ,,,,,,,, हां आजकल लड़के ही लड़कियों की झांटें बनाते हैं वह भी नंगे नंगे ,,,,,,,,,,,,,,,,, मैं तो लण्ड पकड़ कर झांटें बनवाती हूँ,,,,,,,,,,,,,, कभी सड़का मार कर लण्ड पीती हूँ कभी चुदवाती हूँ ,,,,,,,,,,,,, किसी दिन अपने भाई जान का लण्ड पेलना मेरी चूत में ,,,, ओ के बाय
वह पीछे मुड़ी तो देखा की मैं खड़ी हूँ। मैं यह तो समझ गयी थी की खुशबू बुर चोदी लण्ड मुंह में लेने लगी है, बुर में लेने लगी है और पूरी तरह अय्यासी करने लगी है पर मैं चुप रही। मैंने मुस्कराते हुए उसके गाल थपथपाये और कहा अब मुझे मालूम हो गया बेटी खुशबू की तू सच में जवान हो गयी है। लेकिन हां किसी दिन मुझे भी थामस सर का लण्ड पकड़ाना। किसी दिन फ़िरोज़ा के अब्बू लण्ड मेरे हाथ में भी रखना बेटी खुशबू। वह थोड़ा शर्मायी तो मैंने कहा - बेटी खुशबू, तेरी माँ का भोसड़ा भी बड़ा मस्त है ? बड़े लण्ड खाने के लिए बिलकुल तैयार है तेरी माँ का भोसड़ा। अब शर्माने की जरुरत नहीं है। तेरी माँ की बिटिया की बुर, खुशबू ?
मैंने उसे गले लगा लिया। मैंने कहा बेटी देखो तेरी बर्थ डे है तो इन दो लोगों को जरूर बुला लेना। मैं चाहती हूँ की तुम्हारी ये बर्थ डे एक यादगार बर्थ डे हो ? बर्थ डे के दिन मैंने अपने दोस्तों को बुलाया खालिद, मंसूर, समी और साहिर। ये चारों मेरे कॉलेज के लड़के हैं और मेरे दोस्त है। खुशबू ने उस लड़की को बुलाया जिससे वह बातें कर रही थी। उसका नाम है रेशमा। साथ में थामस सर को बुलाया और फ़िरोज़ा के अब्बू शब्बीर को भी। रेशमा सबसे पहले आ गयी। उसे देख कर मज़ा आ गया। क्या खूबसूरत लड़की थी वो ? बड़ी बड़ी चूँचियाँ, एकदम गोरी चिट्टी लाल सुर्ख गाल गुलाबी होंठ , मोटी मोटी जाँघें, उभरी हुई गांड और गुदाज़ बाहें। सच में मैं अगर मरद होती तो लौड़ा वहीँ पेल देती उसके मुंह में ? वह मुझसे बड़े प्यार से मिली। मैंने कहा रेशमा बेटी आज तेरी दोस्ती की बुर चोदी जाएगी ? वह हंसने लगी और कहा आंटी खुशबू बुर चोदी है भी इसी लायक ? उसकी बुर जितनी चुदेगी मुझे उतना ही मज़ा आएगा। तब तक खुशबू आ गयी।
मैंने कहा - बेटी खुशबू आज मैं तुझे नंगी नंगी लण्ड पे बैठा दूँगी।
वह भी मस्त हो चुकी थी।
वह बोली - आज मैं भी कई लण्ड तेरे भोसड़ा में ठोंक दूँगी, अम्मी जान ? आज मैं चोदूँगी तेरा बेटी चोद भोसड़ा रेशमा भी बोली - आंटी, आज मैं भी चोदूँगी तेरी बिटिया की बुर। हम तीनों बहुत ज्यादा ही उत्तेजित थीं। शाम को करीब ८ बजे सब लोग आना शुरू हो गए। खालिद, मंसूर, समी, साहिर थामस और शब्बीर सब लोग आ गए। मैंने सारा इंतज़ाम कर लिया था। बर्थ डे का केक काटना था। हम सब लोग आस पास खड़े हो गए। मैंने कहा आज मेरी बेटी खुशबू की 18वीं बर्थ डे है। आज से वह एकदम जवान हो गयी है। अपनी माँ चुदाने वाली हो गयी मेरी प्यारी बेटी खुशबू। आज यह बर्थ डे हम सब लोग अपने अपने सारे कपड़े उतार कर मनायेंगें। यानी हम सब नंगे नंगे बर्थ डे मनायेंगें। मर्द हो चाहे औरत सबको नंगी होना पड़ेगा। फिर क्या सब लोग अपने अपने कपड़े उतारने लगे। और बस दो मिनट में सब नंगे हो गए। हम तीनो भी एकदम नंगी हो गईं। मैंने फिर कहा -
आज खुशबू अच्छी तरह चुदेगी और खुशबू की माँ भी चुदेगी। इसकी दोस्त भी चुदेगी और साथ ही साथ चुदेंगें सब लोगों के लण्ड ? सबने खूब तालियां बजाईं।
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