Home
» Top-Hindi-Sex-kahani-XXX-Porn-Stories-in-Hindi
» मैंने अपने बेटे से हलाला करवाया - Bete se khud ko chudwaya
मैंने अपने बेटे से हलाला करवाया - Bete se khud ko chudwaya
एक दिन अचानक मेरी अम्मी जान बन गयी मेरी भाभी जान और मैं हो गई उसकी बुर चोदी नन्द ? तब मैंने कहा अम्मी जान आज तो मैं तेरा भोसड़ा फाड़ डालूंगी। इतने लण्ड पेलूँगी तेरी चूत में की तू उसकी गिनती भी नहीं कर पायेगी।
अम्मी जान ने तुरंत कहा - हाय मेरी नन्द रानी तेरी चूत तो अभी से फुदक रही है। मैं तेरी भाभी हो गई हूँ ये सच है और तू मेरी नन्द हो गयी हैं ये भी सच है। पर अब तू मुझसे अपनी बुर बचाकर नहीं रख पायेगी। मैं जब तक तेरी भाभी हूँ तब तक मैं रोज़ चोदा करूंगी तेरी बुर ? एक से एक बढ़कर लण्ड पेला करूंगी तेरी बुर में। मेरे पास रहम की कोई चीज नहीं है। चुदाई में मैं बहुत बेशरम भी हूँ और बेरहम भी। तू चाहे जितना चिल्लाये मैं झांट एक बार भी नहीं सुनूगीं तेरी चिल्लाहट। बस पेलती रहूंगी तेरी चूत में एक के बाद एक लण्ड । तेरी माँ का भोसड़ा, नन्द रानी। मैं देखूंगी की तेरी चूत ज्यादा लण्ड खाती है की मेरी चूत ?
मैंने कहा हाय दईया तेरी भी चूत में आग लगी है। मैं एक ही दिन में तेरी चूत का भोसड़ा बना दूँगी, भाभी जान, तेरी नन्द की बुर। तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ?
मेरे प्यारे दोस्तों अब मैं बताती हूँ की मेरी अम्मी जान कैसे मेरी भाभी बन गई और मैं उसकी नन्द। मेरा नाम फरहा है। मन 24 साल की हूँ शदी शुदा हूँ खूबसूरत हूँ और हॉट हूँ। पढ़ी लिखी हूँ बोल्ड हूँ और एक बड़ी कंपनी में हूँ। मेरी अम्मी जान का नाम है वहीदा बेगम। वह 45 साल की है, बेहद खूबसूरत और हॉट हैं। मेरा भाई जान अब्दुल है और भाभी जान हसीना। हम सब एक साथ रहतें हैं और हमारे घर के पास ही हमारी खाला जान और फूफी जान भी रहतीं हैं। हमारा कुनबा बहुत बड़ा है लेकिन सब लोग थोड़ी थोड़ी दूर पर रहतें हैं। वैसे तो हम सबके बीच बहुत प्यार मोहब्बत है पर हां कभी कभी कुछ तू तू मैं मैं हो जाती है।
एक दिन मेरी अम्मी और अब्बू के बीच तू तू मैं मैं हो गयी। अब्बू को गुस्सा आ गया और उसी गुस्से में उसके मुंह से निकल गया तलाक तलाक तलाक। अब तीन बार मुंह से तलाक निकल गया तो फिर हो गे तलाक। अब अम्मी जान मेरे अब्बू जान की बीवी नहीं रहीं। वह थोड़ा मायूस हो गयीं। सोंचें लगीं की अब क्या किया जाए। हालांकि वह जानती थीं की अब्बू ने दिल से तलाक नहीं दिया है पर मुंह से निकली हुई बात वापस तो नहीं हो सकती। उस दिन अम्मी जान कुछ बोली नहीं। दूसरे दिन अब्बू ने अफ़सोस ज़ाहिर किया और कहा वहीदा बेगम तुम किसी से हलाला करवा लो तो मैं तुम्हे वापस अपनी बीवी बना लूंगा . हमारे घर की औरतें बहुत ही खूबसूरत हैं और खूबसूरत औरतें बहुत ज्यादा चुदक्कड़ होतीं हैं, पराये लण्ड की दीवानी होतीं हैं, किसी से भी चुदवाने के लिए हमेशा तैयार रहतीं हैं। ऐसा मेरे साथ भी है, मेरी अम्मी के साथ भी और मेरी भाभी के साथ भी। वैसे भी हमारे समाज में चोदा चोदी बड़ी आसानी से हो जाती है। कहीं कोई रोक टोक नहीं होती।
अम्मी का मन बदला तो उसने कहा की घर की बात घर में ही रहे तो अच्छा है। घर की इज़्ज़त घर में ही रहे तो अच्छा है। मैं अपने बेटे से ही हलाला करवा लेती हूँ। मेरा बेटा जवान है, उसकी शादी हो चुकी है, वह पूरी तरह मर्द बन चुका है तो उससे हलाला करवाने में कोई हर्ज़ नहीं है। अम्मी जान ने अपना फेसला सुना दिया तो किसी ने भी इंकार नहीं किया। फिर क्या मेरी अम्मी ने मेरे भाई जान से निकाह कर लिया और बन गयी उसकी बीवी। वह हो गयी मेरी भाभी जान और मैं उसकी नन्द ? मेरा पैतरा उसी दिन से बदल गया। मैं उसे प्यार से गालियां देने लगी और वह मुझे।
मैंने कहा - तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा अम्मी जान।
वह बोली - तेरी माँ की नन्द की बुर बेटी फरहा।
मैंने कहा - अब तो मैं अपनी भाभी जान का फाड़ूंगी भोसड़ा ?
वह बोली - मैं भी चोदूँगी अपनी नन्द की बुर।
घर का माहौल भी बड़ा मसालेदार हो गया। अब रात को अम्मी जान का हलाला होने वाला था। अम्मी तो भाई जान की बीवी बन गई तो रात में चुदाई तो होगी ही। जब तक चुदाई नहीं होगी तब तक हलाला पूरा नहीं होगा। अम्मी जान कमरे में जाते समय बोली हाय मेरी नन्द रानी अब जा रहा है तेरी माँ का भोसड़ा चुदने। मैंने कहा हां हां ठीक है चुदने दो मेरी माँ का भोसड़ा यहाँ भी तेरी बिटिया की बुर चुदेगी। वह मुस्कराकर बोली बिटिया की बुर नहीं फरहा, मेरी नन्द की बुर चुदेगी ? अम्मी जान हंसती हुई कमरे में घुस गईं। हम सब बाहर बातें करने लगी। मेरे साथ मेरी हसीना भाभी थीं, मेरा शौहर बसीर था और मेरा अब्बू अमजद खान। कुछ देर बाद मैंने कमरे में झाँक कर तो तब तक अम्मी जान अपने कपड़े उतार कर नंगी हो चुकी थीं। मैं लौट आई और अब्बू जान का लण्ड पजामा से निकाल कर चूमने लगी। उधर भाभी जान ने मेरे शौहर का लण्ड बाहर निकाला और उसके सुपाड़े पर फिराने लगी। मैं और मेरी भाभी जान दोनों ही लण्ड और पेल्हड़ चूमने चाटने में जुट गयीं। मुझे अब्बू का लौड़ा पसंद आ गया था और भाभी को मेरे मियां का लौड़ा ?
मुझसे रहा न गया तो मैं उठ कर फिर झांकने लगी। मैंने देखा की अम्मी जान भाई जान का लण्ड बड़े मजे से चाट रही है, चूस रहीं हैं। भाई जान का लण्ड साला बड़ा मोटा तगड़ा दिख रहा था। मैं फिर वापस आयी और अब्बू के लण्ड को अपने नंगे बदन पर घुमाने लगी। लण्ड माथे पर लगाया, नाक पर रखा, अपनी आँखों पर रखा अपने गालों पर फिराया लण्ड, फिर लण्ड अपने होठों पर रखा। उसके बाद गर्दन से होते हुए अपनी मस्तानी चूँचियों पर फिराने लगी लण्ड। लण्ड बहन चोद पल पल फूलता जा रहा था। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। उधर मेरी भाभी जान भी मेरे मियां के लण्ड से खेल रहीं थीं। चूस रहीं थीं मेरे मियां का लण्ड। उसे इस बात का कोई मलाल नहीं था की उसका शौहर उसकी सास का भोसड़ा चोद रहा होगा। मैं फिर उठी और झांकने लगी। मैंने देखा की भाई जान तो धकाधक् अम्मी का भोसड़ा चोद रहा है। वह बोल भी रहा था की आज तू मेरी बीवी है। आज मैं तुझे जी भर के चोदूंगा। फाड़ डालूँगा तेरी बुर। अम्मी भी बोल रही थी हाय मेरे राजा, मेरे शौहर, मुझे खूब जम कर चोदो, मैं तेरी बीवी हूँ। पूरा पेल दो लण्ड फाड़ डालो अपनी बीवी की बुर।
अम्मी की ये बातें मुझे बहुत उत्तेजित कर रहीं थीं। उधर मेरे मियां बसीर ने लण्ड भाभी की बुर में घुसेड़ दिया। वह तो बड़ी बेशर्मी से चोदने लगा मेरे सामने मेरी भाभी की बुर। इधर मैंने भी अपने अब्बू का लण्ड अपनी चूत में पेलवा लिया और भकाभक चुदवाने लगी। मैं अपनी गांड उठा उठा के अब्बू के हर धक्के का जबाब धक्के से देने लगी। मुझे तो अच्छी तरह चुदवाना आता ही है। मैं अब्बू के लण्ड का पूरा मज़ा लेने लगी। मैंने कहा हाय अब्बू जान खूब धकाधक चोदो अपनी बिटिया की बुर। पूरा लौड़ा पेल के चोदो। अपनी बीवी समझ के चोदो मुझे अपनी भाभी समझ के चोदो मुझे। हाय रे बड़ा मज़ा आ रहा है। ओ हो हां है दईया, हाउ रे ऊ हूँ आ आ हां हाय अल्ला बड़ा प्यारा लौड़ा है तेरा। तेरी बहन का भोसड़ा अब्बू जान। तेरी बीवी की बहन की चूत। तेरी भाभी की बिटिया की बुर। चोद डाल मेरी चूत। मैं इसी तरह की गालियां बक बक के झमाझम चुदवा रही थी। चुदवाने मुझे कोई शर्म नहीं थी।
अम्मी जान ने तुरंत कहा - हाय मेरी नन्द रानी तेरी चूत तो अभी से फुदक रही है। मैं तेरी भाभी हो गई हूँ ये सच है और तू मेरी नन्द हो गयी हैं ये भी सच है। पर अब तू मुझसे अपनी बुर बचाकर नहीं रख पायेगी। मैं जब तक तेरी भाभी हूँ तब तक मैं रोज़ चोदा करूंगी तेरी बुर ? एक से एक बढ़कर लण्ड पेला करूंगी तेरी बुर में। मेरे पास रहम की कोई चीज नहीं है। चुदाई में मैं बहुत बेशरम भी हूँ और बेरहम भी। तू चाहे जितना चिल्लाये मैं झांट एक बार भी नहीं सुनूगीं तेरी चिल्लाहट। बस पेलती रहूंगी तेरी चूत में एक के बाद एक लण्ड । तेरी माँ का भोसड़ा, नन्द रानी। मैं देखूंगी की तेरी चूत ज्यादा लण्ड खाती है की मेरी चूत ?
मैंने कहा हाय दईया तेरी भी चूत में आग लगी है। मैं एक ही दिन में तेरी चूत का भोसड़ा बना दूँगी, भाभी जान, तेरी नन्द की बुर। तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ?
मेरे प्यारे दोस्तों अब मैं बताती हूँ की मेरी अम्मी जान कैसे मेरी भाभी बन गई और मैं उसकी नन्द। मेरा नाम फरहा है। मन 24 साल की हूँ शदी शुदा हूँ खूबसूरत हूँ और हॉट हूँ। पढ़ी लिखी हूँ बोल्ड हूँ और एक बड़ी कंपनी में हूँ। मेरी अम्मी जान का नाम है वहीदा बेगम। वह 45 साल की है, बेहद खूबसूरत और हॉट हैं। मेरा भाई जान अब्दुल है और भाभी जान हसीना। हम सब एक साथ रहतें हैं और हमारे घर के पास ही हमारी खाला जान और फूफी जान भी रहतीं हैं। हमारा कुनबा बहुत बड़ा है लेकिन सब लोग थोड़ी थोड़ी दूर पर रहतें हैं। वैसे तो हम सबके बीच बहुत प्यार मोहब्बत है पर हां कभी कभी कुछ तू तू मैं मैं हो जाती है।
एक दिन मेरी अम्मी और अब्बू के बीच तू तू मैं मैं हो गयी। अब्बू को गुस्सा आ गया और उसी गुस्से में उसके मुंह से निकल गया तलाक तलाक तलाक। अब तीन बार मुंह से तलाक निकल गया तो फिर हो गे तलाक। अब अम्मी जान मेरे अब्बू जान की बीवी नहीं रहीं। वह थोड़ा मायूस हो गयीं। सोंचें लगीं की अब क्या किया जाए। हालांकि वह जानती थीं की अब्बू ने दिल से तलाक नहीं दिया है पर मुंह से निकली हुई बात वापस तो नहीं हो सकती। उस दिन अम्मी जान कुछ बोली नहीं। दूसरे दिन अब्बू ने अफ़सोस ज़ाहिर किया और कहा वहीदा बेगम तुम किसी से हलाला करवा लो तो मैं तुम्हे वापस अपनी बीवी बना लूंगा . हमारे घर की औरतें बहुत ही खूबसूरत हैं और खूबसूरत औरतें बहुत ज्यादा चुदक्कड़ होतीं हैं, पराये लण्ड की दीवानी होतीं हैं, किसी से भी चुदवाने के लिए हमेशा तैयार रहतीं हैं। ऐसा मेरे साथ भी है, मेरी अम्मी के साथ भी और मेरी भाभी के साथ भी। वैसे भी हमारे समाज में चोदा चोदी बड़ी आसानी से हो जाती है। कहीं कोई रोक टोक नहीं होती।
अम्मी का मन बदला तो उसने कहा की घर की बात घर में ही रहे तो अच्छा है। घर की इज़्ज़त घर में ही रहे तो अच्छा है। मैं अपने बेटे से ही हलाला करवा लेती हूँ। मेरा बेटा जवान है, उसकी शादी हो चुकी है, वह पूरी तरह मर्द बन चुका है तो उससे हलाला करवाने में कोई हर्ज़ नहीं है। अम्मी जान ने अपना फेसला सुना दिया तो किसी ने भी इंकार नहीं किया। फिर क्या मेरी अम्मी ने मेरे भाई जान से निकाह कर लिया और बन गयी उसकी बीवी। वह हो गयी मेरी भाभी जान और मैं उसकी नन्द ? मेरा पैतरा उसी दिन से बदल गया। मैं उसे प्यार से गालियां देने लगी और वह मुझे।
मैंने कहा - तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा अम्मी जान।
वह बोली - तेरी माँ की नन्द की बुर बेटी फरहा।
मैंने कहा - अब तो मैं अपनी भाभी जान का फाड़ूंगी भोसड़ा ?
वह बोली - मैं भी चोदूँगी अपनी नन्द की बुर।
घर का माहौल भी बड़ा मसालेदार हो गया। अब रात को अम्मी जान का हलाला होने वाला था। अम्मी तो भाई जान की बीवी बन गई तो रात में चुदाई तो होगी ही। जब तक चुदाई नहीं होगी तब तक हलाला पूरा नहीं होगा। अम्मी जान कमरे में जाते समय बोली हाय मेरी नन्द रानी अब जा रहा है तेरी माँ का भोसड़ा चुदने। मैंने कहा हां हां ठीक है चुदने दो मेरी माँ का भोसड़ा यहाँ भी तेरी बिटिया की बुर चुदेगी। वह मुस्कराकर बोली बिटिया की बुर नहीं फरहा, मेरी नन्द की बुर चुदेगी ? अम्मी जान हंसती हुई कमरे में घुस गईं। हम सब बाहर बातें करने लगी। मेरे साथ मेरी हसीना भाभी थीं, मेरा शौहर बसीर था और मेरा अब्बू अमजद खान। कुछ देर बाद मैंने कमरे में झाँक कर तो तब तक अम्मी जान अपने कपड़े उतार कर नंगी हो चुकी थीं। मैं लौट आई और अब्बू जान का लण्ड पजामा से निकाल कर चूमने लगी। उधर भाभी जान ने मेरे शौहर का लण्ड बाहर निकाला और उसके सुपाड़े पर फिराने लगी। मैं और मेरी भाभी जान दोनों ही लण्ड और पेल्हड़ चूमने चाटने में जुट गयीं। मुझे अब्बू का लौड़ा पसंद आ गया था और भाभी को मेरे मियां का लौड़ा ?
मुझसे रहा न गया तो मैं उठ कर फिर झांकने लगी। मैंने देखा की अम्मी जान भाई जान का लण्ड बड़े मजे से चाट रही है, चूस रहीं हैं। भाई जान का लण्ड साला बड़ा मोटा तगड़ा दिख रहा था। मैं फिर वापस आयी और अब्बू के लण्ड को अपने नंगे बदन पर घुमाने लगी। लण्ड माथे पर लगाया, नाक पर रखा, अपनी आँखों पर रखा अपने गालों पर फिराया लण्ड, फिर लण्ड अपने होठों पर रखा। उसके बाद गर्दन से होते हुए अपनी मस्तानी चूँचियों पर फिराने लगी लण्ड। लण्ड बहन चोद पल पल फूलता जा रहा था। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। उधर मेरी भाभी जान भी मेरे मियां के लण्ड से खेल रहीं थीं। चूस रहीं थीं मेरे मियां का लण्ड। उसे इस बात का कोई मलाल नहीं था की उसका शौहर उसकी सास का भोसड़ा चोद रहा होगा। मैं फिर उठी और झांकने लगी। मैंने देखा की भाई जान तो धकाधक् अम्मी का भोसड़ा चोद रहा है। वह बोल भी रहा था की आज तू मेरी बीवी है। आज मैं तुझे जी भर के चोदूंगा। फाड़ डालूँगा तेरी बुर। अम्मी भी बोल रही थी हाय मेरे राजा, मेरे शौहर, मुझे खूब जम कर चोदो, मैं तेरी बीवी हूँ। पूरा पेल दो लण्ड फाड़ डालो अपनी बीवी की बुर।
अम्मी की ये बातें मुझे बहुत उत्तेजित कर रहीं थीं। उधर मेरे मियां बसीर ने लण्ड भाभी की बुर में घुसेड़ दिया। वह तो बड़ी बेशर्मी से चोदने लगा मेरे सामने मेरी भाभी की बुर। इधर मैंने भी अपने अब्बू का लण्ड अपनी चूत में पेलवा लिया और भकाभक चुदवाने लगी। मैं अपनी गांड उठा उठा के अब्बू के हर धक्के का जबाब धक्के से देने लगी। मुझे तो अच्छी तरह चुदवाना आता ही है। मैं अब्बू के लण्ड का पूरा मज़ा लेने लगी। मैंने कहा हाय अब्बू जान खूब धकाधक चोदो अपनी बिटिया की बुर। पूरा लौड़ा पेल के चोदो। अपनी बीवी समझ के चोदो मुझे अपनी भाभी समझ के चोदो मुझे। हाय रे बड़ा मज़ा आ रहा है। ओ हो हां है दईया, हाउ रे ऊ हूँ आ आ हां हाय अल्ला बड़ा प्यारा लौड़ा है तेरा। तेरी बहन का भोसड़ा अब्बू जान। तेरी बीवी की बहन की चूत। तेरी भाभी की बिटिया की बुर। चोद डाल मेरी चूत। मैं इसी तरह की गालियां बक बक के झमाझम चुदवा रही थी। चुदवाने मुझे कोई शर्म नहीं थी।
Click on Search Button to search more posts.
आपको ये भी पसंद आएंगें
- muslim sex story hindi - मुस्लिम समाज में चुदाई का मज़ा Muslim samaaj me chudai ka majaa nirala
- 16 साल की बहन की चुदाई की कहानी - भाई ने दीदी को चोदा - Bahan ki chudai bhai ne didi ko choda
- गन्दी बातें कर के चुदवातीं रहीं - Gandi baaten kar ke chudwati rahi
- माँ बेटे की चुदाई की कहानी - मम्मी को चोदा - Maa bete ki chudai ki hindi kahani
- बेटा माँ बहन बीवी बेटी सब चोदो - Hindi Sex story
- गाली दे दे के चाटो लण्ड - Gali dekar lund chatne ka majaa
- बेटी बाप से चुदवाती है माँ बेटे से - Beti ko Baap ne choda aur Maa ki gand bete ne Mari
- घर की बीवियां घर के लण्ड - Parivarik chudai ki kahaniyan
- छोटी उम्र की नादान लड़की की चुदाई - 14 saal ki kunwari ladki ki chudai - Chhoti umar ka sex
- लड़की की गांड कैसे मारें - Ladki ki gand kaise choden